अंतरंग हमसफ़र भाग 244

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व्यावहारिक यौन शिक्षा प्रक्टिकल 6 जल और ऊर्जा संरक्षण
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Part 244 of the 342 part series

Updated 03/31/2024
Created 09/13/2020
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मेरे अंतरंग हमसफ़र

आठवा अध्याय

हवेली नवनिर्माण

भाग 43

व्यावहारिक यौन शिक्षा प्रक्टिकल 6- जल और ऊर्जा संरक्षण

इस तरह उसे अपने पास नग्न पाकर मेरा खुश, उत्साहित और उत्तेजित लंड थोड़ा और तन गया। मुझे मालूम था उसके साथ इन हालात में अगले पाँच सेकंड में मेरा लंड लगभग 120 डिग्री तक तन जाने वाला था। उसकी अभिव्यक्ति अनमोल थी और वह दिल से हँसी, फिर मेरे चारों ओर बाहें लपेटी और मेरे साथ चिपक गयी। उसके नुकीले स्तनों ने अलग-अलग चुभन की अनुभूति पैदा की। वह स्पर्श करने के लिए गर्म थी और इस गर्म से गर्मतर क्रिया ने मुझे बहुत गर्म कर दिया।

उसने तर्क दिया मैं पर्यावरण संरक्षण के अगले पाठ का पूर्वाभायास कर रही हूँ हैं जो ऊर्जा और जलसंरक्षण से सम्बंधित हैं। तो जल संरक्षण के लिए इससे बेहतर और क्या हो सकता है कि हम सांझा स्नान करे? ऐसा नहीं है कि हम डेटिंग कर रहे हैं या कुछ रोमांटिक कर रहे हैं। न ही आपने मुझे ऐसा कुछ करने के लिए मजबूर किया है। मैं आपकी शिक्षक हूँ और आपको ऊर्जा और जलसंरक्षण जीवन शैली सीखाने के एक भाग के रूप में खुद को साफ करना सिखाने जा रही हूँ।

तो मैंने भी उसी अंदाज में कहा "डॉ क्रूज़ हमारे अगले पाठ कब शुरू हो सकते हैं?"

"तकनीकी रूप से, जितनी जल्दी करेंगे उतना बेहतर होगा," उसने कहा। "

मैंने उसे छुआ, उसने मेरी ओर टकटकी लगाकर देखा और मैंने पूछा। "हम कहाँ से शुरू करें?"

हेलेन समझ गयी अमिअँ उसे फिर से चूमने वाला हूँ। कामवासना उग्र होने लगी थी लेकिन उसमें मौजूद शिक्षिका इसके लिए तैयार नहीं थी। शिक्षिका क्या उसमें मौजूद महिला भी तैयार नहीं थी और फिर उन्हें मुझसे अपने प्रयोग ठीक से करने भी सिखाने थे।

तो बोली ठीक है कुमार अभी शुरू करते हैं सो वह कभी-कभार गहरी सांसों के साथ रिचार्ज करती हुई मेरी तरफ आगे बढ़ी: "जहाँ तक इस विचार की अच्छाई या बुराई का सवाल है, दीपक! मुझे लगता है कि यह एक अच्छा विचार है बल्कि एक शानदार विचार भी है! अगर मुझे ऐसा नहीं लगता तो मैं यहाँ कभी नहीं आती आपको कुछ मदद की आवश्यकता हो सकती है। पुरुष कभी-कभी कुछ गलत बात या मूर्खतापूर्ण काम कर सकते हैं-उदाहरण के लिए, उचित पर्यवेक्षण के बिना आप अपने सुंदर बालों को साबुन से धो सकते हैं। या यहाँ तक कि अगर आप शैम्पू का इस्तेमाल करते हैं, तो क्या आप जानते हैं क्रीम बालो को धोने के पहले के बजाय बाद में लगानी चाहिए? या क्रीम को लगाना भी चाहिए या नहीं? मैं यहाँ केवल आपकी मदद करने के लिए हूँ! और यह देखने के लिए कि आप अपनी पसंद को ध्यान में रखते हुए भी प्राकृतिक संसाधनों को ठीक से संरक्षित करते हुए इस्तेमाल करते हैं और यही आदर्श जीवन शैली है जिसे सीखने में मुझे आपकी मदद करनी है।"

वो आगे बोली व्यक्ति को कर्म करने का सक्रिय सकारात्मक प्रयास करना चाहिए बिना प्रयास किये कुछ भी प्राप्त नहीं होता है?

