खानदानी निकाह 26

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तीन सौत कजिन ​
1.3k words
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Part 26 of the 67 part series

Updated 01/16/2024
Created 01/21/2022
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मेरे निकाह मेरी कजिन के साथ

भाग 26

तीन सौत कजिन ​

मैंने इस तरह अपनी नमकीन जानेमन बेगम अर्शी की दिल खोल कर चुदाई की और फिर सातवे दिन ज़ीनत आपा मेरे पास आयी और शिकायत करते हुए बोली सलमान वही हुआ न जिसका मुझे डर था कि ऐसी कमसिन अल्हड जिस्म की मल्लिका को छोड़ सलमान तुम मेरे पास तो बड़ी मुश्किल से ही आओगे और तुम्हे नयी कमसिन दुल्हन क्या मिली तो मुझे भूल गए। कहाँ तो तुम कहते नहीं थकते थे की आपा आपके देखते ही मेरा दिल बेकाबू हो जाता है और अब 10 दिनों से भी ज्यादा दिनों से मेरे पास भी नहीं आये हो।

मैं ज़ीनत आपा से कान पकड़ कर बोला मुझे माफ़ कर दो मेरी जान मेरी आपा। ये सब अम्मी ने जो रूल मेरे लिए बनाया है उसके कारण हुआ और इसी कारण मैं पिछले हफ्ते से सिर्फ अर्शी की ही चुदाई कर रहा था और उससे पहले आपकी चुदाई आपकी गांड और चूत सूजने के कारण बंद हो गयी थी। उस दौरान मैं आपकी चुदाई के लिए बहुत तड़पा था।

कुछ दिन की जुदाई के बाद मिलने का मजा अलग ही है चलो अब मेरे पास आ जाओ मैंने उन्हें अपने पास खींचा और उनको चूमने लगा और फिर मैंने उन्हें नंगी किया और चोदना शुरू कर दिया।

इसी समय अर्शी ने भी कमरे में प्रवेश किया और मुझे और ज़ीनत को नग्न अवस्था में लेटे और एक-दूसरे से चिपट कर चुदाई करते देख चौंक गईं। अभी अर्शी की चुदाई का हफ्ता चालु था इसलिए ज़ीनत और अर्शी के बीच तीखी नोकझोंक हुई और फिर लड़ाई हुई और जूनी इस में शामिल हो गई। मेरी तरफ से बहुत बीच बचाव करने के बाद भी वह सभी लड़ती रही तो मैंने धमकी दी जो अब आगे लड़ेगी और उसे तलाक दे दूंगा।

मैंने उन्हें सम्बोधित किया, "सुनो मेरी प्यारी जीनत, जूनी और अर्शी तुम सब मेरी कजिन बहनें हो और अब मेरी बेगमे हो। मैं तुम सभी के साथ समान व्यवहार करूंगा। मुझसे वादा करो कि अब आगे तुम आपस में कभी नहीं लड़ोगी, अन्यथा तुम सब मुझे ता उम्र के लिए खो दोगी।"

उन्होंने एक स्वर में मुझसे वादा किया की अब आप मेरे मालिक और शौहर और खाबिन्द हैं। हम आपको वादा करती हैं अब हम सब बहने वापिस में एक दुसरे के पहले जैसे करीब हैं। हम एक-दूसरी के साथ सब कुछ साझा करेंगी। अब हमारे बीच कोई ईर्ष्या, प्रतिद्वंद्विता और झगड़ा नहीं होगा। आप हमें एक बार में एक ही बिस्तर पर चोद सकते है या आप अपनी इच्छा से हमें अलग से जब चाहे जैसे चाहे चोद सकते हैं। "

और फिर लड़ाई शुरू करने वाली अर्शी ने ज़ीनत आपा से माफ़ी मांगी और जूनी ने ज़ीनत और अर्शी दोनों से माफ़ी भी मांगी और साथ में अर्शी और जूनि ने हमेशा ज़ीनत आपा की बात मानने का वादा किया तो उनमे समझौता हो गया और मामला समाप्त हो गया।

मैंने उस तीनो को गले लगाया और तीनो को प्यार से माथे पर चूमा। फिर मैंने ज़ीनत का चेहरा अपने हाथों में लिया, उसके गाल, उसके कान, ठुड्डी और उसके चेहरे के किनारे को अपनी उंगलियों से गालो पर सहलाया। जूनि मेरे पास हुई और मेरे ओंठ चूमने लगी तो मैंने अपने दूसरे हाथ से अर्शी के सिर के पिछले हिस्से को सहलाया और धीरे-धीरे उसकी सर को सहलाया, उसके घने बालों के बीच में से उँगलियाँ चलाईं, आँख से संपर्क करते हुई उसकी आँखों से बालों की लटे दूर कीं। मुझे उसके लंबे, घने आलीशान, चमकदार, चमकदार, रेशमी जेट-ग्रे बालों को सहलाने का अनुभव पसंद आया। मैंने उसके कानों को एक अतिरिक्त दुलार देने के लिए उसके दोनों कानों के पीछे उसके बालों की कुछ लटे टक दीं।

ज़ीनत आपा ने महसूस किया कि मेरे सुडौल हाथ उसके चौड़े कंधों तक चले गए थे। जब ज़ीनत आपा ने मेरे पसीने की प्राकृतिक महक को साँस में लिया, तो उसके शरीर से अधिक गर्मी निकलने लगी।

