अंतरंग हमसफ़र भाग 341

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10.49 आनंद की तालाश की यात्रा- समूह सेक्स
1.8k words
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Part 341 of the 342 part series

Updated 03/31/2024
Created 09/13/2020
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मेरे अंतरंग हमसफ़र

341

दशम अध्याय

आनंद की तालाश की यात्रा

भाग 49

समूह सेक्स

अब आप हमारे छोटे समूह में शामिल होने के लिए तैयार है, "एल्डा ने मुस्कुराते हुए कहा। मैरी अब बैठी हुई थी, मुस्कुरा रही थी। वह बोली" हमारे क्लब में आपका स्वागत है, दीपक! "

मैरी ने अपनी बाहें मेरी गर्दन के चारों ओर डाल दीं और मेरे होठों पर एक गीला भावुक चुंबन रखा, फिर घूम गई और मोटे तौर पर मुस्कुराते हुए एल्डा के साथ भी ऐसा ही किया।

जैसे ही दर्शकों ने तालियाँ बजाईं, हम उठे और मंच से एक-दूसरे का हाथ थामकर चले।

हम दोनों को हॉल में बने हुए एक पारदर्शी शीशे के कक्ष में ले गई जिसमे चैम्बर पॉट और वॉश बेसिन था; मैंने देखा कि वाशबेसिन को पानी से भर दिया गया था और एल्दा ने मैरी को उसके ऊपर झुका दिया और अपने अंगो को साफ़ करना और धोना शुरू किया और फिर मेरे अंगो को भी धो कर साफ किया और एक तौलिया ले कर उन्हें अंगो को सूखा दिया।

फिर एक साइड सोफे पर जाकर, हम आपस में चुंबन करने लगे और आगे के आनंद के लिए खुद को तरोताजा करने के लिए शराब और जलपान लिया। फिर क्लब के अध्यक्ष ने सब से पहले मुझे और मैरी को बधाई दी।

बेर्टा ने घोषणा की-की अब पुरुष एक लाइन में खड़े हो जाएँ और लड़कियाँ उनके सामने लाइन बना कर खड़ी हो जाएँ।

अब मैंने और बाकी सबने अपने सामने खड़ी लड़की या पुरुषो को गौर से देखा कि वह देखने में कैसे हैं।

मेरे सामने हच खड़ी थी और उसका शरीर काफी ख़ूबसूरती लिए हुए था, उसके मम्मे गोल और ज़्यादा मोटे नहीं थे लेकिन उसके चूतड़ मोटे और फैले हुए थे, गोल थे, चूत पर हल्के भूरे बाल थे और पेट एकदम स्पाट था।

फिर उसके साथ नी को देखा, उसके मम्मे गोल लेकिन छोटे थे और चूतड़ गोल और छोटे थे, उभरे हुए नहीं थे और उसकी चूत पर काले घने बाल छाए हुए थे।

यू एकदम खिलता हुआ चेहरा, लालिमा भरी रंगत थी उसके चेहरे की और सुनहरी बालो के साथ में वह बेहद हसीन और सेक्सी लग रही थी। गोल-गोल उभरे हुए उरोज और उसी तरह के गोल और मोटे चूतड़। उसकी हाइट यही कोई 5 फ़ीट 5 इंच थी।

पुरुषो में मेरे इलावा किसी और का लंड खड़ा नहीं था, मेरा लंड एकदम तना हुआ खड़ा था।

बेर्टा ने कहा-शुरुआत जोड़ियों में करेंगे अब लड़की और पुरुष की जोड़ियाँ बनाने का टाइम है, इसके दो तरीके हैं, या तो जैसे आप खड़े हैं आमने सामने वही आपके पार्टनर हैं या फिर लाटरी डाली जाए? उसके बाद आप स्वतंत्र होंगे कोई भी किसी के साथ हो सकता है ।

सब ने कहा सामने वाला या वाली ही ठीक है ।

अब आप अपने साथी को अपने पास ला सकते हैं और आगे का कर्यक्रम शुरू कर सकते हैं, लेकिन याद रहे कोई भी ऐसी हरकत ना करें जो आपके पार्टनर को मंज़ूर न हो।

हच धीरे-धीरे चल कर मेरे पास आई, हम दोनों ने हाथ मिलाया, फिर हच मेरे खड़े लंड को दखने लगी।

वो हैरान थी क्योंकि किसी अन्य पुरुष का लंड अभी भी पूरा खड़ा नहीं हुआ था।

आर का लंड काफी मोटा था लेकिन वह लम्बाई में छोटा था और उधर वी का लंड लम्बा था लेकिन पतला लग रहा था।

यू के हिस्से में आर आया था सो वह उसके छोटे लंड को बड़ी मायूसी से देख रही थी और उसकी आँखें तो मेरे लम्बे और मोटे लंड की तरफ ही थी।

