सबरीना की बस की मस्ती

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एक हाथ से समीना के मम्मे मसलते हुए और दूसरे हाथ से पहले उसे कस कर अपने लंड पे दबाते हुए विक्की अब समीना की गोरी जाँघें सहलाता हुआ बोला, “समीना जब तेरी अम्मी जैसी गरम औरत हमारे सामने हिरोईन बन कर चलेगी तो हम उसके साथ ऐसे ही छेड़खानी करते हैं... हमें हमेशा तेरी अम्मी जैसे औरत चाहिये होती है… फिर चाहे उम्र में बड़ी हो या छोटी। देख अपनी सब बात होने के बाद तुझे बताऊँगा कि दाग कैसे लगे। तेरी अम्मी की फ़िगर देख अब कितनी अच्छी हुई है, साली के मम्मे और पिछवाड़ा एकदम उभर आया है। वैसे समीना तुने भी अभी तक मुझे खुल कर बताया नहीं कि वो लड़के क्या छेड़ते हैं और कहाँ टच करते हैं तेरा यह जिस्म?”

समीना भी अब गरम हो गयी थी और उसने विक्की का टी-शर्ट उतार दिया। वो विक्की की तरफ़ घूम कर उसकी गोद में बैठ गयी। अब वो दोनो सिर्फ़ शॉट्‌र्स में थे। उसकी बांहों में समीना बेशर्म हो कर बैठी थी। विक्की का पूरा चेहरा किस करते हुए समीना बोली, “हिरोईन बन कर चले मतलब कैसे चले? मैं कुछ समझी नहीं। फ़िगर अब अच्छी हुई मतलब क्या कुछ साल पहले अम्मी का सीना कैरम जैसा था? खुल कर बताओ ना। देखो मैंने आपको बताया कि वो लोग क्या बोल कर छेड़ते हैं, रही बात कहाँ टच करते हैं... वो तो मैं उनको करने नहीं देती। हाँ कॉलेज से छूटते वक्त वो लोग भीड़ का बहुत फायदा उठाते हैं... आगे पीछे मुझे कवर करके मेरी छाती और मेरी जाँघों को सहलाया करते हैं।”

विक्की अब समीना की चूत पे अपना लंड रगड़ने लगा। उसे लगा नहीं था कि यह कमसिन लड़की इतनी गरम माल होगी। यह तो साली अपनी अम्मी से भी गरम थी। आखिर एक गरम औरत की बेटी भी उसके जैसी गरम ही होगी... यह सोच कर विक्की समीना के कड़क मम्मे ज़रा मस्ती से मसलते हुए बोला, “हिरोईन बन कर मतलब... ऊँची ऐड़ी की सैंडल पहन कर गाँड ठुमकाते हुए, नाक चढ़ा कर, हम लोगों को चूतिया समझ कर चलती थी...। कैरम बोर्ड नहीं... तेरी अम्मी तब भी मस्त माल थी, सीना काफी उभरा था... अब सीना ज्यादा बड़ा हुआ है पर उसके मम्मों में झुकाव नहीं है ज़रा भी। एक दम टाइट मम्मे हैं साली के और गाँड भी काफी भरी हुई है, लगता है तेरा बाप सबरीना की गाँड में पेलता होगा ज्यादा।। जब तेरी जाँघ और छाती मसलते है वो लड़के तो कैसा लगता है तुझे समीना?”

समीना अब खुद विक्की के लंड पे अपनी चूत रगड़ते हुए बोली, “आपको बहुत मज़ा आता होगा ना माँ को मसलने और उससे मस्ती करने में? लड़कों के सहलाने से तो मुझे अच्छा लगा पर उनका बोलने का ढंग जरा भी नहीं, एक दम जंगली हैं वो लड़के, लड़की को बस हवस की नज़र से देखते हैं। रही बात कि अम्मी और डैड क्या करते होंगे... यह पता नहीं... पर मैंने कहीं पढ़ा है कि प्रेगनेंनसी के बाद लेडीज़ की बैक साईड फ़ूल जाती है और अम्मी को तो टिवन्स हुई थीं... इसलिये उनका पिछवाड़ा इतना बड़ा हुआ होगा।”

