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Click hereआपने मेरी कहानी " अंतरंग हमसफ़र-- 1 से 73" में अब तक पढ़ा:
मैं अपनी पत्नी प्रीती को अपनी अभी तक की अंतरंग हमसफर लड़कियों के साथ मैंने कैसे और कब सम्भोग किया। ये कहानी सुनाते हुए बता रहा था की, किस तरह मेरी फूफरी बहन की पक्की सहेली हुमा की पहली चुदाई जो की मेरे फूफेरे भाई टॉम के साथ होने वाली थी। टॉम को बुखार होने के बाद मेरे साथ तय हो गयी। फिर सब फूफेरे भाई, बहनो और हुमा की बहन रुखसाना तथा मेरी पुरानी चुदाई की साथिनों रूबी, मोना और टीना की मेरी और हुमा की पहली चुदाई को देखने की इच्छा पूरी करने के लिए सब लोग गुप्त तहखाने में बने हाल में ले जाए गए। मैं दुल्हन बनी खूबसूरत और कोमल मखमली जिस्म और संकरी चूत वाली हुमा ने अपना कौमर्य मुझे समर्पित कर दिया उसके बाद मैंने उसे सारी रात चोदा और यह मेरे द्वारा की गई सबसे आनंदभरी चुदाई थी। उसके बाद सब लोग घूमने मथुरा आगरा, भरतपुर और जयपुर चले गए और घर में एक हफ्ते के लिए केवल मैं, हुमा और रोज़ी रह गए। जाते हुए रुखसाना बोली दोनों भरपूर मजे करना। उसके बाद मैं और हुमा एक दूसर के ऊपर भूखे शेरो की तरह टूट पड़े और हुमा को मैंने पहले चोदा और फिर उसके बाद बहुत देर तक चूमते रहे।
उसके बाद मैं फूफा जी के कुछ जरूरी कागज़ लेकर श्रीमती लिली से मिलने गया पर इस कारण से हुमा नाराज हो कर चली गयी । लिली वास्तव में बहुत सुंदर थी और उसका यौवन उसके बदन और उसके गाउन से छलक रहा था। उसके दिव्य रूप, अनिन्द्य सौन्दर्य, विकसित यौवन, तेज। कमरे की साज सज्जा, और उसके वस्त्र सब मुझ में आशा, आनन्द, उत्साह और उमंग भर रहे थे। मैंने लिली की जांघो और उसकी टांगो को चूमा और सहलाया फिर उसकी योनि के ओंठो को चूमा, चूसा और फिर मेरी जीभ ने उसके महीन कड़े भगशेफ की खोज की, मैंने उसे परमानंद में चूसा, और उसने मेरा मुँह अपने चुतरस से भर दिया।
लिली ने लंड को पकड़ लंडमुड से भगनासा को दबाया और योनि के ओंठो पर रगड़ा और अपनी जांघो की फैलाते हुए योनि के प्रवेश द्वार पर लंड को लगाया और उसने अपने नितंबों को असाधारण तेज़ी और ऊर्जा के साथ ऊपर फेंक दिया। मेरा कठोर खड़ा हुआ लंड लिली की टाइट और कुंवारी चूत के छेद में घुस गया और मैंने लिली को आसन बदल कर भी चोदा। मैं पास के कमरे में गया वहां हुमा थीं। हम दोनों एक दूसरे की बांहो जकड़ कर जन्नत के आनंद का मज़ा लिए और मैंने ढेर सारा वीर्य उसकी योनि में छोड़ा।
कुछ देर बाद पर्दा हटा कर मैंने लिली के कक्ष में झाँका और मैंने वहाँ बिस्तर पर गहरी नींद में सोई हुई प्यारी परम् सुंदरी लिली को देखा। मैं अपने उत्तेजित और झटकेदार उपकरण के सिर और बिंदु को उसके निचले आधे हिस्से के बिल्कुल सामने ले आया और फिर मैंने एक झटके में ही लंड मुंड को अंदर कर दिया! मेरा लंड एक बार फिर झड़ने के बाद कठोर ही रहा और उसे देख लिली थोड़ा आश्चर्यचकित हुई और मैंने उसने अपने ऊपर आने के लिए उत्साहित किया। हुमा भी घण्टे की आवाज़ से जग गयी थी और मुझे ढूँढते हुए लिली के कमरे में