खड़े लण्ड की अजीब दास्ताँ Ch. 02

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गेंद खेलती मोनी के साथ बगीचे में सेक्स
2.7k words
4.14
1.2k
00

Part 1 of the 3 part series

Updated 06/10/2023
Created 12/09/2020
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मेरी अब तक की कहानी " मजो की दुनिया में मेरे अनुभव, खाला को चोदा और खाला की चुदाई के बाद आपा का हलाला: आपने पढ़ाl ये कहानी उसी कहानी का अगला हिस्सा हैl

मेरी पिछली कहानी "खड़े लण्ड की अजीब दास्ताँ भाग 1" में आपने पढ़ा डॉक्टर जुली वापिस आ गयीl जुली बोली आमिर तुम्हारी डॉक्टरी जांच की रिपोर्ट आ गयी हैंl जुली के साथ एक बहुत खूबसूरत लड़की भी आयी थीl जुली ने उसका नाम डॉक्टर जेसिका (जस्सी) बताया जो की सेक्स विशेषज्ञ हैl इन्हे मैंने तुम्हारी खड़े और न बैठने वाले लंड की दिक्कत के बारे में बताया है और इन्होने ही जो टेस्ट बताये थेl वह मैंने करवाए थे और तुम्हारी सारी रिपोर्ट भी देखि हैंl फिर डॉक्टर जस्सी के कहने पर उनके सामने मैंने सारा की एक बार और चुदाई की l

डॉक्टर जूली और जस्सी ने बताया तुम्हारी डिलिया के साथ जबरदस्त चुदाई के तुम्हारी कुछ नसे इस तरह से हो गयी है, की अब तुम्हारा लंड खड़ा ही रहता हैl ये साधारणतया नहीं होता हैl उसका सीधा-सीधा इलाज़ नहीं है, लेकिन तुम्हे ये कुदरत से ख़ास मिली है तो इसे बचा कर रखोl

वैसे तो चुदाई मर्द के झड़ने के बाद ख़तम हो जाती है, क्योंकि झड़ने के बाद लंड में आया फ़ालतू खून वापिस चला जाता है और लंड बैठ जाता हैl तुम्हारे केस में ऐसा नहीं हैl खून नसे में आयी हुई सुकड़न के बाद वापिस नहीं जाता है और लंड खड़ा रहता हैl इसमें लड़कियों की और तुम्हारी बीवियों की तो मौज ही मौज है वह जितनी देर चाहे चुद सकती है l

और डॉक्टर जूली और डॉ जस्सी ने मुझे मेरी दिक्कत के बारे में समझाया की आगे से सेक्स में क्या-क्या ध्यान रखना है और अपने क्लिनिक पर अगले दिन चेकउप के लिए बुलायाl

अब आगे:

अगले दिन मैं, सारा और डॉक्टर जुली, डॉक्टर जस्सी के घर जो की उसका क्लिनिक भी था वहाँ पर गएl तो डॉक्टर के पास कुछ लोग बैठे थे तो सब वही इंतज़ार करने लगे तो सारा बोली आमिर अभी डॉ जस्सी को देर लगेगी कुछ लोग आ गए हैं तुम चाहो तो बाहर बगीचे में घूम आओ डॉक्टर जस्सी का घर बहुत शानदार था पूरा फार्म हाउस था उसमे पिछले भाग में स्विमिंग पूल भी था और उसके आगे एक बहुत सुन्दर बगीचा थाl

मैं बगीचे में घुमते हुए काफ़ी दूर निकल गया। मैं एक रंग-बिरंगे फूलों से भरे-पुरे उपवन में पहुँच गया l वहाँ उन्होंने बड़े ही सुन्दर साड़ीपहने हुए, कमर में करधनी पहने. एक बहुत सुन्दर गोरी कमसिन लड़की को गेंद के साथ खेलते हुए देखा। वह गेंद से खेल रही थी और खेलते-खेलते उसकी साड़ी का पल्लू सरक कर गिर गया और उसकी चोली में उसके बड़े-बड़े सुडोल स्तन नज़र आने लगेl मैं पेड़ो के पीछे छिप कर उसे देखने लगाl उसे देख मेरा लंड तन कर कड़क हो गया, तभी वह खेलती हुई मेरी तरफ़ ही आ रही थीl

