अंतरंग हमसफ़र भाग 011

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रूबी और रोजी.
2.3k words
4.2
903
00

Part 11 of the 342 part series

Updated 03/31/2024
Created 09/13/2020
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"क्या तुम उस चीज़ को नियंत्रित नहीं कर सकते,"हँसते हुए रोजी ने कहा।

"क्षमा करें, आप जानते हैं कि इसका खुद का दिमाग है। यह आप दोनों के आसपास होने से अब बिलकुल बेकाबू है।"मैंने जवाब दिया, मैं अपनी असहज भावना को छिपाने की कोशिश कर रहा था ।

मैं दीपक आपने मेरी कहानिया झट शादी पट सुहागरात-1-4 में पढ़ा कैसे मेरी सहयोगी प्रीती दुल्हन बन कर सुहागरात मनाने को तैयार हो गयी और उसके बाद मेरी और मेरे घर की देखभाल करने वाली रोजी और रूबी मिली और मेरी पहली चुदाई के बारे में पूछने लगी तो मैंने उसे बताया किस तरह मैं रोज़ी और रूबी से मिला और कैसे मेरी और रोजी की पहली चुदाई हुई और उसके बाद कैसे मैंने रूबी को चोदा और फिर हमारे गाँव के प्रवास के आखिरी दिन जंगल में हमने ग्रुप सेक्स और प्रेमिकाओ की अदला बदली का कार्यक्रम बनाया और रोजी ने हमे अपनी सहेली टीना से मिलवाया और टीना की पहली चुदाई कैसे हुई फिर छोटे योनि के छेद वाली मोना को मैंने चोदा रात में एकबार फिर सबका एक साथ ग्रुप सेक्स हुआ और रोजी मेरे साथ शहर आ गयी उसके बाद मेरी बुआ और उनकी तीन बेटियों लंदन से दिल्ली हमारे घर आये और मैं और मेरी बुआ की सबसे बड़ी बेटी जेन के साथ शाम के समय मैदान में घूमने गया और वहां उससे प्रेम निवेदन किया और रात में रोजी और रूबी के साथ हमारा पहला थ्रीसम शुरू हुआ ( मेरे अंतरंग जीवन की हमसफ़र -1 -10)

अब आगे

रोजी बोली ठीक है हरेक का अपनी भावना व्यक्त करने का और धन्यवाद करने का अलग तरीका है और इसका ये तरीका बहुत शानदार है। ये कह कर रोजी मेरे ऊपर झुकी और मुझे एक बहुत गरमा गर्म लिप किस करि। कुछ देर बाद हमने चुंबन तोड़ दिया तो रूबी ने मजाक में पूछा रोजी मुझे लगता है मुझे भी धन्यवाद देना चाहिए।"

"इसका लाभ उठाएं।"रोजी ने कहा।

उस टिप्पणी के बाद, एक सेकंड के अंदर ही रूबी के होठों ने मेरा एक जबरदस्त चुंबन किया ।

फिर रोजी बोली एक धन्यवाद मेरी तरफ से तो रूबी तुम्हारा भी बनता है जो तुमने मुझे दीपक जी से मिलवाया और प्रेम शास्त्र का अद्भुत अनुभव दिलवाया और रूबी को किश करने लगी ।रूबी भी उसी शिद्दत से रोजी को चूमने लगी । मैंने भी बोला रूबी का धन्यवाद तो मुझे भी देना चाहिए जो मुझे रोजी जैसी शानदार प्रेमिका से मिलवाया और रोजी का धन्यवाद के उसने मुझे इतना शुद्ध निर्मल और स्वार्थ रहित पूर्ण समर्पित प्रेम किया और उन चुम्बन करती हुई बहनो के चुम्बन में मैं भी शामिल हो गया।

इस तरह हमने एक थ्रीसम चुम्बन किया जिसमे तीनो एक दुसरे के ओंठो को चूस रहे थे।. ये बहुत शानदार अनुभव था। मैं रोजी और रूबी का ऊपर का ओंठ चूस रहा था तो रूबी और रोजी मेरा आधा नीचे का ओंठ चूस रही थी और तीनो की जीभे आपस में मिल रही थी। कुछ पता नहीं किसकी जीभ किसके साथ पेच लड़ा रही थी। तीनो की आँखे आनंद में बंद थी।

पता नहीं हम तीनो कितनी देर किस करते रहे। मेरे हाथ उनकी पीठ पर फिरते रहे और पीठ से होकर उनके एक स्तन पर पहुँच कर रोजी के दाए स्तन और रूबी के बाए स्तन से खेलने लग गए।

