मेरी बेगमे और मेरी महबूबाएं 15

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जेन और मेरे सेक्स की शुरुआत.
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Part 16 of the 47 part series

Updated 10/30/2023
Created 09/04/2021
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मेरी बेगमे और मेरी महबूबाएं

भाग-15

जेन और मेरे सेक्स की शुरुआत

इधर स्नान के बाद मैं अपने कमरे में गया तो मैंने टाइम पास के लिए टीवी चालु किया तो उसमे कोई डीवीडी लगी हुई थी यानी कोई वह डीवीडी देख रहा था तो मुझे कोतुहल हुआ की कौन-सी डीवीडी देखि जा रही थी तो मैंने उस डीवीडी को जहाँ रोका गया था वहीँ से प्ले कर दिया । किसी समारोह की डांस की रिकॉर्डिंग थी और उसमे मुझे डायना, जेन और लूसी नजर आयी । तो मुझे आभास हुआ की जरूर डायना यहाँ बैठी ये डीवीडी देख रही थी । लूसी ने घाघरा चोली, जेन ने साड़ी और डायना ने वेस्टर्न ड्रेस पहनी हुई थी और तीनो बहुत सुंदर लग रही थी। फिर उसमे लूसी का डान्स शुरू हो गया। लूसी ने बहुत सुंदर डांस किया और डांस करते समय उसकी बल खाती कमर गजब ढा रही थी। उसकी शिरकन किसी आर्टिस्ट जैसी थी।

फिर जेन ने लूसी के साथ अब डान्स करना शुरू कर दिया। मेरी तो दोनों को एक साथ डांस करते देख आह! निकल गयी। साडी में जेन बला की सुंदर लग रही थी। और उसका डान्स उससे भी सेक्सी था। वह अपने चूतड़ों को ऐसे मटका रही थी की देखने वाला अपना आपा खो बैठे। वह अपनी चूचियों को हिला-हिलाकर डान्स कर रही थी। डान्स करते टाइम उसका पूरा जिस्म थिरक रहा था। फिगर भी बिल्कुल 36-28-36 था। इतना मस्त फिगर देखकर मेरे लण्ड ने हुंकार भरी। मैं उसको देखता ही रह गया। उसकी मोटी-मोटी जांघों, गोल नितम्बो और बड़े-बड़े स्तनों को देखकर में पागल हो उठा।

मेरे दिमाग में जेन का भरा हआ मस्त हुस्न उसकी मोटी-मोटी जांघे और उसकी मस्त छातियाँ घूम रही थीं। मैं हर उस सीन को पाज करके देखने लगा जिसमें जेन या लूसी थी। शाम कब हो गई पता ही नहीं चला। जेन और लूसी के जिस्म को देख-देखकर मेरे लण्ड का बुरा हाल हो गया था।

जेन हालाँकि देखने में भरी हुई लगती थी लेकिन उसके जिस्म में गजब की लोच थी और नाचते हुए उसके बल खाते जिस्म को देख-देखकर मैं आहे भरता रहा, उसके दिल के आकार के चूतड़ों में थिरकन देखकर होश खोने लगा। मैं दिल ही दिल में सोचने लगा की आज जेन की चुदाई कैसे करनी है? जेन के जैसी भरी हुए मस्त बदन और जनम-जनम की प्यासी और कुंवारी चूत चोदने को मिलने वाली हो तो उस का लंड का जैसा हाल होना चाहिए मेरे लंड हाल भी वैसा ही था।

जब डायना ने जेन की पहली चुदाई का प्रस्ताव रखा तब तक जेन ने पहले ही लूसी की उतेजनापूर्ण चुदाई देख कर इसने निर्णय लिया था वह मेरे साथ जल्द से जल्द पहले सम्भोग अनुभव के पूरे मजे लेगी और जब उसने सुबह लूसी को दुबारा बिना किसी हिचक और दर्द के चुदते हुए देख तो चुदाई के लिए बेकरार हो गयी। वैसे भी जेन तो कई साल से मेरे जवान लंड के इंतज़ार में अपनी चूत का पानी ज़ाया कर रही थी।

और फिर जब मैं उसकी सहेली लूसी के लिए उससे मिला तो उसे पता चला की मैं उसे भी पसंद करता हूँ तो मेरे मोटे सख़्त और बड़े लंड को अपनी योनि के अंदर लेने के लिए बेचैन होने लगी थी।

"अंधे को क्या चाहिए दो आँखे" वाली मिसाल को ज़हन में रखते हुए जेन ने तुरंत हाँ कही थी।

इधर लूसी ने ब्यूटी पारलर बाली को बुलवा कर जेन के पूरे बदन की वैक्सिंग करवाई और सब अनचाहे बाल हटवा दिए और फिर उसके पूरे शरीर की सुगन्धित और औषधि युक्त विशेष तेलों से उसकी मालिश करवाई और फिर उसे स्नान करवाया।

