अंतरंग हमसफ़र भाग 232

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हवेली नवनिर्माण भाग 31 रोमांच उत्तेजना
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Part 232 of the 342 part series

Updated 03/31/2024
Created 09/13/2020
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मेरे अंतरंग हमसफ़र

आठवा अध्याय

हवेली नवनिर्माण

भाग 31

रोमांच उत्तेजना

सैम और चेर्री दोनों हल्के से मुस्क़ुआई और दोनों ने सर हाँ में हिलाया और दोनों गले लग गयी और दोनों कुछ देर गले लगी रही और फिर चेर्री बोली सैम तुम अपने प्रेमी के पास जाओ वो तुम्हारा इन्तजार कर रहा है तो सैम बोली अगर तुम देखना चाओ तो मरे साथ आ सकती हो और उसका हाथ पकड़ कर पाने साथ अपने कमरे में ले आयी ।

चेर्री कमरे में पड़े सोफे पर अधलेटी हो बैठ गयी और सैम मेरे पास आगयी उसकी आँखे आंसूओं से भरी हुई थी । मैंने उसके आँसू देख पुछा तो वो बोली ये खुशी के आंसू हैं और अब चेरी ठीक है। और मैंने देखा दोनों मुस्कुरा रही थी और उनको मुस्कुराते हुए देखकर मैं खुश हो गया । उनकी गोल चिकनी नरम गुदाज गोरी जांघो नितम्बो और स्तनों को देख मैं एक बार फिर रोमांच की उत्तेजना पर पंहुच गया । ये सब कुछ सैम की उम्मीदों से बहुत ज्यादा था, जिसकी उसने कल्पना तक नहीं की थी । मेरा लंड पूरा खड़ा था जिसे देखकर सैम के चेहरे पर चमक बढ़ने लगी थी।

मैं बिस्तर से उतर कर सैम के पास आ गया और उन्हें चूमने लगा। वो भी मेरा साथ देने लगीं और हम दोनों एक-दूसरे को ऐसे चूमने लगे मानो बीच में कोई व्यवधान ही ना आया हो । मैंने सैम को दीवार के सहारे सटा दिया और उनके होंठों पर होंठ रख दिए। हम दोनों एक-दूसरे के होंठों को चूसने लगे।

मेरा एक हाथ सैम की चूचियों को मसलने लगा। कुछ ही देर में सैम फिर से पूरी तरह से गर्म हो चुकी थीं और मेरे लौड़े को सहलाने लगी थीं। मैंने चूचियों को चूमा चूसा और दांतों से काटा तो सैम कराह उठी और वो मादक आवाजें निकालने लगी, आह उह आह की आवाजें पूरे कमरे में गूंज रही थी, सैम कह रही थी- धीरे मेरे राजा, धीरे प्यार से चूसो सब तुम्हारा ही है!

उनके बूब्स अब लाल हो चुके थे, उनके पूरे शरीर में एक आग सी लग गयी। सैम के शरीर में एक उफान सा आया और वे सिस्कारती हुई निढाल सी हो गयी। फिर मैंने सैम को बिस्तर पर लिटा दिया और उल्टा हुआ और उसके मुँह में अपना लिंग घुसा दिया। वो गपागप लंड चूसने लगीं।

मैंने साथ में सैम की त के दाने को रगड़ना शुरू कर दिया । अब मेरा लंड चूसते चूसते सैम के मुहँ से सिसकारियां निकने लगी । सैम की टांगो के बीच की में लगातार मेरा हाथ चल रहा था, उत्तेजना के मारे सैम की चूत भी गीली होने लगी, धड़कने और तेज हो गयी। तभी मुझे चेरी की कराहे भी मेरे कानो में पड़ी । वो भी हमारे को देख गर्म हो रही थी और जब मेरी नजर सामने सोफे पर लेटी हुई चेरी पर पड़ी वो भी अपनी ुँड़ग्लियो से अपनी चूत के दाने को रगड़ रही थी अऊर! जैसे जैसे अपने चूत का दाना चेरी रगडती, उसके चुतड उछाल लेने लगे, चेरी ने दूसरा हाथ नही चूत पर रख दिया, एक हाथ से वो चूत का दाना रगड़ रही थी दूसरे से चूत को तेजी से सहला रही थी, उसके मुहँ से सिसकारियो की आवाजे तेजी से निकलने लगी, उधर वासना से भरी सैम की चूत की दरार से पानी रिसने लगा । उसका पेट और नाभि भी इस उत्तेजना के चरम में फद्फड़ाने लगे, पेट और चुतड भी बिस्तर पर उछलने ने लगे । और चेरी के हाथो ने उसकी अपनी चूत को और तेजी से रगड़ना शुरू कर दिया ।