उन ने लज्जा भाव से मुस्कराकर तिरछी नज़र से मेरी और देखा और एक तेज हवा का झोंका आया तो उसकी साड़ी से उसके उरोज आजाद हो गए, बस फिर क्या था मेरा मन मेरे हाथ से निकल गया। मैं उसे एकटक निहारने लगा उसकी चितवन के रस में डूब इतना भावातुर हो गया की अपने आप की भी सुध न रहीं। जहाँ मेरी उस लड़की पर आंखें लग जाती थीं, लगी ही रहती थीं तथा उनका मन वही रमण करने लगता था, मैं उस लड़की पर अत्यंत आकृष्ट हो गया l

तभी उसकी गेंद उछली और मेरी और आ गयी तो पीछे-पीछे वह भी आ गयीl

उसने भी मेरा तना हुआ पायजामा देखा तो देखती ही रह गयी और गेंद को जैसे भूल गयी मुझे वह भी अपने प्रति आसक्त जान पड़ती थीं, उसके हाव-भाव के मेरा विवेक शून्य हो गया था और मैं सेक्स में डूब गया l

वो मुझे देख शर्म से मुस्करायी और उसने पुछा आप कौन हैं. यहाँ क्यों आये है?
तो मैंने बोला मेरा नाम आमिर हैl मैं डॉक्टर जस्सी से मिलने आया हूँl
वह बोली आप डॉक्टर जूली के दोस्त हैं मुझे दीदी (डॉक्टर जस्सी) ने आपके बारे में बताया था कि आप आज आने वाले हैंl मेरा नाम मोनी (बदला हुआ नाम) हैl मैं डॉक्टर जस्सी की बहन हूँ और अपना हाथ आगे बढ़ा दिया तो मैंने हाथ उससे हाथ मिलाया और ऐसा खोये के दोनों ही हाथ छुड़ाना भूल गए और एक दुसरे में जैसे खो गएl

फिर जैसे मोनी होश में आयी और हाथ छुड़ा कर बोली अरे मेरा हाथ छोड़िये क्या कभी कोई लड़की नहीं देखि है आपने?

मैंने कहा बहुत देखि हैं मोनी जी पर आप जैसी कोई नहीं मिली!

उसने पुछा क्या आप खेलेंगे मेरे साथ और गेंद की और भाग गयी और खेलने लगीl उसने गेंद मेरी और फेंक दी और मैंने भी गेंद पकड़ कर उसकी और फेंकीl हवा का झोंका गेंद को दूर ले गया और वह गेंद के पीछे भागने लगीl मैं भी उसके पीछे-पीछे दौड़ने लगाl
डॉक्टर से मिलने और अपनी जांच का ख़्याल त्याग कर मैं मोनी के पीछे लग गया। उसने गेंद मुझे ज़ोर से फेंक कर मारी तो मैंने भी गेंद उठा कर उसकी तरफ़ ऊपर उछाल दी और गेंद पकड़ने के चक्कर में दोनों एक दुसरे से टकरा गएl मोनी मेरे नीचे थी और मैं उसके ऊपर। मैं मोनी से बोला तुमने मुझे गेंद क्यों मारी तो उसने कटीली स्माइल दी और ज़ोर से हसी। मैंने उन्मत्त होकर मोनी के बाल पकड़ लिए और उसे किस करने के लिए अपने होंठ उसके गालो को छुआ दिए, तो मोनी अपने बालो को छुडवाकर फिर वहाँ से चल दी और बोली मुझे पकड़ कर दिखाओ फिर किस मिलेगीl

मैंने दौड़कर गेंद से खेलती हुई मोनी को ज़बरदस्ती दोनों बाजुओं के बीच पकड़ लिया।
तब दोनों बाजुओं के बीच से अपने को छुड़ाकर मोनी भाग चली, मैं उसके पीछे भगा और उसको पकड़ने की कोशिश करने लगाl मेरे हाथ उसकी साडी का एक सिरा आ गया, पर वह भागती रही और मैं साडी खींचने लगा, तो साडी खुलने लगी और पूरी उतर lमोनी रुकी नहीं, सिर्फ़ पेटीकोट और चोली में भागती रही और मैं दीवानो की तरह उसके पीछे भागने लगा l मैं ज़ोर से भाग कर उसको पकड़ने लगा, तो इस बार मेरे हाथ में उसकी चोली की डोरी आ गयी और चोली उत्तर गयीl उसने ब्रा नहीं पहनी थी और मोनी ऊपर से पूरी नंगी हो गयी, तो मोनी अपनी बाजुओं से अपने उरोज छुपाने लगी l

