अंतरंग हमसफ़र भाग 307

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10.15 मेरी पहली कमाई
3k words
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Part 307 of the 342 part series

Updated 03/31/2024
Created 09/13/2020
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मेरे अंतरंग हमसफ़र

दशम अध्याय

आनंद की तालाश की यात्रा

भाग 15

मेरी पहली कमाई

ज़ोरोना ने मेरे साथ हमेशा रहने की रहने इच्छा जताई और मेरे लिए अपने प्यार का इज़हार किया अब मैंने ज़ोरोना को अपना असली परिचय दिया और वह सब बताया जो अब तक हुआ था, क्लब में अंजेला के कुंवारे आकर्षण का आनंद लेने के दौरानऔर उसके बाद मैंने जो आनंद लिया था, उस पर बहुत खुलकर उसके साथ बात की।

मैंने एम्स्टर्डम छोड़कर मेरे साथ लंदन चलने का प्रस्ताव दिया। मैंने उन्हें अपने निवास के शानदार वैभव की कल्पना बताई जिसमें केवल प्रेम ही किया जाएगा। हमे जिस प्रेमपूर्ण जीवन से गुजरना होगा, उसके उज्ज्वल वर्णन से मैंने उनकी कल्पना को इतना अधिक उत्तेजित किया कि वे तुरंत हमारे साथ जाने के लिए तैयार हो गयी। मैंने हमें कहा क्योंकि मैंने उसे अपने साथ केपरी, वेरोनिका, मोनिका, लूना, डॉ हेलन, डॉ एडी, अंजेला, एलिज़ाबेथ, जैस्मिन, लेस्ली और ग्रेस के बारे में बताया ।

ये विवरण सुन मेरी डच प्रेमिका कुछ हद तक खफा हो गयी, लेकिन मैंने उसे चुंबन किये और मैंने उन्हें उन सभी अनंत प्रकार के आनंदों का वर्णन किया, जिनमें हम आनंद के एक निर्बाध दौर में अपने दिन और रात गुजार सकते हैं। मेरे विचारों को सुन वह प्रस्तावित व्यवस्था के लिए सहमत हो गयी। मैंने उससे कहा कि मेरा इरादा सभी सम्भव भव्यता में मेरे महल को फिट करना है और वास्तव में, मैंने उन सभी खूबसूरत महिलाओं को हासिल करना है जो मेरी कामुक इच्छाओं को बढ़ाती हैं और मैं उन्हें अपने महल में रखने का इच्छुक हूँ, जो वास्तव में, अपने इस महल को एक मजबूत सुरक्षित और सभी आधुनिक सुख सुविधाओं और ऐश्वर्य से सुसज्जित करना चाहता हूँ और मेरा ये हरम मेरे भरोसेमंद सेवको द्वारा सुरक्षित होगा।

मैंने उससे कहा कि वह उस जगह की निर्विवाद मालकिन रहेगी और मेरे साथ के लिए लालची होने के नाते, वह हमेशा मेरे साथ रहने के लिए उत्सुक थी और इसलिए मेरे साथ चलने के लिए तैयार हो गयी। मैंने उसे यह भी कहा कि एक पल की सूचना मेरे साथ चलने की तयारी कर ले, जबकि मैं अपने लिए और खूबसूरत साथियों की खोज करने जा रहा हूँ। वे मेरे प्रस्ताव को मान गयी और मेरे साथ लंदन जाने का वादा किया। फिर वह बोली उसे त्यार होने और अपनी सम्पत्ति को समेटने के लिए एक सप्ताह का समय लगेगा। और उसने मुझसे एंजेला को उसके साथ मिलवाने के लिए उसके घर लाने का वादा लिया ।

अब मैं एलिज़ाबेथ, जैस्मिन, लेस्ली को ज़ोरोना के पास छोड़ कर और एंजेला । डॉ हेलेन और ग्रेस के साथ बर्लिन पहुँचा और होटल में जब मैं रिसेप्शन पर चेकइन कर रहे था तो उसी समय होटल में ठहरे हुए एक स्थानीय धनाडय जर्मन के नवविवहित पुत्र की नई पुत्रवधु का फोन आया और उन्हें तुरंत चिकित्सा सहायता की आवश्यकता थी।

