Note: You can change font size, font face, and turn on dark mode by clicking the "A" icon tab in the Story Info Box.
You can temporarily switch back to a Classic Literotica® experience during our ongoing public Beta testing. Please consider leaving feedback on issues you experience or suggest improvements.
Click hereपिछली कहानी के भाग 2 में आपने पढ़ा
मीशा के रुसी गुड़िया जैसा चेहरे को अपने वीर्य में भीगा हुआ देखना इतना आश्चर्यजनक रूप से गर्म था कि मैंने कभी वीर्य का झड़ना रोकना ही नहीं चाहा। उसके बाद वह सारा वीर्य उंगलियों से चाट गयी और बोली ये सचमुच नमकीन है और मुझे नमकीन कुछ ज़्यादा ही पसंद हैl उसने पुछा तुम्हे भी नमकीन पसंद है न l वह बोली आमी तुमने मुझे मेरा चुतरस चटवाया था, अब अपना रास भी चाट कर देखो और अपनी जीभ मेरे मुँह से लगा कर मुझे किस करने लगी और फिर मेरे वीर्य में शनी अपनी जीब उसने मेरे मुँह में घुसा दीl मैंने भी पहली बार अपने वीर्य का नमकीन स्वाद चखा उसके बाद दुबारा उसने मेरा लंड मुँह में ले लिया और चाट कर सारा वीर्य साफ़ कर दियाl
आपने मेरी कहानी क्रिसमस डिनर भाग 1 और 2 में पढ़ा किस तरह लंदन में मेरी मुलाकात मीशा से एक माल में क्रिश्मस से पहले हुई और फिर वह मेरे घर डिनर के लिए आयी और कैसे उसकी पहली चुदाई हुई l
अब आगे:
इसके बाद दोनों लेट गए और किस करने में लग गए और कुछ देर बाद लंड महाराज फिर सर उठाने लगेl मैंने उसे अपने ऊपर खींच लिया और उसे कस कर पकड़ लियाlउसके सीने पर उसके स्तनों के एहसास का आनंद ले रहा था। जब लंड महराज उसे चुभने लगे तो उसने मुझे दबोच लियाl वो मेरे ऊपर बैठ गयीl
उसके शानदार स्तनों ने भौतिकी के नियमों को धता बताने की हिम्मत की थीl वे इतने दृढ़ थे कि गुरुत्वाकर्षण उन्हें नीचे खींच नहीं सकता था। उसके निप्पल उसके स्तनों की तरह ही गर्व से खड़े थेl फिर वह मेरे ऊपर लेट गयीl मैंने ख़ुद को उसकी आँखों में देखते हुए उसे पकड़ रखा था और उसका पूरा शरीर मेरे शरीर से लिपट गया था।
मीशा ने मेरे सीने पर अपने हाथ चलाए क्योंकि मेरा शरीर उसके नीचे दब रहा था और मैं उसकी चूत को धीरे-धीरे सहलाने लगाl
उसका ऊपरी शरीर थोड़ा शांत हो गया, लेकिन उसने अपने कूल्हों को ऊपर उठा दिया और मेरा लंड को पकड़ कर अपनी चूत पर रगड़ने लगी। उसने लंड को चूत के मुँह पर लगा दिया उसने मेरे कूल्हों को हाथ से दबा कर इशारा किया पर मैं अपना समय ले रहा था! मीशा हताशा में कराहने लगी और उसने मुझे खींचने के प्रयास में अपने पैर मेरी गांड के ओर फैला दिए। उसकी ताकत मुझे आश्चर्यचकित कर गई l जब उसने देखा मैंने लंड अंदर घुसाने की कोई जदबाज़ी नहीं दिखाई, तो वह वैसे ही लंड के ऊपर बैठ गयीl उसके छूने छेड़ने से तब तक लंड भी अपने पूरे आकार में आ चूका था l