समीना की कमर में हाथ डाल कर उसे अपने लंड पे दबाते हुए विक्की अब समीना के मम्मों को मसलते और निप्पलों से खेलते हुए बोला, “मुझे पता है कि प्रेगनेंनसी के बाद औरत की गाँड फूलती है लेकिन गाँड को बार-बार लंड से चोदने से भी गाँड फूलती है जैसे तेरी माँ की फूली है। अगर तेरा बाप नहीं तो मेरी तरह कोई और तेरी मस्त माल सबरीना की गाँड में लंड पेलता होगा, कुत्तिया बना कर चोदता होगा तेरी अम्मी को… वैसे भी सबरीना तो छिनाल है... लंड देखते ही मुँह और चूत में पानी आ जाता है उसकी। अब वो लड़के क्या बोलते हैं वो तूने बताया लेकिन इससे क्या ज्यादा गंदा बोलते हैं जिससे तू उनको जंगली कहती है... यह नहीं बताया, कुछ भी बोलते होंगे मुझे खुल कर बता सब समीना।”

समीना अब विक्की को ज़रा भी रोक नहीं रही थी। वो चाहती थी कि विक्की आज उसे चोद डालें। वो अपनी अम्मी के बारे में इतना गंदा सुनने के बाद और गरम हो गयी थी। अब पूरी बात बताने का फैसला करते हुए वो विक्की का मुँह अपने निप्पल पे दबाती हुई बोली, “वेल... मुझे शरम आती है बोलने में पर फिर भी बताती हूँ। वो लड़के जो बोलते हैं ना वो बहुत गंदा है। मेरे जिस्म के बारे में कहते हैं कि कितनी गोरी और मक्खन जैसी टाँगें हैं, टाँगें ऐसी हैं तो जाँघें कैसी होंगी और अगर जाँघों का यह हाल है तो अंदर की जन्नत तो कैसी होगी? वो यह भी बोलते हैं कि समीना की बहन और अम्मी भी एक दम मस्त हैं, इन तीनों को एक साथ नंगी करके मस्ती करनी चाहिये। वो और बोलते हैं कि समीना की अम्मी सबसे मस्त है, एक साथ उस चुदक्कड़ राँड को चोदना चाहिये, एक आगे से, एक पीछे से और तीसरा उसके मुँह में देना चाहिये। ज़हरा को भी ऐसे ही छेड़ते थे वो और अब वो हॉस्टल गयी तो मुझे अकेली को छेड़ते हैं। वो लड़के लोग तो यह भी कहते हैं कि इस अम्मी और मैं उनके मोहल्ले में जा कर उनके डाँडिया लेकर डाँडिया खेलें। यह सब सुन कर मुझे बहुत शरम आती है... पर यह सब सुन कर मैं गरम भी हो जाती हूँ। कई बार उन्होंने भीड़ में मेरा पूरा जिस्म मसला है, वो चारों एक साथ आगे पीछे और साईड में आते हैं और मेरे जिस्म का जो हिस्स जिसे मिले, वो मसलने लगते हैं। मुझे अच्छा लगता है उनसे मसलवाना इसलिये मैं भी रेज़िस्ट नहीं करती उनको।”

समीना के जवाब से विक्की का लंड और कड़क हो गया तो वो समीना की एक चूंची चूसने और दूसरी को मस्ती से मसलने लगा। समीना का नंगा जिस्म सहलाते हुए वो बोला, “अरे समीना, वो लड़के सच ही तो बोल रहे हैं। तेरी अम्मी और तुम दोनों बहनें हो ही इतनी मस्त कि हम मर्दों का लंड तुम्हें देखते ही खड़ा हो जाये। कसम से मेरी भी अब तमन्ना है कि सबरीना, तुझे और ज़हरा को एक साथ नंगी देखूँ। उफ़्फ़्फ़ बहनचोद साली देख तेरी यह जवानी देख कर मेरा लंड कैसे खड़ा है। यह अच्छी बात है कि चार-चार लड़के एक साथ तुझे मसलते हैं समीना... इससे तू ज्यादा से ज्यादा मर्दों के साथ चुदाई कर सकेगी।” समीना का हाथ अपने लंड पे दबाते हुए विक्की आगे बोला, “ले, तू भी अपनी अम्मी जैसे मेरा लौड़ा सहला। मेरा लंड सहला कर बता कि मेरा डाँडिया कैसा है रानी? खेलेगी इसके साथ? ज़हरा को भी खूब मसलते होंगे ना लड़के? कभी किसी लड़के का डाँडिया छुआ था तूने जान?”

