अंतरंग हमसफ़र भाग 067

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लिली ने की लंड चुसाई.
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Part 67 of the 342 part series

Updated 03/31/2024
Created 09/13/2020
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आपने मेरी कहानी " अंतरंग हमसफ़र-- 1 से 66" में अब तक पढ़ा:

मैं अपनी पत्नी प्रीती को अपनी अभी तक की अंतरंग हमसफर लड़कियों के साथ मैंने कैसे और कब सम्भोग किया। ये कहानी सुनाते हुए बता रहा था की, किस तरह मेरी फूफरी बहन की पक्की सहेली हुमा की पहली चुदाई जो की मेरे फूफेरे भाई टॉम के साथ होने वाली थी। टॉम को बुखार होने के बाद मेरे साथ तय हो गयी। फिर सब फूफेरे भाई, बहनो और हुमा की बहन रुखसाना तथा मेरी पुरानी चुदाई की साथिनों रूबी, मोना और टीना की मेरी और हुमा की पहली चुदाई को देखने की इच्छा पूरी करने के लिए सब लोग गुप्त तहखाने में बने हाल में ले जाए गए। मैं दुल्हन बनी खूबसूरत और कोमल मखमली जिस्म और संकरी चूत वाली हुमा ने अपना कौमर्य मुझे समर्पित कर दिया उसके बाद मैंने उसे सारी रात चोदा और यह मेरे द्वारा की गई सबसे आनंदभरी चुदाई थी। उसके बाद सब लोग घूमने मथुरा आगरा, भरतपुर और जयपुर चले गए और घर में एक हफ्ते के लिए केवल मैं, हुमा और रोज़ी रह गए। जाते हुए रुखसाना बोली दोनों भरपूर मजे करना। उसके बाद मैं और हुमा एक दूसर के ऊपर भूखे शेरो की तरह टूट पड़े और हुमा को मैंने पहले चोदा और फिर उसके बाद बहुत देर तक चूमते रहे।

उसके बाद मैं फूफा जी के कुछ जरूरी कागज़ लेकर श्रीमती लिली से मिलने गया पर इस कारण से हुमा नाराज हो कर चली गयी । लिली वास्तव में बहुत सुंदर थी और उसका यौवन उसके बदन और उसके गाउन से छलक रहा था। उसके दिव्य रूप, अनिन्द्य सौन्दर्य, विकसित यौवन, तेज। कमरे की साज सज्जा, और उसके वस्त्र सब मुझ में आशा, आनन्द, उत्साह और उमंग भर रहे थे। मैंने लिली की जांघो और उसकी टांगो को चूमा और सहलाया फिर उसकी योनि के ओंठो को चूमा, चूसा और फिर मेरी जीभ ने उसके महीन कड़े भगशेफ की खोज की, मैंने उसे परमानंद में चूसा, और उसने मेरा मुँह अपने चुतरस से भर दिया।

लिली ने लंड को पकड़ लंडमुड से भगनासा को दबाया और योनि के ओंठो पर रगड़ा और अपनी जांघो की फैलाते हुए योनि के प्रवेश द्वार पर लंड को लगाया और उसने अपने नितंबों को असाधारण तेज़ी और ऊर्जा के साथ ऊपर फेंक दिया। मेरा कठोर खड़ा हुआ लंड लिली की टाइट और कुंवारी चूत के छेद में घुस गया और मैंने लिली को आसन बदल कर भी चोदा। मैं पास के कमरे में गया वहां हुमा थीं। हम दोनों एक दूसरे की बांहो जकड़ कर जन्नत के आनंद का मज़ा लिए और मैंने ढेर सारा वीर्य उसकी योनि में छोड़ा।

