Note: You can change font size, font face, and turn on dark mode by clicking the "A" icon tab in the Story Info Box.
You can temporarily switch back to a Classic Literotica® experience during our ongoing public Beta testing. Please consider leaving feedback on issues you experience or suggest improvements.
Click hereहेलो दोस्तो, मेरा नाम विक्रम है। मैं यू.पी. मैं रहता हू।
मेरे घर मैं, मैं, मेरी माँ, और मेरे पिता रेहते हैं।
मैं अब 25 साल का हो गया हूं। मेरी हाइट 5'8 'है।
मैं स्वास्थ्य और मेरे पास अच्छा शरीर और व्यक्तित्व है।
अब में आपको मेरी पहली रियल सेक्स स्टोरी बताता हूँ। मेरी अपनी असली माँ के साथ यह उस समय की बात है जब मै 20 साल का था मेरी माँ का नाम कुसुम है। उनकी उम्र अभी 38 साल की हैं।
मेरी मॉर्निंग देखने मे तो काफ़ी कामुक लगती हैं।
उनका फिगर 39dd-40-39d है ऐसा फिगर तो अच्छे आछो के मुँह मे पानी और लिंग ( lund) मै से पानी निकाल दे।
मेरी माँ स्तन एकदम गोल और सुन्दर है।
हो भी क्यों ना माँ ब्रैस्ट बड़े करने की क्रीम जो लगाती हैं।वो हमेशा पिंक कलर की डिज़ाइनर ब्रा पहनती थी वह हमेशा टाइट ब्रा पहनती है जो उसके बड़े-बड़े रसीले दो तरबूजओं को पकड़ के रखती थी जब वह ब्रा उतारती उसके शरीर पर उसकी ब्रा के निशान साफ देखें जा सकते थे।
आप सोच रहे होंगे की मुझे कैसे पता उनका साइज और उनके ब्रा strips के निशान है।
मेरी माँ हमेशा घर मे सलवार सूट या फिर साड़ी पहनती है। वो हमेशा गहरे गले के ब्लाउज और कमीज़ सिलवाती है।
जब वो घर पर होती तो दुपट्टा नहीं इस्तेमाल करती थी जिससे जब वो चलती तो उसके दो बड़े रसीले अनार ( boobs) हिलते और मेरे lund मे तूफ़ान उठाने लगता।
मै जानभूझ कर ज़मीन मे कुछ ना कुछ गिरा देता और जब माँ सफाईकरने निचे झुकती तो उनके तो अनमोल रतन स्तन इस तरह लटकते मानो किसी पेड़ पर पके हुए रसीले आम लटके हो।
उनकी सलवार का क्लीवेज इतना बड़ा था की निप्पल को छोड़े के सारे बूब्स देखे जा सकतेथे। उनकी ब्रा पर उनके दोनों बूब्स का प्रेशर उतना था की मानो अभी फट ही जाएगी।
मै चुकी घर मे अकेला था और पापा बाहर जॉब पर थे तो मम्मी भी फ्रीली घर मे बेशर्मो की तरह गांड हिल्ला कर चलती मन करता की अभी चोद दू।
पर डर लगता था।
एक दिन चुकी दिवाली करीब आ रही थी।हम दोनों घर की सफाई मे लग गए इस बीच मेरे दिमाग़ मे कामुक आईडिया आया मेने चुप कर माँ की सारी ब्रा और पेंटी फेक दी अब माँ पर एक भी ब्रा और पेंटी नहीं थीं।
माँ कया करती तो उन्होंने मुझे बताया की
Mom- बेटा सफाई मे मेरी सारी अंडर गारमेंट गायब हो गयी..?????
Me- मतलब ( मौका के मुँह से मे ब्रा पेंटी सुनना चाहता था)
मेने भोला बनने की कोशिश की
Mom- अरे बेटा वो जो औरत पहनती अंदर...!
