भाभी की चुदाई मेरे मोटे लंड से

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भाभी मेरे गधे जैसे लंड को देख कर दीवानी हो गयी_चुदवाया.
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भाभी की चुदाई मेरे मोटे लंड से

Hindisexstories by Dr.mastram ©

डॉक्टर मस्तराम|| "लॅंडधारी" (मस्तराम - मुसाफिर)

सूचना| General Information| Adult Contents

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All Characters in this story are above 18 years old| This story has adult and incest|taboo contents. Please do not read who are under 18 age or not like incest contents| This is a sex story in hindi font, adult story in hindi font, gandi kahani in hindi font, family sex stories in hindi fonts,

इस कहानी के सभी पात्र 18 साल से ऊपर की उम्र के हैं| अगर किसी को पारिवारिक चुदाई की कहानियों के प्रति लगाव नहीं है तो कृपया इसे पढना छोड़ सकते हैं||

मेरे बारे में

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दोस्तों! मेरा नाम रविराम "मस्तराम" है और मुझे बचपन से ही कामुक कहानियां पढने और लिखने का बहुत शौक है, मुझे पारिवारिक कामुक कहानियां बहुत पसंद हैं जैसे मम्मी की चुदाई, पापा का मोटा लंड, गधे जैसा रवि भैय्या का लंड, रवि ने दिया मम्मी को घोड़े जैसा लंड, मम्मी की चूत फाड़ दी, बहिन की चूत का भुरता बनाया इत्यादी|

दोस्तो, कई औरतें मुझे गधाराम या घोड़ाराम कहते हैं. मेरा लंड 9 इंच लम्बा और 3 इंच मोटा है। जब मेरा लंड खड़ा (टाइट) होता है तो ऐसा लगता है जैसे किसी घोड़े का लंड या किसी गधे का लंड हो और मेरा लंड एक बार चूत के अंदर जाता है तो उसकी चूत का पानी निकाल कर ही बाहर आता है, और वो लड़की या औरत मेरे इस लंबे, मोटे और पठानी लंड की दीवानी हो जाती है । आज तक मैंने बहुत सी शादीशुदा और कुवांरियों की सील तोड़ी है। मैंने अपनी मम्मी को भी पटाकर चुदाई की है क्योंकि मेरे पापा काम के सिलसिले में ज़्यादातर बहार ही रहते हैं, में बछ्पन से ही देखता आया हूँ, की मम्मी की चूत कितनी प्यासी है, पापा के कहने पर ही मम्मी हमेशां अपनी चूत की झांटों को साफ़ कर के रखती है, अब तो मम्मी मेरे पठानी मोटे लंड की दीवानी है .. जब पापा घर पर नहीं होते तो हम दिन और रात मैं कई कई बार चुदाई कर लेते हैं .. बस या ट्रेन या रिक्शा मैं भी मम्मी मेरे लंड को (सबसे छुपाकर) हाथ में रखती है और मेरे लंड को मसलती और आगे पीछे करती है. मम्मी को मेरे लंड की लम्बाई और मोटाई बहुत बसंद है ..मम्मी को मेरा लंड पूरा मूंह में ले कर चूसना और चूत में डालकर रखना बहुत पसंद है .. मैं भी चुदाई से पहले चूत को अच्छी तरह से चूसना पसंद करता हूँ जिस से वो प्राकृतिक ढंग से गीली हो जाती है||

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Tags:

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अंधेरी रात, ससुर जी, लंबा-मोटा केला, मेरा फिगर, 38DD-30-36, मेरी कमर पर, चूत और गांड को, लंड पर बैठकर, कुत्ते की तरह चोदो, दोनो चूंचियों, मछली फँसेगी, सेक्सी फिल्म है, अपने लंड पर, सीमा की चूत| मम्मी के मोटे मोटे मुम्मे| मेरा घोड़े जैसा लंड| गधे जैसा लंड| बेटे का मोटा लंड| मेरी प्यासी चूत| हाय रवि बेटे| तुम्हारा लंड कितना मोटा है|

