सेक्स संभोग और आसन Ch. 01

Story Info
Missionary Position.
3.9k words
3.67
922
00

Part 1 of the 3 part series

Updated 06/10/2023
Created 01/07/2021
Share this Story

Font Size

Default Font Size

Font Spacing

Default Font Spacing

Font Face

Default Font Face

Reading Theme

Default Theme (White)
You need to Log In or Sign Up to have your customization saved in your Literotica profile.
PUBLIC BETA

Note: You can change font size, font face, and turn on dark mode by clicking the "A" icon tab in the Story Info Box.

You can temporarily switch back to a Classic Literotica® experience during our ongoing public Beta testing. Please consider leaving feedback on issues you experience or suggest improvements.

Click here

सेक्स के विभिन्न आसनों का भी वही कार्य है जो एक साधारण आसन का होता है फर्क सिर्फ इतना होता है कि हर बार नया आसन करने से मानसिक संतुष्टि भी प्राप्त होती हैl

संभोग करने के अलग-अलग तरीके होते हैं और हर तरीके को आसन कहा जाता है। इन आसनों का अपना विशेष महत्व है क्योंकि इनका संबंध स्त्री-पुरुष के सेक्स-स्वभाव एवं शारीरिक बनावट से होता है। यदि यह कह जाए कि सभी स्त्री-पुरुष एक ही आसन से सफलतापूर्वक एवं सुविधापूर्वक संभोग कर सकते हैं तो यह गलत होगा।

भारतीय सेक्स ग्रंथों और कोकशास्त्रों में संभोग करने के लगभग चौरासी आसनों का उल्लेख किया गया है तथा अलग-अलग सेक्स स्वभाव की स्त्रियों के साथ लेटकर-बैठकर खड़े होकर आदि तरीकों से संभोग करने के बहुत ही विचित्र प्रकार के आसनों को अपनाने की सलाह दी गई है। यदि हम इन सभी आसनों के सभी पहलुओं पर गंभीरतापूर्वक विचार करें तो सहज ही इस नतीजे पर पहुंच सकते हैं कि जिन आसनों में सेक्स आसानी व पीड़ा रहित किया जा सके उनको छोड़कर शेष बनाए गए आसन लगभग व्यर्थ एवं अव्यवहारिक हैं- क्योंकि इनमें से अनेक ऐसे भी आसन है योनि में शिश्न प्रवेश संभव ही नहीं है।

सेक्स के विभिन्न आसनों का भी वही कार्य है जो एक साधारण आसन का होता है फर्क सिर्फ इतना होता है कि हर बार नया आसन करने से मानसिक संतुष्टि भी प्राप्त होती है। जिस प्रकार मनुष्य एक ही सब्जी अथवा चावल आदि का सेवन करे तो वह बोर हो जाता है और भोजन का ग्रहण नीरस हो जाता है। इसलिए मनुष्य प्रतिदिन बदल-बदल कर भोजन की रचना करता है ताकि न केवल उसे भोजन करके पूर्ण तृप्ति प्राप्त हो, बल्कि रोज के भोजन में कुछ नया खाने को मिले जिससे खाने में नीरसता न हो।

इसी प्रकार मनुष्य के लिए सम्भोग तो आवश्यक है ही और इसे खाने के समान रुचिकर बनाने के लिए जो विधान सामने आया है वह आसन के रूपों में हैं। मनुष्य का उद्देश्य है कि वह अलग-अलग प्रकार से सम्भोग करके मानसिक सुख प्राप्त करे।

संभोग करने के लिए आसन:

1. सामान्य आसन (मिशनरी पोजीशन- Missionary) (स्त्री नीचे और पुरुष ऊपर की स्थिति में संभोग करने में यह आसन सबसे ज्यादा प्रचलित है।

मिशनरी पोज़िशन या मैन-ऑन-टॉप पोज़िशन एक सेक्स पोज़िशन है, जिसमें आम तौर पर एक महिला अपनी पीठ के बल लेटती है और एक पुरुष उसके ऊपर लेट जाता है, जबकि वे एक-दूसरे का सामना करते हैं और योनि संभोग में शामिल होते हैं।

