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Click hereमेरा नाम शुभी है मे 32 साल की हाउसवाइफ हु. मेरे पति बीमा पॉलिसी कंपनी मे काम करते है. सुबह 10 बजे जाते है रात को 9 बजे घर आता है. मेरी एक 7 साल की बेटी है. उसका नाम दीपा है.
मेरे पड़ोस मे इंजीनियरिंग कर रहे दो स्टूडेंट्स नये रहने लगे.
उनका नाम सोनू और गोलू है.
दोनों रोज मूझे नमस्ते भाभी बोलते थे.
दोनों ही मूझे काफी हैंडसम लगे.
दोनों ने मुझसे एक बार प्याज़ माँगा. मेने उनकी मदद कर दी.
उसके बाद मेरी उनसे दोस्ती हो गयी.
मे अपनी कॉलेज लाइफ को मिस करती थी.
शादी के बाद काफी स्ट्रिक्ट रहता पड़ता.
पुरुष फ्रेंड्स नही बना सकते थे. मूझे लड़के ही फ्रंडशिप के लिए ज्यादा पसंद है. लड़के मूझे रानी की तरह ट्रीट करते है.
दोनों के साथ मे फिर से स्टूडेंट लाइफ एक्सपीरियंस कर रही थी.
लेकिन दोनों की कोई गर्लफ्रेंड नही थी. और दोनों ही वर्जिन भी थे.
दोनों ही मूझे पटाना चाहते थे. और उन्हें लग भी रहा था की मे पट रही हु.
इसलिए एक दिन मे नाश्ता लेके दोनों के रूम मे पहुंची.
वैसे तो दोनों डरपोक थे. लेकिन मे उस दिन टाइट सलवार सूट मे चली गयी. उनमे तो नही लेकिन उनके लंड मे हिम्मत आगयी थी.
सोनू ने मूझे किस करना शुरू किया लिप्स पर. मेने जोर से धक्का देके छुड़ाया. फिर गोलू ने मूझे किस करना शुरू किया.
मे संघर्ष कर ही रही थी की दोनों साथ मे मुझ पर टूट पड़े. दोनों ने अपने वजन से मूझे बिस्तर पर लिटा दिया. और गोलू ने मेरे हाथ जोर से पकडे और सोनू मेरा पजामे का नाड़ा खोला. फिर मेरी पैंटी सहित मेरा पजामा खींच के उतार दिया. मूझे नीचे से आधा नंगी कर दिया गया था.
फिर सोनू ने अपना निक्कर के साथ अंडरवियर नीचे कर दिया और अपना लंड निकाला. और मेरे ऊपर लेट गया. और मेरे गालो को चूमने लगा. मे खुद को छुड़ाने के लिए संघर्ष कर रही थी. लेकिन गोलू ने हाथ जोर से पकड़ रखे थे. और सोनू का वजन भी काफी ज्यादा था. मूझे पूरी तरह अटका रखा था. मे चिल्ला के मदद भी नही मांग सकती थी क्यूंकि मे खुद आयी थी इनके पास. सोनू मेरे पैरों को फैलाने लगा. मे पूरी जोर से पैरों को साथ जोड़े रखने की कोशिश करने लगी. लेकिन उसने थोड़ा फैलाके खुद को मेरे पैरों के बीच लॉक कर दिया. वो अपने लंड से मेरी चूत ढूंढने लगा. काफी कोशिश के बाद उसे जगह मिल गयी. लंड मेरी चूत मे डाल दिया. मूझे अलग ही बड़े मोटे लंड का घर्शन बहुत ही अच्छा लगा और मेरे मुँह से आह निकाल गयी. सोनू ने मूझे चोदना शुरू किया. मे अब उनसे छुड़ाने के लिए संघर्ष नही कर रही थी. इसलिए गोलू ने मेरे हाथ छोड़ दिए. मे अब सोनू से लिपट गयी और उसे अपनी मर्ज़ी से चोदने दे रही थी.
