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Click here"ओह पराग, कितना अच्छा मसल रहे हो तुम, ओह माय गॉड, यस, ओह फक, आह, आह," डॉली को खुद को पता नहीं चल रहा था की वो क्या बोल रही थी.
मुझे यकीन था की उसकी चुत भी योनिरस से पूरी तरह गीली हो गयी होगी. आखिर पराग ने उन मस्त चूतड़ों पर से अपने हाथ हटा दिए. मालिश पूरी हो गयी थी.
डॉली ने उठ कर अपनी पैंटी पहन ली और ब्रा को अच्छे से बाँध लिया फिर मेरे गले लग गयी. हम दोनों भी पसीने से और गीली चूत से लबालब थी. बिना संकोच मैंने उसके होठों पर अपने होठ रख दिए. उसने भी मेरे चुम्बन का स्वीकार किया और दो मिनट तक हम एक दूजे के होठों को चूसती रही. अब उसने मेरी बाहों से निकल कर पराग की तरफ मुड़ गयी.
मुझे कुछ समझ में आये इसके पहले उसने मेरे नंगे और तने हुए लौड़े से भरपूर पति को बाहों में भर लिया. उसकी कठोर चूचिया पराग की छाती पर दबने लगी. पराग ने डॉली को जबरदस्त किस किया और वो भी अपनी जीभ से उसका मुँहतोड़ जवाब देने लगी. पराग के हाथ डॉली की पीठ और गांड को सहलाते हुए उसकी चूचियोंपर चले गए. अब इतना सब हो जाने के बाद पराग के आँखों की पट्टी का कोई मतलब ही नहीं रहा. इसलिए मैंने पराग को पीछे से आलिंगन दिया और उसकी आँखों की पट्टी उतार दी. अब उसकी छाती को डॉली के स्तनोंका और पीठ को मेरे पुष्ट स्तनोंका स्पर्श मिल रहा था.
जैसे ही पराग ने डॉली को सिर्फ ब्रा और पैंटी में देखा, वो तो और भी पागल हो गया. उसने झट से उसकी ब्रा का हुक खोला और ब्रा को उसके शरीर निकल कर जमीन पर फेंका. डॉली के नीचे लिटाकर पराग उसकी चूचिया बारी बारी चूसने लगा. मैंने भी अपने कपडे उतारे और पराग का तगड़ा लौड़ा मुँह में लेकर चूसने लगी. पराग ने डॉली की पैंटी निकाल दी और उसकी गीली चूत चाटने लगा. मैंने डॉली के भरे हुए स्तनोंको चाटना और उसके निप्पल्स को चूसना शुरू किया.
"ओह अनु, तुम दोनों कितने सेक्सी हो. ऐसी मालिश कर दी की अब हम तीनो एक साथ सेक्स करेंगे. पराग, ऐसे ही चाटो मेरी चूत, आह आह, फक, आय ऍम सो फकिंग हॉर्नी."
"डॉली डार्लिंग, क्या मीठी मीठी चूत हैं तेरी, और कितना जूस निकलते जा रहा हैं," डॉली की चूत चाटते हुए और दो उंगलियोंसे चोदते हुए पराग ने कहा.
पराग ने डॉली की जाँघे और फैलाकर अब तीन उंगलिया घुसेड़ने लगा. योनि रास से भरी उंगलिया चाट कर और भी जोर लगाकर चाटने और चोदने लगा.
"क्या मस्त माल हैं तू डॉली, चल अब तू मेरी चूत चाट," कहकर मैं उसके मुँह पर अपनी गीली चूत लगाकर बैठ गयी. आज तक दोनों भी लड़कियोने सिर्फ लडकोंके साथ ही सम्भोग किया था, मगर मालिश के बाद हम तीनो इतने गर्म हो गए थे की हर कोई कुछ भी करने को तैयार था. डॉली मेरी चूत को चाटते हुए योनि से निकलता पानी निगलती गयी. फिर उसने मेरा क्लाइटोरिस का दाना मुँह में लिया और उसे चूसती गई. मुझे जल्द ही एक ज़बरदस्त ओर्गास्म आया. मेरे चूत के रस से डॉली का चेहरा भर गया.
इतने छोटे से पलंग पर बड़ी दिक्कत हो रही थी. हमारा मास्टर बेड काफी लम्बा और चौड़ा था. थ्रीसम सेक्स के लिए एकदम सही था. पराग ने डॉली को उठाकर बैडरूम में लेके गया, मैं भी पीछे पीछे गयी. पराग से सब्र नहीं हो रहा था, उसने एक कंडोम निकालकर अपने लौड़े पर चढ़ाया और डॉली की टाँगे खोलकर उसे चोदने लगा. आज पहली बार मेरा पति मेरे सामने किसी और लड़की को चोद रहा था. फिर भी मुझे जरा भी ईर्ष्या या जलन नहीं हुई. मैं डॉली के स्तनोंको चूसती और उसके निप्पल्स को हलके से काटते गयी.
