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Click hereआज की कहानी कुछ हट के है ... किसी पुरानी जासूसी फिल्म जैसी!
यह स्टोरी सनी और रोज़ी की है।
दोनों ही टूरिस्ट गाइड हैं। दोनों बेहद स्मार्ट और सलीकेदार हैं।
देश/विदेश के कहीं के भी टूर पेकेज मिलें तो ये गाइड बन कर जाते हैं।
रोज़ी गोरी चिट्टी, लंबी छरहरी, दिल्ली यूनिवरसिटी से टूरिज़म का डिप्लोमा किए हुए फर्राटेदार इंगलिश बोलने वाली सरदारनी है।
सनी मोना सरदार है, क्लीन शेव, सलीकेदार और दो-तीन भाषाएँ अच्छे से बोलने वाला व्यवहारकुशल लड़का है।
टूरिज़म से पहले सनी ने बॉडी मसाज का प्रोफेशनल कोर्स किया है।
रोज़ी भी उसी सेंटर में एक ट्रेनी की तरह आई थी। इसी दौरान इन दोनों की जान पहचान और नज़दीकियाँ बढ़ गईं।
सनी एक सर्टीफाइड ट्रेनर था और 'तांत्रिक मसाज' का स्पेशलिस्ट था।
विदेशी पर्यटकों को भारतीय तांत्रिक मसाज की बड़ी चाहत होती है और वो इसके बड़े अच्छे पैसे दे देते हैं।
रोज़ी भी यही सीखना चाहती थी। पर उसकी मजबूरी थी कि सिखाने वाला केवल एक ही ट्रेनर था वो भी आदमी था।
रोज़ी के टूर गाइड के पोर्टफोलियो में ये मसाज सीखना उसके लिए बहुत फायदेमंद होता इसलिए वो सीखना चाहती थी।
इसके लिए बाहर भेजने के लिए उसके घर वालों ने मना कर दिया।
तो घरवालों से यह बात छिपा कर कि यहाँ ट्रेनर एक आदमी है, रोज़ी ने सनी को ही जॉइन कर लिया।
मसाज ट्रेनिंग के जनरल टिप्स तो हाल में ग्रुप में दिये जाते पर 'तांत्रिक मसाज' की बारीकियों को तो एकांत कमरे में ही सिखाया जा सकता था।
हालांकि वहाँ सनी के अलावा एक हेल्पर लड़की भी होती पर वो भी एक दो दिन के बाद इधर उधर हो जाती क्योंकि ये तो उनके लिए रोज़ की बात थी।
इस मसाज को सीखने सिखाने के लिए सनी को उस लड़की हेल्पर के जिस्म की आवश्यकता होती तो रोज़ी ने कहा- बारीकियाँ आप मेरे जिस्म और अपने जिस्म पर कर के ही बता दो।
अब तांत्रिक मसाज की बारीकियों को समझना और समझाने में तो दोनों शारीरिक रूप से बहुत नजदीक आ गए।
सनी कुछ दूरी बनाना चाहता भी था तो रोज़ी ने बहुत मन से बारीकियों को करके सीखना चाहा तो उनके बीच की सभी लिहाज शर्म खत्म हो गयी और अंतरंगता बढ़ती गयी।
अब दोनों देर रात तक साथ घूमते और मस्ती करते! चूमचाटी तो अब आम बात थी।
एक-दो महीने के बाद ही रोज़ी की तो किसी टूरिस्म कंपनी में जॉब लग गयी तो उसने ये कोर्स बीच में ही छोड़ दिया।
तब तक सनी और उसके बीच नज़दीकियाँ ज्यादा ही बढ़ गईं थीं और दोनों ने साथ कुछ कर गुजरने के सपने सँजोए थे, तो रोज़ी ने सनी को भी अपनी कंपनी में ही जॉब दिलवा दिया।
सनी की बातों में कुछ ऐसा खिंचाव था कि वो बहुत जल्दी ही एक कामयाब गाइड बन गया.
और वक़्त की बात, सनी और रोज़ी की जोड़ी ऐसी चली कि अब टूरिस्ट्स की डिमांड पर दोनों साथ-साथ जाने लगे।
असल में रोज़ी की दिलकश अदाएं और बात करने का अपनापन मेल टूरिस्ट्स को बहुत भाता था.
