सुल्तान और रफीक में युद्ध 17

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बड़ा मोटा लंड सुल्ताना के अंदर​
1.1k words
3.5
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Part 17 of the 20 part series

Updated 06/10/2023
Created 07/23/2021
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दिल्ली में बादशाह-सम्राट-रफीक के बीच युद्ध

UPDATE 17

बड़ा मोटा लंड सुल्ताना के अंदर​

सुल्ताना ने रफीक के बड़े काला लंड को पकड़ लिया और उसे सहलाने लगी। और बोली ओह यह कितना बड़ा मोटा और कठोर है फिर उसने परवेज को बताया कि उसे यह बहुत शानदार लग रहा है और अब वह इसे अपने अंदर लेने और योनि में महसूस करने के लिए और ज्यादा इंतजार नहीं कर सकती थी और लंड के बड़े आकार के कारण यह उसके लिए मुँह में लेना बहुत मुश्किल था।

परवेज न तो कुछ करने की हालत में था और न ही कुछ बोल सकता था वह अब बस इतना ही कर सकता था कि उस दोनों की आँखों में एक-दूसरे के लिए वासना को देखें। फिर वह दोनों उस बिस्तर पर चले गए जो गद्दों को मिला कर बना गया था।

फिर सुल्ताना परवेज की तरफ अपनी मलाईदार टांगों को फैला कर लेट गई। रफीक नीचे पहुँचा और उसकी फुड्डी को सहलाने लगा। रफ़ीक ने सुल्ताना की योनि में अपनी ऊँगली घुसाई तो सुल्ताना कराहने लगी रफ़ीक ने ऊँगली एक दो बार अंदर हिलायी और घुमाई और फिर अपनी उंगली को उसकी योनी से बाहर निकाला और विजेता की मुद्रा में अपनी ऊँगली को परवेज की दिखाया, जो की गीली और चमकदार थी ।तो परवेज समझ गया की सुलताना अब पूरी तरह से गीली और उत्तेजित है। परवेज ने महसूस किया कि सुल्ताना इस आदमी से चुदाई के ख्यालात से अविश्वसनीय रूप से उत्साहित और उत्तेजित थी और वह कभी भी परवेज के साथ सेक्स करते हुए इतनी गीली नहीं हुई थी।

रफीक ने पहली उस ऊँगली को चाटा और फिर बोला सुल्ताना का चुतरस बहुत स्वादिष्ट है और फिर उसकी फुड्डी चाटने लगा और परवेज को बताने लगा कि उसने मीठा चखा है और सुलटना के रस का स्वाद बहुत मीठा है।

रफीक जब सुल्ताना की योनि को चाट रहा था तो उसके नितंब परवेज के सामने थे और वह उसके बड़े काले लंड को ऊके पैरों के बीच से लटकते हुए देख रहा था। यह बहुत बड़ा था और एक फुट से भी बड़ा दिख रहा था।

परवेज जानता था कि यह केवल कुछ समय की बात है जब काला घुसपैठिया उसकी प्यारी बीबी के अंदर गायब हो जाएगा। इस एहसास ने परवेज को अविश्वसनीय रूप से अपमानित और ईर्ष्यालु बना दिया कि रफ़ीक उसकी बेगम सुल्ताना को उसके सामने भोग रहा था।

उस पर आगे बढ़ते हुए, रफीका ने अपने बड़े काले ओरत को भोगने वाले को सुल्ताना की फुद्दी के प्रवेश द्वार पर निर्देशित किया। धीरे-धीरे उसने उसका एक तिहाई हिस्सा उसमें डाल दिया और सुल्ताना चिल्ला उठी ओह्ह्ह्हह्ह्ह्हह! हईयेयेये! मममममरररररररर! गगगगयीईई! ऊऊऊऊऊ! ईईईईईईईईई! तो में मररर्र्र्र्ररर! गयीईईईईईईईईईईई फाड़ डाली ।

रफीक के बड़े काला लंड को अपनी बीबी की गुलाबी-गुलाबी देसी फुद्दी के अंदर घुसे हुए देख कर परवेज को लगा कि वह पूरी तरह से हार गया है। इसके विपरीत, सुल्ताना को पहले से कहीं अधिक एक औरत की तरह महसूस हुआ क्योंकि उसने महसूस किया कि बेहतर बड़ा मोटा और मजबूत लंड उसके अंदर जा रहा है।

रफीका ने कहा, "देखो, परवेज अब मैं तुम्हारी बीबी के अंदर उतना ही गहरा हूँ जितना तुम कभी होते थे," रफीका ने कहा तो परवेज ने देखा की अभी भी रफ़ीक के विशाल लंड का दो-तिहाई हिस्सा अभी भी सुल्ताना की योनि से बाहर था और सुल्ताना की तंग योनि खिच कर चौड़ी हो गयी थी ।