पता नहीं कब आ गयी थी लिली की चुदाई देखने के बाद हुमा भी मेरे साथ चिपक गयी। फिर मैंने हुमा और लिली की रात भर चुदाई की। अगले दिन लिली बोली अब तुम्हे मेरी दोनों बहने भी चाहती हैं और तुम्हे उन्हें भी चोदना होगा। दीपक मैं आपको विश्वास दिलाती हूँ कि मेरी बहनें मिली सबसे बेहतरीन महिला हैं और एमी बहुत कमसिन है। मैंने उसके हाथ पर अपना हाथ रखते हुए उत्तर दिया मैं अपने आप को पूरी तरह से आपको समर्पित करता हूँ और आपकी सेवा में कोई कोर कसर नहीं छोड़ूंगा और हमने उसकी कार से हवाई अड्डे के लिए प्रस्थान किया।'
कार में मैं मिली की बगल में बैठा उसे निहार रहा था और यह वास्तव में बहुत सुंदर थी, मैंने उसकी पतली कमर ने अपनी बाहों डाल कर उसे कसकर गले से लगा लिया, उसे चूमा और अपना हाथ उसकी जांघों के बीच में धकेल दिया और मुझे उसकी झांटों के बीच योनि के नंगे होंठ महसूस किये। मैंने मिली को एयरपोर्ट से घर के रास्ते के बीच में ही चोद दिया।
घर में मिली मुझे खींच कर अपने कमरे में ले गयी।अगले कुछ ही पलो में हम दोनों चुंबन करते हुए नग्न हो गए और बिस्तर में एक दुसरे के साथ गुथम गुथा हो गए। उसके बाद तय हुआ एमी के कौमार्य भंग करने का कार्यक्रम कल रात के लिए रखा गया और आज रात मैं लिली और मिली को समर्पित की जायेगी।
अंत में जब तय समय हो गया तो मैं उठा और मिली के कमरे में गया और फिर मिली, लिली और एमी को चुंबन किया। फिर नंगी मिली को अपनी घुटनों पर बिठा कर उसके कांपते हुए ओंठो पर चुंबन किया। फिर मैंने सपना को अपने पास बुलाया और मैंने उसकी पीली नीली पोशाक की टॉप को उसकी कमर तक फाड़ दिया। इसके स्तनों को पकड़ लिया और उन्हें सहलाने लगा।उसकी गर्म गुलाबी योनि को बहुत सहलाया और उसका सौंदर्य निरिक्षण किया और सपना को उसके स्थान की तरफ जाते हुए मैंने उसके नितम्बो के गालों को बारी-बारी से तनावग्रस्त और ढीले होते हुए देखा।
उसके बाद हुमा चुनी गयी और मैंने उसके पकडे निकाले और चुकी वो मुझ से झगड़ कर और नाराज होकर चली गयी तो मुझे लगा उसे दण्डित किया जानना चाहिए। मैंने हुमा को हलकी से सजा दी और उसे माफ़ कर दिया।मिली ने अपने सेक्स ज्ञान का मुझे थोड़ा सा नमूना दिया तो मैंने उसे तुरंत अपना सेक्स गुरु बना लिया।
मिली में मेरा प्रक्षिक्षण शुरू करते हुए अपने होठं मेरे होठ से लगा दिये और किस किया और बोली तुम तो बहुत ही अच्छी किस करते हो दीपक। मैं तो सोच रही थी तुमको किस करने की भी ट्रेनिग देनी पडेगी लेकिन ऐसा लगता इसकी कोई जरूरत नहीं है। फिर वो बोली अब तुम पहले लिली के साथ मजे ले लो फिर तुम्हारा प्रशिक्षण जारी रहेगा। मिली ने मेरे साथ एक लम्बा और गहरा गर्म चुंबन किया और फिर बोली तुम एक हीरे हो जिसे मैं ट्रैन करके पोलिश कर के चमका दूँगी ।फिर लिली ने मेरा लुंगी में से मेरा लंड निकाल लिया और उसे चूसा।
