खानदानी निकाह 27

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मीठा, नमकीन, खट्टा​
1.2k words
4.5
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Part 27 of the 67 part series

Updated 01/16/2024
Created 01/21/2022
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मेरे निकाह मेरी कजिन के साथ

भाग 27

मीठा, नमकीन, खट्टा​

उस चुदाई के बाद रातभर हम चारो अलग-अलग पोज़ में चुदाई करते रहे और मेरा तीनो ने मिल कर दम निकाल दिया और सुबह ज़ीनत आपा बोली क्यों सलमान मजा आया? अच्छा बाताओ तुम्हे तीनो बेगमे कैसी लगी?

मैंने कहा आपा आप सभी कजिन बहने कमाल की हो और हरेक का रस और उसकी चुदाई का मजा अलग ही है जैसे खाने के रस होते हैं मीठा, नमकीन, खट्टा वैसे ही आप तीनो के रस है।

संसार में जितने भी खाने की चीजे है उस सभी में कुछ न कुछ स्वाद है। स्वाद, रंग व आकार-प्रकार के आधार पर ही खाद्य पदार्थों की पहचान होती है। इन रसों से ही भोजन में स्वाद आता है और ऐसे ही आप तीनो की चुदाई का मजा है और आप तीनो के सामूहिक और अलग-अलग चुदाई बहुत मजेदार और स्वादिष्ट थी और स्वादिष्ट खाना तो सबको अच्छा लगता है। विभिन्न खाद्य पदार्थों व फलों में ऐसा स्वाद होता है, जो याद रहता है, उसे याद करते ही मुँह में पानी भर आता है और उसे खाने का, उसका स्वाद फिर से लेने का मन करता है। उसी तरह मेरा मन आप तीनो को बार बारे चोदने का करता है और सोचता हूँ मैं आप के बिना कैसे रह पाऊँगा।

जीनत बोली कैसे अच्छा बताओ मेरा स्वाद तुम्हे कैसा लगा?

जीनत आपा आप का स्वाभाव मीठा है आप मेरी सबसे बड़ी कजिन स्वाभाव से मीठी और सीधी है इसलिए जब मैंने आपको चौदा और उस दौरान उसे चूमा चाटा और आपकी चूत के रस को चूसा तो मुझे मुख्यता मीठा ही ज्यादा महसूस हुआ और मीठा हमे ऊर्जा देता है बड़ी आपा जीनत आपकी धुआंदार चुदाई करने के बाद ही मेरे लिए अपने बाकी कजिन बहनो की चुदाई का रास्ता खुला और मुझे आपको देख कर अलग ही मस्ती और नशा होता है।

अच्छा उन्होंने मुझे किश किया और पुछा जूनि कैसी लगी?

जूनि का स्वाद थोड़ा खट्टा जैसे खाने में खटाई का स्वाद मुँह में पानी ले आता है और खट्टा खाना भूख बढ़ाता है और पाचक रसों का स्राव बढ़ाकर पेट को ठीक रखता है। उसी तरह मेरी सबसे छोटी बेगम जूनि सबसे चंचल और भोली है और कमसिन और सेक्स के बारे में उसे ज्यादा पता नहीं था और मेरी और जीनत आपा आपकी की चुदाई देख उसे कुछ-कुछ समझ आ गया था कि शौहर और बीबी के सम्बन्धो में शारीरिक मिलन से क्या मजा मिलता है और फिर उस मासूम कली की चुदाई कर मैंने खट्टे का मजा लिया जिससे मेरी सेक्स की भूख और बढ़ गयी और फिर जब आपके साथ उसे चौदा तो एक साथ खट्टे और मीठे का मजा आया। फिर जब एक साथ ज्यादा मीठा और खट्टा खाने से मेरे मुँह का स्वाद थोड़ा बिगड़ गया तो मैंने नमकीन अर्शी की चुदाई का मन बनाया जिससे मेरी स्वाद-कोशिकाओं और लंड में नई जान आ गयी।

हूँ तो अर्शी? तुम्हे नमकीन लगी ज़ीनत आपा ने पुछा?

नमकीन स्वाद नमक हमारे भोजन का सबसे महत्त्वपूर्ण घटक है। इसके बिना न खाने में स्वाद आता है और न ही शरीर ढंग से काम कर पाता है। चिकनाई बनाए रखने और पाचन तंत्र को सुचारु रखने के लिए और तंत्रिका तंत्र, माँसपेशियों की गति और कोशिकाओं में पोषक तत्वों के परिवहन के लिए भी नमक जरूरी है और मेरी तीसरी बेगम कमसिन अर्शी बहुत फ्रैंक और नमकीन है और उसकी चुदाई ने मुझे बहुत मजे दिए और मैं उस चुदाई में सब कुछ भूल-सा गया था और अब जो आप तीनो की एक साथ चुदाई की तो मुझे एक साथ नमकीन खाते और मीठे का मजा आया और सच कहूँ आप तीनो ने मेरा दम हो निकाल दिया। अब मेरा मन आप तीनो को बार बारे चोदने का करता है और सोचता हूँ मैं चुदाई के बिना कैसे रह पाऊँगा।

फिर ज़ीनत आपा बोली सलमान ये मत सोचना तुम्हे मुझे जो तड़पाया है चुदाई के लिए तरसाया है उसकी तुम्हे सजा नहीं मिलेगी मैं तुम्हारी बड़ी बेगम हूँ और में सब से बड़ी हूँ अब तुम चुपचाप देखो मैं तुम्हे क्या सजा देती हूँ। तुम्हे मुझे तड़पाया है अब तुम भी चुदाई के लिए तड़पोगे और तुम्हारी कोई बेगम अब तुम्हे चुदाई नहीं करने देगी अब तुम्हे पता चलेगा की तीखा कैसा होता है?