विक्की का गरम लौड़ा सहलाना समीना को बड़ा अच्छा लगा। वो शॉट्‌र्स के ऊपर से लंड को खूब ज़ोरों से मसलते हुए सिसकरियाँ भरने लगी। विक्की के मुँह में अपनी चूंची और दबाते हुए वो बोली, “ऊँफ्फ़्फ़्फ़ कितना अच्छा लग रहा है आपका डाँडिया मसलने में। सच बोलो मेरे और अम्मी के जिस्म में सबसे अच्छा किसका जिस्म है? वेल... अम्मी के कईंयों के साथ पोस्ट मैरिटल लफड़े है... यह तो मैं मान नहीं सकती। सच बोलूँ तो आपका यह डाँडिया देख कर मुझे मेरी कॉलेज याद आ गयी। जब हम कॉलेज से छूटते थे तब बहुत भीड़ होती थी और यह मुस्टंडे मेरे आगे पीछे होते थे। जो पीछे वाला लड़का होता वो अपना लंड मुझसे सटा के रख कर पूछता था कि कैसा है मेरा लंड समीना? तो मैं भी जवाब देती थी कि बाहर निकाल कर दिखा तो सही... काला है कि गोरा। ऐसे एक बार उन लड़कों ने मुझे और ज़हरा को भीड़ में पकड़ कर वही सवाल किया तो मैंने भी वही जवाब दिया। मेरा जवाब सुन कर शाम को नुक्कड़ के एक कॉर्नर में ले कर उन तीनों ने अपने लौड़े बाहर निकाले। हाय अल्लाह, कितने काले और लंबे थे... उनके लंड मुँह पे गीले भी थे। उन्होंने हमे उनके लंड सहलाने को दिये और उस दिन हमें खूब मसला। मुझे तो बहुत मज़ा आया पर ज़हरा डर गयी थी अब भी यह लड़के मुझे देखते हैं और बुलाते हैं पर मैं कभी-कभी ही जाती हूँ और उनसे अपना जिस्म मसलवाती हूँ। अंकल उन लड़कों के लंड से आपका लंड बड़ा है और गरम भी ज्यादा है।”

समीना की कहानी सुन कर विक्की खुश हुआ। समीना को गोद में उठा कर वो खड़ा हुआ और अपनी शॉट्‌र्स निकाल दी। अब विक्की मादरजात नंगा था। समीना उसका लौड़ा देखती रही। इतना लंबा, मोटा और टाइट लंड वो पहली बार देख रही थी। विक्की शॉट्‌र्स के ऊपर से समीना की कमसिन चूत मसलते हुए उसका हाथ अपने लंड पर रख कर बोला, “बहनचोद तू बड़ी मस्त लड़की है, इतना मसलवाया अपना जिस्म उन लड़कों से और अब बता रही है। तेरी अम्मी हम चार दोस्तों के साथ मस्ती करती थी और तू ३ लड़कों के साथ करती है। मज़ा तो खूब मिलता होगा ना तुझे रानी? ज़हरा इतनी से बात से डर गयी? ज्यादा से ज्यादा क्या होता? वो लड़के लोग उसे चोदते ही ना और क्या करते? वैसे भी तू और तेरी बहन जैसी गरम लड़कियाँ हमारी रंडी बनने के लिये पैदा होती हैं, कुछ जल्दी बनती हैं जैसे तेरी अम्मी... कुछ लेट जैसे ज़हरा बनेगी। समीना, सच बोलूँ... जान तो तेरी अम्मी से अच्छी तू है क्योंकि तू कमसिन चूत है, तेरी अम्मी ने ना जाने कितने लंड लिये होंगे पर तू पहला लंड लेने वाली है... वो भी मेरा लंड। उन लड़कों को तूने अच्छा जवाब दिया रानी और यह भी अच्छा हुआ कि उन लड़कों ने तुम बहनों को अपने लौड़े दिखाये। समीना जब वो तेरी गाँड पे लंड रगड़ते या तू हाथ से उनके लंड मसलती तो तुझे इच्छा नहीं होती लंड चूत में लेने की? अपनी जवानी उनके हवाले क्यों नहीं की? अरे तेरी अम्मी के तो शादी बाहर कितने ही लफड़े चलते हैं । जवान लड़कों के लौड़ों की तो दीवानी है तेरी अम्मी! कई बार मैंने तेरी अम्मी को तुम्हारे नौकर के साथ बेडरूम में रंग रलियाँ मनाते देखा है। तेरी अम्मी बड़ी चुदक्कड़ है समझी? साली दारू पी कर मस्त हो कर चुदवाती है। साली समीना तू मेरी जान है, अब देख मैं नंगा हुआ हूँ... क्या तू अपना यह सैक्सी जिस्म नंगा करके नहीं दिखायेगी मुझे जान?”