कुछ देर बाद पर्दा हटा कर मैंने लिली के कक्ष में झाँका और मैंने वहाँ बिस्तर पर गहरी नींद में सोई हुई प्यारी परम् सुंदरी लिली को देखा। मैं अपने उत्तेजित और झटकेदार उपकरण के सिर और बिंदु को उसके निचले आधे हिस्से के बिल्कुल सामने ले आया और फिर मैंने एक झटके में ही लंड मुंड को अंदर कर दिया! मेरा लंड एक बार फिर झड़ने के बाद कठोर ही रहा और उसे देख लिली थोड़ा आश्चर्यचकित हुई और मैंने उसने अपने ऊपर आने के लिए उत्साहित किया। हुमा भी घण्टे की आवाज़ से जग गयी थी और मुझे ढूँढते हुए लिली के कमरे में पता नहीं कब आ गयी थी लिली की चुदाई देखने के बाद हुमा भी मेरे साथ चिपक गयी। फिर मैंने हुमा और लिली की रात भर चुदाई की। अगले दिन लिली बोली अब तुम्हे मेरी दोनों बहने भी चाहती हैं और तुम्हे उन्हें भी चोदना होगा। दीपक मैं आपको विश्वास दिलाती हूँ कि मेरी बहनें मिली सबसे बेहतरीन महिला हैं और एमी बहुत कमसिन है। मैंने उसके हाथ पर अपना हाथ रखते हुए उत्तर दिया मैं अपने आप को पूरी तरह से आपको समर्पित करता हूँ और आपकी सेवा में कोई कोर कसर नहीं छोड़ूंगा और हमने उसकी कार से हवाई अड्डे के लिए प्रस्थान किया।'

कार में मैं मिली की बगल में बैठा उसे निहार रहा था और यह वास्तव में बहुत सुंदर थी, मैंने उसकी पतली कमर ने अपनी बाहों डाल कर उसे कसकर गले से लगा लिया, उसे चूमा और अपना हाथ उसकी जांघों के बीच में धकेल दिया और मुझे उसकी झांटों के बीच योनि के नंगे होंठ महसूस किये। मैंने मिली को एयरपोर्ट से घर के रास्ते के बीच में ही चोद दिया।

घर में मिली मुझे खींच कर अपने कमरे में ले गयी।अगले कुछ ही पलो में हम दोनों चुंबन करते हुए नग्न हो गए और बिस्तर में एक दुसरे के साथ गुथम गुथा हो गए। उसके बाद तय हुआ एमी के कौमार्य भंग करने का कार्यक्रम कल रात के लिए रखा गया और आज रात मैं लिली और मिली को समर्पित की जायेगी।

अंत में जब तय समय हो गया तो मैं उठा और मिली के कमरे में गया और फिर मिली, लिली और एमी को चुंबन किया। फिर नंगी मिली को अपनी घुटनों पर बिठा कर उसके कांपते हुए ओंठो पर चुंबन किया। फिर मैंने सपना को अपने पास बुलाया और मैंने उसकी पीली नीली पोशाक की टॉप को उसकी कमर तक फाड़ दिया। इसके स्तनों को पकड़ लिया और उन्हें सहलाने लगा।उसकी गर्म गुलाबी योनि को बहुत सहलाया और उसका सौंदर्य निरिक्षण किया और सपना को उसके स्थान की तरफ जाते हुए मैंने उसके नितम्बो के गालों को बारी-बारी से तनावग्रस्त और ढीले होते हुए देखा।

उसके बाद हुमा चुनी गयी और मैंने उसके पकडे निकाले और चुकी वो मुझ से झगड़ कर और नाराज होकर चली गयी तो मुझे लगा उसे दण्डित किया जानना चाहिए। मैंने हुमा को हलकी से सजा दी और उसे माफ़ कर दिया।मिली ने अपने सेक्स ज्ञान का मुझे थोड़ा सा नमूना दिया तो मैंने उसे तुरंत अपना सेक्स गुरु बना लिया।

मिली में मेरा प्रक्षिक्षण शुरू करते हुए अपने होठं मेरे होठ से लगा दिये और किस किया और बोली तुम तो बहुत ही अच्छी किस करते हो दीपक। मैं तो सोच रही थी तुमको किस करने की भी ट्रेनिग देनी पडेगी लेकिन ऐसा लगता इसकी कोई जरूरत नहीं है। फिर वो बोली अब तुम पहले लिली के साथ मजे ले लो फिर तुम्हारा प्रशिक्षण जारी रहेगा। मिली ने मेरे साथ एक लम्बा और गहरा गर्म चुंबन किया और फिर बोली तुम एक हीरे हो जिसे मैं ट्रैन करके पोलिश कर के चमका दूँगी ।

अंतरंग हमसफ़र भाग 66 से उद्धृत :

