खुल्लम खुल्ला प्यार करेंगे भाग 07

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We enjoy first night experience with 2 girls who shoot it.
3.3k words
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Part 7 of the 8 part series

Updated 06/09/2023
Created 06/06/2019
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इस कहानी के सारे पात्र १८ वर्ष से ज्यादा आयु के हैं. यह कहानी काल्पनिक है. आशा है की आप को यह नयी प्रस्तुति पसंद आएगी.

*****

अब तक आपने पढ़ा:

कहानी के दो पात्र हैं, पराग और अनुपमा. दोनों मुंबई के कॉलेज में मिले, पहले उनके दिल मिले फिर जिस्म मिले. कॉलेज के चार साल तक दोनोंका सेक्स जबरदस्त चलता रहा. उनकी शादी हो गयी और दोनोंने मालदीव में हनीमून मनाया. वहांपर सैकड़ो लोगोंके सामने पराग और अनुपमा ने सम्भोग किया. कुछ दिनों बाद चुदाई में आयी बोरियत को मिटने के लिए पराग अदलाबदली का खेल चाहता था, मगर अनु किसी दुसरे आदमी से चुदवाने के लिए राजी नहीं हुई.

अनु के सहायता से ही पराग के ऑफिस की एक लड़की डॉली को दोनोने मिलकर पटाया और उसके साथ थ्रीसम सेक्स का भरपूर आनंद लिया. गोवा में जब तीनो छुट्टियां मनाने गए, तब एक अमेरिकन कपल माइकल और जूलिया से उनकी मुलाक़ात हुई. डॉली ने माइकल के साथ और पराग ने जूलिया के साथ चुदाई की, मगर अनुपमा माइकल के साथ सेक्स करने के लिए राजी नहीं हुई. कुछ दिनोंके बाद पराग को ब्लैकमेल करने वाला एक लिफाफा मिला.

पता चला की ब्लैकमेलेर पराग के ऑफिस का जनरल मैनेजर निखिल था. उसने फोटो और वीडियो के बदले डॉली के साथ जबरदस्ती सेक्स किया. फिर अनु के साथ भी जंगली जानवरोंकी तरह सम्भोग किया. जब निखिल का पानी निकलने वाला था, उसी समय पराग ने उसके सर लोहे का डंडा मारकर उसे बेहोश कर दिया.

पराग के चचेरे भाई अजय ने उस ब्लैकमेलेर से बचाने में सहायता की. फिर अनुपमा ने अजय को जीवन का सर्वोच्च सुख दिया और दो मर्दोंके साथ थ्रीसम भी किया.

अगले दिन तीनो डॉली से मिलने गए. डॉली ने हमें अपने बॉयफ्रेंड लकी से मिलवाया. आगे चलकर पराग, अनुपमा, अजय, डॉली और लकी पाँचों ने मिलकर सामूहिक संभोग का आनंद लिया. डॉली और लकी ने शादी कर ली. हनीमून पर उन दोनोंके साथ पराग और अनुपमा ने भी जाने का प्लैन बनाया.

अब आगे:

सातवा भाग अनुपमा की जुबानी है.

लकी और डॉली ने शादी के बाद हनीमून के लिए मनाली जाने के बारे में सोचा था.

"पराग, अनु, आप दोनों भी चलो हमारे साथ. हम चारो मिलकर एक बिलकुल अलग प्रकार से हनीमून मनाएंगे," लकी ने मुस्कुराते हुए कहा.

"अलग, मतलब कैसे अलग?" मैंने पूंछा।

"अरे अनु डार्लिंग, हनीमून पर सिर्फ हम चारों ही नहीं जाएंगे, शमा और शकीला भी हमारे साथ आएगी," डॉली ने खिलखिलाते हुए कहा.

"अरे यार, अब ये शमा और शकीला कौन हैं, और हनीमून पर ये दोनों आकर क्या करेंगी?" पराग भी अचम्भे में पड गया.

"ये सब तुम हमपर छोड़ दो. सिर्फ तुम दोनों तुम्हारी शादी का जोड़ा साथ में लेकर चलो," डॉली ने कहा.