मेरे गाल पे जोर से चाटा पड़ा चट. मेने जब आंखें खोली तो देखा की गोलू अपना सख्त लंड मेरे गाल पे दबा रहा है. और सोनू के साथ जो मे आगे पीछे हिल रही थी. मेरा गाल गोलू के लंड के साथ घर्शन कर रहा था. गोलू ने मेरे गाल पर थूक दिया. और अब मेरा गाल सूखा नही बल्कि फिसलन भरा घर्शन दे रहा था. फिर गोलू ने जोर से मेरे बाल खींचे. मूझे दर्द हो रहा था सर मे. मे चिखी दर्द से आह लेकिन तबहि गोलू से अपना लंड मेरे मु मे डाल दिया. उसके लंड का स्वाद बहुत अच्छा था. मेने होंठों से कसके पकड़ लिया. गोलू को कुछ करना नही पड़ रहा था. सोनू मूझे इतने तेजी से चोद रहा था की मे झटके से आगे और पीछे हिल रही. और अपने आप ही गोलू के लंड से अपना मु चुदवा रही थी. उसके दोनों टट्टे मेरे आँखों से टकरा रहे थे. सोनू अब अपने आर्गेसम तक पहुंच गया और मेरे बहुत अंदर अपना मुठ छोड़ने लगा. वो काँपने लगा मेरे ऊपर. मे काफी सारा मुठ लेने बाद बोली नही मेरे अंदर नही बहुत रिस्क है. मे माँ बन सकती हु. लेकिन वो तो फववारे छोड़ रहा था मेरे अंदर. फिर भी मेरे अंदर थोड़े देर तक घुसा रहा. और फिर नरम होके मेरे बाहर फ़िसल गया.
मूझे खाली पाके अब गोलू ने मेरे मु से निकाल कर मेरे चूत को ढूंढने लगा. लेकिन अब मे इतनी हॉर्नी हो चुकी थी की मेने खुद ही उसका लंड पकड़ कर अपनी चूत पर रख दिया. और अब मूझे गोलू चोदने लगा. मे महसूस कर पा रही थी सोनू का मुठ चूत से बाहर बहते हुए. गोलू तो सोनू के मुठ के साथ ही चोद रहा था. गोलू का लंड सोनू के मुठ से सना जा रहा था. वो वैसे ही मेरे मु को काफी चोद चूका था. इसलिए मेरे अंदर रुक नही पाया और वो भी आर्गेसम तक पहुंच गया. वो भी अपना मुठ छोड़ने लगा. वो हटा ही था की सोनू ने सोचा होगा टाइम वैस्ट ना करें पता नही फिर मे चोदने मिलू ना मिलू . और वो फिर मूझे चोदने लगा. इस बार मेरी आर्गेसम आगयी और मे सोनू से और जोर से लिपट के काँपने लगी.
मेरे पति ने भी कभी मूझे आर्गेसम तक नही चोदा था. ये मेरे जिंदगी की सबसे बढ़िया चुदाई थी. ये तो मेरी सुहागरात से भी बढ़िया था. दोनों ही बारी बारी से बार बार मूझे चोद रहे थे. और उनका मुठ मेरे अंदर मिक्स हो रहा था.
दोनों ने अपने लंड साथ मिलाये और मूझे इशारा किया आके बैठने के लिए. आह चूत फटने जैसा बहुत तेज darअगर मे दोनों के बच्चे से प्रेग्नेंट होती तो काफी मिला जुला बच्चा होता. मे दोनों के लंड पर एक साथ बैठी. आह इतना ज्यादा किसी ने नही फैलाया था. और फिर मे ऊपर नीचे उठक बैठक लगा रही थी. तीनो के बहुत सेंसिटिव अंग आपस मे घिस रहे थे. मे तो सोच भी हो सकती थी की तीन लोग ऐसे कभी मिल भी सकते है की नही. मेरी चूत इतनी फट रही थी की मेने पूछा आह बहुत खींच रही है चूत मेरी. सोनू ने कहा कुछ नही होगा पोर्न मूवी मे ऐसा कॉमन है.
मेने तो ऐसा रिस्क वाला चुदाई कभी पति के साथ नही किया. आजकल मेरे पति हफ्ते मे एक बार कंडोम पेहेन कर मूझे चोदते है. जो की वो मजे के लिए नही बल्कि पत्नी मे बॉडी पर अपना अधिकार बनाये रखने के लिए करते थे. मेरे चूत से दोनों का मुठ लगातार लीक होके बह रहा था. फिर पहले गोलू का मुठ निकलने लगा. गोलू ने जब अपना लेंगे निकाला तो सोनू का लंड भी साथ मे चिपक कर बाहर आगया. लेकिन सोनू ने फिर से घुसा दिया और फिर थोड़ी देर बाद फिर उसने मेरे अंदर मुठ छोड़ना शुरू किया. मुठ से गीला चादर मे अपनी गांड मे महसूस कर रही थी. दोनों बहुत थक गए. दोनों का मुठ भी निकलना बंद हो गया था. उन दोनों ने जिंदगी भर की चुदाई आज ही कर ली थी.
