अंतरंग हमसफ़र भाग 245

Story Info
44 यौन शिक्षा प्रक्टिकल 7 क्या मैं अन्दर आ सकता हूँ?
2.9k words
0
42
00

Part 245 of the 342 part series

Updated 03/31/2024
Created 09/13/2020
Share this Story

Font Size

Default Font Size

Font Spacing

Default Font Spacing

Font Face

Default Font Face

Reading Theme

Default Theme (White)
You need to Log In or Sign Up to have your customization saved in your Literotica profile.
PUBLIC BETA

Note: You can change font size, font face, and turn on dark mode by clicking the "A" icon tab in the Story Info Box.

You can temporarily switch back to a Classic Literotica® experience during our ongoing public Beta testing. Please consider leaving feedback on issues you experience or suggest improvements.

Click here

मेरे अंतरंग हमसफ़र

आठवा अध्याय

हवेली नवनिर्माण

भाग 44

व्यावहारिक यौन शिक्षा प्रक्टिकल 7- क्या मैं अन्दर आ सकता हूँ?

उसकी टांगों को खोल कर उसकी चूत में उंगली करने लगा ंतो हेलेन की सिसकारियों में 'उन्ह आह... मर गई!' की आवाजें भी निकलने लगी थीं। ईईईईईईई! ओह! ओह! आआईईइ! "

मैंने उसको अपनी तरफ खींच लिया। कुछ देर बाद उसने कहा-दीपक अब मुझे चोद दो!

मैंने लिंग को हेलेन की चूत में प्रवेश करने से पहले उसकी चूत के दरवाजे पर लंड से दस्तक देकर खटखटा कर पूछा-क्या मैं अन्दर आ सकता हूँ? लंड को उसकी चूत फंसा कर मैं उसकी चूत के होंठों में रगड़ने लगा।

हेलेन ने हाथ बढ़ाकर वहाँ राखी क्रीम की शीशी लेकर जल्दी से थोड़ी क्रीम लंड पर लगाई और फिर ढेर साड़ी क्रीम अपनी योनि के छेद पर भी लगा दी।

जब हेलेन की उंगलिया चूत पर क्रीम लगा रही थी तो वह आह! ऊंह! करती जा रही थी और उसका शरीर हिचकोले खा रहा था। यह सब दर्शा रहा था कि वह अब पूरी उत्तेजित और लंड लेने के लिए तैयार है। मैं उस समय जेन को किश करते हुए उसके स्तन दबा रहा था।

फिर हेलेन ने धीरे से मेरा लंड उसकी योनि की फांकों के बीच लगा दिया और अब वह अपने आप को लंड के प्रवेश के लिए तैयार कर चुकी थी। उसने अपनी जांघें थोड़ी-सी और खोल दी और मेरे लंड का काम आसान कर दिया।

फिर हेलेन ने चूत में लंड लेने के लिए आगे की तरफ से अपनी योनि को मेरे लिंग पर दबाया और कहा-आ जाओ अन्दर।

मैंने मेरा लंड जब ठीक से सेट हो गया तो वह कराह उठी-आआ आहह... फिर मैंने हेलेन की कमर जोर से पकड़ ली और एक धक्का लगा दिया। ठीक उसी समय हेलेन के हाथ मेरे नितम्बो पर आये और उसने भी दबाब मेरे नितबो पर लगा दिया। इस दोहरो जोर से मेरा लंड बिना किसी रुकावट के एक ही झटके में अन्दर प्रवेश कर गया।

मैंने उसकी कमर की कस कर पकड़ी औऱ एक ही झटके में लंड को चूत की तंग गुफा की गहराई में तेजी से पूरा ठोक दिया। लंड ने हेलेन की चूत में प्रवेश करके चूत का किला भेद दिया।

एक तेज चीख पूरे बाथरूम में गूँज उठी-उईईईईईईई! ओह! धीरे, आह!