मुंबई सेंट्रल स्टेशन पर ट्रेन छूटने से आधा घंटा पहले हम चारो प्लेटफार्म पर मिले. वहाँ पर ३०-३२ साल की दो सांवली सुन्दर लड़किया भी खड़ी थी.

"ये है शमा और शकीला. दोनों बहने हैं और हमारे साथ चलेगी," लकी ने उनका परिचय हमसे कराया और हमारा उनसे.

"ये दोनों विडिओ शूटिंग करने में निपुण हैं और ये दोनों हमारे हनीमून की शूटिंग करेगी," डॉली ने कहा.

अब हमें पता चला की शादी का जोड़ा क्यों चाहिए था.

हमने ए सी थ्री टायर में बुकिंग की थी, इसलिए पूरी छ सीटे हमारी ही थी. डॉली और मैं झीनी सी नाइटी पहनकर आ गयी. पराग और लकी सिर्फ बनियान और लूंगी में थे. अब शमा और शकीला भी पतली स्लीवलेस नाइटी पहनकर आ गयी. सब लोग एक दुसरे को शुभ रात्रि कह कर सोने चले गए.

दो अनजान लड़किया साथ में होने के कारण हम चारोंमे से (मैं, पराग, लकी और डॉली) कोई सेक्सी हरकत नहीं की और सब चुप चाप सो गए.

मनाली पहुँचने के बाद तीन कमरे लिए गए, एक मैं और पराग, दुसरे में लकी और डॉली और तीसरे में शमा और शकीला।

जब हम चारो मिले तब डॉली ने बताया, "मैं और पराग एक कमरे में, तथा लकी और अनुपमा दुसरे कमरे में सुहागरात का रोल प्ले करेंगे. शमा और शकीला एक एक कमरे में रहेगी और पूरी सुहाग रात को शूट करेगी."

"हां पराग, हमने आज तक भरपूर सेक्स किया हैं मगर ये सुहाग रात वाला धीमा सेक्स आज तक नहीं किया. मैं और डॉली दोनों शर्माने का अभिनय करेंगे और पूरा कार्यक्रम धीरे धीरे चलेगा. पराग और लकी हम दोनों लडकियोंको प्यार से लुभाएंगे तभी कपडे हटेंगे और चुदाई होगी," अब मैंने भी डॉली की हाँ में हाँ मिलाते हुए कहा.

"एक बार मैं और पराग, फिर अगली रात मैं और लकी, ऐसे बदल बदल कर सुहाग रात का रोल प्ले की शूटिंग करेंगे," डॉली ने बताया.

शाम का भोजन और थोड़ी सी वाइन के दौर के बाद मैं और डॉली एक कमरे में चली गयी. शमा और शकीला भी हमारे साथ थी. हमें शादी के जोड़े में सजने सवरने में भी वो सहायता करने वाली थी.

"पराग, लकी, मुझे और अनु को सजधज कर तुम्हारे लिए तैयार होने में कम से कम दो घंटे लग जाएंगे, इसीलिए आप लोग घूम कर आ जाओ," डॉली ने कह दिया.

डॉली की आज्ञा पाकर पराग और लकी खुली हवा में टहलने के लिए चले गए.

मैं स्लीवलेस टॉप और शार्ट पहनी हुई थी और डॉली ने खुले गले का फ्रॉक पहना था. मेरे बदन पर गुलाबी ब्रा और पैंटी मेरी सुंदरता को बढ़ा रही थी. डॉली के गोर गोर अंगपर भूरे रंग की ब्रा और पैंटी थी. शमा और शकीला ने हमारे कपडे उतारे और फिर ब्रा और पैंटी उतरने में भी सहायता की.

एक बड़े से प्लास्टिक शीट पर मुझे और डॉली को लिटाया गया. शमा और शकीला ने भी अपनी अपनी सलवार कमीज उतारकर सिर्फ ब्रा और पैंटी में आ गयी. दोनों बहने सांवली थी मगर दोनोंके भी वक्ष काफी बड़े थे और जाँघे, नितम्ब मांसल थी.

"चलो मैडम जी, अब आप की सेवा शुरू," कहते हुए दोनोने तेल से मालिश शुरू कर दी.

मेरी पीठ और गांड को शमा मसल रही थी और शकीला ने डॉली को पीठ के बल लिटाकर उसके कंधे, मम्मों और पेट की मालिश शुरू कर दी.

