उभयलिंगी जोड़े की घमासान चुदाई

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उभयलिंगी जोड़े की घमासान चुदाई.
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नमस्कार दोस्तों, मैं आपका दोस्त मानस फिरसे हाजिर हूँ एक रोमांचक और कामुक कहानी लेकर जिसे पढ़के मुझे आशा है की आप सब लोग जरूर गरमा जायेंगे. ये कहानी मेरे जीवन की एक सच्ची कहानी है और आज के ज़माने की है, तो आप सब लोग इस कहानी का खुलके मज़ा ले.

मेरे नियमित पाठकों को मेरे बारे में जानकारी है पर नए पाठकों के लिए बता दू की मैं एक भारत में जन्मा पर अब इंग्लैंड का निवासी हूँ और कई कामुक हरकतें करता रहता हूँ.

ऐसी ही एक मेरी कामुक ख्वाइश को पूरा करने के लिए मैं कई दिनों से एक ऐसे जोड़े की तलाश में था जो उभयलिंगी (Bi-Couple) हो, चुदाई के खेल में पारंगत हो और दोनों शादीशुदा हो. क्यूंकि मेरी बड़ी सुप्त इच्छा थी की मैं किसी औरत को उसके पति के सामने किसी रंडी की तरह चोदू और उसका पति मेरा लौड़ा चुसके अपने बीवी की चुत और गांड में मेरा लौड़ा घुसा दे.

दरसल इंटरनेट की दुनिया में कई लोग ऐसे मिले पर उनसे मिलने का मन तो कभी हुवा नहीं, कभी किसी चीज से तो कभी किसी बात से मैं हमेशा मेरी ये इच्छा मन में दबाके बैठा था. कोरोना के चलते एक लम्बे समय के बाद मेरा भारत आना तय हुवा और इसी दौरान मुझे मेरे इंटरनेट के एक वेबसाइट पर एक लड़के का ईमेल आ गया, बातों से मुझे उसका स्वभाव और कामुकता का ख़ुलासा हुवा.

बातों बातों में मैंने उनकी और उन दोनों ने मेरी सारी जानकारी ले ली, क्यूंकि ऐसे मिलन में कई बार जोख़िम भी उठानी पड़ सकती है और इसीलिए हमारे तरफ से बड़ी सावधानता रखी गयी. पर धीरे धीरे हम आपस में खुलने लगे, एक दूसरे के नाम और नंबर हमने जल्दी ही एक दूसरे के साथ शेर किया और मेरी उन दोनों से लगातार बातें होती रही.

लड़के का नाम पॉल था और लड़की का नाम रीना, दोनों पिछले ४ सालों से शादीशुदा थे और केरला के एक बड़े शहर के निवासी थे. पॉल ३० साल का और रीना ३१ साल की थी, जी बिलकुल सही पहचाना, लड़की एक साल उम्र में बड़ी थी और दोनों भी बचपन के दोस्त भी थे.

मेरी बात अक्सर रीना से ही होती थी, तभी मैंने एक बार रीना से पॉल के बारे में पूछ ही लिया, की उसका स्वभाव ऐसा क्यों है की वो अपनी बीवी को किसी गैरमर्द से चुदवाने की इच्छा रखता है. रीना के कहे नुसार शादी तक तो पॉल अच्छा खासा मर्द था पर अचानक से उसके चाल-चलन में बदलाव आने लगा और जब रीना ने पूछा तो पॉल ने भी खुलके कह दिया की अब उसका झुकाव ज़्यादा लड़कों की तरफ है.

दरसअल बात ये थी की पॉल को औरत के साथ साथ अब मर्दों के लंड से चुदने का चसका लग चूका था, मर्दों के लंड चूसना गांड मरवाना और ख़ुदको समर्पित करके किसी गुलाम की तरफ चुदवाना उसका शौक बन चूका था. रीना को जब इस बात का पता चला तब वो घबरा गयी थी पर घरवालों के मानसम्मान के बारे में सोचते हुए उसने पॉल के साथ समझौता कर लिया था. पॉल ने भी अपनी गलती मानते हुए रीना को अपने सरीके से कामजीवन का मज़ा लेने की सहूलियत दे दी थी और तबसे ये दोनों ऐसे ही अलग अलग मर्दों से एक साथ चुदाई का मजा लेते आ रहे है.