मिशनरी सेक्स पोज़िशन के बारे में सभी जानते हैं। संभोग के समय आमतौर पर लोग इस सेक्स पोज़िशन को ही अपनाते हैं। 2011 में हुए सर्वे के अनुसार जो महिलावादी (feminists) होती हैं और पु्रूषों को कंट्रोल में रखना पसंद करती हैं, वे इस पोज़िशन को ज़्यादा पसंद करती है। इस पोज़िशन में पुरूष महिला के ऊपर होता है और दोनों एक दूसरे के आमने-सामने होते हैं।

इस सेक्स पोजीशन में लड़की बेड में पीठ के बल लेट जाती है और लड़का उसके ऊपर घुटनों के बल बैठता है। लड़का लड़की के पेरों को धीरे से उठाते हुए उसके सर के ऊपर की ओर ले जाता है और इंटरकोर्स करता है। वह अपने बॉडी वेट या हाथों से लड़की के पेरों को पकड़ सकता है, या लड़की खुद अपने हाथों से पेरों को खुद की ओर खींच के रख सकती है। इस पोजीशन में आप अपने पैरों के एंगल को शिफ्ट करके आप दोनों के लिए सेक्स की उत्तेजना को चेंज कर सकते हैं।

सेक्स जीवन की शुरूआत करने वालों के लिए यह बहुत ही आसान पोज़िशन है। इसको करने के लिए बहुत कुछ जानने या समझने की ज़रूरत नहीं है, यह नैचरली हो जाता है। इस पोज़िशन में पार्टनर एक-दूसरे के साथ अच्छी तरह से संबंध स्थापित कर पाते हैं। क्योंकि इसमें दोनों ज़्यादा शारीरिक रूप से एक-दूसरे के नजदीक आ पाते हैं और अलग-अलग तरह के सेक्स पोज़िशन को ट्राइ कर सकते हैं।

इस आसन की विशेषता यह है कि इसमें स्त्री और पुरुष लेटे रहने की स्थिति में बिल्कुल आमने-सामने रहते हैं- एक दूसरे को देख सकते हैं- एक-दूसरे के हाव-भाव महसूस कर सकते हैं- स्त्री नीचे और पुरुष ऊपर की स्थिति में इस आसन की विशेषता यह है कि इसमें स्त्री और पुरुष लेटे रहने की स्थिति में बिल्कुल आमने-सामने रहते हैं- एक दूसरे को देख सकते हैं- एक-दूसरे के हाव-भाव महसूस कर सकते हैं- पुरुष इस स्थिति में बहुत सहजता से शिश्न योनि में डाल सकता है- वह स्त्री के होंठो एवं माथे का चुम्बन ले सकता है- स्तनों का मर्दन कर सकता है- वह स्त्री के होंठों एवं कपोलों का चुम्बन ले सकता है- स्तनों का मर्दन कर सकता है- वे दोनों एक-दूसरे को भरपूर आलिंगन में बांध सकते हैंl सबसे बड़ी बात यह है कि इस आसन द्वारा संभोग करने में पुरुष अधिक क्रियाशील रहता है। इस प्रकार पुरुष बहुत खुलकर संभोग करने के साथ-साथ अपने अहं को भी संतुष्ट कर सकता है।

आसनों में से शायद यही एक ऐसा आसन है जिसमें स्त्री और पुरुष शारीरिक रूप से एक-दूसरे के बहुत अधिक निकट सम्पर्क में आ सकते हैं। सेक्स के समय निकटत्तम शारीरिक सम्पर्क अधिक आनन्द एवं उत्तेजना का स्रोत माना गया है।

क्योंकि सामान्य हालातों में पुरुष संभोग करता है और स्त्री संभोग कराती है इसलिए इस आसन में पुरुष खुले तौर पर एवं सक्रिय रूप से संभोग कर सकता है। नवविवाहित दम्पत्ति इसी आसन द्वारा संभोग करना अधिक पसंद करते हैं। यौवन की मचलती यह अवस्था सेक्स-आवेग से भरी होती है- सेक्स की चाह उत्तेजना में वृद्धि करती है- इसलिए इस आसन द्वारा वे पूर्ण रूप से सक्रिय होकर संभोग करने में अधिक आनन्द एवं संतोष अनुभव करते हैं।

