जन्नत की 72 हूरे Ch. 10

Story Info
नर्स और डॉक्टर के साथ समूह सेक्स.
4k words
4
986
00

Part 10 of the 15 part series

Updated 06/10/2023
Created 12/10/2020
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जन्नत की 72 हूरे Ch 09 में आपने पढ़ा कैसे नर्से लिया और मधु की पहली चुदाई हुई;

मैंने जुली से कहा ये तुमने कैसे किया? जुली बोली मैंने जस्सी से कुछ चूत के कसरत सीखी हैं जिससे चूत खुलती बंद होने लगती है और चुदाई में पहली बार वाला मज़ा आता हैl मैं ये कसरत सारा मधु और जुली को भी सीखा दूँगी, जिससे ये सारी ज़िन्दगी सेक्स का भरपूर मज़ा लेती रहेंगी।

अचानक उसका जिस्म थोड़ा थर्राया और उसने मुझे ज़ोर से भींच लिया। 'ऊऊऊऊऊ आमिर मेरी चूऊऊत गई।' कहकर वह निढाल हो गई।

मैंने भी दो तीन धक्के लगा कर अपना पानी उसकी चूत निकलना चाहा पर-पर जस्सी की बात याद आ गयीl मैंने धीरे-धीरे धक्के लगाने शुरू कर दिए l मैं एक हाथ से जुली और दुसरे से सारा के चूचे सहलाने लगा और सारा को किश करने लगाl

फिर कुछ देर के बाद मैंने महसूस किया कि मेरा लंड पानी से भीग रहा है। अब वह भी अपना पानी छोड़ने वाली थीl अब वह नीचे से अपनी कमर उठा-उठाकर चिल्ला रही थी और बडबड़ा रही थी, आहहहहहह! और चोदो मेरी चूत को, आज मत छोड़ना, इसे भोसड़ा बना देना और फिर कुछ देर के बाद वह बोली हाए मेरे राजा में झड़ने वाली हूँ l फिर मैंने उसकी गांड पकड़कर अपनी स्पीड बढ़ा दी, तो वह भी कुछ देर के बाद झड़ गई और निढाल हो गईl

मेरी अब तक की कहानी "जन्नत की 72 हूरे" : जो की "खाला को चोदा, खाला की चुदाई के बाद आपा का हलाला, मजो की दुनिया में मेरे अनुभव और खड़े लण्ड की अजीब दास्ताँ" के अगले भाग हैं में आपने पढ़ा;

मुझे देखते ही ज़रीना और दिलिया मुझ से लिपट गयी और शिकायत भरे लहजे से बोली हम आपसे बहुत नाराज़ हैंl आप हमे छोड़ कर अकेले ही चले आयेl नयी दुल्हनों के साथ कोई ऐसे भी करता है क्या? मैंने अपनी तीनो बीवियों की जोरदार चुदाई करि और ग्रुप सेक्स का मज़ा लिया l नर्से लिया और मधु की पहली चुदाई हुईl

अब आगे:-

इसके बाद मैंने जुली को पकड़ लिया बाक़ी तीनो भी मुझसे चिपक गई। जुली मेरी छाती से चिपक गयी, सारा मेरी पीठ से चिपक गयी और मेरी गर्दन पर किस करने लगी मेरी पीठ पर उसके बूब्स अपना नर्म प्यारा-सा अहसास करवाने लगी। जुली मेरी बायीं और-और मधु दायी और हो गयी। जुली मेरे बाए गाल कान और कंधे को चूसने लगी तो मधु मेरे दाए गाल कान और कंधे को चूसने लगीl जुली और सारा दोनों ने मेरे लण्ड को पकड़ लिया और जुली मेरे अंडकोषों को दबाने लगी और सारा मेरे लण्ड पर हाथ फिराने लगीl

तभी कमरे में जस्सी और जैस्मिन भी आ गयी औरअंदर का नज़ारा देख कर बोली वाह आज आमिर तो तुम्हे दो नयी लड़किया मिली हैं एक साथ मैंने जस्सी को अपनी छाती से लगा लिया और अपनी बाँहों में जकड लिया उसके नरम मुलायम बूब्स का मेरी छाती से दबने लगे मैं अपने आनंद को बयाँ नहीं कर सकता, मैंने जस्सी का मुँह चूमा और लिप किस करि।

