नए साल की रात

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मैंने कहा- प्यार तो अभी तुम देखने वाली हो मेरी जान ... आह्ह ... क्या टाइट, गर्म चूत है तुम्हारी ... आई लव यू मेरी जान। कहकर मैंने धीरे-धीरे उसकी चूत में लंड को आगे पीछे करना शुरू किया तो वो चिल्लाने लगी- आआआई मम्मी ... बहुत मोटा और लम्बा है यार तुम्हारा ... आह्ह फट जाएगी लगता है। मैंने कहा- तुम चिंता मत करो, अपनी जान को प्यार से चोदूंगा।

फिर मैंने उसकी चूत में धक्के लगाने दोबारा से शुरू कर दिए।

अब 2 मिनट के बाद लंड को चूत ने एडजस्ट कर लिया और अब चुदाई में मजा आने लगा।

अगले 2-3 मिनट चुदने के बाद ही शिखा ने मेरे चूतड़ों को थाम लिया और उनको चूत की ओर धकेलने लगी। मैं जान गया कि उसको अब लंड लेने में पूरा मजा मिल रहा है।

अब उसने मेरे सिर को अपनी ओर खींच और मुझे जीभ निकालने को कहा।

मैंने जीभ निकाली और वो उसे लंड की तरह चूसने लगी। उसका ऐसे करना मेरे लंड में और ज्यादा कड़कपन ले आया।

मेरे धक्के और तेज हो गए। मैं अब पूरी तेजी से उसे चोद रहा था और वो पूरा मजा लेकर आह्ह जान ... आह्ह सुमित करके मुझे उकसा रही थी। कुछ देर उसकी चुदाई करने के बाद मैंने उसे पलटा लिया।

अब वो पेट के बल लेट गई और मैंने उसके पेट के नीचे तकिया सरका दिया। इससे उसकी गोरी गद्देदार गांड ऊपर आ गई और चूत उभर कर दिखने लगी। चूत में अंदर से रस लगातार बाहर आ रहा था।

अब मैंने पीछे से लंड को डाला और उसके ऊपर लेटकर चोदने लगा।

मेरा हाथ उसके मुंह के पास था तो उसने मेरे हाथ को पकड़ा और मेरी उंगली अपने मुंह में ले ली। लंड से चुदते हुए अब वो मेरी उंगली को चूस रही थी।

उसको उंगली चुसवाते हुए मुझे उसे चोदने में और ज्यादा उत्तेजना महसूस हो रही थी। फिर दो मिनट चोदने के बाद मैंने उसे खींचकर दोहरा कर लिया यानि कि उसको घोड़ी की पोजीशन में ले आया।

मैंने उसकी कमर को थामा और घुटनों से मोड़ते हुए उसको खड़े होकर चोदने लगा जैसे घोड़ा अपनी घोड़ी पर चढ़कर चोदता है। अब मेरी स्पीड बहुत ज्यादा थी और वो भी पूरी मस्ती में लंड से चुद रही थी।

लगभग 20 मिनट उसको चोदने के बाद मेरा माल छूटने को हो गया। मैंने कहा- जान ... आह्ह ... आने वाला है, कहां लोगी? वो बोली- मुंह में पिलाना जानू!

मैंने एकदम से लंड को निकाल लिया तो उसने भी पलटने में देर न की। वो एकदम से मेरे लंड को मुंह में लेकर चूसने लगी।

बस दो चोपे मारे थे कि लंड से माल निकलकर उसके मुंह में पिचकारी लगने लगीं। वो सारे वीर्य को चट कर गई।

फिर हम दोनों निढाल होकर गिर गए। कुछ देर हमने आराम किया, फिर कुछ खाया और फिर दोबारा से हो गए शुरू!

सुबह के 4 बजे तक मैंने शिखा को 4 बार चोदा। उसकी चूत सूजकर पाव रोटी हो गई थी।

फिर मैं सुबह होने से पहले वहां से निकल गया।

ये थी शिखा के साथ पहली चुदाई की कहानी, जो मैंने नए साल की रात में उसके साथ सुहागरात मनाई थी।

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