मैंने हुमा, लिली, सपना और मिली जो की पूरी तरह से नग्न थी उन चारो को अगले आदेश तक फिल्मफेयर अवार्ड ट्रॉफी की डांसिंग लेडी की मुद्रा में खड़े रहने के लिए कहा। "घट कंचुकी" मैंने लिली के सामने आकर उसके गुलाब के फूल जैसा मुँह और चेरी जैसे ओंठो को किस किया मानो मैं किसी बेहद खूबसूरत बुत को प्यार कर रहा हूँ। उसके बाद मैंने लिली को चोदा। एमी और बाकी तीनो कुंवारी लड़कियों ने पहली बार चुदाई साक्षात देखी थी। फिर मैंने लंड की साफ़ किया और कुछ खा पि कर ऊर्जा प्राप्त करअगले सत्र की तयारी की और मैं तरोताजा महसूस कर रहा था।
फिर मैंने हुमा को घोडी बना कर पीछे से चोदा और उसके बाद लंड बाहर निकाल कर लड़कियों को पुरुष का स्खलन कैसे होता है दिखाया।
अंतरंग हमसफ़र भाग 73 से उद्धृत :
वह मेरे सामने घुटनों के बल गिर पड़ी। मैं उसके ऊपर चला गया। मेरा लंड उसके गाल पर लग गया।
"उसकी गेंदों के साथ खेलो," मिली ने कहा। "उन्हें उंगली करो।"
जल्दी से उसने अपना हाथ मेरी भारी गेंदों के नीचे सरका दिया। जैसे ही मैंने अपना लंड अपने हाथ से आगे पीछे सहलाया तो वहमेरी गेंदों को सहलाने लगी।
मैं हँसा। "लड़कियो देखो एक कम-शॉवर। देखो लंड से वीर्य कैसे स्खलित होता है!"
हुमा ने मुझे कराहते हुए सुना और अपने गाल पर प्री-कम की एक चिपचिपी बूंद महसूस की। उसने जल्दी से सिर घुमाया। उसने महसूस किया कि मेरे हाथ के आगे पीछे होने की गति तेज हो गयी हैं।
फिर लंड को मुकुट फूला और फिर सुकड़ा और एक पम्पिंग एक्शन के तहत मेरे अंडकोष सुकुड़े और वीर्य नडकोषो से निकला वीर्य का प्रवाह हुआ और मेरे लंड ने लावा उसके मुँह पर उगल दिया और वीर्य उसके मुँह और चेहरे और बालो पर फ़ैल गया।
जैसे ही हुमा के चेहरे पर मेरे लंड ने स्खलन करते हुए पिचकारी मारी, मेरे कूल्हे बेतहाशा झटके लगे। मैं फिर से कराह उठा और हुमा के चेहरे के किनारों से चिपचिपी नदियाँ बहने लगी और बाकी सभी लड़किया आश्चर्य चकित हो लंड को पिचकारियाँ मारते हुए देखती रही।
अब आगे:-
लिली और हुमा चुदाई से मिले आनंद से दीप्तिमान थी, जबकि एमी, सपना, शबनमा और डेजी के चेहरा खुशी से चमक रहा था; क्योंकि उन्होंने अलग-अलग आसान में दो चुदाई के दौर देख लिए थे और उनका सेक्स के बारे में जो भी आशंका और भय थे वह हमारे उत्साहपूर्ण संभोग को देखकर दूर हो गए थे। साथ ही उन उन्हें अब ये भी आभास था कि अब अगला नम्बर मिली की चुदाई का है ।
मैंने कहा आप सब जैसे मैं और मिली करेंगे वैसे ही करो! तो लिली बोलो अगर हम आपके देखेंगे, तो हम तभी वैसा कैसे कर पाएंगे और फिर जब ध्यान आपके ऊपर होगा तो करने में उतना मजा भी नहीं आएगा । तो पहले आप करो हम देख लेते हैं फिर वैसा ही कर लेंगे । नहीं तो बीच बीच में बार बार करके आप को रुकना पड़ेगा तभी हम सब वैसे ही यही कर पाएंगी ।
समस्या गंभीर थी और मैं कुछ उपाय सोच कर बोलता उससे पहले ही रोजी बोली आप सब लोग चॉकलेट खाओ. जो भी दीपक और मिली करेंगे मैं उसकी कमेंट्री करुँगी जिसे सुन कर आप सब वैसे कर सकती हैं ।
चॉकलेट देख मिली समेत सब लड़कियों के मुँह में पानी आया हुआ था और तुरंत सब लड़कियों ने भी अपने मुँह अपने पार्टनर के आगे कर लिए । मिली ने भी अपना मुँह आगे बढ़ा दिया और मेरे मुँह में पकड़ी हुई बाईट करने लिए आयी। तो मैंने चॉक्लेट को मुँह के अंदर कर लिया। मिली समझ गयी की चॉकलेट मुँह से मुँह लगा कर ही खानी पड़ेगी तो वह आगे बढ़ कर मेरे मुँह से चॉकलेट खाने लगी।