उसने फिर मेरे लंड को पकड़ कर अपनी चुत में घुसाया। मैंने उसके कूल्हों को पकड़ा और उसे आगे की तरफ़ खींचा, जिससे मेरा लंड उसके गहराई से घुस गया। वह धीरे-धीरे नीचे होती गयी और मेरा पूरा लंड उसके अंदर गया। मैंने भी एक धक्का अपने चुतर उठा कर ऊपर को लगा दिया, जिससे लंड पूरा जड़ तक अंदर समा गया l वह धीरे-धीरे ऊपर नीचे होने लगी वह 6-7 इंच ऊपर उठती और फिर नीचे बैठ जाती मैं उसके अंदर अपना लंड आते जाते देखने लगाl
वह मेरे लंड की सवारी करने लगी। सब कुछ पहली बार में अजीब था, लेकिन मीशा ने जैसे सब संभाल लिया। मैंने अपने हाथों को उसके स्तनों पर उठा दिया और उसे ऊपर-नीचे उछालते हुए उसे हौसला दिया। वह जल्द ही ख़ुशी से झूमने लगी और उसकी ऊपर नीचे होने की गति बढ़ने लगी। मेरे चूतड़ भी उसका ले में साथ देने लगे ऐसा लगभग 10-15 मिनट चला तो वह थक गयी तो झुक कर मुझे लिप किस करने लगी तो मैंने नीचे से धक्के लगाने शुरू कर दिए l उसके गोल सुडोल स्तन मेरे छाती से चिपक गएl
फिर वह बोली अब तुम करो और नीचे उतर कर पीठ के बल लेट गयीl
मैं अपने घुटनों पर उसके पास गया और उसके पैरों को पकड़ लिया और फैला दियाl मैंने उसकी चूत के छेद को देखा तो वह अब गुलाबी से लाल हो गया थाl और अपने लंड को उसके गीले छेद में प्रवेश करने के लिए दबाब दियाl उसकी चूत के छोटे से छेद में मेरा लंड बाहर मुश्किल से फिर अंदर गया l उसकी टाइट चूत जो पहली चुदाई के कारन थोड़ा खुल गयी थी पर सूज भी गयी थीl मैं धीरे-धीरे दबाब देता गया और एक-एक इंच इंच करते-करते पूरा लंड अंदर घुसा दियाl
मैंने उसके दोनों पैरों को अपने बाए कंधे पर सवार कर लिया। और टाँगे जोड़ दी, जिससे उसकी टाइट चूत और टाइट हो गयी और मैंने फिर धीरे-धीरे लंड को अंदर बहार करना शुरू कर दियाl मुझे इस बार पहले से भी कुछ ज़्यादा मज़ा आया l मीशा बोली प्लीज ज़ोर से करो, बहुत मज़ा आ रहा है, ओह्ह! आह! हम्म्म! ऐसे ही ज़ोर से करो लंड उसकी चूत के दीवारों को रगड़ता हुआ अंदर बाहर हो रहा थाl मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी मीशा को चोदते हुए कुछ ही समय हुआ है और मीशा की पहली चुदाई से मुझे-मुझे पता था कि मीशा लंबे समय तक नहीं टिकेगी। वह चीखने लगी मैं आ रही हूँ, मैं आ रही हूँ। और उसने मुझे अपने ऊपर खींच लाया और मुझे किस करने लगी मीशा कहने लगी ओह तुम्हारा लंड बहुत प्यारा है। प्लीज और मुझे चोदो। ओह हाँ, हाँ, हाँ! " उसने बार-बार कहा और वह हो-हो हो करते हुए झड़ गयी फिर से मुझे अपने रस से सराबोर कर दिया।
मैंने अपनी गति को कम कर दिया, जैसा कि मैंने आज रात दो बार पहले ही झड़ चूका था इसलिए मुझे पता था कि मैं इस बार बहुत अधिक समय तक टिकूंगा।
उसने छलांग लगाई और बिस्तर के किनारे पर घुटने टेक दिए। उसने अपनी स्थिति अच्छी तरह से सीख ली। मैं उसके पीछे चला गया और एक तकिया उसके घुटनो के नीचे लगा दिया और एक तकिया उसकी बाहो में दे दिया, जिससे उसे चोट न लगेl मैंने अपना लंड उसके योनी के पीछे रखा। मैंने अपने दोनों हाथों से उसके गोल नितंबो को रगड़ते हुए उसकी पीठ को महसूस किया। उसकी चूत मुझे अंदर ले जाने को तैयार थी।
