अंतरंग हमसफ़र - रंगरलिया 01

Story Info
मेरे ठरकी दोस्त रजनी के साथ रंगरलिया
1.5k words
3.23
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Part 1 of the 18 part series

Updated 11/08/2023
Created 02/20/2022
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अंतरंग हमसफ़र-

मेरे दोस्त रजनी के साथ रंगरलिया

UPDATE 01​

जब मैं राजमाता से बात कर रहा था तो मुझे अपने फ़ोन पर स्कूल कॉलेज के दोस्त रजनीश का एक संदेश मिला, मैंने उसे अपनी शादी में आने का निमत्रण दिया था । उसने मुझे अपने घर आने के लिए आमंत्रित किया गया था।

इससे उसके घर की मेरी पिछली यात्रा की सुखद यादें ताजा हो गईं।

करीब 24 महीने पहले रजनीश का ऐसा ही एक पत्र मिला था जिससे मेरी पुरानी यादे ताजा हो गयी। कहानी के ये अध्याय उन्ही सुनहरी यादो का है। पहले मैं आपको उसके बारे में कुछ बता दूं। हम सब दोस्त उसे रजनी कहते थे। क्योंकि वह फिल्मस्टार रजनीकांत के बहुत बड़ा प्रशंसक है और उनकी तरह ही दीखता है लेकिन उसकी चमड़ी का रंग अभिनेता रजनीकान्त से काफी बेहतर था और स्कूल में नाटको में अक्सर उनकी नकल करता था और हमने अपना हाई स्कूल दिल्ली से एक साथ किया था। रजनी लखनऊ के एक सफल व्यवसायी का लम्बा, पतला और सुन्दर पुत्र था जिनका दिल्ली में भी घर था।

मैं पढाई करने लंदन चला गया था और उसने कालेज की पढाई भारत में ही की थी। कॉलेज में पढ़ाई से ज्यादा वह लड़कियों के पीछे लगा रहता था। लड़कियाँ भी उसे पसंद करती थीं। वह पैसे और मस्ती से भरा और दिलफेंक था। लड़कियों उसे उसके लुक्स और मनेरिज्म के लिए पसंद करती थी और वह उन पर काफी पैसा भी खर्च करता था। चारों ओर कई कहानियाँ चल रही थीं कि उसने इस लड़की या किसी और को चोद दिया है। लेकिन रजनी के मुताबिक कुछ बाते सच थीं और कुछ अफवाहें थीं।

अपने रोमांटिक और दिलफेंक मिजाज के बावजूद कॉलेज के दिनों में, वह तान्या (तनु) नामक एक लड़की के साथ रोमांस कर रहा था। तनु पास के गर्ल्स कॉलेज की छात्रा थी। तनु बहुत सुंदर, 5' 5" लंबी, छरहरी, पतली और बड़े स्तन और चमकती काली आँखों वाली थी। जब मैंने पहली बार उसे देखा, तो मेरा लंड सख्त हो गया था और मैं उसे चोदना चाहता था। कॉलेज के दिनों में एक दिन मैंने रजनी से पूछा कि क्या उसने उसे चोदा है।

' नहीं यार, इसकी कुंवारी चुत तो इससे शादी के बाद मैं अपनी सुहागरात को हो फाड़ूंगा उसने हंसते हुए जवाब दिया था।

उन्ही दिनों जब मैं एक बार लंदन से आया था तो रजनीश से मिलने गया था तो वहाँ रजनीश के साथ तनु से भी मिला था और तनु के साथ उसकी एक सहेली रेखा मिली थी जो बहुत सुंदर और कुंवारी थी और उसे पटाने और चोदने में तनु और रजनीश ने मेरी मदद की थी। तब से हमारी दोस्ती बहुत गहरी हो गयी थी।

