मेरी बेगमे और मेरी महबूबाएं 17

Story Info
जेन के साथ आलिंगन चुंबन और सहलाना.
2.5k words
1
194
00

Part 18 of the 47 part series

Updated 10/30/2023
Created 09/04/2021
Share this Story

Font Size

Default Font Size

Font Spacing

Default Font Spacing

Font Face

Default Font Face

Reading Theme

Default Theme (White)
You need to Log In or Sign Up to have your customization saved in your Literotica profile.
PUBLIC BETA

Note: You can change font size, font face, and turn on dark mode by clicking the "A" icon tab in the Story Info Box.

You can temporarily switch back to a Classic Literotica® experience during our ongoing public Beta testing. Please consider leaving feedback on issues you experience or suggest improvements.

Click here

मेरी बेगमे और मेरी महबूबाएं

भाग-17

जेन के साथ आलिंगन चुंबन और सहलाना

मैं जेन के मोटे तने हुए निपल को कभी चूसता कभी जीभ से छेड़ता और कभी पूरे स्तन और स्तनों के बीच की घाटी पर अपनी गर्म ज़बान फिरा देता।

मैंने अपने दाहिने हाथ को, गोरे से कठोर होते जेन के स्तन की तरफ बढ़ा दिया। जेन ने अपनी बंद आंखे खोल दी और खुद को मेरी तरफ धकेला। जेन के दिल की धड़कने तेज हो गयी थी, सांसों की गति बढ़ गयी थी, पेट में लहरे-सी उठने लगी थी, सीने पर विराजमान दोनों उन्नत चोटियाँ हर साँस के साथ उठने गिरने लगी थी। मैंने जेन के जवान जिस्म को अपनी बाहों में जकड के अपने ओंठ जेन के नरम होंठो से मिला दिए. इसीलिए मेरे होंठ अपने होंठो के साथ टकराते ही जेन के जिस्म में उसकी जिस्मानी भूख पूरी आबो-ताब से भड़क उठी और जेन भी जोश में आते हुए अपना मुँह खोला।और मेरी ज़ुबान से अपनी ज़ुबान लड़ाने लगी ।

फिर मैं उसकी जुबान चूसने लगा और जुबान चूसते-चूसते मैंने जेन को बेड पर लिटा दिया और नीचे होकर जल्दी से जेन की साडी को खोला और एक ही झटके में जेन की साडी पेटीकोट और पेंटी को उस के जिस्म से अलग कर दिया।

जैसे ही मैंने पेंटी उतार कर उस के जिस्म के निचले हिस्से को भी नंगा किया। तो जेन पूरी नंगी हो गयी और जेन ने फॉरन अपनी टाँगें हवा में उठा कर, अपनी पानी से तर अपनी गरम फुद्दि को मेरी आँखों के सामने खोल दिया।

मैंने उसके पूरे नग्न स्वर्गीय रूप को उसकी हर पूर्णता को देखा। वह आकृति में बिल्कुल शानदार थी और हर सुंदरता पूरी तरह से विकसित थी जो सर्वशक्तिमान ने कभी नरम और सख्त मांस और रक्त से बनाय हुई, वह सर्वशक्तिमान द्वारा बनाई गई सुंदरता के सबसे शानदार रूपों में से एक थी, जो सुनहरे बालों और सफेद त्वचा के साथ पूरी की गयी थी। उसकी लम्बी सुराहीदार सुंदर गर्दन, चौड़े और चिकने कंधे, चुंबन आमंत्रित करते हुए नाज़ुक गुलाबी निपल्स और सुन्दर चिकनी घाटी के दोनों तरफ़ अलग खड़े हुए और चट्टानों की तरह कठोर गौरवशाली अनार के आकार के शानदार गोल स्तन, उसकी सुंदर गोल भुजाएँ, उसकी छोटी कमर और उसके कूल्हों और नितंबों की असाधारण गोलाइयाँ। इन स्तनों की उत्तेजित और एक उभरी हुई स्थिति में इससे वह और अधिक सुंदर लग रही थी और मुझे गर्व महसूस हो रहा था कि वह मेरी है और मैं अब उसके इस अप्रितम सौंदर्य का पूरा आनंद उठाऊंगा।

