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VOLUME II
विवाह
CHAPTER-4
स्वर्ग की अप्सरा
PART 11
फिर ब्यूटी पारलर वालीयो ने बड़ी सी गुलाबी चुनर इस तरह ऊढा दिया कि ना सिर्फ़ उसकी देह अच्छी तरह से ढँक गयी बल्कि घूँघट भी बन गयी और थोड़ा सा क्लीवेज और चोली का उभार अभी भी दिख रहा था. फिर उन्होने चुनरी को लहँगे और चोली मे ठीक से सेट भी कर दीया।
मेकअप करने के लिए रोजी और रूबी की टीम मेरे को भी ले गयी और उन्होंने बसे पहले मेरी शेव की ऊपर और नीचे और बगले साफ़ कर दी फिर एक टब मे नहलाया जिसमे गुलाब जल और गुलाब की पंखुड़िया और ना जाने क्या क्या पड़ा था. थोड़ी देर मे ही सारा टेन्षन, थकान काफूर हो गये. उसके बाद पूरे बदन पे मसाज और हल्के से चंदन और गुलाब का लेप. फिर फेशियल किया. और फिर क्रीम मल कर मेरे बदन को चिकना किया फिर मैंने अपना कुरता और पायजामा पहना।
मैं जब त्यार हो गया तो मैंने ज्योत्स्ना के कमरे के दरवाजे को ये जानने के लिए खटखटाया की क्या वो त्यार है तब रोजी अंदर चली गयी और सजी हुई और श्रृंगार करी हुई दुल्हन को देख कर देखती ही रह गयी और फिर छुड़ा मणि दी और बोली ये कुमार ने भेजी है. और मेकअप करने लड़कियों ने ने जल्दी से उसे भी पहना दिया और अब वो बिलकुल एक रानी लग रही थी. रोजी उसे देख कर बोली आज तो कुमार की बुरी हालत होने वाली है।
जब जूही भाभी बोली अगर ऐसे हुस्न की देख कर कुमार ने बेसब्री से जल्दी अंदर घुसा दिया तो दुल्हन की तो दुर्गति हो जाएगी थोड़ा तेल डाल दो. उसके बाद रीती और हेमा ने उसे कुर्सी पर बिठा कर लेहगंगे के अंदर घुस कर एक शीशी तेल की लेकर कुछ बूंदे योनि में डाल दी और उसे कुछ देर ऐसे ही बैठने को कहा।
फिर रोजी मेरे पास आयी और बोली कुमार दुल्हन को थोड़ा समय लगेगा।
तो मैंने कहा, " ठीक है! रोजी तुम ज्योत्स्ना से बोलो वो आराम से तैयार हो जाये मैं माँ के साथ हॉल में रहूँगा। "
तो रोजी मेरे पास आयी और मेरे कान में बोली कुमार सच में आपकी दुल्हन बहुत सुंदर है आज आप पर बिजलिया गिरने वाली हैं और आज आपको बहुत धैर्य रखने की जरूरत पड़ेगी, फिर सबको सुनाए के लिए बोली दुल्हन के साथ धैर्य रखने के लिए के लिए आपका धन्यवाद, मैं कुछ ही मिनटों में दुल्हन को लेकर वहां पहुंच जाऊंगी। और दुल्हन ने आपको आई लव यू बोलने को कहा है ।"
"मैं रोजी के कान में फुसफुसाया मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूँ," और फिर अलग हो कर मैंने जवाब दिया आप उसको बोल देना मैं भी राजकुमारी आपसे बहुत प्यार करता हूँ । फिर मैंने अपने पीछे अपने कमरे का दरवाजा बंद करके कमरे को छोड़ दिया और मा के पास हाल में चला गया।
माँ के साथ बात करते हुए, मैंने घर के रास्ते में हुई घटनाओं के बारे में बताया तो वो बोली, "बेटा, आप उसके साथ बहुत, बहुत धैर्य रखें। हो सकता है वो वह आज रात तैयार नहीं हो, इसलिए आप इसे सहज तौर पर ले और धैर्य रखें और अगर वो त्यार हो तो धीरे से और उसके साथ कोमल रहें। मैं चाहती हूं कि आप पहली बार कुछ ऐसा करें जिसे वह संजोए। इसे उसकी रात बनाओ और उसे प्रसन्न करने के बारे में विचार करो ।, लेकिन मैं आपको किसी लड़की से प्यार करने के बारे में कोई सलाह नहीं दे सकती, लेकिन अगर वह तैयार है, और जब तक आप उसे उत्तेजित करने के लिए पर्याप्त धैर्य रखते हैं, और ये निश्चित हैं की उसके हार्मोन के उग्र होने के साथ, वह किसी भी सामान्य महिला की तरह प्रतिक्रिया करेगी: शायद अधिक जुनून के साथ । बस उसके साथ कोई जोर जबरदस्ती मत करना, समझे?"