मेरे लिए ये शानदार सेक्स की सबसे शानदार शुरुआत है जो एक गर्म किश से शुरू होती है। योनि प्रवेश से पहले खुद को हुए अपने साथी को तैयार करना इसमें चूमना किश करना, सहलाना, प्यार करना,. मीठी बाते करना एक अच्छे सेक्स का बेहद महत्वपूर्ण हिस्सा हैl इससे सेक्स का पूरा मजा मिलता है।

रूबी चुम्बन तोड कर सांस लेने के लिए रुकी तो तीनो ने एक दुसरे को देखा तो मैंने उसे वापिस नीचे खींच लिया और हमने दुबारा एक दुसरे को चूमना शुरू कर दिया और रूबी ने मेरी जांघों को रगड़ना शुरू कर दिया। फिर रोजी ने चुंबन तोड़ दिया , मैं रूबी की ओर मुड़ते हुए बोला मुझे लगता है मैं आप दोनों से बेहतर कर सकता हूँ। "

एक धीमी गति से मौन मंजूरी के साथ, रूबी ने उसकी सहमति दे दी है और रोजी ने मुझे एक और गर्म चुंबन दे दिया और जैसे रूबी मेरी जाँघे रगड़ रही थी वैसे ही उसका हाथ भी नीचे पहुँच गया और मेरी कठोर लंड को सहलाते हुए उसने उसे कस कर पकड़ कर दबोच लिया ।

जब रोजी ने अपना चुम्बन तोडा तो रूबी ने भी गर्म चुम्बन से लेकर मेरी छाती को अपने हाथो से सहलाते हुए उसका हाथ भी मेरे लंड पर पहुंचा । उसकी जांघो ने मेरी जांघ को रगड़ा और फिर उसने भी लंड को सहलाते हुए दबोच लिया ।

फिर जब रूबी का चुंबन समाप्त हो गया है, हमने आगे और पीछे एक दूसरे को देखा, ये हमारे लिए एक नया रोमांच था।

10 सेकंड के अंदर ही वे दोनों में झुक कर मेरी गर्दन को चूमने और चाटने लगी और मेरे सारे बदन पर उनके हाथ चल रहे थे फिर जब रोजी मेरी छाती को चूम और चाट रही थी तो रूबी मुझे लिप किश करने लगी । फिर जहाँ रोजी ने छाती को चूमना रोका वही से रूबी मेरी छाती को चूमना और चाटना शुरू कर देती थी और रोजी मुझे लिप कस करने लगी इस तरह बारी बारी से वैकल्पिक चुंबन और मुझे चूमना और चाटना चलता रहा और वह दोनों मेरे निप्पलों से बारी बारी खेलने और चूसने लगी। .ये एक अभूतपूर्व अनुभव था पूरा शरीर कुछ नया अनुभव कर रहा था । एक साथ ओंठो का चुम्बन और छाती के निप्पल को चुसवाना. मेर लंड फुफकार रहा था ।

इसके बाद पता नहीं कब मेरा हर हाथ से एक अलग चूत पर पहुँच गया था और तभी मैंने महसूस किआ कि दो जोड़ी हाथ मेरे बहुत खड़े हुए लंड से खेल रहे हैं।

मैंने शुरू में प्रत्येक चूत को अपने हाथ से सहलाया और फिर उन्हें रगड़ना शुरू कर दिया । जबकि मेरी उंगलियों ने हर एक के अंदर अपना रास्ता ढूंढ लिया। रूबी की चूत के अंदर मेरे एक हाथ की उंगलियाँ थीं, जबकि मेरे दूसरे हाथ की उंगलियाँ रोजी की चूत के अंदर थीं। मैं वो कर रहा था जो मुझे लगता था कि कभी भी नहीं होगा, एक ही समय में दो अलग-अलग महिलाओं की योनियों में अपनी उंगलियों के साथ खेलना । सच में ये एक अद्भुत अनुभव था । इस दौरान हमारी किस चलती रही ।