जस्सी बोली हम खाना ले आयी हैं चलो पहले खाना खा लो फिर हम सबने मिल कर खाना खायाl

खाना खाने के बाद मैं बारी-बारी से सभी 6 लड़कियों की चुचियों को मसलने लगा और वह मादक आवाजें निकालने लगी, आह उह आह की आवाजें पूरे कमरे में गूंज रही थी, फिर मैं उनके निप्पल के साथ खेल रहे था । मैं उसके स्तनों को सहलाने लगा तभी सारा ख़ास दूध हम सबके लिए ले आयी और हम सबने उसको पिया।

फिर जस्सी और जैस्मिन ने अपने कपडे उतार दिए मैंने जस्सी का एक निप्पल अपने मुह में रखा और उसे चूसने लगा । अल्लाह ।नहीं बता सकता की उस पल क्या अनुभूति हुयी। फिर उसके दुसरे निप्पल को किस किया और उसे भी चूसना शुरू कर दिया। उसने अपना सर उत्तेजना और आनंद के मारे पीछे की और कर लिया थी। मैंने चूचियों को दांतो से काटा जस्सी कराह उठीl

फिर मैंने उनके मोमो को चूसना शुरू कर दिया उनके मोमो कड़क हो गए थे और चुच्चिया कह रही थी हमे ज़ोर से चूसो l मैंने जस्सी की चूचियों को दांतो से काटा जस्सी कराह उठी आह-आह जस्सी कह रही थी धीरे मेरे राजा धीरे प्यार से चूसो सब तुम्हारा ही है उसके बूब्स अब लाल हो चुके थेl

मैं बार-बार जस्सी के बाएँ और दायें निप्पल को चूसना जारी करे रहे जब तक की उसके पूरे शरीर में एक आग-सी न लग गयी। । तभी उसके शरीर में एक उफान-सा आया और वह निढाल-सी हो गयी और मैंने उसकी चूत को छूआ मुझे योनी में गीलापन-सा महसूस हुआ। वह झड़ गयी थी l

मैंने जस्सी को बाँहों में उठाया और अपनी गोदी में उठा लिया। l जस्सी मुझे पागलो की तरह चूमने लगी ।फिर मैं उसके बूब्स से खेलने लगा और धीरे-धीरे उन्हें भींचने लगा। जस्सी की सिसकरियाँ तेज हो रही थी। मैं उसके निप्पलों को अपने दाँतों से दबाने लगा। 'ओह आमिर अब सहा नहीं जाता, प्लीज जल्दी से अपना लंड मेरी चूत में डाल दो।' प्लीज़! वह गिड़गिड़ाने लगी।

जैसे ही मैंने अपना लंड उसकी चूत पर रखा और झटका लगाया और उसके कंधे नीचे दबा दिए लण्ड फुच के आवाज़ के साथ पूरा अंदर चला गया जस्सी चिल्लाई ऊह्ह्ह्ह!

0

'सॉरी डार्लिंग! क्या ज़्यादा दर्द हो रहा?' यह कहकर मैं अपने लंड को अंदर बाहर करने लगा।

'ओह आमिर बहुत मज़ा आ रहा है, अब और मत तड़पाओ, जोर-जोर से करो, आआआहहहहहl आमिर हाँ राजाl ज़ोर से चोदते जाओ, ओहहहहहह मेरा पानी निकालने वाला है, हाँ ऐसे ही।' वह उत्तेजना में चिल्ला रही थी और अपने कुल्हे उछाल-उछाल कर मेरे धक्कों का साथ दे रही थी।

