अम्मी बनी सास 061

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तरीके और अंदाज़
1.8k words
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Part 61 of the 92 part series

Updated 06/10/2023
Created 05/04/2021
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अब ज़ाहिद पूरी रफ़्तार से शाज़िया की चूत में धक्के मारने लगा था। जब कि शाज़िया अपने हाथ से अपनी चूत के दाने को रगड़ रगड़ कर अपनी चुदाई के मज़े को दो बाला ( महसूस )कर रही थी।

थोड़ी देर शाज़िया को इस अंदाज़ में चोदने के बाद ज़ाहिद ने शाज़िया की फुद्दि से अपना लंड निकाला और बाथरूम के कमोड पर जा बैठा।

अपने भाई को कमोड पर बैठा देख कर शाज़िया समझ गई कि ज़ाहिद थक गया है। इसीलिए अब वो उसे एक नये तरीके से चोदना चाहता है।

ये ही सोच कर शाज़िया भी मूडी और कमोड पा बैठे हुए अपने भाई की गोद में आन बैठी।

ज़ाहिद की गोद में इस तरह से बैठने से ज़ाहिद का सख़्त लंड नीचे से शाज़िया की चूत से टकराया। तो दोनो बहन भाई के जिस्म ने एक झुर्झुरि सी ली।

अब शाज़िया की चूत अपने भाई से चुदवाने और उस के लंड का अपनी फुद्दि में फिर से स्वागत करने के लिए तैयार थी।

ज़ाहिद ने अब अपने हाथ शाज़िया के पीछे करते हुए उस की नंगी गान्ड पकड़ कर उसे थोड़ा ऊपर उठाया।

तो शाज़िया ने अपना हाथ नीचे ले जा कर अपने भाई के फुद्दि का इंतज़ार करते हुए गरम लौडे को पकड़ कर अपनी चूत के दरवाज़े पर लगाया।

साथ ही ज़ाहिद ने अपनी बहन की गान्ड को पकड़ कर हल्का से नीचे किया। तो ज़ाहिद का खड़ा हुआ हुआ लंड उस की बहन की चूत में जड़ तक घुसता चला गया।

ज्यों ही ज़ाहिद का लंड उस की बहन की फुद्दि में जड़ कर अपनी बहन की बच्चा दानी को ठोकरे मारने लगा। तो शाज़िया के मुँह से मज़े के मारे सिसकारियाँ फूटने लगीं।

शाज़िया ने जोश में आते हुए अपने मुँह को अपने भाई के मुँह से जोड़ दिया।

अब पोज़िशन ये थी। कि ज़ाहिद अपनी बहन को अपनी बाहों में उठा कर कमरे में खड़ा हुआ था।

शाज़िया के दोनो बाज़ू अब उस के भाई की गर्दन के इर्द गिर्द झुके हुए थे। और नीचे से ज़ाहिद का लंड शाजिया की चूत मे पूरे का पूरा जड़ तक धंसा हुआ था।

चुदाई की इस पोज़िशन में ज़ाहिद अब शाज़िया की गान्ड पकड़ कर पूरे जोश से उसे चोद रहा था। जब के शाज़िया अपनी गान्ड अपने भाई के लंड पर झूल झूल कर बहुत मज़े से चुदवा रही थी।

"चलो जान अब वापिस कमरे में चलते हैं"अपनी बहन को इस स्टाइल में कुछ देर तक चोदने के बाद ज़ाहिद को कमरे में वापिस जानी की सूझी।

"ठीक है भाई,जैसे आप कहें" अपने भाई की बात के जवाब में शाज़िया ने कहा। और ज़ाहिद के लंड से उतर कर अपने भीगे बदन के साथ कमरे के बेड पर आ कर लेट गई।

शाज़िया के पीछे पीछे ज़ाहिद भी चलता हुआ कमरे में आया।

बिस्तर पर लेटी अपनी बहन शाज़िया के पास बैठ कर ज़ाहिद ने शाज़िया के मुँह को अपने मूह में बायां अपने हाथ में भरा।और मम्मे को अपनी मुट्ठी से कस कर दबाने लगा।

" हाईईईईईईई! तुम्हारे इन बड़े मम्मो ने तो मुझे पागल ही कर दिया है मेरी रानी।" ज़ाहिद ने अपनी बहन के मम्मे पर अपने लब फेरते हुए कहा।

इस के साथ ही ज़ाहिद ने शाज़िया के दोनो मम्मो को दबा कर आपस में जोड़ा। और फिर खुद शाज़िया के पेट पर बैठ अपनी बहन के आपस में जड़े हुए मम्मो के दरमियाँ में अपन मोटा लंड रख कर फिराने लगा।

ज़ाहिद ने अपनी बहन शाज़िया को कल की सुहाग रात से ले कर आज तक चुदाइ के ना जाने कितने ही ऐसे तरीके और अंदाज़ सीखा दिए थे। जिन से शाज़िया अपनी दो साला शादी शुदा ज़िंदगी में कभी रोष नास नही हो सकी थी।

