कनाडा में कांड, रूप बनी रांड 03

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टेलर ने बनाई रूप की पहली यूनिफॉर्म।
3.6k words
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Part 3 of the 3 part series

Updated 06/10/2023
Created 06/05/2021
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मंगलवार सुबह विक्रम ने जल्दी उठकर कुछ कॉल किये और वह नहा कर जल्दी तैयार हो गया। आज जो भी होने वाला था उसे सोच कर विक्रम काफी रोमांचित था। रूप 8 बजे तैयार होकर डाइनिंग टेबल पर आ गई, उसने सफेद रंग का सलवार कमीज पहना था जिसमे वो प्रॉपर पंजाबी पटोला लग रही थी। वे नाश्ता कर 9 बजे घर से निकले।

रूप: "विक्रम मेरी यूनिफॉर्म, हम कहाँ जा रहे हैं?"

विक्रम: "रूप मैं एक ड्रेस डिज़ाइनर को जानता हूँ, बहोत अच्छा काम करता है और मेरा अच्छा दोस्त भी है। वह तुम्हारे लिए हर रोज यूनिफार्म तैयार कर देगा।"

रूप: "हर दिन नए कपड़े, इसमे तो बहोत पैसा लगेगा।" रूप थोड़ा कंफ्यूज थी।

विक्रम: "नही सब फ्री है।"

रूप: "फ्री, कैसे?" रूप हैरान थी।

विक्रम: "वो टेलर एक बड़ी फैशन कम्पनी के लिए भी काम करता है और मॉडल्स के कपड़े भी डिज़ाइन करता है। उसे एक परमानेंट मॉडल की जरूरत है जो उसकी डिज़ाइन की ड्रेस में मॉडलिंग की फोटोज़ खिंचवाए उसे इसी शर्त पर फ्री में कपड़े डिज़ाइन करने के लिए मनाया है के तुम उसके लिए उसके डिज़ाइन किए कपड़ो में मॉडलिंग करोगी। उसको फ़्री में मॉडल मिल जाएगी और तुम्हे फ्री में यूनिफार्म।

रूप: "क्या मॉडलिंग, नहीं मुझसे नही होगा मैने ये कभी नहीं किया और मैं तो उसे जानती भी नहीं।" रूप बहोत नर्वस और हैरान थी।

विक्रम: "रूप तुम्हे कहीं जाने की जरूरत नहीं है, उसके बनाए कपड़ो में उसी के स्टोर(दुकान) में फोटोज़ खिंचवानी है। कोई ओर नही होगा बस जो भी ड्रेस होगी उसमें वो खुद तुम्हारी कुछ फोटोस लेगा।"

रूप: "पर में कैसे?"

रूप के सवाल पूरा करने से पहले ही विक्रम ने अपनी उंगली उसके होटों पर रख दी।

विक्रम: "रूप मुझे यकीन है कि तुम ये जरूर कर लोगी। मुझे याद है कि तुमने कहा था कि तुम्हारा मॉडल बनने का सपना था। ये फैसला मैने तुम्हारे इसी सपने को सोच कर किया है। तुम बहोत सुंदर हो ओर एक बहोत अच्छी मॉडल बन सकती हो। ये मौका तुम्हे मिला है तो अब वक्त है कि अपने सपने को पूरा करने की कोशिश की जाए। मुझे तुम पर पूरा यकीन है रूप।"

कुछ देर के लिए दोनों चुप थे और एक दूसरे को देखते रहे। विक्रम की हर बात सच थी पर रूप चुप थी।

विक्रम: "रूप हाँ बोल दो।" विक्रम ने बहुत प्यार से कहा।

रूप: "हाँ विक्रम में करूँगी।"

