एक नौजवान के कारनामे 125

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डर ​
1.8k words
4.5
149
00

Part 125 of the 278 part series

Updated 04/23/2024
Created 04/20/2021
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पड़ोसियों के साथ एक नौजवान के कारनामे

VOLUME II

विवाह

CHAPTER-1

PART 47

डर ​

अब तक मेरा लंड भड़क कर पूरा तैयार था। मैं हेमा के होंठ चूमने लगा। शुरू में तो वह हिचक रही थी, लेकिन धीरे-धीरे अपने आपको ढीला छोड़ दिया। जैसे-जैसे मैं उसके होंठों को चूसता रहा, उसे मज़ा आने लगा।

मैंने हेमा के स्तनों को हल्के हाथों से उनको ख़ूब दबाया। फिर उसकी टांगो के बीच में हाथ डाल कर उसकी योनि की सहलाने लगा। वाह क्या कुंवारी और टाइट बुर थी, बिल्कुल छोटा-सा गुलाबी छेद।

फिर मैं हेमा के बदन से खेलने लगा और उसके होठ, गाल, गर्दन और बूबस को चूम और चूस रहा था। मैं फिर धीरेधीरे नीचे आया और हेमा की नाभी में अपनी जीभ घुसा दी और उसे चूसने लगा। जिससे हेमा की सिसकियाँ निकलना शुरू हो गयी। फिर मैं हेमा के उपर आकर उसके पूरे बदन को चूमने लगा। अब हेमा की सिसकियाँ फूटना शुरू हो गयी। उउउउ! उज्ज्अअअअअ! आआआआ! सीसीसीसी। ऊँऊँऊँ... उउउउ! उज्ज्अअअअअ! आआआआ! हेमा मेरा पूरा साथ दे रही थी। मैंने हेमा का हाथ पकडकर अपने लंड पर रख दिया। मेरा मोटा और लम्बा लंड महसूस कर हेमा मन ही मन खुश थी और मेरे बडे लंड को देख मेरे से चुदने का जो सपना उसने देखा था आज वह उसे पूरा होता दिख रहा था। पर साथ ही उसे डर भी लग रहा था। हेमा ने हाथ हटा लिया, तभी मरीना का हाथ मेरे लंड पर आया और वह मेरे लंड को आगे पीछे करके सहलाने लगी।

तब मैंने हेमा के विचार पढ़े तो उसे डर लग रहा था कि उसकी योनी के अंदर इतना बड़ा लंड जाने वाला है। कही ये फट तो नहीं जायेगी?

मैंने उसकी बुर में अपनी उंगली डाल दी तो वह ज़ोर से चीख पड़ी 'आआआह हहहह। ।' वह उठ कर बिस्तर से नीचे उतर गई और बोली-दर्द होता है, मार डालोगे क्या?

इस पर मरीना बोली-मास्टर, दीदी अभी कुंवारी है, इसकी चूत बहुत टाइट है और आपका बड़ा लंड देख और महसूस करके और घबरा गयी है। थोड़ा प्यार से और आराम से काम लो। उसका पहली बार है, इसलिए थोड़ा घबरा रही है। एक काम करो पहले मुझे चोद लो ताकि वह चुदाई देख कर अच्छे से गर्म हो जाए और फिर वह अपने आप करने को कहेगी।

मैंने कहा मरीना तुम भी तो कुंवारी हो तुम्हे डर नहीं लगता मेरे बड़े लंड से। तो मरीना बोली मैं तो जब से आपसे मिली हूँ और आपको चुदाई करते हुए देखा है तब से आपसे चुदने को बेकरार हूँ और रोज मेरे सामने आप चुदाई करते हो और मैं आपकी सुरक्षा में लगी हुई आपको दूर से सब करते हुए देखती रहती हूँ और मुझे पता है आप चुदाई में कितने एक्सपर्ट हो और मुझे मालूम है आपके लम्बे लंड से कितने मजे आने वाले हैं।

बात मेरे को ठीक लगी मैंने हेमा ही और देखा तो उसने सहमति में सर हिलाया और फिर मैं मरीना को किस करने लगा।

ये समझते ही की अब उसकी पहली चुदाई होने वाली है मेरी किश ने मरीना को बहुत ज्यादा उत्तेजित कर दिया। जब मैंने उसे बिस्तर पर धकेला, तो मरीना उत्सुकता से उस पर गिर पड़ी और अपने पैर फैला दिए। मरीना ने चूत को हाथ में छुपा कर मुझे फ्लाइंग किस दी और आँख मारी। फिर जीभ निकल कर होंठों पर फेरी और एक उंगली से मुझे नजदीक आने का इशारा किया। मैं एकदम शेर की तरह मरीना पर लपका और उसकी टांगों पर हाथ फेरकर चुम्बन लेने आगे हुआ।