उसके भागने की स्पीड कम हो गयी, तो मैंने उसे पकड़ लियाl मैंने अपनी बाहो में जकड लिया और बोला मोनी मैंने तुम्हे पकड़ लियाl अब लाओ मेरा इनामl मोनी बोली यहाँ नहीं पीछे चलते हैंl और मेरा हाथ पकड़ कर ले झाड़ियों में चली मैं भी मंत्रमुग्ध उसके पीछे-पीछे चल दिया l

आगे एक जगह झाड़ियों का झुरमुट था और उसके बीच में फूल गिरे हुए थेl मानो फूलो का बिस्तर लगा हुआ थाl वह मेरे पास आयी, उसने अपने बाल पीछे किये और गाल आगे कर दिए, तो मैंने उसके गालो पर किस किया ,और उसके ओंठो पर अपने ओंठ रख दिएl

उसके जवाब में मोनी ने मुझे पकड़ कर, वापिस मेरे होंठो को किस किया. और मेरे सर को जकड़ के अपने मुंह से मुंह लगा दियाl वह मेरे ओंठ चूसने लगी और मैं उसके ओंठ चूसने लगाl थोड़ी देर बाद वह मेरा निचला होंठ चूसने लगी और मैं उसका ऊपर का ओंठ चूसने लगाl फिर उसने अपना मुंह थोड़ा-सा खोला और मोनी की जीभ मेरे मुंह में चली गयी.l

मैं मोनी की जीब चूसने लगाl फिर मोनी मेरी झीब से खेलने लगी और मैं मोनी की झीभ से खेलने लगाl जो मोनी करती थी, मैं भी वही कर उसका जवाब देता थाl वह जीभ फिराती मैं जीभ फिराताl वह ओंठ चूसती मैं ओंठ चूसताl वह मेरे साथ लिपट गयीl उसका बदन मेरे बदन से चिपक गयाl उसके दूध मेरी छाती में दब गए थेl मोनी के हाथ भी मेरे बदन पर फिर रहे थे। हम दोनों एक दुसरे को बेकरारी से चूमने लगे और हमारे मुंह में एक दूसरे का स्वाद घुल रहा था। कम से कम 15 मिनट हम एक दुसरे के लबों को चूमते रहेl

मेरे हाथ मोनी के नंगे बदन पर फिर रहे थे मह्सूस कर रहे थे, सहला रहे थे, कुछ अंगो को दबा रहे थे और उसके हाथ भी शररराते कर रहे थेl फिर मैं उसे अपने नीचे करके उसके पेटीकोट और पैंटी को उतर डाला मेरा खड़ा लड उसकी चूत को छु रहा था और दो शरीर एक दुसरे में समां जाने को आतुर हो गए थेl

फिर मैं एक हाथ से उसके मम्मों को दबाने लगा और किस करता रहा। वह भी गर्म होने लगी। फिर मैं पीछे होकर उसकी गर्दन और कानों पर किस करने लगा। उसकी ख़ुशबू मुझे मदहोश करने लगी। मैंने आगे दोनों हाथ करके उसके मम्मों को पकड़ लिया और दबाने लगा। वह मचलते हुए सिसकारी भरने लगी ' ओह्ह आह प्लीज धीरे दबाओ दर्द होता है

उसके मुँह से कामुक सिसकारी सुन कर मैं भी जोश में आ गया। मैं पागलों की तरह उसे किस करने लगा और काटने लगा l

यह सब करते-करते मैं धीरे-धीरे सरक-सरक कर मोनी को एक पेड़ के पास ले गया और मोनी मेरे साथ लिपट गयी उसका बदन मेरे बदन से चिपक गया उसके दूध मेरी छाती में दब गए थे और मुझे पेड़ से सटा दिया मोनी के हाथ भी मेरे बदन पर फिर रहे थे और वह मेरी जीभ को चूसने लगी। फिर मैंने भी उसकी जीभ को चूसा। मोनी मुझे बेकरारी से चूमने लगी और हमारे मुंह में एक दूसरे का स्वाद घुल रहा था। कम से कम 15 मिनट तक वह मेरे लबों को चूमती चुस्ती रही l फिर रुक कर सांस लेने लगी और अपने होंठो को जीब पर फिरते हुए बोली सच मज़ा आ गयाl