विक्रम के चेहरे पर अचानक मुस्कान आ गई और उसने खुशी से रूप को गले लगा लिया। रूप थोड़ी नर्वस थी और उसे भी जैसे इसी चीज़ की जरूरत थी और वह भी विक्रम से कस कर लिपट गई। दोनों कुछ देर इसी तरह एक दूसरे से लिपटे रहे। विक्रम की बाहों में रूप सुरक्षित महसूस कर रही थी और उसकी सारी घबराहट दूर हो गई।

10 बजे दोनों डिज़ाइनर के स्टोर पर पहुंच गए। 2 मंजिला उस इमारत को देख रूप जैसे किसी छोटे बच्चे की तरह चहचहा उठी। ग्राउंड फ्लोर पर स्टोर के कांच से अंदर रखी बेहद खूबसूरत ड्रेसस और फर्स्ट फ्लोर पर मॉडल्स के बड़े होर्डिंग और तस्वीरे देख वह बहुत खुश हुई।

विक्रम: "देखा मैंने कहा था ना तुम्हें अच्छा लगेगा।"

रूप: "स्टोर तो बहुत सुंदर है पर मैं अब भी थोड़ी नर्वस हूँ, तुम्हारा दोस्त मेरे लिए तो अनजान है तो थोड़ा डर भी लग रहा है।"

तभी पीछे से आवाज आई।

"विक्रम कैसे हो? बहुत दिनों बाद मिले हो।"

विक्रम: "जेम्स मेरे दोस्त मैं ठीक हूँ ओर तुम बताओ।"

विक्रम और जेम्स दोनों कुम्भ में बिछड़े भाइयों की तरह मिले। विक्रम और जेम्स की अच्छी दोस्ती देख रूप भी जेम्स के लिए थोड़ा सहज होने लगी थी।

(जेम्स विक्टोरिया शहर का ही रहने वाला था ओर शहर का एक मशहूर ड्रेस डिज़ाइनर था। 45 साल की उम्र में भी जेम्स काफी ऊर्जावान और तेज था। 5 साल पहले तलाक के बाद वह अकेला ही रहता था ओर ज्यादातर अपने काम में ही व्यस्त रहता था।)

जेम्स: "तुम जरूर रूप होगी जेम्स ने रूप से हाथ मिलाते हुए पूछा, विक्रम जैसा तुमने बताया था रूप तो उस से भी ज्यादा खूबसूरत है।"

रूप थोड़ा शर्मा गई लेकिन उसे अच्छा लगा कि विक्रम ने जेम्स से उसकी खूबसूरती के बारे में बात की थी।

जेम्स: "तो चले, बहोत काम करना है।"

तीनों जेम्स के फैशन स्टोर के अंदर आ गए। हर और शीशे की चमक, सुंदर ड्रेसस, हील्स, ज्वेलरी, हर तरह का मेकअप का सामान ये सब देख रूप बहोत खुश थी, वह हमेशा से मॉडलिंग की तरफ आकर्षित थी ओर अब भले ही अप्रत्यक्ष रूप से ही लेकिन उसे ये सब करने का मौका मिल रहा था।

जेम्स: "तो रूप तुम अपनी यूनिफॉर्म के सारे रूल्स तो जानती ही होगी?"

रूप विक्रम की तरफ देखने लगी, उसने कॉन्ट्रैक्ट तो पढ़ा ही नहीं था तो उसे किसी भी रूल के बारे में नहीं पता था। जेम्स ने रूप के चेहरे का भाव देख लिया था।

जेम्स: "कोई बात नहीं कुछ सबसे जरूरी नियम मैं फिर से बता देता हूँ।"

1. तुम ऑफिस में वही पहनोगी जो मैं तुम्हे दूंगा, इसके अलावा अपनी तरफ से और कुछ भी नही।

2. मेरे द्वारा दी गई यूनिफॉर्म ओर ड्रेस में तुम अपनी तरफ से कोई भी बदलाव नहीं कर सकती पर अगर विक्रम ऑफिस में तुम्हारी यूनिफॉर्म में कोई बदलाव करना चाहे तो वो कर सकता है जिसे तुम्हें मानना होगा।

