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Click hereपड़ोसियों के साथ एक नौजवान के कारनामे
VOLUME II
बैचलर पार्टी
CHAPTER-3
PART 25
नंगा नाच और समूह सेक्स
कैसा मेरी गोद में मेरा लंड अपने नितम्बो से रगड़ रही थी और मैं कैसा के स्तन चूस रहा था और कैसा की गरम सिसकियाँ उसके मुँह से निकल-निकल कर हाल में गूँज रही थी। " हाय आह! ओह, अह्ह्ह्ह! हाईईई! उफफफ़! उम्म्म! ओह्ह्ह! की कराहे कमरे में गूँज रही थी।
मैंने कमरे में चारो और देखा काफी लड़के झड़ने के बाद थक चुके थे और आराम कर रहे थे । मेरे इलावा केवल चार लड़के आमिर, ब्रेडी, प्रिंस विजय और सबसे युवा प्रिन्स जोरावर अभी भी मैदान में डटे हुए थे और उन सबके पास तीन-तीन लड़किया थी । एक लंड की सवारी कर रही थी, तो दूसरी ऊपर चढ़ कर चूत चुसवा रही थी और तीसरी और पहली के स्तन लड़को के हाथो में थे ।
कैसा, अब तुम लंड अपनी फुद्दि में अंदर ले लो!" थोड़ी देर फुद्दि को चाटवाने के बाद मिनी कैसा के कान में फुसफुसाई।
केसा फुसफुसाई मेरी बहन ये तो काफी बड़ा है । तो मिनी बोली इसी का तो असली मजा है ।
फिर मैंने नीचे से कैसा की गीली और गरम चूत के साथ अपना लंड मिला कर कैसा को उस की कमर से पकड़ा और उसे नीचे की तरफ खैंचते हुए खुद अपनी नितम्बो को ऊपर की तरफ उठा दिया।
अचानक मैं कुर्सी से थोड़ा ऊपर हुआ और कैसा नीचे हुई तो मिनी, ब्री और सिमी ने उसके कंधो को नीचे को दबा दिया और गुप्प्प्प और फच्च की आवाज के साथ से कैसा की चूत के अंदर आधा लंड घुस गया। कैसा के चेहरे पर दर्द साफ़ नजर आ रहा था और वह ओह्ह हाय कर कराहने लगी। वह धीरे-धीरे ऊपर और नीचे हिलने लगी, मेरे लण्ड को अपने भगशेफ के खिलाफ रगड़ते हुए आगे झुकी और मुझे चूमा और मिनी कान में फुसफुसायी "सच अब समझ आया की तुम किस तकलीफ से गुजरी हो।" मैंने अपने कूल्हों को उठाना शुरू कर दिया, उसके खिलाफ धक्के देने की कोशिश कर रहा था, वह मेरी गोदी में आ गयी मेरे तनकर खड़े लंड पर कैसा धीरे-धीरे अपनी चूत दबाकर लंड को अन्दर घुसा रही थीं। मुझे उस समय बहुत मज़ा आ रहा था। वह मेरे लंड पर धीरे से थोड़ा-सा उठतीं और फिर नीचे बैठ जातीं, जिसकी वजह से लंड थोड़ा-थोड़ा अंदर अन्दर जा रहा था। और धीरे-धीरे पूरा वजन मेरे लंड पर डालने के बाद मुझ से चिपक गयी । मैंने धक्के मारने शुरू कर दिए और अब मिनी जिसकी चूत मैं चूस रहा था उसका जिस्म कांपना शुरू हो गया और उसकी चूत गरम लिसलिसा पानी छोडने लगी जिसे मैं सुपड-सुपड कर चाट गया और उधर कैसा की चूत से फच-फच की आवाज़ आने लगी।
कैसा ने मेरे कंधो को अपने दोनों हाथों से कस के पकड़ रखा था और ऊपर नीचे हो रही थी और नीचे मेरे नितम्ब भी नीचे ऊपर हो रहे थे। फिर मिनी कैसा पर झुकी तो कैसा का बदन को नीचे की तरफ दबा और चूत गीली होने की वजह से मेरा लंड कैसा की चूत की गहराई में जा कर उसकी बच्चेदानी से टकराया।
बच्चेदानी से मेरे लंड के पहले मिलन पर कैसा कराह उठी और उसके के मुँह सिसकारी निकली " हाय मर गयी! ओह मिनी... ये बहुत बड़ा है आईईईईई! आह्ह्ह्ह! एईई!