ख़ैर, आख़िरकार मेरा भारत में आगमन हुवा, दिसंबर २०२० में कोरोना के नियम शिथिल होते ही मैंने पहली फ़्लाइट पकड़ी और सीधा मेरे घर पहुँच गया, कुछ निज़ी कामकाज़ निपटने के बाद मैंने रीना को भी मेरे आने की बात बता दी. मेरे आने की ख़ुशी में रीना और पॉल ने झट से मुझे अगले ही हफ़्ते गोवा आने का निमंत्रण दिया, रीना से ज्यादा पॉल ही ज़्यादा उत्साहित लग रहा था.

मैंने भी अगले हफ़्ते की तारिक नक्की करके गोवा में मिलने का प्लान बना दिया, पॉल ने अपना और मैंने अपना कमरा एक बड़े से होटल में बुक कर दिया और देखते देखते वो दिन भी आ गया जब मैं गोवा के लिए निकल पड़ा. तय दिन पर इधर से मैं और उधर से रीना और पॉल भी गोवा के लिए रवाना हो चुके थे और उसी दोपहर को रीना और पॉल मेरे सामने खड़े थे.

छरहरे बदन की लेकिन भरे हुए सीने वाली रीना को देख मैं भी गरमा रहा था, उसने पहले टीशर्ट और जींस से उसके बदन का कोना कोना साफ़ उसके शरीर का भूगोल दर्शा रहा था. रीना की आँखों में भी मुझसे मिलने की ख़ुशी साफ़ दिखाई दे रही थी और शायद वही हाल पॉल का भी था. मेरे नजदीक आते हुए पहले पॉल ने और फिर रीना ने हस्तांदोलन किया पर मैंने ही नजदीकता बढ़ाने के हेतु दोनों को आलिंगन दिया, मेरे बाँहों में आते ही रीना भी बड़े प्यार से मुझसे चिपक गयी.

३१ साल की जवान औरत मेरे बाँहों में आते ही मेरे लौड़े ने भी अपनी नींद से बाहर आना चालू किया, पर ख़ुद को काबू में रखते हुवे हमने पहले खाना खाने का मन बनाया और आज रात की प्लानिंग करने लगे. मुझे भी जानना था की रीना और पॉल को किस तरह का सेक्स पसंद है और शायद उन दोनों को भी ये जानने की जल्दी थी की मेरी कामवासना का जहाज कहा तक जा सकता है.

हमने खुलके एक दूसरे को अपनी बातें बता दी, और मुझे लगा की पॉल और रीना वही जोड़ा है जिसके तलाश में इतने दिनों से था जो मेरे चुदाई की सारी हदें पार करने में सही साबित होगा. खाना ख़तम करके हम अपने अपने कमरे में सोने के लिए चले गए क्यूंकि चुदाई का घमासान आज रात को ही होना था, आज पॉल और उसकी बीवी मेरे लौड़े की सेवा के लिए तैयार थे.

शयम के करीब ७ बजे मेरे कमरे के दरवाजे पर किसीने से थपथपाया और मेरी नींद खुली, बुझी आँखों से मैंने दरवाजा खोला तो सामने रीना थी जो मुस्कुराते हुए मुझे देख रही थी. गोवा की गरमी के कारन मैं सिर्फ कच्छे में सो रहा था, बाकी पूरा बदन नंगा देख रीना की नज़र मेरे बदन पर घूमने लगी और उसकी आँखों में हवस की चमक जाग उठी. मैंने भी पहल करते हुए रीना को पकड़ कर अंदर खिंच लिया और दरवाजा बंद करते हुए उसको बाँहों में भर लिया, रीना मेरी आँखों में देख रही थी और तभी मैंने उसके ओंठों पर अपने ओंठ भिड़ा दिए.

टीशर्ट और पायजामे में रीना का बदन और भी खुलके सामने आ रहा था, उसके नरम नरम ओंठों को चूमते हुए मैं अब उसको मेरे बिस्तर की ओर ले गया और बिस्तर पर लिटाते हुए उसके बदन को सहलाने लगा. रीना ने भी कामुकता दिखाते हुए अपनी जीभ मेरे मुँह में दे दी और खुद मेरी जीभ अपने मुँह में लेने लगी, जीभ से जीभ टकराने से हमारे थूक भी एक दूसरे के मुँह में समाने लगे.