ज़ाहिद के साथ साथ शाज़िया को भी अपने भाई के बड़े लंड का यूँ उस की भारी छातियों में फिरना अच्छा लाग रहा था।

इसीलिए वो भी अपने दोनो हाथों से अपने बड़े मम्मों का आपस में मिला कर अपने भाई के लंड को अपने गुदाज मम्मो में जकड़ते हुए मज़ा महसूस कर रही थी।

अब ज़ाहिद अपने लंड को तेज़ी के साथ अपनी बहन की भारी छातियों में फेर रहा था। और आख़िर कार वो इसी स्टाइल में ही अपनी बहन के बड़े मम्मो के दरमियाँ ही फारिग भी हो गया।

"हाईईईईईई! भाईईईईईईईईई! ये आप ने क्या किया" ज्यों ही ज़ाहिद ने अपनी बहन शाज़िया के बड़े बड़े मम्मो के दरमियाँ अपने लंड का वीर्य उडेला।

तो शाज़िया एक दम से सिस्कार्ते हुए बोली।

"क्यों किया हुआ मेरी जान" ज़ाहिद ने झटके मार मार कर पानी छोड़ते हुए अपने लंड को अपने हाथ से काबू करते हुए शाज़िया से पूछा।

"ओह आप अपने लंड का इतना कीमती पानी फ़िजूल में इस तरह ज़ाया करने की बजाय, मेरी बच्चे दानी में डाल कर मुझे हमला करो और अपने बच्चे की माँ बना दो भाईईईईईई"। शाज़िया ने सिसकते हुए अपने भाई से फरमाइश की।

"हाईईईईईईई! तुम वाकई ही मेरे बच्चे की माँ बनना चाहती हो शाज़िया" अपनी बहन की ये ख्वाहिश सुन कर ज़ाहिद का लंड और जोश से अपना पानी फारिग करने लगा।

जिस से शाज़िया के मम्मो के साथ साथ उस का पूरा पेट भी अपने ही सगे भाई के लंड के पानी से भर गया।

"हाईईईई!, आप जानते हैं कि कोई शादी शुदा औरत उस वक्त तक मुकम्मल नही होती, जब तक वो माँ नही बन जाती,इसीलिए मैं वाकई ही आप के बच्चे को 9 महीने अपने पेट में पाल कर उसे पैदा कर कर आप की असली बीवी का दर्जा पाना चाहती हूँ भाईईइ!" शाज़िया ने अपने भाई की बात का जवाब दिया।

"फिकर ना कर में जल्द ही अपनी बहन के पेट में अपना बच्चा डाल कर तुम्हें एक मुकम्मल औरत बना दूँगा मेरी बहन" ज़ाहिद ने अपने लंड का पानी का आखरी कतरा भी अपनी बहन के जिस्म पर गिराते हुए उसे कहा।

जब के शाज़िया का चेहरा अपने भाई का जवाब सुन कर खुशी से चमक उठा।

"अच्छा मेरी जान अब मेरे लंड को अपने मुँह में भर कर अपनी चूत और मेरे लंड के पानी को अच्छी तरह सॉफ तो कर दो जान"शाज़िया के मम्मो से ऊपर होते हुए ज़ाहिद अपना लंड अपनी बहन शाज़िया के मुँह के करीब लाया और बोला।

"नही भाई में ऐसा नही कर सकती क्यों के मुझे ऐसा कम करने में शरम आ रही है" अपने भाई को सताने के लिए जान बोझ कर शाज़िया ने ज़ाहिद को ऐसा जवाब दिया।

"हाईईइ अब कहाँ की शरम मेरी जान,अब तो मेरे लंड ने तुम्हारी चूत और गान्ड दोनो को अंदर तक देख लिया है" ज़ाहिद ने अपनी बहन की बात सुन कर उसे जवाब दिया। और फिर बड़े प्यार से अपना पानी छोड़ता लौडा शाज़िया के नर्म होंठो पर रगड़ने लगा।

शाज़िया ने अपने भाई को मज़ीद सताना मुनासिब ना समझा और अपने भाई के बड़े लंड के लिए अपना मुँह खोल दिया। तो ज़ाहिद का मोटा बड़ा लंड शाज़िया के नर्म होंठो से स्लिप होता हुए उस के मुँह में दाखिल हो गया।

अपने भाई ज़ाहिद के लंड पर लगे हुए अपनी ही चूत के ताज़ा पानी का ज़ायक़ा अपनी होंठो और ज़ुबान पर महसूस करते ही शाज़िया को जोश आया। और वो ज़ाहिद के बड़े लंड को अपने मुँह में भर कर,लंड पर लगे हुए अपनी ही चूत के पानी को चाट चाट कर सॉफ करने लगी।