कॉलेज के बाद वह अपने पैतृक शहर चला गया हम कभी-कभार कार्ड पत्र या फिर फ़ोन के द्वारा संपर्क में रहते थे। उसने मुझे तनु के साथ अपनी शादी में आमंत्रित किया था लेकिन दुर्भाग्य से मैं नहीं जा सका था। उसने मुझे लिखा था कि शादी के बाद तनु ने एक कॉलेज में टीचर के तौर पर ज्वाइन किया है। उनका सन्देश पाकर मैं समय में वापस चला गया था और तनु का ख्याल आते ही उसे चोदने की इच्छा मुझमें फिर से जाग उठी। मैं भी तनु को फिर से देखने के लिए उत्सुक था। सन्देश में रजनी ने मुझे एक लंबी यात्रा पर आने के लिए आमंत्रित किया था। संदेश क्या ये एक प्रकार का सम्मन था कि मैं जल्द से जल्द लखनऊ पहुँचू। सम्मन की अत्यावश्यकता और तनु से मिलने की इच्छा ने भी मुझे एक सप्ताह के लिए उनसे मिलने जाने के लिए लखनऊ तुरंत जाने के लिए प्रेरित किया। मेरे साथ में मेरी हमसफर बेहद खूबसूरत भगवान की बनाई हुई लाजवाब मूर्ति के जैसी, गोरी, गुलाबी गालों वाली रूबी भी थी। हालाँकि रोजी हमेशा मेरे साथ रहती थी पर उसका कोई पेपर था इसलिए वह साथ नहीं जा सकती थी तो मैंने बड़े-बड़े सुडौल स्तनो वाली रूबी को ले लिया। चुकी उसके सन्देश से मुझे अंदेशा हुआ की शायद कोई मेडिकल जरूरत न हो तो ऐसे में देखभाल के लिए रूबी उचित रहेगी।

मैंने उससे मोबाइल पर जल्दी का कारण पुछा था तो उसने कहा बस तुम जल्दी से आ जाओ। बाकी बाते आने पर करेंगे।

रजनी मुझे एयरपोर्ट पर मिला था और मेरे साथ आयी खूबसूरती के मुजस्मे रूबी को घूरता ही रहा था l उसका हाथ अनायास ही उसके लंड पर चला गया, जो की मुझे कड़ा होता हुआ महसूस हुआल और उसकी पेण्ट में तम्बू बन गया था । मैंने उसका परिचय रूबी अपनी सहायिका और प्रशिक्षित नर्स के तौर पर करवाया और फिर वह मुझे अपने घर ले गया था। रास्ते में उसने मुझसे कहा कि उसने नया घर बना लिया है। घर पहुँचने पर तनु ने मुस्कुराते हुए मेरा अभिवादन किया था।

आपको याद होगा मेरी चारो पहली हमसफर लड़कियों के बारे में, रोजी एक आयुर्वेदिक डॉक्टर है और रूबी एक प्रशिक्षित नर्स है, मोना एक योग्य फैशन डिजाइनर है और टीना एक प्रशिक्षित ब्यूटीशियन है।

' तुम जाओ और तरोताजा हो जाओ। मैं तुम्हारे लिए नाश्ते की व्यवस्था करती हूँ, उसने मेरा स्वागत करने के बाद कहा। मैंने कहा इस काम में रूबी तुम्हारी मदद कर देगी तो तनु बोली उसकी जरूरत नहीं है इस काम के लिए और रूबी से बोली वह भी तरोताजा हो जाए।

उसने माफ़ी मांगी कि वह हमारे साथ नाश्ते में शामिल नहीं हो पाएगी क्योंकि उसे तुरंत अपने कॉलेज जाना है और जल्द लौट आएगी लेकिन इस दौरान उसकी नौकरानी नीरा हमारी देखभाल करेगी।

तनु आज भी बेहद खूबसूरत लग रही थी। समय के साथ उसकी ख़ूबसूरती में कोई कमी नहीं आयी थी समय ने उससे कुछ भी नहीं लिया और उसमे कोई बदलाव नहीं आया था आज भी कॉलेज जाने वाली लड़की ही लगती थी। ये बात अलग है कि वह अब पढ़ने नहीं पढ़ाने जाती थी। समय ने केवल उसके आकर्षण में इजाफा ही किया था। उम्मीद के मुताबिक उसे देखते ही मेरा लंड सख्त हो गया और उसे चोदने की इच्छा फिर से ताजा हो गई।

उनकी नौकरानी ने हमें नाश्ता परोसा। नीरा लगभग 18 वर्ष की थी, दुबली-पतली, लंबी, छोटे लेकिन दृढ़ और सेक्सी स्तनों के साथ और उसकी आँखों में एक शरारती चमक थी।

जब मैं रजनी के साथ अकेला था, तो मैंने कहा, 'रजनी, तुम यक़ीनन पक्के ठरकी हो। तनु के काम पर जाने पर आपके पास अपने लंड को खुश रखने के लिए तुमने बिलकुल सही आइटम रखी हुई है।'

और फिर उत्साहित होकर बोला साले कम तो तू नहीं-नहीं है बड़ा मस्त पटाका लेकर साथ घूम रहा है और मुझे ठरकी बोल रहा है और दोनों हसने लगे। तूने उसे कहाँ से पटाया?

