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Click hereमेरा नाम पायल है, में जयपुर राजस्थान के बनिया परिवार से हू। सुरु से खाते पीते घर से हु तो थोड़ा शरीर भरे बदन का है। मेरी हाईट 05.02 की है और मेरी चूचियां 34 की कमर 32 की और गांड 36 की है आसपास के सब लड़के और अंकल मेरी गांड के दीवाने है परिवार खुले दिमाग़ का है तो छोटे कपड़े पहनने का कोई परेशानी नही थी, मे बचपन से ही बहुत क्रिएटीव थी
बात सुरु होती ह कुछ साल पहले जब मे जयपुर से मुंबई शिफ्ट हुई पढ़ाई के लिए और मेरे यहा कुछ दोस्त बने हम सब अलग अलग साइड से आये थे अपनी पढ़ाई करने। उनमे मेरा एक दोस्त बना जो कोटा से आया था किसका नाम लक्ष्य था हम दोनो काफी जगह साथ जाया करते थे, और हमारी काफी बाते भी हुआ करती थी, मे एक पीजी मे रहा करती थी जहा मेरे अलावा २ और लड़किया रहती थी और लक्ष्य मलाड मे एक फ्लैट लेके रेंट पर रहता था अपने बचपन के दोस्त विकास के साथ ।
हम दोनो मे बहोत बाते हुआ करती थी कभी कॉल पर कभी चैट पर । धीरें धीरे हमारी बाते थोड़ी डबल मिनिंग मे भी होती थी । कभी कभी हम वीडियो कॉल पर होते या बात कर रहे होते तो मेने देखा था लक्ष्य मेरे बूब्स घूर रहा हे या मे चल रही होती तो मेरी गांड देख रहा होता था। और मे भी उसको और परेशान करने के लिए गहरे गले के कपड़े और शॉर्ट्स पहनती थी एक बार हुआ हम चैटिंगकर रहे थे करते करते उसने मुझे पूछ ही लिया रिलेशनशिप मे आने के लिए मेने भी मना कर दिया उसने दुबारा पूछा फिर मेने हा बोल हि दिया। अब हमारी बाते डबल मीनिंग के साथ सेक्स के बारे मे भी होने लगी थी।
मे विडिओ कॉल के टाइम उसको परेशान करने के लिए और ज्यादा बूब्स दिखने वाले कपड़े पहना करती थी एक दिन वो बोल हि गया।
लक्ष्य : क्या प्लान है आज का पायल
पायल : फिलहाल तो फ्री हु तुम बताओ कुछ प्रोग्राम हे तो
लक्ष्य : कब तक थोड़ा थोड़ा दिखाओगी कभी अंदर के भी दर्शन दो
पायल : अंदर के दर्शन तुम्हे चाहिए या नीचे वाले को
लक्ष्य : दोनो को
पायल : ठीक है दर्शन ही मिलेंगे और कुछ नही (और हम उसके घर के लिए निकल गये, अंदर आने पर बोलता है गाल पर एक किस दो मेने गाल पर किस दिया फिर हमने लिप टू लिप किस सुरु किया और लक्ष्य किस करते करते मुझे बेड पर लाया और साथ मे बूब्स दबाने लगा तो मेने बोला तुम तो सिर्फ देखने का बोल रहे थे )
लक्ष्य : बोला तो था लेकिन अब देखा नही हे हाथ मे लेके देख रहा था
पायल : ठीक हे लेकिन और कुछ नही (फिर अंदर हाथ डालके दबाते दबाते कपड़े खोलने लगा मेरे, और मुझे भी थोड़ी इच्छाएं होने लगी थी)