सैम को इस समय किसी की कोई पर्व्वह नहीं थी न कोई लाज थी न शर्म, सैम की आंखे बंद थी, ओठ भींचे हुए थे, उत्तेजना अपने चरम पर थी । कभी निचले ओठ से ऊपर वाले को काटती, कभी उपरी ओठ से निचले वाले को । सांसे धौकनी की तरह चल रही थी। चूत की दरार से निकलता गीलापन अब मेरी उंगलिया भिगो रहा था, कुछ बह कर जांघो की तरफ बढ़ चला था । सामने चेरी सैम की चुदाई से पहले हमे देख कर खुद की चूत दोनों हाथो से रगड़े जा रही थी । उसकी उंगलिया तेजी से चूत पर चल रही थी ।

सैम ने महसूस किया की मेरा लंड पकड़ते ही उसकी कमर ने उत्तेजना की कारन झटके लगने शुरू हो गए थे, सैम ने एक हाथ से गरम, खून से भरे मांस की गरम राड, लोहे की तरह सख्त हो चके लड़ को कसकर पकड़ा। मेरा युवा लंड लोहे की छड़ की तरह सख्त था और उसने मेरी रेशमी चमड़ी के साथ खिलवाड़ किया, मेरे गुलाबी लंडमुंड को ढकने और उजागर करने के लिए इसे कुछ बार ऊपर और नीचे खींच लिया, और फिर वह झुक गई और मेरे लंड की घुंडी पर अपने होंठ बंद कर दिए।

"चूसो!" मैं कराह उठा। "मेरे लंड को चूसो!"

जब तक वह मेरा लंड सैम के गले के पिछले हिस्से पर थपथपाता नहीं था, तब तकवो मेरे लंड को अपने गले में लेकर चूसती रही, उसने धीरे-धीरे मेरा लंड सैम की लार से ढक गया और कजब लंड गले में पिछले हिस्से से टकराया तो सैम ने सांस लेने के लिए मुँह वापिस ऊपर खींच लिया। फिर दुबारा लंड के सिरे को गहराई से चूसते हुए, उसने मेरे लंड की घुंडी को और भी ऊपर करने के लिए मेरे लंड को नीचे दबाया। अब उसके मुँह में मेरे रसीला लंड भर गया तो उसने कई बार मुँह में जीभ घुमा कर साथ में लंड चूसा और फिर कुछ देर बाद उसने आखिरकार अपना मुंह मेरे लंड से दूर खींच लिया ।

उसकी योनि बहुत गर्म थी और सैम ने महसूस किया कि वह अपने योनी के छेद से उसका योनी का रस रिस रहा है । उसकी योनि सूज गई थी और मेरी उंगली के स्पर्श के प्रति बेहद संवेदनशील थी। उसने सिर हिलाया जब मैंने अपने हाथ उसकी जाँघों पर और उसकी योनि में चलाए।

"करते रही मुझे छुओ," उसने कहा। और इसके साथ ही सैम ने ने अपनी योनी को छूने के लिए अपना हाथ बढ़ाया, तो उसे समय मेरी उंगली उसकी गांड के छेद की जांच करने के लिए गनद पर गयी तो सैम काहुनक गयी । उसने अपनी सांस रोक ली और मैंने अपनी उंगली को उसकी गांड की गर्म पकड़ में धकेल दिया।

" हाय, यह अच्छा लगता है!" वह कराह उठी।

उसने अपनी योनि की मालिश करना जारी रखा और मैंने उसकी पाया की उसकी गांड बहुत टाइट थी और मैंने उसकी जांच की और अपनी उंगली को अग्गे खिसकाया तो वह हांफने लगी।

"हाँ!" वो फुसफुसायी । "अब अपना अंगूठा मेरी योनी में डाल दो!"