समीना विक्की का लंड दोनों हाथों से मसलने लगी। विक्की ने उसे मस्त गरम किया था। वैसे भी वो किसी लड़के से चुदवा लेती लेकिन विक्की का लंड देख कर उसे यकीन हुआ कि उन लड़कों में किसी का भी लंड विक्की जितना नहीं था। विक्की का लंड मस्ती से मसलते हुए समीना बोली, “आपने इतनी औरतों को चोदा है तो आप जानते ही हैं कि हर जवान लड़की को अपना जिस्म मसलवाने का दिल करता है, सब चाहती हैं कि कोई उनकी जवानी की तारीफ करते हुए उसके साथ कोई मर्द खेले। आखिर यह जवानी सिर्फ आइने में देखने ले लिये तो है नहीं। मैं लंड तो लूँगी आपका लेकिन अभी थोड़ा रुको। मैं चाहती हूँ कि मेरी पहली चुदाई बड़े आराम से हो, आप मुझे और मैं आपको पूरा गरम करेंगे और बाद में आप मुझे चोदो। मैंने कई बार चाहा कि उन लड़कों में किसी से चुदवा लूँ पर फिर अम्मी और हम बहनों के बारे में वो इतनी गंदी बात करते थे कि मूड ऑफ हो जाता और मैं इरादा बदल देती। उसके बाद मैं कई दिन उनसे नहीं मिलती पर जब जिस्म नहीं मानता तो जा कर उनसे फिर मसलवा लेती हूँ। और वो जो नौकर की बात आप करते हैं... तो वो बड़ा हरामी है। मैं जानती हूँ कि अम्मी उससे चुदवाती है। मैंने भी कईं बार उनको चुदाई करते देखा है। एक बार जब अब्बू ने उनको रंगे हाथ पकड़ा तो अम्मी ने अब्बू को बताया कि नौकर का दिमाग फिरा है और वो ज़रा पागल है। बेचारे अब्बू, अम्मी की बात सच समझ बैठे और इज़्ज़त की वजह से बात दबा दी। इससे अब अम्मी को पूरी आज़ादी मिल गयी और वो अब भी उस नौकर से चुदवाती है।”

समीना से लंड सहलवाते हुए विक्की अब समीना की शॉट्‌र्स में हाथ डाल कर उसकी नंगी गाँड मसलने लगा। समीना के मुँह से उसकी अम्मी की सच्चाई जान कर विक्की को अच्छा लगा। अब एक हाथ समीना की गाँड पे और दूसरा उसकी नंगी चूत पे रख कर विक्की बोला, “हाँ समीना, मैं जानता हूँ कि औरत कितनी भी शरीफ हो पर किसी मर्द के मसलने से गरम हो कर अपनी टाँगें उसके सामने फ़ैला देती है जैसे तेरी अम्मी और अब तू। तुझे तो चोदने में बड़ा माज़ आयेगा। खूब गरम करके मस्ती से चोदुँगा तुझे। समीना तेरी अम्मी को एक-दो बार मैंने उस नौकर से चुदवाते देखा है। साली क्या मस्ती से लेती है उसको अपने ऊपर और दारू के नशे में कितनी मस्ती से चुदवाती है तेरी रंडी माँ उससे। कसम से समीना आज तुझे चोद कर बाद में ज़हरा को भी चोदुँगा। तुम बहनों को बड़ी बेरहमी से एक साथ चोदना चाहिये।”

अपनी नंगी चूत पे विक्की का हाथ समीना को बड़ा अच्छा लगा। अब सिर्फ़ नाम के लिये उसके जिस्म पे शॉट्‌र्स थी। विक्की शॉट्‌र्स में हाथ डाल कर उसकी चूत और गाँड सहला रहा था। वो भी जोश में आकर विक्की का लंड और गोटियाँ मसलते हुए बोली, “हाँ अम्मी तो बड़ी चुदक्कड़ है। जब अब्बू कभी काम से टूर पे जाते हैं तो अम्मी उस नौकर के साथ रात भर रहती है उनके बेडरूम में। आप आज मुझे और जब मौका मिले तो ज़हरा को भी ज़रूर चोदना। वो उन मवालीयो से डरती है पर आप जैसे मर्द से नहीं डरेगी... वैसे भी हॉस्टल में पता नहीं क्या गुल खिलाती होगी।”