उसकी चीख निकलते ही मैंने उसके मुँह पर अपना मुँह लगा कर उसे चूमा और उसकी तेज आवाज को दबा दिया। लेकिन उसने मुझ से दूर होकर लंड निकलने की नाकाम कोशिश की। मैंने अपने हाथों से उसकी कमर छाती और नितम्बो को ऐसे कस कर जकड़ा हुआ था कि वह निकालना तो दूर, हिल भी न सकी।

"ईईईईईईइ! आह! ओह! प्लीज आह!" वह इतना ही मेरे मुँह में गु-गु करते बोल पायी।

लंड पूरा अंदर समा गया और मेरेी गेंदे उसकी योनि के ओंठो के टकराई। कुछ देर बाद हेलेन ने एक हाथ अपने योनि क्षेत्र में डाल कर मेरे लंड और योनि को टटोलने की कोशिश की लंड पूरा अंदर गया है कि नहीं। हेलेन ने मेरे अंडकोषों को छुया तो उसे एहसास हुआ की अब पूरा लंड उसकी योनि के अंदर है। उसे विश्वास ही नहीं हो रहा था कि इतना लंबा और मोटा लंड पूरा उसके अन्दर चला गया है। लेकिन अब छु कर देखने के बाद अविश्वास का कोई कारण नहीं था।

मैंने हेलेन के चेहरे पर हलके दर्द के भाव देखे मैं उसकी हालत समझ सकता था। उसे थोड़ा दर्द तो जरूर हो रहा था पर अब वह असहनीय नहीं था। 2-3 मिनट में लंड अपने ठिकाने में सेट हो जाएगा। चूत की मासपेशिया संयोजित हो जाएंगी तो यह दर्द छू मंतर हो जाएगा और उसे चूमने लगा और जैसे ही हेलेन ने कुछ देर बाद उसे छूटने का प्रयास बंद किया और अपने योनि क्षेत्र को मेरे लिंग पर दबाया तो मैंने बिना वक़्त गंवाए, बिना रुके ताबड़तोड़ तेज और जोरदार धक्के मार कर चूत की खुदाई कर डाली।

हेलेन के मुँह से 'आआहह... आह... गई आह आराम से करो...' मैं साथ-साथ अपने छाती पर उसके बूब्स दबाने लगा। तो उसने छूटने का प्रयास बिलकुल बंद कर दिया तो मैंने उसको कहा-" अपनी जीभ मेरे मुँह में दोl' उसने दे दी। मैं उसकी जीभ को चूसने लगा। जब वह मेरा साथ देने लगी तो ने अपनी पकड़ थोड़ी ढीली की और उसकी चुचियों को मसलने लगा और वह मादक आवाजें निकालने लगी, आह उह आह की आवाजें टॉयलेट के कमरे में गूंज रही थी, फिर मैंने मोमो को चूसना शुरू कर दिया उसके बूब्स कड़क हो गए थे और निप्पल खड़े हुए चूसने के लिए आमंत्रित कर रहे थे। मैंने चूचियों को चूसा और दांतो से कुतरे तो हेलेन कराह उठी आह! यहहह! आह!

मैंने अपने तेज धक्कों को रोका मैंने हेलेन के मुँह को फिर से अपने मुँह में; लिया उसकी कमर पकड़ ली। फिर पूरी गति से तेज-तेज धक्के मार कर लंड को उसकी चूत की खाई में ठोकने लगा। मैंने भी तेज धक्का मारा और उसकी कमर छोड़ दी। मेरे छोड़ते ही वह पीछे हुई और उसकी कमर दीवार से सट गयी । उसने अपने हाथ से पकड़ कर मुझे अपने ऊपर खींच लिया। तो मैं भी उसके होंठों को स्मूच में चूमने लगा।

मैंने थोड़ा नीचे होकर पहले तो उसकी गर्दन पर एक चुम्बन लिया और फिर एक हाथ से उसके एक उरोज को पकड़ कर धीरे-धीरे मसलना चालू कर दिया।

मैंने उसकी गर्दन पर चुम्बन लेते हुए उसके हाथ ऊपर उठा कर उसकी बगलों को भी चूमना शुरू कर दिया। हेलेन के शरीर में रोमांच दौड़ने लगा।

उसकी चूत में मैंने अभी उंगली अन्दर डाली ही थी कि हेलेन ने दूसरे हाथ से मेरे हाथ पर धक्का देरे हुए चूत से उंगली बाहर कर दी और मेरे हाथ पाने स्तनों पर ले गयी और फिर झट से लंड पकड़ कर अपनी चूत पर लगा लिया।