लिली! पहली बात यह है कि जब मैं आपसे कोई प्रश्न पूछूं तो आप मुझे उसका उत्तर देना। "मैंने उससे कहा।" क्या आप अब कुछ अजीब या अलग महसूस कर रही हो? " मैंने अपना सवाल दोहराया ।

वह एक पल रुकी और फिर बोली, "हाँ। मुझे ऐसा लगता है। ऐसा लगता है कि मेरे पेट के ठीक नीचे नाभि के पास कुछ बहुत सख्त है जो पहली बार लेटने पर नहीं थी। और ये अब मेरे पेट पर जोर से दबाव डाल रहा है।"

"तो बेहतर होगा कि आप उठें और पता करें कि वह गांठ क्या है।" मैंने उसे गंभीरता से बताया। "और तब तक मत रुकना जब तक आप गांठ के बारे में सब कुछ नहीं पता लगा लेती और जांच नहीं कर लेती।"

अब आगे:-

लिली तुरंत मेरी गोद से नीचे उतरी और मैंने उसे जगह देने के लिए अपनी कुर्सी को टेबल से पीछे खिसका दिया। जब उसने मेरी लुंगी के सामने का उभार देखा, तो वह ईमानदारी से हैरान और उलझन में लग रही थी कि उभार का आकार इतना ज्यादा क्यों है, क्योंकि उसे पता था कि इसका क्या मतलब है।

अपनी अंतर्निहित विनम्रता के कारण वह सबके सामने इस उभार की जांच करने बारे में मेरे आदेशों का पालन करने में झिझक रही थी, लेकिन हुमा की सजा को याद करते हुए, वह मेरे सामने झुक गई। मेरी लुंगी के ऊपर से ही उसके मोटे नन्हे हाथों ने मेरे कठोर लंड को छुआ और यह मेरी लुंगी के अंदर गया और फिर उसने लुंगी को हटाया तो एक झटके के साथ मेरा लंड बाहर निकला और लिली के गालों से टकराया। मेरे लंड की पहली झलक देखते ही मिली की गोद में एमी आश्चर्य से उछल पड़ी और फिर मिली की ओर प्रश्नवाचक दृष्टि से देखा, मानो पूछ रही हो कि यह अजीब चीज क्या है जो अभी-अभी मेरी लुंगी से बाहर दिखाई दी है।

मिली उसके विस्मय और उसकी प्रतिक्रिया को देख कर जोर से हँसी और मैं हुमा और रोजी उसके साथ हसने लगे। एमी और लिली दोनों शरमा गई और हम हंस रहे थे, क्योंकी लिली के हाथ में उसके चेहरे के ठीक सामने एक व्यस्क मर्द का खड़ा हुआ बड़ा मोटा लम्बा और कड़ा लंड था जिससे लिली के गालो पर चपत लग गयी थी। जाहिर तौर पर इसका एमी के लिए कोई मतलब नहीं था इसलिए यह उसे शर्मिंदा नहीं होना चाहिए था पर ये पहला मौका था जब उसने एक व्यस्क लंड देखा था।

"आप अब तक ठीक कर रहे हैं, लिली।" मैंने लिली को आश्वासन दिया, उसकी टांगो से होते हुए मेरी नज़र स्वतः ही उसकी नन्ही गुलाबी योनी पर टिक गई। तो मिली बोली लिली आपके पास सीखने के लिए बहुत कुछ है और मुझे लगता कि मुझसे इसे सीखने में आपको आनंद भी मिलेगा।

अब सभी लड़कियों को आने दो और उन्हें इसे देखने दो लिली ने मिली की आज्ञा का पालन किया और थोड़ा पीछे होती हुई सीढ़ी होकर बैठ गयी । मैं उसके प्यारे गोल नितम्बो की चिकोटी को देखकर मोहित हो गया। एमी भी लिली को देख रही थी, सपना, शबनम, डेज़ी और एमी सहित सभी लड़कियाँ मेरी सख्त लंबी और सीधे लंड की पहली झलक से चकित थीं। हुमा भी एक टक मेरे लंड को देख रही थी ।