रीना का बदन मसल के उसके ओंठो का रसपान कर ही रहा था की तभी फिर से दरवाजा बजा, रीना ने चुम्बन रोकते हुए मुझे आँखों से ही दरवाजा खोलने का इशारा किया. मैंने भी दरवाजा खोला तो पॉल मुझे देख के मुस्कुरा रहा था, उसको पता था की उसकी बीवी अभी मेरे ही कमरे में है पर उसके चेहरे की ख़ुशी से मैं समझ गया की अब ये दोनों चुदवाने के मस्ती में है.

मैंने भी पॉल को अंदर आने का इशारा किया और जैसे ही मैं पलटा तो देखा रीना ख़ुद अपना टीशर्ट उतार रही थी, उसके ३६ इंच के भारी भरकम मांसल चूंचे बिना ब्रा के हमारे सामने नाच रहे थे, मेरे साथ चल रही चुम्मा-चाटी से और चुदाई के ख़याल से रीना की चुचुक तन कर उभर गए थे, गोरे गोरे गुब्बारें मुझे ललचा कर पुकार रहे थे की आओ और आके हम को मसल दो. पॉल ने भी रीना को देख अपना टीशर्ट उतारा और अपने बीवी के पास जाके उसने रीना का पायजामा और पैंटी एक ही झटके में उतार के उसको पूरी मेरे सामने नंगी कर दिया.

रीना का पूरा नंगा और भरा हुवा बदन देख कर मेरे अंदर की हवस की आग भड़क कर शोला बन चुकी थी, पतली सी कमर उसके निचे फुले हुए चुत्तड़ देख कर मैंने अंदाजा लगाया की जरूर इस रंडी की गांड ४० इंच के ऊपर की ही होगी. दूध जैसे गोरे बदन पर ना तो कोई दाग़ था ना कोई निशान, चमचमाता हुस्न मेरे सामने नंगा हो चूका था और उस हुस्न की मालकिन रीना आज किसी दो कौड़ी की बाजारू रंडी की तरह मुझे देख के इशारे कर रही थी.

रीना की आँखों में देख कर मैंने पॉल से कहा, "वह क्या कर रहा है भोसड़ीके? मेरा लौड़ा क्या तेरी माँ आके चूसेगी कुत्ते?"

मेरा आदेश मिलते ही पॉल ख़ुशी ख़ुशी मेरे पास खिसका और मेरे कच्छे के ऊपर से ही मेरे लौड़े को चाटने लगा, उसके बाल पकड़ के मैंने उसका मुँह मेरे लौड़े पर दबाया और दूसरे हाथ से कच्छा निचे की तरफ कर दिया. पॉल को ये एक तरह का इशारा था की उसे अब मेरा लौड़ा मुँह में लेके चूसना है तो उसने भी फुर्ती दिखते हुए मेरे लौड़े को कच्छेसे बाहर का रास्ता दिखते हुए अपने मुँह में भर लिया.

अपने पति को मेरा लौड़ा चूसते देख रीना मुस्कुराते हुए अपनी नंगी चुत मसलना चालू कर दिया था और मैं यहाँ पर उसके पति को गाली दे दे कर उसका मुँह मेरे लौड़े से चोद रहा था. आज पहली बार कोई पुरुष मेरे लौड़े को चूस रहा था जिसका एक अलग ही अनुभव था और इसके चलते मेरे लौड़े में भी जान आ गयी थी, पॉल के मुँह की गरमी से लंड की नसों में उबलता हुवा खून दौड़ने लगा था.

रीना को चुत मसलते देख मैंने कहा, "तू वहाँ क्या माँ चुदवा रही है रंडी की बच्ची, चल तू भी चूस तेरे बाप के लौड़े को मादरचोद"

रीना को जलील करते देख पॉल ने मेरा लौड़ा मुँह से निकाला और रीना की तरफ देख के मुस्कुराने लगा, रीना ने भी बिस्तर से उतरते हुए मेरे सामने आके घुटनों पर बैठ गयी और पॉल ने मेरा लौड़ा उसके मुँह की तरफ कर दिया. मेरे काले तन्नाए लौड़े को देख रीना ने झट से मेरा लौड़ा अपने मुँह में भर लिया, अपनी जीभ से मेरे सूपड़े की मालिश करते हुए वो अपने पति के सामने ही मेरा लौड़ा मजे से चूसने लगी.

