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Click hereमेरा नाम सुमित है और मेरी वाइफ का नाम रूचि है. मेरी उम्र अभी 40 साल है और मेरी वाइफ तो अभी भी 30 की नही हुई है. वो अब भी 27 की है. हमारी शादी को 5 साल हो गए है.
रूचि का चेहरा लम्बा है. उसकी नाक लम्बी है. और होंठ छोटे है. उसके आंखे काले और बड़े बड़े है. उसके बाल काले रंग के और लम्बे है. उसकी लम्बाई 5'5 है. और उसका रंग गोरा है.
रुचु के स्तन छोटे लेकिन सुन्दर है. दोनों स्तन कंधे और कमर के बीच मे लगभग एक कोन के शेप मे उभरे हुए है. स्तन आगे जाके नौकदार काले निप्पलों मे ख़तम होते है. दोनो स्तन सीने से बाहर के तरफ मुँह करके निकले हुए है. छोटे और टाइट होने के कारण ब्रा पहने की कभी जरुरत नही पढ़ती है. वो ज्यादातर समय ब्रा नही पहनती है. कभी कभी अगर ज्यादा आदमियों के बीच जाना हो तो 32 नंबर की टीशर्ट ब्रा पहन लेती है. साड़ी और सूट मे तो निप्पल के शेप नही दीखते लेकिन टीशर्ट मे निप्पलों की नौक साफ दिखाई देती है. उसके हिप्स अच्छे बड़े है. वो 36 नंबर साइज की एक्स्ट्रा लार्ज पैंटी पहनती है. वो जब चलती है तो उसके बड़े नितम्ब ऊपर नीचे हिलते है.
रूचि दुबली नही है लेकिन मोटी भी नही है. उसके कंधे चोड़े और शरीर भरा भरा सा है. पूरा बदन गोल गोल सा है टांगे मोटी मोटी है. बड़े नितम्ब है. बस छाती पर नुकैली से स्तन निकले हुए है.
मेरे दोस्तों का मानना था की भाभी मस्त है. मूझे अच्छा लगता था जब मेरे दोस्त मेरी वाइफ को छेड़ते थे.
शादी से पहले कई साल से हम एक दूसरे को जानते थे. एक ही मोहल्ले मे रहते थे. रूचि मूझे भईया बुलाती थी. लेकिन फिर जब मेरी सरकारी नौकरी लग गयी. तो उसने अपने माता पिता से मुझसे शादी कराने के लिए कहा. सब उसे मना कर रहे थे. यहाँ तक की मे भी मना कर रहा था. हमारे बीच उम्र का बहुत अंतर है. लेकिन फिर भी उसका मानना था की वो मेरे साथ खुश रहेगी.
रूचि का मानना है की मुझसे अच्छा आदमी उसने कभी देखा नही.
शादी के बाद तो मूझे मजा ही आगया. शुरू शुरू मे तो रात को कई बार रूचि के साथ सेक्स करता था. और मौका मिले तो दिन मे भी सेक्स कर लेता था. लेकिन फिर मेरा लिंग धीरे धीरे कड़क होना काम हो गया. और अब जाके तो हफ्ते मे एक बार की सेक्स हो पाता है. और उस सेक्स मे भी मे बहुत जल्दी झड़ जाता हु. और रूचि शारीरिक सुख के लिए तड़पती रह जाती है. मेने हमारी शादी के शुरुआत के दिनों जो दिनभर बहुत बार सेक्स किया. उसे रूचि को सेक्स का नशा सा हो गया था. वो इसलिए पुरे समय बहुत हॉट रहती है. और अपने हिप्स दबती रहती है ताकि वजाइना के मसल्स को थोड़ी राहत मिले.
मे ये सपना देखता था की रूचि किसी लड़के के साथ सेक्स करें और मे उसके चेहरे पे पूरी संतुष्टि देखु. क्यूंकि अब मे उसकी प्यास नही भुजा सकता. उसको जल्द ही किसी और के साथ दोस्ती कर उसके सख्त डंडे पर खेलना कूदना शुरी कर देना चाहिए.