मैं उसे जोर-जोर से चोद रहा था। फिर वह झड़ गयी।

मैं उसको चूमता रहा और बूब्स को सहलाता रहा फिर मैंने कहा इस बार जस्सी तुम ऊपर आ जाओ फिर में नीचे और जस्सी मेरे ऊपर थी। मेरे तनकर खड़े लंड पर धीरे-धीरे अपनी चूत दबाकर लंड को अंदर घुसा रही थी। मैं पहली बार जस्सी की चूत की चमड़ी को अपने लंड की चमड़ी पर रगड़ते हुए देख रहा था और में आपको बता नहीं सकता कि मुझे उस समय कितना मज़ा आ रहा था। वह मेरे लंड पर धीरे से उठती और फिर नीचे बैठ जाती जिसकी वज़ह से लंड अंदर बाहर हो रहा था और वह ख़ुद अपनी चुदाई मेरे लंड से कर रही थी और बहुत मज़े कर रही थी। जस्सी बहुत मस्त लग रही थी lमैंने भी अपने चूतड़ उठा कर उसका साथ दियाl मेरा लंड उनकी चूत के अंदर पूरा समां जाता था, तो दोनों के आह निकलती थी ।फिर मेरे हाथ उनके बूब्स को मसलने लगे फिर मैं उसकी चूचियों को खींचने लगता था तो जस्सी सिहर जाती थी और सिसकने लगती थी l

तभी सारा आ कर मुझे किस करने लगी वह मेरे सारे शरीर को चूमने लगी। और जुली अपने चूची मेरे मुँह में दाल कर चुसवाने लगी मैंने एक हाथ से सारा की चूत में और दुसरे हाथ से जुली की चूत में ऊँगली करना शुरू कर दिया l

उसके बाद जस्सी मेरे ऊपर झुक गयी और हम लिप किस करते हुए लय से चोदने में लग गए.। जस्सी मुझे बेकरारी से चूमने लगी और चूमते-चूमते हमारें मुंह खुले हुये थे जिसके कारण हम दोनों की जीभ आपस में टकरा रही थी फिर मैंने जस्सी की जम कर चुदाई की और जन्नत की सैर कराइ। फिर थोड़ी देर के बाद वह फिर झड़ गयी। मेरे ऊँगली करने से जुली और सारा भी झड़ गयींl

उसके झड़ते ही जैस्मिन मेरे पास आयी और किस करने लगी मैंने जैस्मिन की चूचिया सहलाई मैंने जैस्मिन को बाँहों में उठाया और अपनी गोदी में उठा लिया। l हम दोनों एक दुसरे को पागलो की तरह चूमने लगे ।फिर मैं उसके बूब्स से खेलने लगा और धीरे-धीरे उन्हें चूसने लगा। जैस्मिन की सिसकरियाँ तेज हो रही थी। 'ओह आमिर अब सहा नहीं जाता, प्लीज जल्दी से अपना लंड मेरी चूत में डाल दो।' प्लीज़! वह गिड़गिड़ाने लगी।

जैसे ही मैंने अपना लंड उसकी चूत पर रखा और झटका लगाया और उसके कंधे नीचे दबा दिए लण्ड फुच के आवाज़ के साथ पूरा अंदर चला गया जैस्मिन चिल्लाई ऊह्ह्ह्ह मर गयी बहुत दर्द हो रहा हैl

'सॉरी डार्लिंग! क्या ज़्यादा दर्द हो रहा?' यह कहकर मैं अपने लंड को अंदर बाहर करने लगा।

'ओह आमिर बहुत मज़ा आ रहा है, अब और मत तड़पाओ, जोर-जोर से करो, आआआहहहहहl आमिर हाँ राजाl ज़ोर से चोदते जाओ, ओहहहहहह मेरा पानी निकालने वाला है, हाँ ऐसे ही।' वह उत्तेजना में चिल्ला रही थी और अपने कुल्हे उछाल-उछाल कर मेरे धक्कों का साथ दे रही थी।

मैं उसे जोर-जोर से चोद रहा था। वह झड़ गयीl

मैंने उसको घोड़ी बना दिया। और अब मैंने उसकी चूत में पीछे से लंड को डालकर चोदना शुरू किया मुझे लगा पीछे से लंड ज़्यादा अन्दर तक गया और पहले से ज़्यादा मज़ा आया। जैस्मिन भी मस्ती में गांड आगे पीछे कर मेरा साथ देने लगी उनका चिलाना एकदम बंद हो गया और फिर में उसे लगातार धक्के देकर चोदता रहा। बीच-बीच में पीछे से उनके मोमो पकड़ कर दबाता रहा जब मैं उनके मोमे दबाता था तो वह मुँह पीछे कर मुझे किस करने को कहती थी और मैं उनके लिप्स चूसने लगता करीब 15 मिनट तक लगातार उसको उस पोज़िशन में चोदा उनकी हालत बुरी थी वह कई बार झड़ चुकी थीl