" आह! ओह! वाह देखो लड़कियों देखो! ये कितना सुंदर है! कितना मोटा, लम्बा!! और इतना बड़ा! और ये कठोर ही नहीं है बल्कि लोहे की रोड की तरह इसका सर गर्म और लाल भी है! और फिर दीपक के पास कितने अच्छे बड़े अंडकोष हैं जिनमे हम सबके लिए ढेर सारे रस का भंडार है! ये ही आनद, ख़ुशी और मजे का वो औजार है जो हम सबको जननत की सैर पर ले जाएगा आओ आओ इसे देखो. डरो मत।"

मिली ने लंड को पकड़ कर एक बारी घुमा कर सब लड़कियों को दिखाया और लड़कियों द्वारा मेरे लंड को पहली बार देखने के बाद मैंने लिली को मेरे फैले हुए घुटनों के बीच घुटने टेकने का आदेश दिया। उसके हाथों और चेहरे को मेरे खड़े हुए लंड के करीब रखते हुए, मैंने उससे कहा कि वह उसे को चाटे और चूसें। उसके स्पर्श और उसकी सुंदरता ने मुझ पर अपना प्रभाव दिखाएँ शुरू कर दिया था।

उसने तुरंत आज्ञा मान ली और लिली मेरे खड़े हुए लंड को हाथ से सहलाने लगी और साथ में मेरे अंडकोषों को भी सहला रही थी। फिर लिली ने सिर नीचे किया और जीभ निकाल कर लण्डमुंड चाटने लगी। उसकी जीभ को लंडमुंड पर महसूस करते ही मेरा लंड सख्त महसूस होने लगा और इस बीच लंड की लम्बाई और अंडकोषों को उसने प्यार से अपने हाथ से सहलाया।

मेरे संवेदनशील लंड पर उसके भरे हुए कामुक होंठों को देख और महसूस कर मैं बहुत उत्तेजित हो गया लेकिन मैंने इस पूरे अद्भुत प्रकरण को धीरे-धीरे करने का दृढ़ संकल्प किया ताकि इसके रोमांच का अधिकतम आनंद लिया जा सके।

जब मैंने उसके रोमांचक मुंह में अंदर अपने बड़े लंड के बैंगनी सिर को समाते हुए देखा तो मुझे उस परम परमानंद का अनुभव हुआ जिसका मैं यहाँ वर्णन नहीं कर सकता जो। ये रोमांच गहरा और लंबा और किसी भी अन्य चीज़ से अधिक संतोषजनक था जो मैंने पहले कभी अनुभव किया था। मेरी उस समय की भावनाओं का पूर्व के अनुभवों का कोई मुक़ाबला नहीं था। 7 अन्य लड़कियों के सामने जिनमे से 4 कुंवारी थीं। एक रमणीय अति सुंदर और पूरी तरह से आकर्षक महिला मेरा कठोर और उत्तेजित लंड चूस रही थी। मैं उन सबके चेहरे का उत्साह उत्तेजना, रोमांच और विस्मय देख कर मजे और आनद ले रहा था।

मैंने लिली के सिर को धीरे से लेकिन मजबूती से अपने हाथों के बीच पकड़ लिया और उसके अनुभवहीन मुंह को लंड अंदर लेने और चूसने के लिए मेरे लंड के उभरे हुए बैंगनी सिरे को उत्तेजित करने के लिए निर्देशित किया। लिली ने लंडमुंड मुँह में ले लिया और उसकी मासूम आँखें दया की एक खामोश याचना करते हुए मेरे चेहरे की ओर देख रही थीं। उसने देखा था कि हुमा को मेरी बात ना मानने के लिए मैंने अभी उसके साथ क्या किया था और उम्मीद थी कि मैं उसे इसी तरह की सजा नहीं दूंगा, खासकर जब से वह किसी भी तरह से मेरी हर बात मानने को तैयार थी।

"लिली! अपने होंठ और जीभ का प्रयोग करो।" मैंने उससे कहा। "मेरे लंड को अब तुम अच्छी तरह से चूसो।"

उसने मेरे हर सुझाव का पालन किया क्योंकि वह अवज्ञा के लिए मिलने वाली सजा से बचने के लिए उत्सुक थी, भले ही अभी मैंने ज्याद सजा नहीं दी थी लेकिन सजा से शर्म और अपमान का अनुभव तो होता ही है। चूसते समय उसकी आँखें समय-समय पर हुमा की ओर देखती थीं और फिर वह मुझे खुश करने के अपने प्रयासों को दुगना कर देती थी।