जेन की कुंवारी गरम और गीली चूत के मोटे होंठो को देख कर मेरा दिल और लंड मचल उठा और मैंने गरम जोशी से अपने हाथ की एक उंगलि जेन की-की चूत में फिरा दी और कहा "हाईईईईई! मिस जेन तुम्हारी चूत पानी छोड़-छोड़ कर कितनी गीली हो चुकी है मेरी जान" ।

" हाईईई! जेन ने मेरी उंगलि को अपनी फुद्दि के बाहर पा कर मज़े से सिसकते हुए जवाब दिया। आमिर ये सब आपका ही जादू है । जेन ने प्यार से मेरी तरफ हाथ बढ़ाया, मुझे ऊपर खींचा और मेरे चेहरे को सहलाया, मेरे बालो को कंघी करने लगी।

जेन ने अपने भीग चुके होठो को मेरे ओठो पर रख दिया, धीरे से साँस लेकर जेन ने अपने ओठ खोलकर अपनी जीभ को मेरे दांतों के बीच से होते हुए मेरे मुहँ की तरफ ठेल दिया। जेन अब मेरे मुहँ में डालकर डीप किस कर रही थी।

दोनों के मुहँ की लार एक में मिलने लगी। जेन अपनी जुबान से मेरी जुबान चूस रही थी चूम रही थी। उनकी बड़े-बड़े स्तनों से भरी पूरी छाती, मेरे सीने से टकरा रही थी। मैं भी जेन के दोनों स्तनों का भरपूर कसाव दबाव अपने सीने पर महसूस कर पा रहा है, जेन की सांसे तेज चल रही और उसका पूरा शरीर उत्तेजना के कारन कांप रहा था। मैंने अपने हाथ जेन की कमर पर रख दिए और हलके-हलके सहलाते हुए पीठ पर ऊपर बांहों तक ले जाने लगा, थोड़ी देर के बाद सहलाने में कसाव बढ़ गया, पीठ पर ऊपर की तरफ हाथ जाते ही मैं जेन को कसने की कोशिश कने लगा। जिससे पहले से ही सीने से रगड़ रहे कुचल रहे जेन के बड़े स्तन और कसकर मेरे सीने से रगड़ने लगे। जेन के शरीर की कंपकपी बता रही थी की उसकी उत्तेजना बहुत बढ़ गयी है, जेन को मेरी कंपकपी से मेरी उत्तेजना पता लग रही थी, चुम्बन करती हुई जेन मुझे उत्तेजित कर रही थी और बदले में मेरी हरकतों से उसकी उत्तेजना बढ़ रही थी।

उसके बदन में से मेरे लिए वर्षो से जमा प्यार निकल रहा था और खुद उसका शरीर अपने अन्दर की छिपी हुई वासना और हवस का समुन्दर बाहर निकालने को आतुर था।

मैंने उसे अपने पास खींचा और उसे गले लगा लिया और उसे बहुत धीरे चूम, मैं मुस्कुराया "मेरी जेन और मैं हमेशा तुम्हारा टार्जन रहूंगा। मैंने अपनी छाती पर हाथ फेरा और धीरे से बोला-एएएएए... बिल्कुल टार्जन की तरह" और फिर हम दोनों हंस पड़े।

मेरे हाथ उसके बालों में घुस गए और उसने महसूस किया कि मेरे जिस्म से चिपके हुए उसके स्तन सख्त हो गए हैं और उसके निप्पल कड़े हो गए हैं। उसकी त्वचा की गर्माहट और मेरे पर पड़ते हुए उसके वज़न ने अहसास करवा दिया कि उसका शरीर मेरे उन मर्दाना पहलुओं को पसंद करता है। इससे भी अधिक, उसने मेरी सुगंधित गंध, मस्क्युलर पुरुष और डिजाइनर कोलोन के एक आकर्षक-आकर्षक संयोजन की सराहना की। मेरी जीभ ने उसके दांतो को ब्रश किया और उसकी जीब की एक मीठी चूमि लेकर मेरी जीभ वापस लौट आयी । अब उसकी हर तंत्रिका में आग लग गई वह और अधिक चाहती थी।

मैंने उसकी स्थिति भांपते हुए उसके बालो, उसके माथे, उसकी आँखों, उसके गाल पर चुंबनकी बारिश कर दी और फिर, उसके शरीर को अपने और करीब कर लिया और मेरे चुम्बन के लिए हमेशा लोभी रहने वाले उसके लाल होंठो से मेरे होंठ चिपक गए और हम दोनों ने विक्षिप्तो की तरह एक लंबी और मजेदार चुंबन किया जो हम दोनों को आज भी अच्छी तरह से याद है।

