Note: You can change font size, font face, and turn on dark mode by clicking the "A" icon tab in the Story Info Box.
You can temporarily switch back to a Classic Literotica® experience during our ongoing public Beta testing. Please consider leaving feedback on issues you experience or suggest improvements.
Click hereप्रस्तावना
कोरोना काल में, कोरोना युग की शुरुआत के बाद से कुछ ही वर्षों में कई मिथक और रोमांटिक कहानियाँ सामने आई हैं। मैं कोरोना वायरस फैलाने वाली कहानियों को "असली" वायरस की कहानियों से बहुत अलग दिशा में ले जा रहा हूंl
ये एक सेक्स कहानी है, जो केवल वयस्कों के लिए है-अगर यह सामग्री नाबालिगों या ऐसे लोगों के हाथों में पड़ जाती है जो काल्पनिक चरित्र के यौन अनुभवों के काल्पनिक खातों को पढ़कर परेशान होंगे तो लेखक उसके लिए जिम्मेवार नहीं हैl
कहानी स्पष्ट रूप से शुद्ध कल्पना हैं। ये कहानी वैसे के स्वतंत्र रूप से लिखी गयी लेकिन मेरे पिछले कुछ लेखन में पेश किए गए कुछ पात्रों और विषयों का भी उपयोग कर सकती हैं। इस कहानी के पात्रों और वास्तविक लोगों के बीच कोई समानता, जीवित या मृत, विशुद्ध रूप से मात्र संयोग ही है।
नया संक्रमण-डॉ. खुराना एक नियमित जीन पर रिसर्च कर रहे थे, जब सब सील कर दो का अलार्म बज उठा जिसके कारण डॉक्टर खुराना की एक चीख निकली और जिसने उनके दिल को ठंडा कर दिया और उनकी तत्काल वही पर हार्ट अटैक के कारण मौत हो गयी। यह कहानी बहुत दूर के भविष्य की नहीं है-किसी पहाड़ के नीचे एक शीर्ष गुप्त जैव-प्रयोगशाला में, कहीं भारतीय हिमालय में ये अनुसंधान चल रहा था वहाँ हुए एक हादसे में एक बायो-वायरस वातावरण में छूट गया है और दुनिया को तबाह कर रहा है। उसी सीलबंद बायो-लैब में वैज्ञानिक इसका उपाय या इलाज़ या टीका खोजने के लिए रात-दिन काम कर रहे हैं।
यह वायरस महिलाओं को नासमझ यौन वस्तुओं में बदल देता है। किस्सा बहुत मज़ेदार हैl
कोरोना महामारी काल के दौरान मैं एक डॉक्टर्स की संगोष्ठी में सम्मिलित था जहाँ डॉक्टर सुश्री दिव्या खुराना ने ये विचार व्यक्त किये की ये तो अब सर्वज्ञात है कोरोनावायरस रोग 2019 (COVID-19) महामारी चीन के वुहान में शुरू हुई और 2019 के अंत और 2020 की शुरुआत के बीच 3 महीने से भी कम समय में दुनिया भर में फैल गई। इस तरह के प्रकोप के लिए ज़िम्मेदार Sars-Cov-2, एक कोरोनवायरस था। संभवतः चमगादड़ों में उत्पन्न हुआ और जिसका मध्यवर्ती मेजबान अभी भी अज्ञात है (1, 2) । फरवरी 2020 के अंत में, ऐसी बीमारी इटली में उतरी, ठीक इटली के उत्तर में जहाँ कई समूहों में बिमारी की पुष्टि हुई थी। 8 मार्च को इटली के प्रधान मंत्री ने अभूतपूर्व सख्त उपायों की शुरुआत की, जिसने बड़ी संख्या में लोगों को लोगों के जीवन के कई पहलुओं को प्रभावित करने वाले अलगाव में रखा। फिर भी, अब तक इटली में 300, 000 से अधिक लोगों को ये बीमारी हुई और फिर ये बिमारी वहाँ से सम्भता भारत में आयी और आज दुसरे दौर के दौरान बड़ी भारी संख्या में लोगों को ये बिमारी हुई और निकट भविष्य में यह संख्या बढ़ने की संभावना है।
किसी भी बीमारी के सभी संभावित परिणामों को पहचानने और उनका इलाज़ करने के लिए भलाई के सभी पहलुओं का अध्ययन करना बहुत महत्त्वपूर्ण है।