मैंने हच को अपने पास खींच लिया और उसके लबों पर एक सॉफ्ट चुम्बन जड़ दिया। उसने भी मेरे चुम्बन का जवाब अपनी बाहों को मेरे गले में डाल कर मुझको एक बड़ा ही गहरा चुम्बन दिया।

उसका हाथ अपने आप सरकता हुआ मेरे लौड़े पर चला गया और वह उसके साथ खेलने लगी।

बाकी जोड़े भी एक दूसरे को लेकर बिजी हो गए। वी नि को किस कर रहा था और आर यू के मम्मे चूस रहा था लेकिन वह दोनों ही अपने खड़े लंडों को लेकर दोनों लड़कियों के ऊपर टूट पड़े। इसी तरह वहाँ कुछ देर बाद मैंने कमरे के चारों ओर अपनी आँखें फेरते हुए देखा कि हर सोफे पर जोड़े मौजूद थे, वे सभी वही खेल-खेल रहे थे जिसे हमने अभी-अभी थोड़ी देर पहले खेला था। हमारे आसपास हर तरह की अश्लील हरकत करते हुए सम्भोग किया जा रहा था। चारों तरफ जोड़े विभिन्न तरीकों, आसनो और फ्रिगिंग के तौर-तरीकों को आजमा रहे थे ।

बी के लंड को-सी अपने स्तनों से दबा रही थी।

डी-इ को चूम रहा और उसकी नितम्ब दबा रहा था।

तो जी की के स्तन दबा रहा था और दोनों किस कर रहे थे।

तो एल का लंड एम् चूस रही थी।

ऍन ओ के पैरो को चूम रही थी I

पि क्यू की नाभि को चूम रहा था।

ऐ एम् की योनि में ऊँगली कर रहा था।

एस, ऍफ़ की भगनासा चूस रहा था।

आर एस के निप्पल चूस रहा था।

टी के लंड की वी मुठ मार रही थी।

वाई-लंड से यू के स्तनों को चोद रहा था।

जेड घोड़ी बनी हुई थी जबकि-सी पीछे से सवार होकर उसके स्तन पकड़े हुए था।

अद्भुत कामुक नजारा था।

मैं और हच एक दूसरे को बहुत ही गहरी किसिंग में लग गये, वह मेरे लंड के साथ खेल रही थी और मैं उसकी चूत में ऊँगली डाल कर उसके भग को मसल रहा था।

फिर मैंने हच को लिटा दिया और उसके मम्मों को चूसने लगा और मेरा एक हाथ उसके भग के को सहला रहा था।

हच की चूत भी गीली हो चुकी थी लेकिन अभी इतनी नहीं थी कि लंड को डाला जाए।

मैं उसके मम्मों के काले चुचूकों को चूसने लगा और ऊँगली से उसकी भग को रगड़ने लगा। थोड़ी देर में ही हच ने मेरे लौड़े को मसलना शुरू किया जिसका मतलब था कि वह चुदाई के लिए तैयार है।

मैंने उसकी गोल सिल्की टांगों में बैठ कर अपने खड़े लंड को उसकी चूत के ऊपर रख कर भग को ज़ोर-ज़ोर से रगड़ना शुरू किया।

अब हच रह नहीं पा रही थी और अपनी कमर को ऊपर उठा कर लंड को अंदर डालने की कोशिश कर रही थी।

जब मैंने देखा कि वह काफ़ी उतावली हो गई है तो मैंने लंड का सिर्फ मुंह उसकी चूत पर रखा और थोड़ा भाग ही अंदर डाला कि उसके चूतड़ ने नीचे से ज़ोर से धक्का मारा और पूरा लंड अंदर ले गई।

अब मैंने अपने हाथ उसकी कमर के नीचे रखे और उसके चूतड़ों को अपने हाथ में ले लिया और धीरे-धीरे धक्के मारने शुरू किये, पूरा लंड निकाल कर फिर पूरा अंदर डालना यही क्रम मैंने अपना लिया।

हच भी नीचे से पूरी कमर उठा कर मेरे लंड का स्वागत कर रही थी।

दूसरी तरफ देखा कि वी तेज़ धक्कों के आखरी पड़ाव पर पहुँच चुका था और आर यू के अंदर झड़ चुका था और वह यू की बगल में लेट कर हाम्फ़ रहा था।

यू के हाव भाव से लग रहा था कि उसका कुछ भी नहीं हुआ और वह उठ कर बाथरूम में जा रही थी।

इधर मैंने हच की चुदाई धीरे-धीरे से थोड़ी तेज़ कर दी और ऐसा करते ही हच ज़ोर से स्खलित हो गई और उसके मुख से हाय की जोर की आवाज़ निकली।