मोनी की सारी लिपस्टिक मेरे और उसके मुँह पर फ़ैल गयी थी और मोनी के होंठ फिर मेरे होंठो से जुड़ गएl हम दुबारा किस करने में लग गएl हमारे नाक आपस में टकरा रहे थे और कभी सीधे और कभी दाए कभी बायीं और मुँह घुमा-घुमा कर किस कर रही थीl मोनी की गर्म-गर्म मादक साँस मेरे मुंह पर लगने लगी मुझेl उसके होंठ बहुत नरम थे। उसे मैंने भी कस कर किश किया और जैसे वह किस करती थी, वैंसे ही जवाब दियाl मेरे हाथ उसकी पीठ पर पहुँच गए;
l

हम एक दुसरे के ओंठ चूसने लगे और हमारे मुँह खुल गए और मुँह का रास एकदूसरे के मुँह में रस घुलने लगा। उसकी गरम साँसे और ख़ुशबू मुझे मदहोश करने लगी। सच में मोनी बहुत सेक्सी थी। तभी मोनी ने पायजामे के ऊपर से मेरा लैंड पकड़ लिया और दबाने लगी लंड कड़ा हो चूका था। उसने मेरा पूरा लंड हाथ से सहलाया, और एक झटके में पायजामे का नाडा खोल. अंडरवियर निचे कर लंड पकड़ लिया. और हाथ फेरने लगी. और बोली सच में बहुत बड़ा लंड हैl आमिर का 7-8 इंच का तो होगाl आमिर अपना कुरता भी उतार दो मुझसे इंतज़ार नहीं हो रहा, मैं कामाग्नि में जल रही हूँl

मैंने अपना कुरता बनियान उतार दिया और बिलकुल नंगा हो गया । तबतक मोनी नीचे बैठ कर लंड के सुपडे पर अपनी जीब फेरने लगी । तो मैं एक हाथ से उसके दूध दबाने लगा उसके दूध बिलकुल गोल सुडोल और बिलकुल ढलके हुए नहीं थे ऐसा लगता था दो कटोरे छाती पर चिपके हुए हो और दूसरा हाथ उसकी कमर पर फिराने लगा l वाह! क्या चिकनी कमर थी l.

फिर मोनी मेरा पूरा लंड चूसने लगी और चूसने से लैंड बिलकुल कड़ा हो गया । वह और उतावली हो गयी और पेटीकोट और पैंटी उतार कर बिलकुल नंगी हो गयी और मुझे जहाँ तहँ चूमने लगी । मैंने भी उसकी चुचकों को चूसा और चूत पर हाथ फेरा तो वह एक दम चिकनी थी कोई बाल का नामोनिशान नहीं ।बोली आज ही साफ़ करि है मैंने अपनी ऊँगली पर लगा उसका चुतरस चाट लिया । वाह क्या स्वाद था । मुझे उसका चुतरस अच्छा लगातो मैंने दुबारा ऊँगली लगाई तो थोड़ी से अंदर घुसा कर घुमा दी मोनी उचक गयी बोली वाह! जी यह अदा और मेरा हाथ पकड़ कर मेरी उंगलिया चाट गयी बोली कुंवारी चूत है आज इसे फाड़ दोl

मैंने उसको गालो को चूमा फिर कंधो को पहले किस किया फिर गर्दन का पास दाए कंधे को पहले चूसा वहाँ निशान पड़ गया और मोनी के मुँह के आह निकलीl

मैंने उसकी आँखों में देखा उसकी आँखे कह रही थी प्लीज दर्द होता है ... मैंने धीरे से जहाँ निशान था वहाँ किस किया और पूरा दाया कन्धा जीभ से चाट लिया। वह क्या नमकीन स्वाद था। फिर वैसे ही बाये कंधे को चूमा और चाटा मोनी मेरे चूमने से सिहर जाती थी। अब मोनी का ख़ुद के ऊपर काबू नहीं रहा था। वह मेरे लोडे को हिला के बोली, जल्दी से अपना हथियार डाल दो मेरे अंदर अब मेरे से रहा नहीं जा रहा हेl.