उनकी चूत पर हाथ फेरने के कुछ ही मिनटों के बाद रूबी और रोजी दोनों ने अपनी स्थिति बदल ली और अपने सिर को मेरे पैर की ओर करके बिस्तर पर लेट गईं। इस बदलाव के बबाद भी वे दोनों मेरे लंड के साथ खेलती रही , और लंड के ऊपर अपने हाथ एक साथ चलाती रही इससे पहले कि मुझे यह समझ आये कि क्या हो रहा है । मैंने महसूस किया कि होंठों की एक जोड़ी ने मेरे लंड को घेर लिया है और नीचे की ओर से उँगलियों से लंड को पकड़ लिया था, जिससे लंड सीधा खड़ा रहे ।

मैंने नीचे देखा और देखा कि रूबी मेरा लंड अपने मुँह में लेकर चूस रही थी जबकि रोजी ने मेरा लंड पकड़ रखा था। रोजी ने रूबी के लिए एक ऐसे स्थिति में मेरा लंड अपने हाथ से उसके बेस पर पकड़ रखा तह जिससे रूबी को लंड चूसने में कोई दिक्कत न हो । इस तरह से रूबी ने मेरे लंड को पहली बार चूसा था । कुछ देर बाद इसी का अनुसरण करते हुए रोजी ने मेरा लंड चूसा और रूबी ने मेरा लंड उसके लिए पकड़ा । इसी तरह दोनों ने कई बार बारी बारी से मेरा लंड चूसा मैं उन्हें मेरा लंड चूसते हुए देखता रहा ।

मेरे लिए ये अद्भुत अनुभव था जब पहली बार इस तरह से मेरा लंड दो लड़कियों ने एक साथ बारी बारी से चूसा हो । फिर उन दोनों ने मेरा लंड अब एकसाथ चूसना शुरू कर दिया । रोजी मेरे लंडमुंड को मुँह में दाल कर चूसने लगी और रूबी बाकी के खड़े हुए कठोर लंड की पूरी लम्बाई को चूसने लगी।

उनका भी पहला थ्रीसम होते हुए भी उनका सामंजस्य अद्भुत था । ऐसा नहीं लग रहा था ये उनका भी पहला थ्रीसम है । फिर दोनों ने आधा आधा लंड चूसना शुरू कर दिया । रोजी ने दायी और से चूसना शुरू किया और रूबी ने बायीं और से चूसना शुरू कर दिया । दोनों ऊपर से शुरू करती फिर लंड पर झीभ फेरते हुए नीचे तक जाती फिर जड़ से वापिस ऊपर तक आती। मैं तो बस जन्नत में था।

फिर मेरा ध्यान मेरे सर के दोनों और उनकी चूत पर गया जो मेरे मुँह के पास थी । दोनों लड़किया इस तरह से लेटी हुई थी के उनकी चुत मेरे मुँह के बिलकुल पास थी ।रोजी की चुत बायीं और और रूबी की चूत सिर के बाईं ओर थीl मुझे केवल अपना सिर एक तरफ से दूसरी तरफ मोड़ना था और मेरा मुंह रूबी और रोजी की चूत पर टिका कर उन्हें बारी बारी चूसने लगा । मैं पहले एक चूत को चूसता और चाटता था फिर सर घुमा कर दूसरी को चूसने और चाटने लगता ।

मैं कई बार आगे पीछे होकर रूबी और रोजी की चुत को बारी बारी चूमता चूसता रहा । मैं उनकी चुत की पूरी लम्बाई और गहराई में अपनी जीभ चला रहा था । मैंने जीभ से उनकी चुत की गहराई की जांच करि । हालाँकि मेरा लंड कई बार उनकी चुत की गहराइयों की जांच कर चूका था पर जीभ से जांच करने का ये अनुभव स्पेशल था । मैंने उसकी चुत को इस प्रकार से चाटा बिल्ली कटोरे से दूध चाट जाती है । मैंने बिल्ली के समान गति का उपयोग करते हुए इसकी गहराई की जांच की।

बीच मैं कभी-कभी उनकी छत के दाने को भी चूसना शुरू कर देता और फिर उनकी योनि के बाहरी होठों की पूरी लंबाई को अपने मुँह में लेकर चूसता और फिर अचानक अपनी जीभ को जितना हो सके उनकी योनि की गहराइयों में घुसा देता था । हालांकि मुझे पता था कि मेरा मुँह दोनों में से किस की चुत पर था पर मैं उन्हें उनके स्वाद से भी बताने में सक्षम था। रोजी की चूत को स्वाद लगभग मीठा और हल्का था; जबकि रूबी की चूत का तीखा और तेज स्वाद था।