( दूसरे नियम में विक्रम द्वारा ड्रेस में बदलाव की बात रूप को कुछ समझ नहीं आई कि आखिर विक्रम उसकी ड्रेस में बदलाव क्यों करेगा? )

3. तुम रोज 8 बजे सुबह पहले यहां आओगी ओर अपने कपड़े बदल कर मेरी बनाई ड्रेस पहनकर 9 बजे ऑफिस जाओगी ओर शाम को वापस यहाँ आकर मुझे वो ड्रेस वापस दोगी।

4. हर सुबह नई यूनिफॉर्म में मैं तुम्हारी कुछ फोटोस लूंगा ओर उसके लिए तुम्हे मॉडलिंग के अलग अलग पोज़ देने होंगे।

5. तुम मेरे लिए मेरी बनाई ड्रेस में मॉडलिंग फोटोस खिंचवाओगी ओर इसके बदले में मैं तुम्हे सारी यूनिफॉर्म फ्री में दूंगा।

रूप ने विक्रम कि तरफ देखा और फिर हामी भर दी।

जेम्स: "10 बज चुके हैं चलो काम पर लगें।"

विक्रम: "रूप में ऑफिस के लिए निकलता हूँ, ऑफिस यहाँ से सिर्फ 15 मिनट की पैदल दूरी पर है जेम्स तुम्हे रास्ता बता देगा।"

रूप विक्रम को रोकना चाहती थी पर पहले ही वह 1 घंटे लेट था। विक्रम भी रुकना चाहता था और रूप को नई ड्रेस में तैयार होते देखना चाहता था लेकिन एक जरूरी मीटिंग की वजह से उसे जाना पड़ा।

जेम्स: "हम्म, रूप चलो शुरू करते हैं। सबसे पहले तुम्हारे फिगर का नाप लेता हूँ फिर देखते हैं कि आज के लिए क्या तैयार करना है। चलो अपने कपड़े उतार कर वहां तीन शीशे लगे हैं उनके बीच खड़ी हो जाओ।"

रूप के पैरों तले जैसे जमीन खिसक गई।

रूप: "क्या कहा, क्या मैं अपने कपड़े उतारु?"

जेम्स: "हाँ, तुम्हारा नाप लेना है ना।"

जेम्स ने बड़ी सहजता से कहा।

रूप: "लेकिन नाप तो मेरे कपड़ों के ऊपर से भी लिया जा सकता है। हर दर्जी ऐसे ही नाप लेता है।"

जेम्स: "रूप में दर्जी नही हूँ, मैं ड्रेस डिज़ाइनर हूँ और उसके लिए हर चीज़, हर नाप का सही होना जरूरी है। तुम्हारे कपड़ो के ऊपर से नाप लेने के से 1-2 इंच का फर्क होगा। ये ड्रेसस मेरे मॉडलिंग प्रोजेक्ट्स में भी इस्तेमाल होंगी तो इनका परफेक्ट होना जरूरी है।"

जेम्स की बात रूप को भी ठीक लगी लेकिन एक अनजान आदमी के सामने नंगी होना उसे बहुत शर्मिंदा करने वाला था।

रूप सामने लगे 3 शीशों के सामने खडी हो गयी और अपनी सलवार कमीज उतार दी।

जेम्स: "रूप पूरे कपड़े, तुम्हारी ब्रा और पेंटी भी।"

रूप: "क्या! नही?"