पटकथा: (कहानी के बारे में) :

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\\ भाभी के मोटे मोटे मुम्मे का दीवाना हुआ और उसे घोड़ी बना कर चूत का भोसड़ा बना दिया||

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कहानी

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ये कहानी कुछ दिन पहले की है. में अपनी आंटी के यहाँ शादी में गया था और अब में शादी में जो कुछ भी हुआ, वो आप लोगों से शेयर करता हूँ और मुझे आशा है कि मेरी पिछली कहानियों की तरह यह कहानी भी आप लोगों को बहुत पसंद आएगी. दोस्तों जैसे कि मैंने अभी बताया कि में माँ के साथ अपनी आंटी के यहाँ शादी में हम 8 तारीख को पहुँच गये थे. आंटी ने शादी एक होटल में रखी थी और वहाँ सभी रिश्तेदार आए हुए थे||

शादी के मौके पर मुझे मेरी आंटी ने गिफ्ट में गोल्ड की चैन दी. अब वहाँ मेरी भाभी यानि कि मेरी आंटी की बहू जो मुझसे हमेशा मज़ाक करती थी और हम जब भी मिलते थे, तो फ्लर्ट भी करते थे. भाभी आंटी से चैन लेकर बोली कि लाइए मुझे दीजिए, में रवि को चैन पहनाती हूँ और आंटी के हाथ से लेकर मेरे गले में चैन पहना दी और हंसकर बोली कि मुझे चैन कब पहनाओगे? तो मैंने कहा कि इसी समय, देर किस बात की और मैंने तुरंत ही अपने गले की चैन उतारकर भाभी के गले में डाल दी और हंसकर उनके कान में बोला कि अब तुम मेरी हो गयी हो, आज इस शुभ मुहर्त में हम दोनों ने माला बदल ली है और पहना भी दी है||

वो बोली कि में तो आपकी पहले से ही थी, लेकिन वो शर्माकर चैन उतारने लगी. मैंने कहा कि नहीं यह अब आप ही रखो, अब में इसे नहीं लूँगा, अब तो में तुमसे दूसरा गिफ्ट लूँगा, जो तुम अब मना नहीं कर सकती हो. वो पूछने लगी कि क्या? तो मैंने कहा कि बाद में बताऊंगा||

हम तैयार होने अपने-अपने रूम में चले गये. मेरा और भाभी का रूम आमने सामने था और जब हम लोग पार्टी हॉल में जा रहे थे, तो हम लिफ्ट में अकेले ही थे तो मैंने मौका देख सामने शीशे में देखकर कहा कि आज तो सिर्फ़ तुम्ही दिख रही हो और यह बोलकर मैंने भाभी के गाल दबा दिए. अब वो कुछ नहीं बोली और हम लोग शादी के प्रोग्राम में शामिल हो गये||

उस रात मैंने भाभी से खूब मज़ाक किया और भाभी ने भी मुझसे खूब मजाक की. अगले दिन जब सब मेहमान चले गये थे और कुछ रह गये थे. अब में, माँ, आंटी और कुछ रिश्तेदार बैठकर बातें कर रहे थे कि तभी मेरे भैया आए और बोले कि रवि जरा अपनी भाभी को घर ले जाओ, उसे कुछ काम है. मैंने भाभी को अपने साथ लिया और घर आ गये. उस समय घर में हम दोनों के अलावा और कोई नहीं था||

मैंने भाभी को चाय के लिए रिक्वेस्ट की, तो वो चाय बनाने चली गयी. तभी में भैया, भाभी के रूम में आया और भैया के कंप्यूटर पर इंटरनेट ऑन किया और अपनी मैल चैक करने लगा और साथ-साथ उसमें पॉर्न साईट सर्च कर रहा था. तभी भाभी आकर चुपचाप पीछे से खड़ी होकर देखने लगी. अब में भी हॉट सेक्सी सीन का मजा ले रहा था कि अचानक से मैंने देखा कि तो वो पीछे थी, तो में जैसे ही हड़बड़ी में पीछे घूमा तो वो चाय लेकर खड़ी थी, जो पूरी ट्रे उस पर पलट गयी थी||

