मेरी बेगमे और मेरी महबूबाएं 01

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पर्ल से मुलाकात.
2k words
4.6
222
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Part 2 of the 47 part series

Updated 10/30/2023
Created 09/04/2021
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मेरी कहानी "मेरी बेगमे और मेरी महबूबाएं " मेरी अब तक की कहानी "जन्नत की 72 हूरे, खड़े लण्ड की अजीब दास्ताँ: जो की "खाला को चोदा, खाला की चुदाई के बाद आपा का हलाला और मजो की दुनिया में मेरे अनुभव" के अगले भाग हैं l

इससे पहले जन्नत की 72 हूरे Ch. 5 में आपने पढ़ा मेरे कॉलेज के दोस्त राजकुमार ब्रेडी के बारे में पढ़ा था इसने मुझे बताया था उसकी सबसे छोटी और लाड़ली बहन पर्ल जिसे मैं इंग्लैंड में कई बार मिला थाl मुझे बहुत पसंद करती है और मुझसे ही निकाह करना चाहती हैl मैंने उसे इसमें अपनी दिक्कते बताई की मेरे तीन निकाह हो चुके हैंl और क्या उन्हें मेरी चौथी बीवी बनना मंजूर होगा? और हमारे मज़हब में सिर्फ़ 4 बीवियों ही कर सकते हैl मेरी कुछ और कजिन बहने हैं जिनसे मेरा निकाह होना लगभग तय हैl हमारे देश में मैं 4 से ज़्यादा निकाह नहीं कर सकताल और मुझे निकाह मिस्यार करने होंगे जिसमे लड़की की कुछ अख्तियार कम हो जाते हैं

ब्रैडी ने मुझे निकाह के लिए बधाई दी और कहा चुकी हमारे यहाँ मर्द एक से ज़्यादा बीविया रखता है उसे तुम्हारे साथ और बीवियों से कोई ऐतराज नहीं है उसे ब्रेडी मेरे बारे में काफ़ी कुछ बता चूका था l

तो ब्रैडी में मेरी समस्या का निदान सुझाया की मेरी बहन से निकाह के बाद तुम भी कैमरून के मैं परिवार का हिस्सा हो जाओगे और मैं तुम अपने अधिकार से मैं तुम्हे नागरिकता देता हूँ और मेरे देश के नागरिक जितने चाहे निकाह कर सकते हैं और बीविया रख सकते हैंl

मैं तुम्हे अपने देश का हिंदुस्तान में राजनयिक नियुक्त करता हूँl अब तुम पर हिन्दुस्तान की कोई कानूनी बंदिश नहीं रहेगीl

राजकुमार ब्रेडी की सबसे छोटी और लाड़ली बहन पर्ल जिसे मैं इंग्लैंड में कई बार मिला थाl मुझे बहुत पसंद करती है और मुझसे ही निकाह करना चाहती हैl ब्रेडी दिल्ली आया था। मैं उससे मिलने उसके होटल चला गया। वहाँ मुझे उसकी कजिन सिस्टर एनी जो उसके साथ आई थी मिली। एनी एक यूरोपियन। गोरी जिसके सुनहरे बाल थे। उसकी मोटी-मोटी आंखें। सुर्ख गुलाबी होंठ और दूध से रंग में गुलाब का मिला जुला रंग जैसा उसका रंग और गाल। सुडौल छातियाँ। पतली कमर। चेहरे पर क़ातिल मुस्कान। बेहद खूबसूरत जन्नत की हूर। उसे मैं ताज महल दिखाने आगरा ले गया और फिर ऐनी रात में एक शर्ट में मेरे कमरे में आ गयी और आकर सीधे मेरे गले लग गयी l

फिर हम दोनों ने एक दुसरे के कपडे उतार दिए और मैंने उसे चूमने लगा, फिर ऐनी ने अपना कौमार्य मुझे समर्पित कर दिया। उसके बाद हम रात के अँधेरे बरसात में खुली बालकोने में हमने बारिश के साथ ताल मिला कर चुदाई की और उसके बाद में सुबह होने से पहले ताज के पास नदी के किनारे पर उसने मुझसे नग्न फोटोशूट करवाया और फिर वहां हमने सूरज निकलने तक चुदाई की l