हर संडे हम घूमने जाते है. दूसरे लोग अपनी वाइफ की खूबसूरती छुपा के रखते है. और घर मे अकेले मे उसके रूप का स्वाद चखते है. लेकिन मूझे दिखावा पसंद है. इसलिए मे रूचि को संडे को बहुत टाइट जीन्स और टाइट टीशर्ट पहना के निकालता हु. जो देख के जवान लड़के लाड़ टपकाते है. लेकिन इतना काफ़ी ना होता था. इसलिए मे रूचि के और हतियार बाहर निकाल देता था. मे उसकी टी शर्ट को ऊपर फोल्ड कर सेफ्टी पिन से लगा देता था. जिससे की उसकी पूरी नंगी कमर और काफी ज्यादा पीठ दीखता था. और जब वो बैठती थी तो जीन्स नीचे खींच जाता था और पैंटी दिखने लगती थी. कई लड़के phone लेके रूचि के पिछवाड़े के फोटो खींचते थे. रूचि मूझे कहती थी "मूझे शर्म आरही है. वो लोग फोटो खींच रहे है ना ". और मे कहता था " की खींचने दो. ऐसा एक्टिंग करो की लगे हमें कुछ पता नही चला ".
रूचि इंजीनियर है. काफी पड़ी लिखी है. मुझ से शादी के कारण वो कभी नौकरी नही कर पायी. और हम जिस शहर मे रहते है वहा एक भी अच्छी प्राइवेट कंपनी नही है. इसलिए उसने एक जगह से ब्यूटी पार्लर की ट्रेनिंग कर ली.
मेने रूचि को घर के पास एक शॉपिंग काम्प्लेक्स मे ब्यूटी पार्लर खुलवा दिया. और पार्लर मे सी सी टीवी कैमरा भी लगवा दिया. मे हमेशा उस कैमरे से दूकान मे चेक करता था. और कभी कभी दूसरी महिलाओ को भी देखता था लेकिन मज़ा नही आता था आता था. मूझे तो शायद तब अच्छा लगता जब मेरी वाइफ को लड़के दूकान मे आजे छेड़ते.
मेरे दोस्त के बेटे सोनू को डेंटल क्लिनिक खोलना था. मेने उसी शॉपिंग काम्प्लेक्स मे क्लिनिक खोलने का आईडिया दिया. मेने ही उसे किराये पर वहा दूकान दिलवाया.
मूझे सोनू मे अपनी बीवी का जवान प्रेमी दिख गया था. अब बस किसी तरह से दोनों को मिलवाना था. मेने कई बार दोनों को मिलवाया था. दोनों मे अच्छी पहचान भी हो गयी थी. लेकिन रूचि उसमे कोई इंटरेस्ट नही लेती थी. लेकिन मेने गौर किया की सोनू के मु मे मेरी टेस्टी वाइफ को देख के मु मे पानी आ जाता था. वो मेरे सामने मेरी वाइफ को घूर के तो नही देखता था. लेकिन उसेके खूबसूरत पिछवाड़े को देखे बिना नही रह पटा था.
एक दिन जब मे रूचि को उसके पार्लर छोड़ने गया. वहा मूझे सोनू मिला. वो मूझे बोला वो किसी नाई के पास हेयर कटिंग के लिए जा रहा है. लेकिन मेने सोचा जैसे उठ पहाड़ के नीचे आता है वैसे आज मेरी वाइफ आयी है सोनू के नीचे. मेने कहा "सोनू कही मत जाओ रुचि से कटवा लो. मेरे बाल भी वही काटती है". सोनू बोला "मूझे कोई प्रॉब्लम नही है अंकल, रूचि दीदी तो लेडीज कटिंग करती है मे जेंट्स के पास चला जाऊंगा". मेने कहा "यार घर की दूकान छोड़ के बाहर क्यों जाते हो. और अच्छे से काटेगी". फिर शर्माते हुए दोनों पार्लर के अंदर चले गए. मेने दो जवान हवस की आग मे जल रहे दो पुरुष और नारी को साथ मिला दिया था. दोनों सोनू रूचि की जोड़ी भी अच्छी लग रही थी.
मे ये मजेदार वीडियो लाइव अपने फोन मे देख रहा था.
मेने देखा की बाल कांटते समय रूचि के स्तन कई बार सोनू के कंधों से रगड़ खाके दब जा रहे थे. दोनों को ही काफी मज़ा आरहा था. किसी और आदमी के साथ अपनी वाइफ को देख कर मेरा लिंग पता नही क्यों कड़क हो गया था. साफ साफ दिख रहा था की दोनों सोनू रूचि के बीच एक रिश्ते की शुरुआत हो गयी थी.
