अंतरंग हमसफ़र भाग 035

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हुमा की पहली चुदाई
2.8k words
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642
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Part 35 of the 342 part series

Updated 03/31/2024
Created 09/13/2020
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अंतरंग हमसफ़र - 34 में पढ़ा:

"हालाँकि रुखसाना की पहली चुदाई मेरे योजना में नहीं थी पर ऐसे हालात बने के उसका कौमार्य भंग मुझसे हो गया। अब मैंने मेरी पहले से बनी हुई योजना के अनुसार, उसे फिर चोदने का निश्चय किया। मेरा लंड अभी-अभी ही उसकी कोमल योनी में घुसा था। मैंने बहुत सावधानी से, धीरे-धीरे अपनी पीठ को हिला कर लंड आगे पीछे करने शुरू किया। लेकिन वह उत्साह से अपनी कमर हिला रही थी। उसका उत्साह मेरे लिए बहुत अच्छा था। उसने धीरे-धीरे मेरी कूल्हों के धक्को की लय से लय मिला कर कमर हो हिलाना शुरू किया। इससे मुझे बहुत मज़ा आ रहा था और मेरी स्पीड बढ़ती गयी।

जल्द ही हम दोनों उत्कर्ष पर पहुँच गए। उत्तेजना में वह कांपती हुई झड़ गयी और उसके साथ ही प्रसन्नता के उदगारो के साथ मैंने अपने शुक्राणु की बहुत सारी पिचकारियाँ उसके छिद्रों में मारी। उसकी योनी ने मेरा लंड जकड़ा और वह शानदार ढंग से धड़कने लगी और मेरे लंड को उसकी योनि की मांसपेशियों ने पूरा निचोड़ लिया। मैं लंड अंदर डाले हुए ही रुखसाना के नरम कमसिन बदन के ऊपर ही लेट गया कुछ देर तक हम दोनों ऐसे ही लेटे हुए चुम्बन करते रहे और एक दुसरे के बदन को सहलाते रहे।

बॉब शराब पीते हुए हमे देख रहा था। उसका बुखार थोड़ा उतर गया था। कुछ देर में शराब में मिली दवा ने भी असर दिखाना शुरू कर दिया। अब बॉब के लिए यह बहुत अधिक था। वह उत्तेजित हो गया और उसका लंड फिर से लोहे की तरह सख्त था। तो मैंने कहा अभी थोड़ी देर आराम कर लो। लेकिन अब वह रुकने वाला नहीं थाl "

अब तक की कहानी का सार;

मैं दीपक आपने मेरी कहानिया "झट शादी पट सुहागरात-1-4" में पढ़ा कैसे मेरी सहयोगी प्रीती दुल्हन बन कर सुहागरात मनाने को तैयार हो गयी और उसके बाद मेरी और मेरे घर की देखभाल करने वाली रोज़ी और रूबी मिली और मेरी सभी प्रेमिकाओ और उनकी चुदाई के बारे में पूछने लगी तो मैंने उसे बताया किस तरह मैं रोज़ी और रूबी से मिला और कैसे मेरी और रोज़ी की पहली चुदाई हुई और फिर उसके बाद रूबी को चोदा और फिर हमारे गाँव के प्रवास के आखिरी दिन जंगल में हमने ग्रुप सेक्स और मेरे फूफेरे भाइयो बॉब और टॉम के साथ प्रेमिकाओ की अदला बदली का कार्यक्रम बनाया और वहाँ रोज़ी की सहेली टीना की पहली चुदाई की। फिर छोटे योनि के छेद वाली मोना को मैंने चोदा। रोज़ी मेरे साथ शहर आ गयी। उसके बाद मेरी बुआ और उनकी तीन बेटियों लंदन से दिल्ली हमारे घर आये।