"हाय हाय, दोनों भी कितनी गठीली जवानी से भरपूर हैं," शमा ने आँख मारकर शकीला से कहा.

"हाँ री, दोनोंके मर्द कितने लक्की है, जिन्हे ऐसी हॉट लड़किया मिली हैं, वो भी अदल बदल कर चोदने में," अब शकीला ने कहा.

शमा अब मेरी गांड और जांघोंपर मसलते हुए उसकी उँगलियाँ मेरी योनि को छूने लगी. मेरे मुँह से सिसकारियां निकलती रही और शमा और भी बेशर्मी से मेरी गांड की दरार और चूत में टेल्स लबालब उंगलियोंसे मालिश करती रही. शमा ने मेरी जाँघे खोल दी और अब खुलकर मेरी गीली योनि में तीन उंगलियोंसे मुझे सुख देने लगी.

उधर शकीला डॉली के ऊपर झुककर उसके उन्नत वक्षोंको मसलती रही. डॉली भी अपनी आँखें मूंदकर पूरा आनंद ले रही थी. शकीला ने हाथ नीचे लाकर डॉली की चूत को ऊपर से सहलाना शुरू किया. अब डॉली से रहा न गया और उसने "अंदर डालो न," कहकर शकीला की तीन चार उंगलिया अपनी योनि में घुसा दी.

शमा ने चुपके से कहा, "अनु मैडम, अब आप भी पलट जाओ."

मैं पलट कर पीठके बल लेट गयी और डॉली का हाथ पकड़कर दोनों सिसकारीया लेने लगी.

अब शमा और शकीला हमारे स्तन और योनि को और भी मजा देने लगी. जैसे ही हमारे निप्पल्स मसलना शुरू हुआ, मुझसे रहा न गया और मैंने शमा को अपने ऊपर खींच लिया. उसके पतले होठोंको चूसते हुए शमा की ब्रा का हुक मैंने खोल दिया. उसकी ब्रा जैसे ही शरीर से अलग हो गयी वो मुझसे लिपट कर अपने बड़े बड़े वक्षोंसे मेरे वक्षोंको रगड़ने लगी. मैंने हाथ नीचे कर उसकी तेल से भरी पैंटी भी उतार दी. अब हम दोनों पूर्ण रूप से नग्नावस्था में आ गयी. शमा अब मुझे बॉडी टू बॉडी मालिश करने लगी.

हमारी देखा देखि, डॉली ने भी शकीला को चूमना आरम्भ किया. वहां भी कुछ ही मिनटों में शकीला की ब्रा और पैंटी अलग हो गयी. शकीला डॉली को बॉडी टू बॉडी मालिश का सुख देने लगी. आज तक मेरी और डॉली की खूब चुदाई हुई थी मगर ऐसा बॉडी टू बॉडी मालिश पहली बार हो रहा था. मालिश करने वाली लड़किया भी उस कला में निपुण थी.

दस मिनट तक बॉडी टू बॉडी मालिश के बाद सिक्सटी नाइन का दौर चला. चारो लड़किया कितनी बार झड़ी इसका किसीको भी पता नहीं चल रहा था. फिर शकीला मुझपर चढ़ गयी और शमा ने डॉली को सुख देना शुरू किया. एक घंटा गुजर गया था मगर चारो प्रेम "रस" डूबकर तृप्त हो गयी थी.

लगता था की शमा और शकीला औरतोंको मालिश करने और लेस्बियन सेक्स देने में माहिर थी. वीडियो शूटिंग के साथ साथ ये भी करती थी और इस सारी सेवा के अच्छे खासे पैसे भी लेती थी.

शमा अब डॉली का हाथ थामकर उसे नहलाने के लिए बाथरूम में लेकर चली गयी. मैं और शकीला अभी भी एक दुसरे के स्तनोंको मसलती और चूसती रही.

जैसे ही मैंने उसका बाया निप्पल दातोंसे चबाया, वो चिहुँक उठी, "उई माँ, मर गयी, जरा धीरे चबाओ अनु मैडम. आह आह."

मेरी चार उंगलिया शकीला की तंग योनि में अंदर बाहर होने लगी और वो फिर एक बार झड़ गयी. अपनी उंगलिया मैंने खुद भी चाटी और शकीला से भी चटवायी.