मे खुश था. रूचि अगर घर मे मेरी वाइफ बनी रहेगी और बाहर काम के समय किसी और पुरुष के साथ सम्बन्ध रखेगी तो मूझे कोई आपत्ति नही है. उसके खेलने कूदने के दिन है. आजकल जवान लड़कियां अपने बॉयफ्रेंड के साथ घूमती और मस्ती करती है. और बाद मे किसी और के साथ शादी कर लेती है. मे भी चाहता हु रूचि वैसी जिंदगी जिए. वो भी बॉयफ्रेंड बना कर एन्जॉय करें.
मेरा मानना था पुरुष स्त्री के बीच सम्बन्ध प्राकृतिक होने चाहिए. अगर दोनों के बीच आकर्षण है और पूरी सहमति है तो समाज को दोनों के सम्बन्ध बनाने से रोकना नही चाहिए. जैसे की शेर हिरन का शिकार करता है. वैसे ही पुरुष को स्त्री को सम्भोग के लिए मनाने का अधिकार होना चाहिए.
जब सोनू और रूचि सुबह के समय फ्री होते थे तो साथ मे दूकान के सामने चेयर लगा कर बैठ जाते थे और बात करते थे. दोनों लंच भी साथ मे करते थे. सोनू बाल सेट करने के बहाने बार बार पार्लर आने लगा. अब तो रूचि स्तनों का सोनू के कंधों से दबने का कोई बचाव नही करती थी. वो इतना थक गयी थी की खुद ही स्तनो को उसके कंधों से सटा के खड़ी हो जाती थी.
दोनों के बीच अफेयर शुरू हो गया था. मे ये लवस्टोरी लाइव देख रहा था.
सोनू ने धीरे धीरे रूचि को पटना शुरू किया. पहले तो बात करते करते छूने लगा. फिर रूचि के बालों मे उँगलियाँ डाल कर तारीफ करने लगा "दीदी आपके बाल कितने अच्छे है ". अब वो रूचि के कंधों पर हाथ रख देता था. थोड़ी और छूठ मिलने पर उसके जांघोँ पर हाथ रख के बैठने लगा. मज़ाक करते करते कई बार अपनी कोहनी रूचि के स्तनों मे मार देता था.
एक दिन तो सोनू ने हद ही कर दी उसने. रूचि को बताया "दीदी आपके पीछे कुछ लगा है ". रूचि बोली "नही दिख रहा ". फिर सोनू ने टिश्यू पेपर लेके रूचि के पुठठों मे हाथ घुसा घुसा क साफ करने लगा.
सोनू अब रूचि को रोज घर छोड़ने आने लगा. और घर आके जोर से ब्रेक लगाता था. ताकि रूचि के दबे स्तन पीठ पर महसूस कर सके. और वो बोलती थी "आउच". और दोनों जोर से हस्ते थे.
रूचि ने बिना ब्रा के जाने की आदत बना ली थी.
मे रात को मे रूचि को बहुत जोर से सेक्स करता था. रूचि को किसी और से बाँटने से मूझे पता नही क्यों ज्यादा सुख मिल रहा था. और मेरी सेक्स लाइफ भी और अच्छी होती जा रही थी.
मुझको पता था की रूचि बहुत शरीफ है. लेकिन मोहल्ले वाले देख रहे थे और बोल रहे थे की रूचि रंडी है और एक लड़का हमेशा उसके पार्लर मे घुसा रहता है.
रूचि ने मुझसे कहा भी की मेरा सोनू के साथ कोई चक्कर नही चल रहा है. वो सिर्फ मेरा फ़्रेंड है. लेकिन मोहल्ले की औरतें जल रही है. मेने कहा दुसरो की मत सुनो. अगर सोनू तुम्हारा फ़्रेंड है तो वो तुम्हे फ्रंडशिप रखनी चाहिए. मोहल्ले के औरतें तुम्हारी फ़्रेंड नही तो क्या हुआ. और अगर कोई तुम्हारा चक्कर भी है तो ये तुम्हारी पर्सनल लाइफ है. तुम रात को मेरी वाइफ रहो और दिन मे अपनी लाइफ अपने ढंग से जिओ.