जब मेरी एक ऊँगली उसकी गांड में और मेरा अंगूठा उसके योनी के छेद में था, तो उसने धीरे-धीरे अपने हाथ से अपनी योनी को पंप करना शुरू कर दिया, मेरी आँखें सैम की योनि और उसके चेहरे के बीच आगे-पीछे घूम रही थीं और वो कराह रही थी और मैंने उसे कांपते हुए और क्योंकि उसने उसे झटका देते हुए देखा ।

"ओह, कमीने!" वह कराह उठी। "आपने यह करना कहाँ से और कैसे सीखा?"

मैं मुस्कुराया। "मैंने इसे एक किताब में पढ़ा था," मैंने कहा।

सैम फिर से कराह उठी और उसने अपनी आँखें ऊपर कर लीं क्योंकि उसके शरीर पर कामोन्माद धुल गया था।

वह अपने चरमोत्कर्ष के शिखर से नीचे उतरी बैठी और अपनी योनी पर मेरे मुंह को दबाने लगी।

"दीपक मुझे चूसो!" वह रोई। मैंने सैम को बिस्तर पर लिटा दिया और उनकी गुलाबी चूत पर होंठ रख दिए। सैम को तो मानो जन्नत का सुख मिलने लगा था। मैं धीरे धीरे मस्ती से हॉट सैम की चुत चाटने लगा । वो आहह उहहह आहहह करने लगीं और मेरी पीठ पर हाथ फेरने लगीं। सैम मेरा सिर अपनी चूत में दबाने लगीं और मैं चूत के दाने को जीभ से चूसने लगा। जैसे ही मैंने अपनी जीभ को उसकी योनी के छेद के अंदर डाला और नाक को उसकी योनि से रगड़ा, उसने अपनी टांगो को फैला कर योनि को खोल दिया ।

कुछ ही देर में सैम की हालत बिगड़ने लगी और वो तड़पने लगीं। मैंने चूत में काफी अन्दर तक अपनी जीभ घुसा दी और उन्हें जीभ से ही चोदने लगा। वह वापस लेट गई, उसके घुटने ऊपर खिंच गए, उसकी जाँघें चौड़ी हो गईं, उसकी योनी मेरे मुँह की ओर खुल गई। धीरे-धीरे आगे-पीछे करते हुए, उसने अपनी योनी को एक स्थिर लय के साथ मेरे चेहरे पर थपथपाया। अब सैम की टांगें हवा में उठ कर फ़ैल गई थीं और मैं चूत में अपनी जीभ को तेजी से अन्दर बाहर करने लगा था।

मैंने अपने लंड को देखने के लिए अपना सिर झुका लिया। अब वो बोली "मुझे चोदो मुझे चोदो!" वह कराह रही थी!"

उसकी योनी से अपना मुँह हटाते हुए, मैंने चादर से अपने चेहरे पे लगा उसका योनी का रस साफ़ किया उसके पैरों को अपने कंधों पर लपेट लिया, और अपने कठोर युवा लंड को उसकी भाप से भरी टाइट योनी में गहराई में घुसा दिया ।

सैम चीखने चिलाने लगी- हाआअ। राजा आईईईईई ईईई दर्द उउउउइई ईईईई हो रहा है! उउउईईईई माँ, आहहहाँ!

उनकी चीख से मैं और मदहोश हो गया, मैंने कहा- धीरे से चिल्लाओ सैम कोई सुन कर क्या सोचेंगा ।

वो बोली कोई कुछ भी सोचे मुझे अब परवाह नहीं है और मेरी बहन चेरी मेरे लिए खुश है की मैं इतने आरसे के बाद पाने लिए कुछ कर रही हूँ तुम करते रहो और जोर से करो

एक बार फिर मैं पीछे हटा और फिर अन्दर की ओर दबाव दिया। मैंने थोड़ा सा लंड पीछे किया उठा और फिर से धक्का दिया, सैम फिर से चिल्लाने लगी आह बहुत दर्द हो रहा है मैं दर्द के मारे मर जाऊँगी।