मैंने उनसे जल्दी से बाथरूम में जाकर पानी से धोने के लिए कहा, क्योंकि चाय गर्म थी. वो जल्दी से बाथरूम में गयी और शॉवर ही खोल दिया, ताकि जल्दी से ठंडे पानी से आराम मिले. अब बाथरूम का दरवाज़ा खुला ही था तो मैंने कहा कि पानी तेज चला लो और तुम्हें कहीं जलन तो नहीं हो रही है, जल्दी से अपने कपड़े बदल डालो और यह कहते हुए में बाथरूम के पास चला गया, तो मैंने देखा कि वो भीगे कपड़ो में बेहद खूबसूरत लग रही थी और उसकी ब्रा ब्लाउज में से साफ नज़र आ रही थी||

उसकी ब्रा में से उसके मुम्मे बाहर आने को हो रहे थे और उसके मुम्मे का साईज़ 38 था और उसकी साड़ी का पल्लू पूरा नीचे था. वो बोली कि मेरी अलमारी में से टावल ला दीजिए. में टावल निकालने चला गया. अब भाभी ने अपनी साड़ी उतार दी थी और ब्लाउज भी खोल दिया था. अब वो अपनी ब्रा खोलने की कोशिश कर रही थी, लेकिन वो खुल नहीं रही थी||

मैंने उनको टावल पकड़ाया तो वो उसे अपने हाथ में लेकर हेंगर पर लटकाने के बाद अपनी ब्रा को खोलने की कोशिश करने लगी. मैंने बाहर से कहा कि में हेल्प करूँ, तो वो बोली कि हाँ-हाँ जल्दी खोलिए ना चाय गर्म थी ना और वो दरवाजे की तरफ अपनी पीठ करके खड़ी हो गयी. मैंने उसकी ब्रा का हुक खोल दिया और उसकी कमर पर अपना हाथ फैरते हुए कहा कि कहीं जलन तो नहीं हो रही ना? अब ठंडे पानी को अपने बदन पर डालो और मैंने शॉवर चला दिया. अब उनके मुम्मे शॉवर के नीचे बहुत ही सेक्सी लग रहे थे, उनके मुम्मे उठते हुए थे||

अब उनको देखकर मुझे पूरी मस्ती आ रही थी और अब में भी भीग गया था. वो बोली कि आप भी भीग गये हो, जल्दी से अपने कपड़े उतार लीजिए. मैंने झट से अपने सारे कपड़े उतारकर टावल लपेट लिया. अब मेरा लंड पूरा टाईट होकर खड़ा हो गया था, जो टावल में से साफ-साफ दिख रहा था||

मैंने धीरे से उनकी गर्दन पर से उनके बाल हटाए और उनसे कहा कि जरा सामने घूमो कहीं यहाँ जलन तो नहीं हो रही है और पानी ठीक से पैर पर भी और जाँघ पर भी डालो, वहाँ भी चाय गिरी है और मैंने उनके पेटीकोट का नाड़ा खोल दिया. भाभी ने जल्दी से अपना पेटीकोट उतार दिया और पानी से नहाई. मैंने कहा कि कही जलन हो रही हो तो क्रीम लगा लो||

वो बोली कि नहीं अब ठीक लग रहा है. मैंने कहा कि अब जलन मेरे बदन पर शुरू हो गयी है, अब वो बड़ी मदमस्त लग रही थी और अब मुझसे रहा नहीं जा रहा था, अब में क्या करूँ? मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा था. अब में भाभी की कमर पर अपना हाथ फैरने लगा था और बोला कि मेरी जान तुम तो इतनी सेक्सी हो, मैंने कभी सोचा भी नहीं था. अब भाभी का बदन पीछे से बहुत सेक्सी लग रहा था और उनके फिगर का साईज़ 38DD-30-40 था||

आज तो मुझे गिफ्ट चाहिए, यह बोलकर मैंने झट से पहले उनके हाथ को चूमा और उनके होठों को चूम लिया||

वो बोली कि क्या कर रहे हो?