विक्की ने अब जोश में आकर समीना की शॉट्‌र्स उतार दी। दोनों अब बिल्कुल नंगे थे। विक्की का लंड प्री-कम से गीला था और समीना की चूत भी गीली थी। विक्की समीना की गीली चूत को हाथ से मसलते हुए बोला, “हाँ साली समीना, मुझे तू, ज़हरा और सबरीना, तीनों पसंद हो। दो हफ्ते पहले जब से तेरी अम्मी मिली है तब से उसे तो खूब चोदा...., तुझे आज मसलके चोदुँगा... अब रही सिर्फ़ ज़हरा तो उसे भी चोदुँगा जब वो हॉस्टल से आयेगी छुट्टियों में।”

विक्की जोश-जोश में बोल गया कि सबरीन उसे दो हफ्ते पहले ही मिली है | विक्की के मुँह से सब बात सुनने के बाद समीना बड़ी बेताब हो गयी। वो खुद विक्की के बिना बोले नीचे बैठ कर एक बार उसका का लंड पूरा मुँह में ले कर चूसने के बाद नशीली आँखों से विक्की को देखते हुए बोली, “देखो मैं जानती हूँ कि आप जब से यहाँ आये हो तब से अम्मी आपसे चुदवा रही हैं पर ये नहीं जानती थी कि आप मेरी अम्मी को दो हफ्तों से ही जानते हो? बोलो ना? मैंने आपको सब बताया और अब आपसे चुदवाने वाली भी हूँ तो आप भी बताओ कि अम्मी को कैसे मिले और कब कहाँ और कैसे-कैसे? आपका लंड तो बहुत तन गया है, मेरी चूत भी गरम है, आप अम्मी की बात सच-सच बताओ और फिर मेरी चूत चोदो।”

विक्की समझ गया कि अब उसे पूरी बात बतानी होगी। वो समीना को बेड पर बिठा कर अपना लंड उसके होंठों पे रख कर बोला, “ठीक है समीना... मैं तुझे पूरी बात बताता हूँ पर तब तक तू मेरा लंड चूसती रह।” समीना ने मुँह खोल कर विक्की का लंड मुँह में लिया और उसे चूसने लगी। समीना के बालों पर हाथ फेरते हुए और उसका मुँह हल्के से चोदते हुए विक्की बोला, “हाँ समीना, यह सच है कि मैं तेरी अम्मी को १०-१२ दिन के पहले जानता भी नहीं था। मैंने उसे पहली बार कुछ ही दिन पहले बस में गरम करके चोदा था। उस चुदाई की कीमत में तेरी अम्मी मुझे उसके मायके का मुँह बोला भाई बना कर घर में लायी, तुझे चुदवाने के लिये। इसके लिये तेरी अम्मी ने मुझसे अपने पैर और सैंडलों के तलुवे तक चटवाये। हर दोपहर को मैं तेरी अम्मी को दारू पिला कर चोदता था।”

समीना ने लंड चूसते हुए आँख मरते हुए लंड को अच्छे से चूसते हुए वो बोली, “हाँ मैंने आपको आपको दो-तीन बार अम्मी को चोदते हुए देखा था। और जब आपका लंड देखा तब मैंने आप से चुदवाने का फ़ैसला किया। मैं यह भी जानती हूँ कि आज आप मुझे चोद सकें इसलिये ही अम्मी ने मेरा रूम लॉक किया और बाहर गयी जिससे मैं आपके सामने करीब-करीब नंगी रहूँ और आपसे चुदवाने में टेंशन ना हो मुझे। पर आपको बताना पड़ेगा कि आपने अम्मी को बस में कैसे छेड़ा था और फिर आपका कैसे आपसे चुदवाने के लिये तैयार हुई। बताओ ना अम्मी आपकी गिरफ़्त में कैसे आयी?”

