Note: You can change font size, font face, and turn on dark mode by clicking the "A" icon tab in the Story Info Box.
You can temporarily switch back to a Classic Literotica® experience during our ongoing public Beta testing. Please consider leaving feedback on issues you experience or suggest improvements.
Click hereसुमित के जाने से एक रात पहले दोनों ने भरपूर सेक्स किया.
प्रिया कहती रही कि जो सुमित ने दाँत से काटने के निशान बनाए हैं, उसका वो अनिल को क्या जवाब देगी!
तो सुमित ने हंस कर कहा- प्रिया निशान तो मेरी पीठ पर भी बहुत बने हैं, तुम्हारे लंबे नाखूनों से!
इन पंद्रह दिनों में एक नयी बात जो प्रिया ने सीखी थी, वो थी मुँह से लंड को ख़लास करना.
अब एक ट्रिप तो सुमित प्रिया की चूत मारकर लगाता, दूसरे का मौका प्रिया उसे नहीं देती और मुँह से ही सुमित को निचोड़ देती.
सुमित तो प्रिया के ओरल सेक्स का दीवाना हो गया था.
उस दिन प्रिया ने रूबी से कह दिया था कि वो सुबह 10 बजे करीब आए.
रात भर के घमासान सेक्स के बाद प्रिया तो नीचे आकर ताला लगा कर सो गयी.
सुमित सुबह बाहर से लॉक करके चला गया.
जाते समय उसने प्रिया को फोन किया तो उसका फोन स्विच ऑफ था.
प्रिया 10.30 बजे रूबी की डोर बेल से उठी.
वो नंगी ही सो गयी थी तो एक फ्रॉक डालकर उसने गेट खोला.
रूबी मुस्कुराती हुई अन्दर आई.
प्रिया ने उससे कॉफी बनवा कर पी, अब वो रूबी के सामने सिगरेट पीती थी.
रूबी ने उसके लिए फटाफट नाश्ता बनाया, तब तक प्रिया फ्रेश होकर आ गयी.
प्रिया की अगले दिन की फ्लाइट थी तो उसने रूबी से कहा कि आज वो उसकी फुल बॉडी टोनिंग कर दे.
पर प्रिया का मूड बढ़िया नहीं था क्योंकि उसने सुमित से कहकर एक नया सिम कार्ड मंगाया था और उसी सिम से कल रात को अनिल को फोन मिलाया था तो फोन किसी लड़की ने उठाया था.
प्रिया ने आवाज बदलते हुए इंगलिश में उससे पूछा- साहब कहां हैं ... मैं उनकी पुरानी सेक्रेटरी बोल रही हूँ?
उस लड़की ने हंसते हुए कहा- तुम उनकी सेक्रेटरी रही हो, तो तुम्हें मालूम होना चाहिए कि वो रात को किस काम में बिज़ी होते हैं.
पीछे से अनिल कि आवाज आई- डार्लिंग, फोन काट दो, मूड मत खराब करो.
प्रिया को बहुत बुरा लगा इसलिए उसने सुमित से और जमकर सेक्स किया.
इस समय वो फिर चुदासी हो रही थी.
उसे अफसोस रहा कि इससे तो रात को वो सुमित के आगोश में ही सो जाती तो सुबह की चुदाई भी हो जाती.
रूबी ने महसूस कर लिया कि प्रिया कुछ अन्दर से उदास है तो उसने प्रिया को जबदस्ती नाश्ता कराया.
फिर कहा कि आज वो उसे स्पेशल मसाज देगी.
रूबी को मालूम था कि प्रिया को मस्ती पसंद है ... और उसे कुछ भी बुरा नहीं लगेगा.
रूबी ने बेड पर से बेडशीट हटाई और एक पुरानी शीट बिछा दी. उसके ऊपर एक बहुत पतली डिस्पोजेबल शीट बिछा दी, जो अक्सर ऑइल मसाज में पार्लर में इस्तेमाल होती है.
रूबी के कहने पर प्रिया लेट गयी.
उसके कान में रूबी ने धीरे से कहा- मैं आज आपको नुरो मसाज देगी.