मैंने उसे चूमा तो उसके होंठ बंद हो गए, लेकिन एक पल बाद मिस जाने ने चुंबन में भाग लिया और धीरे से, धीरे से, चुंबक से खींचती हुई उसकी रसीली जीभ मेरे मुंह में आ गई और उसके गले से जो रस निकला उसे मैं पि गया और वह मेरी साँसों को पीने लगी। किस करने के दौरान शरीर की सुगंध से हम लोग एक दूसरे के प्रति आकर्षित होने लगे। जेन को देखते ही उसे चूमने का मन करने लगता था और फिर मैं जेन को ताबड़तोड़ चूमने लगा, मैंने जेन के निचले होंठों को अपने होंठों में भर लिया और चूसने लगा, जेन ने भी मस्ती में आँखें बंद कर ली और मेरे चुम्बन का आनंद लेने लगीl

किस के दौरान भावनाओं का सैलाब शरीर के अंदर उमड़ने लगा। इसके अलावा शरीर में उत्तेजना के स्तर को बढ़ाने के लिए भी किस काफ़ी करगार साबित हुआ।

उसके बाद जेन ने मुझे पकड़ कर वापिस मेरे होंठो को किस किया और मेरे सर को जकड़ के अपने मुंह से मुंह लगा दिया और वह मेरे ओंठ चूसने लगी और मैं उसके ओंठ चूसने लगा थोड़ी देर बाद वह मेरा निचला होंठ चूसने लगी और मैं उसका ऊपर का ओंठ चूसने लगा फिर उसने अपना मुंह थोड़ा-सा खोला और मेरी जीभ के मुंह में चली गयी।

जेन मेरी जीब चूसने लगी फिर मेरी झीब से खेलने लगी और मैं जेन की झीभ से खेलने लगा जो मैं करता थी। जेन भी वही कर उसका जवाब देती थी। मैं जीभ फिराता। तो वह भी वैसे ही जीभ फिरा देती थी फिर उसने मेरा ओंठ चूसा तो मैं उसका ओंठ चूसने लगा। वह मेरे साथ लिपट गयी उसका बदन मेरे बदन से चिपक गया उसके दूध मेरी छाती में दब गए थे । जेन के हाथ भी मेरे बदन पर फिर रहे थे। हम दोनों एक दुसरे को बेकरारी से चूमने लगी और हमारे मुंह में एक दूसरे का स्वाद घुल रहा था। कम से कम 15 मिनट हम एक दुसरे के लबों को चूमते रहे।

फिर रुक कर हमने कुछ सांस ली हमारे होंठ अभी भी जुड़े हुए थे। फिर दोनों ने एक लंबी सांस भरी जो इस बात का संकेत था इस बार ये किश फिर से लम्बी चलने वाली है। हम दोनों चुम्बन करते-करते उसके हाथ मेरी पीठ को सहलाते हुए मेरे नितंबों पर आ गए, उसने मुझे इतनी असाधारण अंतरंगता से खींच लिया था कि ऐसा लगा कि हमारे शरीर आपस में चिपक गए थे। किसी ने भी एक शब्द नहीं बोला-वास्तव में, उस परिस्थितियों में, कुछ भी बोलना असंभव था, क्योंकि हमारी जीभ एक साथ अकथ्य मिठास की एक गाड़ी में एक साथ एक दुसरे को प्रेम रस का आदान प्रदान कर रही थी, जो दोनों ने पहले कभी नहीं किया था। हालाँकि दिन में घुमते हुए भी हमने चुंबन किया था परतु उसमे ऐसी तड़प नहीं थी बल्कि कुछ झिझक और शर्म थी, जबकि अब और की चाह थी और मन चाह रहा था ये कभी समाप्त न हो बस चलता रहे।

मैंने उसकी जांघ पर हाथ फेरा और उसके घुटने से लेकर उसके कूल्हे तक उसकी खूबसूरत टांग को सहलाया। उसका नरम शरीर मेरी बाहों में था और अपनी जांघो पर उसके नरम नितंबों को महसूस किया। फिर हम दोनों ने बार-बार गर्म, भावुक और बेहद कामुक चुंबन किये जिसने हमारी भहावनाओ को भड़का दिया और उत्तेजना के कारण उसका गोरा चेहरा उत्तेजना के साथ लाल हो गया था।

