जन्नत की 72 हूरे Ch. 08

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नर्स के साथ.
3.2k words
5
602
1
0

Part 8 of the 15 part series

Updated 06/10/2023
Created 12/10/2020
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मेरी अब तक की कहानी "जन्नत की 72 हूरे": जो की "खाला को चोदा, खाला की चुदाई के बाद आपा का हलाला, मजो की दुनिया में मेरे अनुभव और खड़े लण्ड की अजीब दास्ताँ" के अगले भाग हैं में आपने पढ़ा;

मुझे देखते ही ज़रीना और दिलिया मुझ से लिपट गयी और शिकायत भरे लहजे से बोली हम आपसे बहुत नाराज़ हैंl आप हमे छोड़ कर अकेले ही चले आयेl नयी दुल्हनों के साथ कोई ऐसे भी करता है क्या? मैंने अपनी तीनो बीवियों की जोरदार चुदाई करि और ग्रुप सेक्स का मजा लियाl

अब आगे

दोपहर में मुझे जुली ने जगाया और पुछा आमिर अब कैसे हो?

मैंने कहा तरोताजा महसूस कर रहा हूँl

जुली बोली तैयार होकर नीचे आओ कोई तुमसे मिलने आया हैl

मैंने पुछा बाकी सब सालिया कहाँ है तो सारा बोली सब लड़किया आज दिल्ली घूमने गयी हैंl डॉ जूली ने सब इंतजाम करवा दिया है उनके घूमने काl

मैंने देखा दो लड़किया बैठी थीl यह वही लड़किया थी, जिन्होंने अस्पताल में मेरे टेस्ट किये थेl डॉ जुली ने जिसने मेरा अल्ट्रा साउंड किया था, उसका नाम लिआ बताया और जिसने बाकी टेस्ट किये थे, उसका नाम मधु ( बदले हुए नाम )बतायाl

मैंने पुछा लिआ जी, मधुजी, आप दोनों कैसी हैं? तो दोनों मेरे पायजामे की तरफ देखते हुई शर्मा गयी और बोली हम ठीक हैं, आप कैसे हो?

मैंने कहा ठीक हूँ और पुछा लिआ जी आप कहाँ की हो? तो लिआ बोली मैं मणिपुर की हूँ और मधु हिमाचल की हैl हम दोनों यही पढ़ रही है और हॉस्पिटल में हमारी ट्रेनिंग चल रही हैl यहाँ पेइंग गेस्ट के तौर पर रहती हैंl

लिआ और मधु दोनों एकदम गोरी थीl दोनों की उम्र १९-२० साल थी पर लगती एक दम कमसिन थीl दोनों की हाइट ५'२ इंच की थीl लिआ ने अपने सर पर चुनरी बाँधी थी और उसके होंठ गुलाबी लिपस्टिक लगे हुए थेll मिनी स्कर्ट और छोटी सी पारदर्शी शिफोन की शर्ट पहने थीl जिसमें से उसकी गुलाबी रंग की पट्टीनुमा ब्रा साफ दिखाई दे रही थी और हाईहील की सैंडिलl कसम मैं तो उसे वहीं पर चूमना चाहता थाl, पर अपने आप को किसी तरह रोक लियाl वो बहुत ही जवान और मस्त चोदने लायक माल लग रही थी। बूब्स का साइज लगभग ३० कमर २४ और गांड ३० की गोल थीl

मधु ने सफ़ेद कलर की स्पोर्टिंग और सेफ ब्रा पहनी हुई थीl साथ में स्लिम फिट जीन्सl छोटा सा चुस्त टॉप पहन रखा थाl दोनों मस्त माल लग रही थीl

जुली बोली जब मैं हॉस्पिटल गयी तो लिआ और मधु मेरे पास आयी और मुझसे पूछने लगी आमिर के टेस्ट किये थे वह अब कैसे हैंl मैंने कहा ठीक हैं अभी इलाज चल रहा हैl बाकी खुद चल कर हाल पूछ लोl फिर ये साथ आने की जिद करने लगी मैं वापिस आने लगी तो मेरे साथ आ गयीl