हल्के से निप्पल मसलते हुए विक्की ने शुरू से समीना को उसकी अम्मी की चुदाई की पूरी दास्तान सुनायी। विक्की की पूरी बात सुन कर समीना अब और गरम हो गयी। जिस हिसाब से विक्की ने उसकी अम्मी को बस की भीड़ में सहला कर गरम करके फिर चोदा... वो सुन कर समीना उसका लंड और मस्ती से चूसने लगी। विक्की आंहें भरते हुए, समीना के बालों में हाथ घुमाते हुए हल्के-हल्के उसका मुँह चोद रहा था। समीना की कमसिन जवानी मसलते हुए और उसे अपना लंड चुसवाने में विक्की को बड़ा अच्छा लग रहा था। समीना का चेहरा सहलाते और उसके बालों में हाथ घुमाते हुए विक्की उसका मुँह चोदते हुए बोला, “आहहहहहह साली... रंडी सबरीना की छिनाल बेटी, बड़ा अच्छा लग रहा है मुझे तेरा मुँह चोदना। खूब मस्त चूसती है तू लौड़े को समीना, ऐसा ही मज़ा आया था जब तेरी अम्मी ने मेरा लौड़ा चूसा था, पर तू कमसिन है, अनचुदी है... इसलिये और अच्छा लग रहा है मेरी रंडी समीना, ऐसे ही चूसती रह मेरा लौड़ा।” समीना एक हाथ से अपने बाल चेहेरे से हटाते हुए और दूसरे हाथ से विक्की के लंड को हिलाते हुए, लंड चूसती हुई वो बार-बार विक्की की तरफ़ ऊपर देखती और विक्की के चेहरे पर छायी खुशी देख कर और मस्ती से लंड चूसने लगती।

अपना लौड़ा अच्छे से चुसवाने के बाद विक्की ने समीना को खड़ा किया और उसे बांहों में भर कर उसके होंठ चूमने लगा। समीना के मम्मे विक्की के चौड़े सीने पर पूरी तरह दब गये थे और समीना का हाथ अब भी विक्की के लौड़े पर था। समीना के हाथ से अपना लौड़ा छुड़ाते हुए विक्की ने फिर समीना को बेड पे लिटाया। साँसों की तेज़ी से समीना का सीना उछल रहा था और इससे उसके मम्मे बड़ी मस्ती से ऊपर नीचे हो रहे थे। इतने टाइट और गोल मम्मे विक्की ने आज तक नहीं देखे थे। विक्की मन-ही-मन में ईशवर का शुक्रिया अदा कर रहा था कि उसने इतनी कमसिन लड़की को उसके सामने नंगी रखा था ताकि वो उसे चोद सके।

सामने लेटी नंगी समीना के पूरे जिस्म पे विक्की हाथ फेरने लगा। विक्की का हाथ समीना की आँखों, होंठ, गाल, गर्दन, मम्मों से भर सीना, नंगा पेट, समीना की गोल और गहरी नाभि सहलाते हुए अब समीना की बिना झाँटों की चिकनी चूत पर आया। विक्की के सहलाने से समीना अब मस्ती से आहें भरती हुई बोली, “उफ्फ़्फ़्फ़, कितना अच्छा लग रहा है आपका ऐसे मेरा नंगा जिस्म सहलाना। आहहहहहह ऊँफ्फ़्फ़्फ़फ़्फ़ और सहलाते जाओ, जो मज़ा आपने अम्मी को दिया उससे ज्यादा मज़ा चाहिये मुझे।” यह कहते हुए समीना अपनी कमर उठा कर विक्की के हाथ पे अपनी चूत रगड़ने लगी। विक्की को भी मज़ा आ रहा था इस कमसिन लड़की के जिस्म से खिलवाड़ करने में। विक्की समीना को पूरी तरह गरम कर चुका था पर अभी समीना की चूत चोदने का वक्त नहीं आया था उसके हिसाब से। विक्की समीना के मुँह से चुदवाने की बात सुनना चाहता था।
फिर एक बार ऊपर होकर विक्की अब समीना के नंगे जिस्म को सहलते हुए चूमने लगा। समीना की आँखों से हो कर, गाल, होंठ, नेक, दोनों निप्पल चूमते हुए उसके मम्मे चाट कर समीना के पेट को चाटने के बाद विक्की जीभ समीना की नाभि में डाल कर, नाभि को जीभ से खोदने लगा। समीना एक दम गरम हो कर, ज़ोरों से साँसें लेती हुई और आहें भरती हुई खुद के मम्मे मसलने लगी। विक्की उसे ऐसा मज़ा दे रहा था जो उसने ख्वाब में भी नहीं सोचा था। समीना तो जैसे जन्नत में थी विक्की के खिलवाड़ से। समीना की नाभि चूस कर विक्की अब उसकी जाँघें सहलाते हुए धीरे-धीरे नीचे होने लगा। पूरी तरह नीचे जा कर विक्की अब समीना की टाँगें चाट कर ऊपर आने लगा। समीना ने अपनी जाँघें बंद कर रखी थीं तो विक्की वैसे ही उसकी जाँघें चाट कर समीना की चूत के तरफ़ बढ़ने लगा। समीना की चूत अपने पानी से पूरी गीली हो गयी थी।

