Note: You can change font size, font face, and turn on dark mode by clicking the "A" icon tab in the Story Info Box.
You can temporarily switch back to a Classic Literotica® experience during our ongoing public Beta testing. Please consider leaving feedback on issues you experience or suggest improvements.
Click hereसंगिनियों के बीच घिरीं तुम यूं प्यारी रह आतीं
टिमटिम तारों बीच चांदनी ज्यूं पूनम रह छाती
केस अलक घन मुखड़ा चाँद दमकता ज्यूं रह आता
उन्नत पयधर भरे गरब ज्यूं कनक सुमेरु लुभाता
वाणी सुर संगीत मधुर कोयल ज्यूं छेड़ी जाए
जोबन चिड़िया पंख पसारी ज्यूं उड़ने को आए
नाभि कुंड अमरित कटि घाटी मनहर बीच रचाई
गदबद फूली लता बदन लहराई महकी आई
कज्जल धार हरिणि चितवनि ज्यों ज्योति नयन जगमग री
मदभर अधर गुलाब पांखुरी मोती श्वेत दसन री
रति रूपा उरबसी पग धरी उतरी ज्यों भू आई
कदलि खंभ उरु जोड़ गजब चल मन हरती तू आई
गहन जाल झंकती रति रानी छिप री बंद किये पट
अंधकूप मायावी तक मैं द्वार खड़ा आता तक
____________________________________