तो मैंने कहा ये मेरे साथ कई सालो से है और उसे अपनी और रूबी की कहानी बतायी जिसे आप मेरी कहानी अंतरंग हमसफर भाग 1-4 में पढ़ सकते हैं। तो रजनी बोला यार बहुत बढ़िया वह कुंवारी नहीं है तो फिर तो बता मैं उसे कब चोद सकता हूँ?

मैंने कहा जब तेरा मन करे तब चोद लेना। मैं उसे बता दूंगा तू उसे चोदना चाहता है और रजनी अब बता ये नीरा का क्या किस्सा है तूने उसे चोदा या नहीं?

'काश ऐसा होता,' उसने उदास होकर जवाब दिया।

'क्या! मुझे मत बताना कि तुमने अभी तक उसकी मनमोहक योनी वाली हसीना को चोदा नहीं है?' मैंने कहा।

'नहीं मेरे दोस्त, मैंने उसे अभी तक नहीं चौदा है लेकिन मैं उसे चोदना चाहता हूँ। तुम देखो, मेरी शादी के बाद से मुझे तनु के अलावा और कोई औरत नहीं चाहिए थी, लेकिन जब से तीन महीने पहले ये यहाँ काम पर आयी है, मैं उसे चोदना चाहता हूँ,' रजनी ने कहा और आज रूबी को देख कर भी मन मचल गया है।

'तो फिर तुम्हे क्या रोक रहा है? चोदा क्यों नहीं उसको अभी तक या अभी तक तुम्हारी शादी की कसमें तुम्हे परेशान कर रही हैं?' मैंने मुस्कुराते हुए पूछा था।

'नहीं, ऐसा नहीं है। मैं आपको पूरी बात बताता हूँ। अपनी शादी की रात में, मैंने तनु से कहा कि मैंने जितनी भी लड़कियों की चुदाई की थी, उन सबमे से मुझे उसकी तंग योनी सबसे ज्यादा पसंद आयी है और मुझे तुम्हारे हो साथ सबसे ज्यादा मजा आया है और मैंने तनु से कहा कि वह पहली कुंवारी है जिसे मैंने चौदा है। तनु ने मुझे बताया कि शादी से पहले उसने भी दूसरी लड़कियों और मेरे बारे में कई किस्से सुने थे।'

'उसने यह भी कहा कि उसे मेरे और दूसरी लड़कियों को चोदने से अब भी कोई फर्क नहीं पड़ता, जब तक कि मैं किसी कुंवारी लड़की का कौमार्य भंग नहीं करता क्योंकि वह मेरे जीवन में एकमात्र कुंवारी रहना चाहती थी। उसने भी मेरे प्रति वफादार रहने का वादा किया। दोस्त, मैंने उसे अपना वचन दिया। दोस्त अब आप समझ सकते हो हैं कि नीरा अभी तक कुंवारी क्यों है,' रजनी ने कहा।

'आप कैसे जानते हैं कि वह कुंवारी है? हो सकता है वह यहाँ आने से पहले चुदाई करवा चुकी हो। उसकी उम्र की कई लड़कियाँ आजकल जल्दी चुदाई करने लग जाती हैं, तुम्हें कैसे पता है,' मैंने कहा।

'मुझे पता है कि वह कुंवारी है। जब वह पहली बार हमारे लिए काम करने आई, तो तान्या ने उसका पूरी तरह से मेडिकल चेकअप कराया था। मैंने रिपोर्ट देखी है जिससे ये स्पष्ट है कि वह एक कुंवारी है। इसी कारण से मैंने आपको आमंत्रित किया है,' रजनी ने कहा, ' मैं चाहता हूँ की तुम नीरा का कौमार्य भंग कर दो। फिर मैं तनु से किया हुआ अपना वादा तोड़े बगैर इसे चोद सकता हूँ।

कहानी जारी रहेगी

दीपक कुमार

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