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राजकुमारी की गांड़
युवराज जुबेर ने पास रखे एक साफ कपड़े से अपना और राजकुमारी सीमा के बदन के पसीने को पोंछा और हल्के हल्के हांफते हुए बोला कि मेरा अभी नहीं हुआ है।
राजकुमारी सीमा युवराज जुबेर की तरफ देखकर मादक अदा से मुस्कराते हुए बोली अब कैसे करेंगे आप? युवराज जुबेर बोला अब मैं नहीं, अब तुम करोगी, अब आओ मेरे ऊपर।
राजकुमारी सीमा बोली नहीं, मैं नहीं कर पाऊंगी, अभी मुझसे नहीं बनेगा,अभी आप ही करिये, युवराज जुबेर बोला चल ठीक है, कोई बात नहीं, आज पहली बार है, इसलिए मैं ज्यादा कुछ बोल नहीं सकता हूं।
फिर युवराज जुबेर अपने घुटनों पर बैठ गया और बोला आ मेरे पास, वो उसके पास गई और उसने उसके दोनों पैर अपनी कमर में लगा कर उसे अपने से चिपका लिया।
और नीचे से अपना लंड पकड़ कर राजकुमारी सीमा की चूत में सटा कर उससे बैठने को कहा तो वो धीरे धीरे आराम आराम से लंड पर बैठने लगी तो उसका लंड धीरे धीरे गच्च से चूत में समाता चला जा रहा था।
उन दोनों के चेहरे आमने सामने थे और उसके वक्ष उसके सीने पर दबे हुए थे, राजकुमारी सीमा ने अपने दोनों हाथों से उसके गले को पकड़ा हुआ था, युवराज जुबेर ने अपने दोनों हाथों से उसके नितंबों को थाम रखा था।
अब युवराज जुबेर ने अपने दोनों हाथों से राजकुमारी सीमा के नितंबों को पकड़ कर उसे ऊपर नीचे करना शुरू किया, इस अवस्था में उसका लंड उसके अंदर तक टकरा रहा था।
युवराज जुबेर ने उसकी आँखों में देखते हुए उसे छेड़ते हुई कहा क्या बात है मेरी अर्धांगनी तू तो हर अवस्था में एक अलग ही मजा दे रही है।
राजकुमारी सीमा ने उसकी पीठ पर मुक्का मरते हुए कहा कि स्वामी बहुत अंदर तक जा रहा है आपका, युवराज जुबेर बोला हां पता है, तेरे अंदर तक जा रहा है मेरा लंड, बस तू मज़ा लेती रह।
उस अवस्था में युवराज जुबेर ज्यादा तेजी से तो नहीं चोद पा रहा था, मगर राजकुमारी सीमा को बहुत मज़ा आ रहा था, तो वो बीच बीच में युवराज जुबेर के होंठों को चूमने लगी।
युवराज जुबेर भी उसकी गर्दन और गालों को चूमने और काटने लगा था, बीच बीच में दोनों ही एक दूसरे की आंखों में वासना से देखे जा रहे थे।
तभी युवराज जुबेर ने एक उंगली राजकुमारी सीमा की गांड के छेद में लगा दी और रगड़ने लगा, उसने अपनी आंखें बड़ी और गुस्से से करते हुए उसकी ओर देखा।
युवराज जुबेर बोला क्या हुआ? गुस्से से क्यों देख रही हो? राजकुमारी सीमा बोली वहाँ क्यों कर रहे हो आप? युवराज जुबेर बोला बस उंगली ही तो कर रहा हूँ, राजकुमारी सीमा बोली नहीं न मत करो कल करना।
युवराज जुबेर बोला बस उंगली ही तो है मेरी रानी, थोड़ी अंदर डालने दो न, राजकुमारी सीमा बोली नहीं वहां नहीं युवराज जुबेर, युवराज जुबेर बोला क्यों? राजकुमारी सीमा बोली ऐसे ही, वहाँ से कल करना।