पर उसने आज तक किसी मेल टूरिस्ट को अपने को हाथ नहीं लगाने दिया था।
वो नजदीक जाती थी, शराब सर्व करती थी, उनके फूहड़ मज़ाक पर मुस्कुरा भी देती थी.
पर 'नो टच' की पॉलिसी पर काम करती थी।
लेडी टूरिस्ट भी उससे अच्छा महसूस करती थीं, रोज़ी उनके नितांत एकांत के पलों में उन्हें तांत्रिक मसाज भी देती थी, जिसका वो लोग भरपूर पैसा भी उसे देते।
सनी और रोज़ी जब साथ साथ टूर पर जाते तो इतना पैसा तो मिलता नहीं था कि अलग-अलग रूम ले सकें, तो साथ रहना पड़ता।
रोज़ी रात को मस्ती में सारे किस्से सनी को चटकारे लेकर बताती।
अब बंद कमरे में जवान जिस्म साथ रहें तो क्या कुछ नहीं हो जाता!
इनके साथ भी वही हुआ।
इन दोनों के बीच अंतरंगता बढ़ती गयी.
सनी ने तांत्रिक मसाज का एक अहम भाग जिसमें योनि मसाज और निप्पल मसाज आती है वो रोज़ी को सिखाया।
वो सिखाते सिखाते दोनों के शारीरिक संबंध हो गए।
रोज़ी अब सनी के साथ गहरी अंतरंगता से सेक्स करती।
अब दोनों को दिन में भी जब मौका मिलता तो चूमा चाटी या फटाफट सेक्स का एक सेशन हो जाता।
वैसे तो वे पूरी सावधानी बरतते कि रोज़ी के गर्भ न ठहरे!
पर रोज़ी बहुत चंचल थी, कई बार लापरवाही कर जाती और असुरक्षित सेक्स कर लेती।
असल में मसाज के दौरान वो दोनों ही इतने उत्तेजित हो जाते। रोज़ी सनी का लंड इतनी तन्मयता से मसलती और चूसती कि सनी को अपने को संभालना मुशकिल हो जाता और ऐसे ही सनी रोज़ी की चूत में या निप्पलस पर जब उँगलियाँ या जीभ फिराता तो उत्तेजना में रोज़ी सनी को अपने ऊपर चढ़ा लेती और ऐसे में कब मसाज सेक्स में तबदील हो जाती, कब असुरक्षित सेक्स हो जाता, पता ही नहीं चलता।
इस मस्ती का नतीजा ये हुआ कि रोज़ी गर्भवती हो गयी।
अब शादी की न तो स्थिति थी और न पैसा था।
उन दोनों ने साथ साथ बहुत बड़े सपने देखे थे ... पर उसके लिए वक़्त चाहिए था।
वे अपनी टूरिस्ट कंपनी बनाना चाहते थे।
दोनों की जोड़ी एक कामयाब जोड़ी होती जा रही थी।
पर अब क्या हो?
सनी जानता था कि अगर उसके घरवालों को इस बारे में मालूम पड़ गया तो पता नहीं वे क्या कर बैठेंगे।
रोज़ी केवल इस शर्त पर बच्चा गिराने को तैयार हुई कि सनी उससे अभी शादी कर ले।
तो इस तरह दोनों की शादी हो गयी पर आपस में ये तय हुआ कि अभी बच्चे की कोई प्लानिंग नहीं।
बल्कि केवल नजदीक के लोगों के अलावा किसी को ये बताएँगे भी नहीं की वे पति पत्नी हैं, वरना इससे उनके जॉब करियर पर फर्क पड़ता।
हर कंपनी/टूरिस्ट जवान लड़के-लड़की चाहता है न की पति-पत्नी।
सनी और रोज़ी ने अब नौकरी छोड़ दी और वे फ्रीलांसर गाइड बन गए, मतलब टूर के हिसाब से वो अपनी बुकिंग करते और पैसे लेते।
अब उन लोगों को पैसा बचाने की धुन लग गयी थी।
पर सपने बड़े थे और समय बीतता जा रहा था।
तभी कोरोना आ गया।
हर ओर लॉकडाउन!
सबसे ज्यादा नुकसान हुआ तो वो हुआ टूरिज़म का!