अभी मैं कुछ समझ पाता कि उसने नीचे से अपनी कमर उचकाई और लंड को निगल लिया; मेरे लंड ने योनि के अन्दर एक बार हिल कर चुंबन लिया तो हेलेन की चूत ने भी संकुचन कर जवाब दिया। अब लंड और चूत की गहरी दोस्ती हो गयी थी। फिर मैंने अपने नितम्बों को थोड़ा-सा हिलाया। लंड थोड़ा-सा बाहर निकाला और फिर से अन्दर घुस गया। हेलेन की हलकी से कराह निकल गई। अब उसकी योनि लंड् के लिए समायोजित हो गयी थी।

मैंने उसके शानदार गोल नितम्बो के गालों को पकड़कर धीरे-धीरे धक्के लगाने शुरू कर दिए। पहले तो वह कराह उठी और जैसे ही मेरी जांघें उसके योनि क्षेत्र से टकराती तो फच्च की आवाज आती उस बीच में मैं उसके स्तनों पर और गर्दन पर चुम्बन भी लेता जा रहा था। अब तो हेलेन ने भी अपने नितम्ब हिलाने शुरू कर दिए थे।

फिर हेलेन ने नीचे से अपनी कमर से तेज-तेज आगे पीछे कर धक्के लगाने लगी। मैंने उसके धक्कों के साथ मैंने भी उसकी ले-ले मिला कर धक्के लगाने शुरू कर दिए।

लेकिन फिर कुछ देर के बाद मैंने पूछा कि मज़ा आ रहा है। फिर वह बोली कि हाँ बहुत मज़ा आआआआ! रहा है ।हाईईईईई! म्म्म्मम! और फिर वह मजे ले-ले कर किलकारियाँ मारने लगी। फिर कुछ देर के बाद मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी। अब वह पूरी मस्ती में थी और मस्ती में मौन कर रही थी अआह्ह्ह आाइईई और करो, बहुत मजा आ रहा है। । अब में अपनी स्पीड धीरे-धीरे बढ़ाता जा रहा था हा, मेरे राजा मेरे सपनो के राजकुमार राआआजा, आईसीईई, चोदो और जोर से चोदो। आआआआ और ज़ोर से, उउउईईईई! माँ, आहह! हाँ, अब ऐसे ही, वह कराह रही थी।

हेलेन के धक्कों से मुझे उसकी चूत के अंतिम छोर तक लंड डालने के लिए ज्यादा बल मिल रहा था।

अपनी पीठ पर हेलेन के नाखूनों की पकड़ से पता चल रहा था कि हेलेन को कितना मजा आ रहा है।

-ओह जोर से करो-करो तेज ओह्ह्ह... उफ़्फ़ आहहह!

वो मादक आवाज करती रही और उसकी योनि मेरे लंड की मालिश करने लगी। मैं उसके रसीले होंठ चूमते हुए उसकी ठोड़ी को चूमने लगा।

इसी तरह चूमते हुए मैं उसकी गर्दन से होते हुए उसके कान के पास पहुँच गया और उसके कान की लटकन को अपनी जीभ से सहलाने लगा। उसकी इस्स-इस्स की आवाज बढ़ने लगी थी।

कुछ देर बाद मैंने उसके कान की लटकन को अपने होंठों में लेकर चूसा और उसके पूरे कान पर अपनी जीभ से गुदगुदी करते हुए अपने लंड से हेलेन की चूत को गहराई तक चोदने लगा।

हेलेन भी चुदाई के मीठे-मीठे दर्द से मजे लेती हुई अपनी कमर चला रही थी।

वो लंड को चूत की अंतिम गहराइयों में लेती हुई बोली-आह!... चोदो मुझे, आज इस चूत को निचोड़ दो... आह मेरी चूत प्यासी है करो जोर-जोर करो तेज करो और जोर से ।

मेरी गर्दन पर चाटते हुए वह अपनी गर्म सांसें छोड़ने लगी। मैं भी प्रेम से भरे अपने तेज धक्के उसकी चूत में मारता रहा।