दरअसल होटल में कमरा डॉक्टर एड़ी के नाम पर लिया गया था और फोन नंबर मेरा दिया गया था । उस समय होटल के साथ अनुबंधित डॉक्टर उनलब्ध नहीं थे इसलिए होटल वालो ने अपनी महमानो की सूची की जांच की तो मेरे नाम के साथ डॉक्टर डॉ एड़ी का उपनाम देख मुझे होटल में आपातकाल में तत्काल मदद के लिए प्राथना की ।

इत्तेफ़ाक़ से उस समय डॉ एड़ी शहर घूमने गयी ही थी और होटल में नहीं थी और । मैंने उन्हें बताया की मैं केवल एक मेडिकल छात्र हूँ तो होटल के प्रबंधन ने मुझ से अनुरोध किया की मैं एक बार नवविवाहित जोड़े के उस कमरे में उनके साथ चलूँ उसके बाद अगर जरूरत होगी तो एम्बुलेंस बुलवा लेंगे । हम उनके हनीमून सूट में पहुँचे । कमरा हनीमून (सुहागरात) के लिए सजा हुआ था और मालूम चला की दूल्हा जिसका नाम एरिक था बाथरूम में गिर गया था, उसकी पत्नी का नाम मीका था । मीका बेहद गोरी और खूबसूरत थी। उसकी लम्बाई 5 फीट 8 इंच थी, तीखे नैन नक्श और अच्छे भरे हुए बूब्स। पतली दुबली मीका की उम्र 20-21 वर्ष थी। एरिक भी अच्छे डील डोल वाला लड़का था। एरिक की उम्र लगभग 23-24 वर्ष होगी। एरिक की मात्र कुछ खरोंचे थी और मैंने थोड़ी क्रीम लगायी फर्स्ट ऐड और दर्द विवारक दवा दी और फिर बातचीत में पता चला कि उन दोनों की बस दो दिन पूर्व ही शादी हुई थी और अभी तक उन लोगों ने सेक्स का मजा नहीं लिया है। एरिक अपनी असावधानी से गिर गया था और दर्द से चिल्ला रहा था और उसे चिलाते देख मीका बहुत घबरा गयी थी । चोट ज्यादा गंभीर नहीं थी । मैं उन्हें संत्वना देने लगा की चोट गंभीर नहीं है. उन्हें ठीक देख होटल वाले मुझे वहाँ छोड़ चले गए ।

हम बातचीत करने लगे और जब एरिक और मीका को पता चला कि मैं आजकल सेक्स के बारे में पढ़ रहा हूँ तो वह दोनों मुझसे सेक्स के बारे में विभिन्न जानकारियाँ लेने लगे।

आमतौर पर जब लड़का-लड़की ने शादी से पहले सेक्स नहीं किया होता है तो दोनों के ही मन में सेक्स को लेकर कई तरह की जिज्ञासा रहती है। उनके सवालों से भी लग रहा था कि उन दोनों ने ही शादी से पहले चुदाई नहीं की थी। वह दोनों सम्भोग क्रिया के बारे में अपने कई तरह के प्रश्न मेरे सामने-सामने रख रहे थे।

एरिक ने पूछा कि उसका लंड थोड़ा टेढ़ा है तो कहीं उसको चुदाई करने में कोई परेशानी तो नहीं होगी?

मैंने उसे बताया कि ज्यादातर लंड टेढ़े ही होते हैं। चूत अपने आप उन्हें अन्दर समाहित कर समायोजित हो जाती । साधारणतया इसमें कोई समस्या नहीं होती है।

फिर वह पूछने लगा कि चूत मारने में उसे कोई कमजोरी तो नहीं होगी?

मैंने बताया कि आमतौर पर पुरूष इस उम्र में रोज 3-4 बार चुदाई करते है । लेकिन प्रत्येक पुरूष का स्टेमिना अलग-अलग होता है जो विभिन्न कारकों पर निर्भर करता है, मसलन उसका खान पान, जीवनशैली, कसरत वगैरह और उसकी आदतें। दिन में एक बार चूत मारने में कोई कमजोरी नहीं आती है।

मीका हमारी बातें बहुत ध्यान से सुन रही थी परन्तु कुछ पूछ नहीं रही थी। उसके चेहरे पर परेशानी साफ़-साफ़ झलक रही थी। फिर एरिक ने मिका के चेहरे की परेशानी को देख मुझ से पुछा की मीका इस बात से परेशान हैं कि उसकी चूत का छेद बहुत छोटा है तो फिर लंड चूत में कैसे जायेगा?