सब खाली बैठ गए।
सनी रोज़ी के सामने तो रोजगार की दिक्कत आ गयी।
किराये का मकान, पूरे खर्चे, धीरे धीरे बचत भी ठिकाने लगने लगी।
पर दोनों बहुत ज़िंदादिल थे। खर्चे कम किए पर ज़िंदगी में मस्ती कम नहीं की।
मेल्स पर लगातार अपने क्लाइंट्स से टच में रहते।
कामसूत्र को नजदीक से समझ कर सेक्स की नयी मुद्राओं को समझना और उन्हें मसाज के साथ सम्मिलित करना, इस पर खास काम किया दोनों ने!
इसके दो फायदे हुए कि उनकी अपनी सेक्स लाइफ बहुत रंगीन हो गयी और दूसरे उन्हें इस बात का अंदाज़ हो गया कि फिरंगियों से कैसे पैसे ज्यादा निकाले जा सकते हैं।
सनी ने रोज़ी को मसाज में इतना परफ़ैक्ट कर दिया कि वो अब आश्वस्त था कि क्लाइंट चाहे मेल हो या फी मेल रोज़ी से मसाज करवा कर उसे वही उत्तेजना होती थी, जिसे आज नवयुवक यवतियाँ दवाइयों और ड्रग्स में ढूंढते हैं।
अपनी तांत्रिक मसाज को बल्कि खासतौर से योनि मसाज को सनी ने इतना सुरुचिपूर्ण कर लिया था कि अब रोज़ी भी कहती थी कि कोई फ़ीमेल इस मसाज के बाद बिना चुदवाए तुम्हें कैसे जाने देगी।
पर सनी की सोच स्पष्ट थी। वो मसाज को सेक्स से नहीं जोड़ता था। वो मसाज की पवित्रता में विश्वास करता था।
रोज़ी को समझाता था वो ... कि जब मैं तुम्हारी या तुम मेरी मसाज करती हो तो अंतिम उद्देश्य सेक्स होता है.
पर जब हम क्लाइंट की मसाज करते हैं तो न तो हमारे मन में कोई सेक्स की भावना होनी चाहिए, न ही हमारा उद्देश्य क्लाइंट की कामभावना को जागृत करके सेक्स करना होना चाहिए।
सनी और रोज़ी ने आज तक अपनी इस सौगंध को निभाया भी था।
दोनों किसी अन्य से कभी भी अंतरंग नहीं हुए थे, जबकि उनके क्लाइंट्स ने ऐसा कई बार चाहा।
तो अब लॉकडाउन में इनकी सुबह जबर्दस्त मॉर्निंग सेक्स से होती और रात को बिना पलंगतोड़ सेक्स के इन्हें नींद नहीं आती।
दिन में नाममात्र के कपड़े पहने।
रोज़ी को किसी भी मुद्रा से परहेज नहीं था।
वो मुंह से भी कर लेती, मुंह में ही कर लेती, आगे पीछे दोनों तरफ करवा लेती।
वह भूखी सो सकती थी पर बिना सेक्स के नहीं।
अपने पीरयड्स के दिनों में तो वो हाथ और मुंह से ही सनी का खाली करती।
सनी बहुत खुश था रोज़ी की चुदाई से!
रोज़ी जब ऊपर बैठ कर उछल उछल कर करती तो ऐसा लगता कि उसमें कहाँ की दैवीय ताकत आ गयी है।
वो निचड़ कर रख देती सनी को!
रोज़ी नटखट थी तो उसने कुछ अदाएं पॉर्न देख कर या अपने अनुमान से सीख ली थीं जिससे वो किसी भी मर्द को दीवाना बना दे।
लॉकडाउन खुलते ही टूरिज़म की बाढ़ आ गयी।
सब ओर एक साथ टूर शुरू हो गये।
सनी और रोज़ी को भी काम मिलना शुरू हो गया।
पर उनके अरमानों को पूरा कर दे ... ऐसी कमाई नहीं हो रही थी।
दोनों ही अब बहुत कम खर्च से काम चलाते, एक एक पैसा जोड़ते, अपनी क्लाइंट्स की खूब सेवा करते ताकि उनसे अच्छी टिप्स मिलें।
पर मंज़िल अभी बहुत दूर थी।
एक दिन सनी को एक पुराने क्लाइंट का फोन आया।
उसने सनी और रोज़ी को मिलने के लिए मुंबई बुलाया, आने जाने और खर्चे के लिए पच्चीस हज़ार रुपए इनके अकाउंट में ट्रान्स्फ़र कर दिये।
काम कुछ बड़ा ही होगा ... वरना ऐसे कौन बुलाता है इतने पैसे भेजकर! यह सोचकर सनी और रोज़ी अगले दिन की फ्लाइट से ही मुंबई पहुँच गए।
उस क्लाइंट ने इनके ठहरने का इंतजाम एक आलीशान होटल में किया था।
वो क्लाइंट मिस्टर सैम थे जो अंतराष्ट्रीय कंपनियों के बिचौलिये की तरह काम करते थे और अक्सर विदेश के ग्रुप टूर बनवाते थे।
सैम सनी और रोज़ी से मिलने इन्हीं के होटल में आया।
रूम में लाजवाब नाश्ते और बियर के साथ सैम ने अपना प्रस्ताव इन लोगों को बताया।
काम यह था कि एक ग्लोबल टेंडर था, हिन्दुस्तानी रुपयों में बात करें तो लगभग पाँच सौ करोड़ रुपए का!