जेम्स: "रूप मैं एक प्रोफेशनल हूँ, तुम पहली लड़की नही हो। ये नार्मल है, प्लीज मुझे अपना काम करने दो।"

रूप शर्म से लाल हो गई, धीरे धीरे उसने अपनी ब्रा ओर पेन्टी भी उतार दी। सामने लगे 3 मीरर में अपने नंगे जिस्म को देख वो बहुत शर्मिन्दा हुई और अपने छोटे छोटे हाथों से अपने तरबूज जैसे बड़े मम्मे ओर चूत को छिपाने की नाकाम कोशिश करने लगी।

उधर रूप के नंगे जिस्म, बड़े तरबूज, चौड़ी गाँड़ ओर चिकनी चूत को देख जेम्स का लौड़ा 21 तोपों की सलामी देने लगा। जेम्स ने बड़ी मुश्किल से अपने लोडे को शांत किया और इन्च टेप लेकर रूप का नाप लेने उसकी तरफ बढ़ा।

जेम्स: "रूप मैं एक प्रोफेशनल हूँ, विश्वास करो और शर्माओ मत। मैं विक्रम का दोस्त हूँ कुछ बुरा नहीं करूंगा तुम्हारे साथ।

यह सुन रूप थोड़ी सहज हुई ओर अपने हाथ अपनी चूत ओर चूचीयों से हटा कर सीधी खड़ी हो गई।

जेम्स ने इंच टेप से रूप के फिगर का नाप लेना शुरू किया ओर अपनी डायरी में सब लिखने लगा। गला, कंधो की चौड़ाई, बाजू की लंबाई ओर फिर बारी आई उसके मुम्मों को नापने की।

जेम्स: "रूप अपने दोनों हाथ अपनी कमर के पीछे करलो ओर सीधी खड़ी रहो।"

जेम्स ने आदेश देते हुए कहा ओर रूप ने वैसा ही किया।

जेम्स ने रूप की कमर के पीछे से इंच टेप को आगे लाते हुए उसे रूप की चुचियों के ऊपर से आगे की तरफ मिला दिया।

जेम्स: "पूरा सांस अंदर लो।"

रूप की छाती सांस अंदर खींचते ही ओर भी उभर आई लेकिन जेम्स ने इंच टेप को पहले वाली स्थिति में ही रखा जिसके कारण टेप पर पूरी तरह तनाव आ गया।

जेम्स: " अब पूरा सांस बाहर छोड़ो।"

इसी तरह अगले कुछ मिनट तक जेम्स ने इंच टेप से रूप के तरबूजों का नाप लिया। रूप थोड़ी शरमाई हुई थी लेकिन उसने पहली बार किसी को इस तरह से नाप लेते हुए देखा था। शायद इसलिए ही जेम्स इतना फेमस डिज़ाइनर है रूप सोचने लगी। रूप के बड़े स्तनों के नाप से संतुष्ट होकर जेम्स अब नीचे की ओर बढ़ा और उसकी पतली कमर का नाप लिया। रूप की पतली तराशी हुई कमर और उसके ठीक ऊपर ओर नीचे उसके बड़े थन ओर चूतडों का अनुपात हैरान करने वाला था। उसके चूतड़ की नपाई के वक़्त तो जेम्स को नापने के लिए लगभग पूरा इंच टेप ही खोलना पड़ रहा था।

जेम्स: "अपनी टांगे खोल कर खड़ी हो जाओ।"

रूप ने किसी रोबोट की तरह अपनी टांगो के बीच की दूरी बढ़ा दी। जेम्स रूप के पैरों से लेकर जांघो के बीच की लंबाई को मापने के लिए नीचे बैठ गया। क्या नजारा था, रूप की गौरी चिकनी चूत उसके ठीक सामने थी और वह उसकी चूत के अंदर छुपे गुलाबी दाने तक को देख पा रहा था। जेम्स ने रूप के एक टखने पर इंच टेप का शुरआती हिस्सा लगाया और इंच टेप को खोलते हुए दूसरे हिस्से को दबाव से रूप की चूत से सटा दिया। जेम्स के ठंडे हाथ और इंच टेप को अपनी चूत से संपर्क में आने पर रूप थोड़ा चोंक गयी लेकिन साथ ही साथ उसके पूरे शरीर में करंट सा दौड़ गया। उसने नीचे देखते हुए पूछा।

रूप: "जेम्स तुम्हे नही लगता ये इंच टेप का नाप तुमने कुछ ऊपर तक ले लिया है?"