इसने फिर एक बूब्स जोर जोर से दबा रहा और दूसरा बूब्स चूसने लगा मे बोली उसको आराम से करो इसके हाथ धीरे से मेरी शॉर्ट्स को खोलके चूत मे चला गया मेरी चूत बहुत गीली हो रही थी हमने जल्द ही सब कपड़े उतार लिए अब मे पुरी नंगी थी उसके सामने अब मुझे लग रहा था ये आज चोद के हि मानेगा. अब वो मेरी चूत मे ऊँगली कर रहा था और मेरे हाथ मे उसका खड़ा लंड था मेने मूवी मे तो देखा था आज पहली बार हाथ मे लेके देखा थोड़ी देर बाद मे बोली)
पायल : इसको चूस लु क्या (तो लक्ष्य निचे लेटा और मेरी चूत अपने मुह के पास लेजाकर मुझे ऊपर लेके आया जिस से उसका खड़ा लंड मेरे मुह के पास आ गया मेने एक दिन पहले ही चूत साफ की थी लक्ष्य तो ये देख कर पगला हि गया था उसने मेरे ऊपर आते हि अपनी जीभ मेरी चूत मे डाल दी और चूसने लगा और हाथों से मेरी कमर टाइट पकड़ ली और मेने उसका लंड हाथ मे लिया लक्ष्य के लंड की नसें काफी उभरी हुई थी जिससे उनका लंड और भी ज्यादा भयानक दिख रहा था।
मैं अंदाजे से ही बता रही हूं लेकिन उनका लंड 7 इंच से ज्यादा ही होगा था।
मेने उसकी ऊपर की स्किन निचे की और जीभ लगायी थोड़ा नमकीन लगा फिर मेने लंड मुह मे लेके चूसना सुरु किया कुछ अलग सा महसूस हो रहा था लक्ष्य लग रहा था बहुत एन्जॉय कर रहा था थोड़ी देर लंड चूसने के बाद वो बोला मेरा होने वाला है में भी बोली ऐसे हि करते रहो मेरा भी होने वाला है जैसे हि उसका होने वाला था उसने मेरा सिर पकड़ लिया और हम दोनो का हो गया और जो आया था वो मुह मे हो गया
फिर हमने किस किया और मेने देखा उसका लंड फिर खड़ा हो रहा है फिर लक्ष्य मेरे ऊपर आया मे बोली उसको
पायल् : लक्ष्य मेरा पहली बार हे आराम से डालना
लक्ष्य : मे भी पहली बार ले रहा हु कुछ नहीं होगा मे ध्यान रखूँगा
लेकिन मुझे पता नहीं था कि लक्ष्य ने अभी तक मुझे जितना मजा दिया था आगे मुझे उतनी ही तकलीफ होने वाली थी।
अब लक्ष्य ने मेरे दोनों पैरों को फैला दिया और दोनों पैरों के बीच में बैठकर अपने लंड को आगे पीछे करते हुए सहलाने लगे।
मैं समझ गई थी कि अब लक्ष्य मुझे चोदने वाला है । मैं तिरछी नजरों से उनके काले मोटे लंड को देख रही थी।
वे लंड को आगे पीछे कर रहा था और उसका बड़ा सा सुपारा चमड़ी के अंदर से बार बार बाहर निकल रहा था।
लक्ष्य के लंड की नसें काफी उभरी हुई थी जिससे उनका लंड और भी ज्यादा भयानक दिख रहा था।
कुछ देर तक उसने अपने लंड को सहलाया फिर वो इधर उधर देखने लगे और उठकर तेल की शीशी ले आया।
फिर उसने अपने लंड और मेरी चूत पर काफी सारा तेल लगाया और मेरे ऊपर लेट गए।
लक्ष्य ने अपना एक हाथ नीचे ले जाकर अपने लंड को चूत में लगाया और मेरे दूध को चूमते हुए अपने दोनों हाथ मेरी पीठ पर ले जाकर मुझे जोर से जकड़ लिया।
अब लक्ष्य ने पहली बार जोर लगाया और लंड चूत में डालने की कोशिश की.