मेरा दोनों बहनो रोज़ी और रूबी के साथ हमारा पहला थ्रीसम हुआ वहाँ मेरी बुआ भी अपनी तीनो बेटिया जेन लूसी और सिंडी के साथ छुट्टिया बिताने आयी थी। अगले दिन सुबह मेरी सबसे बड़ी फूफेरी बहन जेन ने जंगल में पेड़ो के नीचे हरी घास के मैदान पर अपना कुंवारापन मुझे समर्पित कर दियाl दूसरी बुआ के बेटी अलका और जेन का रात को मेरे साथ सोने का कार्यक्रम बन गया और फिर मैंने बॉब और जेन के साथ मिल कर अपनी बाक़ी फूफेरी बहनो को भी प्यार मुहब्बत और मजो की हसीं दुनिया में ले जाने का प्लान बनायाl उसी रात में अलका मेरे पास आयी और मैं उसका कौमर्य भंग कर दिया lअगले दिन अलका की सहेलिया रुखसाना और हुमा एक हफ्ते के लिए रहने आयी और तालाब पर नहाने गयीl हम तीनो वहाँ पेड़ पर छुपे हुए थे और लड़किया नग्न हो कर मस्तिया करने लगी और फिर हम वहाँ कूद पड़े और उनके सेक्स ने नए-नए खेल रचायेl

उसके बाद में बॉब रुखसाना के लिए बहुत बेकरार था तो उसको रुखसाना का नंबर दिलवाया और फिर मैंने रुखसाना को बॉब के साथ संसर्ग करने के लिए जेन की मदद से मना लिया और फिर रुखसाना और हुमा को सेक्स सिखाने के लिए जेन और अलका को चूमने और सहलाने लगाl उसके बाद बॉब रुखसाना के कमरे में आ गया और उसे नग्न कर चूमने लगा तो वह उसे रोकने लगीl

बॉब जब उसकी योनि में अपना लंड डालने लगा तो लंड कसी हुई कुंवारी योनि में तो नहीं गया पर बाहर ही झड़ गया और बुखार और थकान से बेहोश हो गयाl मैं वही छुप कर सब देख रहा था फिर कुछ ऐसे हालात बने की मैंने रुखसाना ही पहली चुदाई करते हुए उसका कौमार्य भंग कर दिया। उसके बाद बॉब को दवा दिलवाई और मैंने रुख़्साना को एक बार फिर चोदा ( अंतरंग हमसफ़र -1 -34)।

अब आगे;-

तो प्रीती बोली फिर अपनी क्या किया बताइये फिर आगे क्या हुआ?

मैं बोला तो प्रीती उसके बाद रोज़ी वहाँ आ गयी मुझे एक तरफ़ ले गयी और बोली रूबी का फ़ोन आया है टॉम आपसे कुछ बात करना चाहता है। मैंने टाइम देखा तो इन दो राउंड चुदाई में दो घंटो से भी ज़्यादा समय लग गया था। मैंने सोचा टॉम का हुमा के पास जाने का टाइम हो गया है इसीलिए मुझे बुला रहा होगा। मैंने टॉम को फ़ोन पर कहा मैं आता हूँ उसके बाद मैंने बॉब और रुखसाना से कहा मैं थोड़ी देर में आता हूँ तब तक आप दोनों आराम कर कीजिये और अपने कपड़े उठा कर टॉम के पास चला गया।

जब मैं वहाँ पहुँचा तो रूबी मुझे वहाँ मिली और टॉम ने मुझे बताया उसे तेज बुखार आ गया है और रूबी में बताया मैंने उसकी जांच की है, टॉम को भी बॉब की तरह का ही बुखार है। मुझे दोनों की फ़िक्र हुई तो मैंने तालाब पर नहाने और खेल और मुख मैथुन के बारे में सब बता दिया तो रूबी बोली । ये बुखार गर्म सर्द होने की वज़ह से हो गया है दवा दे देती हूँ। बॉब और टॉम दोनों को आराम करना होगा और एक या दो दिन में ठीक हो जायगा और चुदाई के लिए भी मना कर दिया। तो मैंने कहा कुछ ऐसी दवा दो जिससे ये रात्रि भोज पर जा उसके नहीं तो बुआ फूफा जी बेकार की फ़िक्र करेंगे। तो रोज़ी बोली अभी ये दवा ले ले। अभी थोड़ी देर में वह दवा भी इनको दे देते हैं आप इनके पास बैठिये मैं दवा ले कर आती हूँ।

ये सुन कर टॉम बोला भाई मैंने बड़ी मुश्किल से हुमा को पटाया था। वह त्यार होकर मेरा इंतज़ार कर रही है और मुझे बुखार आ गया है। बड़ी दिक्कत हो गयी है, इस बुखार के कारण।। तो मैंने कहा अभी हुमा को फ़ोन करके मना कर देते हैं तो टॉम बोलै यही तो दिक्कत है मैंने उसे इतनी मिन्नत करके मनाया था अब मना कर दूंगा तो वह पता नहीं क्या सोचेगी। मैंने कहा ये तो बिलकुल KLPD वाला मामला हो गया हैl

