मेरी बेगमे और मेरी महबूबाएं 22

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मैं समझ गया था जेन को भीषण दर्द हो रहा होगा, आखिर लंड है ही इतना मोटा तगड़ा और जेन की चूत में सालो से कोई लंड नहीं गया था, इसलिए उसकी चूत का छेद बहुत संकरा और दीवारे कुछ ज्यादा ही सख्त हो चुकी थी। मेरे लिए इसमें कुछ ज्यादा अलग नहीं था, मैंने जीतनी भी लडकियों को चोदा था लंड चूत में डालते समय लगभग सबका ही हाल ऐसा हो जाता था। मैंने जेन का चेहरा तकिये से निकाला और उसके दर्द से भरे चेहरे को एकटक देखने लगा, उसकी आँखों के किनारे से होकर कान की तरफ बहती आंसुओं की धार पोंछी और पूरे चेहरे को बेतहाशा चूमने लगा। मैंने जेन के ओठो पर अपने ओठ रख दिए और जीभ उसके मुहँ में घुसेड दी और कसकर उसे चूमने लगा। मैंने जेन की पोजीशन फिर बदल दी, अब वह उसे घुटनों पर ले आया। जेन को चुदाई में दर्द हो रहा था। वह पहली चुद रही थी इसलिए उसे ज्यादा देर एक पोजीशन में चोदना ठीक भी नहीं था। मैंने अपने खून से भरे मोटे फूले हुए लंड को उसकी चूत पर रखा और फिर से एक झटके में जेन की गीली दर्द से बेहाल चूत पेल दिया। जेन के मुहँ से चीख निकल गयी। मैं पीछे से उसकी चूत में सटासट लंड पेलने लगा।

जेन फिर से भीषण दर्द से कराह उठी उसने बिस्तर में अपना मुहँ छिपा लिया, बिस्तर की चादर को कसकर जकड लिया, इस कारन उसकी चीख उसके चेहरे और बिस्तर के बीच में ही घुटकर रह गयी। जेन की दोनों आँखों से दर्द के कारन लगातार आंसू बह रहे थे। जेन से दर्द बर्दास्त नहीं हो रहा था, उसने मुझे रोका और सीधी होकर पीठ के बल बिस्तर पर लेट गयी। मैं जेन के ऊपर आ गया, जेन ने मुझे अपनी बांहों में जकड लिया और उसकी कमर पर पैर जमा दिए। जेन की गोरी गुदाज जांघे और कोमल हाथ मेरे बलिष्ट शरीर के इर्द गिर्द लिपट गए। मैंने जेन की चूत पर लंड सटाकर अन्दर की ओर पेल दिया और कमर हिलाकर धक्के लगाने लगा। जेन से कसकर मुझे जकड़ लिया और अपनी नाजुक संकरी चूत में उसका लंड फिर से लेने लगी। जेन के मुहँ से अब भी दर्द भरी कराहे ही निकल रही थी।

मैं जोर-जोर से कमर हिलाकर जेन की गुलाबी गीली चूत की दीवारों को जो उसके लंड को कसकर जकड़े थी को चीर कर, रगड़ता हुआ अपने मोटे मुसल जैसे लंड को जेन की चूत में पेल रहा था और हर धक्के के साथ चूत की गहराई के आखिरी छोर तक जाने का रास्ता बना रहा था।

जेन कांपती हुए आवाज में--आमिर अब देर मत करो, दर्द होता है तो होने दो। लंड को पूरी ताकत से चूत की आखिरी गहराई तक उतार दो, पूरा का पूरा लंड चूत के अन्दर डाल दो। मुझे मेरे चूत के आखिरी कोने तक जमकर चोद डालो। मुझे तुमारा पूरा लंड चाहिए। जो होगा देखा जायेगा। ये चूत है ही इसी लायक, जब तक मोटा तगड़ा लोहे जैसा सख्त लंड इसे कुचलेगा नहीं ये ऐसे ही नखरे दिखाती रहेगी। इस पर जितनी दया दिखावोगे उतना ही ये नाटक करेगी, बिना सख्ती किये ये तुमारे लंड को अपनी गहराई में उतरने का रास्ता नहीं देने वाली। मेरी चूत फटती है तो फट जाने दो।

मेरे धक्के बदस्तूर जारी थे और जेन की कराहे भी।

जलन के कारन जेन की चूत की गुलाबी दीवारों से रिसने वाला पानी बंद हो गया था, जिससे उसकी चूत सूख गयी थी, इससे मुझे लंड पेलने में ज्यादा जोर लगाना पड़ रहा था और चूत की दीवारों से रगड़ भी ज्यादा हो रही थी जो असुविधा जनक था। कम से कम आरामदायक लंड पेलने के लिए वह आदर्श स्थिति नहीं थी। पहले जेन की चूत लगातार पानी छोड़ रही थी लेकिन अब उसकी दीवारे दर्द के कारन खुश्क हो गयी है। मैने अपने लंड को बाहर निकाला और पास में पड़े चिकने तेल से सरोबार कर लिया। थोडा-सा तेल जेन की चूत के छेद पर उड़ेल दिया। फिर जेन की चिकनी चूत के छेद पर रखकर ठेल दिया। मेरा लंड जेन की गुलाबी नरम चूत की दीवारों को चीरता हुआ अन्दर चला गया।