सामान्य स्त्रियां भी सेक्स-स्वभाव में एक समान नहीं होती, इसलिए कुछ स्त्रियां इस आसन से संभोग करते समय अपने ऊपर पुरुष के गहरे दबाव को पसंद करती हैं- तीव्र उत्तेजना की अवस्था में वे चाहती हैं कि पुरुष ज्यादा से ज्यादा दबाव दे। लेकिन कुछ स्त्रियां ऐसी भी होती हैं कि वे अपने ऊपर पुरुष के कम अथवा मध्यम दबाव को ही पसंद करती हैं। इस आसन की यह विशेषता है कि अलग-अलग स्वभाव की ये दोनों प्रकार की स्त्रियां मनचाहा दबाव प्राप्त कर सकती हैं। स्त्री के ऊपर लेटकर संभोग समय कंधों एवं कुहनियों के सहारे पुरुष स्त्री पर कम दबाव डाल सकता है।

इस आसन की दूसरी मुख्य विशेषता प्राप्त होने वाले गहरे आलिंगन की है। पुरुष जब स्त्री शरीर पर लेटकर उसे पूरे आलिंगन में लेता है और साथ ही योनि में शिश्न डालने के बाद इसे गति प्रदान करता है तो स्त्री का समूचा योनि-प्रदेश दबाव और आलिंगन में आ जाता है। पुरुष यदि इस अवस्था में स्त्री को बांहों में भरता है तो स्तनों का समूचा उभार गहरे आलिंगन में बंध जाता है। सक्रिय सहयोगिनी के रूप में स्त्री भी पुरुष को अपने आलिंगन में ले सकती है। वह पुरुष के ऊपर कंधों के थोड़ा नीचे बांहों का घेरा डालकर दबाने से नाभि के निचले भाग पर आलिंगन प्राप्त कर सकती है- और योनि में शिश्न लेने के बाद दोनों अपनी टांगों को गोलाकार में उठाकर पुरुष की जंघाओं को आलिंगन में ले सकती है।

पोज़िशन का उपयोग भी किया जा सकता है। अन्य यौन गतिविधियों के लिए, जैसे गुदा मैथुन। यह आमतौर पर विषमलैंगिक यौन क्रिया से जुड़ा होता है, लेकिन इसका उपयोग समान लिंग वाले जोड़ों द्वारा भी किया जाता है।

मिशनरी स्थिति जोड़ों के लिए सबसे आम यौन स्थिति है, लेकिन सबसे पसंदीदा के रूप में नहीं माना जाता है। इसमें यौन प्रवेश या गैर-मर्मज्ञ सेक्स शामिल हो सकता है (उदाहरण के लिए, इंटरसेक्सुअल सेक्स), और इसका पेनाइल-वेजाइनल पहलू वेंट्रो-वेंट्रल (फ्रंट-टू-फ्रंट) प्रजनन गतिविधि का एक उदाहरण है। स्थिति की भिन्नताएं क्लिटोरल की अलग-अलग डिग्री की अनुमति देती हैं उत्तेजना, पैठ की गहराई, महिला की ओर से भागीदारी, और संभोग की संभावना और गति।

मिशनरी स्थिति अक्सर जोड़े जो एक दूसरे की आँखों में देखो और चुंबन करने के लिए पर्याप्त त्वचा से त्वचा से संपर्क के रोमांटिक पहलुओं और अवसरों का आनंद लें और एक दूसरे को हाथ फेरना द्वारा पसंद किया जाता है। यह स्थिति प्रजनन के लिए भी एक अच्छी स्थिति मानी जाती है। यौन गतिविधि को ध्यान में रखते हुए, मिशनरी स्थिति से व्यक्ति को श्रोणि की ताल की गहराई और गहराई को नियंत्रित करने की अनुमति मिलती है। महिला के लिए अपने कूल्हों को हिलाना या बिस्तर के खिलाफ अपने पैरों को धक्का देकर उसके खिलाफ जोर देना संभव है, या उसे अपनी बाहों या पैरों के साथ निचोड़ कर। गर्भावस्था के बाद के चरणों के लिए स्थिति कम उपयुक्त होती है, या जब महिला को ताल और प्रवेश की गहराई पर अधिक नियंत्रण रखना होता है।