इस प्रश्न के उत्तर में मैंने कहा कि शुरू में लंड लेने में थोड़ी परेशानी हो सकती है लेकिन जैसे-जैसे चुदाई होती जाती है फिर चूत अपने आप ही खुलने लगती है। चूत की मांसपेशिया लंड की लिए समायोजित हो जाती हैं और फिर कोई दिक्कटी नहीं होती है । इस तरह उनके साथ मेरी बातें होती रहीं।

वो दोनों ये बाते सुन बहुत गर्म हो चुके थे । मैंने देखा एरिक मीका की नंगी बाजुओं और जंघाओं पर हाथ फेर रहा था और निश्चित बात थी कि वह दोनों अब चुदाई का पूरा मजा लेना चाह रहे थे। मैं उनसे बिदा लेकर अपने कमरे में आ गया । लगभग 1घंटे के बाद मेरे दरवाजे पर किसी ने नॉक किया।

मैंने दरवाजा खोला तो सामने एरिक खड़ा था। उसके चेहरे पर परेशानी के भाव थे। मैंने पुछा क्या वह ठीक है और उसका दर्द कैसा है?

वह बोला-सर इस तरह से आने के लिए माफ़ी चाहूँगा... मीका बहुत घबरा रही है। उसकी चूत में मेरा लंड जा ही नहीं रहा है और डालने की कोशिश करो तो उसे बहुत दर्द हो रहा है। मैं क्या करूँ?

मैंने उसे बताया कि पहली बार में ऐसा अक्सर होता है तुम फिर से कोशिश करो।

वो बोला-पिछले एक घंटे से कोशिश कर रहा हूँ मगर नहीं हो पा रहा है। आप तो डॉक्टर हैं। मेरी मदद कीजिये और मीका को समझाइये और हमें कोई तरीका बताइये। ये तो हमारे लिये बहुत मुश्किल बात हो जायेगी। आप से हम ये बात कर सकते हैं। घर जाकर तो हम किसी से मदद भी नहीं मांग पायेंगे। फिर क्या होगा? प्लीज आप कुछ कीजिये । कोई तरीका बताइये जिससे उसकी चूत थोड़ी फ़ैल जाये और मेरा लंड चला जाये अंदर।

एरिक बोला-आप इस मामले को समझते है । प्लीज कुछ कीजिये। मैं इतना परेशान हो चुका हूँ कि अब और बर्दाश्त नहीं होता। घर पर भी कोशिश की थी मगर लंड नहीं घुस पाया था। इसीलिए दरअसल हमने गिरने का नाटक किया था ताकि डॉक्टर से हम सलाह ले सके ।

मैंने उसे कहा मैं भी आपकी चोट देख समझ गया था कि वास्तव में चोट नहीं लगी है असली मामला कुछ और है और जब आपने सेक्स पर बात करनी शुरू की तो मैं समझ गया की आपकी समस्या क्या है और फिर मैंने उसे सांत्वना दी और बोला कि तुम होटल की लॉबी में रुको। मैं उसे समझाने का प्रयास करता हूँ। तुम्हारे सामने शायद वह अपनी समस्या न बताये ।

फिर एरिक को वहीं पर छोड़ कर मैं उनके कमरे में पहुँचा। तो कमरा हनीमून (सुहागरात) के लिए सजा हुआ था वह बहुत रो रही थी। मुझे देख कर वह मुझ से लिपट गयी। वह झीना-सा नाईट गाउन पहने हुए थी। उसे शराब भी पी रखी थी।

वो बोली-मुझे बहुत डर लग रहा है। एरिक का लंड बहुत बड़ा है। मेरी चूत में नहीं घुस पायेगा। आप हमारी समस्या को ठीक कीजिये। मैं कुछ भी करने को तैयार हूँ।

मैंने मीका को थपथपाया और प्यार से बोला-चिंता मत करो। शांत हो जाओ. सब ठीक हो जायेगा।

जब उसका रोना बंद हुआ तब मैंने उससे कहा-अगर तुम ठीक समझो तो मुझे अपनी चूत दिखाओ. देखूं ज़रा क्या समस्या है?

