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Click hereपड़ोसियों के साथ एक नौजवान के कारनामे
VOLUME II- विवाह, और शुद्धिकरन
CHAPTER-5
मधुमास (हनीमून)
PART 5
भूल की सजा
कुछ देर बाद मरीना मेरे पास आयी और सर झुका कर बोली कुमार मुझ से एक भूल हुई है. आप मुझे उसकी सजा दो.
मैं उसकी और देखने लग तो वो बोली जब आप महारानी ऐश्वर्या और पत्नी के सात स्नानगागार में थे तो मैं उत्तेजित हो गयी थी और कुछ क्षण के लिए यह मेरी सुरक्षा पर उसके कर्तव्यों में एक चूक थी? अब मुझे सज़ा मिलनी चाहिए.
मैंने पुछा मरीना इस समय जब तुमसजा के लिए प्रस्तुत हो हो उस समय सुरक्षा की क्या व्यवस्था है?
मरीना बोली : कुमार हर पल की सुरक्षा के लिए पर्याप्त सुरक्षा कर्मी तैनात किये गए हैं. ये केवल मेरी चूक थी.
मैंने कहा मुझे मालूम है उस समय विचलित हो गयी थी परन्तु चुकी तुमने खुद अपनी भूल स्वीकार की है इसलिए मैं तुम्हे माफ़ कर रहा हूँ
उसने बेंत को मुँह से उठाया और मेरे पास आकर बोली मास्टर अब मैं आपसे याचना करती हूँ की आप मुझे इस बेंत से सजा दीजिये ताकि मैं कोई गलती न करूँ ।
अगर तुम छाती हो तो तुम्हे भूल की सजा जरूर मिलेगी. अब तुम इस सूची में से अपनी सजा खुद चुन लो.
•लज्जित करना
• हस्तमैथुन
• मुखाभिमुख
• योनी या भगशेफ को जीभ से चाटना
• योनि संभोग
• योनि में हाथ घुसाना
• गुदा मैथुन
• गुदा में हाथ घुसाना
• वीर्य निगलना?
सेक्स टॉयज का इस्तेमाल?
• वाइब्रेटर
• डिल्डो
• बट प्लग
• अन्य
बंधन
• सामने हाथ
• पीठ पीछे हाथ
• टखने
• घुटने
• कोहनी
• कलाई से टखनों तक
• टांगो को फैलाना
• फर्नीचर से बंधा हुआ
• आंखों पर पट्टी बांधना
• गैगिंग
• रस्सी से बंधन
• टेप के साथ बंधन
• चमड़े के कफ के साथ बंधन
• निलंबन
• हथकड़ी/धातु के बंधनों के साथ बंधन
• पिटाई
• पैडलिंग
• व्हिपिंग
• कैनिंग
• काटना
• क्लंप्स
• जननांग दबाना
• बर्फ़
• गरम मोम
• दर्द के अन्य प्रकार/तरीके
इस सूची को सुन कर लड़किया कांप गयी और मुश्किल से मरीना ने थूक निगला उसका मुंह सूख गया, और मैं इसे फिर से पढ़ने लगा ।
ये सुन कर वहां उपस्थित सभी लड़कियों का सिर चकरा रहा था । मरीना इस सब के लिए कैसे सहमत हो सकती थी? और जाहिर तौर पर यह उसके लाभ के लिए था, उसकी कामुकता और उसकी सीमाओं का पता लगाने के लिए! मैं गुस्से से बोलै । आदेश का पालन करो।
मरीना बोली आप मेरे मालिक हैं! आप जिसे चाहते चाहते है वैसा ही व्यवहार करने के लिए प्रस्तुत हूँ!
कोड़े लगने या कोड़े लगने के विचार से वो कांप उठी । पिटाई शायद इतनी बुरी नहीं होती, हालांकि यह अपमानजनक है।
ये देख सुन कर हुमा बहुत उत्तेजित लग रही थी क्योंकि वो भी ऐसे हो दौर से गुजर चुकी थी.
मैंने एक बेंत वो लायी थी वह उठा ली और मेरे चेहरे के भाव देखकर हुमा को यह विचार और भी अधिक सत्य लग रहा था, क्योंकि उसने कहानी की किताबों में पढ़ा था कि लड़कियों को सजा देने के लिए कोड़े के नीचे कपड़े उतारने के लिए मजबूर किया जाता था और उसे बेंत मार कर नग्न होने के लिए मजबूर किया जाता। तो मरीना ने मेरे सामने उसी समय आत्मसमर्पण कर दिया । वह जानती थी कि किसी भी तरह का प्रतिरोध बेकार है और वह मदद के लिए चिल्लाये तो भी उसकी सहायता करने वाला यहाँ कोई नहीं था। इन हालात में वह केवल मेरी आज्ञा का पालन कर अपनी अधीनता को स्वीकृति को प्रदर्शित कर मेरी कृपा प्राप्त करने की उम्मीद कर रही थी।
मेरे हाथ में बेंत पर मैंने दूसरा हाथ फिराया तो मरीना कांपने लगी।मैंने हुमा से बोलै इसे निर्वस्त्र करो और उसने उसकी ड्रेस का टॉप खोल दिया. और टॉप को हटाने के बाद, मैंने उसके उजागर हुई अंगो को अच्छी तरह से देखा। मैंने परीक्षण धीरे-धीरे और इत्मीनान से किया.