तो मैंने कहा कि मस्ती और क्या?

और थोड़ा सा आगे आकर उनके हाथ को दबाया और उनके पास सटकर खड़ा हो गया और उनके बालों को हटाते हुए अपने एक हाथ को उनकी कमर पर और दूसरे हाथ को उनके मुम्मे के ऊपर रखते हुए उनको अपनी तरफ खींच लिया और उनसे बोला कि जब से मैंने आपके भीगे हुए बदन को देखा है, मेरे मन में आग सी लगी है, में बैचेन हो गया हूँ और आज में अपनी हर कामना को पूरा करना चाहता हूँ. अब में उनके मुम्मे को दबाने लगा था||

वो पहले तो कुछ देर तक विरोध करती रही, लेकिन थोड़ी देर के बाद मैंने देखा कि वो उम्म्म्ममममम, आअहह की आवाज़े निकालने लगी और वो सस्स्स्स्सस्स, आहह, उम्म की मस्ती भरी और एक अजीब सी आवाज निकालने लगी, हालांकि वो उस वक्त भी ये दिखाने की पूरी कोशिश कर रही थी कि वो वैसा नहीं चाहती है, लेकिन उन्हें मज़ा आने लगा था||

अब में उसके मुम्मे को जोर-जोर से दबाने लगा था और अपनी जीभ से चाटने लगा था और उनसे बोला इससे सारी जलन मिट जाएगी और चारों तरफ अपनी जीभ फैरने लगा, आहह क्या लग रही थी? अब में उनके निप्पल को चूस रहा था. मैंने उनके मुम्मे को अपने हाथों में भर लिया और उनको दबाने लगा. मैंने उनके मुँह में अपना मुँह डाला और उन्हें पागलों की तरह किस करने लगा. अब वो भी जोश में आ गयी थी आहह, उम्म्म्म. अब में उनके मुम्मे को अपने मुँह में भरने की कोशिश कर रहा था, लेकिन वो इतने बड़े थे कि यह नामुमकिन था. अब वो उधर सिसकारियाँ भर रही थी सस्स्स्स्सस आहह क्या कर रहे है आप? आहह, ओमम्म्ममम, आहह, ओमम्म्मम. अब में भी जोश में आ गया था और मेरा टावल भी खोल दिया था. अब मेरा लंड पूरी मस्ती से खड़ा था||

अब वो यह देखकर बोली कि रवि यह तो बहुत ही बड़ा है, में इसे नहीं झेल सकती, कितना लंबा और मोटा है? तुम्हारे भैया का 5 इंच से ज़्यादा नहीं होगा, लेकिन तुम्हारा तो ऊफफफफफफ्फ़, बताओ तो सही क्या साईज है? तो में बोला कि ज़्यादा नहीं यही कोई 8 इंच लंबा और 4 इंच मोटा है और अब तुम डरो नहीं मेरा वादा है कि जब यह तुम्हारी चूत में एक बार में पूरा जाएगा, तो तब तुम खुद ही बोलोगी कि प्लीज रवि पूरा डालकर चोदो मुझे, विश्वास करो जरा इसको अपने प्यारे हाथ में लेकर तो प्यार करो||

भाभी डरते हुए मेरे लंड को अपनी हथेली से सहलाने लगी, तो कुछ देर के बाद भाभी को अच्छा लगने लगा, तो उन्होंने किस करते हुए मेरे लंड को ज़ोर से दबाया. मैंने टावल से उनके गीले बदन को पोंछते हुए कहा कि चलिए हम आज सुहाग दिन ही मनाएँगे. मैंने उनको अपनी बाँहों में उठा लिया और ले जाकर बेड पर लेटा दिया और उन्हें किस किया. वो बोली कि किस में ही टाईम खराब करोगे या कुछ आगे भी करोगे. में उनकी एक-एक निप्पल को चूसने लगा||