कहाँ तो मैं सोच रहा था कि अब अगला नंबर रुखसार की चुदाई का होगा मुझसे चुदने का और कहाँ आपा ने चुदाई पर बैन लगा दिया था। आपको रुखसार के बारे में बताता हूँ।

रुखसार मेरी चारो कजिन्स में सबसे सुंदर है और मस्त-मस्त रवीना की जैसी स्लीम बॉडी वाली, एनर्जी लेवल और चेहरे पर दिखनेवाला ग्लो दम खिली-खिली और एनर्जी से भरपूर नज़र आती हैं। लेकिन रुखसार रवीना की तरह तेज तरार भी है और सबको खरी-खरी सुना देतीं है। वह गोल और भरी हुई है लेकिन उसे आप मोटी नहीं कह सकते उसका पूरा बदन बिलकुल अनुपातिक है। उसके बड़े और गोल और अनार जैसे स्तन स्पष्ट रूप से अपने मौजूदगी दर्ज कराते है और उसकी गोल गांड कुछ ऐसी है जो मुझे बहुत पसंद है। उसका रंग दूधिया सफेद, स्किन ऐसे जिसपे कोई दाग नहीं है गहरी भूऋ, बड़ी आंखें, तेज नाक और नाजुक लाल होंठ हैं जो पूरी तरह मेल खाते हैं। उसके काले, लहराते बाल और गोरा रंग उसे एक सुंदरता का पूरा रूप देता है। वह वजन बनाए रखने के लिए अक्सर कसरत करती है और अपना बहुत अच्छा ख्याल रखती है।

खैर मुझे सजा देने के लिए मेरी तीनो कजिन्स बिल्लिया म्याऊँ-म्याऊँ करने लगी थी और मुझे सताने लगी। वह तीनो मुझे अलग-अलग तरीकों से रिझा कर मेरा लंड खड़ा करके चली जाती थी और मैं लंड को सहलाता रह जाता था।

जूनि जो बहुत ही शरारती और चंचल है मेरे साथ कुछ ना कुछ शरारत करने लगी पर जब मैं उसे पकड़ कर चूमने लगता तो दूर भाग जाती। वह आते जाते मुझे सहला जाती और कभी मेरा लंड दबा जाती कभी फ्लाइंग किश दे कर भाग जाती,

जीनत जो घर में ज्यादातर लेहंगा या साडी ही पहनती थी। मेरे सामने से वह जब जाती तो अपना लेहंगा या साड़ी और पेटीकोट पूरा उठाकर अपनी गांड मुझे दिखाती और हिलाती हुई दूर चली जाती।

सुबह उठता तो अर्शी आती और आकर अपने नाइटी खोल कर अपना नीचे का नंगा बदन मुझे दिखाती और फिर अपने मम्मी दबा कर अपनी चूत सहलाती और रात की आकर जब मैं खाना खाने के बाद बिस्तर पर लेटा तो अपने ममे बाहर निकालकर निप्पल मुझे दिखा कर निप्पल मेरे मुँह के पास ले आती और मेरे ओंठो पर रगड़ती और जब मैं मुँह खोल कर उन्हें चूसने की कोशिस करता तो दूर हो जाती।

फिर सामने आकर ज़ीनत अपनी मोटी गांड रखकर लेट जाती और दोनों पैर उठाकर चुत खोलकर मुझे बुलाती और अपनी उंगलियों से अपनी नाजुक कोमल गुलाबी चुत को मसलने लगती और जब मैं आगे बढ़ता तो जूनि मुझे रोक देती और मेरे सामने सेक्सी ड्रेस पहन कर डांस करने लगती और स्ट्रिप करती हुई अपने कपडे उतारती।

जब मैं किसी एक की तरफ बढ़ता तो दूसरी आकर मुझे रोक देती और मैं मन मासोसता हुआ जाता

और कसमसा कर रह जाता और मेरा लंड खड़ा का खड़ा रह जाता।

तीनो अब एक होकर मुझे सत्ता रही थी और मैं तड़प रहा था पर इस तड़प में मुझे मजा आ रहा था और महसूस होने लगा की अब जल्द ही कुछ धमाकेदार होने वाला है क्योंकि मुझे मालूम था जितना

मैं तड़प रहा हूँ उतना ही ये तीनो भी तड़प रही है क्योंकि इन तीनो को भी तो लंड से चुदने की लत लग गयी थी।

कहानी जारी रहेगी

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