एक नौजवान के कारनामे 123

Story Info
दो तरफा चुसाई
950 words
5
172
00

Part 123 of the 278 part series

Updated 04/23/2024
Created 04/20/2021
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पड़ोसियों के साथ एक नौजवान के कारनामे

VOLUME II

विवाह

CHAPTER-1

PART 49

दो तरफा चुसाई

​कुछ देर बाद मैंने उसके शरीर को छेड़ना शुरू कर दिया हम दोनों ने अपने जीभ के सामंजस्य के साथ एक दुसरे को चूमा। जब तक हम चूमा चाटी कर रहे थे फिर मैंने बिना किसी हिचकिचाहट के हेमा के पेट पर हाथ रखा और धीरे-धीरे उस हिस्से की मालिश की और धीरे-धीरे मैंने अपना हाथ उसके बूब्स की तरफ बढ़ाया। मैंने उन गर्म स्तनों को छुआ। ओह, वे बहुत कोमल थे और मैंने स्तनो को दबाया ।

उधर मरीना मेरे साथ लेट कर मेरे जिस्म की स्मेल सूंघने लगी । उधर कुछ देर होंठो को चूसने के बाद हेमा ने मेरे पूरे फेस पर किस्सिंग शुरू कर दी

मैं ने मरीना से पूछा कैसी लगी मेरे बदन की बू इस पर वह बोली बहुत प्यारी महक है। फिर मरीना ने मेरे होंठो पर अपने होंठ रख दिए और चूसना शुरू किया उधर हेमा भी हॉट होने लगी और मेरे चेहरे के बाद मेरे छाती और मेरे स्तन चूसने के बाद उसने मेरे नाभि चूसी और फिर हेमा ने मेरा लंड अपने मुंह में ले लिया और चूसने लगी। मैं आगे बढ़ा और हेमा के गले के हार को खोलने लगा।

सभी गहनों को अनहुक करने के बाद, मैंने उन्हें उसके शरीर से एक साथ निकाल दिया और साइड पर पड़ी टेबल पर रख दिया। हेमा के स्तन उसकी बहन के स्तन से छोटे थे। लेकिन वे गोल और भरे हुए थे। हेमा भी गौरी थीं और उसके निप्पल गहरे भूरे रंग के थे। मरीना ने मेरे साथ डीप किस्सिंग शुरू दी थी और मेरे हाथ हेमा और मरीना दोनों के बूब्स को सहला रहे था कुछ देर ये सिलसिला चला। फिर मरीना मेरा चेहरा और मेरे गालो को चूसने लगी ।

हेमा मेरा औज़ार चूसने में इतनी मशगूल थी कि उसने मुझे दूध से भरा गिलास उठाते हुए नहीं देखा। मैंने उसे बहुत धीरे से उस पर डाला। मैंने हेमा को और खड़ा किया पापा कुछ देर हेमा के बूब्स को देखता रहा फिर मैंने दोनों बूब को दबाया और उसका दाहिना बूब खींचकर अपने मुँह के अंदर ले लिया और फिर मूँह में भर कर चूसने लगा । मरीना ने हेमा का दूसरा बूब मुँह में भर लिया और वह भी चूसने लगी । इस दो तरफा चुसाई से हेमा का मज़े से बुरा हाल था। उसके निपल्स हार्ड हो गये और मैं पागलो की तरह हेमा के निप्पल्स को चूस रहा था और कभी-कभी दाँत से काट भी लेता था जिस से हेमा की सिसकारी निकल जाती काफ़ी देर बूब्स को चाटने चूसने और काटने के बाद मैं जब रुका तो हेमा के बूब्स पर निशान पड़ गये थे और फिर मैंने उसके निपल्स पर एक चुम्बन किया।

मैंने उसके स्तनों से दूध चाटा और चूसा। इस बीच, मरीना ने फर्श पर घुटने टेक दीये और मेरा लंड चूसने लगी। उसने मेरा लंड अपनी उंगली के तंग घेरे में ले लिया और उसे आगे-पीछे करने लगी।

अब मैं स्वर्ग में था। तो मैंने नरम होठों से हेमा के शरीर के ऊपरी भाग में सभी जगह चूमा। वह बहुत अच्छे से सहयोग कर रही थी। उसने ओंठ गोल कर मुझ से एक होंठ चुंबन माँगा। तो मैं उसके ओंठो को किस करने लगा और यह किश लगभग 15 मिनट तक चला। मेरी जीभ उसके मुँह में और उसकी जीभ मेरे मुँह में थी। धीरे-धीरे मैं नीचे के हिस्से में आ गया। मैंने उसकी गर्म जांघों को दबाया। मैंने उसकी गांड की मालिश की। वे बहुत कोमल और सेक्सी थीं।

जबकि चुंबन और हेमा के स्तन चूसने के बाद मैंने अपना हाथ उसकी कमर के चारों ओर फिराया और उसने जो कमर में बेली चेन पहनी हुई थी जिसके साथ एक त्रिकोणीय आकार था जो हेमा की कमर से लटका हुआ था और उसकी चूत को ढँक रहा था मैंने उस कमरबंद को खोल दिया। उसकी चुत भी बिलकुल साफ़ थी उस पर कोई बाल नहीं था ।

मैंने आभूषण को हटाकर मेज पर रख दिया। मैंने अपना हाथ उसके बूब्स से लेकर उसके एब्स तक चलाया। फिर, उसकी नाभि तक पहुँचने के बाद, उसने मेरी उंगली डाली। मैं नीचे झुक गया और नाभि पर किस किया और फिर मेरी जीभ के सिरे को उसकी नाभि में फिराया और उसकी लेग्स के दरम्यान अपने चेहरे को ले गया और हेमा की टांगो को खोला और उसकी चूत की स्मेल सूंघने लगा वाह क्या स्मेल थी ।

फिर मैंने हेमा की चूत के ओंठो को फेलाया और अपनी ज़ुबान से चाटने लगा, और साथ-साथ मरीना हेमा के बूब्स को चूस रही थी जिस से हेमा के पूरे जिस्म में करेंट दौड़ गया। मेरे चाटने से हेमा की चूत ने पानी छोड़ना शुरू कर दिया जिसे मैं चाटने लगा । कुछ देर चूत को ज़ुबान से चाटने के बाद मैं हेमा के दाने को ऊँगली से छेड़ने लगा और मैंने अपनी एक ऊँगली हेमा की चूत में डाली जिस से हेमा को दर्द हुआ तो उसके मूँह से आह निकल गई

मैंने कहा मेरी जान पहली बार थोड़ा दर्द होगा बर्दाश्त करना फिर बहुत मज़ा मिलेगा। फिंगर से चोदने के बाद मैं थोड़ा रुका और मरीना को उठाया । मैंने मरीना को उसके कंधों से पकड़ लिया और उसे बिस्तर की ओर मोड़ दिया और उसकी टांगों को अलग करके मरीना को बिस्तर पर लिटा दिया और फिर हेमा को उठाया और मरीना की अलग टांगों के बीच हेमा के माथे को टेक दिया।

मेरे इशारे को समझ कर हेमा झुकी और अपनी बहन की चूत को चूसने और चाटने लगी। मैंने अपने हाथ हेमा की कमर पर रख दिए और उसने अपनी गांड ऊपर उठा दी, जिससे वह मरीना की योनी को एक कुतिया की तरह चाट रही थी।

कहानी जारी रहेगी

दीपक कुमार

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