अब वो ज़ोर-ज़ोर से चिल्ला रही थी कि और ज़ोर से चूसो, आआआअहह, ऊऊहह और झटपटा रही थी. अब में अपने दोनों हाथों से उनके मुम्मे को दबा रहा था और अपने मुँह से एक-एक करके चूस रहा था. में अपने एक हाथ को उनकी चूत के बालों पर फैरने लगा, तो वो अपने पैरों को उछाल-उछालकर चिल्ला रही थी कि रवि और ज़ोर से करो और ज़ोर से दबाओ और ज़ोर से चूसो||

में उनके पूरे बदन को चूमने लगा, अब वो मानो नयी दुल्हन की तरह सिसकियाँ ले रही थी और में उनके पूरे बदन को किस पर किस करता चला जा रहा था. मैंने उन्हें उल्टा लेटा दिया और उनके पिछले हिस्से पर अपनी जीभ फैरने लगा. अब उन्हें तो मानो स्वर्ग का आनंद मिल रहा था. मैंने उनकी दोनों जाँघो के बीच में भी अपनी जीभ को घुमाकर उन्हें मस्त कर डाला और ऊपर से नीचे तक उन्हें किस किया||

अब मुझसे रहा नहीं जा रहा था, तो मैंने उनको लंड चूसने को कहा. वो बोली कि नहीं रवि यह मेरे मुँह में नहीं जा सकता. मैंने कहा कि ठीक है कोशिश तो करो, में तुम्हारी चूत चाटता हूँ और तुम मेरा लंड चूसो. अब में ऊपर और वो नीचे थी, अब में उनकी बालों वाली चूत में अपनी जीभ डालकर सक करने लगा था. अब वो स्वर्ग में उड़ने लगी और मस्ती में मेरा लंड अपने मुँह में जितना ले सकती थी उतना लेकर चूस रही थी, अब उनको खूब मज़ा आ रहा था||

करीब 15 मिनट के बाद वो बोली कि रवि में झड़ने वाली हूँ, तुम ज़ोर-ज़ोर से मेरी चूत को चूसो, मेरी चूत को खा जाओ, आआआआआअहह, आज तक कभी मेरे पति ने इस तरह से मेरी चूत नहीं चाटी है, आआआआमम्म्ममम और यह बोलते हुए उन्होंने मेरी गर्दन अपनी टांगो में कस ली और अपनी चूत ऊपर उठा दी. अब में समझ गया कि वो झड़ गयी है, तो इतनी देर में उनकी चूत का रस मेरे मुँह के रास्ते मेरे गले में उतर गया||

अब वो शांत को चुकी थी और मेरा लंड अब भी चूस रही थी. कुछ देर बाद में उठकर उनकी टांगो के बीच में बैठ गया और उनकी चूत के मुँह पर अपना लंड रखा और थोड़ी देर के लिए उन्हें सताने के लिए उस पर धीरे-धीरे रगड़ने लगा. अब उन्हें इतना मज़ा आ रहा था कि वो बोल भी नहीं पा रही थी, लेकिन उनके चेहरे से साफ जाहिर था कि वो मेरे लंड को अपनी चूत के अंदर लेने के लिए बेकरार हो रही थी. मैंने उनकी चूत के मुँह पर मेरा लंड रखकर एक हल्का सा धक्का मारा, तो वो सिहर उठी||

अब उन्हें दर्द होने लगा था, तो में उनके मुँह पर झुककर उन्हें किस करने लगा. अब उन्हें वो अच्छा लगा और मैंने किसिंग के दौरान एक और धक्का दे दिया, तो मेरा लंड कुछ अंदर चला गया. अब उनकी चीख निकल गयी, लेकिन मेरे किस करने की वजह से उनकी चीख मेरे मुँह में ही रह गयी||