प्रिया मुस्कुरा दी.
उसे मालूम था कि नुरो मसाज में ऑइल से बॉडी टू बॉडी मसाज दी जाती है.
रूबी का जिस्म भी प्रिया से कम नहीं था, बस प्रिया के जिस्म और चमड़ी पर अमीरी का लेप था और रूबी की त्वचा नैसर्गिक खूबसूरत थी.
प्रिया तो सुबह से ही फ्रॉक पहनी हुई थी, जिसमें से उसका हर अंग बाहर झांक रहा था.
रूबी ने प्रिया को पेट के बल लिटाया और पैरों से मसाज शुरू की, धीरे धीरे वो प्रिया के नितंबों तक पहुंच गयी.
उसने फ्रॉक को ऊपर किया और उसके पुष्ट गोरे नितंबों को मसाज देने लगी.
प्रिया को मजा आना शुरू हो गया था, उसने अपनी टांगें खोल दीं, तो रूबी अपने हाथ में तेल लेकर उसकी दोनों टांगों के बीच हाथ नीचे ले जाकर मालिश करने लगी.
उसकी हथेलियों से प्रिया की चिकनी चूत की फांकें रगड़ने लगीं.
रूबी बहुत धीरे धीरे आगे बढ़ रही थी.
जब उसे यकीन हो गया कि प्रिया अब उसे रोकेगी नहीं तो उसने प्रिया की फ्रॉक गर्दन से होते हुए उतार दी और उसे निपट नंगी कर दिया.
प्रिया अब भी पेट के बल लेटी थी.
रूबी ने भी अब अपने पूरे कपड़े उतार दिए और वो भी पूरी नंगी हो गयी.
प्रिया की पीठ पर तेल डालकर रूबी ने उसकी गर्दन से नीचे कमर तक मालिश शुरू कर दी.
प्रिया की आंखें मुँदी हुई थीं.
उसे नहीं मालूम था कि रूबी भी नंगी हो चुकी है.
जब रूबी ने अपने मांसल मम्मों पर ढेर सारा तेल डाला और प्रिया के ऊपर लेट कर अपने मम्मों से उसकी पीठ को रगड़ने लगी.
तब प्रिया को अहसास हुआ कि एक मांसल जिस्म उसे रगड़ रहा है.
उसने मुस्कुरा कर गर्दन घुमाई और रूबी को चूम लिया.
रूबी पूरी नंगी होकर प्रिया के जिस्म पर तैर सी रही थी.
रूबी ने एक हाथ से प्रिया की चूत को भी रगड़ना शुरू कर दिया तो प्रिया बैचन हो गयी.
वो उठ कर बैठ गयी और उसने रूबी को अपने पास खींच लिया.
प्रिया ने उसके होंठों से होंठ मिला दिए.
वो दोनों एक-दूसरे को चूम रही थीं, शायद उसी शिद्दत से, जितनी शिद्दत से प्रिया सुमित को चूमती थी.
प्रिया को तो मस्ती छा गयी थी, उसने अपनी दो उंगलियां रूबी की चूत में कर दीं.
रूबी भी सिहर गयी.
कुछ भी हो, उनका रिश्ता तो मालिक नौकर का ही था.
रूबी ने प्रिया को आहिस्ता से नीचे लिटाया और अब उसके पेट और मम्मों को मसाज देने लगी.
प्रिया उससे अंतरंग होना चाह रही थी.
उसने रूबी को अपने ऊपर खींच लिया और दोनों बेल की तरह लिपट गईं.
प्रिया अपनी चूत में हलचल चाह रही थी.
उसने रूबी से कहा- अपनी जीभ से मेरी चुत को चोदो.
रूबी नीचे झुकी और अपना सिर प्रिया की टांगों के बीच में कर दिया.
प्रिया के लिए ये एक नया अनुभव था.
रूबी ने प्रिया को बाद में बताया कि उनके पार्लर में कई रईसजादियां उससे ये काम करवाती थीं और पार्लर मालकिन इसके ऐवज में उनसे अच्छी ख़ासी रकम ऐंठती थी. पर उसको टुकड़े ही मिलते थे, तो उसने मना कर दिया था.