मीका ने मुझे डॉक्टर मानकर अपना गाउन उतार दिया और इस नाते वह मेरे सामने संकोच नहीं कर रही थी।

उसका गोरा चिकना बदन देखने के बाद मेरे अंदर वासना जाग गयी थी और मैं मौके का फायदा उठाने की सोच रहा था। बस उसे चुदाई के लिए राज़ी करने का मुझे एक सुनहरा अवसर नजर आया ।

मीका अपने कपड़े उतार कर पूरी नंगी हो गयी और बेड पर लेट गयी। उसका गोरा संगमरमर का बदन और टाइट स्तन देख कर मेरे पायजामे में लंड खड़ा हो गया। उसकी नजर मेरी पायजामे के अंदर मेरे लंड के तनाव पर गयी। तो वह बोली-कोई बात नहीं डॉक्टर, ये तो नेचुरल है। सुंदर लड़की को नंगी देख कर लंड तो खड़ा हो ही जाता है।

उस पर शराब का पूरा असर था। मैंने उसे टाँगें खोलकर चूत ऊपर करने को कहा। चूत एकदम साफ़ थी। झांटें शेव की हुई एकदम चिकनी चूत।

मैं बोला-तुम्हारी चूत तो एकदम ठीक लग रही है। देखने में तो कोई समस्या नहीं लग रही। ज़रा मैं उंगली डाल कर चेक कर लूँ?

वो बोली-हाँ सर... कर लीजिये। मगर मैं नंगी हूँ और आप कपड़े पहने हुए हैं। मुझे शर्म आ रही है।

मैंने धीरे-धीरे उसकी चूत में उंगली डाली।

चूत एकदम खुश्क थी अंदर चिकनाई बिलकुल नहीं थी ।

मैंने उसे बताया-चूत जब तक चिकनी नहीं होगी तब तक लंड अन्दर नहीं जाएगा और चूत चिकनी करने के लिए एरिक को तुम्हें गर्म करना पड़ेगा। थोड़ा तुम्हारा शरीर सहलाना पडेगा और थोड़े तुम्हारे बूब्स दबाने होंगे।

वो बोली-एरिक ने तो ऐसा कुछ नहीं किया था । सीधा लंड अंदर डाल रहा था अब आप जो जर्रोरी हो वह करो । बस मुझे चुदने लायक बना दीजिये जिससे मेरी और एरिक की शादी बच जाये।

उसकी सहमति लेने के बाद मैंने उसे धीरे से चूमा और मैं उसके पूरे शरीर को धीरे-धीरे सहलाने लगा। उसके बूब्स दबाने लगा। उसके निप्पलों को खूब मसला और चूसा।

मीका की साँसें तेज चलने लगीं। वो बोली-बहुत मजा आ रहा है । एरिक ने ये सब नहीं किया था। सीधे लंड डाल रहा था।

मैंने उसकी चूत को सहलाते हुए कहा-हाँ यहीं तो कमी रह गयी थी। जब तक चूत में चिकनापन नहीं आयेगा तब तक वह लंड को कैसे अंदर लेगी?

इसी बहाने से मैंने उसकी चूत में खूब उंगली डाली और उसके G स्पॉट और उसकी भगनासा को छेड़ा। फिर मैंने अपने कपड़े भी उतार दिए और अपना लंड मीका के हाथ में दे दिया। वह मेरे लंड को सहलाने लगी। फिर मेरा पूरा शरीर सहलाने लगी।

फिर मैं उसके ऊपर चढ़ गया और उसका पूरा शरीर अपने शरीर से मसलने लगा।

मीका बहुत गर्म हो गई थी और इस समय कुछ भी किया जा सकता था।

वो बोली-सर आप तो बहुत एक्सपर्ट हैं। आप का लंड एरिक के लिंग से भी बड़ा और मोटा है। अब मुझे कोई दर्द नहीं हो रहा है और डर भी नहीं लग रहा है। मेरी चूत में आप अपना लंड घुसा कर इसे खोल दीजिये। अगर एक बार आपका बड़ा लंड चला गया तो फिर एरिक का लंड भी आसानी से चला जायेगा।