उसके बाद हमने स्थिति बदल दी जिसमे रोजी और रूबी दोनों एक-दूसरे के बगल में अपनी पीठ पर लेट गए। इसने मुझे प्रत्येक महिलाओं में से एक के साथ 69 करने की सुविधा दी। जब मेरा चेहरा रूबी या रोजी की चूत पर था, तो मैं उस पर लेट जाता और अपनी जीभ को उनकी चूत में जहाँ तक मैं पहुँच सकता था डाल देता था । वही मेरा लंड उसके मुँह में होता था ।

जिस तरह वो मेरे लंड को चूस रही थी मैं भी उसी तरह उसकी चूत के हिस्सों को अपने मुँह में ले लेता और उसे उसी तरह से चूसता जैसे वो चूस रही थी । पूरे समय यही होता रहा जब वो मेरा लंड मुँह की गहराइयों में लेकर चूसती रही और उसी तरह मैं उसकी चुत चूसता रहा । मैं फिर दूसरी लड़की के साथ ऐसा ही करता हूं, फिर से एक से दूसरे चुत पर बारी बारी से चूसने लगा । जब मैं अपना चेहरा रोजी या रूबी की चूत पर लगा कर चाटता था उसी समय दूसरी की चूत को मेरी उँगलियाँ जितनी हो सकती थीं और उसे अपने हाथ से चोद रहा था। इस दौरान दोनों दो बार झड़ चुकी थी ।

मैं आज दोनों को बराबर समय और प्यार देना चाहता था, तो रोजी बोली अब आप पहले रूबी को चोदिये मैं उसकी चूत का जितना हो सकता था चोदना चाहता था, लेकिन मैं रोजी को यह सोचने के लिए नहीं चाहता था कि मुझे आज केवल रूबी में दिलचस्पी थी। मैंने निश्चय किया मैं जो भी रोजी के साथ किया वही मैं रूबी के साथ करूंगा और मैं रूबी के साथ जो भी करूंगा वही मैं रोजी के साथ भी करूंगा। मैंने उनमें से प्रत्येक के साथ समान व्यवहार करने की कोशिश की।

रूबी और रोजी अपने समय को विभाजित करने के लिए स्वतंत्र थी । उन दोनों की हरकते और मेरे लंड को चूसने का समय अलग अलग था । हम आखिरकार मैं पीठ पर आ गया और रूबी या रोजी मेरे मुँह पर बैठ गयी और मैं उनकी चुत को खाने लगा जबकि इस दौरान दूसरी मेरे लंड को शानदार तरीके से चूसती । फिर उन्हों ने कई बार अपनी स्थिति बदली ताकि मैं उनकी चुत को अछि तरह से चाट सकू और फिर वो मेरा लंड भी चूस सके।

अब चुकी मैं प्रत्येक छोर पर एक समय में मैं एक को ही समायोजित कर सकता था, तो फिर मैंने सुझाव दिया क्यों न त्रिकोण बना कर किया जाए।इससे तीनो के मुँह और जानाँनग का भरपूर उपयोग हो सके, तो मैं साइड पर लेट गया और रूबी ने अपनी चुत मेरे मुँह के पर रखी और अपना मुँह मेरे लैंड के तरफ कर साइड पर लेट गयीl उसके बाद रोजी भी इस तरह से लेटी के मेरा लंड उसके मुँह में था और उसकी चुत रूबी के मुँह के पास थी। अब तीनो के मुँह चल रहे थे।

कुछ देर बाद दोनों ने अपनी स्थिति बदल ली इसके बाद मेरा मुँह रोजी की चुत पर चल रहा था और रोजी का मुँह रूबी की चुत पर था और रूबी का मुँह मेरे लंड पर था ।

इस पूरे समय में यह सब हो रहा था हमारे छह हाथ चार उपलब्ध स्तनों और निप्पल्स के साथ खेल रहे थे। इस तरह हम तीनों ने काफी समय बहुत सारे मौखिक सेक्स के अलावा एक-दूसरे के शरीर के साथ खेलने और और छेड़ छाड में बिताया।

मुझे इनमे से सबसे ज़्यादा मज़ा तब आया, जब रूबी और रोजी दोनों एक साथ अपने मुँह को मेरे लंड के दोनों तरफ रखेंगी और दोनों अपने मुँह को एक साथ ऊपर-नीचे करती थी इस मौके पर उनमें से एक ने मेरे लंड की पूरी लंबाई को अपने मुँह में ले लिया तब भी बहुत मजा आया ।

आगे क्या हुआ ये कहानी जारी रहेगी ..l

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