कुछ देर तक हम दोनों ऐसे ही लेटी रही.

अंदर बाथरूम में शमा ने डॉली को अच्छे से नहलाया. डॉली ने भी शमा की साबुन के झाग से मरम्मत की और शावर के नीचे दोनोने फिर एक दुसरे को प्लेज़र दिया.

दोनों भी नंगी बाथरूम से बाहर आयी. अब नहाने की मेरी और शकीला की बारी थी. शकीला ने मुझे बड़े प्यारसे नहलाया और हम दोनों भी नंगी कमरे में आ गयी.

शमा और शकीला ने मुझे और डॉली के बदन को टॉवल से सुखाया, फिर लोशन से एक-दो मिनट हलकी मालिश की. फिर हम दोनोंको लाल रंग की नयी ब्रा और पैंटी पहनाई गयी. लाल रंग के ब्लाउज पेटीकोट और शादी की साड़ी भी अच्छे से पहनाई. फिर शानदार मेकअप किया.

"डॉली डार्लिंग, हम दोनों सच मच नयी नवेली दुल्हन लग रही है री," मैंने मुस्कुराते हुए डॉली से कहा.

"हां मेरी जान, अब दोनों लडकोंको खूब सतायेंगे और चुदाई के लिए तरसाएँगे, तभी ज्यादा मज़ा आएगा," डॉली ने कहा.

पराग और लकी अब तक चार बार फोन करके पूँछ चुके थे की अब हम लोग कमरोंमे आ जाये, मगर हम अभी भी उन्हें तरसा रही थी.

आखिर शमा और शकीला अपने कमरे में चली गयी. मैं लकी के कमरे में और डॉली पराग के कमरे मैं आ गयी.

**********************************************************

अनुपमा - लकी की सुहाग रात और शमा की शूटिंग:

**********************************************************

मैं लकी के कमरे में आ गयी और बिस्तर पर बैठ गयी. एक कोने में खड़ी शमा अपना वीडियो कैमरा लेकर शूटिंग के लिए तैयार थी. एक थर्मस में गरम दूध मंगवाया था, जिसे शमा ने गिलास में भर दिया. शमा ने लकी को फ़ोन करके रूम में आने के लिए कह दिया.

"अनुपमा रानी, जरा अपना घूंघट तो खोलो," लकी ने अंदर आकर मुझसे कहा.

मैंने शर्माते हुए उसे दूध का गिलास दिया. "लीजिये जी, आप के लिए गरम दूध."

दूध पीकर लकी ने मेरा घूंघट उठाया, "तुम कितनी सुन्दर और प्यारी लग रही हो अनु."

शमा अपना वीडियो कैमरा लेकर ये सारा सीन शूटिंग कर रही थी.

लकी ने मेरे माथे पर चुम्बन लिया, और मैं शर्मा गयी.

"वाह वा, तुम जितनी सुन्दर हो, उतनी ही शर्मीली भी," लकी ने बड़े प्यार से कहा.

"अनु, ये देखो मैं तुम्हारे लिए क्या लाया हूँ?"

लकी ने एक सुंदर सा सोने का नेकलेस मुझे दिखाया. ये मेरी मुंहदिखाई की भेंट थी, जिसे मैंने सहर्ष स्वीकार किया.

लकी ने मुझे अपनी बाहोंमें भर लिया, मैं शरमाते हुए उसे लिपट गयी. शमा अलग अलग एंगल से ये सारा दृश्य लाइव शूटिंग कर रही थी.

मेरे माथे और गालोंको चूमते हुए लकी बोला, "अनु डार्लिंग मैं तुम्हारे होठोंका रसपान करना चाहता हूँ."

मैं शर्माकर उसे और जोरसे लिपट गयी और मेरा दिल जोरोंसे धड़कने लगा. दुल्हन का वेश और सुहागरात के रोल प्ले का मुझपर कुछ ज्यादा ही प्रभाव हुआ.

लकी ने मेरे होठोंपर अपने होठ रख दिए, मैं भी उसके चुम्बन का जवाब देने लगी. जैसे ही हमारी जीभ एक दुसरे को प्यार करने लगी, शमा एकदम पास आकर क्लोजअप लेने लगी.