"हुमा! आपको इन्हें उतारना होगा,," मैंने बेंत को मरीना की लोचदार कमर पर फिराते हुए फिर उसकी पेंटी के अंदर डाल नीचे करते हुए कहा। मेरी आवाज में कुछ कठोरता थी। यह पहली बार है कि जब आप अपनी पैंटी उतारेंगी और आपको बेंत मारी जायेगी।
ये बात सुन मरीना कांपने लगी और बाकी लड़किया सिहर गयी अब मोहतरमा को अपनी कर्तव्यों में ढील और चूक के लिए सजा मिलेगी और आप सबको इन्हे दण्डित करना होगा और इन्हे एक अच्छा व्यवहार करने वाली लड़की बने रहने का वादा करना होगा । आप अपने सुझाव दीजिये।
ये बातचीत चुपचाप सुन रही मरीना जान गयी की यह एक बेकार खतरा नहीं था और मैं उसे बेंत मार कर या ने किसी तरह से उसे दण्डित करूंगा और उसकी जांच उसके बाद भी जारी रहेगी। मेरी बेंत अभी भी उसकी पेंटी में घुसी हुई थी तो हुमा ने तुरत अपनी उंगलिया मरीना की पेंटी में घुसाई और उसकी पेंटी उसके कूल्हों से नीचे की ओर फिसली और फिर उसके टखनों पर गिर गयी और फिर मरीना ऐसे ही खड़ी हो गयी।
हुमा बोली जब मैंने गलती की थी तो मुझे भी सजा मिली थी । मोहतरमा तो कुमार की सुरक्षा प्रमुख हैं इनकी चूक तो सजा के काबिल ही है. पर कुमार दयावान हैं और उन्होंने उसे खुद अपनी सजा चुनने का विकल्प दिया है इसलिए मोहतरमा को खुद अपनी सजा चुन लेनी चाहिए । " हुमा बोली क्या आपको कुछ कहना है मरीना
तो मरीना बोली मास्टर मुझ से गलती हुई है आप मुझ पर दया कर मुझे सजा दे ताकि फिर मुझ से ऐसी गलती न हो.
मैंने पुछा इस समय जब तुम बंधन में हो उस समय सुरक्षा की क्या व्यवस्था है
मरीना बोली : कुमार! पर्याप्त सुरक्षा कर्मी तैनात हैं..
"मरीना उनमें से बाहर निकलो और यहाँ कुमार के घुटनों के बल लेट जाओ," हुमा ने मरीना को निर्देश दिया।
मरीना फिर से माफ़ी मांगने लगी तो हुमा बोली आपको माफ़ी इतनी आसानी से नहीं मिलेगी इसके लिए आपको साबित करना होगा की आप शर्मिंदा हैं और आप सबसे पहले घुटनो के बल होकर मास्टर से माफ़ी मांगो!
मरीना तुरंत घुटनो के बल हो गयी तो हुमा बोली अब ऐसे ही घुटनो के बल चलते हुए मास्टर के पास जाओ और उनसे माफ़ी मांगो
मरीना ने अपने हाथ जोड़े और घुटनो के बल धीरे-धीरे चलती हुई मेरे पास आयी तो हेमा बोली अब मास्टर के हाथ चूमो और पैर चाटो तो मरीना ने मेरे हाथ चाटे और फिर मेरे पैर चाटने लगी । मुझे भी अब मजा आने लगा ।
फिर रुखसाना बोली अब मरीना आप अपने स्तनों को मरोडो और निप्पलों को खींचो और मास्टर के सामने पेश कर उन्हें मसलने और खींचने के लिए प्राथना करो ।
तो मरीना उसकी बात का पालन करते हुए अपने स्तनों को दबाने लगी और अपने निप्पलों को मसलने लगी तो उसके स्तन उत्तेजना में खड़े हो गए और फिर खींच कर मेरे सामने पेश कर बोली मास्टर। प्लीज इन्हे मसले और खींच कर मुझे सजा दीजिये और प्लीज मुझे माफ़ कर दो.