जैस्मिन निढाल हो कर लेट गयी मैं उनको प्यार से सहलाने लगा और किस करने लगा और बोला क्या आपको मज़ा आया दर्द तो नहीं हुआ। जैस्मिन बोली बहुत मज़ा आया। । चूत बुरी तरह से सूज चुकी थी l लेकिन मैं एक बार भी नहीं झडा था और लंड तनतनय हुआ खड़ा था। जुली ने लंड को सहलाते हुए कहा आज क्या बात है मैंने कहा आज एक साथ 6 हूरे मुझे चोदने को मिल रही हैं तो लण्ड महाराज भी अपने पूरे शवाब पर है। शर्मा कर जुली सिकुड़ गयी और मधु मुझसे लिपट गयीl

मैंने जुली के निपल्स पकड़ लिए l जिसे मैंने चूसा-चबायाl काटाl मींजाl ख़ूब खेलाl उसके मम्मेl जो मेरी हरकतों से बेहाल होकर लाल हो गए थे। अब मैंने अपने लौड़े पर अपना थूक लगाया और उसे सीधे उसके मुँह में घुसा दिया। वह कुछ नहीं बोल पा रही थीl बस बकरी की तरह मिमिया रही थी।

फिर मैंने उसकी गाण्ड को ख़ूब थपड़ियायाl उसकी बुर को ख़ूब चूसा और चाटा।

फिर उसने मुझे चोदने को कहाl मैंने अपना लौड़ा उसकी बुर में पेल दियाl वह चिल्लाने लगी।

वो ज़ोर से चिल्लाई मुझे इस बात की कोई परवाह नहीं थीl मुझे तो आज उसे चोदना ही थाl सो मैंने उसे ख़ूब ज़ोर-ज़ोर से धक्के मार-मार के चोदा।

मैंने देखा उसकी आँखों से आँसू निकल रहे हैंl मैं ज़रा ढीला पड़ा और उसने मुझे ढकेला और बाहर की तरफ़ भागी।

मैं उसके पीछे भागाl किसी तरह उसे बाहर वाले कामन रूम में पकड़ा और पूछा-क्या बात है?

तो उसने कहा-तेरा लौड़ा बहुत बड़ा हैl इसे मैं सहन नहीं कर सकती हूँl

वो रो पड़ी और मुझसे माफ़ करने की भीख माँगने लगीl पर मैंने उसकी एक ना मानी और वहीं पर सोफा पड़ा थाl उसे वहाँ ले जाकर पटका। और अपना लौड़ा उसकी बुर में जबरन घुसेड़ दिया।

अब मैंने उसे फिर से चोदना शुरू कर दियाl वह मेरे नीचे बेबस पड़ी थी और मैं उसके ऊपर उसकी चुदाई का मज़ा ले रहा था।

मैं कैसे ऐसी खूबसूरत लड़की को बिना चोदे छोड़ देताl मैं उसे ज़ोर-ज़ोर से चोद रहा थाl उसकी आवाज़ भर गई और उसने मुझे रिक्वेस्ट की कि मैं उसे अन्दर कमरे में ले जाकर चोदूँ।

मैंने उसे लौड़ा लगाए हुए फिर से अन्दर कमरे में ले गया और इस बार बिस्तर पर चुदाई न करके.। उसके हाथ दीवार पर टिका कर उसकी चूत का मज़ा ले रहा थाl मैं उसकी चूत पीछे से डॉगी स्टाइल में मार रहा था।