अब रोजी ने कमेंट्री शुरू कर दी । अब मिली कुमार के मुँह से चॉकलेट चूस-चूस कर खा रही है... खा नहीं चूस और चाट रही है । अब कुमार ने अपने मुँह से सारी चॉकलेट अपने और मिली के मुँह पर लगा दी और कुमार के मुँह पर लगी चॉकलेट खा रहा है और मिली भी कुमार के मुँह पर लगी चॉकलेट चाट रही है
मैंने देखा की हुमा और एमी अभी ओंठो से ओंठ जोड़ कर चॉकलेट चाट रही थी तो डेजी सपना के गालो पर लगी ही चॉक्लेट को जीभ से चाट रही थी और लिली चॉक्लेट का टुकड़ा चूस कर शबनम के मुँह में धकेल रही थी और शबनम ने वह टुकड़ा अपने मुँह में ले लिया था।
फिर रोजी बोल रही थी अब कुमार ने चॉकलेट का टुकड़ा चूस कर मिली के मुँह में धकेल दिया है और मिली ने वह टुकड़ा अपने मुँह में ले लिया और चूस कर वापिस कुमार के मुँह में धकेल दिया है और अब दोनों एक दुसरे की जीभ पर लगी चॉकलेट को चाट रहे हैं ।
फिर वह बोलो अब सभी लड़किया भी मिली और कुमार की ही तरह एक दुसरे की जीभ पर लगी चॉकलेट को चाट रहे हैं और अब कुमार और मिली बेतहाशा किस कर रहे हैं। फिर कुमार ने मिली के गालो पर फिर उसकी ठोड़ी और गर्दन पर लगी ही चॉकलेट को चाट कर साफ़ कर दिया है और अब मिली भी कुमार के चेहरे और ओंठो पर लगी हुई चॉकलेट चाट रही है ।
फिर मैं और मिली एक दूसरे की बाहों में समा गए और एक दूसरे को कोमलता से चूमा; और वह मेरी बाहों टाइट और नज़दीकी आलिंगन में बंद हो गयी। उसकी कोमल त्वचा को अपने आलिंगन में मह्सूस करने से मेरे लिंग में सनसनी होने लगी ।
'ओह दीपक! यह बस अद्भुत था!' लिली बोली ये चॉकलेट बहुत अच्छा था... एमी बोली ऐसे तो मैंने कभी चॉकलेट पहले नहीं खाई थी और फिर सपना बोली मुझे नहीं मालूम था चॉकलेट ऐसे खाने में इतना मजा आएगा ।
मेरा दाहिना हाथ मिली के पेट पर चला गया और धीरे से उसकी नाभि को गुदगुदी करके उसकी योनी की ओर बढ़ गया, जिसे अब तक मैंने छुआ नहीं था। झट से मिली ने मुझे रोक लिया। 'नहीं, दीपक, प्लेसए वहाँ मत करो!' वह कुछ शर्माते हुए बोली, ' आप मुझे वहाँ मत छुओ-मैं बहुत उत्तेजित हूँ और मेरे हाथो को उसने हटा कर पीछे धकेल दिया और मेरे से दूर हो गयी।
सभी लड़कियाँ जो अब हमें देख रही थीं, मुस्कुरा उठी तो लिली ने शरारत से कहा, ' जल्दी करो, दीपक, नहीं तो तुम मौका चूक जाओगे, और फिर बोली;
पहले ऊँगली योनि में फिर आठ इंची लंड रखो त्यार। ता के नीचे रसीली जन्नत, डालो अंदर मत चूको कुमार॥ '
जिसे सुन सब हसने लगे ।
मैंने कहा लड़कियों मिली के हाथो को पकड़ो तो सब लड़कियो ने मिली के हाथो को पकड़ कर उसकी पीठ के पीछे कर दिया और धीरे से उसे मेरे सामने नग्न अवस्था में खड़ा होने के लिए मजबूर किया।