मगर वो माने नहीं और धीरे धीरे करके राजकुमारी सीमा की गांड में उंगली से कुरेदते हुए युवराज जुबेर ने उसकी गांड में उंगली पूरी की पूरी अंदर कर ही दी।
दर्द में राजकुमारी सीमा ने अपनी आंखें बंद कर ली और सिसकारियां लेते हुए बोली आअह् ह्ह्ह्ह्ह आआऔ उउउउह् ह्ह्ह्ह आह्हह नहीं युवराज जुबेर आह्ह मत करो।
उसने उसकी कराहटों पर ध्यान नहीं दिया और उसकी गांड को अपनी उंगली से ही चोदने लगा, अब राजकुमारी सीमा की चूत युवराज जुबेर के लंड से चुद रही थी और गांड का छेद उसके हाथ की उंगली से।
कुछ समय तक इसी तरह चोदने के बाद उसने उसे लेटा दिया और अपनी बांहों में उसके पैर फंसा कर दोनों पैर हवा में उठा दिये।
और फिर उसने फंक फंक पक पक की आवाज़ के साथ राजकुमारी सीमा की जोरदार चुदाई शुरू कर दी, युवराज जुबेर का बहुत मन था कि वो आज ही उसकी गांड भी चोदे।
मगर राजकुमारी सीमा ने मना कर दिया था, किसी घोड़े की रफ्तार की तरह वो उसकी चुदाई किये जा रहा था और थोड़ी ही देर के बाद वो फिर से दोबारा से झड़ गई।
जल्द ही युवराज जुबेर भी झड़ गया, इसबार भी उसका गर्म गर्म पानी राजकुमारी सीमा की चूत में गया और एक बार फिर वही मजा उसे मिला।
पूरी चूत उसके लंड के पानी से भर चुकी थी, राजकुमारी सीमा पूरी संतुष्ट होने का अहसास कर पा रही थी, युवराज जुबेर उसके ऊपर पड़ा रहा और वो उसको सहलाती रही।
वो दोनों ही अब काफी थक चुके थे, वो उसके ऊपर से हटा और बगल में लेट गया, जल्द ही उन दोनों को नींद आ गई।
जब सुबह राजकुमारी सीमा की आंख खुली तो उसने देखा तो युवराज जुबेर अभी सो रहा था उसने अपने कपड़े पहने और दूसरे कक्ष में आ गई, यहा कक्ष उसका था।
कक्ष में आने के बाद उसने स्नान किया और कपड़े पहन कर आराम करने लगी उसका शरीर बहुत दर्द कर रहा था तो उसकी दासी पायल को ये पता चला ।
तो उसने उसके हाथ पैर सर और उसके पूरे शरीर की मालीस करना शुरू कर दी जिससे उसका दर्द कुछ कम हो जाए, दोपहर में बड़ी रानी शकुंतला उनसे मिलने आई।
जैसे ही वह कक्ष में आई तो राजकुमारी सीमा ने उनके पैरों को छुआ तो बड़ी रानी शकुंतला ने उन्हें आशीर्वाद देते हुए कहा कि दूधो नहाओ पूतो फलो।
बड़ी रानी ने जब राजकुमारी सीमा को देखा तो वह समझ गई कि राजकुमार युवराज जुबेर में उनकी जमकर चुदाई की है फिर भी अपनी पुष्टि के लिए उन्होंने उससे पूछा।
कि राजकुमार युवराज जुबेर में तुम्हारे साथ क्या-क्या किया यह सुनकर राजकुमारी सीमा एकदम भोचक्की सी होकर उनको देखने लगी।
उन्होंने उसे शांत किया इसके बाद राजकुमारी सीमा ने बताया राजकुमार युवराज जुबेर में उनकी दो बार चूत मारी थी, तो बड़ी रानी शकुंतला बोली क्या उसने गांड़ नहीं मारी।
यह सुनकर राजकुमारी सीमा बोली आज रात को मेरी गांड मारेंगे यह सुनकर बड़ी रानी शकुंतला ने उनके सर पर हाथ फेरा और उससे कहा कि आराम करो रात को तुम्हे बहुत मेहनत करनी है।
और उसके बाद वो राजकुमारी सीमा और पायल को कक्ष में छोड़कर बाहर चली गई, और दूसरी तरफ जब सुबह युवराज जुबेर की नींद खुल गई तो राजकुमारी सीमा वहा नही थी।