इस तरह यह आसन एक तेज तथा पूर्ण संभोग के लिए सबसे उपयुक्त और सर्वाधिक प्रचलित है तथा अधिकांश जोड़े इसी संभोग करते हैं।

यह पोजीशन अत्यधिक कामुकता का एहसास करवाती है।

शुरुआती सेक्स के लिए यह पोजीशन सबसे अच्छी मानी जाती है।

एक-दूसरे को स्पर्श करके अधिक प्यार का एहसास करवा सकते हैं।

मिशनरी सेक्स पोजीशन के दौरान दोनों पार्टनर्स एक-दूसरे को कडल (गले मिल) सकते हैं।

मिशनरी सेक्स पोजीशन एक दौरान आप और आपका पार्टनर एक-दूसरे को किस करके रोमांस को और भी बढ़ा सकते हैं।

इस सेक्स पोजीशन के दौरान दोनों पार्टनर्स का मुंह एक तरफ होता है जिससे वे दोनों देख सकते हैं कि उन्हें क्या एहसास हो रहा है? वे सहज है या नहीं? और साथ ही उनका पार्टनर कब रुकना चाहता है।

इस पोजीशन का सबसे ज्यादा फायदा होता है कि इसमें आप पार्टनर के साथ स्किन कॉन्टेक्ट बना सकते हैं। मिशनरी सेक्स पोजीशन को बेहतर बनाने के लिए सेक्स करते समय अपने पार्टनर के हाथों, पैरों, जांघों, पेट और शरीर के अन्य अंगों को प्यार से स्पर्श करते रहें। ऐसा करने से मिशनरी सेक्स पोजीशन का मजा बढ़ जाता है।

रुषों को अक्सर सेक्स के दौरान एक्टिव रहने वाली महिलाएं ज्यादा पसंद होती है। इसलिए मिशनरी सेक्स पोजीशन को बेहतर बनाने के लिए महिलाएं अपने कूल्हों का इस्तेमाल कर सकती है। वे कूल्हों के नीचे तकिया रख सकती है जिससे पुरुष साथी को सेक्स करने में आसानी होती है। साथ ही सेक्स करते समय पार्टनर को अपने पैरों से सहला सकती है, छू सकती है जिससे पुरुष साथी की कामुकता बढ़ती है और मिशनरी सेक्स पोजीशन का मजा भी बढ़ जाता है।

इसकी सबसे खास बात यह है की मिशनरी सेक्स पोजीशन के दौरान पार्टनर से आई-कॉन्टेक्ट बनाने का बेहतर मौका मिलता है इसलिए इस मौके को खोएं नहीं। इस सेक्स पोजीशन के दौरान पार्टनर के कान में उन्हें खुश करने और एक्साइटेड करने वाली बातें कहते रहनी चाहिए। साथ ही इधर-उधर देखने की बजाय सीधे अपने पार्टनर की आंखों में झांके और आई कॉन्टेक्ट बनाएं।

सेक्स के समय पूरा आनंद प्राप्त करने के लिए गहरी सांसे लें जिससे आपको सेक्स करने का ज्यादा आनंद मिलता है। गहरी सांसे ले और अपने शरीर को महसूस हो रही संवेदनशीलता की ओर ध्यान दें जिससे आपको ज्यादा आसक्ति महसूस होती है और मिशनरी सेक्स पोजीशन में सेक्स करने का आनंद बढ़ जाता है।

यह पोज़िशन सबसे ज़्यादा मशहूर होने के बावजूद इसमें कुछ असुविधाएं भी हैं-

• अगर पुरूष का वज़न बहुत ज़्यादा है तो सेक्स का आनंद उठाना मुश्किल हो जाता है।

• इस पोज़िशन को ज़्यादातर लोग बार-बार करते हैं, दूसरा पोज़िशन अपनाना ही नहीं चाहते हैं।

यद्यपि मिशनरी स्थिति में कई विविधताएँ और तरीके हैं, क्लासिक मिशनरी स्थिति में एक पुरुष और एक महिला शामिल है, जिसमें महिला अपनी पीठ पर लेटी हुई है और शीर्ष पर पुरुष है। पदों में भिन्नता कोण और पेनाइल प्रवेश की गहराई भिन्न हो सकती है।