मैंने प्यार, के साथ उसके चेहरे को धीरे से अपने हाथों में सहलाया। मैं अब इन तीनों को प्यार करना चाहता था। मैं जूनी की चौड़ी अभिव्यंजक आँखों में देखा तो मैंने उनमे कामुक इच्छा को पाया। यह एक अनियंत्रित और तेज कामुक इच्छा थी जो उसके चूमने के तरीके से मुझे महसूस हुए। मेरे ओंठ चूमते हुए उसकी खुली हुई बड़ी-बड़ी आँखें मेरी आँखों में देख मुझे आमंत्रित और कामुक कर रही थीं।

ज़ीनत आपा ने आवेगपूर्ण ढंग से, उसने मेरे माथे, आँखों, पलकों और गालों पर चूमा। ज़ीनत आपा मेरे से लिपट गयी और अपने चेहरे को आसानी से मेरे कानो पर ले गयी और जैसे कि उसने मेरे कान को चूमा, चाटा और प्यार से, धीरे से, धीरे-धीरे और पूरी तरह से मेरे कानों को चाटा और कुतर दिया, जबकि उसकी उँगलियाँ ईयरलोब के पीछे सहलाती रही। उसने मेरे कान के लोब, कान के किनारों और कानों के पीछे के क्षेत्र को धीरे से चूमा।

मैं जूनि को चूमता रहा और उसके कानों पर हाथ फेरा और उसके कानों के पीछे अपने होठों से भी सहलाया और उसके कानों के लोबों को अपने मुंह में ले लिया और जूनि ने मेरी ठुड्डी और नाक को चूमा।

मेरा दूसरा हाथ अर्शी के बूब्स पर चला गया था और मैं उसके बूब्स दबा कर उसके निप्पलों से खेलने लगा। ये महसूस कर के की मैं उसके बूब्स से खेलना चाहता हूँ तो जीनत ने मुझे छोड़ कर अर्शी के कपडे निकालने शुरू कर दिए और अर्शी जुनि को चूमते हुए उसके कपडे निकालने लगी और उसे ऐसा करते चूमते समय ज़ीनत ने प्यार से अर्शी की गर्दन को सहलाया, वह उत्सुकता से जीनत के चुंबन स्वीकार कर रही थी और कामुकता से भर कर अर्शी प्यार से जूनि नंगी करती जा रही थी

और उसे चाट रही थी और जूनि प्यार से मेरी छाती को चूम रही थी और मेरे ओंठो की और आगे बढ़ रही थी और उसने मेरे चेहरे को बारीकी से और मेरे माथे, पलकें, आँखे फिर गाल फिर नाक गाल, ठोड़ी, गर्दन, कंधे और सभी को चूमा और फिर हमारे ओंठ जुड़े उससे पहले उसने मेरे रसदार मोटे होंठों पर एक उंगली चलाई और निचले होंठ को पकड़कर एक नरम चुंबन दिया, कुछ सेकंड के लिए चुंबन को पकड़कर मेरे होंठों को सहलाने के लिए रुक गयी। उसने अपनी जीभ की नोक को मेरे मोटे, गीले, रसीले ऊपर और नीचे के होठों पर चलाया। अंत में, उसने अपनी जीभ को मेरे गीले रसीले मोटे होंठों को आमंत्रित करते हुए मुझे मेरे मुंह को खोलने के लिए मजबूर किया।

कुछ देर बाद मैंने जीनत को चोदना शुरू कर दिया और बाकी दोनों अर्शी और जूनि आपस में चूमने चाटने लग गयी।

मेरा लंड बड़ी आपा जीनत की-की चूत की दीवारों को चौड़ा करता हुआ अंदर जाने लगा। जीनत आपा सब कुछ भूल कर मेरे सीने से लग गई। जैसे ही लंड जीनत आप की चूत को चीरता हुआ आगे बढ़ा जीनत मुँह से "आहहऽ" की आवाज निकली और मेरा लंड पूरा का पूरा आप की चूत में धंस गया और जूनि जीनत के एक निप्पल को सहलाने लगी और माथे पर प्यार से हाथ फिराने लगी और अर्शी जीनत के दुसरे निप्पल को सहलाने लगी और मैं जीनत को चूमते हुए उसे चोदने लगा l

फिर मैं इस पोजीशन में अर्शी उसके बाद जूनि के होंठों को चूमने लगा। तो जीनत आपा अपने नितम्ब ऊपर उठा कर मेरे लंड को और अंदर लेने लगी l

मैं बोला अब पता चला कि मुझसे मिलने के लिये आपा आप कितनी बेसब्र हो... कहकर मैंने एक जोर का शॉट मारा और मेरा लंड आपा की चूत को रगड़ता हुआ बाहर की ओर निकला और फिर वापस पूरे जोर से आपा की चूत में अंदर तक धंस गया।

" ऊऊऊहह दर्द कर रहा है। आपा ने अब मेरी चुदाई में आगे-पीछे होने की गति से अपनी ताल भी मिलाई। मेरे जोर-जोर के धक्को से बिस्तर हिलने लगता और जीनत आपा जल्द ही झड़ गयी।

उसके बाद जीनत ने मेरा लंड जूनि के चूत में घुसाया और मैंने उसकी चुदाई की और फिर उसे झाड़ने के बाद जीनत आप ने मेरा लंड अर्शी की चूत में घुसाया और फिर मैंने अर्शी की चुदाई की और इस बार हम दोनों एक साथ झड़ गए इस बीच जो चुद रही होती थी उसे बाकी बेगमे छूती, सहलाती और चूमती रही और उन्हें ऐसा करते देख कोई सोच भी नहीं सकता था कि ये तीनो कुछ देर पहले जंगली बिल्लिओ की तरह लड़ी थी।

कहानी जारी रहेगी

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