एक दिन मेने देखा रूचि लंच के बाद अपने हाथ धो रही थी और सोनू उसके पीछे आके के खड़ा हो गया. फिर सोनू ने पीछे से रूचि को जोर से पकड़ लिए. उसके एक हाथ ने रूचि के एक स्तन को दबा के पकड़ा और दूसरे हाथ ने कमर को पकड़ रखा था. और सोनू रूचि के गले को चुम और चाट रहा था. रूचि चिल्लाई "आउच सोनू मूझे सीने मे लग रही है. छोड़ो मूझे". सोनू ने छोड़ दिया और बोला "दीदी आई लव यू ". रूचि कुछ नही बोली. और सोनू वापस जा ही रहा था की रूचि दौड़ की आयी और उसका कोलर पकड़ लिया. रूचि बोली "भाड़ मे जाए मेरा मोहल्ला. कोई सोचे की हमारा चक्कर चल रहा है तो सोचे. क्यूंकि की वो सही है समझते है. मे तुम्हारे चक्कर मे फस गयी हु. और मूझे अपना करैक्टर ख़राब करना है". और सोनू बोला "तू बहुत ज्यादा बोलती है साली तेरा मु बंद करना पड़ेगा." और दोनों ने अपने होंठ आपस मे लॉक कर दिए. दोनों चुम्मा चाटी परदे के पीछे कर रहे थे. बीच दूकान मे लेडीज वैक्सिंग के लिए पर्दा लगाया था.
उस दिन रात को रूचि ने मुझसे माफ़ी मांगी और बोली उसे सोने से भी प्यार होगया है. मेने कहा यार ये तो अच्छी बात है सोनू अच्छा लड़का है. तुम्हे सटिस्फैक्शन के लिए ये अफेयर कंटिन्यू करना चाहिए. और जो मे तुम्हे नही दे पा रहा वो सोनू दे देगा. तुम्हे बच्चा दे सकता है.
उस दिन के बाद से दोनों फ्री होने पर बात नही करते थे बल्कि एक दूसरे को चूमते थे. दोनों अभी भी सेक्स करने के लिए संकोच कर रहे थे. रूचि सोच रही थी की मूझे कैसा लगेगा. और सोनू डरा हुआ था की कही रूचि की शादी तो ख़राब नही हो जायेगा. लेकिन हम तीनो ही ये जान गए थे की रूचि का सोनू के साथ शारीरिक सम्बन्ध कभी भी बन सकता था.
एक दोपहर सोनू ने दूकान की शटर गिरा दिया. उसने वापस आकर रूचि के शर्ट मे नीचे से हाथ डाल दिया. और दोनों स्तन पकड़ लिए. वो धीरे धीरे उन्हें दबाने लगा. रूचि ने कहा आउच और अपना शर्ट खोल दिया. वो सोनू के शर्ट को खोलने की कोशिश करने लगी. सोनू ने अपने हाथ ऊपर उठा दिए ताकि रूचि शर्ट को खोल पाए. फिर सोनू ने रूचि का निप्पल मु मे ले लिया. और चबा चबा कर चूसने लगा. रूचि ने भी उसका सर पकड़ कर उसे अपनी छाती पर दबा लिया. और आंख बंद कर उसके चूसने को महसूस कर रही थी. दोनों ने फटा फट एक दूसरे के जीन्स खोले. रूचि को ज्यादा समय लग रहा था. उसे सोनू की बेल्ट खोला फिर उसकी जीप खोली. इधर सोनू ने रूचि की जीन्स जांघोँ के नीचे सरका चूका था. दोनों ने एक दूसरों के चड्डियों मे हाथ डाल दिया था. फिर रूचि बोली "सोनू मूझे और रहते नही बन रहा है. तुम मेरे अंदर घुस जाओ और मूझे जल्दी चोदो". और फिर रूचि फर्श पर नंगी होके टाँगे खोल के लेट गयी. सोनू रूचि के ऊपर चढ़ गया. सोनू बोला "रूचि नीचे थोड़ी मदद कर दे. दिखा दे कहा घुसाना है". रूचि ने हाथ दोनों के बीच मे डाल कर उसके पेनिस को अपनी वजाइना का रास्ता दिखा दिया. और फिर सेक्स शुरू हो गया. सोनू बहुत जोर से ठोंक रहा था. और जल्दी ही 5 मिनट मे झड़ गया.