1. मिशनरी- मूल स्थिति

यह अनुभाग को सत्यापन के लिए अतिरिक्त प्रशंसा पत्र की जरूरत है। कृपया विश्वसनीय लेखों के उद्धरण जोड़कर इस लेख को बेहतर बनाने में सहायता करें। बिना सूत्रों की सामग्री को चुनौति देकर हटाया जा सकता है।

मिशनरी स्थिति में, एक महिला बिस्तर पर या अन्य सतह पर पीठ के बल लेट जाती है और उसके पैर आराम से पैरों के तलवों से फैल जाते हैं। मर्मज्ञ साथी अपने फैलाए पैरों के बीच अपने घुटनों पर महिला से संपर्क कर सकता है; और या तो खुद को पकड़ने के लिए अपनी बाहों का उपयोग करता है, या अपना वजन उस पर आराम देता है। जब महिला की योनि पर्याप्त रूप से लुब्रिकेट हो जाती है, जिसमें उसकी योनी या भगशेफ को विशेष रूप से छुआना शामिल हो सकता है, तो पुरुष अपनी योनि के साथ अपने लिंग को प्रवेश के लिए स्तरित करेगा, और महिला की लेबिया खोलने के लिए उंगलियों का उपयोग कर सकता है और लिंग का मार्गदर्शन कर सकता है।

महिला की योनि के अंदर लिंग के साथ, पुरुष बल, गहराई और जोर की लय को नियंत्रित कर सकता है, और कुछ हद तक महिला साथी की गतिविधियों को भी नियंत्रित कर सकता है। पुरुष के वजन और स्थिति के अधीन, महिला को अपने पैरों और पैरों को गद्दे के खिलाफ धक्का देकर और उसके श्रोणि में साइड आंदोलनों के साथ-साथ उसके साथी के साथ घूमने से कुछ नियंत्रण हो सकता है। एक महिला पुरुष की लय के खिलाफ जाकर पुरुष के जोर का बल बढ़ा सकती है।

पुरुष महिला के पैर पकड़ सकता है, महिला के पैरों को अपने बीच ले जा सकता है। यह महिला के आंदोलनों को नियंत्रित करता है और आगे बढ़ाता है, और पुरुष महिला की जांघों को एक साथ दबाकर लिंग पर कसाव बढ़ा सकता है। हालांकि, यह योनि घर्षण को बढ़ाता है और थ्रस्टिंग को और अधिक कठिन बनाता है।

संभोग के दौरान, ज्यादातर महिलाएं अनैच्छिक योनि संकुचन का अनुभव करती हैं। संकुचन श्रोणि की मांसपेशियों को लिंग के चारों ओर कसने का कारण बनता है, जिससे उसके साथी के कामोत्तेजना और यौन उन्माद का स्तर बढ़ जाता है और इसके परिणामस्वरूप पुरुष की धड़कन की गति और बल में वृद्धि होती है, क्योंकि वह संभोग के लिए पहुंचता है, जो आगे जाकर महिला के योनि संकुचन को बढ़ाता है। एक आदमी ने संभोग सुख प्राप्त करने के बाद, वह सामान्य रूप से महिला पर टूट जाएगा और सामान्य रूप से आगे थ्रस्टिंग में सक्षम नहीं होगा। कुछ पुरुष अपने संभोग को तब तक नियंत्रित करने की कोशिश करते हैं जब तक कि उनकी महिला साथी भी संभोग नहीं करती है, लेकिन यह हमेशा हासिल नहीं होती है। कई बार, एक महिला अपनी योनि की मांसपेशियों के संकुचन और पेल्विक मूवमेंट के साथ जोर-जोर से काम करने के बाद संभोग सुख प्राप्त कर सकती है, या दंपति दूसरी स्थिति में बदल सकते हैं, जो महिला को संभोग सुख तक पहुंचने में सक्षम बनाता है, जब तक कि महिला शीर्ष स्थान।

मिशनरी स्थिति में संभोग के दौरान, लिंग योनि की पूर्वकाल की दीवार के साथ संपर्क में रहता है और लिंग की नोक पूर्वकाल के अग्र भाग तक पहुंच जाती है, जबकि पीछे-प्रवेश की स्थिति में यह पूर्व की दीवार के साथ अधिमान्य संपर्क में है। योनि और संभवतया पीछे के भाग के अग्र भाग में पहुँच जाता हैl

