खानदानी निकाह 20

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लंड चुत चुदाई और चुदाई​
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Part 20 of the 67 part series

Updated 01/16/2024
Created 01/21/2022
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मेरे निकाह मेरी कजिन के साथ

भाग 20

लंड चुत चुदाई और चुदाई​

जूनि पतली थी और उसकी लगभग पारदर्शी पोशाक ने उसके दो नाजुक स्तनों की सही आकृति को मुश्किल से छुपाया था और इन दो आकर्षक मांस के टीले के नाजारेव ने मुझे उन्हें निचोड़ने के लिए लगभग आगे बढ़ा दिया था, लेकिन मैंने देखा वह पस्त है तो मैंने खुद को संयमित किया।

उसकी पोशाक या नाईटी जैसा कि मैंने कहा है, बहुत छोटी थी और जो की आजकल की सभी लड़कियों के साथ आम और काफी प्रचलित थी और जैसे कि वह-वह मेरे साथ चिपकी हुई थी तो उसकी टांग मेरे टांगो पर थी और उसकी सुंदर योनि की झलक मुझे दिखाई दी। उसके नंगे और चमकीले मांस की इस झलक पर, मुझे लगा कि मेरा लंड ऐसे उग्र हो गया जैसे कि उसे किसी बिजली का झटका लगा हो।

मैंने अपना हाथ उसके सिर के पीछे से गुजारा और उसकी कमर के चारों ओर ले गया तो मुझे कम से कम प्रतिरोध का सामना नहीं करना पड़ा, इसलिए साहसपूर्वक उसे अपने पास खींच कर मैंने उसे अपनी बाहों में ले लिया और उसे होठों पर चूमने का प्रयास किया। फिर दूसरी तरफ ज़ीनत की पतली कमर के चारों ओर मेरी बाहों को पार करते हुए उसे कसकर गले से लगा लिया और उसने किसी भी प्रतिरोध के बिना मुझे अपने होठों को अपने ओंठो के पास रखने की अनुमति दी और गर्म चुंबन के साथ मैंने उसे कस कर पकड़ लिया क्योंकि अब ज़ीनत की बाहें मेरी गर्दन के चारों ओर घूम रही थीं।

अपना हाथ उसकी कमर के सामने से घुमाते हुए, मैंने उसके स्तनों को निचोड़ा और निप्पल्स को खींचा और दबाया, एक उंगली से निष्क्रिय निप्पल को सीधा होने की स्थिति में आने दिया और फिर, अपना हाथ उसकी टांगो पर रखकर, मैंने उसे उसके बीच खिसका दिया और पूरी तरह से उसकी नंगी और चिकनी जांघों को सहलाया।

एक बार वह थोड़ा पीछे हट गई और मानो मुझे रोकने के लिए हटी हो लेकिन अब, मेरा लंड अभी भी लोहे की छड़ की तरह खड़ा था, मैंने उसे वापस अपनी ओर खींच लिया और अपना हाथ उसकी जांघों के बीच में रखते हुए, मैंने उसकी योनि के नंगे होंठ महसूस किये जो उसकी चूत से निकले पानी के कारण गीले थे।

इस पर जीनत मेरी छाती पर चिपक गयी, मेरी गर्दन के चारों ओर उसकी बाहें आ गयी और वह मेरे ओंठ चूमने लगी और यह देखकर कि उसका जो भी हल्का-सा प्रतिरोध था वह समाप्त हो गया था, मैंने उसकी चूत की फांक के गर्म नम होंठों को विभाजित किया और उसके कलिट को मसल दिया।

मैंने अब एक पल के लिए अपना हाथ हटा दिया और अपने रोड की तरह कठोर लंड को आगे बढ़ा दिया। मैंने मह्सूस किया ाकि दूसरी तरफ से जूनि मेरे गाल चूम रही थी और उसका हाथ मेरे धड़कते हुए लंड पर आया और उसके लंड को कस कर पकड़ा और उसकी एक दृढ़ आलिंगन में उसकी पकड़ को महसूस करते हुए इसे धीरे-धीरे ज़ीनत की चुत के ऊपर और नीचे रगड़ना शुरू कर दिया।