मैंने पूरी ताकत के एक धक्का लगा दिया।

"ओह अम्मी। " सैम के मुख से निकला, सैम के स्तन ऊपर की ओर उठ गए और शरीर एंठन में आ गया। मेरा गर्म, आकार में बड़ा लिंग पूरी तरह से गीली हो चुकी योनि में घुस गया। अन्दर, और अन्दर वो चलता गया। सैम दर्द के मारे चिललाने लगी- आहह मेरे राजा! उउइइ ओह्ह्ह्हह बहुत दर्द हो रहा है! प्लीज बहुत दर्द हो रहा है, प्लीज निकालो इसे! और सैम की आँखों से आंसू निकल आये।

मैं बोला सैम आप कमाल की हो । एकदम करारी कड़क और जवान और आपकी चूत है एकदम टाइट जैसे किसी जवान लौंडिया की चुत हो। सच मजा आ गया! मेरे दोनों हाथ सैम के स्तनों पर आ चुके थे और मैंने धीरे धीरे लंड आगे पीछे करना शुरू कर दिया ।

अब जैसे जैसे मैं चूचियों को दबाने लगा, मेरी लंड आगे पीछे करने की रफ्तार अचानक से तेज होने लगी और वो आह आह करके लंड मस्ती से पूरा अंदर लेने लगी और साथ साथ अपने मेरी चुदाई की ले में चूतड़ उठाने लगी । और मेरा लंड पूरा अपने अन्दर समाने लगी थीं। उन्होंने अपने होंठों को मेरे होंठों पर लगाया और चूसने लगीं। मैं आनन्द के सागर में गोते खोने लगा।

चूत लंड का खेल अपने चरम पर पहुंच गया। थप थप थप की आवाज़ गूंजने लगी। और चेरी हमारी चुदाई देख कर अपने हाथ से तेजी से अपनी चूत सहला रही थी । जब औरत को चुदाई में मजा आने लगता है तो वो चुतड उठा उठाकर साथ देने लगती है । इसी तरह सैम भी बार बार चुतड ऊपर की तरफ उछाल रही थी । और उसकी चूत से लगातार पानी बह रहा था।

सामने हमारी चुदाई देख रही चेरी की चूत के पतले ओठो पर नाच रही उंगलियों पर उसका कोई बस नहीं था वो भी अपनी चूत से बहते पानी को रोकने में असमर्थ थी है । सैम वासना के कारन थिरकते चुतड को रोकने में असमर्थ थी और । उसे पता था की अब आगे क्या होने वाला है । सामने सिसकारियो के बीच चेरी ने अपनी एक उंगली से दाने को रगड़ना जारी रखा और स्खलित हो गयी ।

सैम की वासना से भरी हुई सिसकारियां तेज़ होने लगीं और वो आह आह आह करने लगीं। मैंने उसने घोड़ी बनने को बोलै और सैम आंटी मेरे सामने घोड़ी बन गईं।

मैंने उनकी गांड का छेद चाटा और तब वो बोलीं- ये मज़ा तो तेरे मामा ने कभी नहीं दिया । आह तू बहुत मज़े दे रहा है मेरे बाबू । सैम तेरी गुलाम हो गयी है । जब मन करे, जितना मन करे, चोद लेना अपनी सैम को!

'सच जानू!

'हां मेरे राजा!। '

और बोली राजा मैं तुझे वो मजा दूँगी और कई बार दूँगी जिसे तुम कभी नहीं भूलोगे

ये सुनकर मैंने एक ज़ोर के झटके के साथ अपना पूरा गर्म लंड सैम की चूत में पेल दिया और बम्पर चुदाई चालू कर दी। अब सैम बेफिक्र होकर खूब मजे ले लेकर और तेज आवाजें करके अच्छे से चुदवा रही थीं। मैंने सैम को आगे झुका दिया और चोदने लगा। सैम के चूत में पीछे से लंड अन्दर बाहर होने लगा और उनकी चूचियां हवा में झूलने लगीं। सैम 'और तेज और तेज तेज ...' चिल्ला रही थीं। मैं भी झटके पर झटके लगा रहा था।

मैं उनको लगातार चोद रहा था। अपना पूरा लंड बाहर निकाल करऔर फिर पूरा घुसा कर उनकी चूत को चोद रहा था। और वो गांड हिला हिला कर मज़े ले रही थी । अब उनकी मटकती गांड देखकर मैं भी अपने चरमोत्कर्ष पर आने लगा और तुरन्त मैंने अपना लंड सैम से निकाल कर उनको सीधा लिटा दिया। और उनको अपने लंड के ऊपर बिठा लिया और फिर वो हचक कर उचार उछाल चुदवाने लगी और मैं चूतड़ ऊपर कर उसे चोदने लगा।