रूचि बहुत जोर से हसीं और बोली "सोनू तुमने पहली बार किसी को चोदा है ". सोनू को घुस्सा आया बोला " बहन की लोड़ी पहली बार किया है. अगली बार तेरी माँ चोद दूंगा".
लेकिन रूचि हस कर बोली "ओ मेरे बाबू को घुस्सा आगया." और उसका नरम हो चूका पेनिस अपने मु मे ले लिया. थोड़ी देर बाद पेनिस उसके मु मे फूलने लगा. रूचि ने जब मु से निकला तो वो फिर सख्त और उसके थूक मे सना हुआ था. इसबार रूचि उसके खड़े पेनिस पर दो तरफ पैर रख कर बैठ गयी ठीक वैसे ही जैसे लैट्रिन मे बैठती है. और धीरे धीरे उसका पेनिस अपनी वजाइना मे निगलने लगी. रूचि बोली "मेरे बाबू इसबार मूझे चोदके एक असली मर्द बनके मेरे अंदर से निकलेगा." और वो अब अपनी वजाइना को पेनिस पे मसलने लगी. और सोनू बोला "बहनचोद ऐसे छुड़ेगी आज की कोई और मर्द नही ले पायेगी इसके बाद " उसकी कमर और नितम्ब सोनू पर आगे पीछे हो रहे थे. और रूचि का मांस बहुत टाइट सोनू के मांस को पकड़ कर रगड़ रहा था. रूचि बोली "इस बार ज्यादा देर तक चोदेंगे". सोनू बोला " आह यार बहुत मज़ा आरहा है ". रूचि बोली " उफ़ हा यार तेरा चोदना बहुत मजेदार है. आह बहुत मजे का चोद रहे है हम". रूचि काफी देर तक लग भग 10 मिनट तक उसके पेनिस को रगड़ ती रही. फिर थक गयी और सोनू पर गिर के लिपट गयी. रूचि हाफ्ते हुए बोली "आह ओह यार बस और खुद को नही चोद पाऊँगी. सॉरी यार ओह." सोनू बोला "कोई बात नही यार अब मे तेरे ऊपर मोर्चा संभालता हु ". फिर सोनू ने रूचि को कस के पकड़ा और उसके साथ ही करवट बदल ली. अब रूचि नीचे और वो वो उसके ऊपर था. और जोर से ठोकना शुरू कर दिया. रूचि चीखते हुए बोली "आई आह बहुत जोर से चोद रहे हो हमें कोई सुन लेगा". और सोनू ने रूचि के मु मे उसकी पैंटी घुसा दी उसे चुप कराने के लिए. और रूचि ने सहमति मे सर हिलाया की अब वो अपनी लाठी से ओर चोट मारकर आज रूचि को बीच से दो टुकड़ो मे चीरने की कोशिश कर सकता है. वीडियो बोल रहा था "ले और ले बहन की लोड़ी". और कुछ मिंटो बाद रूचि का आर्गेसम शुरू हो गया वो सोनू से जोर से लिपटी और काँपने लगी. सोनू ने भी उसको प्यार से जकड कर उसको गालों पर चूमने लगा. सेक्स का सुख रूचि के चेहरे पर दिख रहा था. और जब रूचि नार्मल हुई तो सोनू फिर से उसे जोर से ठोंकने लगा. रूचि बस अब पैर खोल के सोनू को अपना पूरा मज़ा दे रही थी. कुछ मिनट तक ठोकने के बाद सोनू का आर्गेसम शुरू हुआ. रूचि ने अपना पैंटी मु के बाहर थूक दिया. और सोनू जोर से कोशिश कर रहा था रूचि के और अंदर गड़ने की. रूचि चिल्ला रही थी " ओह माँ आई ". और सोनू अब धीरे झटके ले रहा था. वो रूचि के बहुत अंदर अपना बीज बौ रहा था. हमें हमारा पहला बच्चा दे रहा था. और बोल रहा था "आई लव यू रूचि". रूचि भी बोली "सोनू आई लव यू टू".