मिली नग्न मेरे सामने खड़ी थी। लिली, सपना और शबनम ने उसे एक कलाई से, हुमा, डेजी और एमी ने मिली की दूसरी कलाई से मजबूती से पकड़ रखा था; इस प्रकार उसकी बाहें उसके बदन से दूर कर दी गईं थी । चूंकि उसके हाथ बंदी थे, इसलिए वह अपने सबसे निजी अंगों को मेरी उत्सुक आँखों से छिपा नहीं सकती थी। उसकी त्वचा दूध की तरह थी। उसके पास बेहतरीन, भरे और पके हुए, गोल और दृढ स्तन थे, उनपर छोटे गुलाबी निपल्स के बाहर की ओर इशारा करते हुए तने हुए थे। उसकी जाँघें शानदार रूप से चिकनी टाँगे लम्बी और गोल थीं। उसका सुंदर गोल पेट की बीचो बीच गहरी नाभि उसकी जांघों की तरफ धीरे-धीरे नीचे की ओर झुकी हुई थी। उसकी योनि क्षेत्र की पहाड़ी बड़ी और मांसल थी और घुंघराले रेशमी बालों से ढकी हुई थी। जिसके, बीच में से उसकी योनी के नाजुक गुलाबी होंठ दिखाई दे रहे थे। कुल मिलाकर वह सुंदर और प्यारी युवती थी जिसकी कोई कल्पना कर सकता था।
मैं बस उस पर मुग्ध हो गया। मेरे सामने अद्भुत लड़किया या परिया खड़ी थी सभी सुंदर और शानदार रूप से कामुक, जिनमे से चार पूरी तरह से नग्न, उनके बीच मिलि को उसकी कोमलता में पकड़े हुए थी, मिली का चेहरा शर्म से भरा हुआ था और प्यारे स्तन हाथ पीछे खींचे जाने के कारण आगे को तन गए थे, आधा-हंसते हुए और आधा-घबराकर उसने छोड़े जाने के लिए भीख माँगी।
'मिली को यहाँ मेरे पास लाओ,' मैंने अपने पैरों को व्यापक रूप से अलग करते हुए कहा तो मिली ने डरते हुए थोड़ा विरोध किया । लेकिन फिर हुमा और लिली ने कोमल बल का उपयोग किया और जल्द ही नग्न संघर्षरत लड़की मिली को, हुमा और लिली ने मजबूती से पकड़कर मेरी जाँघों के बीच खड़ी कर दिया, और आगे को दिलचस्प कार्यवाही की उत्सुकता से प्रतीक्षा करने लगी।
मैंने फिर उसकी योनि को छुआ तो 'दीपक! प्लीज मुझे वहाँ मत छुओ, कृपया मत करो!' मिलि ने भीख मांगी, वह झुकी हुई आँखों के साथ कांप रही थी मैंने अपने हाथों को उसके नितम्बो पर रखा और सहलाया तो वह फुदक गई, और उसके स्तनों को हिलते हुए देखकर मेरे लंड में सनसनी होने लगी ।
'मिली डियर,' मैंने धीरे से कहा, ' आप अपना वादा तोड रही है। क्या आपको लगता है कि मैं आपको या किसी लड़की को कभी चोट पहुँचाऊँगा? इसके विपरीत, अब आपको अब तक का सबसे प्यारा आनंद मिलने वाला है! इसलिए प्रिय घबराओ मत, हिम्मत करो! मुस्कुराओ और मुझे चूमो।
जब मैं बोल रहा था तो मैंने उसके नितबो और दुसरे हाथ को उसकी पीठ पर ले जा कर उसे जोर से अपनी ओर दबाया; थोड़ी देर के लिए मिली अडिग खड़ी रही-फिर उसने आँखें उठाईं, मुझे प्यार से देखा, विश्वास से मुस्कुराई और मेरे हाथों के कोमल दबाव के आगे झुकते हुए उसने खुद को तब तक आगे बढ़ने दिया जब तक वह मेरे साथ चिपक नहीं गयी थी। फिर उसने मुझे चूमने लगी। मैंने उसे अपनी बाहों में जकड़ लिया; और उसके कोमल शरीर को अपने ऊपर दबाते हुए, मैंने उसे बार-बार चूमा।
'अब आप मिली के हाथ छोड़ सकती हैं, क्योंकि मिली फिर से एक अच्छी लड़की बन गई है!' मैंने अपनी उंगली मिली की नाभि पर लगाई। 'ओह! प्रिय दीपक!' वो कांपने लगी और उसके चेहरे का रंग और लाल हो गया फिर वो कराहने लगी आआह्ह! और फिर वह मेरी विजयी हंसी में शामिल हो गयी और इस बीच वो मचल कर खुद को घुमा रही थी।
फिर मैंने मिली के गले पर बेतहाशा किस किया फिर उसके कंधों पर किस किया वह कराह उठी आआह्ह धीरे!