जन्नत की 72 हूरे Ch. 15 से उद्धृत

ऐनी उत्साह से भरी हुई थी। कमाल का सीन था। वह अपने चारों हाथों और पैरों में कुत्तीया की स्थिति में थी, मैं उसे पीछे से चोद रहा था, ताज हमारे पीछे था और ठीक हमारे सामने, सूरज बिल्कुल लाल रंग की गेंद की तरह उग रहा था। यमुना नदी के किनारे की रेत धीरे-धीरे सुनहरा रंग प्राप्त कर रही है और हल्की ठंडी हवा चल रही थी।

ऐनी कई बार झड़ी पर मैं उसे ऐसे ही चोदता रहा। लगभग 30 मिनट तक उसे चोदने के बाद, मैंने अपने शुक्राणु को उसकी योनि के अंदर स्खलित कर दिया और अगले कुछ मिनट तक एक-दूसरे की बाहों में लेटे रहे। फिर हमने जल्दी से कपड़े पहने और मैं उसका हाथ पकड़कर होटल ले गया।

अब आगे:-

हम दोनों होटल पहुँचे तो कमरा बंद था चाबी मेरे पास थी और कोई कमरे के अंदर था, मैंने दरवाजा खटखटाया तो कुछ पल बाद कमरे का दरवाजा खुला और मेरे सामने मेरे दोस्त फ्रेड्डी की बहन पर्ल खडी थी। पर्ल मेरे दोस्त फ्रेड्डी की बहन से मैं पहले ही मिल चूका था।

मेरे मुँह से इतना ही निकला अरे पर्ल तुम यहाँ कैसे?

मैं अभी उसे ठीक से देख भी नहीं पाया था कि उसने मेरा हाथ पकड कर मुझे अन्दर खीच लिया और एक झटके के साथ दरवाजा बन्द कर दिया। मैं उसकी इस हरकत से एक दम सकपका गया। पर्ल ने कहा अगर मैं तुम्को इस तरह से अन्दर नहीं खीचती तो तुम बाहर खडे-खडे ही मुझ देखते रहते जो कि मैं नहीं चाहती थी। तुम्को मुझको देखना हे तो लो मैं तुमहारे सामने खडी हो जाती हूँ जी भर के देख लो। ऐसा कह कर वह मेरे सामने अपने दोनों हाथ कमर पर रख कर खडी हो गयी। ये सब इतनी ज्लदी में हुआ था कि मुझे उसको देखने का मौका भी नहीं मिला था। अब वह मेरे सामने थी और मैं जी भर कर उसको देख सकता था।

फिर मैंने अपनी नजर उसपर गढा दी। उसका रंग गोरा था। फ्रेड्डी ने पर्ल की उमर मुझको 20-21 साल बतायी थी पर वह अपनी उमर से 4-5 साल छोटी दिखती थी। उसकी आँखे बडी-बडी थी। जिन में वासना भरी हुयी थी। उसके होठ बडे-बडे थे। जैसे कि अभिनेत्री सलमा हायेक के हैं। मुझे इस तरह के रसभरे होठ बहुत ही पसन्द हैं। उसपर उसने गहरे लाल रंग की लिपस्टिक लगा रखी थी। जो उसकी सुन्दरता को और बढ़ा रही थी। उसके चहरे पर एक आमत्रंण का भाव था जैसे कह रही हो आओ और चुम लो मेरे होठों को।

फिर मेरी नजर उसके बदन पर गयी बडा ही भरपूर बदन था उसका। उसका गदराया बदन देख कर मेरा लंड पैन्ट के अन्दर ही उछलने लगा था। उसने हल्के गुलाबी रंग की स्कर्ट और टॉप पहन रखी थी। उसका टॉप स्लीव लेस था और उसमे कफ़ी गहरा कट था जिसकी वजह-सी उसके बडे-बडे मम्मे आधे से ज्यादा टॉप से बाहर झाँक रहे थे। पर्ल ने शायद बहुत ही टाईट टॉप पहन रखा था क्योकी उसके मम्मो की दोनों बडी-बडी गोलाईयाँ आपस मैं चिपक गयी थी और एक गहरा कट बना रही थी। जो कि बडा ही सेक्सी लग रहा था। इस नजारे को देख कर मैं उत्तेजना से पागल हो रहा था। मेरे लंड का उभार मेरी पैन्ट से साफ़ दिखायी दे रहा था।