जिसमें एक विदेशी कंपनी कंपनी 'विस्टा' भाग ले रही थी।
टेंडर एक यूरोप की कंपनी का था। टेंडर फाइनल स्थिति में था बस उनके वाइस प्रेसिडेंट की सहमति बाकी थी।
वाइस प्रेसिडेंट मिस्टर डेविड थे जो अपनी पत्नी लिज़ा के साथ पाँच दिन की छुट्टी पर फुकेट, थाईलेंड जा रहे थे अगले हफ्ते!
वहीं से वापिस आकर उन्हें टेंडर फाइनल करना था।
'विस्टा' के अधिकारी चाहते थे कि किसी भी कीमत पर टेंडर उन्हें मिले।
डेविड पैसा लेकर काम करने को तैयार थे पर उनकी पत्नी लिज़ा किसी और कंपनी में इच्छुक थीं।
हालांकि डेविड अपनी पत्नी से दब नहीं रहा था, पर डेविड चाहता था कि लिज़ा खुद उन्हें यह सहमति दे दे या फिर डेविड को किसी और रास्ते से मजबूर कर दिया जाये कि वो किसी की न सुने और ऑर्डर 'विस्टा' को दे दे।
'विस्टा' के अधिकारियों ने सैम को संपर्क किया कि डेविड और लिज़ा मस्तीखोर हैं, 35-40 साल के आस पास के हैं तो किसी भी कीमत पर इन्हें मजबूर किया जाये कि वो 'विस्टा' का साथ दें।
सनी ने पूछा- आप हमसे क्या चाहते हो?
सैम ने मुस्कुराकर कहा- मेरी बात पूरी सुन लेना, बिना बीच में टोके ... और फिर आपस में बात करना। एक घंटे के बाद मुझे जवाब दे देना।
सनी ने कहा- आखिर आप हम टूरिस्ट गाइड्स से क्या चाहते हो?
सैम ने मुसकुराते हुए कहा- तुम्हें वहाँ हनीमून कपल बन कर जाना है। उन्हें बताना कि तुम्हारा प्रॉफ़ेशन वेरी हाई प्रोफ़ाइल टूरिस्ट गाइड का है और तुम और तुम्हारी बीवी भारतीय परम्पराओं को जानते हुए तांत्रिक मसाज में पारंगत है। शॉर्ट में कहूँ तो तुम्हें और रोज़ी को सैम और लिज़ा को सिडयूस करना है। तुम्हें उन्हें इस हाल में लाना है कि वो तुम्हारी हर बात को मानने को तैयार हो जाएँ। हो सकता है तुम्हें उनके साथ शारीरिक संबंध भी बनाने पड़ें।
यह सुनते ही सनी अपना आपा खो बैठा।
उसने कहा- मिस्टर सैम, मैं आपसे इतनी बेहूदी बात की उम्मीद नहीं करता था। रोज़ी मेरी बीवी है कोई वेश्या नहीं। आप चले जाइए यहाँ से, हमें कोई बात नहीं करनी।
सैम मुसकुराते हुए बोले- बच्चे मेरी बात पूरी होने दो। फिर तुम जैसा कहोगे वैसा कर लेंगे।
तब सैम ने आगे कहा- अगर तुम डेविड और लिज़ा को काबू कर पाये तो 'विस्टा' तुम्हें बीस लाख रुपए देने को तैयार है. और अगर तुम लोग कामयाब नहीं भी हो पाये तो तुम्हारा पूरा खर्चा और पाँच लाख देंगे। सोच कर देखो ... तुम्हारे अपने सपने हैं, इन्हें पूरा करने के लिए थोड़ा आगे पीछे तो जिंदगी में होना पड़ेगा। यह कितनी बड़ी छलांग होगी तुम्हारे लिए। तुम सोच लेना और एक घंटे बाद नीचे रेस्तराँ में मैं तुम्हारा इंतज़ार करूंगा एडवांस रकम लेकर।
कहकर सैम चला गया।
उसके जाते ही सनी ने एक पेग बनाया और पूरा हलक में उतार लिया।
रोज़ी चुप थी।
सनी बोला- नहीं, मैं ये नहीं करूंगा; फाइनल है।
पर रोज़ी बोली- मुझे गलत मत समझना, मैं हरदम तुम्हारे साथ हूँ. पर सोचो ना कि इतनी रकम हमारे को अपने सपनों के कितने करीब कर देगी।
सनी बोला- फिर कोठा खोल लेते हैं।
रोज़ी बोली- अच्छा बताओ अगर किसी क्लाइंट की मसाज करते समय अगर हम बेकाबू हो जायें तो क्या हम बाजारू हो जाएँगे? और सच बताना क्या आज तक तुमने मेरे अलावा किसी से सेक्स नहीं किया?