जुली बोली मैं आप सबके लिए चाय ले कर आती हूँl

सारा भी रसोई में थी और जुली भी रसोई में उनके लिए चाय लेने चली गयीl

तभी मधु शरमाते हुए बोली आपका "वो" अब कैसा हैl पायजामा में तम्बू बना हुआ था मुझे पता नहीं क्या हुआ पायजामा का नाडा खोल कर, अंडरवियर झटके से नीचे कर बोला आप खुद ही देख लो कैसा हैll लंड महाराजा बादस्तूर खड़े थेl

दोनों एकदम शर्मा गयीl फिर धीरे से आँखे उठा कर लण्ड को घूरने लगीl

मधु बोली आपका लण्ड कभी बैठता नहीं है क्या? उस दिन भी टेस्ट के समय खड़ा हुआ थाl

मैंने कहा अभी कुछ दिनों से ऐसा हो गया हैl

तभी लिआ ने आगे बढ़ कर लण्ड को पकड़ लिया और घुमा घुमा का देखने लगीl

लिआ बोली आपका लण्ड तो बहुत लम्बा और तगड़ा हैl आपको इसके हमेशा खड़े रहने से काफी दिक्कत होती होगीl

मैंने कहा नहीं मुझे कोई दिक्कत नहीं होती उस दिन थोड़ा दर्द था अब काफी आराम है बाकी डॉक्टर जुली और जस्सी इलाज कर रही हैंl

मधु भी लण्ड पर हाथ फेरने लगी और नापने लगी बोलीl ये तो लगभग 8l इंच लम्बा है, ये तो चूत फाड् देता होगाl अंदर कैसे जाता होगाl यह तो मार ही डालेगाl

तभी सारा चाय ले कर आ गयी तो मधु और लिआ घबरा कर पीछे हटने लगी, तो सारा बोली घबराओ मतl क्यों नहीं तुम दोनों लण्ड से चुद कर देख लेतीl मैं तो इससे रोज चुदती हूँ अभी तक मैं तो नहीं मरी बल्कि यह तो बहुत मजे देता हैl ये तो मजे लेने देने का औजार हैl दोनों शर्म से लाल हो गयी सारा हसने लगीl

तभी जुली भी आ गयी और लिआ से पुछा क्या तुम ने कभी सेक्स किया है तो लिआ बोली नहीं हम दोनों अभी कुंवारी हैं लेकिन इनका लण्ड देख कर मेरा तो मन ललचा रहा हैl

जुली बोली फिर तुम दोनों का क्या इरादा हैl दोनों ने शर्मा के सर हाँ में हिला दियाl

और जुली ने मेरे लण्ड पर एक किस कर दीl मैं भी आगे हो कर जुली को पकड़ने हो लगा था के जुली बोली पहले सब लोग खाना खा लोl मैंने लिआ और मधु से खाना खाने के लिए कहा थोड़ी न नुकुर के बाद दोनों मान गयी और फिर हम सब ने मिल कर खाना खायाl

जुली बोली लिआ, मधु चूँकि आज तुम्हारी पहली चुदाई है यह हर लड़की के लिए यादगार होनी चाहिएl चलो तुम्हे तैयार कर देती हूँl वैसे भी आमिर से चुदने ने के बाद तुम्हे कोई और अच्छा नहीं लगेगाl मैंने जुली को रोक कर जुली को किस किया और बोला मेरी बहुत अछि डॉक्टर हो तुम रोज मेरे लिए नयी कुंवारी चूत का इंतज़ाम कर देती होl आज तो एक साथ दो कुंवारिया चोदने को मिलेंगीl और मैंने लिआ और मधु को गले लगाया और किस कियाl फिर लिआ और मधु दोनों को ले कर जुली और सारा मेरे कमरे में चली गयीl और मुझसे बोली आमिर थोड़ी देर इंतज़ार करो तुम्हे हम बुलाते हैंl मैं हाल में बैठ कर इंतज़ार करने लगा मेरे लण्ड बेताब होने लगाl

लगभग आधे घंटे में चारो हाल में आ गयी लिआ ने जैसा ईसाई लड़किया शादी के समय गाउन पहनती है वह गाउन पहना हुआ था और दुल्हन की तरह सजी हुई थीl मधु ने लाल रंग की साड़ी और ब्लाउज पहना हुआ थाl और गहनों और फूलो से दोनों सजी हुई थीl मैंने जुली से पुछा ये ड्रेस तुम कहाँ से लायी तो जुली बोली ये ड्रेस मैंने कॉलेज में नाटक के लिए बनवायी थी आज लिआ के काम आ गयीl आज लिआ की सुहागरात है तो यादगार तो बनानी ही पड़ेगीl

