अंतरंग हमसफ़र भाग 123

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लंदन में पढ़ाई और मस्तिया कामुक पागलपन ​.
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Part 123 of the 342 part series

Updated 03/31/2024
Created 09/13/2020
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मेरे अंतरंग हमसफ़र

छठा अध्याय

लंदन में पढ़ाई और मस्तिया

भाग 23

कामुक पागलपन ​

मुझे याद नहीं आ रहा था कि मैं किस लड़की में था, लेकिन, क्या यह वास्तव में कोई मायने रखता था? ये पूरा कामुक पागलपन था जिसमे मैं और लड़किया चुदाई कर रहे थे और वे दोनों पीछे से लगभग एक जैसी लग रही थी और हम तीनो एक दूसरे को चूम रहे थे दोनों लड़किया एक दूसरे के स्तनों से खेल रही थी और साथ ही मेरे हाथ भी उनके स्तन दबा कर निप्पल को खींच रहे थे। मेरे नीचे की लड़की अपनी योनी की मांसपेशियों से ओवरटाइम काम करवा रही थी ।

"अर्र्घ्ह, ओह, वह शानदार है। ओह, मुझे चूसो, अर्रघ्ह, हाँ।" और फिर मैंने देखा की मेरा लंड पीछे से मैगी की चुत में था और वह कांपने लगी और झड़ गयी और उसकी योनि से उसका रस बहने लगा।

आह सर्वशक्तिमान, आर्र्रग्घ्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह हाय, मैं गयीईइ!

उसके बाद मैंने इग्निस को चोदना शुरू कियाऔर तब तक चोदा जब तक हम दोनों झड़ नहीं गए और आखिरकार मैंने अपना वीर्य इग्निस की योनि में जमा कर दिया।

मैं सोच रहा था कि ये तीनो मेरे लंड की इस तरह से मालिश कैसे कर लेती है? मेरी अंत प्रेमिकाओ रोजी, रूबी, मोना और टीना को ऐसा करना सिखाना चाहिए। उन सभी को इन लड़कियों से ये सीखने की जरूरत है।

मैंने लंड बाहर खींच लिया और वह अपनी पीठ पर मेरी बगल में लेट गयी वह अभी भी हांफ रही थी। "ओह, आप दोने लड़कियाँ अविश्वसनीय हैं-वास्तव में आप तीनों हैं।" मैं बोला-"हमने पुरुषो को अधिकतम आनंद के लिए प्रशिक्षण लिया हुआ है।"

फिर तो मुझे आप से बार-बार मिलने के लिए क्लब आना होगा और "अगर संभव हुआ तो मैं निश्चित रूप से फिर से आऊंगा। बार-बार आऊँगा धन्यवाद। आप तीन लड़कियाँ शानदार हैं।"

वह तीनो फिर एक तरफ चली गई और जाने से पहले तीनो ने मेरे दोनों गालों पर किस किया।

इस बीच कमरे में चुदाई अपने चरम पर पहुँच रही थी और सब लोग चुदाई में लगे हुए थे और चारो तरफ कराहे और फच-फच की आवाजे गूँज रही थी और फिर अचानक ये आवाजे कुछ मिनटों के लिए आंशिक रूप से थम गयी।

तभी मेरी नजर मेरे सामने बैठे हुए ब्रेडी पर पड़ी और मैंने देखा की वह अपनी बहन पर्पल से कोई बात कर रहा था और फिर वह मेरे पास आया और बोला । दोस्त मेरी बहन पर्पल आपको बहुत पसंद करती है और वह बोलती है कि वह अगर विवाह करेगी तो सिर्फ आपसे करेगी और मैं भी उसका विवाह आपके साथ करना चाहता हूँ और मैं उसके साथ आपके विवाह का प्रस्ताव रख रहा हूँ आप इस सम्बन्ध को स्वीकार कीजिये।

मैंने कहा मेरे दोस्त मैं स्वयं आप दोनों का कर्जदार हूँ आप ही के कारण मुझे इस क्लब में आने का मौका मिला है और इन मजेदार अनुभवों को प्राप्त करने का सुअवसर मिला है और पर्पल के कारण ही मुझे इस क्लब में प्रवेश मिला है यदि वह मेरी साथी बनने की सह्म्मति नहीं देती तो मुझे यहाँ आने की अनुमति नहीं मिलती । इसलिए मुझे ये प्रस्ताव स्वीकार है लेकिन अभी पहले ुझे अपनी पढ़ाई पूरी करनी है । उसके बाद ही मैं विवाह कर सकता हूँ और इसके लिए मुझे अपने परिवार की अनुमति भी लेनी होगी जो मुझे विश्वास है आसानी से मिल जायेगी ।

ब्रेडी बोला और हमे कोई जल्दी नहीं हैं आप जब चाहे उससे विवाह करें और ये मेरा वादा है इसके लिए मैं कुछ भी करने को त्यार हूँ ।

उसके बाद हम दोनों गले मिले और ब्रेडी अपनी बहन को तलाशने लगा । उसने देखा की पर्पल । पाईथिया के पास जा कर उससे कुछ बात कर रही है । वह फिर पर्पल और पुजारिन पाईथिया के पास चला गया और फिर वह कुछ बाते करते रहे और फिर पर्पल हाल से बाहर चली गयी ।

फिर जब क्लब के अध्यक्ष ने ये आदेश देने से पहले घोषणा की-की अब सबसे मत लिया जाएगा कि कमरे में अब रोशनी रहनी चाहिए या नहीं। जो कुछ उस कमरे में हो रहा था और बीत चुका था, उसे देखकर, यह एक अजीब प्रक्रिया लग रही थी और मैंने एंजेल से इस पहेली को हल करने के लिए कहा तो उसने जवाब दिया कि प्रत्येक बैठक में एक निश्चित समय पर, पुरुष और महिला दोनों अपने आप अपने हर आभूषण को उतार देते हैं। महिलाओं को अपने बालों में कंघी रखने की भी अनुमति नहीं है। पुरुष फिर एक या दो पल के लिए दूसरे कक्ष में चले जाते हैं, महिलाएँ कमरे की सारी बत्तियाँ बुझा देती हैं, बस कमरे में एक छोटी साइड की कोठरी में एक छोटा चिराग जला कर छोड़ देती हैं और घंटी बजने पर पुरुष फिर से इस कमरे में प्रवेश करते हैं, जिसमें उनकी प्रेमिकाए और रखैलें हैं और फिर उनके साथ अंधाधुंध मिश्रण करके, एक ही बार सब प्यार के कोमल सुखों को प्राप्त करने और देने के प्रयास फिर से शुरू कर देंगे।

न तो महिलाओं और न ही उनके प्रेमियों को एक-दूसरे को जानने के डर से कानाफूसी के लिए भी अपना मुंह खोलने की अनुमति नहीं होती है और इसी कारण से हर कोई हर आभूषण को अलग रखने के लिए बाध्य था, चाहे वह कुछ भी हो, यहाँ तक की भाई और बहन, यदि वे एक साथ थे, तो एक दूसरे को किसी विशेष कंगन, अंगूठी या अन्य आभूषण से पहचान ना पाएऔर उन्मुक्त हो कर अपने साथी से सम्भोग कर सके।

जारी रहेगी

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