मैंने एकदम से कहा-ठीक हैं मैं कर के देखता हूँ और अगर मैं कुछ गलत करूँ तो आप मेरी भूल सुधरवा दे। ये बोलकर मैंने अपने हाथ से उसकी कड़क चूची पर हल्का-हल्का दबाते हुए-सा छुआ और उंगलियों को गोल-गोल उसके निप्पल की चारों तरफ घूमने लगा।

हेलेन ने आंखें बंद करके, बिना अपना मुँह खोले सिसकते हुए आहें भरीं और वासना के सागर में आनन्द भरे गोते लगाने लगी।

मैंने फिर से हेलेन के कान के पास धीमी आवाज में, गर्म सांसें मारते हुए कहा-"लेकिन कृपया आप मेरे शरीर के एक विशेष अंग की प्रतिक्रिया पर आश्चर्य मत कीजिये, इसका व्यवहार मेरे सचेत नियंत्रण से पूरी तरह से बाहर है।"

मेरी बात सुनकर उसने मेरे लिंग की ओर देखा मुस्कुराई और कहा कि और कहा कि इसकी प्रतिक्रिया में चिंता की कोई बात नहीं है और कहा कि युवाओ के साथ ऐसा होना बहुत स्वाभाविक है।

मैं उसको बोला "तो चलिए आप और मैं मिलकर गलती करते हैं और फिर आपस में मिलकर एक दूसरे के बदन पर माफ़ी की प्रेम मोहर लगाते हैं।" मेरे इतना बोलने के दौरान मेरे लंड जाकर से उसकी चूत के होंठों पर छू गया ।

जिससे हेलेन ने एक घुटी-सी आह भरी और अपने दाएँ हाथ से मेरा कंधा पकड़ लिया।

अपने हाथ को मेरी गर्दन पर ले जाकर उसने मुझे अपनी ओर खींच लिया और अपने होंठों से मेरे होंठों को पकड़ कर चूमने और फिर मेरे ओंठ चूसने लगी।

मैं लंड उसकी चूत पर ऊपर से नीचे और नीचे ऊपर की तरफ रगड़ते हुए, उसको चूमते हुए भरपूर साथ दे रहा था।

उसने मुझे कसकर गले लगाया। मेरा सीधा लंड उसके योनि क्षेत्र पर दब रहा था, मैंने अपना चेहरा उसके नंगे स्तनों के अंदर छुपाने के लिए नीचे किया। उसके हाथो की उंगलिया मेरे बालो में थी। अब हेलेन के स्तनों पर मेरा पूरा नियंत्रण था। उसके स्तन कोमल और चिकने तथा चेरी रंग के निप्पलो के चारो और के घेरे (ऑरियोल्स) हल्के गुलबी से भूरे रंग के हो गए थे।

अपने बाएँ हाथ से डॉ क्रूज़ की चूची को दबाते हुए निप्पल को उंगली और अंगूठे में दबाया।

अपने निप्पल को मसलवाते हुए हेलेन अपने होंठों और दांतों में मेरे होंठ चूसने चबाने लगी, साथ ही तेज और लंबी सिसकारियाँ भरी सांसें लेने लगी।

मैंने डॉ क्रूज़ की चूत की दरार पर लंड रगड़ना जारी रखा और अपने हाथ उसकी दोनों चूचियों पर गोल घूमकर चूचियों को मरोड़ता और दबाता रहा। दूसरे हाथ से उसकी कमर पर गुदगुदी भारी छुअन करता हुआ, चूचियों से हाथ फिराते हुए उसके सुडौल नितम्बों पर आ पहुँचा।

उसके दोनों नितम्बों के बीच की दरार पर अपनी सबसे लम्बी वाली उंगली से ऊपर नीचे उंगली मसाज करने लगा। उसकी जांघों के बिल्कुल करीब अपनी दाईं टांग को उसकी टांगों के बीच डालकर, दो बार उसे टांग ऊपर उठाने का इशारा दिया। तीसरा इशारा जब दिया तो हेलेन ने घुटने को मोड़कर अपनी टांग उठा दी।