टॉम बोला KLPD मतलब? मैंने कहा-खड़े लंड पर धोखा । टॉम बोला फिर अब क्या किया जाए। उस बेचारी के लिए तो बहुत बुरा हो गया । उसके सारे अरमानो पर तो पानी फिर जाएगा।

फिर कुछ सोचते हुए टॉम बोला। देख उसे तो चुदना ही है कोई चोदे क्या फ़र्क़ पड़ता है और जैसा हम्मरे बीच तय हुआ था मेरे बाद तुमने भी उसे चोदना ही था। तो क्यों न तुम ही मेरे बदले चले जाओ। आज रास्ता खुल जाएगा तो मैं आज नहीं तो कल अपने हिस्से के मजे उसके साथ ले ही लूँगा।

तो मैंने कहा नहीं ये ठीक नहीं होगा। ऐसे हमे किसी लड़की को धोखा नहीं देना चाहिए। क्योंकि मैं ये मानता हूँ इस के लिए उसकी सहमति भी ज़रूरी है और अभी उसने सिर्फ़ तुम्हारे साथ चुदाई करने के लिए हाँ भरी है। । ऐसे मेरा जाना ठीक नहीं रहेगा। फिर रूबी से टॉम बोला आप मेरा एक काम करोगी आप अलका को बुला दो वह दीपक भाई के साथ जाकर हुमा को सारी बात बता देगी और क्योंकि दोनों अच्छी सहेलिया हैं तो उसे मना भी लेगी। इस तरह उसके अरमान पूरे हो जाएंगे।

तो मैंने कहा अलका मेरे वाले भवन के हिस्से में ही है और हुमा को त्यार कर रही है। मैं रूबी के साथ वही चला जाता हूँ और फिर अलका को सारी बात बता दूंगा और तुमसे फ़ोन पर बात करा देता हूँ। इतने में रूबी दवा ले और कुछ जूस और फल ले कर आ गयी तो मैंने कहा भाई टॉम तब तक तुम दवाई ले लो और जूस फल ले कर आराम करो। रूबी बोली अगर हो सके तो सो जाओ उससे जल्दी आराम मिल जाएगा।

उसके बाद मैं और रूबी दोनों वापिस चले गए। तो वहाँ अलका को बुला कर उसे सारी बात बताई और उसकी फ़ोन पर टॉम से बात करवाई तो अलका बोली आप मेरे साथ चलो, मैं हुमा को पूरी बात बताती हूँ फिर वह जैसा चाहेगी वैसा कर लेंगे।

उसके बाद हम वहाँ गए तो अलका ने अपनी सहेली को टॉम को आये बुखार की सारी बात बताई और कहाः अब वह चाहे तो अपना पहला सेक्स दीपक के साथ कर सकती है। तो हुमा पहले तो एकदम चुप हो गयी फिर बोली मैं दीपक से अकेले में कुछ बात करना चाहती हूँ। जब वह बाहर चले गए तो मैंने कहा हुमा हमारे बीच यहाँ कोई पर्दा नहीं है हम सब एक दुसरे के राजदार हैं। रोजी, रूबी, टीना, अलका और मोना, हम तीनो से चुद चुकी हैं और हमारे सब राज जानती हैं । और विश्वासपात्र राजदार हैं इसलिए तुम आगे से सबके सामने खुल कर बात कर सकती हो।

तो वह मुझ से लिपट गयी। बोली मैं तो आपसे ही चुदना चाहती थी। क्यणोकि मेरी दोस्त अलका ने बताया था एक तो आप बहुत अच्छे से चोदते हो और हम आपसे ही चुदने के लिए यहाँ आयी थी पर यहाँ आकर फिरंगियों को देखकर हम दोनों बहने उनकी और आकर्षित हो गयी थी। हमने कभी भी फिरंगियों को इतने पास से नहीं देखा था पहले।

दूसरा आज सुबह तालाब पर भी मैंने भी ग़ौर किया था और रुख़्साना ने भी मुझसे ज़िक्र किया था कि तुम्हारा लंड उन दोनों से बड़ा और तगड़ा था।

तीसरे तालाब पर जब मुखमैथुन कर रहे थे तो आप सब से बाद झड़े थे। मतलब इन दोनों फिरंगियों से ज़्यादा देर तक चोदते हो।