टीना बोली मरीना आप मास्टर को किश कर मास्टर के हाथ अपने स्तनों पर ले जाएये और मास्टर आप इनके स्तन और फिर नितम्बो को दबाइये मरीना मेरे हाथ अपने स्तनों पर ले गयी और मुझे किस करने लगी और फिर मेरे दुसरे हाथ को अपने नितम्बिओ पर ले गयी और फिर हमने किस की और मैंने उसके स्तन और नितम्ब दबाये और जब हम सांस लेने को रुके ।
मोना ने हुमा को बोला इन्हे खींच कर मास्टर के मुँह में डालो और फिर मैंने उसके निप्पल को हलके से दांतो से कुतरा तो मरीना कराहने लगी और बोली आअह्ह्ह मास्टर प्लीज अब मुझे माफ़ कर दो । अब फिर कभी ऐसी गलती नहीं करुँगी ।
"अब हुमा फिर से घुटनो के बल बैठो और-और उन्हें और सब लड़कियों के पैरो को चूमो और उन्हें धन्यवाद दो की उन्होंने आपको सजा दी है," अलका ने निर्देश दिया।
अब तक मरीना सब की बात बिना किसी विरोध के मानने लग गयी थी और वह झुकी और मेरे पैरो को चाटा और मुझे बोली मास्टर मुझे सजा देने के लिए आपका धन्यवाद । इससे मुझे मेरा व्यवहार सुधारने में सहायता मिलेगी और आप मुझे माफ़ कर दीजिये और फिर सब लड़कियों के पैरो को चूमा और उन्हें धन्यवाद बोला फिर मेरे पास आयी।
रोजी बोली मरीना तुमने जितना तुमने अपराध किया है उसके लिए इतनी सजा काफी नहीं है तुम्हे अभी और सजा मिलनी चाहिए जाओ अब मास्टर के घुटनो पर पेट के बल लेट जाओ
मैं बैठ गया और रूबी ने मरीना को मेरी गोद में नीचे की ओर मुंह करके लेटने का इशारा किया।
मरीना निराशा और डर के साथ-साथ शर्मिंदगी के साथ उसने बेंत को मुँह से उठाया और मेरे पास आकर बोली मास्टर अब मैं आपसे याचना करती हूँ की आप मुझे इस बेंत से सजा दीजिये।
मैंने बेंत पकड़ी और फिर अपना शर्मिंदा चेहरा छिपाने के लिए बहुत उत्सुक मरीना तुरंत मेरे घुटनों पर नीचे मुँह करके लेट गयी।
जैसे ही मरीना मेरे अपने घुटनों के ऊपर सही ढंग से लेटी और मुझे उसके शानदार नग्न पिछवाड़े के आकर्षणों का दीदार प्रदान किया।, मैंने उसके पीछे के हिस्से और नितम्बो पर देखा तो मैं उसकी चिकनी गांड और नितम्बो पर मोहित हो गया और उन्हें पहले सहलाया और फिर उसके नंगे नितम्बो पर-पर चुटकी काटी जिससे उसे दर्द हुआ और वह दर्द से आह-आह करती हुई कराहने लगी। छड़ी मेरे हाथो से नीचे गिर गयी । उसकी भी छोटी-योनि थी जिसपे हलके-हलके रुए थे जो नरम और सुनहरे रंग के थेl
मरीना की बिलकुल चिकनी और दाग रहित त्वचा थी जिसे सहलाने और उसे छूने भर से मेरा तना हुआ हथियार हिचकोले खाने लगा और फुफकारने लगा ।
मरीना अपनी-अपनी पूर्ण नग्न अवस्था के कारण शर्मसार थी ऊपर से सभी लड़कियों के सामने उसे सजा दी जा रही थी जो की उसके लिए अपमानजनक भी था परन्तु गलती उसी की थी । इसलिए उसका बदन शर्म और आशंका से कांप रहा था और लाल हो चला था ।
उसकी चिकनी और मखमली गांड और गोल नितम्ब मेरे सामने थे । उसके बाद, मैंने उसकी मखमली चिकनी जांघो को धीरे से सहलाया और उसके नितम्बो को दृढ़ता और गोल रूपरेखा को महसूस किया।
और उसकी गांड के छोटे से गुलाबी छेद को देख मैंने अपने ऊँगली उसकी अंदर घुसाई तो वह बहुत टाइट था और ऊँगली अंदर नहीं घुस पायी और मरीना कराहने लगी । फिर मेरा हाथ उसके योनि के निचले हिस्से और गांड के छेद के बीच गया और मैंने वहाँ कुछ देर अपनी उंगलिया चलाई और फिर मेरा हाथ उसके नीचे से दिख रही बाल रहित योनि पर चला गया। उसके गोल नितंब चिकनी और टाइट गांड और मेरी द्वारा चुद चुकी बाल रहित योनी सब मेरी आसान पहुँच के भीतर थी और वह गुलाबी और प्यारी लग रही थी कि उसे मैं उसे सहलाने के लिए अपना हाथ उसके निचले अंगो पर घुमाते हुए उसकी नाभि और कमर तक ले गया। मेरा हाथ जब भी उसकी किसी नए अंग को छूता था वह कराहने लगती थी और मेरा लंड कसमसाने लगता था ।