लेकिन लंड फिसल गया और मेरे पेट की तरफ आ गया।
उसने फिर से लंड मेरी बुर के छेद पर सेट किया और इस बार लंड को थोड़ी देर पकड़े रहे।
जब लंड का सुपारा छेद में अच्छे से सेट हो गया तो उन्होंने मुझे फिर से जकड़ लिया।
अब उसने जोर लगाया और लंड मेरी बुर में फिसलता हुआ अंदर जाने लगा।
अचानक से उसके सुपारे ने मेरे छेद को फैलाया और अंदर चला गया।
उस वक्त मुझे थोड़ा ही दर्द महसूस हुआ।
मैं सोच रही थी कि लक्ष्य ऐसे ही आराम से नयी चूत में लंड डालेगा. लेकिन उसने ऐसा नहीं किया।
अब लक्ष्य ने वो किया जिसके लिए मैं बिल्कुल भी तैयार नहीं थी।
लक्ष्य ने अपनी ताकत लगाकर एक बार में ही अपना लंड मेरी चूत में पेल दिया।
उसका लंड मेरी चूत को चीरता हुआ पूरा अंदर तक घुस गया।
मुझे ऐसा लगा कि किसी ने गर्म रॉड मेरी बुर में डाल दिया है।
मेरी आंखों के सामने पूरी तरह से अंधेरा छा गया और मैं जोर जोर से रोते हुए बोली- मम्मीई ईईआ आआआ आआ आआह आआ निकालो आआआआ नहीं इईईई! निकालो निकालो आआह!
मैं बहुत बुरी तरह से रो रही थी और चिल्ला रही थी।
लक्ष्य ने तुरंत ही अपने एक हाथ से मेरे मुँह को दबा लिया और मेरी आवाज निकलना बंद हो गई।
उस वक्त मेरी आँखों से बस आंसुओं की धार निकल रही थी और मेरा सारा मजा भयंकर दर्द में बदल गया था।
मेरी दोनों जांघें बुरी तरह से कांप रही थी जैसे उनमें करंट लग गया हो।
मैं अपने हाथों को बिस्तर पर जोर जोर से पटक रही थी और लक्ष्य की आँखों में देखते हुए बस यही दुआ कर रही थी कि किसी तरह से लक्ष्य अपना लंड बाहर कर लें।
लेकिन वे मुझे बुरी तरह से दबाए हुए थे और मैं उनके वजन के कारण हिल भी नहीं पा रही थी।
इसी दौरान उसने लंड आधा बाहर किया और फिर से अंदर पेल दिया।
इस बार लंड पूरी तरह से चूत को फाड़ चुका था और अंदर अच्छी तरह से सेट हो गया था।
मेरा दर्द कम होने का नाम ही नहीं ले रहा था और मैं किसी तरह से उस भयंकर दर्द को बर्दाश्त कर रही थी।
मैं कुछ बोल भी नहीं पा रही थी क्योंकि लक्ष्य ने मेरे मुँह को बुरी तरह से बंद कर रखा था।
लक्ष्य ऐसे ही लंड को मेरे अंदर डाले हुए मेरे ऊपर लेटे हुए था और अपने भारी भरकम शरीर के नीचे मुझे दबाए हुए थे।
बीच बीच में वो अपनी कमर को हल्के से हिलाता... लेकिन लंड बाहर नहीं निकाल रहा था।
ऐसा लग रहा था जैसे वो अपने लंड से मेरी चूत में जगह बना रहा हो।
मेरे दोनों दूध उसके सीने के नीचे बुरी तरह से दबे हुए थे जिसकी वजह से मेरे दूध में भी काफी दर्द हो रहा था। और वो उनको जोर जोर से मसल रहा था।
उसने अपने दोनों घुटनों से मेरी दोनों जांघों को बुरी तरह से दबाया हुआ था जिससे मैं हिल तक नहीं पा रही थी।
करीब दस मिनट तक मुझे इतना भयानक दर्द हुआ जिसको मैं शब्दों में बया नहीं कर सकती।
लेकिन उसके बाद बड़े आश्चर्यजनक रूप से मेरा दर्द कम होने लगा और जल्द ही मेरा सारा दर्द जैसे हवा हो गया।
अब बस मैं चाहती थी कि लक्ष्य अपना वजनी शरीर मेरे ऊपर से हटा लें और मुझे राहत मिले।
धीरे धीरे लक्ष्य ने मेरे मुँह से अपना हाथ हटाया।
जैसे ही उसने हाथ हटाया मैं बोल पड़ी- लक्ष्य हटो ना ... ऊपर से बहुत दुख रहा है।
मेरी आवाज को लक्ष्य ने जैसे भांप लिया था कि मुझे अब चूत में दर्द नहीं हो रहा है।
उसने तुरंत ही मुझे ढीला छोड़ दिया लेकिन अपना लंड बाहर नहीं निकाला।
उनके वजनी शरीर का वजन अब मेरे ऊपर नहीं था और मुझे अब काफी राहत महसूस हो रही थी।
अब लक्ष्य ने मेरे गालो को चूमते हुए मुझसे पूछा- अब दर्द तो नहीं हो रहा है न?