तो वो समझ गया कि वो अपने कक्ष में जा चुकी है, उसने स्नान किया तैयार होकर सेना नायक से बात करते हुए महल के बाहर चला गया।
युवराज जुबेर और सेना नायक नई टोली की तैयारियों को देखने चले गए, ये सेना नायक और दूसरा सेना नायक ये सब युवराज जुबेर और वरुण के दोस्त थे, इनकी मुलाकात देश भ्रमण के दौरान शिक्षा लेने के दरमेयन हुई थी।
ये दोनों सेना नायक और दोनों राजकुमार एक साथ ही शिक्षा ले रहे थे तो दोनों राजकुमारों ने पहले ही सोच लिया था कि राज का काम जब वो देखेंगे तो इन दोनों को अपने साथ रख लेंगे।
अब युवराज जुबेर ने दोनों सेना नायक हेमंत और राणा को एक बड़ी नई टुकड़ी बनाने को कहा था, आज युवराज जुबेर उसी का निरीक्षण करने राणा के साथ वहा पहुंचा।
जब युवराज जुबेर और राणा वहां पहुंचे तो हेमंत उन सैनिकों की पहली टुकड़ी को प्रशिक्षण दे रहा था उसके बाद उन दोनों ने राजकुमार को पूरी तैयारियां बताएं।
नई टुकड़ी की तैयारी को देखते हुए राजकुमार युवराज जुबेर ने पहली रानी को संदेश भेजवा दिया आज रात महल नहीं आ पाएंगे यह संदेश सुनकर बड़ी रानी शकुंतला और पहली और दूसरी रानी को थोड़ा अफसोस हुआ।
लेकिन वह जानती थी कि उनके दोनों राजकुमार अपने काम के प्रति पूर्ण निष्ठा रखते हैं, इसीलिए उन्होंने रानी राजकुमारी सीमा को संदेश भिजवा दिया।
अगले दिन रात में युवराज जुबेर अपने कक्ष में आराम के लिए जा रहे थे, वो बहुत ज्यादा उत्तेजित थे उन्होंने दरवाज़े को बंद किया और तुरंत कपड़े खोल कर नंगे हो गए।
राजकुमारी सीमा युवराज जुबेर को देख बोली युवराज जुबेर इतने उतावले क्यों हो रहे हो, क्या मैं कहीं भागी जा रही हूँ, लेकिन राजकुमारी सीमा की गांड़ मरने की सोचकर उससे रुका नही जा रहा था।
क्योंकि जब से उसने राजकुमारी सीमा की गांड देखी थी उसे मारने के लिए उसका मन मचल रहा था वह तो काम जरूरी था वरना वह उस दिन ही उसकी गांड मार देता।
इसी कारण उसका लंड तो पहले से ही खड़ा था, उसने कुछ नहीं सुना और राजकुमारी सीमा को अपनी बाहों में उठा कर अपने पलंग के पास में ले आया।
राजकुमारी सीमा को पलंग पर लिटाते हुए युवराज जुबेर ने उसे नंगी होने की कह कर वो एक मेज़ के पास गया और उसने राजकुमारी सीमा से पुछा की तुम्हें किस की खुशबू पसन्द है।
तो राजकुमारी सीमा बोली चंदन की खुशबू, युवराज जुबेर चंदन के तेल की शीशी को ढूंढने गया ये सब तेल दोनों राजकुमारों ने अलग अलग खुशबू के, गांड़ को मारने के लिए खरीदे थे।
शीशी मिलते ही उसने शीशी को पलंग के पास रख दी, राजकुमारी सीमा ने अपने कपड़े नहीं उतारे थे, जब युवराज जुबेर ने उसकी आंखों में देखा तो मादक मुस्कान के साथ बोली आप ही उतार दो।
ये सुनकर तो वो जल्दी जल्दी से राजकुमारी सीमा के कपड़े उतारने लगा, और साथ ही वो जोर जोर से चुम्बन किए जा रहा था और धीरे धीरे उसके वक्ष को भी दबा रहा था।