सनी चुप था।
रोज़ी ने सनी को एक डीप किस किया और कहा- जानू, मैं तुमसे झूठ नहीं बोलूंगी. लॉकडाउन से पहले आखिरी टूर में एक अमेरिकी जोड़ा था माइकेल और जेनी का। मैंने जेनी को बहुत बढ़िया योनि मसाज दी तो वो जबर्दस्ती मेरे साथ 69 हो गयी. और तभी माइकेल आ गया। अब माहौल इतना गरमा गया था और तुम किसी दूसरे टूर में थे तो मैं भी चुदासी हो रही थी. उस रात हम तीनों ने थ्रीसम सेक्स किया। मैं माफी चाहती हूँ कि मैंने तुम्हें नहीं बताया. पर यकीन मानना मुझे बहुत पछतावा रहा इस बात का नहीं कि मैंने क्यों पराये मर्द से सेक्स किया, बस इस बात का कि मैंने तुमसे क्यों छिपाया। और सच में जब मैं किसी भी फ़ीमेल को योनि मसाज देती हूँ तो वो पूरी कोशिश करती है लेसबियन होने की ... पर मैं कभी नहीं हुई।
अब सनी ने भी स्वीकार किया कि वह भी एक दो बार सेक्स कर चुका है।
एक बार रोज़ी से मिलने से पहले और एक बार बाद में भी!
अब रोज़ी ने समझाया- तो क्या हम बाजारू हो गए? या हमारे बीच विश्वास या प्यार कम हो गया। सच कहूँ तो माइकेल से सेक्स करने के बाद तुमसे मिलने की तड़प बहुत बढ़ गयी थी।
कहकर रोज़ी ने भी एक हल्का पेग व्हिस्की का बनाया और एक सिप सनी को देकर उतार लिया अपने हलक में।
एक घंटे बाद सनी और रोज़ी सैम के साथ नीचे रेस्तराँ में लंच ले रहे थे।
सैम ने एक लाख रुपए नकद उन्हें दिये और उनसे कहा कि पूरी डेटेल उन्हें दो दिन के अंदर मिल जाएंगी। बस वो जाते ही अपनी तैयारी कर लें, आज से तीसरे दिन जाने की।
लंच के बाद सनी और रोज़ी वापिस रूम में आ गाए।
उनकी रिटर्न फ्लाइट रात की थी।
अब दोनों बहुत हल्का व खुश महसूस कर रहे थे।
जिंदगी में पहली बार इतनी रकम नकद उनके हाथों में थी।
रोज़ी ने फटाफट अपने सारे कपड़े उतारे और चिपट गयी सनी से और उसके कपड़े भी खींचतान कर के उतार दिये।
दोनों के होंठ मिल गए थे। दोनों ऐसे भींच रहे थे एक दूसरे को मानो उनका एक सपना अब पूरा होने की राह पर बढ़ गया है।
अब उनको अपना ये रूम और जानदार लग रहा था।
सनी ने रोज़ी को मोटे गद्दे वाले बेड पर पटक दिया और उसकी चूत में अपनी जीभ घुसा दी।
रोज़ी ने भी पूरी टांगें चौड़ा दीं थीं।
सनी ने रोज़ी की पानी बहाती चूत को जमकर चाटा.