मैंने जेन को सख्ती से जकड लिया और अपनी कमर पर पूरा जोर लगा दिया। मेरा लंड वासना की आग में तप रही जेन की चूत की दीवारों के प्रतिरोध को धराशाई करता हुआ, चीरता हुआ चूत की गहराईयों में जा धंसा। चूत की गुलाबी दीवारों की सलवटे गायब हो गयी, दीवारों के दोनों छोर अलग-अलग हो गए और दर्द से कांपती जेन की चूत की दीवारे फैलती चली गई और मेरे लंड ने आखिरकार अपने जरुरत भर की जगह बना ली। इतनी भीषण रगड़ के कारन जेन की चूत की गुलाबी मखमली दीवारे फिर से बुरी तरह जल उठी, वही भीषण दर्द फिर से लौट आया। दर्द से बेहाल जेन की चूत की दीवारे, आग की तरह तप रहे मुसल जैसे मोटे लंड को अपनी जकड़न से बाँधने की असफल कोशिश करने लगी, लेकिन अब न मुझे और न ही जेन को जलन की परवाह थी और न दर्द की। मैंने कमर उठाई और फिर में अपना मुसल लंड जेन की नाजुक-सी चूत में पेल दिया। लंड के लिए राह बनाते हुए चूत की दीवारे फैलती चली गयी और अन्दर जाते ही मेरे लंड को फिर से जकड लिया। मैं अब बेदर्दी से बिना किसी दया के जेन की चूत में लंड पेल रहा था।

मेरा लंड इतना बड़ा था कि जेन की जांघो के बीच में बना संकरा-सा चूत का छेद पूरी तरह एयरटाइट हो गया था, उसकी चूत पुरी तरह से भरी-भरी महसूस हो रही थी जबकि लंड का कुछ भाग अभी भी बाहर था। मैं अब तेजी से जेन की चूत में लंड ठेल रहा था।

मैं हर बार थोड़ी-सी कमर उठाता और पूरा का पूरा लंड जेन की चूत में ठेल देता, हर धक्के के साथ जेन के मुहँ से एक वासना भरी मादक कराह निकलती। जब जेन का दर्द थोडा कम हुआ तो उसने आंखे खोली और समाने मेरा चेहरा देखकर हल्का-सा शर्मा गयी। वह मेरी बांहों में, पूरी तरह से नंगी होकर अपने बदन की आग बुझवा रही थी और हमारी चुदाई की आवाजे और कराहे पूरे घर में गूँज रही थी। मैंने उसे कस कर चोद रहा है और वह जांघे उठा कर अपनी नाजुक-सी फूल-सी कोमल चूत में मेरा लम्बा तगड़ा लंड ले रही थी।

लंड इतना मोटा था कि उसकी चूत का कोना-कोना लंड से भर गया। इस तरह से कोई लंड से उसकी चूत ऊपर तक टाइट पैक हो जाएगी, उसके अन्दर की सारी जगह घेर कर उसकी चूत को चूत के मुहँ तक इस कदर कसकर भर देगा उसने कभी सोचा नहीं था। मैंने कमर हिलाने की स्पीड तेज कर दी, हर धक्के के साथ मेरा मोटा लंड जेन की चूत का हर कोना भरता हुआ उसकी योनि की गहराई के आखिर छोर तक पहुँच जाता और फिर एक झटके में बाहर आकर फिर अन्दर चला जाता। जेन की चूत की दीवारे फिर से चूत रस छोड़ने लगी थी। लगातार चोदते रहने से मैं भी हांफने लगा था। मैंने जेन से दोनों हाथ अपने चुताड़ो पर रखकर उन्हें फ़ैलाने को कहा। जेन से अपनी जांघो की फैलाया और दोनों हाथो से चुतड फैला दिए। मैंने धीरे से उसकी चूत में लंड घुसेडा और हलके धक्के-धक्के लगाने लगा। जेन अपनी नाजुक-सी छोटी गुलाबी चूत में इतना मोटा लंड आता जाता महसूस कर हैरान थी। मैं आइस्ते-आइस्ते लयबद्ध तरीके से जेन की चूत में लंड पेलने लगा।

झिझक ख़तम होते ही अब जेन की फुद्दि को अपने यार लंड की इतनी शिद्दत से तलब हो गई कि अब उस के लिए इंतिज़ार मुहाल हो रहा है । जेन ने फिर से चुतड जोड़ अपनी जांघे सीधे करी और मेरी कमर पर अपनी जांघो का घेरा बना लिया। मैं जेन को चूमता हुया आराम से धक्के लगा रहा था। जेन भी इस चुदाई का पूरा मजा ले रही थी।

मेरे को अब लंड को चूत में पेलने के लिए थोडा कम ताकत लगानी पड़ रही थी। मैंने फिर करारा झटका लगाया और लंड चूत को चीरता हुआ सीधा जेन के बच्चे दानी के मुहँ से टकराया और पूरा जोर लगा दिया। मेरा मोटा लम्बा लंड पूरा का पूरा जेन की नाजुक चूत में समा गया। मुझे उसकी टाइट चुत के कारण करने में समय कुछ ज्यादा लगा, लेकिन आखिरकार मैंने कर डाला।

मुझे लगा पीछे से लंड ज्यादा अन्दर तक गया और पहले से ज्यादा मजा आया। जेन भी मस्ती में गांड आगे पीछे कर मेरा साथ देने लगी उनका चिलाना एकदम बंद हो गया। और फिर में उसे लगातार धक्के देकर चोदता रहा। बीच-बीच में पीछे से उनके मोमो पकड़ कर दबाता रहा। जब मैं जेन के मोमे दबाता था तो वह मुँह पीछे कर मुझे किस करने को कहती थी और मैं जेन के लिप्स चूसने लगता। करीब 25 मिनट तक लगातार उसको उस पोज़िशन में चोदा। जेन की हालत बुरी थी वह कई बार झड़ चुकी थी।

जारी रहेगी

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