जेम्स: "विश्वास रखो रूप मैं अपना काम जानता हूँ, सब ठीक है।"

लगभग 30 मिनट तक रूप के शरीर का हर हिस्सा नापने के बाद जेम्स अपने टेबल पर जाकर सब कुछ एक दूसरी डायरी में दोबारा नोट करने लगा। सबसे जरूरी तीन नाप छाती, कमर ओर गाँड़ का नाप नोट करते समय उसने तीनों को 1-1 इंच कम करके लिखा ताकि जब रूप की यूनिफॉर्म बने तो वो उसके शरीर के उन भागों पर बिल्कुल टाइट फिटिंग हो और उसका हर एक उभार नजर आ सके।

गाँड़ 42 इंच, कमर 24 इंच ओर बूब्स 38 इंच G कप। जेम्स के 20 साल के कॅरिअर में उसने इस तरह का फिगर पहली बार देखा था। उसने रूप की ओर देखा जो अब भी नंगी मिरर के सामने वैसे ही खड़ी थी और मन ही मन सोचा "ये लड़की तो दिन रात बजाने के लिए ही बनी है।"

जेम्स: "रूप तुम यहाँ बैठ जाओ मैं 10 मिनट में तुम्हारे लिए कोई ड्रेस ढूंढ कर उसे तुम्हारी फिटिंग के लिए तैयार करता हूँ।"

रूप: "जेम्स क्या मैं कपड़े पहन लूं अब?"

जेम्स: "अरे क्यों तकलीफ करती हो बस 10 मिनट की बात है, ऐसे ही बैठ जाओ और ये लो ये जूस ओर चिप्स खाओ तब तक मैं कुछ तैयार करता हूँ।"

जेम्स अपने काम मे व्यस्त हो गया ओर रूप वहाँ कुर्सी पर नग्न अवस्था में ही जूस ओर चिप्स खाने लगी।

लगभग 10 मिनट बाद जेम्स दूसरे कमरे से वापस आया, उसके हाथ में एक लाल रंग की बटन वाली स्लीवलेस शर्ट ओर एक काली स्कर्ट थी।

जेम्स: "चलो शीशे के सामने खड़ी हो जाओ और ये पहन कर दिखाओ।"

रूप: "जेम्स मेरी ब्रा ओर पेन्टी?"

जेम्स: "अरे मैं तो भूल ही गया।"

जेम्स ने अपने काउंटर के नीचे से एक बेहद खूबसूरत लेस वाली ब्रा पेन्टी का सेट निकाल कर रूप को थमा दिया।

जेम्स: "तुम अपनी तरफ से कुछ भी नहीं पहनोगी, हर चीज़ मेरे अनुसार होगी।"

रूप ने हाथ बढ़ाकर वह नई ब्रा ओर पेन्टी ले ली, इतनी सुंदर ब्रा पेन्टी का सेट उसने सिर्फ टीवी पर मॉडलिंग शो में देखा था, लेकिन यह लेस ब्रा पेन्टी बेहद पतले कपड़े की बनी थी और कपड़े के दूसरी तरफ वो अपने हाथ की उंगलियों को देख सकती थी। रूप ने बिना सवाल करते हुए उन्हें पहन लिया ओर अपने आप को शीशे में देख कर वो हैरान रह गई। वह बला की खूबसूरत ओर सेक्सी दिख रही थी हालांकि उस ब्रा ओर पेन्टी से उसकी चुचियों ओर चूत को साफ देखा जा सकता था।

जेम्स: "अब ये शर्ट और स्कर्ट पहन कर देखो।"

रूप ने कुछ ही समय में स्कर्ट ओर शर्ट पहन ली और जेम्स की ओर मुड़ गयी।

जेम्स: "जहाँ खड़ी हो वही मुझे घूम कर दिखाओ।"

रूप ने गुड़िया की तरह घूम कर जेम्स को अपनी ड्रेस की फिटिंग दिखाई।

रूप: "पीछे से स्कर्ट थोड़ी टाइट है शायद।"

