अंतरंग हमसफ़र - रंगरलिया 13

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नई रूममेट का स्वागत
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Part 13 of the 18 part series

Updated 11/08/2023
Created 02/20/2022
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मेरे अंतरंग हमसफ़र-

मेरे दोस्त रजनी के साथ रंगरलिया

UPDATE 13

शीना का स्वागत​

"मिस शीना अब," मिस तनु ने कहा, " नर्स रूबी आपको आपका कमरा दिखायेगी और फिर आपको मेडिकल रूम में ले जायेगी और आपकी मेडिकल जांच पूरी की जायेगी। रात का खाना आठ बजे इसलिए कोशिश करें कि तब तक अपनी चीजें व्यवस्थित कर ले। "

शीना ने अपना सामान उठाया और कर्तव्यपरायणता से सफेद छोटी अस्पताल वाली वर्दी पहने हुई नर्स रूबी का पीछा किया और वह उसे उसके कमरे के पास ले गयी और दरवाजा खटखटया तो उसे नीरा ने खोला और "आप मुझे नीरा कह सकती हैं," गोरी नीरा ने शीना से मित्रवत होने की कोशिश में कहा, जिसे शीना ने नज़रअंदाज़ करने के लिए चुना।

आपको शीना होना चाहिए, मेरी नई रूममेट। "

"ठीक है," शीना ने मुस्कुराते हुए कमरे में कदम रखा। "और तुम नीरा हो।"

पूरे कमरे में नज़र दौड़ाते हुए, शीना ने एक सोफे पर लेटी हुई निशा को देखा।

"और यह निशा है इनसे आप अभी थोड़ी ही देर पहले मिली थी," नीरा ने लड़की से शीना का परिचय कराते हुए कहा। "वह बगल के कमरे में रहती है और जब तक आपको अपना कमरा मिलता है तब तक आपको तदर्थ तौर पर मेरे साथ रहना होगा।"

"नमस्ते निशा," शीना ने मुस्कराते हुए अपने सामान एक टेबल पर रख दिए।

शीना ने दोनों लड़कियों के बारे में जो पहली ख़ास चीज देखी, वह थी उनके कपड़ों की कमी। सुंदर युवा निशा ने केवल एक छोटी पेंटी और एक ब्रा पहनी हुई थी, जबकि नीरा ने अपनी पैंटी के अलावा कुछ भी नहीं पहना था, जिससे उसके स्तन खुली हवा का आनंद ले रहे थे।

"आपको जल्द ही इसकी आदत हो जाएगी," शीना उन्हें जिस तरह से उन्हें देख रही थी, उसे देखकर निशा मुस्कुराई। "कोई भी लड़की कभी भी छात्रावास में इस बेवकूफी भरी वर्दी को नहीं पहनती है।"

निशा ने अपनी छोटी स्कर्ट की ओर देखते हुए मुस्कुराते हुए कहा, " "इस ईमारत में आप भी इसे उतार सकती हैं," नीरा ने सुझाव दिया। "इस इमारत में लड़कियों के अलावा कोई नहीं आ सकता है।"

"क्या यहाँ कोई लड़के नहीं हैं?" शीना से पूछा।

"नहीं," निशा ने अपने लंबे लाल बालों को ब्रश करते हुए कहा। "क्या तुम्हारा कोई बॉय फ्रेंड है?"

"नहीं" शीना मुस्कराई, और साथ-साथ अपनी सफ़ेद कमीज और स्कर्ट को उतार दिया तो उसे देख नीरा को समझ आ गया था कि रजनी क्यों चाहता था कि इस वह लड़की को त्यार करे।

शीना अपनी पैंटी में पूरे कमरे में घूमी और अलमारी खोल कर अपने लिफ़ाफ़े रखने लगी। " तुम सच में बहुत सुंदर हो और तुम पर तो कई लड़के फ़िदा होंगे, प्रिये शीना। मैं शर्त लगा सकती हूँ निशा बोली ।

निशा की टिपण्णी सुन शीना बस बैठ गई, उसका चेहरा चमकदार लाल हो गया था।

नीरा ने अपने सीधे निप्पल को हलके से रगड़ना शुरू कर दिया।

शीना अपने बाकी कपडे भी निकाल दो औरआराम से बैठ जाओ । "