बाद में डायना और मेरी विश्वासपत्र सेविका ईवा की सहायता से इस विशेष अवसर के लिए जेन पर सभी प्रकार के सौंदर्य उपचार किए। त्यार होने से पहले एक बार उसने जेन के खुद को दर्पण में निहारा तो चकित रह गयी, उसकी त्वचा वैक्सिंग और सौंदर्य उपचार से बिलकुल चिकनी हो गयी थी और फिर सौंदर्य उपचार प्रदान करने वाली ने उसके स्तनों, जांघो और योनि पर फूलो के रस से बना इत्र लगाया। डायना ने शरारत करते हुए जेन को किस किया और बोली आज तो आमिर की क्या हालत होगी मैं बस कल्पना ही कर सकती हूँ, इस रूप को देख कर तो मेरा भी मन कर रहा है काश मैं लड़का होती । इस तयारी की निगरानी एक खूबसूरत लाल रंग की गाउन पहने हुई लूसी ने की और सबने उनके निर्देशों को पूरा पालन करते हुए जेन का शृंगार किया।

जो काम कल जेन ने लूसी के साथ किये थे वही सब काम और उससे भी बढ़कर लूसी ने जेन के साथ करवाए । जेन ने अपने लिए लाल रंग की साडी चुनी और वह चाहती थी इस ख़ास मौके के लिए उसे दुल्हन की तरह तैयार किया जाएl जबकि लूसी के लिए मैंने हमारी पारंपरिक पारिवारिक दुल्हन की पोशाक का चुनाव किया था और लूसी ने जेन का सोलह शृंगार करवाया ाघ्नो और फूलो से शृंगार करवाया और फिर एक घूंघट ओढ़ा दिया ।

इस बीच लूसी ने फूलो वाले को भिजवा कर मेरे पलंग को गुलाब के फुलो की पत्तियों से सजवाया और फिर मैंने मोतिया और गुलाब की लाडियाँ अपने बेड के इर्द गिर्द टाँग कर अपनी सुहाग की मसहरी भी बनवा ली।

अब आप त्यार हैं और आपको आमिर के शयन कक्ष में चलना चाहिए, ' डायना ने सुश्री जेन को संकेत किया।

और फिर लूसी और डायना जेन को मेरे कमरे में ले आयी उसे और मुझे कमरे में ले आयी, उस वक्त मेरे कमरे के फर्श पर चारों तरफ गुलाब की पत्तियाँ बिखरी पड़ी थी। जिन की खुसबू ने पूरे कमरे को महका दिया था।

मेरे कमरे में दाखिल हो कर देना ने जब कमरे में बिछे हुए बेड पर नज़र दौड़ाई। तो वह खूबसूरती से सजे हुए बेड से अपनी नज़रें ही ना हटा सकी।

उफफ! आज जेन के साथ पहली चुदाई को सुहाग रात की तरह मनाने के लिएआमिर ने किस प्यार और शौक से "सुहाग सेज" के बिस्तर को सजाया है, हाईई! बिस्तर की सजावट को देख कर दिल तो करता है कि में भी अभी अपनी गाउन को उतार कर इस बिस्तर पर लेट जाऊ और आमिर के लंड से अभी ही चुदवा लूँ। " डायना ने इतनी खूबसूरती से सजे अपने बिस्तर को देख कर दिल ही दिल में सोचा।

जब लूसी ने डायना को कमरे में आ कर बहुत ही खोए हुए अंदाज में मेरेऔर जेन के बिस्तर की तरफ देखते पाया। तो लूसी ने मज़ाक में डायना के सर के उपर से गुलाब की पत्तियाँ निच्छावर करते हुए उसे कहा "मेरी जान आप बड़ी बेशरम हो जो अपने चुदाई के समय से-से पहले ही अपनी सुहाग रात की महसेरी (बेड) देखने चली आई हैं, लगता है आप को बड़ी आग लगी हुई है।"

"मजाक मत करो लूसी. तुम जानती हो ये सेज जेन दीदी के लिए सजी है, अभी तुम खुद कल ही चुदी हो और तुमने ही फूलो वालो को आमिर और जेन का बिस्तर सेट करने के लिए भेजा था और तुम मुझे छेड़ रही हो" डायना ने भी मज़ाक में अपनी सहेली की बात का उसी अंदाज़ में जवाब दिया और फिर हम चारो हसने लगे और जाने लगी तो मैंने उन्हें रोका और कहा जैसे कि हम सब ने मिल कर फैसला किया था आप दोनों भी यहाँ रहेंगी तो दोनों कमरे में एक तरफ सोफे पर जा कर बैठ गयी।