उसकी टाइट फिटिंग स्कर्ट में उसकी गाँड़ उभर कर बाहर आ रही थी और ओर भी ज्यादा बड़ी लग रही थी।

रूप: "शर्ट की फिटिंग बिल्कुल ठीक है लेकिन।"

जेम्स: "नही तुमने ठीक उल्टा कहा है, तुम्हारी स्कर्ट की फिटिंग बिल्कुल ठीक है लेकिन शर्ट थोड़ी लूज़ है।"

रूप ने निचे देखा और फिर अपने आप को शीशे में देखा।

रूप: "शर्ट तो ठीक लगी मुझे।"

जेम्स: "रूप डिज़ाइनर मैं हूँ या तुम?"

रूप ने बिना बहस किए चुपचाप अपनी शर्ट उतार कर दे दी। जेम्स स्टिचिंग रूम में जाकर फिर से उस शर्ट की फिटिंग बदलने लगा ओर 5 मिनट के बाद वापस आकर रूप को शर्ट थमा दी।

जेम्स: "अब पहन कर देखो, बिल्कुल सही फिटिंग होगी।"

रूप ने दोबारा शर्ट पहन ली लेकिन अब फिटिंग के बाद शर्ट बहोत ज्यादा टाइट फिटिंग की हो गई थी इतनी टाइट के वह शर्ट का सबसे ऊपर का बटन बंद ही नही कर पा रही थी।

रूप: "जेम्स ये शर्ट तो बहोत ज्यादा टाइट है, देखो मैं सबसे ऊपर का बटन बन्द नही कर पा रही हूं।"

दोबारा फिटिंग के बाद जेम्स ने जैसा सोचा था वैसा ही नतीजा प्राप्त किया। रूप की शर्ट बेहद टाइट थी और मानो ऐसा लग रहा था जैसे ये उसके शरीर का ही हिस्सा हो। उसके शरीर का हर एक उभार नजर आ रहा था खासकर उसके बड़े मम्मे जो बड़ी मुश्किल से उस टाइट शर्ट में समा पाए थे, उसके मम्मों के पास के बटन पर इतना तनाव था के वो कभी भी रूप के बड़े मम्मों के भार के कारण टूट कर उन्हें आजाद कर देता।

जेम्स: "फिटिंग तो बिल्कुल परफेक्ट है लेकिन एक प्रॉब्लम है।"

जेम्स: "तुम्हारी ब्रा की वजह से शर्ट में ऊपर की ओर लाइन्स बन रही हैं जो देखने में अच्छा नहीं लग रहा। ये एक प्रोफेशनल यूनिफॉर्म है तो अंडरगारमेंट्स की लाइनिंग नही दिखनी चाहिए।

रूप: "देखो मैने कहा था ये टाइट है और हाँ शर्ट के ऊपर से अंदर पहनी ब्रा की शेप भी साफ नजर आ रही है जो बिल्कुल भी अच्छी नही लग रही, तुम इसे पहले वाली फिटिंग में ही बना दो जेम्स।"

जेम्स: "नही तुम पहले ही बहुत लेट हो और शर्ट की फिटिंग मे वैसे भी कोई दिक्कत नहीं है, फिटिंग तो वैसी ही है जैसे मैं चाहता था। ये ब्रा की वजह से दिक्कत हो रही है बस।"

रूप: "तो अब?"