Me- माँ क्या आप मुझे खुल कर प्रॉब्लम बतायेंगी यहाँ आपके और मेरे सीबा कोई नहीं है।
Mom- शरमाते हुए बेटा मेरी मेरी ब्रा और पेंटी दोनों नहीं मिल रही अब मैं क्या पहनूंगी।
Me- माँ अब तो ऑनलाइन ही लेनी पड़ेगी दिवाली पर बहुत भीड़ है मार्किट में।
Me- आप मुझे अपना साइज बता दो तो में ऑनलाइन आर्डर कर दूंगा।
Mom- बेटा साइज तो मुझे नही पतावो तो तेरे पापा ही जानते है वो ही मेरे लिए लाते है।
अब बिना ब्रा पेंटी के माँ के बूब्स सेट नहीं हो रहे थे जब वो ट्रांसपेरेंट ब्लैक ब्लाउज पहनती तो उसके गोरे स्तन के काले निप्पल साफ दिक्ते और मेरा lund खड़ा हो जाता।
मेने कहा माँ मैं आपकी मेसुरेमेंट लूंगा फिर आर्डर करदूंगा
पहले तो वो नहीं मानी पर बाद में मन ही gayi।
अब माँ मेरे सामने सलवार कमीज़ में थी मेने कहा माँ इसे उतरो तभी तो mesure कर पाउँगा।
वो पहले शरमाई मेने कहा माँ मैं आपका बेटा हु और यहाँ कोई नहीं है। आप mesure देदो तो मैं आर्डर करदो बड़ी मुश्किल से माँ ने अपनी सलवार उतरी और अपने निप्पल्स को हाथ से धक् लिया और शर्माने lagi।
मेरी तो लाटरी लग गयी मेरे सपनो की ख्वाहिस पूरी जो हो रही थी मेरे सामने माँ के दो मोटे, गोल, गोरे, रसीले मम्मे थे।
मेने धिरे से माँ के बूब्स के निचे का नाप लिया।
फिर माँ से कहा माँ अप्प हाथ हटाओ तभी में आपके स्तनों का कप साइज देख पाउँगा।
माँ कहा ऐसे ही लेले मुझे शर्म लगरही है।
मैने कहा माँ मैं आपका बेटा हु और मेने बचपना में इन्ही स्तनो से आपका मीठा दूध पिया है।
तो अब मुझसे केसी शर्म। मेने माँ के हाथो को जबरदस्ती हटा दिया और मेरे तो होश ही उड गए क्या मस्त निप्पल थे माँ के मेने बचपन के बाद पहली बार किसे औरत के पुरे स्तनों को देखा मेरा lund भी टाइट होने लगा।
मेरी नजर माँ के बूब्स से हट ही नहीं रही थी क्या मस्त गोरे, मुलायम juciey बूब्स और उनपर पहाड़ की तरह चौड़े काले निप्पल जो अब टाइट तो गए थे।
माँ ने मुझे टोका और कहा कहा देख रहे हो मेने कहा माँ मेने इन्ही स्तनों से आपका मीठा ताज़ा दूध पिया था ना तो तुम अब क्यों इसे छुपाती हो अब्भी तो इसमें दूध निकलता होगा।
तुम उस दूध से मेरे लिया मिल्कशेक क्यों नहीं बनती।
मेरी भोली माँ कुछ नहीं समझी और कहने लगी बेटा तब तू छोटा था और अब इसमें दूध नहीं आता।
मेने कहा क्या मैं एक बार छू के देख सकता हु माँ ने कहा देख पर जल्दी मुझे खाना बबना है।
मेने अपनी माँ के सॉफ्ट बूब्स को टच किया तो उनकी चूची टाइट हो गयी
Me- माँ ये टाइट क्यों हो गयी.।...????
माँ - कभी कभी टाइट हो जाती है बेटा तेरी शादी होंगी तो देरी बीबी से पूछना ओके।
में बड़े दयान से माँ के निप्पल्स देख रहा था। उनके निप्पल के चरों और काला घेरा था और उसमे से मादक गंध आ रही थी।
मेने दिया से देखा तो टाइट निप्पल के बीच में एक छेद था मेने मौका से पूछा तो केहनेलगी यहाँ से है तू दूध पीता था।
मेने कहा माँ क्या मैं फिर से बच्चा बनकर इन्हे पी सकता हु
माँ हसीं और बोली बेटा अब इसमें दूध नहीं आता
पर में कहा मानने बाला था मेने ज़िद्द की और माँ ने हैं कहदी।
मेने जोर से निप्पल को दबाया तो माँ के मुँह से आहे आहे ाआअह की आवाज निकले लगी मेने उससे जोर से दबाया पर उसमे कुछ नहीं निकला माँ ने कहा देख लिया।
Me- माँ आपकी दूध की टंकी तो खाली है और माँ हासस्पदि।
फिर मेने उनके कप्स का नाप लिया क्या मस्त साइज है माँ।
माँ - हट बदमाश ...