उस नवविवाहिता जवान लड़की की कुंवारी चूत में मैंने उंगली डाल कर देखा तो उसकी चूत चिकनी हो चुकी थी। उसमें से खूब पानी निकलने लगा था।

मैंने उसकी रजामंदी का फायदा उठा कर अपना लंड उसकी चिकनी मुलायम मखमली कुंवारी चूत पर रखा और लंड से उसकी योनि को रगड़ा और धीरे-धीरे से थोड़ा अन्दर करने लगा।

उसको मैंने बोला-जब लंड गहराई में जायेगा तो थोड़ा दर्द होगा।

वो बोली-सर मुझे दर्द से डर नहीं लगता। आप चोद दीजिये। अब तो मैं आपका लंड लेना चाहती हूँ। प्लीज... आप मुझे एक बार चोद दीजिये।

अब चूत लंड के प्रवेश के लिए त्यार थी। मैंने उसे कसकर पकड़ा और-और लंड का एक तेज झटका उसकी चूत में मारा।

मेरा लंड मीका की जवान कुंवारी चूत में सरसराता हुआ घुस गया और उसके कौमार्य की झिल्ली से टकराया।

जब लंड अंदर घुस कर उसके कौमार्य की झिल्ली से टकराया तब मीका को दर्द का अहसास हुआ और उसने चौंक कर मेरी तरफ देखा। मैंने उसके होंठों पर अपने होंठ रख दिये और अब मैंने धीरे-धीरे लंड उसकी चूत में आगे पीछे घिसना शुरू कर दिया। मैं घिसते हुए ही लंड को हल्का अंदर बाहर भी कर रहा था। मैंने उसके हर हिस्से को छुआ और संभाला। मैंने उसे फिर से चूमा; मैंने अपने उग्र चुंबन के साथ सब कुछ चूसा, विशेष रूप से उसकी योनी के खुले हुए होंठो को अपने लंड से बार-बार रगड़ा, जो आनंद के फव्वारे से तरल धारा के साथ गीले और नम थे, जिसे मैंने अपना लंड डाला हुआ था।

उसकी टाइट चूत की मांसपेशिया खुल कर मेरे लंड को धीरे-धीरे अपने भीतर जगह देने लगी थी।

फिर मैंने एक जरा-सा तेज झटका मारा तो मेरा पूरा लंड उसकी कौमार्य की झिल्ली को फाड़ता हुआ उसकी चूत में पूरा चला गया। वह जोर से चीख उठी।

मीका की कुंवारी चूत की झिल्ली अब फट गयी थी। उसका कौमार्य भंग हो गया और उसका कौमर्य भंग होने पर निकला रक्त चादर पर बह गया। वह चिल्लाई-आह्ह... आईई...डॉक्टर प्लीज मुझे बहुत दर्द हो रहा है प्लीज इसे बाहर निकालिए... अभी के अभी लंड को बाहर निकालिए... आह्ह... बहुत दर्द हो रहा है।

मगर मैंने अब बाहर नहीं निकाला। उसकी टाइट चूत पाकर मेरा लंड पूरा कड़क हो गया था और मुझे उसकी टाइट चूत में बहुत मजा आ रहा था। मैंने लंड को उसकी चूत में अंदर बाहर करना शुरू कर दिया।

वो फिर से चिल्लाने लगी-उईई... मैं मर गयी... ओह्ह... नहीं... आह्ह डॉक्टर... मेरी चूत... फट गयी।

मैं लंड को चलाता रहा और उसको चूमता रहा। उसकी चूचियों को दबाते-दबाते फिर वह शांत होने लगी।

अब वह मेरा साथ देने लगी। अब उसकी दर्द भरी आवाजें बंद हो गयी थीं और सिसकारियाँ निकलना शुरू हो गयी थी।

वो सिसकारते हुए कहने लगी-चोद दो। जोर से चोदो। फाड़ डालो मेरी चूत को... आह्ह... लंड... मुझे लंड मिल गया... आह्ह मेरी चूत में लंड... ओह्ह... हम्म्म... ईईस्स... ओह गॉड। जोर से पेलो डॉक्टर चोद दो मुझे।