जेम्स: "ब्रा उतार दो ओर सिर्फ शर्ट पहनो। ब्रा नही होगी तो ब्रा की लाइन्स भी नही दिखेंगी ओर ऊपर वाला बटन भी बंद हो जाएगा।"

रूप: "क्या बिना ब्रा के पहनु, नही बिल्कुल नहीं।"

जेम्स: "रूप मेरा यकीन करो यही ठीक रहेगा।"

रूप: "लेकिन बिना ब्रा के कैसे, वो भी आफिस में।"

जेम्स: "रूप सबको तुम्हारी ड्रेस बहुत पसंद आएगी मुझे पक्का पता है, अगर तुम्हे कोई भी परेशान आई तो कल से जो तुम बोलोगी मैं वैसा करूँगा।"

थोड़ी देर सोचने के बाद रूप ने घड़ी की ओर देखा जिसमे 12 बज चुके थे वो हर हाल मैं लंच टाइम 1 बजे से पहले आफिस पहुंचना चाहती थी। जेम्स एक मशहूर डिज़ाइनर है उसने जरूर कुछ सोच कर ही कहा होगा एक बार ट्राई तो कर ही सकती हूं वरना कल से जेम्स को अपनी पसंद के कपड़े बनाने को बोल दूंगी।यही सब सोचते हुए रूप ने ब्रा उतार कर बिना ब्रा के ही शर्ट पहन ली। जेम्स सही था बिना ब्रा के शर्ट के ऊपर वाला बटन आसानी से बंद हो गया था। रूप जेम्स की ओर मुड़ी ओर पूछा।

रूप: "सब ठीक तो लग रहा है ना, बिना ब्रा के थोड़ा अजीब तो नहीं लग रहा?"

रूप को देखते ही जेम्स के तो जैसे होश ही उड़ गए। उसकी बेहद टाइट शर्ट में उसके बड़े थन बाहर आने की लड़ाई लड़ रहे थे, शर्ट के बटनों पर इतना तनाव था मानो लग रहा था जैसे अभी टूट कर रूप के स्तनों को आजाद कर देंगे। रूप की चुचियां उसकी शर्ट के कपड़े को किसी गोली की तरह भेदने की कोशिश कर रही थी, उसकी गोल चुचियों की शेप शर्ट के कपड़े से साफ झलक रही थी। जेम्स के लौड़े में खून का बहाव चरम पर था और वह उसकी पेंट के अंदर किसी तोप की तरह तन गया, गनीमत रही कि जेम्स टेबल के पीछे बैठा था और उसकी पेंट में बना तंबू रूप नही देख पा रही थी।

रूप: "जेम्स, कहाँ खो गये?"

रूप कि आवाज सुन जेम्स अपनी हवस की दुनिया से बाहर निकला।

जेम्स: "बहुत सुंदर दिख रही हो रूप, ये यूनिफॉर्म तुम पर बहुत जँच रही है।"

रूप: "ठीक है तो अब मैं चलती हूँ, काफी वक्त हो गया है।"

जेम्स: "मेडम अभी काम पूरा नहीं हुआ, मेकअप ओर हैरस्टायल तो बाकी है।"

रूप: "मेकअप, हैरस्टायल?"

जेम्स: "भूल गयी तुम विक्रम की ऑफिस अस्सिस्टेंट के साथ साथ अब मेरी मॉडल भी हो।"

रूप: "ओह हां, ठीक है जल्दी करो।"

रूप मेकअप टेबल पर बैठ गयी। जेम्स ने अपने काउंटर से एक मेकअप कैटलॉग निकाला और उसमे से पोर्नस्टार्स ओर कोठे वाली रांडो वाला एक मेकअप लुक चुना ओर उसे दोबारा काउंटर में रख कर रूप के मेकअप टेबल पर जाकर उसका मेकअप करने लगा। लाल सुर्ख लिपस्टिक, गुलाबी मस्कारा, नकली पलकें, लंबे झुमके। हैरस्टायल के लिए उसने रूप के बालों को हाई पोनीटेल में बांध दिया। अगर कोई रूप को पीछे से घोड़ी बनाकर चोदता तो वह इस पोनीटेल को एक हैंडल की तरह इस्तेमाल कर दनादन उसकी चूत या गाँड़ मार सकता था। मेकअप ओर हैरस्टायल पूरा होने के बाद रूप ने अपने आप को कांच में देखा ओर उसे यकीन ही नहीं हुआ के ये सच में वह खुद थी। उसका हेवी मेकअप, लम्बे झुमके, लिपस्टिक, हैरस्टायल सब परफेक्ट था और वो बहोत सेक्सी दिखाई दे रही थी।

रूप: "जेम्स ये मेकअप ऑफिस के लिए कुछ ज्यादा नहीं हो गया?"