मेरा लौड़ा अपने बीवी के मुँह में देते हुए पॉल ने मेरा कच्छा पूरा निचे खिसका दिया तो मैंने भी पैर ऊपर करके कच्छे को पूरी तरह से निकाल कर कोने में सरका दिया. पॉल और उसकी रंडी बीवी रीना भूके कुत्ते की तरह मेरे लौड़े को चूसने में मग्न थे और मैं दोनों हाथों से उनके सर मेरे लंड और टट्टों पर दबाते हुए उनके चूसने का मज़ा ले रहा था. मुझे पता था की पॉल को शरणागति स्वीकार करते हुए चुदवाने में ज्यादा मजा आता है, अपनी बीवी के सामने अगर कोई उसे जलील करें तो उसकी कामवासना भड़क जाती है और वो किसी भी तरीक़े से चुदने तैयार हो जाता है.

रीना और पॉल मिलके मेरे लंड को अपने थूक से नेहला रहे थे की तभी रीना खड़ी हुई और उसने मेरे लौड़े को अपने पति के मुँह से खिंच कर उसे आँखों से कुछ इशारा किया. पहले तो मैं समझ नहीं पाया पर जैसे ही पॉल मेरे पीछे आ गया मैं समझ गया की रीना ने पॉल को मेरी गांड चाटने का आदेश दिया है और पॉल अपने बीवी का आदेश मानते हुए मेरे पीछे घुटनों के बल किसी पालतू कुत्ते की तरह बैठ गया. दोनों तरफ से मज़ा लेने के लिए मैंने भी रीना को बिस्तर की ओर धकेला और झुकते हुए मेरा लौड़ा उसके मुँह में देके उसका मुँह चोदने लगा. मेरे झुक जाने से मेरी गांड अब पॉल के ख़ुल गयी तो उसने भी अपने हाथों से मेरे चुत्तड़ फ़ैलाते हुए अपना मुँह बिना किसी घृणा के मेरे गांड में घुसा दिया और अपनी जीभ बाहर निकाल के मेरे गांड का छेद चाटने लगा.

गांड के छेद पर गुदगुदी होने से मेरे पुरे बदन में तरंगे उठने लगी और इसका परिणाम ये हुवा की मैं पुरे आवेश में आकर रीना का मुँह चोदने लगा, रीना ने भी मेरे टट्टों को अपने हाथ से मसलते हुए अपना मुँह पूरा खोल दिया. मेरा एक हाथ मैंने पॉल के सर पर रखते हुए उसका मुँह और मेरे गांड के अंदर दबाते हुए गांड चटवाने का आनंद लेने लगा, रीना के मुँह की गरमी और थूक से मेरा लौड़ा अब पूरी तरह से फूल चूका था.

पॉल के मुँह पर अपनी गांड दबाते हुए मैं बोला, "आआह्ह्ह्हह मादरचोद दल्ले, चाट मेरी गांड भोसड़ीके, तेरी माँ का भोसड़ा कुत्ते पूरी जीभ घुसा ना मेरे गांड में हिजड़े"

पॉल ने भी मेरे चुत्तड़ और फ़ैलाते हुए सच में उसकी जीभ की नोंक मेरे गांड में घुसा दी और मैं किसी औरत की तरह आहें भरने लगा, रीना के बाल पकड़ कर मैंने उसका मुँह भी मेरे लौड़े पर कसके दबा दिया. काफी देर तक दोनों मियाँ-बीवी ने मिलके मेरे लौड़े की और गांड की अच्छेसे सेवा की पर कर रहे थे की तभी रीना ने मुझे रोकते हुए मेरा लौड़ा अपने मुँह से बाहर निकला.

मेरे सामने खड़े होकर उसने अपने कपड़े पहने और मुझे रुकने का इशारा करके वो झट से कमरे के बाहर चली गयी, मैं आश्चर्य से देखता रह गया की अचानक रीना कमरे से बाहर क्यों चली गयी. पॉल भी अब मेरे लौड़े को देख के मेरे सामने आ गया और झट से उसने मेरा लौड़ा अपने मुँह में लेकर मेरे टट्टे सहलाने लगा, मैंने भी जोर जोर से अपनी कमर आगे पीछे करते हुए मेरा लौड़ा पॉल के मुँह में देना जारी रखा.