उधर रोज़ी भी बेचैन थी सनी का लंड चूमने के लिए!
दोनों 69 हो गए।
रोज़ी तो माहिर हो गयी थी ... अब किसी भी मर्द को अपने इशारों पर नचाना और उसके लंड का पानी निकालना उसके बायें हाथ का खेल था।
पर आज रोज़ी की चूत चुदासी हो रही थी कुछ ज्यादा ही!
एक तो नया काम और उससे मिलने वाले पैसे कि खुशी थी और दूसरे माइकेल के साथ किए सेक्स को बता कर उसके दिल से एक बोझ उतर गया था तो आज वो नए जोश से चुदाई करना चाह रही थी।
वो अब पलटी और सनी के लंड पर बैठ गयी।
उसने अपने हाथ से सनी का लंड मसला और फिर सीधे अपनी चूत में कर लिया।
सनी भी उसके मम्मे दबोच चुका था।
रोज़ी के मम्मे तने हुए और भरे हुए थे।
किसी नवयौवना की तरह रोज़ी ने अपने नाखूनों से सनी की छाती के बालों को खरोचते हुए खाल पर निशान बना दिये।
रोज़ी की कामाग्नि आज एक नया रूप दिखा रही थी।
अब तक सनी ने सिर्फ सुना था आज देख भी लिया कि जब औरत चुदासी हो जाये तो भूखी शेरनी जैसी हो जाती है।
सनी ने हाँफती रोज़ी को नीचे किया और उसके नितंबों के नीचे तकिये लगाकर उसकी टांगें ऊपर कर दिन और पेल दिया अपना मूसल उसकी चूत में!
रोज़ी भी उसका पूरा साथ दे रही थी। रोज़ी के मन में तो अब थाईलैंड का प्रोजेक्ट चल रहा था.
वो सनी से बोली- जानू, तुमने जितना भी मुझे सिखाया है पूरा काम में लाऊँगी। देखती हूँ वो डेविड और लिज़ा कैसे हमारे काबू में नहीं आएंगे।
सनी भी बोला- हाँ पूरी मेहनत करेंगे, मैं हर तरह से तुम्हारे साथ हूँ।
वो तो शुक्र था कि अगले एक हफ्ते उनके पास कोई बुकिंग नहीं थी।
इन लोगों ने अपने जाने की तैयारी पूरी कीं।
थाइलेंड के मौसम के हिसाब से वहाँ बहुत खुशनुमा मौसम था।
तो ढेर सारी छोटी ड्रेस रोज़ी ने रखीं।
रोज़ी ने जानबूझकर दो राजस्थानी ड्रेस और दो साड़ी और पेटीकोट रखे, ब्लाउज़ उसने कुछ सोचकर नहीं रखे।
सनी ने अपना और रोज़ी का मसाज किट पैक किया।
जाने से एक दिन पहले सनी और रोज़ी ने अपना काफी समय ब्यूटी पार्लर में लगाया।
सनी ने अपना हेयर कटिंग और फेशियल करवाया।
रोज़ी ने तो कोई कसर छोड़ी ही नहीं अपने को चिकना करवाने और चमकवाने में!