फिर कुछ देर उन्हें चूमते चूमते बैठ कर चोदने के बाद उन्हें लिटाया और फिर उनके ऊपर आकर लंड उनकी चूत में डालकर उनको हचक कर चोदने लगा।

उन्होंने अपनी दोनों टांगें मेरी कमर पर जकड़ दीं और मैंने सैम की चूत में अपना सारा वीर्य गिरा दिया। मैं सैम से चिपक कर लेटा रहा। सैम ने भी पैर और दोनों हाथों से मुझे जकड़ा हुआ था।

थोड़ी देर बाद मैं उठा, उनकी चूत में अपने ही वीर्य से सना हुआ लंड निकाला। सैम ने लपक कर मेरा लंड मुँह में भर लिया। और उसे अच्छे से पूरा लंड चाट कर साफ कर दिया।

मैंने सामने देखा तो चेरी सकूंन से उस सोफे पर ही सो गयी थी ।

मतलब अब पूरी रात हमें रोकने वाला कोई नहीं था। हम दोनों एक-दूसरे के होंठों को चूसने लगे और मेरा हाथ सैम की चूत में था और सैम के हाथों में मेरा लंड खेल रहा था।

धीरे धीरे दोनों 69 में आकर लंड चूत चाटने लगे। फिर मैंने सैम की चूत में लंड लगाकर जोर से धक्का लगा दिया। हॉट सैम कराही और 'ऊईई आहहह आहह ...' करने लगीं।

मैंने अपने धक्कों की रफ़्तार तेज कर दी। मैं सैम की दोनों चूचियों को मसलने लगा और लंड अन्दर बाहर करने लगा। अब सैम भी धीरे धीरे अपनी गांड ऊपर नीचे करके मस्ती से लंड लेने लगी थीं। अब मैं और जोश में आकर चोदने लगा और स्तनों और कानो और गर्दन पर चूमने लगा, काटने लगा। मैंने सैम की चूचियों को जोर जोर से मसलना शुरू कर दिया और झटके पर झटके मारने लगा और सटासट सटासट और तेजी से अन्दर बाहर करने लगा। वो मस्ती से अपनी टांगों को उठा कर लंड ले रही थीं।

मैंने सैम के होंठों पर अपने होंठ रख दिए। हम दोनों एक-दूसरे के होंठों को चूसने लगे और झटके लगाने शुरू कर दिए। अब सैम भी नीचे से अपनी कमर उठा-उठा कर मेरे लंड की धक्को का मज़ा ले रही थी । मैंने सैम की हवा में उठी दोनों टांगों को पकड़ा और सैम की मादक सिसकारियां बढ़ने लगीं और वो 'उईई ऊईईई आह आह ...' करने लगीं।

पैर पूरी तरह से खुल जाने से सैम की चूत सूजने के बाद भी पूरी टाइट थी और खुल गई थी और मेरा बड़ा लम्बा लंड सीधा अन्दर बच्चेदानी तक ठोकर मार रहा था।

हम दोनों एक-दूसरे के होंठों को चूसने काटने लगे थे। सैम का शरीर गर्म हो गया था। वो आह आह आह कर रही थी । मैंने लंड को आगे पीछे करने की रफ़्तार बढ़ा दी और जल्दी जल्दी अन्दर तक पेलने लगा। आखिर में सैम की चूत ने धार छोड़ दी, पानी लंड के साथ बाहर बहने लगा।

मैं पूरा का पूरा सैम के ऊपर लद सा गया और रगड़ मारते हुए जल्दी जल्दी चोदने लगा। मेरा लंड बच्चेदानी तक जाने लगा था। मेरा हर झटका सैम को अंदर से पूरा हिला रहा था। तभी मेरा स्खलन शुरू हुआ और तीव्र झटकों के साथ मेरे लंड ने बच्चेदानी तक वीर्य भर दिया था।

मैंने सैम से कहा सॉरी सैम मैंने अंदर कर दिया तो वो बोली राजा बिलकुल चिंता मत करो मैं सेफ दिनों में हूँ और अगर गर्भ रह भी गया तो मुझे बहुत ख़ुशी होगी ।