मधु के हाथ में एक फूलों की माला थी जो उसने आ कर मुझे पहना दी और मधु बोली मेरा सब कुछ आपका है आमिर मुझे पति का सुख देl

फिर जुली ने मुझे और लिआ को एक एक अंगूठी देते हुए कहा अब तुम्हारी शादी करवा देती हूँl लिआ क्या तुम अपना सब कुछ आमिर को सौंपने के लिए तैयार होl लिआ बोली मेरा सब कुछ इन्ही का है जब से उनको पहली बार देखा था तब से ही मैं तो इनको मिलने को बेक़रार थीl

जुली बोली आमिर क्या तुम इन दोनो को चोदने के लिए तैयार होl

मैं बोला इनकी खिदमत में मैं और मेरा औज़ार दोनों हाज़िर हैंl मैंने अंगूठी लिआ को पहना दी और फिर जुली बोली अब आमिर तुम लिआ को किश करो और सब हसने लगेl

फिर सारा मधु के हाथ पकड़ कर मेरे कमरे में ले गयीl

मैंने आगे बढ़ कर लिआ को किश किया जुली बोली अब तुम चुदाई शुरू कर सकते हो और अपनी गोद में उठा कर लिआ को अपने कमरे में ले गयाl

मैंने दरवाजा जैसे ही सरकाया तो अंदर लाल रंग की धीमी रौशनी थी और कमरा पूरा फूलो से सजा हुआ थाl कलियों फूलो से पूरा कमरा महक रहा थाl बिस्तर भी सुहाग की सेज बना हुआ था और बिस्तर पर मधु दुल्हन के लिबास में फूलों से सजी गहनों से लदी बैठी हुई मेरा इंतज़ार कर रही थीl और मेरी गोद में दूसरी दुल्हन लिआ थी जिसे मैं किस कर रहा थाl पीछे पीछे सारा और जुली भी आ गयीl

मैंने लिआ को बिस्तर पर बैठा दिया मधु ने अपने मुखड़े को घूंघट में छुपा लिया । मैं समझ नहीं पाया किस से शुरू करूनl

मैं दोनों के बीच में बैठ गया और बोला आप दोनों बहुत सुन्दर हैंl मेरी तो आज लाटरी लग गयीl एकसाथ दो कमसिन हसीनाएं सुहागरात मानाने के लिए मिल गयीl

मैं दुविधा में था किसके साथ शुरू करून मुझे सोच में पड़ा देख मधु बोली आप लिआ से शुरू करो वह आपके लिए ज्यादा बेक़रार हैl वह तीन रात से सोई नहीं है उसने तो जबसे आपका देखा है, बस आपकी ही बाते करती रहती थीl उसकी बातों से ही मुझेभी आपसे चुदने का मन हुआl हम दोनों में कुछ भी पर्दा नहीं हैl

उस वक्त मधु नजरें झुकाए बैठी थी, उसने पलकों को थोड़ा उठाया और मुस्कुरा कर कहा- आप लिआ को प्यार करें उस के बाद मुझे भी प्यार करेंl

मैंने मंजूर हैl' कहते हुए मधु को बांहों में भर लिया और मधु के माथे पर एक चुंबन कर दिया और लिआ ने भी मधु को कहा " लव यू मधु, तुम मेरी सबसे अछि दोस्त हो!"

मैंने सारा की और देखा तो उसने आगे आ कर मुझे एक हीरे की अंगूठी पकड़ा दीl मैंने एक गुलाब उठाया और मधु को पेश करते हुए बोलै मल्लिका ऐ हुस्न, पेश के खिदमत है, आपके गुलाम की और से मोहब्बत का पहले नज़रानाl मधु ने हाथ आगे बढ़ाया तो मैंने उसे अंगूठी पहना दीl फिर धीरे से उसका घूंघट उठा दियाl

उसने फिर घूंघट ओढ़ लिया और बोली पहले आप लिआ के साथ करेंl

फिर मैंने लिआ के ओंठ चूमे और उसे अपने गले से लगा लियाl

पहले तो लिआ शर्म से दोहरी हो गई, किसी पुरुष का ऐसा आलिंगन पहली बार था, लिआ के शरीर में कंपकपी सी हुईl पर वो जल्द ही मेरा साथ देने लगी।