मैंने अपने किस को चालू रखा, तो उन्हें इससे बहुत अच्छा लग रहा था और मेरे दोनों हाथ उनके मुम्मे को मसल रहे थे. अब उन्हें बहुत मज़ा आ रहा था और मैंने दूसरा धक्का दिया तो मेरा लंड और अंदर चला गया. वो ज़ोर से चिल्लाई, लेकिन मैंने उनके मुँह को अपने किस से भर दिया था और उनके मुम्मे को ज़ोर-ज़ोर से दबाने लगा था. अब उसे थोड़ा दर्द जरूर हुआ था, लेकिन वो मज़े लूट रही थी||

थोड़ी देर तक उनके मुम्मे सहलाने के बाद मैंने एक और आखरी धक्का दिया तो मेरा पूरा 9 इंच लंबा लंड उनकी चूत के अंदर चला गया. अब वो ज़ोर से सिसकारी मार रही थी आहह, उईईईईईई, में मर गयी, मज़ा आ गया, चोद दे याररररर, आहह. अब में से धीरे-धीरे धक्के मारने लगा था. अब वो अपने कूल्हें उछाल-उछालकर मेरा साथ देने लगी थी||

कुछ देर के बाद मैंने उसके पैर अपने कंधो पर रखे और अपना पूरा लंड उसकी चूत में अंदर बाहर कर रहा था. अब उनके पैर मेरे कंधे पर होने से पोज़िशन इतनी टाईट थी कि मेरा लंड उनकी चूत के अंदर तक चला गया था और मेरा लम्बा लंड भाभी की चूत में उछल कूद करने लगा था||

अब वो चिल्ला रही थी कि बहुत बड़ा है, हाईईईईई अब बस करो, मुझसे सहा नहीं जाता प्लीज, लेकिन अब में रुकने वाला नहीं था. अब कुछ देर के बाद उनकी चूत में मेरे लंड ने अपनी जगह बना ली थी और अब भाभी भी मुझसे कह रही थी और ज़ोर से फक करो, मुझे आज से पहले ज़िंदगी में ऐसा मज़ा कभी नहीं आया और में धक्के पे धक्के दे रहा था और वो भी उछल-उछलकर मेरा साथ दे रही थी||

अब में ज़ोर-ज़ोर से अपना लंड उनकी चूत में अंदर बाहर करने लगा था. अब वो अपने बाल नोच रही थी, तो कभी अपने मुम्मे को दबा रही थी, लेकिन मुझे उनके साथ आज ज़िंदगी का मज़ा लूटना था. अब वो इतनी तेज़ी से उछल रही थी कि उसकी चूत से फच-फच की आवाजें पूरे रूम को भरने लगी थी||

अब भाभी भी मेरा हौसला बढ़ा रही थी और ज़ोर से रवि और ज़ोर से, अब में झड़ने वाली हूँ, तुम मुझे बहुत मज़ा दे रहे हो, आआआआआअहह, आआमम्म्मम, हाँ और ज़ोर से, आआआअहह, लो में झड़ गयी और थोड़ी देर के बाद वो झड़ गयी||

कुछ देर के बाद में परेशान हो गया था कि में झड़ क्यों नहीं रहा हूँ? और 10 मिनट के बाद मैंने उनकी चूत में अपना गर्म-गर्म रस डाल दिया और इस दौरान वो भी से झड़ गयी थी. अब मेरा लंड अभी तक उनकी चूत के अंदर था. थोड़ी देर के बाद हम अलग हुए तो मैंने कहा कि मन नहीं भरा है||

वो बोली कि तो करते रहो, तो मैंने कहा कि पहले तुम्हें इस लंड महाराज की सेवा करनी होगी. उसने उसे अपने हाथ में लेकर सहलाना चालू किया. अब में उसके निप्पल को मसलने लगा था, तो अब उनके निप्पल भी टाईट होने लगे थे. उन्होंने मेरे लंड को चूमा और अपने मुँह में ले लिया और चूसने लगी. अब मुझे बड़ा आनंद आ रहा था और अब में भी बोल रहा था कि दिव्या भाभी आज इसे पूरा पी लो और ज़ोर से चूस, पूरी जीभ से चाट, इसे पूरा खा लो, खूब ज़ोर से लो प्लीज||