फिर कुछ देर के बाद मैंने महसूस किया कि मेरा लंड पानी से भीग रहा है। अब वह भी अपना पानी छोड़ने वाली थी, अब वह अपनी कमर और नितम्ब हिला कर चिल्ला रही थी और बडबड़ा रही थी आहहहहहह और चोदो और फिर कुछ देर के बाद वह बोली हाए मेरे राजा में झड़ने वाली हूँ और फिर मैंने उसकी गांड पकड़कर अपनी स्पीड बढ़ा दी, मैं बीच-बीच में उसके स्तनों की दबा रहा था और उसके स्तनों और निप्पलों को भी मसल रहा था।

कुछ देर उसकी चूचियों को अपनी हथेली में भर कर दबाते हुए मैं उसकी चूत में धक्के देता रहा। हेलेन अपनी चरम उत्तेजना पर पहुँच गई थी। हेलेन का शरीर थोड़ा-सा अकड़ा और वह झटके से खाने लगी और अपने नितम्बों को जोर-जोर से आगे पीछे करने लगी।

मैंने उसकी कमर को कसकर पकड़ लिया और 4-5 धक्के जोर से लगा दिये। मुझे लगा मेरे लंड के चारों ओर एक चिकनाई-सी लिपट गई है और अब लंड आराम से अन्दर बाहर होने लगा है। हेलेन की योनि ने चूतरस छोड़ दिया था। लंड अभी भी उसकी योनि के अंदर था। उसने अपने हाथ ऊपर करके मेरे गले में डाल लिए। मैंने एक हाथ से उसकी कमर को पकड़े रखा और दूसरे हाथ से उसके स्तनों को मसलने लगा और साथ में मैं उसके ओंठ चूस रहा था।

हेलेन ने अपनी टाँगे चिपका ली और मेरे लंड को अपनी योनि में जोर से भींच लिया; में उसे लगातार धक्के लगा रहा था और फिर में ऐसे ही 5 मिनट तक उसको उसी पोज़िशन में चोदता गया।

तो उसीकी मीठी सीत्कार निकल गई "ईईईईईईईई!"

कुछ देर बाद हम दोनों चुदाई का आसन बदलने के लिए रुके।

फिर लंड अंदर ही डाले हुए मैं कमोड की सीट पर बैठ गया हेलेन का नंगा बदन मेरे ऊपर आ गया। हेलेन ने मुझे अब भी नहीं छोड़ा और वह मेरे गालों, होंठों और गले पर बेतहाशा चुम्बन लिए ही जा रही थी। अब उसने अपने दोनों पैर मेरी कमर के दोनों और कर लिए और अपनी योनि को मेरे लंड पर घिसने लगी।

हेलेन ने अपनी चूत को लंडसवारी करवाने के लिए चूत के छेद में लंड को सैट किया और 'आहहह...' की आवाज करती हुई लंड पर बैठ गई. चूत के अन्दर लंड को सही से सैट करते हुए उसने मेरी छाती पर अपनी दोनों हथेलियों को रखा और लंडसवारी करते हुए अपनी कमर चलाने लगी।

मैंने कई बार उसके कूल्हों को अपनी मुट्ठी में भर कर दबाया। फिर अपने एक हाथ में दबे कूल्हे को छोड़ा और उसकी चूची को दबाया।

फिर निप्पल को उंगली और अंगूठे के बीच में ले कर रगड़ा।

हेलेन ने भी अपनी स्पीड बढ़ाते हुए थप-थप थप की आवाज करती हुई लंड सवारी शुरू की।

मैं उसके दोनों चूचकों को अपने दोनों हाथों की उंगली अंगूठे के बीच लेकर दबाते हुए चूचकों को खींचते हुए रगड़ने लगा। कुछ देर बाद हेलेन ने तेजी से उग्र होते हुए, अपने चूतड़ को ऊपर नीचे चलाना शुरू कर दिया।

हेलेन 'आह... आहह...' भरी आवाज में उफनने लगी। मैंने एक हाथ से उसकी कमर-कमर पकड़ ली। हेलेन अब उकड़ू होकर मेरे ऊपर बैठ गई और जोर-जोर से मेरे लंड पर उछलने लगी। यह उसकी यौन उत्तेजना की पराकाष्ठा थी। उसके बाल चहरे पर फ़ैल गए।