एक महिला के पैर और हाथ आम तौर पर स्थानांतरित करने के लिए स्वतंत्र होते हैं, हालांकि उसकी स्थिति और आंदोलन मर्मज्ञ साथी के वजन और किसी अन्य तरीके से विवश हो सकते हैं। एक महिला आराम, विविधता के लिए अपने पैरों की स्थिति को समायोजित कर सकती है और प्रवेश के कोण और गहराई को नियंत्रित कर सकती है। आम तौर पर, एक महिला के पैर जितना अधिक होता है, गहरी पैठ होती है। जब किसी भी तरह से पैर उठाए जाते हैं, तो महिला पर जोर की ताल का नियंत्रण कम होता है। इसके अलावा, पैरों को ऊपर उठाने से महिला की श्रोणि बढ़ जाती है, पैठ के कोण को कम करती है, और क्लिटोरल उत्तेजना के स्तर को कम करती है।

एक महिला के पैर सपाट रह सकते हैं या उसकी छाती की तरफ बढ़ सकते हैं, या विभिन्न ऊंचाइयों पर घुसते हुए साथी के चारों ओर लिपटे हो सकते हैं: पैरों के पीछे, नितंबों या पीठ पर या कंधों पर। उच्च पैर की स्थिति में महिला के पैरों को कुछ सहारे की आवश्यकता हो सकती है, जो साथी के पीछे टखनों को पार करके या उसके कंधों पर आराम करके प्राप्त किया जा सकता है। वह उन्हें अपने हाथों से पकड़ भी सकती है या घुटनों के बल उनकी बाहों को पार कर सकती है। कुछ अपने सिर के पीछे पैरों को पार करने के लिए पर्याप्त लचीले होते हैं। वैकल्पिक रूप से, उसका साथी उसके पैरों को पकड़ सकता है। [सीधे पैर अलग करने से जांघ की मांसपेशियों के खिंचाव का खतरा होता है। उठे हुए पैर पर साथी द्वारा लेटना महिला की पीठ पर अत्यधिक दबाव डालता है।

एक तकिया या सेक्स तकिया (विशेष रूप से एक फर्म) का उपयोग किया जा सकता है, गहराई और प्रवेश के कोण को बदलने के लिए। एक पच्चर- या रैंप के आकार का तकिया शीर्ष व्यक्ति के हाथों और हाथों पर दबाव को राहत दे सकता है। महिला के नितंबों के नीचे एक तकिया रखकर उसकी श्रोणि को ऊपर उठा सकते हैं - एक प्लेबॉय लेख ने उसे भगशेफ पर दबाव बढ़ाने के लिए अपने कूल्हों के नीचे रखने का सुझाव दिया। इनमें से प्रत्येक विधि पैठ की गहराई को बढ़ा सकती है। आमतौर पर भगशेफ को ऊपर उठाने से इस स्थिति में आसानी से प्रवेश किया जा सकता है। तकिया का उपयोग करने से भी महिला को अपनी पीठ पर तीर चलाने और पीठ में दर्द से बचने में मदद मिल सकती है।

एक प्रकार में, महिला अपने पैरों को उठा सकती है और अपने पैरों को थोड़ा मोड़ सकती है, अपने पैरों को गद्दे पर फ्लैट कर सकती है। यह योनि और गर्भाशय ग्रीवा के बीच की दूरी को कम करता है, और जी-स्पॉट नामक क्षेत्र के लिए अधिक घर्षण लागू कर सकता है। महिला को मानक स्थिति की तुलना में यह अधिक आरामदायक लग सकता है, और यह उसे आदमी के जोर के खिलाफ धक्का देने की अनुमति दे सकता है, उसे दे ताल पर कुछ नियंत्रण।

पुरुष के कंधे पर महिला के पैरों को रखने से सबसे गहरी संभव पैठ मिलती है। इस प्रकार को कभी-कभी एविल कहा जाता है। इस स्थिति का उद्देश्य योनि के अग्र भाग (पीछे का भाग) में लिंग का सिर होता है। जब पैरों को इस तरह से मध्य-स्तर पर रखा जाता है, तो लिंग जी-स्पॉट को उत्तेजित करने और इसके शाफ्ट के शीर्ष पर अधिक घर्षण प्राप्त करने का प्रयास करते हुए महत्वपूर्ण गहराई प्राप्त कर सकता है।