ुकुछ मिनट तक 50-60 धक्के खाने के बाद फिर उसने मुझे फिर धक्का दिया और जुली के कमरे की तरफ़ भागी। मैंने उसकी मम्मों को फिर चूसना शुरू किया। उसकी हाथों को अपने लौड़े पर रखा और वह भी उसे सहलाने लगी। मैं उसकी मम्मों की चुसाई कर ही रहा था उसके मम्मों पर मेरी लार चमक रही थी और फिर मैंने उसे दबोचाl उससे अपना लौड़ा चुसवाया और उसकी चूत फैला कर उसमें अपना लौड़ा गाड़ दिया और कस-कस कर धक्के लगाए और वह झड़ कर बेड पर गिर गयीl

फिर मैंने मधु को अपने पास बुलाया और उसका सिर पकड़ कर अपने होंट उसके होंटों पर रखकर चूमने लगा। मैं उसे बिस्तर पर लिटाकर गर्दन पर चुम्बन करते हुए उसकी सख्त चूचियों को दबाने लगा। वह भी मुझे चूमने लगी। उसकी चूचियाँ गोरी थी और रगड़ने से लाल हो गई।

मैं एक-एक करके चूचियों को मुँह में लेकर चूसने लगा और जांघों को सहला रहा था। वह मुझे चूमते हुए सिसकारियाँ ले रही थी। उसकी चूत पर हाथ रखकर रगड़ने लगा। उसकी चूत गीली थी।

मैंने अपने होंट उसकी चूत पर रख दिये। उसकी चूत गर्म थी। मैं चूत को चाटने लगा और जीभ उसकी चूत में डालकर हिलाने लगा। वह बैचेन हो गई और मेरा सिर अपनी जाँघों के बीच दबा लिया। उसके मुँह से सिसकारियाँ निकल रही थी। फिर मैंने अपना लण्ड उसके होंटों पर रख दिया। वह आईसक्रीम की तरह जीभ से लण्ड को चाटने लगी, जुली की चूत के पानी को चाटने लगी क्योंकि तभी कुछ देर पहले मैंने जुली को चोदा था।

मैंने उसका सिर पकड़ा और लण्ड उसके मुँह में ठुसकर आगे-पीछे करने लगा। उसकी आँखें पूरी खुल गई और मुँह लाल हो आया। जुली ने थोड़ी-सी क्रीम लेकर उसकी फ़ुद्दी में लगाई और उंगली से उसे चोदने लगी।

मैंने मधु के मुख से लण्ड बाहर निकाला तो वह सीत्कारे मारने लगी-हाँ जुली तेज-तेज करो! मज़ा आ रहा है! फाड दो मेरी चूत!

जुली ने उंगली निकाली और बोली-फाड़ेगा तो आमिर! आमिर आ जाओ! लोहा गर्म है!

कहते हुए जुली ने मेरे लण्ड पर क्रीम लगा दी। मैंने उठ कर उसके पैरों के बीच बैठकर लण्ड चूत पर लगा दिया, कन्धे पकड़कर हल्का-सा धक्का दिया तो लण्ड का टोपा उसकी चूत में घुस गया।

वो चिल्लाई-मर गई!

और पीछे को हट गई। मेरा लण्ड बाहर निकल आया। वह दर्द से चीख रही थी-मर गईl मुझे नहीं कराना अन्दर!

मैं बोला-मधु थोड़ी देर दर्द होगाl फिर तो मज़ा ही मज़ा है।

वो बोली-मुझे नहीं लेना मजा।

जुली भी गर्म हो चुकी थी। वह मुझे पीछे धक्का देते हुए बोली-आमिर रहने दो इस को! यह नहीं चुदेगी। तुम मुझे चोदो!

और लण्ड पर बैठकर झटके मारने लगी। हम दोनों मधु को दिखाने के लिए तेज-तेज आहें और सिसकारियाँ लेने लगे। जुली ज़ोर से लण्ड पर उछलती हुई अपनी चूचियों को मसल रही थी।

मैं भी नीचे से झटके मारते हुऐ सिसकारियाँ ले रहा था।

शायद यह देखकर मधु का दर्द कम हो गया और फिर चुदने का मन हो गया, वह बोली-जुली, मुझे करने दो।

मैंने जुली की तरफ़ इशारा किया, जुली बोली-ठीक है! पर इस बार नखरे मत करना।

ठीक है दीदी! पर मैं भी तुम्हारी तरह बैठकर ख़ुद अन्दर डालूँगी।

जुली खड़ी होते हुए बोली-ठीक है, आ जाओ!