मैंने अपना मुँह खोलकर और अपनी जीभ से चारों ओर चाट कर उसके सूखे स्तनों को गीला कर दिया। फिर मैंने उसके निपल्स को चूमा और उन्हें बच्चे की तरह चूसने लगा।

मैंने अपने हाथ से उसकी जांघ को पीछे ही थामते हुए, दूसरे हाथ से अपने लंड को चूत की दरार पर लगा दिया। फिर चूत के होंठों को खोलकर चूत की दरार के अन्दर लंड रगड़ने लगा।

जैसे ही लंड चूत के खुले होंठों में रगड़ा, हेलेन हह। आअह्ह्ह...' की भारी आवाज के साथ तेज सिसकारी भरी। उस वक्त उसकी पूरी बॉडी कांप गई.

मदहोशी में हेलेन ने अपना बैलेंस बिगड़ने से बचने के लिए अपने बाएँ हाथ से मेरी कमर पकड़ ली।

हेलेन ने अपना दूसरा हाथ उठाकर, मेरे बाएँ कंधे को पकड़ और मुझे अपनी ओर खींचने लगी। मैं लंड को चूत के दोनों होंठों के बीच रगड़ता रहा।

अब हेलेन ने मुझे कमर से हल्का-सा कस कर पकड़ लिया और मेरी गर्दन पर किस करने लगी। मैं और झुका और मैंने उसके स्तनों के नीचे, उसकी नाभि तक चूमना शुरू कर दिया। मैं खड़ा हुआ और उसे अपने करीब लाया-जितना मैं कर सकता था।

मेरे हाथ उसकी पीठ पर थे और वे नीचे फिसल गए, उसके कमर को पार करते हुए उसके नितंबों के सुंदर इलाकों तक पहुँच गए। मैंने उसके नितम्बो को प्यार से छुआ और धीरे से थपथपाया।

"तुम्हारा पिछवाड़ा भी उतना ही आकर्षक है" मैंने उसके प्यारे नितंबों की प्रशंसा करते हुए कहा।

मैंने हेलेन का पैर छोड़ा और दोनों हाथों से उसकी कमर पकड़ कर और हल्का-सा झुककर एक झटके से हेलेन को गोद में उठा लिया।

खुद को संभालते हुए मैं हेलेन के साथ बाथरूम के शावर एरिया में घुस गया और हेलेन को गोद से उतारा।

मैंने शॉवर चालू किया और हेलेन को अपनी तरफ खींच कर उसके होंठों को अपने होंठों में दबोच कर चूसने लगा।

तब मैंने हेलेन के हाथ को पकड़ा और अपने लंड को उसके हाथ में देकर मजा लेने लगा, साथ ही उसकी चूचियों को दबाते हुए, दूसरे हाथ से उसकी चूत को सहलाने लगा।

हम दोनों बिलकुल नग्न और करीबी आलिंगन की स्थिति में थे। पानी धीरे-धीरे बहने लगा-उसके बालों से, उसके स्तनों के नीचे, नीचे उसके योनि क्षेत्र में उसकी जांघों के नीचे, पैरों के नीचे और उसके पैर की उंगलियों से बह रहा था। पानी की आवाज को छोड़कर पूरी तरह सन्नाटा छा गया था और। हम पूर्ण निकटता में प्यार भरी निगाहों से एक-दूसरे को देख रहे थे।

फिर से हमारा चुम्बन शुरू हो गया और हम दोनों एक दुसरे को सहलाते हुए चूमने लगे। उसका हाथ मेरे लंड पर गया उसने मेरे इरेक्शन के ऊपरी वक्र के नीचे अपनी उँगलियों को फंसाया, लिंग को अपने हाथ में हिलाया उसका हाथ लंड की परिधि के चारों ओर मध्य-लंबाई पर फैला, केवल उसकी उंगलियों और अंगूठे की मदद से उसने गोल घेरा बना कर लंड को पकड़ा। उसने इसका अध्ययन किया, लिंग की त्वचा के ढीलेपन और लंड के कड़ेपन की खोज की और इसके परिणामस्वरूप मेरे शरीर में कंपकंपी हो गयी।