मैंने उसकोी गर्दन पकड़ कर उसके पूरे चेहरे, उसकी पलको और उसके गुलाबी गालो को चूम लिया और उसे अपने गले से लगा कर उसकी बेतहाशा धड़कती हुई धड़कन को महसूस किया। अंत में, उसकी गर्दन को पकडे हुए अपने हाथ को ढीला करते हुए, मैंने अपना सिर उठाया तो मेरी कामुक आँखें उसे घूर रही थीं और उसकी आँखे शर्म और उत्तेजना के मारे बंद थी। उसका ये बेहोश करने वाला रूप मेरे अंदर की वासनाओ को भड़का रहा था

तो मैंने कहा आप मुझे बहुत अच्छी लगती हैं। अब मैंने उसकी तारीफ करनी शुरू कर दी।

मिस जेन आपको ऊपर वाले ने बड़ी फुर्सत से बनाया है। आपकी कमर, गाण्ड, पीठ, गला, स्तन, होंठ चेहरा, सब कुछ शानदार है। तुम सुन्दर गोरी युवती हो जिसके उन्नत उरोज हैंl आपकी फिगर बेहद कामुक और आकर्षक है और जबसे आपको पहली बार देखा था तबसे ही मैं तो आपका दीवाना हूँ।

वह मेरे चेहरे के पास अपना चेहरा ले आयी और बोली मैं भी तबसे तुम्हें प्यार करती हूँ और ये आपके प्यार और आकर्षण का ही जादू है कि मैं आज आपकी प्रेमिका बन आपकी आगोश में अपना कौमार्य आपको सम्पर्पित कर रही हूँ। मैं कुछ भी कह पाता इससे पहले कि उसने मुझे चूमना शुरू कर दिया मैंने उसके चुम्बन का जवाब दिया और उसे वापस चूमना शुरू कर दिया।

मैं उसके रस भरे होंठ चूसने लगा। अगले एक पल में, मेरा बेतहाशा धड़कता हुआ कठोर लंड उसके हाथ में आ गया। उसने हाथ फिरा कर मुट्ठी भर कर मेरे कठोर लैंड की पूरी लम्बाई और आकार का अनुमान लगाया। सुश्री जेन लंड के आकार और कठोरता दोनों पर चकित थीं। मेरे अस्वाभाविक रूप से बड़े लिंग का आकार, जो स्कूल में लड़कों के लिए मनोरंजन और कोतुहल का एक कारण रहा है, ने उसकी आँखों में तुरंत चमक ला दी। उसने मेरे इरेक्शन के ऊपरी वक्र के नीचे अपनी उँगलियों को फंसाया, लंड को अपने हाथ में हिलाया उसका हाथ लंड की परिधि के चारों ओर मध्य-लंबाई पर फैला, केवल उसकी मध्यमा और अंगूठे की मदद से उसने गोल घेरा बना कर लंड को पकड़ा। उसने इसका अध्ययन किया, लंड की लम्बाई-त्वचा के ढीलेपन और लंड के कड़ेपन की खोज की और इसके कारण मेरे पुरुष-शरीर में सराहनीय कंपकंपी उतपन्न हो गयी।

मेरे रोड ने उसके हाथ में एक तुनका लगाया तो वह हंस पड़ी। " यह बहुत सुंदर है, तुम्हारा लंड बहुत बड़ा मोटा और शानदार है। यह लगभग! एक अलग जानवर की तरह लगता है, मुझे इसका रंग पसंद आया और मैं इसकी बड़े गुलाबी टिप को देख सकती हूँ और यह काफी कड़ा होने के साथ-साथ मोटा लम्बा बड़ा और गर्म भी है, निश्चित तुम्हारी प्रेमिकाए सदैव तुमसे बहुत प्रसन्न रहेंगी।

उसने कई बार तेजी से अपनी खोज का आंनद लिया और मेरी लाल गर्म छड़ की पूरी लंबाई पर तेजी से अपना हाथ आगे पीछे घुमाया और मेरे चेहरे को करीब से देखा और मेरे उग्र होते लंड की प्रतिक्रिया को बेहद पसंद किया।