मैंने उसकी पोशाक उतारने के लिए चुनरी उतार दी, मेरे दिल की धड़कनें और तेज होने लगीं, मैं उसके और करीब आ गया और उसके होंठों पर अपने होंठ रख दिएl वो घबराहट, शर्म और खुशी से लबरेज होने लगी।

और मेरे पास आकर इस बार उसने मेरे होंठों को चूमा।

फिर क्या थाl मैंने उसे खूब चूमाl उसकी पूरी गुलाबी लिपस्टिकl मेरे होंठों में समा गई।

फिर मैंने अपना लंबा प्यासा लौड़ा निकाला और उसे उसके घुटनों पर बिठाया फिर लौड़े को उसके मुँह में डाल दिया। मैं उसके मुँह की चुदाई करने लगा और वो भी बड़े चाव से मेरा लौड़ा चूसने लगी।

उप्सl क्या खुबसूरत औरत मेरा लौड़ा चूस रही थीl मुझे बड़ा मज़ा आ रहा था।

काफ़ी देर तक वो मेरा लौड़ा चूसती रहीl फिर मैंने उसे खड़ा किया और उसके मम्मों को खूब भींचा और दबाया।

मैंने उसकी ड्रेस की ज़िप खोल दी और निचे उतार दीl अब वो गुलाबी पैंटी और ब्रा में थी।l वो तो मेरे सामने नंगी हो चुकी थी, मैंने उसे उठाया और अपनी गोद में बिठा लिया उसका पतला शरीर मेरी गोद में पूरा समां गयाl

मैंने उसके कंधे पर चुम्बन किया और उसने अपना चेहरा दोनों हाथों से ढक लिया। मैंने अपने एक हाथ से उसकी पीठ सहलाई और दूसरे हाथ से जांघों को सहलाने लगाl

मेरे छूने से उसके शरीर में सरसराहट होने लगी, लिआ के मोमो सख्त होने लगे, वो शर्म से लाल होकर मुझसे लिपट गयी ।

मैंने उसके उरोजों को थाम लिया। और ब्रा को जोर से खींचा तो हुक टूट गए और उसके मोमे आज़ाद हो गए अपने कपड़ों को भी निकाल फेंका। उसके निपल्स बाहर निकल आएl जिसे मैंने चूसा-चबायाl काटा! मींजाl खूब खेलाl उसके मम्मेl जो मेरी हरकतों से बेहाल होकर लाल हो गए थे।

अनायास ही लिआ के मुंह से सिसकारी निकलने लगी, तभी मैंने उसके सीने की घाटी पर जीभ फिरा दी।

उसके उरोज आज़ाद हो गए वाह क्या गोलाईयाँ थीl बड़े बड़े नरम नरम पर बिलकुल भी ढलके हुए नहीं थे और गुलाबी रंग के छोटे छोटे निप्पलl मैं निप्पल बारी बारी किस कर चूसने लगाl और वह सिसकारियां भरने लगीl उधर नीचे मेरा लण्ड सख्त हो चुकाl लण्ड चुत को ढूंढ रहा था, लिआ ने लण्ड को हाथ लगा कर लम्बाई का अनुमान लगांने कोशिश की!

मेरे लिंग को देखते हो वह चिल्ला उठी है मधु इनका लण्ड इतना बड़ा है यह तो मुझे चीर के रख देगा मेरी फाड़ देगा बहुत दर्द होगा मैं तो दर्द से मर जाऊँगीl

जुली बोली घबराओ नहीं देखो मैं भी चुदी हूँ आमिर के ऐसी लंड सेl मुझे कुछ नहीं हुआ सही सलामत खड़ी हूँ यहाँ तुम्हारे पासl लिआ यह तो मजे का औजार है, जितना बड़ा तगड़ा होगा उतने ही ज्यादा मजे देगाl

इतने में सारा एक ट्रे में हम पांचो के लिए खास दूध लेकर आई और बोली- चलो चलो, सब यह दूध पहले पी लो फिर और कुछ करना। हम सब ने दूध पियाl

मैं और लिआ दोनों नग्न थे। मैंने कहा जुली तुम्हारा शरीर बहुत नरम मुलायम और चिकना है मैंने पहली बार उसकी योनि में हाथ फिराया और खुश होकर बोला क्या बात है लिआ , इतनी मस्त मखमली चूत , रोयें तक नहीं हैंl! वाह लिआ वाहl मेरी तो किस्मत खुल गई!