सोनू दिवार पर टीक के बैठा और रूचि अपनी पीठ उसके छाती से चिपका के बैठ गयी. और सोनू उसके स्तनों के साथ दबा दबा कर खेल रहा था. दोनों हसीं मज़ाक कर रहे थे. और बीच बीच मे एक दूसरे को चुम रहे थे. सोनू ने पूछा की तुझको डर नही लग रहा है क्या? मूझे तो मजे के साथ साथ डर भी लग रहा है. अगर सुमित अंकल को पता चल गया तो. रूचि बोली मेरी पति एक बहुत अच्छे इंन्सान है. और उन्होंने खुद ही मूझे अफेयर रखने की इजाजत दी है. तुम्हारे साथ अफेयर और घर मे उनके साथ रिलेशन अलग अलग रखूंगी. और वो जानती थी की मे बहुत बेशरम पति हु. मे उसका वीडियो देख ही रहा होंगा. इसलिए उसने अपने पेट पे हाथ सेहला के कैमरे के तरफ दिखाया की वो सोनू से बच्चा ले रही है.
फिर थोड़ी देर बाद रूचि दिवार से टीक के बैठ गयी और सोनू उसके गोदी मे सर रख कर लेट गया. वो उसका माथा चुम रही थी और सोनू उसका निप्पल चूस रहा था. जैसे माँ अपने बच्चे को दूध पिलाती है ठीक वैसा ही लग रहा था. और मूझे चिड़ाने के लिए कैमरे की तरफ देख रही थी.
फिर शाम हो गयी 5 बजने ही वाले थे. तो रूचि ने कहा की हमें दूकान खोलनी चाहिए कोई ग्राहक आगया तो. दोनों ने टीशर्ट पहना ही था की सोनू ने रूचि को रोक दिया. और बोला "रूचि मेरा फिर खड़ा हो रहा है. चलो एक बार और चोद लेते है फिर दूकान खोलेंगे". फिर सोनू ने रूचि को दिवार पर झुका कर उसको पीछे से सेक्स करना शुरू किया ". जब 10 मिनट बाद सेक्स ख़तम हुआ दोनों ने अपने पैंट पहने. और दूकान का शटर खोला. रूचि ने अपने बाल कंघी करके वापस बांधे.
घर मे आने के बाद रूचि के बॉडी से मेंस परफ्यूम की खुशबु आरही थी. वो ठीक से चल नही पा रही थी. उसके टांगों को आज फैला फैला कर काफ़ी चोट पंहुचाई थी. जब वो सोई तो मेरा मन किया उसके साथ सेक्स करना का. लेकिन मे सोनू के वीर्य को डिस्टर्ब नही करना चाहता था. उसका वीर्य मेरी वाइफ के कोख मे जाके अंडे बना रहा था. तो मे टॉयलेट गया और हाथ से ही मेसटरबेट किया. जब मे वापस आया और रूचि का मोबाइल खोला तो देखा सोनू ने काफी सारे मैसेज किये है. और सारे मैसेज बड़े अश लील थे. उसमे यही लिखा था आई लव यू. मे तुम्हे अपने लंड से प्यार करता हु. तुम्हारी दूदू दबाके दूध निकलूंगा. तुम्हारी मोटी गांड बहुत टेस्टी है. और उसने अपने पेनिस की फोटो वाट्सप पर भेजा. जो की काला और काफ़ी बड़ा है. और उसने एक छोटा वीडियो भी भेजा था लिंग हिलाते हुए. जिसमे वो बोल भी रहा है रूचि मे अपनी बाल्टी तेरे कुए मे डाल कर तेरा कुआ और बड़ा कर दूंगा.
मे रूचि के बगल मे लेट गया. और सो गया.
सपने मे भी मे यही देख रहा था की सोनू और रूचि मेरे ही बेड पर सेक्स कर रहे है. और मे आके पूछ रहा हु तुम दोनों को कुछ चाहिए तो नही? सोनू बोला अंकल मूझे पानी पिलाओ. और मे एक गिलास पानी लेके आया. उसने मेरी वाइफ को करना रोका. और मेने गिलास से उसे पानी पिलाया. और मेरे सुबह तक उठने तक सोनू मेरी वाइफ को करता रहा. और फिर मे जाग गया इस सपने से. लेकिन तब मूझे लगा की ये सिर्फ सपना नही बल्कि सच था.