और मोनी उत्तेजना में भर बोली फाड् दो मेरी चूत एक ही झटके से मेरी कुंवारी चूत की सील अपने हथियार से चीर कर रख दो l

कुछ देर बाद उसने धक्का देकर, मुझे घास और फूलो पर गिरा दियाl मेरे ऊपर चढ़ गयी और लंड पकड़ कर सर्र से लैंड के ऊपर बैठ गयीl अब वह मुझे मेरे होंठो गालो सीने और गले पर पागलों की तरह किस करने लगी और काटने लगी। फिर मैंने उसकी चूत पर अपना लंड टिकाया और फनफनाते हुए लंड से उसकी चूत रगड़ने लगा और मोनी मज़े ले रही थीl

फिर मैं नीचे लेट गया और उसे ऊपर बिठा लियाl वह बोली-आपका बहुत बड़ा हैl आप लेटे रहो, मैं ऊपर से धीरे-धीरे एडजस्ट करूँगी। मैं चित लेटा रहा। वह मेरे ऊपर मेरे लंड पर बैठने लगी और धीरे-धीरे ओंठो को भींचते हुए लंड पर बैठ गयी। लंड अंदर घुसवाने के बाद वह शांत होकर अपने होंठ काटने लगे। मेरा लंड उसकी चुत में फंस गया था। वह भी दर्द सहते हुई लंड पर बैठी रही। लंड उसकी चुत के अन्दर सेट हो गयाl वह दर्द से कराह उठी और उसके मुँह से चीख़ निकल गयी ' उम्म्ह! अहह! हय! याह!

तभी मैंने नीचे से धक्का लगा दिया और वह चिल्ला उठी प्लीज आराम से डालो l '

अपना औज़ार एक ही झटके में उसकी चूत में दे मारा, एक हलकी-सी रुकावट और फिर फचक की आवाज़ से लुंड पूरा जड़ तक समां गया और मोनी की चीख निकल गयीl आईई याह!

लैंड उसकी चूत में एक झटके में ही पूरा समां गया और उसकी आह्हः निकली। फिर कुछ देर बाद-बाद वह ऊपर नीचे होने लगी। अब उसे भी मज़ा आने लगा था। वह ऊपर से कूद रही और मैं नीचे से गांड उठा कर उसकी चूत चोद रहा था। पूरा कमरा हमारी मादक सिसकारियों से गूंज रहा थाl

तो वह धीरे-धीरे ऊपर नीचे होने लगी पूरी 6-7 इंच ऊपर उठतीl सिर्फ़ 1-2 इंच सुपर अंदर रह जाता और फिर बैठ जाती और मैं भी चुतर उठा कर धक्का दे देताl

और वह आह करती थी । ऐसा उसने कई बार किया और वह मुझे चोद रही थी। फिर उसकी स्पीड बढ़ गयी और उसके गोल सुडोल चूचे उछलने लगे । मेरे हाथ उसके दूध दबाने खींचने लगा लगे तो वह बोली आराम से दबाओ। मैं उसके हर झटके का साथ चुतर उठा कर दे रहा था और मेरे हर झटके से हर बार उसके मुँह से आह निकलती थी । इस तरह ले में 5-6 मिनट धक्के लगाने के बाद वह मेरे ऊपर झुक गयी और मेरे ओंठो की लिपकिस करने लगी मैंने भी लिप किस का जवाब लिप किस से दिया और दोनों एक दुसरे के ओंठो में खो गए । उसके झटको की रफ़्तार कुछ मंद हुई तो बोली अपनी चूत 6-7 इंच ऊपर उठा कर बोली अब तुम झटके मारो तो मैं नीचे से कस-कस कर झटके मारने लगा l

दस मिनट चुदने पर वह झड़ गयी। करीब 20 मिनट की चुदाई में वह 2 बार झड़ चुकी थी। अब झड़ने की मेरी बारी थी। मैंने अपना सारा रस उसकी चुत में डाल दिया और खून चूत रास और वीर्य से सना लंड बाहर निकाल लिया । वह मेरे ऊपर गिर गयी और मैं उसकी पीठ पर हाथ फेरता रहा । वह बोली सच में आमिर बहुत मज़ा आयाl

लंड महाराजा झड़ने के बाद भी बादस्तूर खड़े थेl

आप आपने कमैंट्स भेजते रहिये इससे और बेहतर कहानी लिखे को प्रोत्साहन मिलता है।
कहानी जारी रहेगी…

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