मैं लंड अन्दर डालकर सैम के ऊपर चिपक कर लेट गया। थोड़ी देर बाद मैं उठकर बगल में लेट गया। और सैम के होंठों को चूसने लगा। वो भी साथ देने लगीं। फिर वो बोली मैं थक गयी हूँ कुछ देर आराम करते हैं और मैं उनके साथ चिपक कर लेट गया और एक दूसरे के होंठों को चूमने लगे। लंड चूत आराम करने लगे।

कुछ देर बाद सैम सो गयी और मैं भी पता नहीं उसके साथ चिपका हुआ ही कब सो गया और दोनों को नींद आ गई। मैं सुबह उठा और सैम के ओंठो को को चूमा और उनकी चूचियों दबाया और फिर चूचियों को चूसने लगा। और सैम की चूत में अपनी उंगली से मालिश करने लगा। सैम जग गयी और मुझे चूमा और फिर मेरा लंड पकड़ लिया और हिलाने लगीं। मैंने चूत में उंगली अन्दर बाहर करना शुरू कर दिया और चूचियों को काटने लगा।

अब सैम जल्दी जल्दी मेरा लंड हिलाने लगीं, लंड तनकर खड़ा हो गया। सैम उठकर लंड को चूसने लगीं, वो दोनों हाथों से पकड़ कर लंड को ऐसे चूस रही थीं जैसे आईसक्रीम को खाते हैं। लंड पूरा लम्बा कड़ा और बिल्कुल कठोर हो गया था।

फिर सैम मुझे लिटा कर चूत रखकर लंड पर बैठ गईं, लंड सनसनाता हुआ अन्दर समा गया। मेरे दोनों हाथ सैम की चूचियों पर आ चुके थे और सैम धीरे धीरे लंड पर उछलने लगी थीं।

अब जैसे जैसे मैं चूचियों को दबाने लगा, सैम की रफ्तार अचानक से तेज होने लगी और वो आह आह करके लंड पर मस्ती से कूदने लगीं। सैम की चूत लंड को पूरा अन्दर समाने लगी थीं। उन्होंने अपने होंठों को मेरे होंठों पर लगाया और चूसने लगीं। चूत लंड का खेल अपने चरम पर पहुंच गया। थप थप थप की आवाज़ गूंजने लगी। धीरे धीरे उजाला होने लगा और मेरी नंगी सैम मेरे लंड की सवारी कर रही थीं।

सैम के दोनों हाथ हवा में उठे हुए थे और उनके चूचे उछल उछल कर मेरे लंड को बेहद सनसनी दे रहे थे। सैम एकदम किसी पोर्न ऐक्ट्रेस सा लुक दे रही थीं। मैं बारी बारी से उनकी दोनों चूचियों के चूचुकों को अपने होंठों से दबाकर खींचने लगा।

कुछ देर बाद मैंने सैम को लंड से उतार कर घोड़ी बनाया और पीछे से लंड घुसा दिया और तेजी से झटके लगाना शुरू कर दिया। सैम अपनी गांड आगे पीछे करके मस्ती से आह आह करके गांड चुदाई का पूरा मज़ा ले रही थीं।

अब मैंने फिर से लंड चूत में डाल दिया और चोदने लगा। सैम की चूत सूज कर लाल हो गई थीं। मैंने सैम को सीधा लिटा दिया और हम एक दूसरे को चूमने लगे।

अब दोनों की चुदाई अंतिम चरण पर पहुंच गई थी और हर झटके से दोनों की आहहह आह की आवाज तेज होती जा रही थी। एकाएक सैम की रफ्तार बढ़ने लगी। उनकी चूत ने रस निकाल दिया। तभी एक तेज झटके के साथ मेरे लंड ने भी ज्वालामुखी छोड़ दिया और लंडरस से सैम की चूत भर गई। हम दोनों का रस व वीर्य मिलकर बाहर बहने लगा।

थोड़ी देर बाद हॉट सैम उठीं और मुझे चाट कर साफ करने लगीं । मैं सैम को पकड़ कर चूमने लगा। दोनों एक-दूसरे को चूमने लगे इस तरह उस रात को मैंने और सैम ने जमकर चुदाई की।

कहानी जारी रहेगी

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