मिशनरी स्थिति में विभिन्नता

सीप की स्थिति में महिला को प्रदर्शन करने के लिए काफी लचीलेपन की आवश्यकता होती है। मादा अपनी पीठ पर लेटती है और अपने पैरों को अपने सिर के पीछे ले जाती है, जिससे कमर क्षेत्र पूरी तरह से उजागर हो जाता है। पुरुष साथी ऊपर से योनि में प्रवेश करता है। यह एक गहरी मर्मज्ञ स्थिति है और औसत लिंग के आकार से बड़े पुरुषों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकती है। हालांकि, ज्यादातर मामलों में, महिला पूरी तरह से इस स्थिति को प्राप्त करने के लिए पर्याप्त लचीली नहीं होगी, और पैरों को सिर के पीछे होने से पहले अच्छी तरह से रोकने की आवश्यकता होगी। यदि ऐसा है, तो पुरुष साथी एक आरामदायक स्थिति में पैरों को पकड़ने में मदद कर सकता है और संभोग के साथ जारी रख सकता है।

मिशनरी स्थिति - तितली की स्थिति में महिला।

तितली की स्थिति में, महिला अपने कूल्हों के साथ पीठ के बल एक प्लेटफॉर्म के किनारे, जैसे कि बिस्तर, मेज, किचन बेंच, डेस्क आदि पर लेट सकती है, जबकि पुरुष उसके खड़े होने पर प्रवेश करता है। महिला अपने शरीर को स्वतंत्र रूप से स्थानांतरित कर सकती है। वह अपने पैरों को किनारे पर लटका सकती है या उन्हें ऊपर बताए गए किसी भी ऊँचाई या तरीके से उठा सकती है। महिला अपने पैरों को पुरुष पर टिका सकती है या वह उन्हें पकड़ सकती है या उन्हें अलग कर सकती है। महिला में अपनी श्रोणि को स्थानांतरित करने और उसे वापस आर्च करने की अधिक क्षमता होती है, और पुरुष अपनी श्रोणि की गति को बढ़ा, समर्थन या प्रतिबंधित कर सकता है। महिला को पुरुष के वजन से नहीं तौला जाता है। यह स्थिति विभिन्न प्रकार के कोण और गहराई में प्रवेश करती है और आम तौर पर आदमी को तेजी से और अधिक शक्तिशाली जोर के साथ लिंग को वापस लेने और फिर पूरी तरह से जोर लगाने में सक्षम बनाती है। इस स्थिति का नकारात्मक पक्ष यह है कि पैठ के कोण से क्लिटोरल उत्तेजना कम हो जाती है, और महिला को संभोग सुख प्राप्त करने के लिए या तो स्वयं या पुरुष द्वारा सीधे क्लिटोरल फिंगरप्रिंटिंग की आवश्यकता हो सकती है। वैकल्पिक रूप से, महिला कोण को कम करने या क्लिटोरल उत्तेजना को बढ़ाने के लिए अपनी कोहनी या भुजाओं पर अपने धड़ को पीछे कर सकती है या धड़ उठा सकती है। इसके अलावा, पुरुष के संभोग से पहले और बाद में, पुरुष को महिला पर लेटने की आवश्यकता हो सकती है।

सहवास संरेखण तकनीक सेक्स पोजीशन, जिसे आम तौर पर मकई को पीसने के रूप में जाना जाता है, का उपयोग मुख्य रूप से मिशनरी पोजीशन के एक प्रकार के रूप में किया जाता है और इसे संभोग के दौरान क्लिटोरल उत्तेजना को अधिकतम करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह सहवास के दौरान ताल में प्रत्येक साथी द्वारा किए गए दबाव-काउंटरप्रेशर आंदोलनों के साथ मिशनरी स्थिति की "सवारी उच्च" भिन्नता के संयोजन से प्राप्त किया जाता है।