समीना की टाँगों पे बैठ कर विक्की ने समीना के दोनों पैर खोल कर फिर समीना की चूत हल्के से चूमी। अपनी चूत पे ज़िंदगी में पहली बार जीभ लगने से समीना के जिस्म में और भी सरसराहट फ़ैल गयी और अब समीना और भी ज़ोर से सिसकरियाँ भरते हुए मम्मे मसलने लगी। समीना को खुद अपने जिस्म से करती हर्कत को देख कर विक्की ने मुस्कुराते हुए समीना के पैर थोड़े और खोल कर उसकी नंगी अनचुदी चूत का दर्शन किया। पूरी गीली गुलाबी चूत देख कर विक्की से रहा नहीं गया और उसने अपना मुँह समीना की चूत पे रख कर एक लंबा किस दिया। विक्की की इस अदा से समीना विक्की का सिर अपनी चूत पे दबाते हुए उत्तेजना से चिल्ला उठी, “आहहहहहहहह विक्की, ऊँफ्फ़्फ़्फ़फ्फ़्फ़्फ़ आहहहहहह ऐसे ही चाटो मेरी चूत, बड़ा मज़ा आ रहा है।”

समीना की चूत को एक लंबा किस करके विक्की ने सिर उठा कर कहा, “अरे समीना, तू देख आगे-आगे और क्या-क्या मज़ा देता हूँ तुझे। मेरी सबरीना रंडी की बेटी, तुझे तो इतना मज़ा दूँगा कि तू हमेशा मेरे लौड़े के लिये बेताब रहेगी मेरी रंडी जान।” यह कहते हुए विक्की ने समीना की टाँगें खोलीं और उसकी चूत सहला कर नीचे झुका और समीना की चूत चाटने लगा। विक्की के चाटने के साथ समीना की सिसकरियाँ बढ़ रही थी। अपनी जीभ से समीना की चूत चाट कर, समीना की चूत का पूरा-पूरा मज़ा लेने के बाद समीना की चूत को उँगली से खोल कर अपनी जीभ समीना की चूत में डाल कर, विक्की जीभ से समीना की चूत चोदने लगा। विक्की की ज़ुबान अब समीना की चूत के अंदर बाहर हो रही थी और समीना की चूत से जो रस निकल रहा था उसका विक्की मज़ा लेने लगा।

समीना अब और भी ज़ोरों से सिस्करियाँ भरने लगी। अपनी कमर उठा कर, चूत विक्की के मुँह पे रगड़ते हुए वो चिल्लाने लगी, “आआआआआआ ऊऊऊफ्फ़्फ़्फ़, और चाटो, और अंदर डालो जीभ और मेरी चूत चोदो अपनी जीभ से। ऊफ्फ़्फ़्फ़ अहहहहहहह बड़ा मज़ा आ रहा है विक्की। और कुछ करो जिससे मुझे और मज़ा आये, कुछ भी करो पर और मज़ा दो मुझे।” समीना की सिसकरियाँ और बक-बक से ना जाने विक्की को क्या हुआ। विक्की समीना की चूत वैसे ही चाटते हुए कमर घुमा कर अब समीना के ऊपर आ गया। अब उसका मुँह समीना की चूत के पास था और उसका लंड समीना के मुँह पर था। अपनी जीभ समीना की चूत से निकाल कर विक्की बोला, “तेरी माँ की चूत, मेरी रंडी समीना, और कुछ चाहिये ना तुझे? साली बहुत बक-बक कर रही है, बहुत चिल्ला रही है तू, तेरी बक-बक बंद करने के लिये ले मेरा लौड़ा चूस रंडी समीना।” जैसे ही समीना ने विक्की का लंड पकड़ कर अपने मुँह में डाला, विक्की भी समीना की चूत और ज़ोर-ज़ोर से चाटते हुए अपना लंड समीना के मुँह में अंदर-बाहर-अंदर-बाहर करके उसका मुँह चोदने लगा। अब एक साथ समीना का मुँह और चूत विक्की चोद रहा था।

समीना अब विक्की का लंड चूसने लगी, पहले आराम से, फिर ज़ोर ज़ोर से और अपनी कमर उठा कर अपनी चूत विक्की के मुँह पे रगड़ने लगी। विक्की भी बड़ी मस्ती से चूत को जीभ से चोद कर समीना को बेहाल कर रहा था। विक्की का लंड खूब चूस कर समीना ने कमर उठाते हुए कहा, “हाआआआआयययय और चाटो... और चाटो। हाँ मेरा मुँह चोदोओओओओ विक्की, ऊँफ्फ़्फ़्फ़फ़्फ़्फ़ अब कुछ करो विक्की... मेरा बदन टूट रहा है, देखो कैसे काँप रहा है मेरा जिस्म... विक्की । प्लीज़ अब जैसे अम्मी को चोदा था वैसे मुझे चोदो, अब रहा नहीं जा रहा मुझसे।”