"अनु, मुझे तुम्हारे स्तन देखना हैं. इस ब्लाउज में कितने कैसे हुए और भरे हुए लग रहे हैं," लकी भी अब रोल प्ले को एन्जॉय कर रहा था.

"छी, मुझे लज्जा आती हैं."

लकी मेरी गर्दन और कांधोंपर चुंबन वर्षा करने लगा और मेरी साड़ी कंधे पर से हटाई. अब मैं लाल रंग के तंग ब्लाउज में उसके सामने थी.

जैसे ही लकी ने मेरे क्लीवेज को चूमा, शमा फिर पास आकर क्लोजअप लेने लगी. मुझे लगा की शमा भी उत्तेजित हो रही थी और उसकी साँसे गर्म होने लगी थी.

लकी मेरे वक्षोंपर ब्लाउज के ऊपर से ही सहलाने लगा और मैं उह आह करती रही.

"रानी, मुझे तुम्हारी गोरी गोरी और मुलायम जाँघे देखनी हैं, और उन्हें चूमना हैं," लकी कामुक आवाज़ में बोलने लगा.

मैंने शर्माकर दोनों हाथोंसे अपना चेहरा ढक लिया, तभी लकी ने मेरी साडी और पेटीकोट ऊपर उठायी. मेरे पैर उजागर हुए जिन्हे लकी सहलाता गया. अब साडी घुटनेके ऊपर चली गयी और मैं बिस्तर पर लेट गयी. लकी ने साडी और ऊपर सरकाकर मेरी मांसल मुलायम जाँघे खुली कर दी.

"आहा, कितनी सुन्दर और सेक्सी हो तुम अनु डार्लिंग," कहते हुए लकी मेरी जांघोंको चूमने और चाटने लगा.

मैंने देखा की शमा शूटिंग करते करते एक हाथ से अपनी चूचियाँ दबा रही थी, जाहिर है की वो भी उत्तेजित हो रही थी.

"इतनी सुन्दर, मखमल सी मुलायम और पुष्ट जाँघे मैंने आज तक नहीं देखि. मैं सच मच कितना लकी हूँ मेरी जान," कहकर लकी ने अब मेरी साडी और पेटीकोट पूरा ऊपर उठाया और मेरी जाँघे सहलाना, चूमना और चाटना जारी रखा.

साडी की परत खोलकर और पेटीकोट का नाडा निकालकर दोनों मेरे शरीर से अलग हो गए. अब मैं लाल पैंटी और लाल ब्लाउज (जिसके अंदर लाल ब्रा थी) में लेट कर आँखें मूंदकर आनंद ले रही थी.

मेरी जांघोंको चाटते चाटते लकी ने अपना कुरता और बनियान निकाल दिया था. ये सारा नजारा देखकर शमा से रहा न गया. वो भी पूरी तरह गर्म हो चुकी थी. उसने कुछ सेकंड के लिए शूटिंग रोका और अपना टॉप उतार दिया. उसकी काली ब्रा में कसी हुई चूचिया मस्त लग रही थी.

"डार्लिंग, अब तो मुझे तुम्हारे मम्मे देखने दो और उन्हें प्यार करने दो," लकी ने कहा. अब उसके पैजामे से उसका तना हुआ लंड दिखने लगा था.

मुझपर झुककर लकी मेरे वक्षोंको ब्लाउज के ऊपर से ही हलके दबाने लगा. साथ में मेरे क्लीवेज को चूमता और चाटता भी गया.

"हमम , कितने मस्त हैं तेरे बूब्ज मेरी जान."

मैंने उसे अपने बदन पर खींचा और हम दोनों होठ और जीभ से प्यार करने लगे. उसका कड़क लौड़ा मेरी पैंटी पर दब रहा था और धीरे धीरे रगड़ रहा था.

शमा ने फिर शूटिंग रोकी और अपनी सलवार उतर कर वो सिर्फ काली ब्रा और काली पैंटी में शूटिंग करने लगी.

मेरे हाथ लकी की पीठ पर सहलाने और नोचने लगे, और उसने मेरी गर्दन को चाटते हुए मेरे ब्लाउज के बटन खोलना शुरू किया.