पॉल मेरा लौड़ा चूस ही रहा था की तभी रीना ने फिर से कमरे में एंट्री ल, और अपने साथ लायी हुई एक छोटीसी थैली बिस्तर पर ख़ाली कर दी. बैग से निकले सामान को देख मुझे पता चला की आज रीना भी अपने पति की गांड चोदने के मुड़ में है, दो बड़े बड़े रबर के नकली लौड़े और उनको कमर पर कसने के लिए पट्टा देख मैं रीना को देख के मुस्कुराया. रीना भी फिर से अपने कपडे निकाल कर नंगी हो गयी, पॉल के बाल खिंच कर रीना ने मेरा लौड़ा उसके मुँह से बाहर निकाल लिया और पॉल को उसके बालों से घसीटते हुए वो उसे बिस्तर तक ले गयी.

पॉल को बिस्तर पर धकेलते हुए रीना बोली, "बस कर मादरचोद कितने लौड़े चूसेगा रंडी की औलाद, चल झुक जा हिजड़े आज देख कैसे तेरी गांड की माँ चोद देती हु बहनचोद"

रीना ने पॉल की तरफ अपनी ब्रा फेंक दी और उसे पहनने का इशारा किया, पॉल ने भी रीना की ब्रा पहन ली और बिस्तर पर जाके कुत्ते की तरह झुक गया. जब तक पॉल बिस्तर पर झुक रहा था उसी समय रीना ने कमर पर नकली लंड को बाँध लिया, और थैली से निकाली हुई क्रीम को उसने उस नकली लौड़े पर लगा दिया. रीना ने अपने मुँह से थूक निकाल कर पॉल की गांड का छेद गिला कर दिया और अगले ही पल उसने उस रबर के लौड़े का सूपड़ा पॉल की गांड में घुसा दिया. पॉल ने भी एक आह भरते हुए रीना के लौड़े का स्वागत किया, धीरे धीरे रीना अपनी कमर आगे पीछे करते हुए पॉल की गांड मारने लगी.

मैं भी अब पॉल के मुँह की तरफ गया और उसके बाल खींचते हुए उसके मुँह में मेरा लौड़ा ठूंस दिया, पॉल अब किसी सस्ती रंडी की तरह दोनों बाजू से चुदने लगा. रीना ने भी अपनी गति बढ़ाते हुए उस ८ इंच के काले नकली लौड़े को पूरा का पूरा पॉल की गांड में उतार दिया. रीना और मैं एक दूसरे के आमने-सामने आ जाने से रीना ने फिर से अपना मुँह मेरे तरफ बढ़ाते हुए अपने गुलाबी ओंठ मेरे ओंठों पर चिपका दिए तो मैंने भी रीना जी जीभ मेरे मुँह से लेकर चूसने लगा. एक हाथ से पॉल का सर मेरे लौड़े पर दबाते हुए मैं अब दूसरे हाथ से रीना के चूंचे मसलने लगा, उधर रीना ने भी पॉल के चुत्तड़ दोनों हाथों से फ़ैलाते हुए उसी गांड मारती थी.

पॉल किसी औरत की तरह सिसक सिसक कर अपनी गांड चुदाई का मजा ले रहा था, बिच बिच में वो खुद रीना को और जोर से गांड चुदाई की मांग भी कर रहा था. रीना ने उसकी आवाज सुनकर अपने एक हाथ से पॉल का लौड़ा पकड़ लिया और उसे जोर जोर से मुठियाने लगी, पॉल तो ऐसे मज़े से और गरमा गया और ख़ुद अपनी गांड पीछे करते हुए चुदने लगा.

रीना पॉल को चोदते हुए उसे गलियां देने लगी, "ले मादरचोद साले गांडू देख कैसे तेरे गांड में मेरा लौड़ा घुसा है बहनचोद, तेरी माँ का भोसड़ा भी मैं ही चोदुंगी कुत्ते"

पॉल ने भी रीना को ज़वाब देते हुए कहा, "हां मेरी मालकिन और चोदो, फाड़ दो मेरी गांड आअह्ह्ह्हह पूरा घुसा दे रीना रंडी साली मादरचोद कुत्तिया, चोद मेरी माँ को भी, हम दोनों चुदेँगे तेरे लौड़े से रीना उफ्फ्फ्फ़ आह्ह्हह्ह्ह्ह रिनायआ"

यहाँ एक बात बतानी पड़ेगी की जैसे जैसे रीना पॉल की गांड चोद रही थी वैसे वैसे निचे से पॉल का लौड़ा भी खड़ा होने लगा, एक हाथ से अपना लौड़ा रगड़ते हुए पॉल अपने बीवी से गांड मरवा रहा था. मैंने भी आश्चर्य से रीना को कहा, "ओह्ह्ह रीना देख तो तेरे पति का लौड़ा कैसे खड़ा होकर फूल गया गया है रंडी, लगता है इस मादरचोद की गांड बड़ा मज़ा ले रही है चुदने का?"