अब बारी थी पेंटी की चुकी मेने सारी पेंटी फेख दी थी सो माँ सलवार के नीच एक दम नंगी थी।
Me- माँ अब जल्दी से आप पेंटी का नाप देदो फिर में आपको ऑनलाइन सेट दिख दूंगा।
माँ शर्माने लगी की जवान लड़के के आगे पूरी नंगी कैसे हो सकती हु। तो उन्होंने कहा अभी सिर्फ ब्रा मांगा दे।
Me- माँ अभी दिवाली साले है सब सस्ते दामों में मिल जायेगा फिर आप पेंटी के लिया अलग पैसे वेस्ट कयोगे.।
माँ ने कहा बात तो सही है पर तेरे सामने कैसे सलवार उतर दू। मेने कहा माँ में तो आप ही का बेटा हु।
और यहाँ कोई नहीं है हमारे अलावा और अपने मुझे जिस जगह से जन्म दिया वो तो मेरे लिए पूजनीय है मैं उसकी पूजा ( योनि पूजा ) करूँगा।
माँ को आखिर मेने मनाही लिया अब उन्होंने अपनी सलवार भी उतार दी अब उनके शरीर पर मंगलसूत्र, चुडिया ,मांग मैं sundur और पेरो मैं पायल थी।
माँ एक दम khjraho के मंदिर की अप्सरा ( काम अप्सरा ) लग रही थी।
एक दम कामसूत्र की हीरोइन के जैसे बस नाक में नाथ, सर पर मुकुट, और मकर में सोने और हीरो का कमरबंद जो इतना लबा हो की माँ की पूरी चूत को कवर करले तो स्वर्ग की अप्सरा भी माँ को देखके शर्मा जाये और सारे देव अपने लौंडा को सहलाते रही की काश ये अप्सरा स्वर्ग लोक में होती।
मेने देखा की माँ की चुत per तो pura जंगल (jhat के बाल , चुत के बाल ) ऊगा हुआ है।
मेने माँ को कहा की यह इतने सारे बाल कैसे तो उन्होंने कहा की काम के चक्कर में सफाई नहीं की।
मेने उसके पास अपना मुँह लगया तो उसमेसे मादक सुगंध आ रही थी।
मेने कहा माँ इसमें तो खुश्बू आ रही है। माँ ने हस कर कहा इस जंगल (चुत के बाल ) की देखभाल मैं ही करती हु। इसको मेहगे शैंपू से धोती हु।
मेरे मन में आया वाह मेरी माँ पापा के लिए पहले से ही चुत को तैयार कर रखा है।
पर इस दिवाली इस की सील तो मेरे lund से खुलेगी।
दिवाली पर मेरे मेरा रॉकिट माँ की गुफा ( योनि ) में फूटेगा।
इस दिवाली में माँ को अपने मुट्ठ से बानी स्पेशल मिठाईया जो खिलाऊंगा।
मेने माँ से कहा दिवाली पर हम जहा रहते है उसे साफ करते है.।
तो आप नई अभी तक मेरे जन्म स्थान ( चुत ) को साफ क्या नहीं क्या।
ये जगह मेरे लिए पूजनीय है।
Mom- ठीक है में कर लुंगी पर नाप तो ले पेंटी का।
में - नो माँ पहले मैं अपने हाथ से अपनी माँ की chhhh...। मेरा मतलब योनि को साफ करूँगा फिर पेलूगा...
Mom- क्या?????
Me- नहीं मेरा मतलब फिर नाप लैलूंगा माँ की chhhhhh...। कमर का।
मेरी माँ थोड़ी देर बाद मान गयी।
में माँ को बेड रूम में लगया और कहा आराम से लेट जायो और टांगे फेलाल लो ताकि chhhhhh...।!!
आपकी योनि के बाल काट सकूँ।
मेने जल्दी से सारा सामान जमा किया और माँ के पास आ गया।
माँ को अभी भी शर्म लग रही थी तो मेने ही जवर्दस्ती उनकी टांगे फैला दी जिससे उनकी बाल से ढकी चुत मेरे सामने थी।
मेरे मन में आ रहा था की अभी लौडा निकल कर सीधा घुसा दू चुत में पर मुने कंटोल किया।
मेने पहले माँ की कोमल चुत को गिला किया।
उनसे पूछा पैरा जंगल साफ कर दू माय थोड़ा छोड़ दू?
माँ - थोड़ा रहने देने.।
मेने कोमल रिसर्च से माँ की पूरी सगत को साफ कर दिया और बीच में एक बाल की लाइन बना दी जैसे बहुत से पोर्नस्टार के बानी होती hai।
मेरी माँ तो काम की अप्सरा है। तो उसकी चुत भी तो सजी होनी चाइये।
जब में चुत साफ कर रहा था तो उनकी चुत को पेहलीबाल देखा।
उसमे तो होंठ थे जिसे खोले पर अंदर पिंक कलर की गुफा थी।
मेने माँ से पूछ यही मेरा birthplace है।
तो उन्होंने हां कहा। वो गुफा इतने चौड़ी थी की मेरा 7' का लौड़ा उसमे पूरा समजता और माँ को पकता भी नहीं चलता।
उनकी चुत से कुछ चिपचिपा लिक्विड निकल रहा था। शायद माँ गरम हो रही थी। मेने थोड़ा से उंगलीसे लेकर टेस्ट किया तो वो थोड़ा नमकीन था पर testy था।
मेने माँ से पूछा ये पानी कैसे तो वो शर्मा गयी और जल्दी से उठ कर टॉवल से सारी चुत पोछलि और बोली चलो अब जल्दी से नाप लेलो मुझे खाने बनाना है.।
फिर मेने मजबूरी मैं कमर का नाप लिया।
मेने माँ को न्यू सेक्सी ब्रा पेंटी के साथ लिंगेरी भी दिखाई जो हनीमून पर पेहेनते hai।
उस साइट पर बहुत सेक्सी ब्रा एंड पेंटी थे।
माँ को कुछ समझ नहीं आ रहा था तो मेने कहा मैं आर्डर कर देता हु पर प्रॉमिस करो आप मुझे उसका ट्रायल जरूर देखोगी माँ ने कहा ओके।
मेने माँ के साइज से छोटे और वैरी सेक्सी ब्रा पेंटी और बेडोल लिंगेरी सेट्स मंगवाए साथ ही 10 कंडोम के पैकेट्स दिवाली पर damaka जो करना था।
आगे की कहानी नेक्स्ट पार्ट मैं कीप रीडिंग...!!