Note: You can change font size, font face, and turn on dark mode by clicking the "A" icon tab in the Story Info Box.
You can temporarily switch back to a Classic Literotica® experience during our ongoing public Beta testing. Please consider leaving feedback on issues you experience or suggest improvements.
Click hereपड़ोसियों के साथ एक नौजवान के कारनामे
VOLUME II- विवाह, और शुद्धिकरन
CHAPTER-5
मधुमास (हनीमून)
PART 4
समूह सेक्स
तो इसके बाद मैंने रूबी से बोला- तुम सबने सोचा है कि चुदाई को करने का क्रम किस प्रकार तय करेंगे?
मोना बोली- लाटरी डाल लेते हैं, उससे क्रम तय हो जायेगा।
मैं बोला- बाकी जो इंतज़ार कर रही होगी, वो क्या करेंगी?
अलका बोली- दीपक ठीक तो कह रहा है,. जो चुद रही है वो दीपक के साथ बिजी है लेकिन बाकी क्या करेंगी?
सब चुप रही। जब कुछ समय उन को कुछ नहीं सूझा तो मैं ही बोला- रुखसाना बताओ, आपको बाकी लड़किया कैसी लगती हैं तो रुखसाना बोली सब एक से बढ़ कर एक सुन्दर और सेक्सी हैं ।अगर मैं लड़का होती तो मन तो इनमे से किसी को नहीं छोड़ती । मुझे तो इनके गुलाबी ओंठ और बड़े बड़े स्तन मुझे बहुत ललचाते हैं तो मैंने पुछा क्या आप ने कभी किसी दूसरी लड़की के साथ सम्बन्ध बनाया है?
रुखसाना बोलो बोली- मैंने एक दो बार अपनी सहेली के साथ सेक्स किया है, आप सब ने कभी किया है क्या?
सबने शर्माते हुए हाँ में सर हिला दिया । सब बोली उस दिन तालाब पर भी हमने लड़कियों के साथ सेक्स किया था और बहुत मजा आया था । लड़किया बोली वो ठीक है पर आज तो हम केवल तुम्हारे साथ ही सेक्स करेंगे. जब तुम जिसका नंबर होगा उसे साथ सेक्स कर रहे होंगे तो हम भी उसमे तुम्हारा साथ देंगी. मैंने कहा यह भी ठीक है. तो हुमा बोली इसमें ज्योत्सना का भी नाम शामिल कर लो । उसे भी आज बराबर मौका मिलना चाहिए । तो मैंने कहा ज्योत्सना की पहली चुदाई हो चुकी है और अब उसे अपने दल में शामिल कर लो उसे भी अब बराबर मौका मिलना चाहिए । और फिर अब तक की कहानी सुन कर पूरी गर्म हो चुकी है ।
हुमा ने पर्चियों पर हर लड़की क नाम लिख दिया। और फिर मेरी आँख पर पट्टी बाँध दी और मैंने एक पर्ची उठाई ।
सबसे पहले रोजी के नाम वाली पर्ची निकली, दूसरी पर्ची मोना के साथ, तीसरी हुमा के साथ और चौथी अलका पांचवी रूबी के साथ छठा नंबर रीती सातवा रुखसाना, आठवा टीना, नौवीं हेमा और आखरी ज्योत्सना का निकला । मुझ इस से कोई खास फर्क नहीं पड़ता था, हाँ, लेकिन ज्योत्सना थोड़ी उदास हो गई थी क्यूंकि उसका नाम आखिर में निकला था।
ज्योत्सना बोली- मैं सोचती हूँ कि मैं चुदाई रेस से बाहर हो जाऊँ तो ही ठीक है क्योंकि मेरे तक पहुँचने तक कुमार बहुत थक जाएंगे? तो रोजी बोली ज्योत्सनाआप निराश न हो मैं अपना नंबर आप से बदल लेती हूँ । और वैसे भी आज आपकी सुहागरात की चुदाई के बाद की पहलेी रात है । तो आपको निराश नहीं होना चाहिए । और मैं तो कहूँगी की सबके चुदने का बाद आप दीपक से आखिर में जरूर चुदना । ये आपका हनीमून है । ये सब आपको छेड़ रही हैं तंग कर रही है आप बिलकुल चिंता मत करो । ये रात आपकी ही है ।