इसमें इन्फ़ैकशन होने का भी डर था, हर एक लड़की सफाई नहीं रखती थी.
प्रिया के बहुत ज़ोर देने पर रूबी ने अपनी उंगलियों से ही प्रिया की चूत की गर्मी मिटा दी.
फिर रूबी ने बाथटब में गुलाबजल का पानी बनाकर प्रिया को उससे नहलाया.
प्रिया बहुत खुश और संतुष्ट थी.
नहाकर, कॉफी पीकर प्रिया ऐसी सोयी कि सीधी शाम को ही उठी.
अगले दिन उसकी सुबह की फ्लाइट थी.
पहुंचने पर अनिल के उसका स्वागत गर्मजोशी से चूमकर किया.
प्रिया के अन्दर तो गुस्सा था, फिर उसने सोचा कि जो अनिल यहां कर रहा है, वो भी तो वहां यही कर रही है, तो हिसाब बराबर.
अब तो दो दिन खूब ऐश की जाए.
वो अनिल को नाराज भी तो नहीं करना चाहती थी क्योंकि वो ही तो उसका एटीएम कार्ड था.
प्रिया अनिल के पास सिलीगुड़ी पहुंची, वहां से दोनों दार्जिलिंग चले गए.
दार्जीलिंग के होटल में पहुंचकर, कमरे में आते ही दोनों ने कपड़े उतार फेंके और गुंथ गए धकापेल में.
दोनों ने ही महसूस किया कि अपने पार्टनर के साथ चुदाई का एक अलग मज़ा है.
अनिल तो उसके मम्मे ऐसे चूस रहा था मानो उसने पिछले एक महीने से किसी के मम्मे छुए ही नहीं हों ... और यही हाल प्रिया ने भी दिखाया.
वो अनिल का लंड छोड़ने को तैयार नहीं थी.
प्रिया ने हंस कर कहा- मैं इसे काट कर अपने साथ ले जाऊंगी.
प्रिया ने अनिल की पीठ पर लाल लाल धारियां देखीं, जिन्हें वो पहचान गयी कि ऐसी ही धारियां उसके नाखूनों से सुमित की पीठ पर भी बनी हैं.
अनिल ने उसकी गर्दन पर बने निशान के लिए पूछा, तो प्रिया ने कह दिया कि किसी मच्छर ने काट लिया था. अब तो काफी कम हो गए हैं. मच्छर के काटने से खुजली होती थी, जिससे निशान बन गए हैं.
दार्जीलिंग में घूमने में उन दोनों ने इतना समय नहीं दिया, जितना समय चुदाई में दिया.
कुछ तो प्रिया में चुदाई का माद्दा भी ज्यादा था, कुछ वो अनिल को यह अहसास कराना चाहती थी कि वो पिछले एक महीने से सेक्स की भूखी है.
ऐसे ही अनिल भले ही थक जाता था पर वो पूरे जी जान से प्रिया की चुदाई करता और कहता कि उसे पिछले एक महीने ... और अगले एक महीने का चुदाई का कोटा पूरा करना है.
प्रिया को लगता था कि अनिल की आसामी फ्रेंड ने उसे गांड चुदाई का चस्का डाल दिया था क्योंकि इन दो दिनों में अनिल ने कई बार कोशिश की कि प्रिया गांड मरवा ले, पर प्रिया ने मना कर दिया.
तीन दिन बाद प्रिया वापिस आ गयी.
आने के तीन दिन बाद सुमित भी वापिस आ गया.
जिस दिन सुमित को आना था, उस शाम प्रिया ने रूबी से दिन में फिर मस्ती की और दोपहर बाद रूबी को हाफ-डे दिया और सो गयी.
उसे मालूम था कि आज की रात सुमित और वो पूरे हफ्ते की कसर निकालेंगे.
तो दोस्तो, ये सेक्स कहानी आपको कैसी लगी, मुझे कमेन्ट में लिखिएगा.