गोवा में रीना की रिचर्ड से मस्ती

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Rina tastes teenage Richard on 50th birthday in Goa.
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हम गोवा में एक शाम समुद्र किनारे बैठे बियर पी रहे थे। बीवी ने झीने हलके कपड़े की शार्ट्स और सैन्डो बनियान जैसी शर्ट पहन रखी थी। मैं शार्ट्स टीशर्ट में था। बीवी की भारी, लटकती छातियां थोड़ा थोड़ा झांकती थीं, गहरे गले से बीच की घाटी दिखाती गजब ढा रही थीं। यह मेरी ही जिद थी कि वह गोवा के इस सुनसान हिस्से में यही कपड़े पहने। मैंने ब्रा भी नहीं पहनने दी थी उसे। ना नुकुर करके वह आखिर मान गई। मन में दोनों के था कि कुछ एडवेंचर हो यहां तो मजा आए।

मेरी ही जिद पर उसने गोवा आने से पहले अपने हाथ पैरों पर तेज गहरी लाल नेल पॉलिश लगवाई थी। मुझे लाल नेल पॉलिश सुन्दर लंबे नाखूनों पर बहुत सेक्सी लगती है। उसकी भरी, लंबी, चिकनी टांगों के बाद सुन्दर पैरों पर लाल नेल पॉलिश मुझे हमेशा की तरह बहुत अच्छी लग रही थी। लंबी नंगी बाहों पर लाल नेल पॉलिश वाले हाथों से पकड़े बियर के गिलास को उसके होठों को छूना मन में सुरसुरी पैदा कर रहा था। मेरे कहने पर आज उसने गहरे लाल रंग की लिपस्टिक भी लगा रखी थी अपने सुंदर भरे हुए होठों पर।

मैं एक हाथ से बियर पीता दूसरे से उसकी नंगी बांह को सहला रहा था। बगल में अंगुली डाल कर फिरा रहा था। मुझे उसकी बगल को सहलाना पसन्द है। इधर उधर देख कर ढीली शर्ट में हाथ डाल कर कभी चूचियां, कभी कमर, कभी पेट छू लेता था। कभी ऊपर से, कभी नीचे से। कभी घुटना, जांघ सहलाता था। भीतरी जांघ तक हाथ लेजाकर बिना पैंटी की शार्ट्स को छू देता था। बीवी ऊं ऊं करके इठलाती मजे ले रही थी। कभी मेरी जांघ सहलाने लगती थी। अंधेरा हो चुका था। लोगों की निगाह बचा कर मैंने उसे कई बार चूम लिय़ा। पहले तो ना ना किया- क्या करते हो- फिर उसने भी चूम लिया। झिझक कम हो रही थी।

तभी सामने से एक छह फुटा गोरा लड़का आता दिखा। भोला सा, 17-18 साल का। मैंने उसे देखकर मुस्कान दिया, हलो बोला। एक बार बीवी को देखा और फिर लड़के से कहा तुम हमारे साथ ही क्यों नहीं बैठ जाते? वह आ गया। मैंने उसका ब्रांड पूछ कर बीयर मंगा दी। बीवी से मिलवाया, यह रीना है। मैं कमल हूं। उसने नाम बताया रिचर्ड। अमेरिका से था। पढ़ता था, छुट्टियों में घूमने आया था।

हम इधर उधर की बात करते रहे। मैंने कहा हम रीना की पचासवीं सालगिरह कुछ नए ढंग से, एडवेंचर के साथ करने का सोच कर गोवा आए हैं।

-तुम्हें भी एडवेंचर पसंद है क्या

-हां, बिलकुल। पर कुछ हुआ नहीं अब तक..

-कैसा एडवेंचर ढूंढ रहे हो? तुम जवान लोग तो जवानी वाला ही ढूंढते हो। है न? कोई गर्लफ्रेंड बनाई कि नहीं यहां

-अरे कहां...कोई अकेली मिलती ही नहीं। सब किसी न किसी के साथ हैं

-हूं...कैसी गर्लफ्रेंड पसंद है तुम्हें?

-कोई सुन्दर सेक्सी सी...रीना जैसी

-रीना तुम्हें सुन्दर सेक्सी लगी?