उसके नीचे की खूबसूरत गोल गुलाबी गोल नितम्बो बीच में उसकी नाजुक गांड बेहद सुंदर लग रही थी। उस तनावपूर्ण मुद्रा और हलात में हुमा आगे को झुकी हुई अपना निचला पिछले भाग मुझे प्रदर्शित कर रही थी। उसकी गुदा का छोटा-सा गुलाबी छेद और उसकी बाल रहित छोटे-छोटे नरम रोयों वाली छोटी से तंग छेद वाली योनि को कोमल कली उसकी, कोमल घाटी के तल पर स्थित किसी भी तरह से इस्तेमाल करने के लिए मेरी थी और अब मेरे को समर्पित थी ।
जब मेरे हाथ उसकी चिकनी गांड पर गए थे तो बार-बार फिसल रहे थे। जब मैं उसके नितम्बो और गांड के निरीक्षण को और लंबा नहीं कर सका, तो मैंने उसके नितम्बो, गांड, योनि, टांगो कमर और पीठ को और जांघों को प्रशंसा पूर्वक सहलाते हुए हुमा को खड़े होने की आज्ञा दी। वह बोल रही थी वह प्लीज मसस्टर मुझे माफ़ कर दो और अब मेरी हर आज्ञा मानेगी तो मैंने उसकी आज्ञाकारिता को आजमाने का फैसला किया और बोला हुमा बोलो तुम ही बताओ अब तुम्हे अब क्या सजा मिलनी चाहिए क्योंकि अभी तुम्हारी सजा पूरी नहीं हुुइ है ।
मरीना नीचे झुकी और अपने मुँह में छड़ी उठायी और मुँह मेरी तरफ घुमा दिया और बोली मास्टर आप जो सजा दोगो मुझे मंजूर है और मेरे सामने झुक गयी और अपने हाथों से अपने टखनों को छूआ और अपना पिछवाड़ा सजा के लिए प्रस्तुत कर दिया। मैंने सब लड़कियों को और देखा, सब डरी हुई थी और चुप थी और अब मैंने अपना हाथ जिसमे वह छड़ी थी ऊपर उठाया तो तभी वहां ज्योत्स्ना बोल उठी कुमार! कृपया रुकिए! मेरे निवेदन पर आप मरीना को इस बार क्षमा कर दे ये इसकी पहली भूल है और इसे अपने भूल का आभास हो गया है और उसने आपसे माफ़ी भी मांग ली है आप बहुत दयालु है और आपको मरीना बहुत प्यारी भी है । कृपया मेरे अनुरोध पर आप उसे उसके इस पहले अपराध पर अब क्षमा कर दे।
ज्योत्सना के इस प्रस्ताव का सबसे पहले हुमा ने अनुमोदन किया और बोली कुमार आप मेरा भी अनुरोध मानिये और इसे अब क्षमा कर दीजिये । इसके तुरंत बाद सभी लड़किया जो पहले चुप थी अब सब एक सुर में बोली मास्टर अब आप मरीना को क्षमा कर दीजिये ।
तो मैंने मरीना से पुछा तुम्हारी अब क्या इच्छा है तो वो बोली मास्टर आप मुझे थोड़ी-सी सजा आवश्य दीजिये ताकि मैं अपना ये सबक याद रखूँ और कभी कोई गलती न करूँ ।
तो मैंने ज्योत्स्ना से कहा ये आपका प्रस्ताव था की इसे क्षमा कर दिया जाए और मरीना चाहती है उसी थोड़ी-सी सजा जरूर दी जाए । तो मुझे लगता है इसे थोड़ी सजा मुझ से जरूर मिलनी चाहिए और उसकी गांड पर मैंने बहुत हलके हाथ से एक प्यार भरी चपत लगा कर मैं मुस्कुरा दिया और हुमा और मरीना को पकड़ आकर अपने और खींच लिया और उन्हें चुंबन करते हुए उसके स्तन दबा कर बोला अब हुमा पहले तुम फिर बाकी सब मरीना को चुंबन करो। वो सब मरीना को चूमन लगी मैं इस दौरान अपनी भावनाओं का वर्णन नहीं कर सकता मेरा लंड बहुत उग्र था।
दोस्तों ये कहानी जारी रहेगी। आगे मैंने ज्योत्स्ना के साथ हनीमून कैसे मनाया और हमने क्या क्या किया आगे क्या हुआ? ये अगले CHAPTER- 5 मधुमास (हनीमून)-भाग 6 में पढ़िए ।
कहानी जारी रहेगी