मैंने उसकी कमर को पकड़ लिया और उसे सहारा देते हुए ऊपर नीचे होने में मदद करने लगा।

"आह! ये क्या जादू किया है आह! ईईईईईईइ!" हेलेन ने झुककर मेरे होंठों को फिर से चूम लिया और मेरे से चिपक गयी और फिर से मेरे होंठों को चूमते हुए मेरे सीने से लग गई।

हेलेन ने अब अपनी जांघें जितना हो सकता था चौड़ी कर ली। इससे मेरे लंड को और सुविधा हो गई थी। अब मैंने अपने नितम्ब उठा कर जोर-जोर से धक्के लगाने लगा था।

अब हर धक्के के साथ उसके नितम्ब पहले तो ऊपर उठते और फिर मेरे अंडो से लगते तो फच की आवाज निकलती।

हेलेन ने अपने दोनों टाँगे मिला कर जोर से योनि को कस लिया। मैंने फिर कसकर उसकी कमर पकड़ कर ऊपर को धक्के लगाने शुरू कर दिए। योनि कसने से मेरा मजा बढ़ गया ।

वो उस समय बहुत मादक लग रही थे उसके गीले रेशमी सुनहरे बाल चारो तरफ फ़ैल गए थे हेलेन उन्हें पीछे करते हुए कभी मेरी छाती पर अपने हाथ रख देती थी। कभी मुझे बहो में जकड कर अपने और खींचती थी। कभी मेरे कंधो पर हाथ रख कर दबा कर कहती थी और जोर से और जोर से चोदो मैंने भी अपने चूतड़ उठा कर चुदाई करना जारी रखा और उसने उसी ताल में मेरा पूरा साथ दिया। मेरा लंड जब उसकी चूत के अंदर पूरा समां जाता था तो उसकी नस्ती भरी आह निकलती थी और वह सिहर जाती थी और सिसकने लगती थी। उसके बाद हेलेन मेरे ऊपर झुक गयी और हम लिप किस करते हुए लय से चोदने में लग गए.।

उसने एक हाथ मेरी गर्दन के पीछे डाल कर खींचा और अपना निप्पल मेरे मुँह में देकर बोली-चूसो मेरी चूचियों को, काटो इन्हें।

मैंने निप्पल मुँह में भर कर चूसते हुए अपने धक्कों की गति बढ़ा दी और हेलेन को गोदी में बिठाए हुए कूल्हे पकड़ कर लंड अन्दर बाहर करता रहा।

उसने मेरे घुटनों पर अपनी हथेलियों और उंगलियों से कस कर पकड़ बनाई और अपनी गांड ऊपर नीचे, आगे पीछे करती हुई चुदने लगी।

फिर मैंने उसी आसान में हेलेन के पकड़ कर उसे पीछे की तरफ खींचा और नीचे से धकापेल करता हुआ उसकी दोनों चूचियों को दबाने लगा।

कुछ देर बाद मैंने लंड एंड डाले हुए हेलेन को गोद में उठा लिया और डॉ क्रूज़ मेरी आंखों में झांकती हुई, होंठों को चूमते हुए अपनी कमर चलाने लगी।

मैंने अपने हाथों से उसके चूतड़ ऊपर किए और नीचे से तेज-तेज धक्के मार कर अपना लंड उसकी चूत में अन्दर तक देने लगा।

हर धक्के के साथ हेलेन की चीख भरी सिसकारियाँ शुरू हो गईं।

कुछ देर बाद हेलेन गोद में से उत्तरी और वाश बेसिन पर झुक कर घोड़ी बन गई।

मैं भी उसके पीछे खड़ा हुआ और उसकी चूत में लंड डालकर उसके बालों को घोड़ी की लगाम की तरह पकड़ कर, घुड़सवारी करते हुए हेलेन की चुदाई करने लगा।

हर धक्के पर उसके मुँह से निकलता-आह शाबाश! कुमार... चोदो जोर से... और तेज और तेज-तेज चोदो ।