रात को उसकी बुकिंग मेहँदी वाले सी थी।
हाथ पैरों पर ऊंची मेहंदी लगवाई उसने ताकि नवब्याहता का लुक आ जाये।
शर्त के हिसाब से सैम ने उनके खाते में चार लाख रुपए ट्रान्सफ़र कर दिये और उन्हें एक अंतराष्ट्रीय डेबिट कार्ड भेज दिया जिसमें पाँच हज़ार डॉलर जमा थे।
मतलब उनके ऐशो आराम का पूरा पैसा उनके पास था।
उनके पास डेविड और लिज़ा की अनेक फ़ोटोज़ और उनके व्यक्तिगत प्रोफाइल मेल से आ गईं, जिससे सनी को उन दोनों की रुचियों के बारे में पता चला।
यह बात तो क्लीयर थी कि दोनों घुमक्कड़ थे और रसिया थे।
वो लोग कई बार भारत आ चुके थे और यहाँ पारंपरिक चीजों से प्रभावित थे।
तय दिन पर सनी और रोज़ी बैंकाक हवाई अड्डे पर उतरे और वहाँ से दूसरी फ्लाइट से फुकेट पहुंचे।
वहाँ उनके ठहरने का इंतजाम डायमंड क्लिफ रेजोर्ट में था।
डायमंड क्लिफ एक बहुत महंगा रेजोर्ट था।
इस रेजोर्ट के सामने समुद्री तट था। रेजोर्ट में हर सुख सुविधा मौजूद थी।
उनको मिली जानकारी के हिसाब से डेविड और लिज़ा आज शाम तक ही उसी रेजोर्ट में पहुँचने वाले थे और उनका रूम उसी फ्लोर पर था जिस पर इनका रूम था।
सनी को सपोर्ट करने के लिए विस्टा कंपनी का एक एजेंट रॉकी वहीं मौजूद था जो सनी को हर तरह की मदद के लिए उपलब्ध था।
रॉकी की ही यह ज़िम्मेदारी थी कि जैसे ही डेविड आए वो सनी को बताए।
रोज़ी वैसे तो कई अंतराष्ट्रीय टूर कर चुकी थी और बढ़िया होटलों में घूम चुकी थी. पर यहाँ वो एक गेस्ट की हैसियत से थे और उन्हें हर सुविधा उसी मान सम्मान से मिल रही थी जैसे हनीमून कपल को मिलनी चाहिए।
इनका रूम क्या था, एक मिनी सुइट था।
तो रोज़ी तो पगला गयी उस सुइट में पहुँचते ही!
उसने चिपटा लिया सनी को और फटाफट सेक्स सेशन का मन बना कर अपने और सनी के कपड़े उतार फेंके।
सनी ने बियर की केन खोल कर रोज़ी को दी और खुद भी ली।
रोज़ी को उस समय बियर नहीं लंड चाहिए था। रोज़ी ने सनी के लंड पर कब्जा किया और उसे चूम चाट कर चिकना किया और चढ़ गयी सनी के ऊपर!
सनी ने कहा- फटाफट फ्रेश होना है और नीचे चलना है, डेविड के आने का टाइम होने वाला है।
रोज़ी ने कहा- भाड़ में जाये डेविड, उससे तो बाद में निबट लेंगे. पहले तुम मेरी आग बुझाओ।
अब सनी ने भी पेलमपेल कर दी।
दिमाग में जल्दी थी तो जल्दी ही काम निबट गया।
सनी रोज़ी को लेकर वाशरूम में घुस गया।
तभी रॉकी का फोन आ गया की डेविड 15 मिनट में रेजोर्ट पहुँच जाएगा।
सनी और रोज़ी फटाफट नहाए.
रोज़ी ने एक बहुत झीनी सी फ्रॉक पहनी, जिसमें उसके अंडर्गरमेंट्स साफ दिख रहे थे।
वह बहुत सेक्सी लग रही थी उस ड्रेस में!
मेचिंग नेल पैंट और सेंडल पहन, भीनी भीनी खुशबू से महकती रोज़ी बांहों में बांहें डाल कर सनी के साथ बाहर निकली।
सनी भी डेशिंग स्मार्ट लग रहा था।
रॉकी ने बता दिया था कि डेविड और लिजा आ गए हैं और अगले कुछ मिनटों में अपने रूम में पहुंचेंगे।
सनी और रोज़ी लिफ्ट से नीचे जाने के लिए पहुंचे।
क्योंकि रॉकी ने बता दिया था कि नीचे डेविड और लिजा लिफ्ट का इंतज़ार कर रहे हैं।
सनी और रोज़ी लिफ्ट में होंठों से होंठ मिला कर चिपट कर खड़े हो गए।
लिफ्ट नीचे पहुंची, गेट खुला पर दोनों ऐसे ही चिपटी खड़े रहे, बल्कि रोज़ी ने छटपटाहट कुछ बढ़ा दी।
उनको ऐसे देख कर मुसकुराते हुए डेविड ने उनसे इंग्लिश में कहा कि मंजिल आ गयी है, अब बाहर आ जाएँ।
इस पर सनी ने बिना रोज़ी को छोड़े कहा- आप चाहो तो अंदर आ जाओ, हमें बाहर आने के लिए अलग होना पड़ेगा, जो होने का मन नहीं है, अब चाहे पूरी शाम लिफ्ट ऊपर नीचे जाती रहे, हम नहीं अलग होने वाले।
लिज़ा ज़ोर से हंस पड़ी और रोज़ी से चिपक कर खड़ी हो गयी और बोली- लकी गर्ल!