घबराई हुई घुँघराले बालों वाली किशोरी शीना ने जल्दी से रूबी की चौकस निगाहों के सामने अपनी पेंटी उतार दी और उसके उत्कृष्ट रूप से गोल स्तनों के ऊपर गुलाबी निप्पल ऊपर की ओर मुँह उठा कर खड़े हुए थे, शीना का कोमल शरीर चिकना और त्वचा निर्दोष था। उसकी टाँगे पतली लम्बी और सुडौल थी और उसके नितम्ब गोल और दृढ़ थे। उसकी योनी का मोटा उभार घुँघराले काले बालों से ढका हुआ था।

नग्न, शीना गद्देदार सोफे पर बैठ गयी और बोली निशा क्या मैं आपसे कुछ पूछ सकती हूँ?

निशा बोली जरूर?

आप मुझे अपने बॉयफ्रेंड अनूप के बारे में कुछ बताओगी?

निशा शर्मा गयी और बोली मैं और अनूप कई वर्षो से दोस्त हैं और जब मैं यहाँ आने वाली थी तो अनूप मुझे मिला था और उस दिन वह मुझे छोड़ नहीं रहा था क्योंकि मैं अकादमी जा रही थी और उसने मुझे उस दिन खूब चूमा और फिर उसने मेरे टॉप के अंदर हाथ दाल कर मेरे स्तनों को दबाया और मेरी स्कर्ट के अंदर हाथ डाल कर मेरी योनि को भी सहलाया और उसने अपना लिंग मेरे हाथ में पकड़ा दिया था और फिर वह पूछने लगा की हम दुबारा कब मिलेंगे तो मैंने उसे बताया की अब हम कोर्स पूरा करने के बाद ही मिलेंगे । तो वह बोलने लगा वह मुझसे मिलने आएगा । तो मैंने कहा की तब भी ये संभव नहीं होगा क्योंकि अकादमी इस मामले में काफी सख्त है ।

तो अनूप उदास हो गया और फिर कुछ देर बाद बोलै वह मेरे बैगैर नहीं रह सकता क्या ऐसा कोई उपाय नहीं है कि वह भी इस अकादमी में प्रवेश ले कर मुझसे नियमित तौर पर मिल सके तो मैंने कहाँ नहीं ये संभव नहीं है क्योंकि ये अकादमी केवल लड़कियों के लिए है। उसने अपना लिंग मेरे हाथ में पकड़ा दिया था और वह कुछ देर बाद बोला वह अपने लिंग को छुपा कर लड़की बन कर अकादमी में प्रवेश ले लेगा और फिर मेरे साथ मेरे कमरे में रहेगा और दोनों भरपूर मस्तिया करेंगे।

मैं उसकी हिम्मत देखना चाहती थी और उसके दुस्साहस को देख कर हैरान रह गयी थी और फिर वह अगले दिन लड़की की पोषक में मेरे घर आया तो मैं उसे पहचान नहीं सकी और मुझे लगा की वह उसकी बहन मोनिका है इसलिए मैंने सोचा की उसकी थोड़ी छड़ी से पिटाई करवाई जाए ताकि वह कभी दुबारा ऐसी हिम्मत न करे । आगे तो तुम्हे सब पता है और फिर उस कमरे में मौजूद सब लड़किया जोर से हसी और रूबी बोली हाँ अध्यक्ष जी और तुमने उसका अकादमी में भव्य स्वागत किया। उसे निश्चित तौर पर अच्छा सबक मिला होगा!

"क्या आपने कभी चुदाई की है?" और नीरा ने शीना के ओंठो पर चूमते हुए पुछा।

"नहीं," शीना ने स्वीकार किया, उसे अपनी पैंटी में गर्म रस बहता हुआ महसूस हुआ। "मैंने ऐसा कुछ नहीं किया है।"

"कोशिश करना चाहती हो?"

शीना चुप थी और फिर जब निशा ने दुबारा पुछा तो शीना बोली मैं एक लड़की हूँ। चूत के साथ पैदा हुई हूँ और एक दिन तो चुदना मेरी नियति है ।

आपका दीपक

कहानी जारी रहेगी

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