विक्की ने समीना की गुहार सुनी पर उसे और तड़पाने के लिये समीना का मुँह अपने लंड से चोदते हुए, फिर समीना कि चूत में अपनी उँगली डालकर उसे अंदर बाहर करके समीना की चूत चोदते हुए उसे और बेहाल करने लगा। विक्की अब समीना का मुँह चोदते हुए चूत में उँगली करने लगा जिससे समीना और तड़पने लगी। समीना से अब रहा नहीं गया, तो उसने धक्का दे कर विक्की को अपने जिस्म से उतारा और फिर उससे लिपट कर तड़पते हुए बोली, “आहहहहहह विक्की, प्लीज़ अब रहा नहीं जाता, प्लीज़ मुझे चोद डालो नहीं तो मैं अपने ही जिस्म की गर्मी में जल जाऊँगी, हाय राजा अब मत तड़पाओ।”
अब विक्की ने और रुकना मुनासिब नहीं समझा। समीना को नीचे लिटा कर उसने, समीना की टाँगें खोलीं और एक हाथ उसकी चूत पे घुमाते हुए दूसरे से अपना खड़ा, कड़क, मोटा, गरम लंड पकड़ कर समीना की चूत पे रख कर बोला, “चल समीना, अब तैयार हो जा ज़िंदगी में पहली बार अपनी चूत चुदवाने के लिये। आज तेरी चूत फाड़ कर रखुँगा मेरी रंडी सबरीना की चिकनी बेटी। देखें तू और तेरी अम्मी में कौन ज्यादा मस्ती से चुदवाती है।” समीना को पता था कि पहली चुदाई में दर्द होगा पर वो अब किसी भी दर्द के लिये तैयार थी । एक हाथ से खुद के मम्मे मसलते हुए उसने दूसरे हाथ से विक्की का सिर नीचे झुकाया और वो विक्की को किस करने लगी। अपना लौड़ा ठीक से समीना की चूत के मुँह पे रख कर विक्की ने ज़ोर दिया। चूत का मुँह ज़रा सा खुला और विक्की के लौड़े की टोपी आधी अंदर घुस गयी।

समीना ने आँखें बंद कर लीं और विक्की का सीना सहलाने लगी। उस नंगी, कमसिन लड़की को इस हालत में देख कर विक्की को और गर्मी आ गयी और समीना की कमर पकड़ कर विक्की बोला, “समीना, मेरी रंडी, मेरी सबरीना राँड की मस्त बेटी, अब तैयार हो जा विक्की से अपनी चूत की सील तुड़वा कर चुदाई की दुनिया में कदम रखने को। आज तेरी सील तोड़ कर तुझे लड़की से औरत बनाऊँगा मेरी जान।”

समीना की कमर कस कर पकड़ कर विक्की ने लंड अंदर धकेला। अब चूत फ़ैला कर लंड की टोपी और एक-चौथाई लंड चूत में घुस गया। समीना ने दर्द से अपने होंठ दाँतों के नीचे दबा लिये और अब ज़रा घबराहट से विक्की को देखने लगी। समीना की चूत को अपने लंड का एहसास देने के लिये विक्की कुछ वक्त वैसे ही रहा और फिर अपनी कमर पीछे कर के, समीना को कस कर पकड़ कर पूरे ज़ोर से लंड चूत में घुसा दिया। इस हमले से विक्की का लंड समीना की कमसिन, अनचुदी चूत की सील की धज्जियाँ उड़ाते हुए पूरी रफ़्तार से घुस गया। विक्की के इस हमले से दर्द के कारण समीना, विक्की को अपने ऊपर से धकेलने की कोशिश करने लगी और अपनी चूत से विक्की का लंड निकालने की नाकाम कोशिश करते हुए ज़ोर से चिल्ला उठी, “आहहहहहहहह मैं मर गयीईईईईईई, ऊँफ्फ़्फ़्फ़फ्फ़्फ़्फ़फ़्फ़ नहींईंईंईंईं, निकालो लंड मेरी चूत में से, मुझे नहीं करना कुछ।”

Anjaan
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