जब मिशनरी स्थिति के एक संस्करण के रूप में उपयोग किया जाता है, तो पुरुष महिला के ऊपर होता है, लेकिन महिला के शरीर के साथ ऊपर की ओर बढ़ता है, जब तक कि उसका निर्माण नहीं होता है, जो अन्यथा "ऊपर" इंगित करेगा, "नीचे की ओर इशारा करता है", लिंग के पृष्ठीय पक्ष को दबा रहा है। भगशेफ के खिलाफ। मिशनरी स्थिति के विपरीत, पुरुष का शरीर आवक स्ट्रोक के दौरान नीचे की ओर (महिला के सापेक्ष), और बाहर की ओर स्ट्रोक के लिए ऊपर की ओर बढ़ता है। वह अपने पैरों को उसके चारों ओर लपेट सकती है। यौन आंदोलन हथेलियों में केंद्रित है, बिना हाथ या पैर से लाभ के। सेक्सुअल मूवमेंट का रॉकिंग अपवर्ड स्ट्रोक (जहां महिला आगे बढ़ती है) और डाउनवर्ड स्ट्रोक (जहां पुरुष लीड होता है) में उत्तेजना पैदा होती है जिससे पार्टनर स्वाभाविक रूप से विकसित होते हैं और चरम पर पहुंच जाते हैं।

सवारी के उच्च मिशनरी संस्करण में, पुरुष महिला में प्रवेश करता है और फिर अपने शरीर को ऊपर और उसके सिर की ओर आगे बढ़ाता है। वह फिर आगे और पीछे चट्टानें, अपनी पेल्विक हड्डी या लिंग के आधार के साथ उसके भगशेफ को उत्तेजित करता है। यह एक आदमी की गहरी थ्रस्टिंग की कीमत पर अधिक सुसंगत क्लिटोरल उत्तेजना का परिणाम है; तदनुसार, कुछ पुरुष केवल सेक्स के दौरान इसका उपयोग करना पसंद करते हैंl

गुदा सेक्स मिशनरी स्थिति में एक साथी पर किया जा सकता है। पैरों को ऊंचा उठाया जा सकता है, घुटनों के साथ उनकी छाती की ओर खींचा जा सकता है, और आराम के लिए और कूल्हों के लिए रिसीवर के कूल्हों के नीचे किसी प्रकार का समर्थन (जैसे तकिया) के साथ। रिसीवर के नितंब। मर्मज्ञ साथी खुद को रिसीवर के पैरों के बीच रखता है और गुदा प्रवेश के लिए गुदा के साथ अपने लिंग को संरेखित करता है। पैठ के बजाय, एक सक्रिय साथी उभरे हुए पैरों के साथ साथी पर ऐलिंगस प्रदर्शन कर सकता है।

महिलाओं के बीच समलैंगिकता मिशनरी स्थिति में की जा सकती है। इसमें महिलाएं एक दूसरे के खिलाफ अपने वल्बस को रगड़ती हैं। महिला युगल भी मिशनरी स्थिति में शामिल हो सकते हैं, जबकि एक या दोनों साथी भगशेफ, योनी या योनि के अन्य हिस्सों की उत्तेजना के लिए अपनी उंगलियों या सेक्स के खिलौने का उपयोग करते हैं।

Note- मैं कोई डॉक्टर या सेक्स एक्सपर्ट नहीं हूँ परन्तु अपने सेक्स जीवन में जो भी थोड़ा बहुत ज्ञान अर्जित किया है वह यहाँ सांझा कर रहा हूँl किसी कोई यदि कोई शंका है तो किसी सेक्स विशेषयज्ञ या डॉक्टर से सलाह ले l

दीपक कुमारl

Please rate this story
The author would appreciate your feedback.
  • COMMENTS
Anonymous
Our Comments Policy is available in the Lit FAQ
Post as:
Anonymous
Share this Story

Similar Stories

Underwear? We Don't Need No Stinking Underwear! Couple doffs undies. in Erotic Couplings
Amber Leigh Bo gets relief from the Babysitter.in Erotic Couplings
Break Up Divorce sex is bittersweet.in Erotic Couplings
Adventures of Hollywood Jim Ch. 01 A good deed leads to a night in Paris he'll never forget.in Celebrities & Fan Fiction
After Dinner Sex Martin and Karli skip the after dinner drinks to make love.in Erotic Couplings
More Stories