ऐसा कहते हुए मैंने उसकी पहले से गीली हो चुकी योनि में अपना लण्ड पकड़ कर अपनी दो उँगलियों से चूत का मुँह खोल कर लण्ड के सुपांडे को अन्दर फसा दिया लिआ कराहने और ओह्ह्ह आह करने लगीl

मैंने थोड़ी ताकत लगाई और अपना लगभग चौथाई लिंग योनि की दीवारों से रगड़ते हुए अंदर चला गया मैंने एक और धका लगाया , उसकी झिल्ली को फाड़ते हुए लण्ड अन्दर कर दिया।

वो दर्द के मारे बिलबिला उठी और छूटने की नाकाम कोशिश करने लगी। पर मैंने उसे दबोच लिया और उसके उरोजों को दबाते हुए एक और जोर का झटका दिया और अपने लिंग को जड़ तक लिआ की योनि में बिठा दिया।

वह रो पड़ी है मर गयी बहुत दर्द हो रहा है जालिम ने मेरी फाड़ डाली पर मैंने हंसते हुए कहा- क्यों जानेमनl कैसा लगा लण्ड उसने मरी सी आवाज में कहा- है इसने तो मुझे मार डाला प्लीज बाहर निकाल लो बहुत दर्द हो रहा है मैं मर जाऊंगी प्लीज बहार निकालो मुझे नहीं चुदना तुमने तो मुझे मार डाला है आराम आराम से क्यों नहीं किया तुमने? वो रोते हुए बोली।

मेरा कहा मेरी लिआ पहली पहली बार है तो थोड़ा दर्द तो होगा ही ना, अभी थोड़ी देर में कहोगी कि जोर जोर से मारो, धीरे धीरे में मजा नहीं आ रहा!

थोड़ा बहुत दर्द होता तो मैं सह लेती, पर तुमने तो मेरी जान ही निकाल दी, थोड़ा धीरे चोदोl

मधु बोली तुम ही मरी जा रही चुदने को बार बार कह रही थी इतने लम्बे तगड़े लण्ड से जो की बैठता ही न हो उससे चुदने से कितना मजा आएगाl और उसकी चूत को सहलाने लगी फिर मधु बोली लिआ अभी थोड़ा सा दर्द हो रहा है आगे मजे ही मजे हैंl

अब मैं लंड को अंदर डाल कर आराम करने लगा मुझे मालूम था अगर बाहर निकाल दिया तो ये अब दुबारा अंदर नहीं डालने देगी. इसलिए लिआ को किस करने लगाl मैं उसके होंठ चूसने लगा । यह पहला प्रवेश चूत और लंड के पहले मिलाप की घड़ी होती है और लण्ड और चुत को एक दूसरे को पहचानने का और एडजस्ट करने का समय होता है। डॉक्टर जुली के मुताबिक़ इस वक्त कभी भी जल्दबाज़ी नहीं करनी चाहिये और चूत और लंड को पूरा मौका देना चाहये कि वो आपस में हिलमिल सके और एक दूसरे को पहचान सकेl

मैं भी जुली की बताई हुई बातों का ध्यान रखते हुए लिआ को होटों पर चुम्बन और मम्मों को चूसने में लग गया। लिआ मेरी गोद में थीl उसकी छातिया मेरी छाती से चिपकी हुई थीl बहुत नरम नरम लग रहा था मेरे को थोड़ी देर में लिआ सामान्य हो गयीl

जितना दर्द होना था वो हो गया अब मजे लो आगे मजे ही मजे हैं मेरी जान! यह कहते हुए मैंने एक बार अपना पूरा लिंग 'पक्कl की आवाज के साथ बाहर खींच लिया। लण्ड खून में सना हुआ थाl

फिर मैंने योनि को अपने लिंग से सहलाया और एक ही बार में अपना तना हुआ लिंग योनि की जड़ तक बिठा दिया। इस पर कमरा 'आहह ऊहहl' की आवाजों से गूंज उठा।