असाधारण परिस्थितियों और इस तरह के उपायों से मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभाव को ध्यान में रखते हुए यह निर्धारित करना महत्त्वपूर्ण है कि क्या इससे कई तरह की यौन और प्रजनन सम्बंधी समस्याएँ भी पैदा हुई हैं।
वर्तमान समय में किसी भी डेटा ने यह सुझाव नहीं दिया है कि कोरोनावायरस इन रोगियों की कामुकता को प्रभावित कर सकता है या नहीं। हालांकि कई प्रयोगशालये और विभाग कोरोना वायरस से प्रभावित रोगियों के बारे में डेटा प्राप्त करने की प्रक्रिया में हैं, जो COVID-19 संक्रमण से पहले और बाद में उनके यौन कार्य का मूल्यांकन कर रहे हैं। डेटा अपूर्ण होने के बावजूद और सांख्यिकीय विश्लेषण अभी तक किया जाना बाक़ी है, कुछ दिलचस्प मामले हैं जिन पर चर्चा की जानी चाहिए।
रॉबर्टो एक 39 वर्षीय इंजीनियर है, जिसकी शादी 29 साल की खूबसूरत शिक्षिका अन्ना से हुई है। उनके पास एक संपूर्ण जीवन, अच्छा काम करने का माहौल, उत्कृष्ट वेतन और एक साथ जीवन बनाने के लिए एकदम नया अपार्टमेंट और यात्रा के लिए एक सामान्य जुनून था। रॉबर्टो का जनवरी 2020 में एक परफेक्ट इरेक्टाइल फंक्शन था और दोनों ही अपनी सेक्सुअल एक्टिविटी से पूरी तरह संतुष्ट थे।
27 फरवरी को उन्हें और उनकी पत्नी को सांस के हल्के लक्षण होने लगे। एंटीबायोटिक के एक सप्ताह के बाद भी वे रोगसूचक बने रहे और अंततः स्थानीय जनरल प्रैक्टिशनर को उनकी सूचना के बाद उन्हें नासॉफिरिन्जियल स्वैब से गुजरना पड़ा जिसके परिणामस्वरूप Sars-Cov-2 के लिए सकारात्मक परिणाम आया। 2 सप्ताह के बाद लक्षण गायब होने के बावजूद वह और उनकी पत्नी क्रमशः 57 और 64 दिनों तक सकारात्मक रहे। संक्रमण के पहले महीने के दौरान दोनों भयभीत और निराश थे और उन्होंने उस अवधि के दौरान किसी भी तरह के संभोग का प्रयास नहीं किया।
संक्रमण के दूसरे महीने के दौरान, चूंकि वे पूरी तरह से लक्षण रहित हो गए थे, उन्होंने अपने सामान्य यौन जीवन में वापस आने की कोशिश की। रॉबर्टो ने तुरंत अपने लिंग के कड़ेपन में नाटकीय कमी देखी और आश्चर्यजनक रूप से उनकी संभोग संतुष्टि और संभोग क्रिया पूरी तरह खराब हो गई। दूसरी ओर एक हालिया अध्ययन के बावजूद, अन्ना की यौन इच्छा बिलकुल शून्य हो गई हालाँकि हमारी लैब में किये गए अनुसंधान ने प्रदर्शित किया है कि COVID-19 महामारी के दौरान महिलाओं की (बिना संक्रमण के) यौन इच्छा और संभोग की आवृत्ति में काफ़ी वृद्धि हुई है। उन्होंने स्थिति के बारे में चर्चा की और उन्होंने सख्त संगरोध उपायों और अभी भी सकारात्मक होने के कारन सम्बंधित तनाव को ज़िम्मेदार ठहराया। कुछ प्रयासों के बाद उन्होंने आखिरकार हार मान ली।
संक्रमण के तीन महीने बाद (संक्रमण की समाप्ति के लगभग एक महीने बाद) वे अपने "सामान्य" कामकाजी जीवन में लौट आए, हालांकि उन्होंने महसूस किया कि कुछ अलग था। रॉबर्टो ने महसूस किया कि उनका लिंग कड़े होने का कार्य पहले जैसा अच्छा नहीं था और अंतरंगता का उत्साह कम को गया था। वह धीरे-धीरे ठीक हो रहा है लेकिन उसके अनुसार "कोविड-19 से पहले का यौन सुख अभी दूर है"। इसके विपरीत अन्ना ने ख़ुद को पूरी तरह से स्वस्थ पाया।
अब इस स्थिति की जांच और उपचार की खोज के लिए हमारी प्रोग्शाला में आगे अनुसंधान चल रहा है ।
कहानी जारी रहेगी