फिर मेरी नजर उसके पेट पर गयी। उसने ड्रेस की स्कर्ट अपनी नाभी के काफ़ी नीचे पहनी थी। जिस से उसकी गहरी नाभी साफ़ दिखयी दे रही थी। उसकी नाभी की गहरायी देख कर मेरा मन उसको चूम लेने का हुआ। फिर मैं थोडी देर तक उसको ऐसे ही निहरता रहा। कुछ देर बाद ऐनी ने कहा क्या हुआ आमिर कहाँ खो गए कैसी लगी तुम्को मेरी बहन पर्ल? मैंने कहा बहुत ही अच्छी। ऐनी ने कहा वह तो तुम्हारे पैन्ट में उभरते तुम्हारे लंड को देख कर पता चल रहा है।

मैंने कहा लेकिन ये कब आयी और अंदर कैसे आ गयी चाबी तो मेरे पास है।

तो ऐनी बोली हमने कमरे को दो चाबियाँ होटल से ली थी। एक तुम्हारे पास है और एक मैंने पर्ल के लिए रिसेप्शन पर रखवा दी थी ।

मैं पर्ल को देख कर इतना गर्म हो गया था कि मेरा गला सुखने लगा और मुझ को प्यास लगने लगी।

पर्ल मेरे को देख कर शायद समझ गयी की मेरे को प्यास लगी है। बोली पानी चाहिए आपको मेने कहा हाँ। ठीक है अभी लाती हूँ कह कर वह पलट कर पानी लेने चल दी। जैसे ही वह पल्टी सबसे पहले मेरी नजर उसके भारी भरकम चूतडो पर गयी। औरत के चूतड भी मेरा पसन्दीदा अंग है और पर्ल के चूतड तो बहुत ही बडे थे। उसने ऊँची ऐडी की सैंडल पहन रखी थी। जिस की वजह से जब वह चल रही थी तो उसके चुतड बहुत ही मस्ताने ठंग से मटक रहे थे। जेसे किसी फैशन शो में मॉडल अपने चूतडो को मटका के चलती है वैसे ही।

एक तो उसको आगे से देख कर ही मेरा बुरा हाल था अब तो मैंने उसको पीछे से भी देखा लिया था मेरा लंड तो बिलकुल ही आपे से बाहर हो गया। वोह भी शायद जानती थी की उसके चूतडो का मुझ पर क्या असर होगा क्योकी मैं ऐनी को बता चुका था कि भारी चूतड मुझ को कितने पसन्द हैं। इसलिये मेज तक जाने में जहाँ पर पानी का जग रखा था उसने बहुत देर लगायी जिस से मैं जी भर कर उसके चूतड और उनका मटकना देख सकूं।

फिर उसने जग उठाया और मेरी तरफ़ देखते हुये उसने गिलास में पानी भरना शुरु किया। वह मुझ को देख कर मस्ती भरी नजरो से मुस्कुरा रही थी। पानी भरकर वह मेरी तरफ़ चल दी। उसके मस्त बदन ने मेरे उपर ऐसा असर किया था कि मैं अभी तक दरवाजे पर ही खडा था। उसने ऊँची ऐडी के सैंडल पहन रखे थे और जिस तरह से वह चूतड मटका के चल रही थी उसकी वजह से उसके बडे-बडे मम्मे उसके कसे टॉप में फंसे हुये जोर-जोर से उछल रहे थे। उसने पुरी तरह से मुझको अपने तरुण हुस्न के जाल में फसाँ लिया था।

लो पानी पी लो कह कर उसने गिलास मेरे हाथ में थमा दिया। मैं पानी पीने लगा और पानी पी कर मैंने गिलास उसको दे दिया। जो देखा पसन्द आया मैं मुस्कुरा कर बोला हाँ बहुत पसन्द आया। फिर यहाँ क्यो खडे हो चलो अन्दर बैठते हैं। फिर मैं उसके साथ चल दिया अन्दर आ कर मैं सोफ़े पर बैठ गया। अन्दर आने से पहले मैंने अपने जूते बाहर ही उतार दिये। ऐनी और पर्ल भी दोनों मेरे पास आ कर बेठ गयी।