मेरे लिंग ने उसके हाथ में एक तुनका लगाया तो वह हंस पड़ी। " तुम्हारा लिंग बहुत लम्बा बड़ा सुंदर कड़ा और शानदार है। यह लगभग! एक अलग जानवर की तरह लगता है, मुझे इसका रंग पसंद आया और मैं इसकी बड़े गुलाबी टिप को देख मोहित हूँ और यह काफी कड़ा होने के साथ-साथ मोटा लम्बा बड़ा और गर्म भी है, निश्चित तुम्हारी प्रेमिकाए तुमसे बहुत प्रसन्न रहेंगी।

उसने कई बार मेरी लाल गर्म छड़ की पूरी लंबाई पर अपना हाथ आगे पीछे घुमाया और मेरे चेहरे को करीब से देखा और मेरे उग्र होते लंड की प्रतिक्रिया को बेहद पसंद किया। फिर उसने लंड को दबाया तो उसे लंड एकदम कड़ा और सख्त महसूस हुआ, तो उसने ध्यान दिया कि मेरी प्रतिक्रियाएँ लंड को सहलाने और निचोड़ने के बीच कैसे भिन्न थीं, "और ऐसी चीज़, यह उपकरण, ये औजार!-यह लड़कियों की योनि के अंदर जाने वाला है?" ओह तभी सैम की ये हालत हुई...?

आखिरकार वह एक डॉ थी और शिक्षिका भी थी परन्तु से हैरानी हो रही थी की उसकी सहेली सैम की छोटी-सी योनि कैसे मेरे बड़े लंड को झेल गयी थी और साथ ही ये भी समझ गयी थी क्यों चुदाई के बाद सैम को इतना दर्द हो रहा था। कुछ देर में शावर में हम पूरी तरह से भीग गए।

हेलेन ने कहा, अब मैं तुम्हें साबुन लगा कर नहला देती हूँ। फिर हेलेन ने वहाँ पर रखा शेम्पू उठाकर स्क्रबर पर डाल लिया। शॉवर बन्द करके मेरी गर्दन से शुरू करते हुए, पीठ को स्क्रबर से मलते हुए शम्पू से भरपूर झाग बना ली।

मैंने भी दूसरा स्क्रबर उठा लिया और शेम्पू उठाकर स्क्रबर पर डाल लिया। उसकी चूचियों को स्क्रबर से मलते हुए शम्पू से भरपूर झाग बना ली। उसकी चूचियों को, दोनों निप्पलों को स्क्रबर से खूब रगड़ते हुए दबाया और हेलेन का एक पैर उठा कर, वहीं पर रखी बाल्टी पर रख दिया।

हेलेन का पैर बाल्टी पर रखने के बाद झाग भरे स्क्रबर से उसकी चूत को मसल कर रगड़ा, फिर हेलेन को पलट कर उसकी गर्दन को, कंधों और कमर को झाग भरे स्क्रबर से रगड़ कर मसलते हुए स्क्रबर उसके नितम्बो पर ले गया और उसकी गांड तक पहुँचा दिया।

एक हाथ से उसके दोनों चूतड़ों को अच्छी तरह मसलने के बाद गांड की दरार खोली और उसकी गांड की दरार को काफी देर तक स्क्रबर से रगड़ते हुए लाल कर दी। अपना दूसरा हाथ उसकी चूची पर ले जाकर चूचियों का मर्दन करने लगा।

गांड की दरार रगड़ते हुए, स्क्रबर के साथ अपने लंड को भी उसकी गांड की दरार पर घिसते हुए रगड़ा। हेलेन के आगे घुटनों के बल बैठ कर मैंने स्क्रबर से फिर से उसकी चूत को रगड़ा, फिर दोनों पैरों को मसल कर हेलेन को झाग से तर कर दिया।

साथ साथ हेलेन शेम्पू और स्क्रबर से मुझे मसलने लगीऔर उसने शावर बंद कर दिया।

मेरी गर्दन पर मसलते हुए मेरी छाती और निप्पलों को मसल कर, मेरे पेट को मसल कर उसने मुझे घुमा दिया। मेरी कमर कंधों पर स्क्रबर से रगड़ती हुई वह घुटनों के बल बैठ गई.