मधु दोनों टाँगें चौड़ी करके लण्ड पर बैठ गई और धीरे से दबाब डालने लगी। जुली सारा उसके पीछे कन्धों पर हाथ रखकर खड़ी थी।

मैंने मधु के बाल पकड़े और जुली की तरफ़ इशारा किया।

जैसे ही मधु ने नीचे ज़ोर लगाया, मैंने बाल पकड़ कर ऊपर झटका मारा और सारा और जुली ने कन्धे नीचे दबा दिये।

मेरा लण्ड उसकी चूत फाड़ता हुआ आधा घुस गया।

वो फिर चिल्लाने लगी पर उठ नहीं पाई।

मैंने उसे पकड़ कर लिटा लिया और बाजुओं से हाथ पकड़ लिया, बोला-चुदना भी चाहती है और नखरे भी कर रही है? ले चिल्ला!

और एक दमदार झटका मारा!

2-3 झटकों में पूरा लण्ड चूत में ठोक दिया। उसकी आँखों से आँसू निकल रहे थे। जस्सी उसकी चूचियाँ सहलाने लगी।

मैं लगातार झटके पर झटके मार रहा था। थोड़ी देर में वह भी गाँड उछालने लगी।

मैं समझ गया कि उसे भी मज़ा आने लगा हैl

उसने साँस ली और बोली-तुम तो मुझे मार ही डालते?

मैं बोला-अब चुपचाप मजे ले! चोदने से कोई लड़की मरती तो दुनिया में लड़कियाँ नहीं बचती। फिर उसकी गाँड के नीचे तकिया लगाया और झटके मारने लगा। वह भी गाँड उछाल-उछाल कर पूरा साथ दे रही थी और बड़बड़ा रही थी-तेl तेज! औरl तेज हाँl मज़ा आ रहा है! फl फाड़l डाल! बहुत खुजली होती है इसमें! हाँl अl आl आl आहl सी.। सी.। ई.। मजाl आl गया। और तेज।

मैं उसे ठोके जा रहा था-l ये तो फाड़ दीl तेरी गाँड फाडूगाl तब पता चलेगा।

फाड़ देना।आl आl आहl औl गोडl आl -सी l मैं गई। कहते हुए लेट गई।

मेरा भी निकलने वाला था, मैंने 8-9 झटके धीरे-धीरे मारे और मधु की चूत से लण्ड बहार निकाल लिया और उसके ऊपर लेट गया।

फिर मैंने सारा को उठाकर उसकी चूत में अपनी एक उंगली डाल दी, तो वह ज़ोर से चिल्लाई आहह अब लंड डाल दो, अब और इंतज़ार नहीं होता, प्लीज जल्दी करो ना, प्लीज आहहह। फिर जब मैंने उसकी चूत में अपनी उंगली की तो वह मेरे लंड को ज़ोर से आगे पीछे करने लगी और ज़ोर से मौन करने लगी। उसकी चूत पूरी डबल रोटी की तरह फूली हुई थी। अब में उन्हें ऊँगली से लगातार चोद रहा था और वह ज़ोर से मौन कर रही थी, ये तुमने क्या कर दिया? अब मुझसे रहा नहीं जा रहा है, जल्दी से चोद दो, मेरी चूत में आग लग रही है और आहह, एम्म, ओह, आआआआआआअ, डालो ना अंदर जैसी आवाजे निकाल रही थी।

फिर मैंने उनकी गांड के नीचे एक तकिया लगाया और उसके दोनों पैरों को फैलाया और अपना लंड उसकी चूत में डाल दिया। अब जब मेरे लंड का सुपड़ा ही उसकी चूत में गया था तो वह ज़ोर से चिल्लाने लगी कि नहीं मुझे छोड़ दो, नहीं में मर जाउंगी, अपना लंड बाहर निकाल लो, लेकिन मैंने उसे अनसुना करते हुए एक ज़ोर का धक्का लगाया तो वह और ज़ोर से चिल्लाई। फिर मैंने उसके लिप्स पर किस करते हुए उसके मुँह को बंद किया और अपने धक्के लगाता गया। अब वह झटपटा रही थी और अपने बदन को इधर से उधर करने लगी, लेकिन में नहीं माना। अब में धक्के पर धक्के लगाए जा रहा था और अब उसकी आँखों से आसूँ निकल रहे थे। एक ज़ोर का झटका लगाया, एक ही झटके में पूरा लंड उनकी चूत के अंदर चला गयाl उनकी आह निकल गयीl