परन्तु मैं जानता था कि यह उसकी पहली चुदाई है इसलिए ऐसा तो होना ही था, अभी थोड़ी देर बाद यह खुद ही जोर लगाने लगेगी और चूतड़ उछाल उछाल कर चुदवाएगी।

मैं लिआ को गोद में उठा कर खड़ा हो गयाl लिआ ने अपनी टाँगे मेरी कमर पर कस ली और बाँहों से मेरे कंधो पर झूल गयी मैंने धीरे-धीरे धक्के लगाने शुरु किएl लण्ड उसकी चुत को चीरता हुआ जड़ तक पूरा 8 इंच अंदर चला गयाl

आआहहह! ऊउम्म्मम म्म्मम! आईईईईईईई -- माँम्म्म्म्म् म्माआआ! उसके मुँह से दर्द भरी परन्तु उत्तेजनापूर्ण आवाजें निकलने लगी। लगभग पाँच मिनट बाद जब मेरा पूरा लन्ड उसकी बुर में हिचकोले खाने लगा तो वह भी चूतड़ उछाल उछाल कर अपनी बुर में मेरा लण्ड लेने लगी।

अब वह मेरे लण्ड को सुपारे से ले कर टट्टों तक उछल-उछल कर चुदवा रही थी। उधर मधु की हालत खराब हो गई थी वह एक हाथ से अपने हाथ से अपनी बुर को मींजे जा रही थी तथा दूसरे हाथ से अपनी चूचियों को दबाये जा रही थी तथा मुँह से उत्तेजनापूर्ण अजीब अजीब आवाजें आआहहह! ऊऊउउउम्म्म म्म्मम! आईईईईई -सीईईईसीई!l आआ! निकाले जा रही थी। उसे देख कर लग रहा था कि वह अभी लिआ को हटा कर खुद चुदवाने की इच्छा रखती हो।

इधर मैं लिआ की चूत का बैन्ड बजाने में लगा हुआ था, बुर टाईट थी, लण्ड भी अटक अटक के जा रहा था, मैं अब अपनी पूरी ताकत लगा कर उसकी बुर में डाल रहा था, हर धक्के पर उसकी मुँह से हल्की हल्की चीख निकल रही थीl आईईईईईई -सीईईईसीई!l आआआ!l

करीब दस पन्द्रह मिनट की चुदाई के बाद उसकी बुर अब पूरे मजे से मेरे लन्ड लील रही थी और वो- चोद डालो, फ़ाड डालो, आज पूरी तरह से फ़ाड दो मेरी बुर को, और जोर जोर से मारो, पूरा डाल दो मेरे राजा!

अचानक उसने मुझे अपनी पूरी ताकत से मुझे दबाना शुरु कर दिया, मैं समझ गया कि अब इसकी बुर ने पानी छोड़ देना है, मुझे जस्सी का पाठ याद था मैंने भी अपने धक्कों की रफ़्तार धीरे धीरे कम कर दी। दो मिनट बाद उसकी पकड़ ढीली पड़ गई, उसका बदन कांपने लगा फिर ऐंठ गया उसकी बुर ने अपना पानी छोड़ दिया था। मैंने अपने धक्कों की रफ़्तार में और कमी कर दी, और उसे बेड पर लिटा कर लण्ड बाहर निकाल लियाl

मैं उसके मम्मे सहला रहा था, और उसे किस किया मैं देखना चाहता था कि अब उसकी चूत कैसी दिखायी दे रही है। मैंने उसकी जाँघें ऊपर उठायीं तो देखा कि उसकी चूत थोड़ी चौड़ी हो गयी थी। उसमें से खून और लिआ का पानी दोनों टपक रहे थे । उसकी चूत खुल और बंद हो रही थीl

फ़िर वह उठी और बाथरुम में चली गयी जुली उसके साथ अंदर चली गयी और जा कर लिआ की बुर को साफ़ करने लगी।

उसके बाद जुली ने उसकी बुर पर क्रीम लगायी और लिआ को गले लगा कर बोली बधाई हो लिआ अब तुम अनछुई कली से पुष्प बन गयी होl पाँच मिनट बाद वो बाहर निकली तो उसके चेहरे पर सन्तुष्टि के भाव थे।

लंड महाराज इस पूरी चुदाई में एक बार भी नहीं झड़े थे और बदस्तूर खड़े थेl

कहानी जारी रहेगीl

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