"हाँ माँ!"
"अच्छा। सुनो अब वह तुम्हारी पत्नी है, बेटा। उसके पूरे जीवन तक चलने वाले जुनून को जगाना और ये आज रात से शुरू होता है। और अब चुप रहो, मुझे लगता है कि वह अब आ रही है।"
रोजी रूबी मोना टीना, अनुपमा विजया और जूही भाभी से घिरी हुई, ज्योत्सना ने फूलो और इत्र की बहुत बढ़िया सुगंध के झोंके के साथ गुलाबी रंग की लहंगा चोली पहनकर अपने मेंहदी से रंगे पैरों पर सैंडल पहनकर लिविंग रूम में कदम रखा। उसके बाल गजरे से बंधे हुए थे, और मैं उसके शानदार लंबे बालों को पहली बार नीचे देखने का इंतजार नहीं कर सकता था।
मैंने उसके गुलाबी रंग का मुस्कुराता हुआ चेहरा जो की उस पारदर्शी चुनरी के घूंघट में छिपा हुआ था वो देखा.मुझे उसके माथे पर पहनी हुई माथा पट्टी नजर आयी जो उसके माथे पर हीरे की एक स्ट्रिंग की तरह लग रही था, उसके सिर के केंद्र से एक माणिक लटका हुआ था । उसके कानो में झुमके थे जो प्रत्येक कान पर एक केंद्र माणिक के साथ हीरे की चूड़ी की तरह दिखते थे। और फिर उसके नाक में बड़ी नाथ पहनी हुई थी. उसने गले में हार भी पहना हुआ था जिसमें बड़े हीरे के हुप्स थे, जिसमें हीरे के स्ट्रिंगर अलग-अलग लंबाई में सामने लटके हुए थे, जिससे प्रत्येक स्ट्रिंगर के अंत में एक माणिक के साथ उसकी छाती के केंद्र में "V" बना हुआ था । इसकेइलावा अन्य हार, रानी हार और मंगल सूत्र भी पहना हुआ था और उसकी कलाइयों को चांदी और गहनों के चूड़ियों के कंगन से सजाया गया था।
उसके बालो में गल्रे और फिर बालो के बीच सितारो से जड़ा माँग टीका, पतली लंबी गर्दन के नीचे, डोरियों से बंधी हुई लो कट टाइट चोली, जिसमे से उसकी सन्करि दरार क्लीवेज की गहराई के कारण उरोजो के उभार भी उभरे हुए नजर आ रहे थे. वो हाथो मे पूरी कुहनी तक भर भर के गुलाबी, लाल चूड़िया, हाथी दाँत का चूड़ा और जडाउ कंगन पहने हुई थी, बाहों मे बाजू बंद और हाथ मे हथ फूल, और उसमे से फूलो और इत्र की बहुत बढ़िया सुगंध आ रही थी और उसका लेहंगा भी 24 कली का गुलाबी, जिसपे चाँदी और सोने का भारी काम किया हुआ, और इतने नीचा कि बस किसी तरह कुल्हो के सहारे टिका था।
पतली कमर मे सोने के घुंघरू जड़े पतली सी रूपहली करधन बंधी हुई थी और गहरी नाभि पे डिज़ाइन बना हुआ था. पैरो मे खूब घुंघरू लगी चाँदी की चौड़ी सी पायल और बिछुए. ज्योत्सना बहुत्त शरमा रही थी।
उसे देख माँ बोली बेटे आपकी दुल्हन तो सच में स्वर्ग की अप्सरा से भी सुंदर है।
मैं तो कुछ बोलै ही नहीं बस उसे देखता ही रह गया पर मेरा लंड मेरी हालत बयां कर रहा था क्योंकि वो अब कठोर हो गया था।
कहानी जारी रहेगी