उसकी चूत ने मेरे बड़े लंड को मुकम्मल तौर पर अपनी ग्रिफ्त में ले लिया था।
वह खुद अपनी चुदाई मेरे लंड से कर रही थीं और बहुत मज़े कर रही थीं। नंगी कैसा मेरे लंड पर उछलते हुए मुझे बहुत मादक लग रही थीं। उनके रेशमी सुनहरे लम्बे बाल चारों तरफ फ़ैल गए थे। और उधर मिनी निढाल हो कर एक तरफ गिरी तो फट से उसकी जगह सिमी ने ले ली और मैं उसकी चूत चाटने लगा ।
सिमी की चूत के लिप्स को चाटते हुए नीचे से कैसा की चूत में मैंने पहले हल्के-हल्के धक्के लगाए और फिर अपनी गति बढ़ा दी। सामने से प्रिंस विजय जोर से कराह उठा और उसने अपना वीर्य फ़्लोरा के मुँह के पास पिचकारियाँ मार दी और फिर उसके पास की तीनो लड़किया फ़्लोरा, आईरिस और हेली मेरे पास आने के लिए मंच की तरफ आ गयी और मुझे जहाँ जगह मिली वहाँ चूमने लगी इतने में मर्दाना सिसकारियों का एक और सैलाब आया और उसकी गूँज हुयी तो देखा की ब्रेडी भी अलेक्सा की स्तनों पर पिचकारियाँ मारने के बाद हांफ रहा था तो अलेक्सा, टिया और किकी ज़ीनत के पास चली गयी जिसकी चूत में आमिर का लंड था । अलेक्सा आमिर के गेंदे सहलाने लगी और टिया उसके निप्पल को चूसने लगी और किकी और मिया के स्तन आमिर दबा रहा था और युकी की चूत को आमिर चाट रहा था।
अब प्रिंस ज़ोरावर जो सब से नौसिखिया था वह खुद कम कर रहा था और मेरे को और आमिर को देख ज्यादा रहा था। उस के लंड पर रॉक्सी सवार थी और उसके पास कैंडी और पामेला थी और तीनो एक साथ उसके ओंठो पर चूम रही थी। जब रॉक्सी जोर से उछली तो उस का पूरा लंड चूत के अंदर था और वह जोश में नीचे से तेज-तेज धक्के लगाने लगा और फिर जोरावर की पिचकारियाँ छूटने में ज्यादा देर नहीं लगी।
आमिर के जोश भरे धक्को से ज़ीनत कराहती हुई उसके लंड पर झड़ने लगी। "और वह कराहने लगी ऊओ चोदो मुझे, आज फाड़ दो कीईईई!। चूऊत, आ! उउफफफफ्फ़! हाइईइ!" और जब वह निढाल हुई तो उसकी जगह तुरंत मिया ने ले ली और उसी तेज गति से ऊपर नीचे कूदने लगी नतीजन आमिर भी झड़ने की कगार पर पहुँचा और मिया और आमिर एक साथ ही स्खलित हो गए ।
मेरा लंड फ़च फ़चफ़ की आवाज़ के साथ कैसा की टाइट चूत में अंदर बाहर हो रहा था और कैसा की चूत मेरे मोटे लंड को अपने अंदर ज़ोर से जकड रही थी। कैसा को चोदते-चोदते मैं उसको अपनी बाहों में उठाए हुए कुर्सी से उठकर खड़ा हो गया।
खड़े होते समय मैंने ध्यान रखा की मेरा मोटा और बड़ा लंड अभी तक उस की फूली हुई तंग चूत में जड़ तक ठूँसा रहे। कैसा ने पानी बाजुए मेरे गले के डाल दी और मैंने तेजी के साथ कैसा को अपने मज़बूत बाजुओं के ऊपर उछालते हुए अपना तना हुआ लंबा लंड उसकी चूत के अंदर बाहर करना शुरू कर दिया। इस अंदाज में कुछ लगा मजा आ रहा था।
तभी सभी पुरुष और लड़किया जो भी नीचे थे मंच पर चढ़ गए और फ्री सब फ्री फॉर आल (FREE. FOR. ALL.) हो गया । जिसकी जो मर्जी जिस मर्जी आसान में चौदने लगा, कुछ लड़किया घोड़ी बनी हुई थी तो कुछ ले हुई थी और मिशनरी आसन में चुद रही थी, कुछ लड़के नीचे लेटे हुए थे और लड़किया उनके ऊपर थी ।
कैसा ने अपने बाज़ू मेरी गर्दन के गिर्द लपेट लिये और मेरे साथ चिपट गयी और अब उसका पूरा भार मेरे ऊपर था। मुझे बहुत मजा आ रहा था।
इसीलिए मैं जोश में आते हुए अपने दोनों हाथों से कैसा के नितम्बो को पकड़ कर उसके जिस्म को हवा में उछाल-उछाल कर तेज़ी के साथ उस की चूत को लंड के ऊपर नीचे कर रहा था।
हाल में हर धक्के पर फचाक-फचाक की आवाज़ गूँज रही थी।
" फिर मैंने अंगूठी की शक्तियों का उपयोग करते हुए सबको तेजी से धक्के मारने के लिए प्रेरित किया और फिर जब सब झड़ने की कगार पर पहुँचे तो सबने एक साथ लंड बाहर निकाला और लड़कियों के मुँह मम्मो, बदन और चूत के ुवार पिचकारियाँ मार दी, लड़किया भी साथ में झड़ी और उन्होंने भी साथ ही में अपना पानी छोड़ दिया और गीली चूतो और लड़कियों के बदन से जो वीर्य और पानी ने बह-बह कर मंच के फर्श को भी गीला कर दिया।
झड़ने के दौरान कुछ देर तक कैसा के जिस्म को झटके लगते रहे और फिर वह निढाल हो कर मेरी बाजुओं में ही झूल कर मेरे साथ चिपक गयी। सब लोग बिलकुल थक चुके थे। सब ने एक दुसरे के लिए तालिया बजायी और सब अपने कमरों में लौट गए।
जारी रहेगी