अब मीका को पूरा मजा आने लगा था। वह नीचे से कमर चला कर मेरे लंड को अपनी चूत में डाल रही थी। खूब झटके ले रही थी। अब काम की चिंगारी भड़क उठी थी, वह मजे ले रही थी। हम एक-दूसरे की बाहों में बार-बार मरोड़ते थे और बिना थके जीत के लक्ष्य से बंधे हुए मैंने धक्के मारने जारी रखे। तूफ़ान उठा और बढ़ गया और उसकी योनि में शुक्राणुओं की धाराएँ बह गईं और मेरे लंड से ढेर सारा लावा निकल पडा और मैं उसकी चूत में ही स्खलित हो गया।

मीका भी मेरे साथ ही कांपते हुए स्खलित हो गयी। हम दोनों के शरीर पसीने में भीग गए थे।

मैंने बेड से उतर कर बाथरूम में जाकर अपने को और मीका को वॉश किया।

फिर मैं बोला-सॉरी मीका... तुम्हारी चूत खोलने का कोई और तरीका मुझे समझ नहीं आ रहा था।

वो बोली-नहीं डॉक्टर प्लीज आप सॉरी मत बोलिए. आपने मुझे पहली चुदाई का इतना अच्छा अनुभव दिया है कि मेरी तृप्ति हो गयी। मन से डर निकल गया और अब मैं एरिक के साथ अच्छे से चुदाई करवा सकूंगी।

मैंने कहा-मीका मुझे तुम्हारी टाइट चूत मार कर बहुत मजा आया। थैंक यू. मेरा साथ देने के लिए.

उसने कहा-सर मुझे भी आपका लंड बहुत अच्छा लगा और ये सब मेरी मर्जी से हुआ है । आप एरिक को अपने हिसाब से समझा देना की थोड़ी मालिश करने से चूत खुल गई और थोड़ा-सा खून निकला।

मैं मीका की चिंता समझ गया और मैं उसके कौमार्य भंग होने की खबर एरिक को नहीं दे सकता था। फिर मैंने एरिक को वही बताया की एक छोटी-सी प्रक्रिया से मीका को गुजरना पड़ा अब वह बाधा दूर हो गयी है अब वह मीका के साथ सम्भोग कर सकता है और उसे लिंग के प्रवेश से पहले थोड़ा चूमना चाटना और योनि को सहलाना होगा। ।

इस से एरिक खुश हो गया और बोला-थैंक यू डॉक्टर, आपका धन्यवाद। अब हम भी चुदाई का मजा ले सकेंगे। आपका बहुत-बहुत धन्यवाद। एरिक अपने कमरे में गया और कुछ देर बाद मेरे कमरे में एक ब्लेंक चेक उसने दरवाजे से सरका दिया जिस के साथ एक नोट था कि रात के इस प्रहर में उसकी सहायता के लिए धन्यवाद और मैं अपनी जो भी फीस हो इसमें भर लू।

मन ही मन मैं सोचकर मुस्करा उठा कि ऐसे भी लोग होते हैं जो अपनी नई नवेली बीवी की टाइट चुत गैर मर्द से चुदवा देते हैं धन्यवाद भी बोलते हैं और इसकी फीस के तौर पर ब्लेंक चेक भी देते हैं।

फिर से मैंने अपनी प्यारी एंजेला के सभी आकर्षणों का सर्वेक्षण किया। उसने मेरे अंग यंत्र को तब तक हिलाया जब तक कि वह एक आलीशान छड़ में नहीं बदल गया। मैंने उसके मोहक फर्म स्तनों के साथ खिलवाड़ किया, प्रत्येक स्तन पर स्तिथ गुलाब की कली जैसे निप्पल को छेड़ा चूसा और अपने हाथ में दबाया।

मैंने उसे पीठ पर घुमाया, उसने अपनी जाँघों को फैलाया और अपने लंड का मार्गदर्शन किया और उसे मर्म तक पहुँचाया, योनि को फिर से वीर्य के फव्वारे से भर दिया।

कहानी जारी रहेगी

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