बाद में हेलेन का बदन कांपने लगा, ऐसा लगा मानो अब उसकी चूत झड़ने वाली है।

इधर में भी अपनी चरमावस्था के नजदीक पहुँचने वाला था।

मैं उसके ऊपर से हटा, हेलेन को सीधा फर्श पर लिटा दिया, उसकी टांगों को खोल कर चूत चौड़ी की और आधा लंड उसकी चूत में डाल दिया।

उसके घुटने मोड़े और उसकी जांघों को अपनी हथेली से दबा कर उसके घुटने उसकी चूचियों में लगा कर धक्के देना शुरू कर दिया।

हेलेन ने मुझे गर्दन में हाथ डाल कर अपनी और खींचा और मेरे होंठों को अपने होंठों में दबोच कर जोश में मेरे होंठ चूसने लगी। उसने अपनी जीभ मेरे मुँह में डाल दी।

मैंने उसकी जीभ चूसते हुए खींची और तेज-तेज उसकी चुदाई करने लगा।

कुछ देर बाद हेलेन ने अपनी बाजुओं को मेरी पीठ पर कस लिया और मुझे अपने अन्दर खींचती हुई बोली-आह और तेज... और तेज चोदो। मैंने भी झटके बहुत तेज कर दिए क्योंकि अब मैं भी झड़ने वाला था।

हेलेन भी नीचे से अपनी गांड चला कर मेरे लंड को अन्दर तक लेने लगी थी।

नीचे से गांड चलाते हुए उसकी स्पीड बहुत तेज हो गई थी।

तभी हेलेन चुदती हुई चीखकर कराही-आह्ह... ओह्ह... कम ऑन बेबी... फक... आह्ह... फक मी... आह्ह... यस... आह्ह... ओह्ह... फक... आह्ह फक मी फास्ट... उईई मांआआ मैं मरी रे... उईई ईईई! और हेलेन कांपती हुई झड़ गई।

इधर मैं भी अपनी चरम सीमा पर आ गया और बीस पच्चीस ताबड़तोड़ धक्कों के बाद अपने लंड को हेलेन की चूत के अन्दर तक के अंतिम छोर में ठोक दिया।"हेलेन मेरी जान। क्या तुम भीगने के लिए तैयार हो?"

"मेरे राजा मेरे प्यारे मैं तो कब की प्यासी हूँ मुझे सींच दो। आह! ईईईईईइ!" हेलेन की योनि ने संकोचन शुरू कर दिया।

और फिर मैंने भी एक हुंकार लेते हुए उसकी योनि में अपने वीर्य की पिचकारियाँ मारनी शुरू कर दी।

हम दोनों का स्खलन एक साथ हो गया था। मैं झुककर हेलेन से चिपक गया। हेलेन ने अपने पैर थोड़े पीछे करते हुए पसार से दिए। हेलेन की योनि अब भी संकोचन कर रही थी जैसे मेरे वीर्य का एक-एक करता चूस लेना चाहती हो। मैंने उसके कंधे पकड़ कर लंड की तरफ नीचे को दबाया और उसके शानदार नितम्बो के गालों को पकड़कर, मैंने उसकी योनि में जोर से धक्का और उसकी योनि की अपने वीर्य की आखिरी बूँद से भर दिया। हम दोनों एक साथ झड़ गए और एक तेज कराह के साथ उसकी चूत में झड़ते हुए हेलेन के ऊपर ही निढाल होकर पसर गया।

कुछ देर बाद हम दोनों नहाकर कर बाथरूम से बाहर आ गए।

जारी रहेगी ।

Please rate this story
The author would appreciate your feedback.
  • COMMENTS
Anonymous
Our Comments Policy is available in the Lit FAQ
Post as:
Anonymous
Share this Story

Similar Stories

Marina Guy gives hot Brazilian girl lessons in lust.in Interracial Love
College Lineup, Too! Human Sexuality 101.in Humor & Satire
Final Vows Ch. 01 Young nun is shown what she is about to give up.in First Time
The Winding Staircase Paul finds his first time up the staircase.in First Time
The Iceman's Wrath His icy ways are ending-starting with his daughter's friends.in Mature
More Stories