"और अब मैं उससे बहुत गहरे में जाऊँगा जहाँ तुम कभी नहीं जा सकते हो!" इतना कहकर रफीक ने सुल्ताना में अपने बाकी विशाल काले हथियार को आगे धकेल दिया।

सुल्ताना अब बहुत अजीब महसूस कर रही थी, वह अपने अंदर एक आदमी का लंड गहराई तक घुसा हुआ महसूस कर रही थी जहाँ परवेज का लंड कभी नहीं पहुँच पाया था। परवेज जानता था कि यह अजनबी उसकी बीबी की उन जगहों को महसूस कर रहा है जिसे उसने खुद कभी महसूस नहीं किया था।

सुलताना की योनि की मासपेशिया खींची संयोजित हुई और रफ़ीक के बड़े कठोर लंड के चारो और कस गयी जैसे ही रफीका उसके अंदर की और खिसका तो सुल्ताना कराह उठी।

परवेज ने सुल्ताना की फुद्दी के होंठों को रफ़ीक के बड़े काला लुंड के चारों ओर लपेटे हुए देखा तो उसे लगा की जैसे कि एक छड़ी के चारों ओर रबड़ लपेटा हुआ था। परवेज चुदाई के दौरान सुल्ताना के साथ जितना कर सकता था, उससे कहीं ज्यादा उसे रफ़ीक के लंड ने खींच कर चौड़ा कर दिया था और अभी भी दबाना जारी था। परवेज ने सुल्ताना के चेहरे पर अत्यधिक खुशी के भाव देखे, एक ऐसा एहसास जो वह जानता था कि वह सुलताना को कभी इस एकसास की आपूर्ति नहीं कर स्का था और ना ही आगे कर पायेगा। पहले जब उसे बुरी तरह पीटा गया था तो उसे बुरा लगा था । फिर जब उससे रफ़ीक ने पाना लंड चुसवाया था तब उसे और बुरा लगा था। लेकिन, उसने पाया कि अपनी बीबी को उस बेहूदा जंगली जानवर के हाथों खोना शारीरिक रूप से पीटे जाने से कहीं ज्यादा बुरा है। उधर सुल्ताना बार-बार स्खलन कर रही थी और मजे लेती हुई कराह रही थी।

रफीक ने धक्काके लगाते हुए कहा, "देखो, वह तुम से ज्यादा मुझे पसंद करती है।"

परवेज जानता था कि रफीक सही कह रहा है।

आमतौर पर सुल्ताना परवेज के साथ एक या दो बार ही चरमोत्कर्ष पर पहुँचती थी। लेकिन रफीक के साथ वह लगातार स्खलन कर रही थी।

फिर उन्होंने आसान को बदल दिया। अब रफीव नीचे हो गया और सुल्ताना उसके ऊपर आ गयी।

परवेज ने हैरत से देखा क्योंकि सुल्ताना ने अपने गोरे नितंबों को ऊपर उठा लिया था ताकि रफीक के काले बड़े लंड की टोपी उसके अंदर घुस जाए और फिर वह धीरे-धीरे होने लगी, जब तक कि रफ़ीक का दक्षिण भारतीय भाले जैसा लंड पूरी तरह उसकी योनि में नहीं समा गया।

रफीक ने अपने नितम्ब उठाकर ऊपर को एक झटका दिया और रफ़ीक का बड़ा मोटा लंड सुल्ताना के शोहर के बचकाने लंड की तुलना में बहुत गहरा चला गया।

फिर सुल्ताना उछलने लगी और रफ़ीक ऊपर को झटके देने लगा । कुछ देर बाद रफीक कराह उठा और परवेज ने उसके अंडकोष में ऐंठन होते देखा। वह जानता था कि रफीक अब अपने वीर्य से भरी पिचकारी उसकी बीबी की योनि में पंप कर खाली कर रहा है।

फिर वह दोनों रुक गए। सुल्ताना उसकी पीठ पर लुढ़क गई और अपने पैर फैला दिए। परवेज ने अपनी बेगम की फुद्दी को रफ़ीक के वीर्य से भरा हुआ देखा जो की अब बाहर बहने लगा था।

सुल्ताना ने कहा, "परवेज, अगर तुम चाहते तो कि मैं तुम्हें कभी भी चकमा न दू, तो अब तुम्हारे लिए एक ही रास्ता है कि तुम मेरी फुद्दी से रफीक का वीर्य पीयो।"

रफीक परवेज के पास गया और उसके बाल पकड़ लिए, उसे अपना लंड चाटने के लिए मजबूर किया। चुपचाप, परवेज ने अनुपालन किया। उसने रफ़ीक का लंड चाटा और उसका रस साफ किया।

फिर उसे अपनी बीबी को चाट का साफ़ करने का आदेश दिया गया और परवेज ने अनिच्छा से उसकी बात मानी।

जारी रहेगी

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