मैंने उसका हाथ अपने हाथो में लिया और बोला पर्ल तुम बहुत सुन्दर हो। जैसा मुझे याद था जब मैं तुमसे कई साल पहले लंदन में मिला था तो मैने सोचा था कि तुम सेक्सी हो पर तुम तो महा सेक्सी हो गयी हो पर्ल। मेरा लंड तो तुमको देखते ही खडा हो गया था और अभी तक पुरी तरह टनटनाया हुआ है। देखो कैसे पैन्ट फाड कर बाहर आने को तैयार है। फिर तुमने इसको पैन्ट के अन्दर रखा ही क्यो है पैन्ट उतार कर अपने प्यारे लंड को मुझको दिखाओ। लाओ मैं तुम्हारे कपडे उतरने में तुम्हारी मदद करती हूँ। मैंने कहा नहीं पर्ल मैं खुद ही उतार देता हूँ। मुझे तो वह मौका आज पहली मिला है तुम इस तरह से मुझसे ये मौका नहीं छीन सकते।

तो वह बोली अब से मैं ही तुम्हारे कपडे उतारूँगी और पहनाऊँगी। मैंने कहा पर्ल तुम ठीक कह रही हो मैं इस तरह से तुम्हारा हक नहीं छीन सकता। मैं तैयार हूँ उतार दो मेरे कपडे। आज से जब तक मैं तुम्हारे साथ हूँ और जब भी हम मिलेंगे मेरे कपडे तुम ही उतारोगी और तुम ही पहनओगी। यह सुन कर वह बहुत खुश हो गयी और मेरे गालो पर किस किया। फिर वह मेरी कमीज के बटन खोलने लगी। उसके भरी पूरी गोरी बाँहे मुझको बहुत अच्छी लग रही थी। फिर उसने सारे बटन खोल दिये और बोली अब खडे हो जाओ जिस से मैं तुम्हरी कमीज उतार सकूँ।

मैं खडा हो गया पर्ल भी मेरे साथ खडी हो गयी और पीछे कर के मेरी कमीज उतार दी। मैंने नीचे बनियान पहन रखी थी। मेरी कमीज उतार कर पर्ल मेरी छाती पर हाथ फेरने लगी और बोली तुम्हरी छाती कितनी चौडी है। तुम बहुत हैडसम हो। अब मैं तुमको अपना सारा प्यार दूंगी। ऐसा कहते वक्त उसके आँखो में वासना भरी थी। ऐसा कह कर उसने मेरी बनीयान भी उतर दी।

बनियान उतरते वक्त उसने अपने हाथ उपर किये उसने स्लीवलैस गुलाबी टॉप पहन रखा था जिसकी वजह से उसकी काँख मुझको दिखायी दी। उसकी काँख साफ़ थी थे। मुझे साफ़ काँख बहुत पसन्द हैं। उसकी काँख देखकर मेरी मस्ती और बढ गयी। बनियान उतार कर उसने कमरे के एक कोने मैं फेंक दी। अब मेरी छाती पूरी नंगी हो गयी और वह अपने गोरे-गोरे हाथ मेरी छाती पर धीरे-धीरे फिराने लगी। जिसकी वजह से मेरी उत्तेजना बढने लगी और मेरे निप्पल कडे हो गये।

फिर पर्ल ने अपनी एक उँगली को अपने थूक से गिला करके मेरे बाँये निप्पल पर फिरने लगी और उसका दुसरा हाथ मेरी छाती पर धीरे-धीरे चल रहा था। वह मुझे मस्त कर रही थी। थोडी देर इसी तरह से मेरे निप्पल पर हाथ फेरने के बाद उसने अपना मुँह मेरे निप्पल पर रख दिया और उसे अपने होंठो के बीच लेकर चुसने लगी। उसके ऐसा करने से मेरे मुँह से एक दम से एक आह निकल गयी। इसका सीधा असर मेरे लंड पर हुआ। वोह मस्ती में एक दम कडा को गया। अब उसका मेरी पैन्ट में रहना बडा ही मुश्किल था।

कहानी जारी रहेगी...

आपका आमिर खान हैदराबाद l

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aamirhydkhanaamirhydkhanover 2 years agoAuthor

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