अब वो भी उम्म्म्मममम करके लॉलीपोप की तरह चूसे जा रही थी. अब उसने अपनी जीभ से मेरा पूरा लंड साफ कर दिया था और उसे वापस फ्रेश केले की तरह खड़ा कर दिया था और अब उसने मेरा लंड चूस-चूसकर गर्म लोहे की तरह बना दिया था||

अब में उसकी चूचियों से खेल रहा था और अब वो भी कड़क हो गयी थी. में बोला कि अब में तुमको से मजा देता हूँ और उनसे बोला कि अब में तुम्हें डॉगी स्टाईल में चोदूंगा. वो बोली कि तो आज मेरे ऊपर नई-नई स्टाईल ट्राय करो, में देखूं तू सही तुम्हारे इस गधे जैसे लम्बे लंड में कितना दम है||

मैंने उसके दोनों हाथों को साईड में रखी टेबल पर जमा दिए और बोला कि अब थोड़ा झुक जाओं. मैंने उन्हें डॉगी स्टाईल में खड़ा कर दिया और पीछे से उनके दोनों मुम्मे को पकड़कर मसल डाला और अपना लंड उनकी दोनों जांघो के बीच में डालकर से अपने लंड को उनकी चूत पर थोड़ा रगड़ा और उसे गर्म किया||

थोड़ी देर के बाद मैंने अपना पूरा लंड एक ही झटके में अंदर डाल दिया. अब मेरे हाथ उनके मुम्मे को मसल रहे थे और उनके निप्पल को पकड़कर खींच रहा था. अब इस स्टाईल में उन्हें दोनों तरफ से इतना मज़ा आ रहा था कि वो आहह, ऊहह, ऊऊऊफफफफफफफफफ्फ़ करती जा रही थी और बोल रही थी कि करते रहिए रुकिये नहीं. अब मेरा लंड उनकी चूत में मशीन की तरह चला गया था और फिट हो गया था. इससे उन्हें बहुत दर्द हो रहा था और मुझे भी बहुत आनंद आ रहा था||

मैंने उनसे कहा कि अब मेरे मैं घोड़े कि ताकत देखो, तुम्हें घोड़ी की तरह चोदूंगा. मैंने अपनी पोज़िशन लिए उनके मुम्मे को ज़ोर से पकड़ लिया और धक्का देने लगा. अब वो भी अपनी गांड को पीछे कर करके मेरा पूरा लंड खाना चाहती थी. अब में भी ज़ोर-ज़ोर से धक्के देने लगा था और अब मुझे उनके गोल- गोल चूतड़ों को धक्के देने में मज़ा आ रहा था||

अब वो बोल रही थी कि चल मेरे घोड़े फटाफट और ज़ोर से और जोर से आज तेरी दिव्या मस्त हो गयी है, रवि आज मान गयी तुझको, आज तक इतना मजा कभी नहीं आया. अब मेरा वक़्त आ गया था कि अब में कभी भी अपना पानी छोड़ सकता था और अब वो भी झड़ने वाली थी. मैंने उसकी गांड को अपने दोनों हाथों से पकड़कर धक्के देना चालू किया और अब वो भी काफ़ी खुश व चिल्ला भी रही थी, आआआआआहह और ज़ोर से धक्का मारो, मेरी चूत फाड़ दो और हम दोनों एक साथ झड़ गये और हम धीरे-धीरे अलग हुए और मैंने उनके साथ थोड़ी इधर-उधर की बातें की||

मैंने पूछा तो उनसे उनको कैसा लगा? और बोला कि अच्छा एक नयी स्टाईल और है करवाना चाहोगी? तो वो बोली कि क्या? जल्दी बोलो, जो करना है जैसे करना है बस करते जाओ, कुछ मत पूछो मेरे रवि . मैंने कहा कि क्या में तुम्हारे मुम्मे को चोद सकता हूँ? तो वो बोली कि कैसे? तो मैंने उन्हें बताया कि में तुम्हारे मुम्मे को पकड़कर उसे भींच दूँगा और उसमें अपना घोड़े जैसा लंड घुसाकर तुम्हारे मुम्मे को की चुदाई करूँगा||