बाद में फिर अपना लंड पकड़ कर उसकी चूत को उंगलियों से खोल दिया और उसके छोटे से छेद में फिट कर हल्का-सा धक्का दिया तो लंड अंदर फस गया। बस मेरे लंड अंदर करते ही मीशा कराहने लगीl ओह्ह्ह! प्लीज धीरे करो, उसका पूरा शरीर हिल गया थाl उसने अपना शरीर पीछे को धकेल दिया और मैंने भी थोड़ा दबाब दिया तो लंड सररर से पूरा अंदर चला गया और उसकी बच्चेदानी से टकराया l मुझे लगा अब तक के हमारे सारे समागमों में इस बार मेरा लंड ज़्यादा अंदर तक गयाl
मीशा बोली यस-यस यस ऐसे ही ज़ोर से करोl उसने मेरा पूरा लंड अपने अंदर महसूस कियाl वह बार-बार अपने चूतड़ आगे पीछे करते रही और मैं भी उसके ताल से ले मिला कर धक्के लगता रहा और कि मेरे हर धक्के पर मेरे अंडे उसके क्लिट को बार-बार टकराये। हर बार टकराने पर उसके मुँह से आह निकलती थीl फिर वह रुक गयी तो मैंने अपने हाथ उसकी पीठ पर फेरते हुए उसके बूब्स को पकड़ लिया l तो उसने मुँह पीछे घुमा लिया तो मैं भी झुक कर उसको किस करने लगाl
फिर मैंने उसके कंधो को पकड़ा और मैंने धक्के लगाने शुरू कर दिएl धीमे नहीं, बहुत तेज और ज़ोर के धक्के हर धक्के के साथ उसका पूरा शरीर हिल जाता और वह बोलती और ज़ोर से चोदोl मुझे चोदो-चोदो और ज़ोर से और उसकी आवाज़ मुझे और उत्तेजित कर रही थीl उसकी आवाज़ सुन कर मैं अगला धक्का और ज़ोर से लगाता था l फिर मैंने उसके कूल्हों को पकड़ लिया और उसके शरीर को पीछे करने लगा और लंड पर खींच लिया।
बेबी आओ लंड ले लो। इसे अपने अंदर ले जाओ! 'मैंने मीशा को कहा कि अपने हिसाब से मेहनत करो। मीशा बोली फ़क मि l मुझे चोदो, मुझे चोदो, प्लीज! मैं तुम्हे बहुत प्यार करती हूँ।' उसका शरीर फिर कांपने लगा और वह झड़ने लगी और निढाल हो आगे को बेड पर झुक गयी पर मैंने धक्के लगाने जारी रखे और फिर वह बोली प्लीज मेरे अंदर ही करना l मैं तुम्हारा रास अपने अंदर चाहती हूँl उसके बाद मैं भी झड़ गया और उसके ऊपर गिर गया उसके साथ चिपक कर उसकी बाहो में खो गया।
और मैं उसके साथ चिपक कर लेट गया, मेरी बाहों में उसे सिर्फ़ उसे पकड़ना बहुत अच्छा लगा। दोनों थक गए थे और फिर वह मुझ से किस करते हुए उसने बोलै आयी लव यू आमिर मैंने भी उसको कहा लव यू मीशा और वह मेरी बांहों में सो गई और मैं उसकी बाहो में खो गया।
इसी तरह बार-बार चोदते हुए मैंने मीशा के साथ पूरी रात बिताई, क्रिसमस का जश्न पूरी रात एक साथ पूरे मजे लेते हुए बार-बार लगातार हम चुदाई करते रहे कभी मैंने उसे चोदा कभी उसने मुझेअपनी और खींच कर अलग-अलग आसान में चुदाई की और थक कर आराम करते l उसके बाद बहुत जल्द ही हम दोनों एक दुसरे को चूमते चाटते दुबारा शुरू हो जाते थे थोड़ा-सा आराम करते, फिर से गले लगाते हुए, एक ख़ुशी के समुद्र में तैरते हुए एक दुसरे में खोये रहे।
पता ही नहीं चला इस तरह प्यार करते-करते कब सुबह हो गयीl
क्रिसमस डिनर की कहानी जारी रहेगी
आपका आमिर