हम तीनो पर से चुदाई जा नशा जब हटा तो तब हमें पता चला की हमने मेरे पति के साथ बहुत बड़ा अपराध कर लिया था. मे रोने लगी और जल्दी से उन्ही के चादर से पैरों के बीच मे सारा गीला और सूख रहा मुठ पोंछा. और पैंटी पजामा पहनने लगी. दोनों भी डर के मारे मुझ से माफ़ी मांग रहे थे. और बोल रहे थे की मे पुलिस के पास ना जाऊ और अपनी पति को कुछ ना बताऊ. मन ही मन मे सोच रही थी की चाहके भी किसी को बता नही सकती. क्यूंकि मे खुद चल के आयी थी चुदने के लिए. और पुरे समय खुद ही मजे ले ले कर चुदाई मे मेने पूरा भाग लिया था.
मे घर आगयी और अपने कपड़े उतार फेके. नल के नीचे अपने चूत रख के दबा दबा के सारा मुठ धोने लगी. बहुत ज्यादा मुठ से भरी हुई थी. काफी मुठ दबा दबा के और ऊँगली से खींच खींच के बाहर फेक दिया. लेकिन मे जानती थी की काफी सारा मुठ मेरी कोख तक पहुंच ही चूका होगा. दोनों के बच्चे का बनना तो शुरू भी हो गया होगा. इसलिए मे काफी शर्माते हुए गर्भनिरोधक गोलिया लेने गयी.
रात को पति ने गौर किया की मेरे चेहरे पर एक अलग ही चमक थी और गालों पर लाली थी. मे आज ज्यादा सुन्दर और खिली खिली लग रही थी. इसलिए उन्होंने भी आज मूझे चोदने का मूड बना लिया. आज दिन भर चुदने के बाद मे बहुत थक गयी थी. और टांगे खोलने मे भी बहुत दर्द हो रहा था. उन दोनों ने तो मेरे हिप्स की पूरी हड्डियां लगभग तोड़ दी थी. अब पति से चुदना तो सजा बराबर था. लेकिन मे अपनी पत्नी होने की ड्यूटी को मना नही कर सकती थी. और नही चुदवाती तो पति शक भी हो सकता था. क्यूंकि मे खुद ही पति से शिकायत करती थी की वो बहुत कम चोदते है. फिर उन्होंने अपना कंडोम पेहेन मूझे चोदना शुरू किया. मेरे हिप्स बहुत सूज गए थे. इसलिए पति के हर एक चोट पर आह करके चीख निकाल जा रही थी. पति को ये नई चुदाई बहुत पसंद आरहा था. वो बोले आज तो शांति से नही चुद रही. मे बोली ओह सॉरी मु बंद कर लू क्या. तो वो बोले नही बहुत मजा आरहा है ऐसे. लेकिन मूझे मज़ा नही आरहा था. मूझे पता चल गया था असल मे लंड कितना मोटा हो सकता है. और दो लोग मिलकर चोदके ज्यादा संतुष्ट करते है. मेरे पति का लंड ऐसे लग रहा था की वो कटोरे मे चमच चला रहे हो.
चुदाई के बाद मूझे झूटी तारीफ करनी पड़ी की बहुत मज़ा आया. लेकिन वो बोले आज मेरी आहे सुन कर उन्हें अच्छा लगा. लेकिन मेरी चूत की पकड़ काफी ढीली पड़ गयी. उन्हें लगा की शायद ये मेरी बढ़ती उम्र के कारण हुआ है. लेकिन ये तो आज दिन मे चूत का ज्यादा समय किछे रहने के कारण था. अब शायद कुछ दिन बाद ही साइज नार्मल होपायेगा.
वो जब अपने कंडोम को फेकने गए तो उन्होंने वापस आके दिखाया. और बोले की लगता है दवाई वाले ने एक्सपीरी डेट की कंडोम दे दि. देखो लीक कर रहा है. मे देख के डर गयी की कंडोम पर सोनू और गोलू का मुठ चिपका था और पति को लगा की उनका मुठ लीक हो रहा है. मे और डर गयी जब वो बोले की वो कल जाके दवाई वाले को डांटेंगे की ख़राब कंडोम क्यों देते हो. मेने आज ही उस से गर्भनिरोधक गोलिया ली थी. उसने मेरे पति को बता दिया तो. मेने इसलिए कहा रबर है गर्मी मे ख़राब हो ही जाता है अब से ठंडी जगह मे रखना.
दोनों सोनू और गोलू ने डर के मारे जल्दी घर छोड़ के चले गए.
लेकिन दोनों ने मेरे अंदर एक नया शौक पैदा कर दिया. और वो है दो लाठीओ से एक साथ अपनी चूत ठूकवाना.