रीना ने कहा, "यही तो जादू है मेरी जान, इस गांडू की गांड जब तक नहीं बजती तब तक ये खड़ा नहीं होता, अब देख कैसे इसकी माँ चोद देती हु फिर तू मेरी माँ चोद दे इस गांडू के सामने"

तभी रीना ने अपना नकली लंड पॉल की गांड से निकाला और पॉल के मुँह की तरफ आके उसने इशारा किया, पॉल ने मेरे लौड़े को मुँह से आज़ाद करते हुए रीना के नकली लौड़े को अपने मुँह में भर लिया. पॉल अब भी किसी सड़कछाप लावारिस कुत्ते की तरह झुका हुवा था और जो रबर का लंड पॉल की गांड में घुसा था वही लंड अब पॉल मज़े से चूस रहा था. उन दोनों की कामुकता देखा मैंने भी पहली बार किसी पुरुष की गांड मारने की ठान ली और मैं बिस्तर से निचे उतर कर पॉल की गांड की तरफ चला गया.

पॉल के चुत्तड़ फ़ैलाते हुए मैंने भी उसकी गांड पर थूका और एक ही झटके में मेरा पूरा ७ इंच का लौड़ा उसकी गांड में पेल दिया, पॉल ने भी एक लम्बी आह्ह्ह्हह के साथ मेरे असली चमड़ीवाले लौड़े का स्वागत किया. मैं और रीना फिर से एक दूसरे के सामने आ गए और रीना की आँखों में देखते हुए मैंने भी जमके उस गांडू की गांड मारना चालू किया, रीना भी मुस्कुराते हुए पॉल का मुँह चोदने लगी.

पॉल की गांड पर जोर से थप्पड़ मारते हुए मैंने कहा, "ले बहनचोद, चुद अपने बाप के लौड़े से रंडी की औलाद, आज तेरी वो रांड माँ भी ऐसे ही चुदने वाली है मेरे लौड़े से भोसड़ीके"

पॉल ने भी रीना का लंड मुँह से बाहर निकालते हुए कहा, "हां मालिक चोदो मुझे मैं रंडी हु आपकी, मेरी माँ भी आपकी रंडी है, पूरा जोर से फाड़ दो मेरा गांड"

पॉल का मुँह चोदने के बाद रीना बिस्तर पर मेरे बाजू में आके बैठ गयी और उसने मुझे चूमते हुए फिर से पॉल का लौड़ा अपने हाथ में लेकर उसे मुठियाने लगी. कभी जोर जोर से मुठियाते हुए वो अपने गांडू पति के टट्टे भी जोर से मसल देती तो कभी उसका लौड़ा जोर से मरोड़ देती. पॉल रीना के इस हमले से ज़्यादा देर टिक नहीं सका और वही बिस्तर पर उसके लौड़े का रस बहाने लगा, आअह्ह्ह्हह रिनायआ चिल्लाते हुए पॉल ने अपना सारा वीर्य मेरे बिस्तर पर खली कर दिया. एक गांडू के लौड़े से निकलता इतना सारा माल देख कर मुझे भी आश्चर्य हुवा पर तभी रीना ने कुछ ऐसा कर दिया जिससे मैं और भी ज्यादा चौंक गया.

जैसे ही पॉल का खेल खलास हुवा तो रीना में मुझे हटाते हुए मेरा लंड पॉल की गांड से बाहर खिंच लिया, पॉल के बालों को खींचते हुए वो उसका मुँह उस वीर्य के पास ले गयी और पॉल का सर बिस्तर पर दबाया जहा उसका वीर्य जमा हुवा था. पॉल ने भी अपनी जीभ बाहर निकालते हुए ख़ुद के लंड का वीर्य चाटना चालू किया, अपने बीवी के इशारे पर अपने ही वीर्य को पॉल किसी कुत्ते की तरह चाट रहा था. रीना उसको गालिया दे दे कर वीर्य चटवा रही थी, पॉल के चुत्तड़ पिट पिट कर रीना अपने पति को मेरे सामने जलील कर रही थी और मैं अपना लौड़ा सहलाते हुए उन दोनों की वासना के मजे ले रहा था.