मैंने पैरो पर आ कर उसके पैरों की उंगलियों को चूमा। उसकी सिसकारी निकल गयी। फिर उसकी दोनों पिंडलियों पर प्यार से हाथ फेरा और किस की। मैं उनके बीच रेंगता रहा और उनके द्वारा प्रस्तुत किये गए अपनी कुंवारी योनि के दुर्लभ दृश्य की प्रशंसा करने के लिए रुक गया। । उसकी कुंवारी चूत, जोश से भरी आग से लदी हुई, गर्मजोशी से चमक रही थी। जब वह अपनी जाँघें फैला रही थी, तब योनि के बाहरी होंठ फैल गए थे; भीतरी होंठ, बड़े और उत्तेजना के साथ कड़े, पके, गहरे रंग के फलों के स्लाइस की तरह नीचे लटके हुए थे और उसकी कामोत्तेजना से पैदा हुई गर्म नमी उसकी योनि पर दिख रही थी।

फिर मैं घुटनों पर फिर जांघों के अन्दर, उसको किस करने लगा। फिर चूत के आसपास, नाभि पर किस करता हुआ उसकी चूचियों को किस करने लगा और स्तनों को चूसने लगा। वह अधलेटी हो गयी और उसने अपने शरीर का भार अपनी बांहों पर कर दिया। मैंने उसके मुस्काराते हुए होंठों पर एक मीठी चुम्मी कर दी और उसके खुले बालों को पीछे किया और मैं उसे धीरे-धीरे किस करने लगा। मेरे हाथ उसके मम्मों को सहलाते हुए पेट, कमर, गांड पर चलने लगे।

मैंने काफी देर तक उसके स्तनों की दबाया सहलाया और मालिश की। उसके स्तनों एक दम टाइट और सुदृढ़ थे साथ हो साथ नरम और लचीले थे। जब मैं उसके स्तन चूमने लगा तो उसकी हलकी-सी कराह निकली आअह्ह्ह्ह! मैं दोनों चुची को एक साथ चूसने और काटने लगा मरीना कराहने लगी बआआहह, ओमम्म्मममम, चाटो ना जोर से, सस्स्सस्स हहा और मचलने लगी और अपनी गांड को इधर उधर घुमाने लगी। जब मैंने उसके एक निप्पल को अपने दांतों से दबाया, तो उसने बड़ी मुश्किल से कहा, "मास्टर, प्लीज़..." कहते हुए वह काम्पी और झड़ गयी और उसकी चूत से चुतरस बहने लगा था।

मैंने फ़ौरन आगे झुक उसके ऊपर आ गया और उसको किश करने लगा। आगे झुकने और उसके ऊपर आने के कारण मेरे लंड का सिर उसकी अत्यधिक उत्तेजित योनि के संपर्क में आ गया। जब मरीना ने महसूस किया कि मेरा लंड उसकी चूत के होठों से टकरा रहा है तो मरीना कराह उठी और कांपने लगी। मेरा लंड कामुकता को विकीर्ण करने लगा और वह पहले से उत्तेजित थी और योनि पर मेरे लंड के स्पर्श ने उसके होश उड़ा दिए।

मैंने मरीना की बुर पर हाथ फ़ेरा तो उसने भी मेरा लंड पकड़ कर सहलाना चालू कर दिया। मैंने साइड में हेमा की तरफ देखा तो देखा वह रोजी उसकी बुर के दाने को सहला रही थी और एक हाथ से उसके स्तनों को सहला रही थी मैंने मरीना की बुर में उंगली करना शुरू कर दिया। मरीना काफ़ी हद तक गर्म हो चुकी थी, वह चुदवाने को बेक़रार थी, साथ में मैं उसकी चूचियों और ओंठो को चूसने में लगा हुआ था। उसने मुझसे कहा-मास्टर, अब करते क्यों नहीं, जल्दी करो, अब नहीं रहा जा रहा। जल्दी डाल दो अब इसमें।

पर मैं ओंठो को चूसने में ही लगा हुआ था। तभी उसने मेरा लंड पकड़ा और अपनी बुर की तरफ़ ले जाने की कोशिश करने लगी।

मरीना ने मुझसे कहा "मास्टर ऊँगली नहीं उस जगह अपना बड़ा लंड डालो, जल्दी करो।"