वो कमरा गुलाब के फूलों से सज़ा था और साथ में जेन गजरा और फूलों से शृंगार किये हुए स्वर्ग से आयी हुई अप्सरा लग रही थी। मेरा तो लंड उसे देख कर बेकाबू हो गया और मेरी हालत पहले से काम रोग से ग्रस्त थी अब और बुरी हो गयी । जेन बिस्तर के पास कड़ी हुई शर्मायी हुई अपने पैरो की तरफ देख रही थी। उसने हल्का-सा घूंघट किया हुआ था। उसका चेहरा शर्म और आगे जो होने वाला था वह सोच कर लाल हो रहा था। वह थोड़ी-सी घबराई हुई थी। मैं थोड़ा-सा आगे होकर और उसका हाथ अपने हाथ में ले लिया और उसको बेड पर ले गया। या खुदा! उसका नरम गर्म हाथ पकड़ते ही मेरे तनबदन की आग और भड़क गयी और मेरा लंड सनसनाता हुआ पूरा 10 इंची बड़ा हो गया और सलामी देने लगा।

अब सेज़ पर जेन दुल्हन बनी बैठी थी मैंने उसे कहा जेन आप ठीक से बैठ जाओ तो वह थोड़ा सरक गयी। फिर में उनके पास बैठ गया और उनका हाथ अपने हाथ में लेकर उनसे बातें करने लगा और बोला कि आप तो यह बताओ कि मुझे आपके साथ करना क्या है? तो उन्होंने शरमाते हुए मुझे अपनी बाहों में लिया और कहने लगी कि मेरे आमिर तुम्हे सब मालूम है। जेन ने गुलाबी रंग की रेशमी साड़ी पहनी हुई थी और पूरी गहनों और फूलो से लदी हुई थी।

मैंने जेन की तारीफ करना शुरू कर दिया।मैंने कहा जेन बहुत सुन्दर हो आप मेरे सपनो की रानी हो आप जानती ही हो जब मैं जवान भी नहीं हुआ था और जब से आप को देखा है तब से आप से बहुत प्यार करता हूँ और आप को पाना चाहता था। आज अल्लाह के करम से आप मेरी हो गयी हैं।... वह और भी शर्माने लगी और मेरे बहुत कहने पर मीठी आवाज़ में बोली मैं भी तब से आप को प्यार करती हूँ। फिर मैंने अपनी जेब से निकाल कर एक हीरे का हार उनको पहले नज़राने के तौर पर दिया। वह बोली आप ही पहना दीजिये और उसके गहने खड़कने लगे।

मैंने उसे हार पहनाया फिर धीरे से उसका घूंघट उठा दिया दूध जैसी गोरी चिट्टी लाल गुलाबी होंठ नाज़ुक होटों के नीचे काला तिल! नाक पर बड़ी नथ, मांग में टिका बालो में गजरा उसका चेहरा नीचे को झुका हुआ था इतनी सुन्दर दुल्हन देख मेरे मुँह से निकला वाह! तुम तो क़यामत हो मेरी जान मेरा लंड फुफकारने लगा।

निश्चित तौर पर इसमें किसी को कोई शक नहीं होगा की फिरंगन गोरिया देसी दुल्हन के लिबास में शृंगार करके कितनी सुंदर लगती हैं। जेन भी उनका कोई अपवाद नहीं थी पर उस दिन बहुत सुंदर लग रही थी ।

मैंने धीरे से उसके चेहरे को ऊपर किया जेन की आँखे बंद थी। इतनी सुन्दर गोरी मेम जेन मुझे अता फरमाने के लिए मैंने अल्लाह का शुक्रिया अदा किया और बोला मेरी जान अपनी आँखे खोलो और अपने आमिर को देखो उसने आँखे खोली और हलकी से मुस्करायी मैंने उसका ओंठो पर एक नरम-सा चुम्बन ले लिया । ये हमारे पहले मिलन की रात का पहला चुम्बन था वह फिर शर्मा कर सिमट कर मुझ से लिपट गयी।

फिर मैंने धीरे से उनके होंठो को फिर से चूमा, उफ उनकी खुशबू ही क्या सेक्सी थी? और मेरे चूमते ही उनकी सिहरन और उनके सोने के कंगनो की टकराहट से छन की आवाज़ मेरे लंड को फौलादी बना गयी थी।

मैंने अपने हाथ में जेन के हाथ की उंगली में अपने "नाम" की अंगूठी डाल दी और साथ ही जेन के हाथ को अपने होंठो पर ला कर उसे चूम लिया।

जेन मेरे प्यार का ये अंदाज़ देख कर खुशी से फूली ना समाई.और उस ने शर्मो हया को बुला कर बे इख्तियारि में अपनी बाहें अमेरे जिस्म के गिर्द लपेट ली।

ज्यों ही मैंने जेन की उंगली में सोने की रिंग पहनाई। तो लूसी और डायना ने तालियाँ बजा कर हमारे सम्बन्ध की शुरुआत की मुबारकबाद दी।

जारी रहेगी

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