उसने अब तक मेरे नितम्बों में झाग भर दिया था। फिर बैठे-बैठे ही उसने मुझे घुमाया और स्क्रबर से मेरा पेट, लंड सहित मुझे अच्छी तरह से रगड़ रगड़कर झाग से भर दिया। इसके बाद हेलेन ने शॉवर चालू कर दिया और झाग हम दोनों के बदन से बहने लगी । तो मैं हेलेन के होंठों को अपने होंठों में भरकर चूसने लगा। हेलेन भी बराबर स्मूच में साथ देने लगी।

हम दोनों पर शॉवर से गिरता पानी बदन का झाग अपने साथ बहने लगा।

शॉवर से गिरते पानी में हेलेन के चूचे दबाते हुए अपने लंड को उसकी चूत की दरार पर धीरे-धीरे धक्के लगा कर रगड़ने लगा। उसकी चूचियों और निप्पल को मरोड़ते, मसलते हुए मैंने सारा झाग साफ कर दिया।

वो एक तरफ गयी और उसने साबुन उठाया और साबुन के साथ मेरी ओर आगे बढ़ गई।

हेलेन: पीछे मुड़ो।

अब फिर से मेरी पीठ उसके सामने थी। वह मेरे कंधों को सहलाने लगी और फिर कंधो पर साबुन मलने लगी। जैसे ही उसने मेरी नग्न त्वचा को छुआ, एक कंपकंपी मानो मेरे शरीर से गुजर गई। मैं जोर-जोर से सांस ले रहा था और मेरा पूरा शरीर गर्म हो रहा था। उसने मेरे कंधों को साबुन से रगड़ना पूरा किया और फिर धीरे-धीरे वह मेरी पीठ को रगड़ने लगी और मेरी त्वचा के नीचे मेरी युवा जीवंत मांसपेशियों को महसूस कर रही थी। उसके गर्म, कोमल हाथ मुझमे कामुक संवेदनाओ को जगा रहे थे क्योंकि मेरा शरीर उत्तेजना में सिकोड़ रहा था और हिल रहा था। फिर उसने अपने हाथों को मेरे नितम्बों पर फिराया और अपनी साबुन लगी उँगली को मेरी गुदा से एक दो बार गुजारा और फिर उसने मेरी टांगो और पैरो को साबुन के साथ रगड़ा और सहलाया। : अब, मेरी ओर मुड़ो और हाथ उठाओ।

मैंने मुड़ा और देखा कि वह मेरे शरीर को रगड़ने के लिए आगे को झुकी हुई थी और उसके गोल स्तन मेरे सामने अनार की तरह लटक रहे थे और मैं अपने आप को नियंत्रित नहीं कर सका और अपने हाथों को उसके कंधों पर रख दिया और अपना मुंह उसके स्तन के करीब लाया और उन्हें चूमा।

हेलेन: आआह नटखट?।

फिर मैंने अपने दोनों हाथों से उसकी गांड की दरार चौड़ी की, उसकी कमर से गिरते हुए पानी उसकी दरार को हाथ से मसलते हुए सारा झाग साफ कर दिया।

हेलेन ने भी बिना होंठों को छोड़े, अपने हाथों से मेरे बदन मलते हुए सारा झाग साफ कर दिया।

कुछ देर बाद होंठों को छोड़ कर हेलेन मुझे गर्दन पर चूमते हुए, मेरे निप्पलों पर पहुँची और बारी-बारी से दोनों निप्पलों को मुँह में लेकर चूसने लगी।

मेरे लंड को हाथ से सहलाती हुई हेलेन अपनी चूत की दरार पर रगड़ने लगी। अपनी जीभ से बदन पर शॉवर के पानी में छाती चाटती हुई नीचे होती गई और घुटनों के बल बैठने के बाद लंड को अपने गाल पर रगड़ती हुई भीगने लगी।

फिर उसने धीरे-धीरे मेरे दाहिने हाथ और बाजू को सहलाना शुरू किया, उन्हें सूंघते हुए, उसने मेरी बाजुओं को जानबूझकर धीमी विधि के साथ स्क्रब किया,, उसने जहां भी रगड़ा, उसे जीवन में लाना शुरू कर दिया, जिससे मेरा जिस्म हर जगह उसके स्पर्श के लिए तरस गया। उसका स्पर्श स्फूर्तिदायक और शांत करने वाला, उत्तेजक और आश्वस्त करने वाला और निर्विवाद रूप से पूरी तरह से स्वस्थ था। वो स्पर्श करते हुए मुझे साबुन रगड़ती रही और पानी डालती रही. ऐसा महसूस हुआ कि वर्षों की पूर्वधारणाएं, झूठे आदर्श, सामाजिक अपेक्षाएं जल्द ही नाले में बहने के साथ ही मुझसे दूर हो गईं। मैं ना केवल युवा और तरोताजा महसूस कर रहा था, बल्कि अधिक उम्रहीन और बेदाग महसूस कर रहा था ।