पर मैं कहाँ रुकने वाला था। मैंने उसके दोनों कंधों को चाटने लगा फिर मैं उसके गालों पर टूट पड़ा। उसके गाल बहुत नर्म मुलायम सॉफ्ट और स्वाद में मीठे थे। । वह कराहने लगी आअह्ह! आई! ऊह्ह! मर गयी, मार डालाअअ! प्लीज प्यार से करो!
उसकी कराह से मेरा जोश और बढ़ जाता था ।
मैंने तय किया कि इस बार मैं मिली की दबी हुई जाँघों द्वारा बनाई गई घाटी पर आक्रमण करूँगा, जो की इक चीरे जैसी लग रही थी और उसकी झांटो के घुंघराले रेशमी बाल झाड़ी की तरह बाहर खड़े होते हैं। उ मैंने अपना हाथ उसकी जांघों पर हल्के से गिरा दिया, फिर उसे उनकी नरम चिकनी जांघो के बीच ऊपर की ओर तब तक घुमाया जब तक कि योनि के बाहर बालो की झाड़ी तक नहीं पहुँच गया। जब मैंने उसके झांटो के बालों के साथ कामुकता से खेला और उन्हें धीरे से खींचा और धीरे से उन्हें ब्रश करते हुए तर्जनी और अंगूठे के साथ उसके बालों से ढके क्षेत्र का पता लगाने के लिए आगे बढ़ा। उसके स्वादिष्ट नरम मांस को दबाने से मिली को अनैच्छिक टांगो के हिलने के अंदाज ने मुझे स्पष्ट बताया कि वह उस कामुक यौन उत्तेजना की स्थिति में आ गई थी जिसे मैं चाहता था। फिर मैंने धीरे से अपनी तर्जनी को मिली की कोमल योनी के होठों पर लगाया।
'ओह! मेरे प्यारे दीपक ये आप क्या कर रहे हो!' वह कराही और मेरी उंगली से बचने के लिए अपने आप को जल्दी से पीछे खींच लिया, जिसने केवल मेरी ऊँगली की स्थिति में सुधार किया और मैंने ऊँगली उस नाजुक छेद में आगे बढ़ाना शुरू कर दिया जिससे उसे सबसे उत्तम गुदगुदी और कामुक संवेदनाएँ अनुभव हुई जिनका मिली ने कराहते हुए स्पष्ट रूप से आनंद लिया। उसने मुझे मेरेी गर्दन के चारों ओर पहले से कहीं ज्यादा कसकर पकड़ लिया। अपने होंठों को मेरे ऊपर ले लिया और मुझे जोर से चूमना शुरू कर दिया। और जब मैंने पूरी उंगली उसकी योनी के छेद में डाल दी और ऊँगली हिला कर उसे मोहक रूप से उत्तेजित करना शुरू कर दिया, तब उसने काफी हद तक खुद पर से नियंत्रण खो दिया और अपनी यौन इच्छाओं और मेरे आगे अपनी कामुक वासना की संतुष्टि के लिए खुद को अनर्गल रूप से आत्मसमर्पण कर दिया।
वह बोली आपकी ऊँगली ने तो कुछ जादू कर दिया है मुझे कुछ हो रहा है ।
मैंने कहा ये तो अभी तर्जनी ऊँगली का जादू है अभी तो आपको बड़ी और मोटी ऊँगली के जादू भी अनुभव होगा और उसे चूमने लगा और साथ-साथ ऊँगली आगे पीछे करने लगा।
ओह! प्रिय!' मिलि ने हांफते हुए, मेरी उंगली को उसकी योनी में और अधिक उग्र परिश्रम के लिए प्रोत्साहित करने के लिए खुद को पागलों की तरह आगे की ओर झटका दिया.
यह देखकर कि मिली अब कामोत्तेजक शिखर के कगार पर थी, मैंने उसके भगशेफ पर हमला किया और उसे तेजी गुदगुदाया। 'हा!...हा!...हा!!!...' अवर्णनीय तरीके से वो काम्पी और हांफते हुए वो झड़ गयी और मेरी ऊँगली को उसके मलाईदार रस से भिगो दिया ।
जारी रहेगी