राजकुमारी सीमा की कामुक सिसकारियां निकलने लगी आ ओ ओ आआ आ सी उउउ अ आआअ ह्ह्ह्ह्ह्ह आहह युवराज जुबेर आप बहुत अच्छे हो, तो युवराज जुबेर बोला मेरी रानी, तुम भी बहुत अच्छी हो।
उन दोनों ने एक दूसरे के होठों का चुम्बन करना चालू कर दिया, दोनों नंगे होकर एक दूसरे को चूमे जा रहे थे और वो अपने एक हाथ से उसके वक्ष को मसलते हुए उसे गर्म कर रहा था।
और दूसरा हाथ राजकुमारी सीमा की चूत पर था और वो उसकी चुत को सहलाए जा रहा था, कुछ देर बाद वो एक दूसरे से अलग हुए और उसने राजकुमारी सीमा को घोड़ी बनने को कहा, वो तुरंत घोड़ी बन गई।
उसके बाद युवराज जुबेर पीछे आ कर राजकुमारी सीमा के दोनों मक्खन से मुलायम चूतड़ों को चूमना चालू कर दिया और उसकी गांड को उंगली की पोर से सहलाने लगा।
जैसे ही युवराज जुबेर ने उसकी गांड़ के छेद को सहलाना शुरू किया तो राजकुमारी सीमा की कामुक सिसकारियां निकलना शुरू हो गई आआ अह्हह् हह ऊऊऊ ह्ह्ह्ह्ह्ह मजा आ रहा है।
वो राजकुमारी सीमा के गोरे चूतड़ों को चाटते हुए उसके भूरी गांड के छेद को चूसने लगा, अपनी जीभ को गोल करके उसने उसकी गांड में जीभ को घुसाना शुरू कर दिया।
धीरे धीरे गांड को चूसते हुए उसने एक उंगली उसकी गांड के छेद में डाल दी, राजकुमारी सीमा की मादक आहह निकल गई।
फिर उसने बहुत सारा चंदन का तेल राजकुमारी सीमा की गांड में लगाना शुरू किया, युवराज जुबेर तेल में भीगी उंगली उसकी गांड में डालने लगा।
अब राजकुमारी सीमा की गांड का छेद खुद ही खुलने और बंद होने लगा था, और वो गांड में उंगली से मस्त होने लगी, अब उसने अपनी दो उंगलियों को उसकी गांड में डालने लगा।
धीरे धीरे करके युवराज जुबेर ने अपनी दोनों उंगलियों से राजकुमारी सीमा की गांड के छेद को ढीली कर दी, उसकी गांड के छेद ने भी ढीला होकर मजा लेना शुरू कर दिया था।
फिर वो उठा और अपने लंड पर चंदन के तेल को लगाकर चिकना कर लिया, थोड़ा तेल राजकुमारी सीमा की गांड में अपनी उंगली से डाल कर उसकी कमर पकड़ कर ली।
युवराज जुबेर ने राजकुमारी सीमा की पीठ को चूमने के बाद बोला हां मेरी रानी अब तू तैयार रहना बस अब मैं अपना लंड तेरी गांड के छेद में डाल रहा हूँ, राजकुमारी सीमा ने कुछ नहीं कहा।
उसने राजकुमारी सीमा से गांड के छेद को ढीली रखने की कहा, तो राजकुमारी सीमा ने भी उसके लंड को अपनी गांड़ में झेल लेने की लिए तैयार कर ली।
युवराज जुबेर ने धीरे धीरे उसकी गांड में अपने लंड को डालने लगा, जैसे ही लंड राजकुमारी सीमा की गांड़ के छेद को चौड़ा करते हुए अंदर गया उसकी चीखे निकल गई।
उउउउह्ह्ह आआआह्ह्ह्ह्ह्ह आआआआ ह्ह्ह्ह्ह् ह्ह्ह्ह मर गईईईईई आह्ह आह्ह आह्ह आह्ह उन्ह सिससस्स आह्ह सिससस्स आह्ह, युवराज जुबेर अब रुक गया।
कुछ देर बाद उसने थोड़ा जोर लगाया, तो राजकुमारी सीमा छटपटाने लगी, इस समय यूं समझिए कि उसके लंड का सुपारा ही ठीक से अन्दर गया होगा।
जारी रहेगी