- हां बहुत। किस्मत वाले हो कमल। रीना बुरा मत मानना पर तुम बहुत सेक्सी हो। और इस ड्रेस में तो गजब।

बीवी यह सुनकर शरमाई, इठलाई। फिर अदा से बोली- मुझे बुद्धू मत बनाओ। पचास की उम्र में क्या सेक्सी लगूंगी...पहले की बात और थी।

मैंने रीना को पास खींच कर चूम लिया और कहा डार्लिंग तुम अब पहले से कहीं ज्यादा सेक्सी हो। तभी तो तुम्हें कभी छोड़ता नहीं मैं। और पास खींच कर उसकी नंगी बांह सहलाता रहा। फिर अचानक कस के चूम लिया उसको। वह कसमसाई, छुडाने की कोशिश की पर मैंने नहीं छोड़ा। देर तक होंठ कस कर चूसने के बाद खूब पुचपुचा के छोड़ा।

अब तक तीनों पर सुरूर चढ़ चुका था। बियर का भी और मस्ती का भी।

मैंने रिचर्ड को कहा तुम भी इधर ही आ जाओ, रीना की बगल में। वह लपक के आ गया। मैंने रीना से कहा डार्लिंग इस लड़के को भी एक पुच्ची दे दो, बेचारा अकेला परेशान है। आज इसे भी कुछ मजा चखा देते हैं। रिचर्ड चूमो मेरी जान को।

रिचर्ड तो मौका ढूंढ रहा था, लपक के रीना को बाहों में भर के चूमने लगा। रीना कहती रही अरे रुको, क्या कर रहे हो रिचर्ड पर वह नहीं रुका। उसके गालों, होंठों, गले, कान, नाक सब जगह बस धड़ाधड़ चूमता ही चला गया। एक हाथ से उसकी नंगी बाहें सहलाते सहलाते चूचियां छूने लगा। फिर एक चूची कस के दबा दी और पकड़ के मसलने लगा।

रीना ऊं ऊं करती रही पर गर्मी उसे भी चढ़ चुकी थी, मन में नए अनुभव की हसरत भी मचल चुकी थी। मैं भी उकसा रहा था-डार्लिंग अब रुको नहीं, तुम भी चूमो, मजे लो। आज हम तीनों मजा लेंगे। सुन कर रीना ने भी अपने से आधी से भी कम उम्र के उस गोरे छोकरे के गले में बाहें डाल दीं और कस के चूमने लगी उसके होंठ। चिपक गई उसकी छाती से। मैं बगल से उसकी जांघें, कमर, पेट, चूचियां छू रहा था, सहला रहा था। पीछे से उसका गला, पीठ चूमने लगा।

तब तक रिचर्ड रीना की ढीली शर्ट को ऊपर उठा कर उसकी मोटी. भारी, लटकती चूचियों को जकड़ कर पागलों की तरह उन्हें चूमने चूसने लगा था। उसने दोनों छातियों के बीच अपना मुंह जो डाला तो बच्चों की तरह छोड़ा ही नहीं। चूमता चूसता मसलता रहा पता नहीं कब तक। रीना मस्त हो चुकी थी, उसका सिर अपनी छाती पर पकड़ उसके बालों में उंगलियां घुमाए जा रही थी, आह ऊंह किए जा रही थी।

मैंने मौका मिलते ही रीना की शार्ट्स में हाथ डाल कर उसकी चूत को मुट्ठी में भर लिया और एक अंगुली चूत के भीरत घुसेड़ दी। रीना चिहुंकी- आह...और उसके चूतड़ों ने एक झटका खाया। चूत पूरी गीली थी, बह रही थी। मैंने दो अंगुलियां डाल के सड़का मारना शुरु कर दिया। रीना आह आह करने लगी, अचानक ढीली पड़ गई।

रिचर्ड समझ गया कुछ हुआ है। थोड़ा रीना से दूर हुआ तो देखा मेरा हाथ उसकी शार्ट्स में घुसा हुआ आगे पीछे हो रहा है। मैंने झट कहा रिचर्ड रीना को अपना लंड दिखाओ, हाथ में दे दो। डार्लिंग देखा इसका लंड। रिचर्ड ने झट से अपनी शार्ट्स नीचे की और अपने तने हुए गोरे चिकने लंड को रीना के मुंह के सामने कर दिया।

लंड बहुत सुन्दर था। आठ इंची, गोरा, चिकना, थोड़ा मुड़ा हुआ और मोटा। मेरे लंड से दोगुने से भी ज्यादा। हम दोनों उसे देख कर सन्नाटे में आ गए। रीना तो जैसे आपा खो बैठी, काफी देर उसे देखती ही रही जब तक रिचर्ड उसे उसके होंठों से छुआने नहीं लग गया। होंठों पर लगते ही रीना के होंठ अपने आप खुल गए। उसकी लाल नेल पॉलिश वाले सुन्दर लंबी अंगुलियां उस विशाल गोरे लंड के चारों ओर जकड़ गईं। मैं तो यह देख कर ही आधा झड़ने को हो गया। मुझे उसकी ऐसी अंगुलियां अपने लंड को पकडे बहुत गर्म कर देती थीं और एक खूब लंबे मोटे गोरे या काले हलब्बी लंड को उसे पकड़े देखने की मेरी पुरानी फैंटेसी थी।

मैंने कहा रीना इसे मुंह में ले लो। देखो कितना अच्छा लंड मिला है तुमको...

Continued...

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Anonymous
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1 Comments
AnonymousAnonymousabout 3 years ago

Excellent start. Please continue.

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