"आहा , क्या भरपूर जवानी हैं तेरी अनु रानी. गोरी गोरी छातियाँ और वो भी कितनी सख्त."

लकी थोड़ा ऊपर उठा ताकि शमा मेरे ब्रा में कैसे वक्षोंको शूट कर सके.

आनन फानन में मेरा ब्लाउज निकल गया. अब मैं सिर्फ ब्रा और पैंटी में थी.

"तुम भी तो अपना पैजामा निकालो न मेरे राजा," कहके मैं लकी की आंखोंमे प्यार से देखने लगी.

झट से उसने अपना पैजामा और फ्रेंची निकाल दी और पूरा नंगा होकर मेरे बदन पर लेट गया.

उसकी हेयरी जाँघे मेरी मखमल सी मुलायम जाँघोंसे रगड़ रही थी और वो मेरे पूरे बदन पर चूमने लगा.

लकी का कड़क लंबा लौड़ा देखकर शमा के चूत में भी खुजली होने लगी. उसने अपनी ब्रा और पैंटी निकाल दी और पूर्ण नग्नावस्था में शूटिंग करने लगी.

अब मेरी चूत आग उबल रही थी और योनि रस निकलकर पैंटी भीगने लगी थी.

ब्रा का एक पट्टा हटाकर मेरा दाया वक्ष खुल गया.

"कितने मस्त हैं तुम्हारे दूध. अब मैं इन्हे चूसूंगा और खा जाऊँगा।"

पीछे हाथ डालकर लकी ने मेरी ब्रा को खोल दिया और मेरे उन्नत उरोज ब्रा के बंधन से मुक्त हुए.

जैसे ही वो बारी बारी दोनों स्तनोंको चूसता, दबाता, काटता और चाटता गया, मैं भी पूरी तरह से कामोत्तेजित हो गयी.

"आह, ऐसे ही चूस मेरे राजा। चबा इन्हे आहाहा , चूस मेरे निप्पल," मैं सुखके सागर में गोते ले रही थी.

अब शमा का एक हाथ कैमरे पर और दूसरा खुद की चूत को सहलाने में व्यस्त था.

मेरे बूब्ज चूसते हुए बीच में सांस लेकर लकी बोला, "अब तो अपनी मुनिया के दर्शन कराओ अनु डार्लिंग."

"रोका किसने है," मैंने स्मित हास्य से कहा.

मेरी पैंटी खींच कर निकली और मैंने भी अपनी गांड उठाकर सहयोग दिया.

"कितनी सुन्दर, गुलाबी चूत हैं तेरी डार्लिंग. आज तो इसे चाटूँगा भी और अपने लौड़े से चोद भी डालूंगा."

लकी मेरी जाँघे फैलाकर मेरी योनि को चूमने और चाटने लगा. दोनों पंखुडियोंको हटाकर जीभ अंदर घुसाकर मानो जीभ से ही मेरी योनि को चोदने लगा.

"आहा, लकी डार्लिंग, ऐसे ही मेरे दाने को चाटो न," मैं तड़पने लगी. मगर उसने मेरी क्लाइटोरिस को छोड़कर बाकी सारी जगह चाटना जारी रखा.

मैं पागल होती गयी और मेरी चूत पानी से तर बतर हो गयी. लकी ने सारा पानी पीना और चाटना जारी रखा मगर अभी तक वो मेरे क्लाइटोरिस को छुआ तक नहीं था.

मैंने देखा की नजदीक से शूटिंग करने के लिए शमा झुककर अपने सख्त वक्ष लकी की पीठ पर दबा रही थी.

"प्लीज लकी डार्लिंग, मेरा दाना चूसो न," कहकर मैं जल बिन मछली की तरह फड़फड़ाने लगी.

अब लकी के सब्र का बाँध टूटा और उसने मेरे दाने को मुँह में भर लिया.

"लकी, तुम्हारा लंड मेरे मुँह में दो, मैं उसे चूसकर तुम्हे खुश कर दूँगी," मैंने नशीली आवाज़ में कहा.

तुरंत वो पलटकर सिक्सटी नाइन की पोज में आया और मैंने उसका लम्बा चौड़ा कड़क औजार अपने मुख में भर कर लॉलीपॉप जैसे चूसने लगी.