रीना ने उसका मुँह ऊपर करते हुए पॉल के मुँह पर थूकते हुए कहा, "साली तेरी माँ किस हिजड़े से चुदी थी की तेरा जैसा नामर्द पैदा हो गया उस रंडी की चुत से भोसड़ीके, चाट पूरा माँ के लौड़े"

जैसे ही पॉल ने खुदका वीर्य चाट लिया वैसे ही रीना ने उसको मेरे लौड़े की और धकेला, मेरा लौड़ा अब पॉल के मुँह में फिर से गरमाने लगा और रीना मुझे चूमते हुए पॉल का सर मेरे लौड़े पर दबाये जा रही थी. कुछ देर तक मेरा लौड़ा चूसने के बाद पॉल अब मेरे दोनों टट्टे मुँह में लेकर चूसने लगा, ये देख रीना ने भी अपने पति की मदत करते हुए मेरा लौड़ा फिर से मुँह में भर लिया.

बहोत देर से मिल रहे चुसाई के आनंद से मेरे लौड़े का गाढ़ा पानी उबालके मेरे लंड से छुटकारा पाने के लिए तड़प रहा था, मैंने भी अपने आप पर क़ाबू ना रखते हुए रीना का मुँह मेरे लौड़े से जोर जोर से चोदने लगा. कुछ ही देर में एक लम्बी आह्ह्ह्ह के साथ मैंने मेरा सारा माल रीना के मुँह में भर दिया और वो भी मेरे माल को अपने जबड़े में जमा करती गयी. पॉल ने भी मुझे झड़ने में मदत करते हुए लगातार मेरे दोनों गोटों को मुँह में लेकर चूसते हुए उसने आखरी बून्द तक मेरे गोटों की मालिश करना जारी रखा था.

मेरा पूरा रस निचोड़ने के बाद रीना ने मेरा लौड़ा मुँह से बाहर निकाला और मेरे टट्टे चूसनेवाला उसका पति को इशारा करते हुए मुँह खोलने को कह दिया. पॉल भी मुँह खोलते हुए रीना के सामने ऐसे बैठ गया जैसे कोई कुत्ता रोटी मिलने की ख़ुशी में अपने मालिक के सामने बैठ जाता है. रीना ने पॉल का चेहरा अपने हाथों से दबाते हुए मेरा सारा रस उसके मुँह में थूक दिया और जोर से बाल खींचते हुए उसको गालियां देने लगी.

एक हाथ से मेरा लौड़ा पकड़ते हुए रीना बोली, "पूरा निगल जा इसे भोसड़ीके, ऐसे मर्दों के माल पिने के लिए ही तू पैदा हुवा है रंडी की औलाद"

पॉल ने भी पुरे कामुकता से अपने बीवी के मुँह से टपकता मेरा वीर्य खाने लगा और इधर उसकी बीवी रीना फिर से मेरे लौड़े पर लगा वीर्य चाटने लगी. उन दोनों की वासना की भूक देख कर मेरे अंदर का हैवान भी जाग उठा था पर मेरे लौड़े अब जान नहीं बची थी, सारा माल रीना और उसके पति को पिलाकर बेचारा सो गया था. मेरे लंड को अच्छेसे अपनी जीभ से साफ़ करते हुए रीना ने अब बचा कुचा वीर्य खुद खा लिया और झट से पॉल को चूमने लगी. पॉल और उसकी बीवी रीना एक दूसरे की जीभ मुँह में लेते हुए मेरे वीर्य को ऐसे चटकारे मार मार कर खा रहे थे जैसे मेरे लौड़े की मलाई उनका पसंदीदा खाना हो.

पिछले कुछ समय से मैं और पॉल तो संतुष्ट हो चुके थे पर रीना की भोसड़ी का पानी अभी निकलना बाकी था, चुदाई के इस खेल में रीना भी अब बुरी तरह से गरमा चुकी थी और उसकी भोसड़ी लौड़े की चुदाई के लिए तरस उठी. पॉल ने रीना की दशा समझते हुए रीना को बेड की तरफ चलने को कहा और खुद जाके बिस्तर पर लेट गया, रीना ने भी अपनी गदराई गांड को पॉल के मुँह पर रख दिया। पॉल का मुँह अब पूरी तरह से रीना की ४२ इंच फैली हुई गांड के निचे दब चूका था, यक़ीनन रीना की सिसकियाँ इस बात का साबुत थी की उसकी जीभ रीना की गीली फुद्दी में घुस चुकी थी.