सब बड़े ज़ोर से हंस दिए । और हुमा बोली ज्योत्स्ना आप ये बिलकुल मत सोचो यहाँ पर और कौन हैं या नहीं है । बस इस लम्हे के पूरे मजे लो। जब आप बस कर दोगी तो ये हड्डिया भी कुछ कबाब का रस ले लेंगी ।
मैंने रूबी की तरफ देखा तो वो मुस्करायी और ज्योत्स्ना शर्माने लगी फिर मैंने पुछा बोलो क्या करना है तो सब ने सहमति में सर हिला दिया ।
तो रोजी बोली आप कुछ देर रुको मैं ज्योत्स्ना को त्यार करके ले कर आती हूँ । और रीती के साथ ज्योत्स्ना को लेकर कमरे में ले गयी उसके जाते ही बाकि सात ने फटाफट पाने कपड़े निकाले और दौड़ कर मुझसे चिपक गई। हुमा मेरी छाती से चिपक गयी, रूबी मेरी पीठ से चिपक गयी और मेरी गर्दन पर किस करने लगी मेरी पीठ पर उसके बूब्स अपना नर्म प्यारा सा अहसास करवाने लगी. रुखसाना मेरी बायीं और और मोना दायी और हो गयी. अलका मेरे बाए गाल कान और कंधे को चूसने लगी, हेमा मेरे नितम्बो को सहलाने लगी
मोना मेरे दाए गाल कान और कंधे को चूसने लगी। रुखसाना और टीना दोनों ने मेरे लण्ड को पकड़ लिया और मोना मेरे अंडकोषों को दबाने लगी और टीना ने मेरे लण्ड पर हाथ फिराने लगी
और रुखसाना ने तो मेरे लैंड को चूसना ही शुरू कर दिया हेमा ने मेरे नितम्बो को चूमना शुरू कर दिया
मैंने हुमा को अपनी छाती से लगा लिया और अपनी बाँहों में जकड लिया उसके नरम मुलायम बूब्स का मेरी छाती से दबने लगे मैं अपने आनंद को बयां नहीं कर सकता,, मैंने हुमा का मुँह चूमा और लिप किस करि. फिर मैं उनके निप्पल के साथ खेल रहे था. मैं उसके स्तनों को सहलाने लगा मैंने एक निप्पल अपने मुह में रखा और उसे चूसने लगा. ....नहीं बता सकता की उस पल क्या अनुभूति हुयी. फिर उन्होंने दुसरे निप्पल को किस किया और उसे भी चूसना शुरू कर दिया. उसने अपना सर उत्तेजना और आनंद के मारे पीछे की और कर लिया थी. मैंने चूचियों को दांतो से काटा हुमा कराह उठी।
हिस्स ... अहह ... उहह ... उफ्फ ... हाय ओह उफ्फ्फ उई इस्सस
मै बारी बारी से सबकी चुचियों को मसलने लगा, और वो मादक आवाजें निकालने लगी, आह उह आह की आवाजें पुरे कमरे में गूंज रही थी, फिर मैंने उनके मोमो को चूसना शुरू कर दिया उनके मोमो कड़क हो गए थे और चुच्चिया कह रही थी हमे जोर से चूसो । मैंने टीना की चूचियों को दांतो से काटा ।
टीना कराह उठी 'आहह ... आहह ... उम्म्ह।
उई मां मर गई ... हईई ... उई।ई. आह्ह्ह ... ओह्ह्ह ... उफ्फ!
आह आह टीना कह रही थी धीरे मेरे राजा धीरे प्यार से चूसो सब तुम्हारा ही है उसके बूब्स अब लाल हो चुके थे फिर मैंने अपनी हाथ नीचे ले जाकर एक हाथ की उंगलियों से रुखसाना की चूत में उसकी दाने को और दुसरे हाथ से अलका की चूत के दाने को छेड़ना शुरू कर दिया ।
उधर रूबी मेरी पीठ को चाट रही थ और उसके हाथ मेरे निप्पलों को छेड़ रहे थे ।
मैं बार बार टीना के बाएँ और दायें निप्पल को चूसना जारी करे रहे जब तक की उसके पूरे शरीर में एक आग सी न लग गयी। तभी उसके शरीर में एक उफान सा आया अहह ऊउफ्फ्फ मीईईईई हम्म्म्म्म होमाआ हुमम्मा गूं ऊं गूऊन गूं।.