फिर उसने लंड को दबाया और फिर उसने लंड को निचोड़ा तो उसे लंड कड़ा और सख्त महसूस हुआ, तो उसने ध्यान दिया कि मेरी प्रतिक्रियाएँ लंड को सहलाने और निचोड़ने के बीच कैसे भिन्न थीं, "और ऐसी चीज़, यह उपकरण, ये औजार!-यह लड़कियों की योनि के अंदर जाने वाला है?" वह सोचने लगी ओह! तभी लुक को सम्भोग के दौरान इतना दर्द हुआ था ।

बेशक जेन मुझसे और लूसी से उम्र में बड़ी थी, शिक्षिका थी लेकिन एक व्यस्क पुरुष के लंड को इस तरह से देखने और छूने का ये उसका पहला अनुभव था और उसे हैरानी हो रही थी की लूसी की छोटी-सी योनि कैसे मेरे बड़े लंड को झेल गयी थी और साथ ही ये भी समझ गयी थी क्यों पहली चुदाई के दौरान लूसी को इतना दर्द हो रहा था।

आमिर, आप का लिंग सेक्सी और विशाल हैं। मेरा लंड तो ठुमके पर ठुमके लगाने लगा था। जेन टकटकी लगाए मेरे लंड को ही देखती जा रही थी।

बेशक, उसने भी देखा कि यह नज़ारा और उसके नरम हाथो का स्पर्श तेजी से मेरे शरीर में उत्तेजना और लंड में तबाव बढ़ा रहा था और वह बदलाव को करीब से देख सकती थी, जो उसके लिए बहुत ख़ुशी की बात थी। मेरा लंड जल्द ही अपनी पूरी उत्तेजना के कारण फुफकारने लगा और उसके द्वारा छूने, सहलाने और छेड़ने के कारण पूरी उत्तेजित स्थिति में था। जिसे देख वह भी समान रूप से उत्तेजित हो गयी थी, वास्तव में, इससे भी अधिक, इससे पहले कि मैं उसे किसी नई स्थिति में ला पाता, उसने अपनी बांह मेरी कमर के चारों ओर जकड़ ली। आह भरते हुए अपने चेहरे को मेरे सीने पर रख दिया, मेरे खड़े लंड की कठोरता पर कड़ी मेहनत करते हुए, उसने अपना शरीर मेरे करीब धकेल दिया और अपने शरीर का पूरा बजन मेरे शरीर पर डाल दिया।

जेन ने कहा ' आमिर! मैं आपको बहुत चाहती हूँ मेरे प्रेमी!-अरे, मैं आपसे बुरी तरह से प्रेम करती हूँ-यह कह कर वह मेरे नज़दीक आ गयी और मैं दोनों हाथो से स्तनों को हलके-हलके मसलने लगा। जेन के निप्पल कड़े होने लगे। जेन ने आंखे बंद कर ली। फिर मैंने स्तनों को तेजी से मसलना शुरू कर दिया और एक हाथ नाभि सहलाता हुआ, दोनों जांघो के बीच पेट के निचले हिस्से तक पहुच गया। पेट के निचले हिस्से से होते हुए फड़कती चिकनी चूत तक पहुच गया और उंगलिया चूत के दाने के पास तक पहुच गयी।

मैंने चूत के दाने को रगड़ना शुरू कर दिया। अब जेन के मुहँ से सिसकारियाँ निकने लगी। टांगो के बीच की में लगातारमेरा हाथ चल रहा था। उत्तेजना के मारे चूत भी गीली होने लगी। धड़कने और तेज हो गयी। मैं जैसे-जैसे चूत का दाना रगडता, उसके चुतड उछाल लेने लगे।

जारी रहेगी

आपका आमिर

Please rate this story
The author would appreciate your feedback.
  • COMMENTS
Anonymous
Our Comments Policy is available in the Lit FAQ
Post as:
Anonymous
Share this Story

Similar Stories

Loving The Girl In Pink A cute Christian girl opens up, but how far will she go?in First Time
First Boobgasm More experienced girl has the tables turned on her.in First Time
My First Kiss Amazing story of my first love making experience.in First Time
Finding Truth Finding truth and healing in pleasure.in First Time
Him Inside of Me They have the night to themselves.in First Time
More Stories