फिर मैंने लिली के कोमल कामुक मुँह से अपने कठोर लंड को उसके गले के अंदर और नीचे तक एक लंबा स्ट्रोक लगाया तो उसके पूरे होंठ फैले हुए थे और जैसे ही मैंने उसका सिर नीचे किया, मेरा लंड उसके गर्म तंग गले में इतना गहरा घुसा कि वह ठिठकने लगी। इसने मुझे और भी उत्तेजित कर दिया, लेकिन इससे लिली की आँखों में आँसू आए और उसने चुपचाप कातर आँखों से मुझसे उसे इस पीड़ा से बचाने के लिए विनती की।

फिर मैंने उससे कहा, "तुम मेरे आदेशों का पालन करते हुए बहुत अच्छा कर रही हो, लिली। तुम्हें कुछ और देर तक चूसते और चाटते रहना होगा अगर तुम रुकी तो मुझे तुम्हें कड़ी सजा देनी होगी और तुम्हें पता है कि इससे तुम्हें कितना दुख होगा। क्या तुम समझ रही हो?"

अपनी आँखों में डर और आश्चर्य के साथ मेरी ओर देखते हुए, लिली ने अपना सिर हिलाया, वह कुछ भी बोलने में असमर्थ थी क्योंकि उसका मुँह मेरे गर्म और बड़े लम्बे लंड से भरा हुआ था। "लिली अब मेरे लंड के नीचे मॉए अंडकोषों के तलो पर अपने हाथों का उपयोग करो।" मैंने उसे आदेश दिया। " वहाँ अपने हाथों से बस धीरे से मेरी गेंदों को महसूस करो और उन्हें धीरे से दबा कर सहलाओ और अपने होठों और जीभ को मेरी लंड के सिर पर इस्तेमाल करो और अपने मुंह को लंड के ऊपर और नीचे पंप करती रहो जैसे तुम अब कर रही हो।

उसके हाथ मेरी गेंदों को धीरे से सहला रहे थे, उसकी जीभ मेरे उपकरण पर ऊपर और नीचे फिसलते हुए लंड के मुंह को थपथपा रही थी, जबकि उसकी जीभ मेरे लंड के अति संवेदनशील सिर को सहला रही थी।

मैंने एमी और अन्य लड़कियों को देखा। वे सभी लिली को गौर से देख रही थी और जाहिर तौर पर लिली की नग्न सुंदरता और मेरे लंड के आकार और जिस तरह से लिली लंड को चूस रही थी, उससे सभी बहुत कामुक उत्तेजित और रोमांचित थी। विशेष तौर से एमी की आंखें चमक रही थीं, उसके होंठ आंशिक रूप से खुले हुए थे, जबकि उसकी छाती धड़क रही थी और भारी हो गई थी।

मैं लिली और अन्य सभी लड़कियों को सुनाने के लिए जोर से फुसफुसाया, 'मिली! अगर आपको परेशानी ना हो तो मुझे लगता है की अब मुझे चुदाई करने चाहिए!?' लिली ये सुन कर शरमा गई, लेकिन एमी ये सुन कर शर्म से क्रिमसन हो गई और उसने आँखे शर्म से झुका कर मेरी ओर देखा।

'जरूर, दीपक!' मिली ने कहा और मुझे एक लम्बा चुंबन किया। फिर एक पल में मैंने अपनी लुंगी उतार कर फेंक दी और पूरी तरह से नग्न हो गया, मेरा लंड और उस समय तन कर खड़ा हुआ बहुत शानदार लग रहा था। लिली की आँखें खुशी से चमक उठीं, लेकिन एमी चौंक कर पीछे हट गई और मिली की बाहों में समा गयी, 'ओह! ओह! दीदी!' उसकी आँखें आश्चर्य और अलार्म के साथ व्यापक रूप से फैल गयी थी और वह अब मेरे लंड को देख हैरान थी।

तो मैंने हुमा, लिली, सपना और मिली जो की पूरी तरह से नग्न थी उन चारो को अगले आदेश तक फिल्मफेयर अवार्ड ट्रॉफी की डांसिंग लेडी की मुद्रा में खड़े रहने के लिए कहा।

कहानी जारी रहेगी। आगे क्या हुआ? ये अगले भाग में पढ़िए।

आपका दीपक

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