फिर में कुछ देर के लिए उसके ऊपर ही पड़ा रहा तो कुछ देर के बाद वह शांत हुई अब में उसके बूब्स को चूसने लगा था और अपने एक हाथ से उसके बालों और कानों के पास सहलाने लगा था और फिर कुछ देर के बाद मैंने उसके कानों को भी चूमना शुरू कर दिया तो कुछ देर के बाद वह फिर से गर्म हो गई। फिर मैंने धीरे-धीरे धक्के लगाना शुरू किया तो पहले तो वह चिल्लाई, लेकिन फिर कुछ देर के बाद मैंने पूछा कि मज़ा आ रहा है। फिर वह बोली कि हाँ बहुत मज़ा आआआआ रहा है, इस चूत को सिर्फ़ तुम्हारी चुदाई चाहिए l हाईईईईई, म्म्म्मम और फिर वह जोर-जोर से चिल्लाने लगी। फिर कुछ देर के बाद मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी। अब वह पूरी मस्ती में थी और मस्ती में मौन कर रही थी अआह्ह्ह आाइईई और करो, बहुत मज़ा आ रहा है। अब वह इतनी मस्ती में थी कि पूरा का पूरा शब्द भी नहीं बोल पा रही थी। अब में अपनी स्पीड धीरे-धीरे बढ़ाता जा रहा था हाअ, राआआआजा, आईसीईई, चोदो और ज़ोर से चोदो। आज मेरी चूत को फाड़ दो, आज कुछ भी हो जाए लेकिन मेरी चूत फाड़े बगैर मत झड़ना, आआआआ और ज़ोर से, उउउईईईई माँ, आहह हाँ, अब ऐसे ही वह मौन कर रही थी।

फिर कुछ देर के बाद मैंने महसूस किया कि मेरा लंड पानी से भीग रहा है। अब वह भी अपना पानी छोड़ने वाली थी, अब वह नीचे से अपनी कमर उठा-उठाकर चिल्ला रही थी और बडबड़ा रही थी आहहहहहह और चोदो मेरी चूत को, आज मत छोड़ना, इसे भोसड़ा बना देना और फिर कुछ देर के बाद वह बोली हाए मेरे राजा में झड़ने वाली हूँ और फिर मैंने उसकी गांड पकड़कर अपनी स्पीड बढ़ा दी, तो वह भी कुछ देर के बाद झड़ गई।

फिर वह अचानक से चिल्ला भी नहीं सकी, क्योंकि उसका मुँह मेरे मुँह में था और में उसको ज़ोर-ज़ोर से किस करता गया और धक्के लगाते गया। तभी वह बोली कि आज फाड़ डाल मेरी चूत को। फिर वह कुछ नहीं बोली। अब में उसे लगातार धक्के लगा रहा था और फिर में ऐसे ही 15-20 मिनट तक उसको उसी पोज़िशन में चोदता गया। फिर अब उसे भी मज़ा आने लग रहा था, अब वह भी अपने कूल्हे उछाल-उछालकर मुझसे चुदवा रही थी। अब मैंने उसे और ज़ोर-जोर से चोदना शुरू कर दिया था। फिर थोड़ी देर के बाद वह फिर झड़ गयी और शांत पड़ गयी।

तभी जैस्मिन भी आ कर मुझसे लिपट गयी और मुझे किस करने लगी और उसका हाथ मेरे लण्ड को सहलाने लगी मैं उसकी चूत पर हाथ फेरने लगा और फिर उसे घोड़ी बना कर चोदने में लग गया तभी जस्सी आ कर जैस्मिन के नीचे लेट गयी और अपनी चूत जैस्मिन के नीचे लगा कर उसको जैस्मिन को लिप किस करने लगी।