और वह निढाल सी हो गयी वह झड़ गयी थी । उसके साथ ही मेरे चूत के दाने को छेड़ने के कारण हुमा और टीना भी उसके बाद झड़ गई ।
मैंने उसके बाद रूबी को आगे घुमाया उसको चूमता रहा और बूब्स को सहलाता रहा फिर मैंने कहा इस बार मोना को बोला वो मेरे लंड के ऊपर आ जाए फिर में नीचे और मोना मेरे ऊपर थी। मेरे तनकर खड़े लंड पर धीरे धीरे अपनी चूत दबाकर लंड को अंदर घुसा रही थी। मैं उसकी संकरी चूत की चमड़ी को अपने लंड की चमड़ी पर रगड़ते हुए अनुभव कर रहा था और में आपको बता नहीं सकता कि मुझे उस समय कितना मज़ा आ रहा था।
वो मेरे लंड पर धीरे से उठती और फिर नीचे बैठ जाती जिसकी वजह से लंड अंदर बाहर हो रहा था और वो खुद अपनी चुदाई मेरे लंड से कर रही थी और बहुत मज़े कर रही थी । 'आह्ह्ह हह ... उईईई आह्ह आआ ऊओऊऊच ऊउई इम्म्मां ... उम्म्ह्ह्ह ।
मोना बहुत मस्त लग रही थी। मैंने भी अपने चूतड़ उठा कर उसका साथ दिया। मेरा लंड उनकी चूत के अंदर पूरा समां जाता था तो दोनों के आह निकलती थी। फिर मेरे हाथ उनके बूब्स को मसलने लगे फिर मैं उसकी चूचियों को खींचने लगता था तो मोना सिहर जाती थी और सिसकने लगती थी ।
तभी हुमा आ कर मुझे रूबी के साथ साथ किस करने लगी। रूबी मेरे सारे शरीर को चूमने लगी. और अपने स्तन मेरे मुँह में दाल कर चुसवाने लगी। मैंने एक हाथ से हुमा की चूत में और दुसरे हाथ से रूबी की चूत में ऊँगली करना शुरू कर दिया ।
उसके बाद मोना मेरे ऊपर झुक गयी और हम लिप किस करते हुए लय से चोदने में लग गए। मोना मुझे बेकरारी से चूमने लगी । और चूमते चूमते हमारें मुंह खुले हुये थे. जिसके कारण हम दोनों की जीभ आपस में टकरा रही थी फिर मैंने मोना की जम कर चुदाई की । फिर थोड़ी देर के बाद वो फिर झड़ गयी । मेरे ऊँगली करने से रूबी भी झड़ गयीं ।
उसके झड़ते ही हुमा मेरे पास आयी और किस करने लगी मैंने हुमा की चूचिया सहलाई । मैंने उसको घोड़ी बना दिया। और अब मैंने उसकी चूत में पीछे से लंड को डालकर संकरी चूतवाली हुमा को चोदना शुरू किया। हुमा भी मस्ती में गांड आगे पीछे कर मेरा साथ देने लगी. और फिर में उसे लगातार धक्के देकर चोदता रहा। मैंने उसे लगातार उस पोज़िशन में चोदा उनकी हालत बुरी थी वह कई बार झड़ चुकी थी
हुमा भी निढाल हो कर लेट गयी उसकी चूत बुरी तरह से सूज चुकी थी । लेकिन मैं एक बार भी नहीं झडा था और लंड तनतनय हुआ खड़ा था. इतने में रोजी आ गयी और लंड को सहलाते हुए कहा आज क्या बात है मैंने कहा आज एक साथ छे हूरे मुझे चोदने को मिल रही हैं तो लण्ड महाराज भी अपने पूरे शवाब पर है. हुमा शर्मा कर सिकुड़ गयी और रोजी मुझसे लिपट गयी।
मैंने रोजी को उठाकर उसकी चूत में अपनी एक उंगली डाल दी, तो वो ज़ोर से चिल्लाई आहह अब लंड डाल दो, अब और इंतज़ार नहीं होता, प्लीज जल्दी करो ना, प्लीज आहहह। फिर जब मैंने उसकी चूत में अपनी उंगली की तो वो मेरे लंड को ज़ोर से आगे पीछे करने लगी और ज़ोर से मौन करने लगी। आह्ह्ह हह ... उईईई आह्ह ।अब मुझसे रहा नहीं जा रहा है, जल्दी से चोद दो, मेरी चूत में आग लग रही है और आहह, एम्म, ओह, आआआआआआअ, डालो ना अंदर जैसी आवाजे निकाल रही थी।
फिर मैंने उनकी गांड के नीचे एक तकिया लगाया और उसके दोनों पैरों को फैलाया और अपना लंड उसकी चूत में डाल दिया। फिर मैंने उसके लिप्स पर किस करते हुए अपने धक्के लगाता गया। में उसके बूब्स को चूसने लगा था आआआआ और ज़ोर से, उउउईईईई माँ, आहह हाँ, अब ऐसे ही वो मौन कर रही थी। और मैं साथ में हेमा की चूत को चाटने लगा वो भी कुछ देर के बाद झड़ गई और शांत पड़ गयी।
फिर कुछ देर के बाद मैंने महसूस किया कि मेरा लंड पानी से भीग रहा है। अब वो भी अपना पानी छोड़ने वाली थी, अब वो नीचे से अपनी कमर उठा-उठाकर चिल्ला रही थी और बडबड़ा रही थी आहहहहहह और चोदो मेरी चूत को, फिर मैंने उसकी गांड पकड़कर अपनी स्पीड बढ़ा दी, तो वो भी कुछ देर के बाद झड़ गई और शांत पड़ गयी।
दोस्तों ये कहानी जारी रहेगी। आगे मैंने ज्योत्स्ना के साथ हनीमून कैसे मनाया और हमने क्या क्या किया आगे क्या हुआ? ये अगले CHAPTER- 5 मधुमास (हनीमून)-भाग 5 में पढ़िए ।