मैं भी रुक गया और जब वह थोड़ी-सी संयत हुई तो उसको उठा कर मैंने अपने ऊपर बैठा लिया।

अब वह ऊपर से मुझको धक्के मारने लगी और मैं अपने हाथों से उसके मम्मों को सहलाने लगा, ख़ास तौर से उसके चुचूकों को ऊँगली से गोल-गोल घुमाने लगा।

जल्दी ही हच फिर से तैयार हो गई और ऊपर से बैठे ही मुझको ज़ोर-ज़ोर से धक्के मारने लगी। कोई 5 मिन्ट की ऐसी चुदाई के बाद वह फिर से काम्पने लगी और फिर झड़ गई और मेरे ऊपर पूरी तरह से लेट गई।

अब मैंने उसको उठाया और उसको दीवार के सहारे खड़ा करके पीछे से चोदने लगा।

वो भी बड़े आनन्द से इस पोज़ में मुझसे चुदती रही। केवल 5 मिन्ट में फिर मैंने महसूस किया कि उसकी चूत फिर बंद और खुल रही है और थोड़ी देर में उसका ढेर सारा पानी झड़ गया और वह थक कर वहीं बैठ गई।

बेर्टा जल्दी से आई और मैंने और उसने मिल कर उसको गद्दे पर लिटा दिया।

दूसरी तरफ़ दोनों नी और यू खाली हाथ बैठी थी और दोनों लड़के आराम से गद्दों पर लेटे थे।

मुझको अच् से फारिग होते देख कर यू उठने लगी और उधर नी उससे पहले मेरे पास आ गयी और मेरे लंड को चूसने लगी।

मैंने नी की चूत को टटोला तो वह बहुत ही गीली हो रही थी। मैंने उसे घोड़ी बना दिया।

जैसे ही वह घोड़ी बनी, मैंने अपना लंड उसकी चूत में डाल दिया और उसके छोटे लेकिन सॉलिड मम्मों के साथ खेलने लगा और पूरा लंड निकाल कर फिर उसको पूरा डालना पहले धीरे धीरे, फिर जल्दी ही तेज़ी से घुड़ दौड़ शुरू कर दी, साथ ही उसके चूतड़ों पर हाथ की थपकी भी देने लगा।

चूतड़ों पर पड़ती थपकी को नी ने बहुत ही पसंद किया और उसने अपने चूतड़ों को हिला-हिला कर इस का अभिवादन किया।

अब मैंने उसको गर्म होते महसूस किया तो मैं पूरी ताकत से उसको पीछे से चोदने में लग गया, मेरी बेतहाशा स्पीड से वह घबरा गई और जल्दी ही छूट गई और छूटते ही चिल्ला पड़ी-मर गई रे!

बाब एल्दा जल्दी से आई और उसको संभालने लगी। क्योंकि बेर्टा ऐ और आर की संभाल रही थी ।

मुझको खाली देख यू दौड़ कर आ गई मैं खड़ा हो गया और उसको चूतड़ों से उठा लिया और अपने खड़े लंड का निशिना लगा कर उसकी चूत में अपना मोटा लंड घुसेड़ दिया और फिर उसको हाथों में लेकर सारे कमरे का चक्कर लगाने लगा।

यू मेरे लंड पर बैठी हुई अपने चूतड़ों को आगे पीछे करने लगी और जल्दी ही वह पूरी तरह से मुझको चोदने लगी।

मैं आराम से खड़ा था और वह मेरे लंड पर नाच रही थी। जल्दी ही उसका नाच इतना तेज़ हो गया।

जल्दी ही वह मेरे गले में अपनी बाहें डाल कर मुझ से चिपक गई और सिर्फ अपने चूतड़ों को आगे पीछे नचा रही थी।

थोड़ी देर में उसका नाचना बंद हो गया और वह मेरे मुंह से अपना मुंह जोड़ कर मेरी छाती से चिपक गई और ज़ोर-ज़ोर से कांपने लगी।

जब वह पूरी तरह से झड़ गई तो वह अपने आप से मेरे लंड के ऊपर से हट गई और उसके हटते ही मेरा लंड पॉप कर बाहर आ गया। लंड का रंग एकदम लाल हो गया था जैसे बहुत ही गुस्से में हो!

एक घंटे में 5 जवान लड़कियों को चोदने के बाद कोई भी आदमी या फिर लंड लाल सुर्ख हो ही जाता।

जब सबने थोड़ी देर आराम कर लिया तो एल्दा सबके लिए ड्रिंक्स और कुछ खाने के लिए ले आयी।

तब तक सभी फारिग हो चुके थे और फिर सबने एकदूसरे को चुंबन किया और एक दुसरे के लिए खूब तालियाँ बजाई।

फिर सब आराम करने चले गए।

जारी रहेगी

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