कुछ देर बाद जस्सी बोली आमिर तुम हम दोनों को एक साथ चोदो । मैंने अपना लण्ड निकला और जस्सी की चूत में डाल दिया जैस्मिन वैसे ही जस्सी के ऊपर लेती रही और जस्सी को लिप किस करती रही दोनों के हाथ एक दुसरे की चूचियो से खेल रहे थे और उसे चोदने लग गया कुछ देर में लगा जस्सी पानी छोडने वाली है तो लण्ड निकाल कर सोनी में दाल कर धक्के लगाने लग गया दोनों की हालत बुरी हो रही थी।

यह सब देख जुली और सारा भी गरम हो गयी और सारा मुझे लिप किस करने लगी और सारा मेरे दाए तरफ़ आ गयी जुली बायीं और आ गयी और मैं उसकी चूत में ऊँगली करने लगा। अब चारों ऊह्ह्ह्ह आहहहह मज़ा आ गया और ज़ोर से चिल्लाने लगीl कुछ देर में जुली सारा के ऊपर 69 पोजीशन आ गयी और दोनों एक दूसरी की चूत चूसने लगी। मैं उनके बूब्स दबाने लगा। अब मैं चार धक्के जैस्मिन में लगता और फिर लण्ड निकाल कर जस्सी की चूत में डाल कर चार धक्के लगाताl दोनों एक साथ झड़ने लगी । तो जस्सी बोली अब जुली सारा को भी एक साथ चोदोl

सारा नीचे लेट गयी और जुली घोड़ी बन कर उसके ऊपर आ गयी मैंने पहले लण्ड अनूपमाँ की चूत में डाला और 10-12 धक्के लगाए उसकी चूत एकदम गरम और गीली थी। फिर लण्ड निकाल कर सारा की चूत में डाल कर धक्के लगाने लगा। सारा भी चूतड़ उठा-उठा कर मेरा साथ देने लगी। और झड़ गयी तो मैंने लण्ड जुली की चूत में डाल कर धक्के लगाने शुरू कर दिए. जुली भी झड़ने लगी मैंने लण्ड बाहर निक्कल कर जैस्मिन की तरफ़ देखा तो वह आकर मेरे साथ लिपट गयी चुतरस में भीगा मेरा लण्ड चमक रहा था।

मैं घुटने के बल था वह भी घुटनो के बल थी उसकी चूचिया मेरी छाती से चिपक गयी थी। उसने लण्ड पकड़ कर अपनी चूत से रगड़ना शुरू कर दिया और चूत के मुँह पर लगा कर मुझसे चिपक गयी मैंने एक कास कर धक्का लगाया और लण्ड उसकी चूत के पूरी अंदर चला गया फिर मैंने लम्बे-लम्बे शॉट लगगने शुरू कर दिए लगभग पूरा लण्ड निकाल कर पूरी ताकत से अंदर पेल देता था। जैस्मिन चिल्ला रही थी और ज़ोर से और ज़ोर से बहुत मज़ा आ रहा है सोनी कह रही थी मुझ में समां जाओ आमिर l जस्सी मेरी पीठ चूमने लग गयी। मेरे हाथ उसकी गांड ज़ोर से अपने और दबा रहे थे। जैस्मिन अपने नरम बाजुओं से मेरी पीठ से दबा रही थी और मैं जैस्मिन के ओंठ चूस रहा था। कभी उपरला कभी निचला तो कभी अपनी जीभ उसके मुँह में घुसेड़ देता थाl वह मेरी जीब पर अपने जीब फेरती थी और चूसती थी। फिर वह झड़ने लगी मैं भी झड़ना चाहता था मैंने जस्सी की तरफ़ देखा उसने सर हिला दियाl मैंने धक्को से स्पीड बढ़ा दी। 10-12 मिनट के बाद मैं भी झड़ गया।

मैंने पुछा कोई और चुदना चाहती है तो सबने कहा नहीं अब बस करो और सब चिपक कर एक साथ सो गएl

लंड महाराजा बार-बार झड़ने के बाद भी बादस्तूर खड़े थे l

कहानी जारी रहेगीl

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