मैंने इससे पहले किसी भी कुंवारी को मरीना की तरह अपनी पहली चुदाई के लिए इतना बेकरार नहीं देखा था। उसने अपने पैरों को मेरी कमर के चारों ओर लपेट कर मेरे नितम्बो पर कस दिया, अब वह चाहती थी कि मैं उसे जल्दी से चोद दू। उसने मेरे लंड को अपने एक हाथ में पकड़ कर अपने छेद पर रखा। उसने मेरे लंड के अग्रभाग को अपनी चूत के होंठों पर रगड़ा और अपनी उँगलियों से अंदर धकेल दिया। मैं भी उत्सुकता में उसके प्यार के छेद को टटोल रहा था। मैं धीरे-धीरे अपना लंड उसकी बुर में डालने की कोशिश करने लगा, परन्तु उसकी बुर का छेद इतना छोटा था कि मेरा 8 इंच का लंड अंदर नहीं जा रहा था। जैसे ही मेरा लंड सही जगह पर पहुँचा तो उसने अपने नितम्ब ऊपर उठा दिए और लंड की अग्रभाग ने आसानी से मरीना की योनि के गर्म छोटे होंठों को अलग कर दिया और उसकी योनि पहले से ही उसकी चुतरस से अच्छी तरह से चिकनी थी और मेरे लंड का अगला भाग उसकी योनी के मुंह में फस गया और मरीना कराह उठी आअहह! ओह्ह! तकलीफ के मारे मरीनाका मुँह खुल गया और आँख से पानी आ गया, वह चिल्लाई "घुस्स्स गया... फ़फ़ट्ट्ट्ट्ट! गईआअहह!।"

मैं फिर कुछ देर ऐसे ही पड़े रहा।

रोजी मेरी और मरीना की बाते और हरकते देख कर हेमा के कान में फुसफुसाई अब चुदाई शुरू होने वाली है ध्यान से देखना! हेमा ने तुरंत हमारे पास एक पोजीशन ले ली ताकि वह अपनी बहन की पहली चुदाई का हर विवरण स्पष्ट देख सके। जब उसने मेरी जाँघों के बीच देखा और देखा कि उसकी बहन की जवान योनी के मुँह में मेरे लंड का अग्रभाग रगड़ खा रहा है और उसकी बहन की नरम और लम्भी सुंदर उंगलियों ने उसे योनि के ओंठो के अंदर धकेल दिया और उसने अपने नितम्ब ऊपर उठा दिए और लंड की अग्रभाग ने आसानी से मरीना की योनि के गर्म छोटे होंठों को अलग कर दिया और लंड का अगला भाग उसकी योनी के मुंह में घुस कर फस गया और लंड को अंदर घुसते देख हेमा की चूत से एक धधकता हुआ झटका आया।

हेमा ने पाया, मरीना की पहली चुदाई का नजारा, पहले उसने जो भी चुदाई के नज़ारे देखे थे उससे बहुत ज्यादा रोमांचक था। मेरा बड़ा लंड देखकर और जब मैं मरीना की योनी को चोद रहा था तो उसने मरीना को आनद से कराहते हुए देखा औरमेरे बड़े लंड को आराम से मरीना की चूत में अंदर जाते हुए देखा तो उसका डर बहुत कम हो गया। चुदाई का नजारा देखते हुए उसने कामुक उत्तेजना को महसूस किया था और अपनी बहन मरीना को चुदाई का उत्तम आनंद लेते हुए देख उसने दृढ निश्चय कर लिया कि जैसे ही मैं मरीना की चुदाई खत्म करूंगा वह भी अपनी कुंवारी योनी में मेरा लंड अपने अंदर ले लेगी।

हेमा कराहती हुई बोली मरीना को किस करके बोली "मास्टर प्लीज आराम से करो?" हेमा बोली।

इस पर मैं बोला " मैंने तो बहुत आराम से किया था। मरीना की बुर बहुत छोटी-सी है और अभी सिर्फ मेरा आधा सुपारा ही मरीना की बुर के अन्दर गया है और फिर मरीना ने भी देखो अपने चूतड़ ऊपर उठा कर ऊपर को धका दिया है।

मरीना आह! भरते हुए बोली दीदी आप चिंता मत करो मैं ठीक हूँ और पहली-पहली बार थोड़ा दर्द तो होता है।

मैंने मुस्कुराते हुए कहाः हेमा चिंता मत करो अभी थोड़ी देर में मरीना और तुम कहोगी कि ज़ोर जोर से मारो, धीरे-धीरे में मज़ा नहीं आ रहा। " फिर रोजी मरीना के स्तन को सहलाने लगी ।

मैंने मरीना के योनि ओंठो के अंदर लंड को महसूस एक जोरदार धक्के के साथ लंड थोड़ा और अन्दर कर दिया। मेरा लंड उसके रस और मेरे प्री-कम से पूरी तरह से चिकना हो गया था और उसके छेद में आसानी से फिसल गया लंडमुंड आधा अंदर था । उसने हाथ लगा कर देखा अभी लंडमुंड आधा ही अंदर है तो वह मुझसे लिपट गयी।

मरीना ने अपनी टाँगे मेरे चूतड़ों से और बाहें पहले ही मेरे कंधे पर लपेट दी थीं और अपने नितम्बो को ऊपर कि ओर उठा दिया उसने अपने आपको मुझे सौंप दिया। मैं उसके ओंठ चूसने लगा वह भी मेरा साथ देने लेगी ।

कहानी जारी रहेगी

दीपक कुमार

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