मैंने अपना सर हिलाते हुए उनको ना में उत्तर दिया।
अब लक्ष्य ने अपना लंड आधा बाहर करते हुए धीरे धीरे अंदर करने लगे।
अभी तक जहाँ मेरे मुँह से चीखें निकल रही थी वहीं अब मेरी सिसकारियां निकलने लगी थी- आआह आओआ ह आआह ऊऊऊऊह ऊऊ श्सऊ ऊऊऊ आआह आआह!
मेरे हाथ अपने आप ही लक्ष्य की पीठ पर चलने लगे और उसे अपने सीने की तरफ खींचने लगे और मेने अपने पेरो को लक्ष्य की कमर पर लपेट लिया था।
मेरी चढ़ती जवानी को जिसकी जरूरत थी आज मुझे वो मिल रहा था और मैं दुनिया को भूलकर उस पल का मजा ले रही थी।
पहले तो लक्ष्य धीरे धीरे लंड डालते हुए मुझे चोद रहे थे लेकिन जल्द ही उसने अपनी रफ्तार तेज करनी शुरू कर दी।
जल्द ही पलंग बुरी तरह से हिलने लगा और लक्ष्य के जोरदार धक्के मेरे पेट पर पड़ने लगे जिससे पूरे कमरे में चट चट की आवाज गूँज उठी।
लक्ष्य ने अपने दोनों हाथ मेरी पीठ पर ले जाकर मुझे थामे हुए थे और मुझे अपने सीने पर चिपकाए हुए थे।
वे काफी अच्छे से मुझे बाहों में लपेटे हुए था और दनादन मेरी चुदाई किये जा रहे थे। तभी मेरा ध्यान मिरर पर गया मेने देखा लक्ष्य का रूममेट विकास मेरी और लक्ष्य की चुदाई देख रहा था गेट के पास से और अपना लंड बाहर निकाल कर हिला रहा था मुझे पहले तो शर्म आयी लेकिन फिर मुझे पता नही क्यो ये ज्यादा उत्तेजित कर रहा था और मे चाहती थी जब तक मे चुद रही हु ये देखता रहे हमें। उसको पता चल गया की मेने देख लिया हे उसको।
जल्द ही मेरी चूत इतनी ज्यादा गीली हो गई जिससे बेहद ही गंदी सी आवाज कमरे में गूंज उठी।
फच फच फच की आवाज़ के साथ लक्ष्य मेरी चूत को बुरी तरह से चोद रहा थे।
करीब पंद्रह मिनट तक बिना रुके लक्ष्य मुझे चोदता रहा।
जल्द ही मेरा शरीर अकड़ने लगा और मैं झड़ गई उसके कुछ ही देर बाद लक्ष्य भी मेरे अंदर ही झड़ गए।
हम दोनों का बदन बुरी तरह से पसीने से भीगा हुआ था, फिर भी हम दोनों एक दूसरे से लिपटे हुए थे और बिस्तर पर लेटे हुए थे।
कुछ देर बाद लक्ष्य मुझसे अलग हुआ और बगल में लेट गया ।
बाद में लक्ष्य ने ही एक कपड़े से मेरी चूत और अपने लंड को साफ किया.
उसके बाद बारी बारी से जाकर हम दोनों ने बाथरूम में पेशाब किया।
बस उसके बाद तो दोस्तो, पूरी रात हम लोग सोये ही नहीं और एक के बाद एक दौर चलता रहा।
पूरी रात में पांच बार हम लोगों ने चुदाई की।
लक्ष्य अलग अलग पोजीशन में मुझे चोदता रहा कभी घोड़ी बनाकर कभी खड़े करके।
कभी मुझे अपने ऊपर लेकर तो कभी मुझे गोद में उठाकर!
अलग अलग तरह से मैं बस चुदती जा रही थी।
उस रात लक्ष्य ने मेरे बदन की पूरी गर्मी निकाल दी थी।