जेम्स: "ये कनाडा है रूप यहां सब चलता है, अब ये हील्स पहन लो।"

रूप 4 इंच हाई हील्स को देख थोड़ा नर्वस हो गई उसने कभी भी इतनी हाई हील्स नही पहनी थी। काले रंग की हाई हील्स जिसे टखने पर बांधने के लिए एक स्ट्रेप था। रूप ने हील्स पहन ली।

रूप: "मैने पहले कभी इतनी हाई हील्स नही पहनी।"

जेम्स: "कोई बात नही तुम यही पर थोड़ा चलने की पैरेक्टिस कर लो।"

रूप खड़ी हुई ओर स्टोर में ही हील्स में चलने लगी। इतनी हाई हील्स में संतुलन बनाने के लिए उसे अपना पॉस्चर (खड़े होने का ढंग) थोड़ा बदलना पड़ा जिसमे उसे अपनी गाँड़ थोड़ी पीछे ओर छाती थोड़ी आगे की ओर निकल रही थी और ओर भी ज्यादा बड़ी लग रही थी। हील्स की टक टक की आवाज किसी मधुर संगीत की तरह थी। हील्स में चलते हुए पीछे से उसकी गाँड़ ओर भी मटक रही थी मानो चोदने का न्यौता दे रही हो और उसके मुम्मे बिना ब्रा के हर कदम पर किसी बास्केटबॉल की तरह उछल रहे थे। रूप किसी पोर्न फिल्म में दिखाई जाने वाली सेक्सी ऑफिस सेक्रेटरी लग रही थी।

जेम्स: "ठीक है अब थोड़ी फोटोज ले लूं फिर तुम जा सकती हो।

जेम्स रूप को फर्स्ट फ्लोर पर बने फोटो स्टूडियो में ले गया1और उसे लाइटिंग के सामने खड़ा कर दिया।

जेम्स: "चलो शुरू करें, नर्वस मत हो तुम अच्छा करोगी।"

जेम्स रूप की तस्वीरे लेने लगा और उसे अलग अलग पोज देने को बोलने लगा। "मुङो, स्माइल, थोड़ा झुको, थोड़ा और झुको, सीना थोड़ा बाहर करो, पीछे की ओर मुङो ओर झुक कर अपनी हील्स को पकड़ो।"

इसी तरह जेम्स ने अगले 10 मिनट रूप की बेहद सेक्सी फोटोस ली।

जेम्स: "रूप तुमने कमाल कर दिया, शाबाश।"

रूप अपनी तारीफ सुन बहोत खुश हुई। जेम्स ने रूप के मोबाइल में मैप खोलकर उसमे आफिस की लोकेशन डाल उसे रास्ता बता दिया। जाते हुए जेम्स ने रूप को एक छोटा सा हैंडबैग दिया जिसमें उसकी जरूरत की सारी चीजें जैसे पानी, मेकअप का थोड़ा समान, परफ्यूम, एक छोटा शीशा आदि थे।

रूप ने जैम्स को अलविदा कहते हुए आफिस की ओर कदम बढ़ा दिए।

रूप के जाते ही जेम्स ने विक्रम को फोन किया।

जेम्स: "हेल्लो विक्रम रूप यहाँ से निकल चुकी है प्लान के लिए रेडी रहो।"

विक्रम: "ठीक है जेम्स हमने सब तैयारी कर ली है, उसके आने का इंतजार है बस।"

(रूप के साथ आफिस में क्या होने वाला है, क्या सबको उसकी यूनिफॉर्म पसन्द आयगी? पढ़िए अगले हिस्से में।)

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