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मेरे दोस्त रजनी के साथ रंगरलिया
UPDATE 05
आयआयययययययीईईईईई! ओह्ह! दीदी बहुत दर्द हो रही है नीरा चिल्लायी मैंने तनु की तरफ देखा। उसकी आँखों में चमक थी, उसका चेहरा उत्साह से दमक रहा था। उसके होठों पर एक क्रूर मुस्कान थी। जाहिर तौर पर उसने नीरा की दर्द भरी चीख-पुकार का आनंद लिया था। मैंने महसूस किया कि उसके अंदर एक सैडिस्ट स्ट्रीक है।
मैंने नीरा की चूचियाँ पकड़ लीं।
तनु हँसते हुए बोली - दीपक आराम से करो और आज इसका पूरा मज़ा ले लो!
नीरा ने एक कामुक अंगड़ाई ली और बोली-उसकी दोनों संतरे जैसी चूचियाँ बाहर आ गई थीं जिन्हें मैं पागल की तरह दबाने लगा।
तनु मुझे रोकते हुए बोली-इतने उतावले क्यों हो रहे हो? लो, साथ-साथ मेरे चुचूकों को चूसो! और मेरे मुँह में अपनी चूची की घुण्डी घुसा दी। एक बच्चे की तरह मैं उसकी चूची चूसने लगा। उसकी चूची चूसने में मुझे मज़ा आ रहा था। मैं उसकी चूची पीते-पीते उसके चुचूक पर काट रहा था और हाथो से नीरा की चूचिया दबा रहा था और साथ में मैं अपना लंड उसकी योनी के अंदर और बाहर पंप करता उसे चोद रहा था। मैंने अपने दोनों हाथ उसकी चूचियों पर टिका दिए और उसके सुन्दर हलके भूरे चुचूक नोच और मसल रहा था। उसकी चूत मेरे लण्ड के झटके खा रही थी, तनु मज़े लेते हुए नीरा का हाथ सहला रही थी। तनु ने मेरा सर अपनी चूचियों में छिपा लिया मैंने उसकी चूचिया चाटने और चूसने लगा और-और वह दुसरे हाथ से मेरे बाल सहलाने लगी।
उधर रजनी पूरा सीन देख कर मुठ मार रहा था उससे बर्दाश्त नहीं हुआ नंगी नीरा और तनु उसके लण्ड में आग लगाए हुई थी। उसका लण्ड पूरा टनटना रहा था।
रजनी पलंग पर बैठा और तनु के मुँह पर अपना लण्ड लगा दिया। तनु ने बड़े प्यार से धीरे-धीरे 3-4 बार रजनी का लण्ड चूसा और उसके लण्ड के अग्र भाग पर जीभ फिराने लगी। रजनी की उत्तेजना चरमसीमा पर थी, उससे रहा नहीं जा रहा था, वह बोला-तनु अब चूत मारने दो! अब रहा नहीं जा रहा है।
तनु मुँह से लण्ड निकालते हुए बोली- मेरे पति देव, मेरे राजा मेरी चूत तो आपकी गुलाम है। लो राजा मार लो! तनु अभी भी नीरा का हाथ पकडे हुए थी और नीरा के बगल में लेट गई और चिल्लाई, 'रजनी, मुझे चोदो। मेरी चुत को जल्दी राहत दो। मुझे इतना चोदो जितना तुमने मुझे पहले कभी नहीं चोदा।' रजनी ने बिना देर किये उसकी कमर पकड़ कर उठाया और एक तेज झटके में लण्ड को चूत में दे मारा, सफलता मिली और लण्ड चूत में था। तनु बोली वाकई एक अनोखा मज़ा आया! और रजनी ने तनु के चूतड़ पकड़ लीये और उसे तेज स्ट्रोक के साथ चोदना शुरू कर दिया।
अब मैं एक तरफ नीरा के ऊपर चढ़ा हुआ था और दुसरे तरफ रजनी खड़ा हुआ तनु की चूत में लंड घुसा कर उसे चोद रहा था और मैं नीरा की चूची दबाते हुए और तनु की चूचिया चूसते हुए नीरा को चोद रहा था।
रजनी की चुदाई के प्रहार की लय में तनु की टाँगें हिल रही थीं और साथ में मेरी चुदाई की ले में नीरा का पूरा बदन हिल रहा था। ' अहह ओह्ह हाय! मुझे चोदो रजनी और जोर से। दीपक, उसे और तेज चोदो। आह मजा आ गया! आह नीरा! मेरी तरह से अपने चूतड़ हिलाओ वह चिल्लायी और साथ में अपनी चूतड़ ऊपर को उछालने लगी नीरा ने तनु की हरकतों को देखा और अपने कूल्हों को वैसे ही हिलाने लगी जैसे तनु ने उसे निर्देशित लिया था।
तनु नीरा को चूतड़ हिलाते और उछालते देख चिल्लाई, ' ओह्ह्ह! नीरा, कैसा लग रहा है? मजा आ रहा है इसका आनंद लो!
अहह दीदी, बहुत अच्छा लग रहा है नीरा चूतड़ उछाल कर कराहते हुए बोली। हांफते हुए गुरु और मैं अब उन्हें सिंक्रोनाइज़्ड स्ट्रोक से चोद रहे थे और वह दोनों उसी तरह अपने चूतड़ उछाल-उछाल कर चुदवा रही थी।
थोड़ी देर में हम चारो पूरे मज़े ले रहे थे, नीरा चिल्ला रही थी-ऊह आह! मज़ा आ गया! क्या मेरी चूत मारी है दीपक जी आपने! आज से आप मेरी चूत का राजा बन गए हो! सच अब आपसे चुदने का मज़ा आ रहा है! चोदो मेरी चूत को! साली बहुत तंग करती है। मैं भी जोर-जोर से नीरा को चोदने में लगा हुआ था।
पाँच मिनट की तेज चुदाई के बाद तनु चिल्लाई, 'रजनी मैं झड़ने वाली हूँ, मुझे और तेजी से चोदो'। मैं भी आने ही वाला था और महसूस किया कि नीरा भी अपने चरमोत्कर्ष पर है। रजनी भी चरम के आस पास ही था। 'चलो हम सब एक साथ करते हैं,' मैं चिल्लाया।
'हाँ, चलो,' रजनी ने उत्तर दिया।
कुछ और झटके के बाद, हम चारों एक साथ जोर से झड़ गए, 'आआह्ह्ह' और उस अनुभूति का आनंद लेते हुए निष्क्रिय पड़े रहे जिसे हमने अभी-अभी अनुभव किया था। मैंने नैपकिन ले कर नीरा की चूत और लंड पर लगे खून के साफ़ किया। नीरा भी मुझसे चिपक गई। चिपके-चिपके हम एक दूसरे की चूची, चूत चुचकों और लण्ड से खेल रहे थे। मैं नीरा को चिपकाते हुए बोला - नीरा रानी, तुमने मस्त कर दिया!
नीरा ने मेरे हाथ अपने हाथो से पकड़ के अपने बूब्स पर रख लिए और खुद ही नीचे हाथ डाल के मेरे लौड़े को अपने हाथो से पकड़ के मसल रही थी।
कहानी जारी रहेगी