चौथा इन दोनों को तो आज की थोड़ी-सी भागदौड़ से ही बुखार हो गया पर आपको नहीं हुआ ।मतलब आपकी सेहत भी इनसे बेहतर है।

और फिर आज जब दिन में आप हमे थोड़ा सेक्स ज्ञान दे रहे थे और फिर अलका और जेन को चोदा था। उसके बाद हम दोंनो ने आपसे ही चुदने की दुआ करि थी और आपको अपनी इच्छा जताई थी पर आपने ही कहा था पहले टॉम से मिल लो क्योंकि उसकी तुम्हे चोदने की बहुत ज़्यादा इच्छा है और आप हमे बाद में चोदोगे इसीलिए हम उनसे मिलने को मान गयी थी।

अब अल्लाह मिया हमारी दुआ कबूल करके हमे आप से पहले मिलवां चाहती है तो ये तो हमारी दुआए है जो कबूल हो गयी हैं। इसलिए अब आप भी संकोच छोड़िये और मैं जब में त्यार हो जाऊँगी, तो रोज़ी या अलका आपको बुला लेगी।

तो मैंने उसे चूमते हुए कहा पसंद तो आप दोनों भी मुझे पहली ही नज़र में आ गयी थी पर चुकी टॉम आप पर और बॉब रुखसाना पर फ़िदा हो गया था और फिर हम भाई आपस में कोई प्रतिस्पर्धा नहीं करते, इसलिए मैं रास्ते से हट गया था। मुझे मेरा हिस्सा देर सबेर मिलना ही था क्योंकि मैं मानता हूँ सुख बांटने से बढ़ जाता है। जैसे अगर हम अलग-अलग लड़की पटाये तो केवल उसी को भोग पाएंगे जिसे हमे पटाया है पर अगर मिल कर करे है तो तीनो बहुत से लड़कियों को भोग सकते हैं और मुझे तो इस मजो की दुनिया से परिचय करवाने वाले भी बॉब ही है। और इसलिए उसकी ख़ुशी के लिए मैं कुछ भी करने को ततपर रहता हूँ।

और एक राज की बात आपको बता दू की कुछ ऐसे हालात बन गए की आपकी बहन रुखसाना का कौमार्य भी मैंने ही भंग किया है और बॉब ऐन मौके पर कैसे चूक गया यह उसे सब संक्षेप में बता कर बोला। जब अल्लाह मिया हमे मिलवाना चाहता हैं तो उसकी मर्जी के आगे हम कौन।

बस मेरी एक प्राथना है कि जब टॉम का बुखार उतार जाए तो बाद में आप टॉम से भी ज़रूर चुद लेना।

तभी रोज़ी और रूबी कुछ नाश्ता ले कर आ गयी और बोली जेन, अलका हुमा रूबी सब लोग कुछ नास्ता कर लीजिये। आपको दोपहर का भोजन किये हुए काफ़ी समय हो गया है भूख भी लग गयी होगी।

फिर मैंने सब को नाश्ता करवाया और कुछ शराब पिलाई जिसमे दवा मिली हुई थीl उसके बाद मैं बोला अलका आप हुमा को त्यार कर दो तब तक मैं और रूबी बॉब को देख कर वापिस आते हैं। तो अलका बोली हम सब भी आपकी और हुमा की चुदाई देखना चाहती है तो मैंने कहा ठीक है ज़रूरी इंतज़ाम कर लो और हुमा से जब पुछा तो उसने भी शर्माते हुए कहा जैसे दीपक कहे वैसा कर लो।

तो रूबी बोली हम भी देखना चाहेंगी कुमार हमे भी शामिल कर ले अपने गुट में और फिर आपको ये कार्यक्रम रात्रि भोज के बाद करना होगा क्यणोकि अब रात्रि भोज में ज़्यादा समय नहीं रह गया है। टीना और मोना छोटी बुआ के यहाँ पर गयी हैं रात्रि भोज की व्यवस्था में मदद करने। तो मैंने कहा फिर हुमा के कौमार्य भंग के लिए कोई वैकल्पिक जगह की व्यवस्था करनी होगी क्योंकि काफ़ी लोग हो जाएंगे और ये कमरा इतने लोगों के लिए छोटा रहेगा। तो मैंने रोज़ी को बुला कर उसके कान में कुछ कहा और फिर सबसे कहा तो जो भी हुमा का कौमार्य भंग होते देखना चाहता है उसका स्वागत है। सब लोग रात्रि भोज समाप्त होने के एक घंटे बाद यही पर मिलेंगे और रोज़ी इसके लिए उचित व्यवस्था कर देगी जो की सबके लिए एक सरप्राइज रहेगा और सबको यहाँ आने के बाद उसके कहे अनुसार चलना होगा, बिना कोई सवाल किये, और हुमा को थोड़ा-सा और इंतज़ार करना होगा।