रीना ने पॉल के बाल अपने मुठ्ठी में भरते हुए अपनी कमर धीरे धीरे आगे-पीछे करने लगी, अपनी चुत पॉल के मुँह पर रगड़ रगड़ कर वो अपने चुतरस को पॉल को चखा रही थी. पॉल अब अपने मालूल लौड़े को हिलाते हुए अपनी बीवी रीना की चुत का रसपान कर रहा था तो मैंने भी रीना के पास जाके अपना लंड उसके मुँह में दे दिया. रीना ने बड़े ख़ुशी से मेरे मलूल लंड को अपने मुँह में भर लिया और पूरी शिद्दत से चूसने लगी. रीना जैसी भरी हुई औरत के मुँह में लंड जाते ही मेरे लौड़े में गुदगुदी होने लगी, लंड की नसों में फिर से ख़ून दौड़ने लगा और कुछ ही देर में मेरे लौड़े का आकर बढ़ गया.

रीना का जोश देख कर मैंने रीना के बाल मुट्ठी लेते हुए उसके मुँह की चुदाई करने लगा, मेरा सूपड़ा अब रीना रंडी के गले तक जाते हुए अच्छेसे उसका मुँह चोद रहा था. रीना ने भी अपनी कमर का वेग बढ़ाते हुए जोर जोर से अपनी फुद्दी पॉल के मुँह पर रगड़ने लगी, आअह्ह्ह्ह ुह्ह्हम्म्म्म पॉललललल कुट्टीये तेरे माँ की चुत सालेईई कहते हुए रीना पॉल का मुँह चोदने लगी. मेरे लौड़े का सूपड़ा और गोटे चूसते हुए रीना उसे अपने थूक से फिर से चिकना बना रही थी और बिच बिच में वही थूक वो अपने गांडू पति के मुँह में भी थूक रही थी.

उधर रीना की चुत अब चुदने के लिए बिलकुल तैयार थी तो इधर मेरा लौड़ा भी रीना जैसी बाजारू रंडी की चुत मारने के लिए तैनात हो चूका था. रीना के बाल पकड़ कर मैंने पॉल के मुँह पर उल्टा घुमा दिया तो रीना के सामने उसके पति का लौड़ा आ गया और रीना की गांड अब मेरे सामने आ गयी. पॉल के आँखों के सामने जैसे ही मेरा लौड़ा लहराने लगा तो उसने झट से मेरा लौड़ा मुँह में ले लिया और अपनी उँगलियों से रीना की चुत रगड़ने लगा.

उसकी ये हरकत देख कर रीना बोली, "ओये बेहेन के लौड़े, कितना लौड़े चूसेगा मादरचोद, अब घुसा दे लौड़ा मेरे भोसड़े में हिजड़े, देख कैसे आज फिरसे तेरी बीवी गैरमर्द की रांड बनके चुदेगी"

रीना का गुस्सा देख पॉल ने भी मेरा लौड़ा अपने मुँह से बाहर निकला और अपनी बीवी की फटी पुराणी चुदी-चुदाई चुत के दरवाजे पर भिड़ा दिया. मैंने भी रीना की कमर पकड़ते हुए एक जोर का धक्का देकर मेरा लौड़ा पूरा का पूरा रीना के गीली चुत में ठूंस दिया. मेरे लौड़े का सूपड़ा भी रीना के चुत की दीवारों से रगड़ता हुवा सीधा अंदर तक घुसता चला गया और मेरे गोटे सीधे पॉल के मुँह पर आ गए.

रीना मेरे ७ इंच लम्बे लौड़े की चोट से तिलमिला उठी, उसकी चींख पुरे कमरे में गूंजने लगी, तो पॉल ने अपनी बीवी का दर्द करने के लिए उसके चुत का दाना अपने मुँह में ले लिया. रीना के दर्द की परवाह किये बिना मैंने फिर से मेरा लौड़ा सुपडे तक उसकी चुत से बाहर खिंचा और उसी ताकत से अंदर घुसा दिया. इस बार रीना उठकर खड़ी होने लगी पर मैंने उसकी पीठ को अपने एक हाथ से दबाते हुए फिर से पॉल के मुँह पर बिठा दिया.

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