हँसते हुए रोज़ी ने सनी को अलग किया और लिफ्ट से बाहर आने लगे।
सनी के पूरे चेहरे पर लिपस्टिक के निशान थे।
लिजा ने रोज़ी की मेहँदी देखकर पूछा- जस्ट मेरीड?
रोज़ी ने फिर एक बार सनी को चूमा और कहा- येस्स!
तो लिजा ने उसकी मेहँदी और ग्लौइंग स्किन की तारीफ की और सनी को भी हैंड्सम गाई कहा।
लिजा ने रोज़ी को चूमा तो रोज़ी ने उसके गालों पर भी लिपस्टिक के निशान बना दिये, जिसे देख कर डेविड खूब ज़ोर से हंसा।
अब क्या था ... रोज़ी ने डेविड को भी किस कर लिया और उसके गाल पर भी निशान बनाकर सनी से चिपट कर हँसते हुए बाहर आ गयी।
डेविड और लिजा ने दोनों को मुसकुराते हुए उन्हें बाय कहा।
तो पहला काम तो बड़ी कामयाबी से पूरा हुआ।
बाहर वाशरूम में आकर सनी और रोज़ी ने अपना चेहरा ठीक किया और फुकेट की नाइट लाइफ की मस्ती के लिए निकल गए।
घूमघाम कर दोनों देर रात तक वापिस आए.
आज चुदाई का का काम दिन में भरपूर हो गया था तो केवल एक सेशन निपटा कर दोनों चिपट कर सो गए।
अगले दिन से उन्हें अपने मिशन पर लगना था।
सुबह सनी की आंख नहीं खुली पर रोज़ी उठ गयी थी।
वो वाशरूम से फ्रेश होकर आई तो सनी सो रहा था पर उसका लंड तना खड़ा था।
रोज़ी मुस्कुराई और उसने बड़े आहिस्ता से उसका लंड मुंह में ले लिया और लगी लपर लपर चूसने!
इससे सनी की भी आँख खुल गयी।
वो रोज़ी की हरकत पर मुस्कुराया और खींच लिया रोज़ी को ऊपर दोनों के होंठ मिल गए।
पर बुरा हो कमबख्त रॉकी का ... मेसेज आया उसका कि डेविड और लिजा पूल पर आए हैं।
सनी ने रोज़ी को समझा कर हटाया और फ्रेश होने गया।
रोज़ी ने अपने बदन पर, खासतौर से अपने मम्मे और कूल्हे चमकाए और स्विम सूट पहन कर उसके ऊपर गाउन डाल लिया।
उसका बदन डियो की खुशबू से महक रहा था।
उन दोनों की जो प्लानिंग थी, उसके लिए उन्हें कमरा साफ चाहिए था।
तो सनी ने रूम सर्विस पर फोन करके अपना रूम ठीक करने को कहा और पूल की ओर चल दिये।
सनी ने भी स्विमिंग कॉस्ट्यूम और टी शर्ट पहनी।
दोनों आपस में चुहलबाजी करते, डेविड-लिजा को अनदेखा करते हुए दोनों पूल में उतर गए।
पूल में भी दोनों की चूमचाटी जारी थी।
तभी उन्हें डेविड ने दूर से हाय कहा और बियर पीने के लिए आमंत्रित किया।
सनी और रोज़ी दोनों टॉवल लपेट कर उनके पास चले गए।
रोज़ी ने टॉवल ऐसा लपेटा कि उसके मम्मे झांक रहे थे।
उसका दमकता गठीला बदन डेविड को उत्तेजित कर रहा था और ये बात उसके टॉवल से झाँकते उभार से जाहिर हो रही थी।
लिजा भी बहुत सेक्स अपील वाली महिला थी।
उम्र में वो 35 साल से ज्यादा नहीं थी ... पर लगती बिलकुल रोज़ी की हमउम्र थी।
हाँ डेविड जरूर उससे 4-5 साल बड़ा लगता था।
लिजा सिगरेट पी रही थी, उसने रोज़ी को ऑफर कि तो रोज़ी ने ले ली।
चारों ने आपस में हाथ मिलाये।
तभी चारों में हंसी मज़ाक शुरु हों गया।
भाषा सनी और रोज़ी के लिए दिक्कत नहीं थी।
सनी ने डेविड को बताया कि वो दोनों सरटीफ़ाईड अंतर्राष्ट्रीय गाइड भी हैं और एक टूरिस्ट कंपनी में साझीदार भी हैं।