हुमा बोली आपको बुआ फूफा जी से अनुमति लेनी होगी सबके इधर आने की। मैंने कहा वह आप मुझ पर छोड़ दे। तो सबने सहर्ष रात्रि के लिए सहमति दे दी और मैं और रूबी जिस कमरे में बॉब और रुखसाना थे वहाँ चले गए।

मैं मन ही मन बहुत प्रसन्न था। आज ही मुझे दो बेहद सुन्दर, आकर्षक, नयी तरुण अक्षत यौवना कन्याये भोगने के लिए मिल गयी थी और मुझे उनका कौमर्य भंग करने का भी सौभाग्य देव योजना से मिल रहा था। मुझे कुछ-कुछ अपनी क़िस्मत पर रश्क हो रहा था।

वहाँ गए तो देखा बॉब और रुखसाना लिप किस कर रहे थे और बॉब उसके स्तन दबा रहा था और रुखसाना उसके लंड तो पकड़ कर अपना हाथ ऊपर नीचे कर रही थी। हमे आया देख बॉब ने चुम्बन तोड़ दिया और बोलै क्या हुआ कुछ परेशान लग रहे हो? मैंने उसे कहा टॉम को भी बुखार हो गया है इसलिए उसे भी रोज़ी से दवा दिलवा दी है। तो रोज़ी ने बॉब की जांच की और बोली अब बुखार थोड़ा उतर गया है, पर अभी इनको आराम करना चाहिए। मैं इनको दवा की एक डोज और दे रही हूँ। थोड़ा संयम रखे और ताकत बचा कर रखे तभी खाने के समय तक बुखार उतरेगा। और रोज़ी वहाँ कुछ फल और जूस ले आयी रुख़्साना और बॉब के लिए और बोली रुखसाना इनको खिला दीजिये और उसके बाद थोड़ी देर सो जाईये और आराम करिये।

इसके बाद सब लोग अपने कमरों में चले गए और कपडे बदल कर ठीक साढ़े आठ बजे रात्रि भोज के लिए अलका के घर जाने के लिए डिनर हॉल में मिले। रोज़ी ने एक बार फिर बॉब और टॉम की जांच की और उन्हें हल्का खाने को कहा, जो की उसने टीना और मोना को बोल कर उनके लिए स्पेशल बनवा लिया था और फिर अलका सब को अपने घर ले गयी। वहाँ बुआ ने स्पेशल पूरी हलवा और सब्ज़िया पूरा भारतीय खाना बनाया था। जो की काफ़ी स्वादिष्ट था जिसे चखने-चखने में सबने कुछ ज़्यादा ही खा लिया।

रात्रि भोज के बाद मैंने कहा आज रात को हम सब युवा लोग मिल कर एक फ़िल्म देखना चाहते हैं और मेरे वाले भवन में बड़ा टीवी और हाल है। जहाँ सब देख सकेंगे तो आप भी आमंत्रित हैं और सबको इजाज़त दे-दे तो बुआ फूफा ने कहा वह आज छोटी बुआ के घर ही रुकेंगे । क्योंकि छोटी बुआ यही चाहती है। आप जैसा चाहे वैसा कर ले।

फिर भोजन के बाद सबने थोड़ी देर सैर करि और सबके सब मरे साथ आ गए और रोज़ी सबके लिए गिलास में दवा मिली शराब ले आयी और सबने हुमा और मेरे मिलन की ख़ुशी में जाम उठाये। फिर रूबी हुमा को त्यार करने ले गयी और मैं भी वाशरूम में जा नहाने चला गयाl जब त्यार हो कर लौटा तो रोज़ी ने सब की आँख अपर एक पट्टी बाँध दी थी और फिर बड़े तहखाने का रास्ता खोल कर सबको बंद आँखों के साथ मैं और रोज़ी सबको बड़े तहखाने में ले गए।

वहां पर फिर क्या हुआ ये अगले भाग में पढ़िए।

ये कहानी जारी रहेगी ..

.

आपका दीपकl

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