मैंने उन्हें बताया कि मेरे लंड के आगे पीछे होने से तुम्हारे निप्पल और मुम्मे दोनों को मज़ा आएगा, तो वो बोली कि ठीक है, चलो आजमाते है. मैंने उसे सोफे पर लेटा दिया और उनकी कमर तक आ गया और उन्हें अपने मुम्मे को अपने दोनों हाथों से दबाकर उनके दोनों मुम्मे को जोर से भींच दिया. मैंने उनके बीच में से अपने लंड के लिए जगह बनाई और उसमें डालकर अंदर बाहर किया. अब उन्हें पहले तो ज्यादा मज़ा नहीं आया, लेकिन बाद में उनकी निप्पल धीरे-धीरे कड़क हो गयी||

अब में ज़ोर-ज़ोर से उनके मुम्मे को चोदने लगा था और उनके मुम्मे को और जोर-जोर से दबाने लगा था, तो उन्हें बहुत मजा आने लगा. अब बीच-बीच में मेरा लंड उनके होंठो को भी छू लेता था. अब उन्हें चूचियों की चुदाई का मज़ा आ गया था और उन्होने मेरा लंड अपने मुँह में भर लिया और चूसने लगी||

अब में उनके निप्पल मसल रहा था और अपने एक हाथ से उनकी चूत को मसल रहा था. अब वो भी बुरी तरह खुश हो गयी थी. मैंने अपना लंड उनके मुँह से बाहर निकाला, क्योंकि अब में झड़ने वाला था और मैंने अपने लंड का फव्वारा उनके मुम्मे पर ही छोड़ दिया और मुझे इससे इतना मज़ा आया कि क्या बताऊँ?

में उन्हें अपने से लिपटाकर अपनी गोदी में बैठा लिया और मेरा लम्बा लंड उनकी दोनों गांड के बीच में डालकर पीछे से उनको किस करता, उन्हें सहलाता, उनके मोटे मोटे मुम्मे दबाता और उनकी चूत, गांड सबको चूमता, चाटता, उंगली करता हुआ उनसे बात करता रहा और अब में उन्हें छोड़ना नहीं चाह रहा था. में और वो इसी पोज़िशन में सोफे पर जाकर एक दूसरे पर लेट गये और चुम्मा चाटी करने लगे. अब मुझे मानो आज जन्नत और उसमें हूर की परी मिल गयी थी और उन्हें उसका नज़ारा देखने को मिल गया था||

हम दोनों एक दूसरे की बाँहों में आ गिरे और बिस्तर पर लेट गये. अब में नीचे और वो ऊपर थी और मैंने उन्हें अपनी बाँहों में भर लिया और उन्हें किस करने लगा. वो बोली कि ऐसी शानदार मस्ती मुझे आज तक नहीं मिली थी. मैंने कहा कि मेरी जान तुम जब मौका दोगी तो इससे भी जोरदार स्टाईल में करूँगा कि तुम सोचती रह जाओगी, आज से तुम मेरी हो गयी हो ना, अब तुम जब भी बुलाओगी तो में हाज़िर हो जाऊंगा मेरी जान और मैंने एक ज़ोर का चुम्मा लिया और उसकी जीभ भी चूस ली||

थोड़ी देर के बाद हम दोनों उठे और अपने-अपने कपड़े बदल लिए और बोले कि जब भी मौका मिलेगा, हम दोनों इस तरह के मज़े लूटते रहेंगे और खूब मस्ती करेंगे||

~~~ समाप्त ~~~

दोस्तो, कैसे लगी ये कहानी आपको ,

कहानी पड़ने के बाद अपना विचार ज़रुरू दीजिएगा|||

आपके जवाब के इंतेज़ार में|||

आपका अपना

डॉक्टर मस्तराम|| "लॅंडधारी" (मस्तराम - मुसाफिर)

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