जब शाज़िया ने ज़ाहिद के लंड पर लगा सारा पानी अपनी ज़ुबान से सॉफ कर दिया। तो ज़ाहिद ने शाज़िया के मुँह से अपना लंड बाहर निकाला और फिर दोनो बहन भाई साथ ही साथ बिस्तर पर इकट्ठे लेट कर अपनी भिखरी साँसे संभालने लगे।

कुछ देर साँस लेने के बाद ज़ाहिद बिस्तर से उठा और बाथरूम से जा कर एक टॉवल ले आया।

उस टवल से ज़ाहिद ने अपनी बहन शाज़िया के बड़े बड़े मम्मो के दरमियाँ छोड़े गये अपने लंड के पानी को अच्छी तरह सॉफ किया।

और फिर शाज़िया के पहलू में लेटे लेटे ही ज़ाहिद ने अपनी बहन के बड़े बड़े चूचों को एक एक कर के अपने मुँह में लिया और उन को जोश से चुँसने लगा।

ज़ाहिद ने शाज़िया के चूचों को इस कदर जोश और मस्ती से चूसा। कि उस ने शाज़िया के मम्मो को काट काट और रगड़ रगड़ कर सुर्ख कर दिया।

शाज़िया को अपने भाई ज़ाहिद के इस तरह जीश में उस के मम्मो को चूसने पर जैसे जन्नत का मज़ा मिल रहा था। और वो मस्ती में आते हुए बिस्तर पर पड़ी पड़ी "सिसकियाँ" निकालने में मसरूफ़ हो गई।

अपने भाई के इस प्यार से शाज़िया की पहले से गरम चूत से उस का पानी फिर टपक टपक कर शाज़िया की टाँगों से बहता हुआ बिस्तर को भिगोने लगा था।

अपनी बहन के मम्मो को चुसते हुए ज़ाहिद अचानक उठा और शाज़िया की टाँगों के दरमियाँ आ गया।

ज़ाहिद ने अपनी बहन की गुदाज टाँगें हाथ में लेते हुए चौड़ी कीं और उन्हे अपने कंधो पर रख लिया।

ज़ाहिद का तना हुआ लंड अपनी बहन की मोटे लिप्स वाली फुद्दि से बस एक इंच की ही दूरी पर था।

ज़ाहिद ने अपनी बहन की टाँगें अपने कंधे पर रखते ही शाज़िया की आँखों में देखा और पूछा " फिर चोदू, मेरी रानी।"

कल रात से आज तक,अपने ही भाई से कई दफ़ा चुदवाने के बावजूद, ज़ाहिद के लंड की तरह शाज़िया की चूत भी, अभी तक चुदाई के लिए भूकि ही थी।

इसीलिए ज्यों ही ज़ाहिद ने अपनी बहन से फिर चुदाई स्टार्ट करने का पूछा तो शाज़िया ने फॉरन "हां" में अपना सर हां में हिला दिया।

अपनी बहन की रज़ा मंदी हासिल करते ही ज़ाहिद आगे बढ़ा और एक ही झटके में अपना पूरा लंड अपनी बहन की चूत में डाल दिया।

"हाईईईईईईईईईईईईई!" ज्यों ही ज़ाहिद का बड़ा लंड शाज़िया की पानी छोड़ती गरम फुद्दि में दाखिल हुआ। तो मज़े की शिद्दत से दोनो बहन भाई के मुँह से एक बार फिर सिसकी निकल गई।

अपनी बहन की चूत में अपना लंड डालते ही ज़ाहिद शाज़िया की फुद्दि में तेज तेज झटके मारने लगा।

शाज़िया की फुद्दि में झटके मारने के साथ साथ ज़ाहिद अपने हाथों से अपनी बहन के बड़े और मोटे मम्मो के खड़े हुए निपल्स को भी अपने हाथ से मसल्ने लगा था।

जब कि शाज़िया अपने भाई के लंड और हाथों का स्वाद पा कर मज़े मे आ गई और वो भी नीचे से अपनी गान्ड उठा उठा कर अपने भाई की चुदाई का साथ देने लगी।

"हाईईईईईई! ऐसे ही और कस्स क़ास्स्स कारर्र ज़ोर से चोदो,और ज़ोर से चोदो, फाड़ दो मेरी चूत को,आअहह बड़ा मज़ा आआआ राहाा है भाईईईईईई।" शाज़िया बहुत जोश में आ गई और उस के मुँह से ये आवाज़े निकल रही थी।

शाज़िया ने अब अपने दोनो पैरों को अपने भाई के कंधो से हटा कर अपने भाई ज़ाहिद की कमर कर गिर्द लपेटा और भाई को अपने टाँगों से जकड लिया।

शाज़िया ने ज्यों ही अपने भाई की कमर के गिर्द अपनी गुदाज टाँगों कर घेरा डाला। तो ज़ाहिद अपनी बहन के जिस्म के ऊपर मज़ीद झुक गया। और अब उस ने मज़ीद तेज़ी के साथ अपनी बहन की चूत में अपने बड़े और मोटे लंड के झटके लगाने शुरू कर दिए।

जारी रहेगी

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