पराग डॉली को मिशनरी स्टाइल में पूरी ताकत लगाकर चोद रहा था. डॉली के मुँह से सिसकारियां और आंखोंसे ख़ुशी के आंसू छलक रहे थे. पराग का एक नयी लड़की के साथ भरपूर सम्भोग का सपना साकार हो रहा था.
"चल डॉली, अब कुतिया बन जा, तुझे डॉगी स्टाइल में पीछे से चोदता हूँ," कहकर पराग उसके बदन पर से उठा. मैंने पराग को बाहों में लेकर किस किया और पूंछा, "अब तो खुश हो न मेरी जान?"
"हां अनु डार्लिंग, इसको चोदने के बाद तुमको चोदना है. तुमने इसको पटाया इसलिए आज इतना सारा सुख मिल रहा हैं मुझे. जब मैं तुम्हे चोदना शुरू करूंगा तब ये सेक्सी डॉली तुम्हारी चूचियोंको चूसेगी."
डॉली अब डॉगी पोज में आ गयी और एक ही झटके में पराग का लम्बा चौड़ा लंड उसकी चूत में धक्के मारने लगा. मैं डॉली की गांड, वक्ष और जांघोंको सहलाती रही. फिर मैंने पराग और डॉली दोनोंको बिस्तर के नीचले हिस्से में जाने को कहा. मैं ऊपर के हिस्से में पीठ के बल लेट गयी और डॉली का मुँह अपनी चूत से सटा दिया.
अब डॉली मेरी चूत चाटकर बहता हुआ पानी पी रही थी और मैं आँखें मूंदकर आनंद लेने लगी. करीब चालीस मिनट तक पराग डॉगी स्टाइल में चोद कर डॉली को स्वर्ग का सुख धरती पर ही दे रहा था. जैसे ही पराग झड़ने को हुआ, उसने चूत से लौड़ा निकाल दिया। फिर कंडोम हटाकर सारा वीर्य डॉली के मुँह में गिरा दिया. इतना सारा और इतना गाढ़ा वीर्य निकला की काफी सारा उसके होठोंसे बाहर उसके गालों, बूब्स पर और जाँघों पर गिरा. मैंने डॉली को नीचे लिटाया और उसके शरीर पे से सारा वीर्य चाट चाट कर पी गयी.
दस मिनट के विश्राम के बाद पराग ने मेरी पलंगतोड़ चुदाइ की. उस दौरान डॉली अपनी चूत मुझसे चटवाती रही.
रात भर में पराग ने हम दोनोंको दो-दो बार भरपूर सूख का अहसास दिया।
अगले ही दिन, डॉली का टेस्ट करके हमने सुनिश्चित कर लिया की उसे कोई बीमारी नहीं हैं. डॉली ने भी गर्भनिरोधक गोलियां खाना शुरू कर दिया, उसके बाद तो पराग बिना कंडोम के हम दोनोंको चोदता गया.
धन्यवाद, आपको हमारी कहानिया पसंद आयी इसकी हमें बहुत ख़ुशी हुई. जी हाँ, हमें मराठी पढ़ना और बोलना आता हैं. हमने आपको ईमेल कर दिया है.
आपकी स्टोरी मुझे पसंद आयी।लेकिन आप कृपा करके मुझे कॉन्टैक्ट कीजिएगा दोस्त मै आपको पसंद आए हुए लेखकों का बी बड़ा फैन हूं जैसे कि हल्द्वानी और सागर मंथन l इनकी कहानी जैसी लिख सकते हो आप भी और आप के शब्दों में वह बनावट देखी है मैंने । आप के सोचने का तरीका बोहोत खूब लाजमी है। चुदाई और डिटेल में लिखिए जैसे कि चूत में जीब और पीछे के छेद में भी जीव से छेड़छाड़ । प्लीज मुझे कॉन्टैक्ट कीजिएगा l आपका बड़ा फैन। और हो सके तो मेरा और मेरी दोस्त की स्टोरी बनायेगा ।
यह कहानी एक जवान जोड़े की है, इसमें वैसे घरेलू रिश्ते नहीं आ सकते. आशा हैं की आप इस सामूहिक संभोग से भरपूर कहानी का आनंद लेंगे.
ब्लैकमेलिंग, सस्पेन्स इन चीजोंका भी हमने प्रयोग किया हैं.
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