उसने मेरे पूरे शरीर को अपने हाथों से धोया, मेरे हर हिस्से को साफ करने, दुलारने और छेड़ने के लिए उनका इस्तेमाल किया, सभी बाहरी, या वास्तव में लगभग आंतरिक, जहां वह पहुंच सकती थी। मैं उस के ऊपर झुक गया था लेकिन इससे उसे मेरे किसी भी हिस्से में पहुंचने के लिए आसानी हो रही थी और मैं उसके हाथों के खिलाफ दबाने के लिए उसे और अधिक महसूस करने के लिए उसकी तरफ झुकता जा रहा था, और वो उसने मेरी त्वचा को उसकी बहुत नरम अवस्था में कच्चा रगड़ना जारी रखा । उसने मुझे कभी-कभी अपनी तरफ घुमाया, दूसरी बार मेरे पेट पर, फिर मेरी पीठ पर, मेरे कानों के पीछे से मेरे पैर की उंगलियों के बीच और बीच में सभी जगहों तक पहुंचने के लिए अपने हाथो का इस्तेमाल किया ।

फिर लंड को ऊपर से नीचे तक अपनी जीभ से चाटने लगी, लंड को मुँह में लेकर चूसने लगी।

वो कभी लंड चूसती, कभी जीभ से टोपे को चाटती हुई अपने हाथ से आण्ड सहलाने लगती।

कुछ देर बाद मैंने उसे उठा कर खड़ी किया और उसके दोनों हाथों की कलाइयों को अपने पंजे में पकड़ कर उसकी चूचियों को बारी-बारी चूसने लगा।

चूचियाँ चूसते हुए मैंने अपने दूसरे हाथ से लंड पकड़ा और उसकी चूत पर मेरा लिंग टकराने लगा। कुछ देर बाद मैंने अपनी एक उंगली उसकी चूत की दरार के अन्दर सरका दी और उसकी चूत को उंगली से चोदने लगा।

हेलेन की सिसकारियाँ शुरू हो गईं 'आहह... हाय ओह्ह्ह करो और करो। तेज करो।'

फिर मैं नीचे बैठा और उसकी एक टांग उठा कर उसके हाथ में थमा दी और अपनी उंगलियों से उसकी चूत खोल कर अपनी जीभ से उसकी चूत चाटने लगा, अपनी जीभ से उसकी चूत में डाल कर चूत चोदन करने लगा।

काफी देर तक हेलेन चूत चटवा कर मदहोशी में तैरती हुई अपनी चूचियों को अपने आप बेदर्दी से दबाने लगी, अपने निप्पल पर अपनी जीभ चलाने की कोशिश करने लगी। वो अपनी चूचियों पर बारी-बारी पीटने के बाद अपने निप्पलों को लिंगमुण्ड पर रगड़ने लगी।

मैंने उसकी दोनों चूचियों को पकड़कर उसके बीच में लंड लगाया और चूचियों को दबा कर धक्के मारने लगा। मैं वहीं फर्श पर लेट गया और उसकी चूत की दरार को खोल कर अपने मुँह पर बैठा लिया, फिर अपनी जीभ से उसकी गुलाबी दरार में गुदगुदी करके चूत के दोनों पतले-पतले होंठों को अपने होंठों में दबोच कर चूत चूसने लगा। हेलेन अपने दोनों हाथों से अपनी चूचियों का मर्दन करने लगी।

मैंने उंगलियों से चूत के होंठों को खोल दिया तो वह लंड को पक्ष कर चूत के पूरे खुले होंठों के अन्दर तक रगड़ने लगी।

वो इतने जोश में थी कि उसकी मद भरी 'आहह... इस्स...' की आवाजों के साथ अपनी व्याकुलता दिखा रही थी। लंड को चूत से रगड़ती हुई आह भरकर हेलेन बोली-आह हहह... आपका हथियार काफी शानदार है... इसको एक्शन मोड में देखने के बाद से मैं भी इससे खेलना चाहती थी।

मैंने कहा-हाँ, ये भी आपकी गहराई में उतरने के लिए तैयार है।

कहानी जारी रहेगी

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