दस मिनट तक सिक्सटी नाइन चला और हम दोनों (नहीं तीनो, शमा भी तो थी) पसीने में भीग गए. इतना चूसने के बाद भी लकी अपना कम तो क्या मगर प्री कम भी निकलने नहीं दे रहा था.

"चल मेरी रानी, अब घोड़ी बन और ले मेरा लौड़ा अपनी फुद्दी में," इतना कहकर लकी मेरे शरीर से उठ गया.

मैं अपने हाथ और घुटनोंपर आयी और लकी मेरी गीली चूत के द्वार पर अपने लंड का टोपा रगड़ने लगा.

"अंदर डाल न जल्दी, प्लीज, फक मि," मैं बेसुध हुए जा रही थी.

मेरी योनि को छेड़ने के साथ साथ लकी का एक हाथ शमा के वक्षोंसे खेल रहा था. फिर धीरे धीरे उसने अपना कड़क लौड़ा मेरी गीली और गर्म योनि में घुसाया.

"आह, मार मेरी चूत मार, चोद मुझे, आह, और जोर से, फक, फक, फक मि, हार्डर हार्डर, और जोर से."

अपने दोनों हाथोंसे मेरी गांड पर चांटे मारकर लकी मुझे चोदता गया. करीब बीस मिनट बाद मैं उस पोज में थक गयी.

मुझे नीचे लिटाकर वो मिशनरी पोज में चुदाई करने लगा.

"अनु डार्लिंग, अब मेरा निकलने वाला हैं. पानी कहाँ निकालू?"

"अंदर ही निकाल मेरे राजा, मेरी प्यास बुझा दे."

दो चार आखरी झटके मार कर वो मेरे अंदर झड़ गया. अब तक मैं तीन बार झड़ चुकी थी.

संभोग पूरा होने के बाद जैसे ही लकी मेरी बाजू में लेटा, शमा ने शूटिंग बंद की, कैमरा नीचे रखा और लकी के लंड को चूसने लगी.

नयी लड़की को चोदने के लिए पुरुष कितना उतावला रहता हैं न, उसी के चलते तीन मिनट में ही लकी का लंड फिर से कड़क हुआ.

अब उसने शमा की चुदाई की. मैं शमा के मुँह पर चूत लगाकर बैठी और उसने मेरा दो बार पानी निकाल दिया.

लकी आधे घंटे तक अलग अलग पोज में शमा को चोदता गया और आखिर उसके मुँह में पानी निकाल दिया. शमा पूरा वीर्य गटक गयी.

जब लकी पूर्ण रूप से थक कर सो गया, तब मैं और शमा सिक्सटी नाइन की पोज में आधे घंटे तक सुख लेती रही.

सुबह के चार बजे तरोताजा हुए लकी के लौड़े ने फिर से हम दोनोंको चोदा और मेरे मुँह में वीर्य निकाल दिया. मैंने थोड़ा शमा के मुँह में डाला और दोनों फ्रेंच किसिंग करके उसके वीर्य को पी गयी.

डॉली और पराग की सुहाग रात (जिसे शकीला ने शूट किया) कैसी रही ये अगले भाग में.

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3 Comments
AnonymousAnonymousover 4 years ago
Mast writer

Pariwar me sukh

writer shankgore padhein..

rajNsunitaluv2explorerajNsunitaluv2explorealmost 5 years agoAuthor
Reply to Gopal Das

गोपाल दास जी, आपको हमारी कहानिया पसंद आयी इसका हमें आनंद है.

सुझाव के धन्यवाद मगर हमको पारिवारिक (इन्सेस्ट) सम्बंधोंपर कहानी लिखने में कोई रूचि नहीं हैं.

थ्रीसम, पार्टनर स्वैपिंग और ग्रुप सेक्स की कहानिया ही हम प्रस्तुत करेंगे.

सुनीता और राज

AnonymousAnonymousalmost 5 years ago
क्या आपने लाईटरोटिका के लेखक हल्द्वानी की कहानियां पढ़ी हैं

मुझे आपकी स्टोरी पसंद आयी.

आप कुछ अलग स्टोरी भी लिखिये

जैसे कि परिवार में। लोगोकी बढ़ती डिमांड को लेकर

आप यह लिखने की कोशिश करिए

गोपाल दास

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