जुनून में मैंने उसे अपनी ओर खींचा उसे चूमकर और सहलाकर, अपने हाथ को फिर से उसकी योनि को सहलाकर उसे मेरी गोद में खींच लिया और अपने खड़े हुए लंड के सिर को उसके चुत के होठों पर रखकर, मैंने उसे धीरे-धीरे उस पर दबाया और उसे अपनी बाहों में मजबूती से पकड़ लिया और मेरी कूल्हों ने आगे पीछे नाचना और हिलना शुरू किया।

'ओह!, ओह!, ओह!, आह-हाय!' उसने सांस ली, 'ऐसे ही करो, ओह-ओह ओह।' वह धीरे-धीरे मेरे लंड पर आगे पीछे होने लगी। ओह, कितना मजा; ओह, ओह, ओह, आह, मैं... ओह-ह--! ' और उसने फिर एक बार मेरे तूफानी डंडे के सिर पर अपने रसों की धारा बरसा दी।

मैंने महसूस किया की मेरा लंड भी लावा उगलने वाला है और मैंने उसे गहराई से चोदना चाहता था, मैंने उसे अपनी बाहों में उठा लिया और उसे उसकी पीठ पर लिटा कर, कुछ गहरे और रोमांचकारी और तेज धक्क्के लगाए और मैंने उसकी-उसकी कोमल और चिपकी हुई चुत के अंदर पिचकारियाँ मार दी!

हम कुछ देर के लिए इस तरह चिपक कर लेटे रहे और फिर मैंने अपने लंड को धीरे-धीरे बाहर निकाला।

मैंने उसे फिर से अपनी बाहों में लपेट लिया और उसके होठों पर चूमा।

वह पूरी तरह से कांप और हांफ रही थी, उसकी नब्ज बहुत तेज धड़क रही थी। तभी जूनि ने मेरा लंड एक बार फिर पकड़ लिया और उसे अपनी योनि के पास ले गयी और उसकी ऊपर रगड़ने लगी।

उसकी इस हरकत और छुअन से मेरा लंड जल्द ही फिर से सख्त हो गया और उसे पटक कर मैंने उसे फिर से उसके भीतर एक ही झटके में लड़ जड़ तक घुसा दिया और थोड़ी-सी गुर्राहट और फिर वह मजे से कराहने लगी।

जूनि की कमसिन चुत इस धक्के को नहीं झेल पेयी मैंने फिर अपना लंड टोपी तक जूनि की चूत से निकाला और फिर ऐक झटके से वापिस पूरा चूत में पेल दिया। जूनि के मुँह से फिर सिसकारी निकली और फिर मैं खूब ज़ोर-ज़ोर से झटके मारने लगा। मुझे बोहत माज़ा आरहा था और जूनि बुरी तरहा से सिसकने लगी और आईई ऊऊऊओ या आआआ आआह आपा सलमान भाई धीरे और लंड जूनि की चुत की धज्जिया उडाता हुआ मदहोश चुत की जम कर चुदाई करने लगा। मैंने उसे जी भर कर उसे चाटा और फिर चूमता हुआ चुदाई करने लगा।

आआआअहह! आआआअहह! उूउउफफफफफफफफफफफफ्फ़! प्यारे सलमान और ज़ोर लगाओ आआअहह! ऊऊऊऊीीईईईईईईईईईईईई! मुझे बोहत माज़ा आरहा है मेरी जान उउउउउउउउउउउफ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्! फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ!, 5 मिनिट बाद ही जूनि की चूत ने पानी छोड़ दिया और उसका जिस्म ढीला पड़ गया, लेकिन मैं अभी फारिग नहीं हुआ था और मैं झटके मारता रहा, मुझे मज़ा आरहा था और वह मज़े से सिसकारिया ले रही थी, 10 मिनिट बाद जूनिम की चूत ने फिर पानी छोड़ दिया और कुछ देर बाद मेरे लंड ने भी झटका खाया और मैंने उसकी चुत में धार मारी और उसकी चुत पूरी भर दी।

फिर उसके बाद इसी तरह से पोज बदल-बदल कर मैंने उस रात बेदर्दी से उसकी 4 बार चुदाई की और उस गुलबदन पर निढाल हो कर सो गया।

कहानी जारी रहेगी

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